RBSE Class 11 English Julius Caesar - Introduction

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 11 English Julius Caesar - Introduction Textbook Exercise Questions and Answers.

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RBSE Class 11 English Solutions Julius Caesar - Introduction

शेक्सपियर का जीवन 

लोग उन्हें प्यार से विलियम शेक्सपियर या "कवि" कहते हैं। ऐसा माना जाता है कि उनका जन्म स्ट्रेटफोर्ड-ओन-एवोन, वारविकशायर में 23 अप्रेल, 1564 को अथवा इसके आसपास हुआ। वह मैरी तथा जॉन शेक्सपियर का पुत्र था। उनका पिता एक समृद्धिशाली व्यापारी था जो उस कस्बे का मेयर भी बना। स्ट्रेटफोर्ड में शेक्सपियर के बचपन की जानकारी हमारी समझ के अनुसार एक अनुमान है क्योंकि इस सम्बन्ध में कोई भी वैध अभिलेख अथवा लिखित जानकारी नहीं है। हालांकि यह सम्भावना है कि उन्होंने स्थानीय ग्रामर स्कूल या किंग्स न्यू स्कूल में अध्ययन किया था जहाँ उन्हें लेटिन भाषा तथा गणित पढ़ाई जाती थी।

वित्तीय संकट में परिवार की सहायता करने के लिए 14 वर्ष की आयु में उन्हें स्कूल से निकाल लिया गया। हमें पूर्ण जानकारी नहीं है कि उन्होंने अपने परिवार के आर्थिक संकट को दूर करने के लिए क्या कार्य किया। शेक्सपियर ने ऐनी हेथवे से शादी की थी जो उनसे उम्र में आठ वर्ष बड़ी थी और शोटरी के एक सम्पन्न किसान की पुत्री थी तथा शादी के वक्त उनकी (शेक्सपियर की) उम्र उन्नीस वर्ष थी। उनके तीन बच्चे पैदा हुए-उनकी बड़ी बेटी जिसका नाम सुसन्ना था तथा दो जुड़वाँ थे जिनके नाम जुडिथ तथा हेमनेट थे।

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ऐसा अनुमान है कि चार्लकोट हाल के जंगल से हिरण का शिकार करने के कानूनी मामले की उलझन से बचने के लिए उन्हें अपना घरेलू कस्बा छोड़कर भागना पड़ा। अस्पष्ट अनुमान के आधार पर उन्हें लगभग 1587 में रंगमंच की ओर आकर्षित होते हुए देखा गया। सर्वप्रथम एक अभिनेता के रूप में तथा उसके पश्चात् एक नाटककार के रूप में भी लंदन में। 1592 तक वह एक सफल लेखक के रूप में जाने जाने लगे। लंदन में 24 वर्षों के कठिन परिश्रम से उन्हें खूब शोहरत व धन-दौलत मिली। वह लंदन के दो बड़े बढ़ते हुए रंगमंचों में साझेदार भी बने, जिनके नाम हैं "दा ग्लोब" तथा "दा ब्लेक फ्रियर्स"। वह 1610 व 1612 के बीच में वापस स्ट्रेटफोर्ड लौट गया जहाँ उन्होंने कस्बे का सबसे बड़ा घर लिया जो न्यू प्लेस के नाम से जाना जाता था। खराब स्वास्थ्य के कारण 23 अप्रेल, 1616 को शेक्सपियर का देहान्त हो गया।

शेक्सपियर की जीवनी से स्पष्ट होता है कि वह संसार का एक सच्चा आदमी था। वह लंदन में गरीब और अकेला पहुंचा था लेकिन इसे धनवान बनकर तथा सम्मान प्राप्त करके छोड़ा। उसने एक-एक पैसा अपनी बुद्धि और कठिन परिश्रम से कमाया। उसकी कृतियाँ उसकी रचनात्मक कल्पनाओं को दर्शाती हैं जिनमें बहुत गहरा सामान्य ज्ञान तथा संसार की विस्तृत एवं विविध पहचान दिखाई देती है। वह यूरोप में पुनर्जागरण काल के दौरान रहा। वह जिस बौद्धिक पर्यावरण में रहा वह नये विचारों से भरा हुआ था तथा बहुत अधिक रोचकता से ओतप्रोत था। शेक्सपियर बहुत अधिक विशेष प्रतिभाओं से भरा हुआ था तथा उसने अपने मस्तिष्क से प्रत्येक चीज को समझा तथा अपने सांसारिक अनुभव को शब्दों के रूप में बयान किया।

शेक्सपियर के कार्य (कृतियाँ) 

शेक्सपियर की साहित्यिक दक्षता उसके 37 नाटकों, दो लम्बी कविताओं 'वीनस तथा एडोनिस' तथा 'ल्यूक्रेस' तथा 154 सॉनेट्स की एक श्रृंखला पर आकर रुकती है। उन्होंने 24 वर्षों से भी अधिक समय तक लंदन के रंगमंच के लिए लिखा, जिसकी शुरुआत 1588 में हुई तथा लगभग 1612 में अन्त हुआ। इनके कुछ नाटकों की प्रामाणिकता संदेहास्पद है तथा कई बार इन्हें चुनौती भी मिली। शेक्सपियर के आलोचक इनके 24 वर्षों के रचनात्मक कार्यकाल को चार काल अर्थात् समयावधि में बाँटते हैं और यदि हम उनके नाटकों को उनके लेखन के क्रम में देखें तो हम उनकी नाटकीय बुद्धि और कला का निम्न प्रकार से मूल्यांकन कर सकते

(1) प्रथम काल (1588 से 1593)-इस समयावधि के कार्यों में हम उनका चरित्र-चित्रण तथा विचारों एवं बुद्धि की थोड़ी गहराई देखते हैं तथा इनमें कला की थोड़ी अपरिपक्वता दिखाई देती है। हालांकि संवाद काव्य शैली से भरे हुए हैं, जिनमें अतुकांत पद्य का प्रयोग बहुत रूखा है तथा इनमें यमक (pun), ऊहा (conceit) एवं अन्य अलंकारों का निरन्तर प्रयोग है। इस काल में जो नाटक लिखे गए उनमें हेनरी VI के तीन भाग, टिटस एन्ड्रोनिकस, लवज् लेबर्ज लोस्ट, टू जेन्टलमैन ऑफ वरोना, दा कॉमेडी ऑफ एरर्स, ए मिड समर नाईट्स ड्रीम, रिचर्ड III तथा एक रोमेन्टिक ट्रेजडी-रोमियो एण्ड जूलियट शामिल हैं।

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(2) दूसरा काल ( 1594 से 1600)-शुरुआती लेखकों के प्रभाव को नकारते हुए, शेक्सपियर ने स्वयं की स्वतंत्र तकनीकी तथा बुद्धि को प्रस्तुत करना शुरू किया। उसका संसार को देखने का नजरिया तथा ज्ञान विस्तृत हो गया, जिसको उसने अपने उद्देश्यों व पात्रों में प्रस्तुत किया। उसका चरित्र-चित्रण तथा उसके विचारों में उसकी नाटकीय कला के गहरे साक्ष्यों को उसके कार्यों में देखा जा सकता है। उसके संवाद स्वतंत्र एवं लचीले ब्लैंक वर्स के रूप में लिखे गये हैं जो कि उसके पूर्व के रूखेपन की बजाय उसकी बुद्धिमत्ता के भार में भीगे हुए हैं। इस काल के कार्यों में उसकी कुछ महान् सुखान्तिकाएँ तथा ऐतिहासिक नाटक शामिल हैं, जैसे कि रिचर्ड II, किंग जॉन, दा मर्चेन्ट ऑफ वेनिस, हेनरी IV भाग एक व दो, हेनरी V, दा टेमिंग ऑफ दा शु, दा मैरी वाइव्ज ऑफ विन्डसर, मच एडो अबाउट नथिंग, एज यू लाईक इट तथा ट्वेल्फ्थ नाईट शामिल हैं।

(3) तीसरा काल ( 1601 से 1608)-इस काल में शेक्सपियर की नाटकीय शक्ति, उसकी बौद्धिक शक्ति तथा उसकी अभिव्यक्ति की ताकत सर्वोत्तम चरम पर थी। यह काल उसकी महान् दुःखान्तिकाओं व गम्भीर सुखान्तिकाओं की श्रृंखला का समय था। उसने अपने मुख्य पात्रों के बुरे, पापमय एवं दोषपूर्ण पक्ष का चित्रण किया और यहाँ तक कि उसकी सुखान्तिकाएँ भी गम्भीर और विषादपूर्ण थीं। इस काल में लिखे गए नाटकों के भाव बहुत ही गहरे व गंभीर थे। इस काल के महान् नाटकों में-जूलियस सीजर, हेमलेट, आल इज वैल दैट एण्ड्स वैल, मेजर फॉर मेजर, ट्रोईलस एण्ड क्रेसिडा, औथेलो, किंग लियर, मैकबेथ, एण्टनी एण्ड क्लियोपेट्रा, कोरियोलेनस् एण्ड टिमोन ऑफ ऐथेन्स शामिल हैं।

(4) चौथा काल (1608 से 1612 )-यह काल शेक्सपियर की नाटकीय शक्तियों के पतन का काल था। उसके चरित्र-चित्रण में गहराई और जोश की कमी थी तथा वह अक्सर निर्माण में लापरवाह होता था। हालांकि उनकी दृष्टि बुराई पर से हट गई थी तथा उसमें काव्यात्मक न्याय की भावना प्रबल थी जो कि अंततः अच्छाई की विजय थी। तीन नाटक जिनके नाम थे-केम्बलिन, दा टेम्पेस्ट और दा विन्टर्स टेल, उनके द्वारा आत्मीयता के आधार पर लिखे गये, वहीं परीक्लीज तथा हेनरी VIII के लिए माना जाता है कि उनके मित्र फ्लेचर के द्वारा पूरी की गई थी जो कि उनका साथी नाटककार था।

उसके नाटकों का वर्गीकरण 

शेक्सपियर के 37 नाटकों को 6 वर्गों में विभाजित किया जा सकता है, जैसे-सुखान्तिका, दुःखान्तिका, दुःखद सुखान्तिका, ऐतिहासिक, रोमन नाटक तथा शुद्ध प्रेम। उसके सबसे अधिक प्रसिद्ध सुखान्तिक नाटकों में शामिल है-एज यू लाइक इट, ट्वेल्पथ नाईट, दा कॉमेडी ऑफ एरर्स, दा टेमिंग ऑफ दा शू, दा मैरी वाइव्ज ऑफ विण्डसर तथा टू जेन्टलमैन ऑफ वेरोना। उसके नाटक-मच एडो अबाउट नथिंग, दा मर्चेन्ट ऑफ वेनिस, आल इज वैल दैट एन्ड्स वैल, मेजर फॉर मेजर, लवज् लेबर्ज लास्ट आदि उनकी सर्वोत्तम दुःखद-सुखान्तिकाएँ मानी जाती हैं। 

इनकी दुःखान्तिकाओं में हेमलेट, औथेलो, किंग लियर, मैकबेथ तथा रोमियो एण्ड जूलियट इनके मास्टरपीस अर्थात् सर्वोत्तम कृतियाँ हैं। इनके अधिकतर प्रेम पर आधारित नाटक उनके भविष्य के अन्तिम काल से जुड़े हुए हैं तथा उनमें-ए मिड समर नाइट्स ड्रीम, केम्बलिन, दा टेम्पेस्ट एण्ड दा विन्टर्स टेल-शामिल हैं। शेक्सपियर ने बहुत से ऐतिहासिक नाटक भी लिखे हैं जो अंग्रेज राजाओं के जीवन पर आधारित हैं, जैसे कि-रिचर्ड II, रिचर्ड III, दा टू पार्ट्स ऑफ हेनरी IV तथा हेनरी V और अंत में हेनरी VIII। पुनर्जागरण काल के अन्त में रहते हुए शेक्सपियर रोमन इतिहास पर भी नाटक लिखने के लिए प्रेरित हुए। उनके अंग्रेजी में बड़े रोमन नाटक हैं - जूलियस सीजर, एन्टनी एण्ड क्लियोपेट्रा और कारियोलेनस। इस वर्गीकरण में शेक्सपियर की केवल सबसे प्रसिद्ध कृतियाँ ही शामिल हैं। 

जूलियस सीजर : नाटक के स्रोत 

इंग्लैण्ड में पुनर्जागरण के परिणामस्वरूप शास्त्रीय जीवन तथा साहित्य के प्रति रुचि का विकास हुआ। प्राचीन ग्रीस तथा रोम के ऐतिहासिक ज्ञान का उत्सुकतापूर्वक स्वागत किया गया। 1579 में सर थॉमस नार्थ ने प्लूटार्च के पेरेलल लाइव्स ऑफ नोबल ग्रीक्स तथा रोमन्स का अनुवाद किया। वास्तव में सर थॉमस ने इसका अनुवाद फ्रेंच ट्रान्सलेशन से किया था जो कि एमयोट के द्वारा की गई थी और उसने इसे एक तीव्र गति से पढ़े जाने वाले गद्यांश के रूप में लिखा था जिसका शेक्सपियर ने भी मौखिक अनुसरण किया। अपने नाटक जूलियस सीजर के लिए शेक्सपियर ने सीजर, ब्रूटस तथा कुछ स्तर तक एन्टनी के जीवन का भी प्रयोग किया। उसने थोड़ा बहुत एपीयन के गृह युद्ध के इतिहास का भी प्रयोग किया होगा (जिसका 1578 में अनुवाद किया गया था) तथा एन्टनी का प्रसिद्ध भाषण जो कि भीड़ को उकसाने के रूप में प्रयोग किया, इसे भी शेक्सपियर ने स्रोत के रूप में प्रयोग किया।

शेक्सपियर तथा इतिहास 

शेक्सपियर ने सीजर के जीवन तथा समय की मुख्य बातों का अनुसरण किया है लेकिन उसने अपनी इच्छा के अनुसार इसमें कुछ सुधार किया तथा कुछ बातों को नकार दिया तथा इसका पुनःनिर्माण किया। उसके पास कल्पना शक्ति को इस्तेमाल करके पुनः निर्माण करने का बेशकीमती उपहार था तथा लोगों को समझाने व उन्हें अपने पक्ष में करने का वातावरण उत्पन्न करने की क्षमता थी तथा जो लोग जीवित थे लेकिन वे उजड़े हुए संसार से सम्बन्ध रखते थे। उसने सभी काल के सभी लोगों के जीवन के सामान्य तत्त्वों पर ध्यान केन्द्रित किया। उसका रोमन कलाकारों का चित्रण बहुत अधिक ऐलिजाबेथ काल के कार्यशील लोगों की तरह है जिसने उसके नाटकों को दर्शकों के लिए अधिक जीवन्त बना दिया। 

जिन घटनाओं का नाटक में वर्णन किया गया है वे घटनाएँ दो वर्ष से ज्यादा समय में घटित हुई थीं लेकिन नाटककार ने पूरी कहानी को एक निश्चित समयावधि में व्यवस्थित रूप में पेश किया है। इस तरह से इतिहास पर आधारित एक नाटक के लिए कुछ तुरन्त घटित होने वाली घटनाएँ सामान्य होती थीं। वह अपने नाटकों में श्रोताओं की रुचि का भी पूरा ध्यान रखता था।

इस तरह से उसने सामान्य जीवन की कुछ नीरस घटनाओं को नजरन्दाज किया। उदाहरण के लिए, जैसे कि सीजर की हत्या के पश्चात् दूसरे दिन सांसदों की मीटिंग और वह हमें तुरन्त आगे ले जाता है जहाँ ब्रूटस और एन्टनी सीजर के दाह-संस्कार पर भाषण देते हैं जो कि वास्तव में उसकी मृत्यु के कई दिनों बाद आयोजित की गई थी। पूर्ण रूप से एक महीना गुजर गया था प्रथम अंक के दृश्य एक तथा दृश्य तीन के बीच में। फिलिप्पी में लड़ी गई दो लड़ाइयों के बीच में बीस दिन का अंतराल था। सीजर के जीवन तथा उस समय को अधिक अच्छी तरह से समझने के लिए नाटक से सम्बन्धित ऐतिहासिक तथ्यों को पेश करने हेतु एक कालक्रमानुसार सारांश उपलब्ध कराया गया। 

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बी.सी. 

  • 100 -- जूलियस सीजर का जन्म। 
  • 52-50 -- पोम्पे सर्वशक्तिशाली बन जाता है, लेकिन रोमन गणतंत्र अब भी कायम है। 
  • 49 -- पोम्पे तथा सीजर के बीच में गृह युद्ध, पोम्पी परास्त कर दिया जाता है। 
  • 48 -- सीजर पोम्पे को फारसेलस में मार देता है। 
  • 47 -- जेला तथा एशिया माइनर में सीजर की विजय। 
  • 46 -- सीजन पोम्पेइन्स को अफ्रीका में परास्त कर देता है। 
  • 45 -- सीजर पोम्पेइन्स को स्पेन में हरा देता है तथा रोम में विभिन्न सुधार करता है।

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  • विजयी होकर सीजर 26 जनवरी को रोम में प्रवेश करता है। 
  • वह लुपरकेलिया में ताजपोशी को नकार देता है जो 5 फरवरी को आयोजित किया गया था। 
  • 60 गणतंत्र समर्थक षड्यंत्र रचते हैं तथा 15 मार्च को संसद में सीजर की हत्या कर दी जाती है। 
  • 17 मार्च को संसद में सीजर की हत्या के लिए माफी दे दी जाती है। 
  • 20 मार्च को एन्टनी का अंतिम संस्कार पर भाषण होता है। 
  • ब्रटस तथा केशियस अन्य षड्यंत्रकारियों के साथ रोम को छोड़कर चले जाते हैं। 
  • उन्हें एन्टनी के भाषण से उग्र जनता का सामना करना पड़ता है।
  • ओक्टेवियस रोम पहुँचता है। 
  • एन्टनी ब्रूटस को मुटिना में अपनी सेना से घेर लेता है।

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  • संसद में एन्टनी के विरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दी जाती है। 
  • ओक्टेवियस मुटिना में विजयी हो जाता है। 
  • ओक्टेवियस सीनेट को धोखा देता है तथा एन्टनी व लेपिडस से हाथ मिला लेता है। 
  • ब्रूटस मकदूनिया तथा केशियस सीरिया को जीत लेता है। 
  • ब्रूटस तथा केशियस एशिया (माइनर) में एक हो जाते हैं तथा ओक्टेवियस तथा एन्टनी के विरुद्ध युद्ध छेड़ देते हैं।

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  • ओक्टेवियस व सीजर ग्रीस को पार कर लेते हैं। 
  • फिलिप्पी का आन्दोलन। ब्रूटस प्रथम युद्ध में जीत जाता है लेकिन केशियस आत्महत्या कर लेता है। 
  • फिलिप्पी में बीस दिन बाद लड़े गए दूसरे युद्ध में ब्रूटस को हरा दिया जाता है तथा वह
  • भी आत्महत्या कर लेता है। 

31 ओक्टेवियस सीजर एन्टनी को एक्टियम के युद्ध में हरा देता है तथा रोमन संसार का सर्वशक्तिशाली शासक बन जाता है।  जूलियस सीजर की स्थिति तथा उसके कार्यों को जोकि उसने रोम के लिए किए, अधिक अच्छी तरीके से समझने के लिए रोम के शासन में गणतांत्रिक प्रक्रिया के पतन का ज्ञान आवश्यक है जिसके लिए रोमन इतिहास की कुछ किताबों का अध्ययन करना पड़ेगा।

नाटक का संक्षिप्तीकरण
प्रथम अंक : प्रथम दृश्य 

कहानी की शुरुआत रोम की एक गली से होती है। जहाँ दो अधिकारी फ्लावियस तथा मारुलस लोगों की भीड़ को हटाते हैं, जो महान शासक जूलियस सीजर के लौटने पर खुशी का इजहार करने के लिए एकत्रित हुए हैं। ये दोनों अधिकारी सीजर की बढ़ती हुई ताकत से भयभीत हैं। वे एकत्रित भीड़ को उनकी अज्ञानता तथा गैर-जिम्मेदार वफादारी के लिए फटकारते हैं। मारुलस मोचियों तथा बढ़इयों को याद दिलाता है कि सीजर ने दूसरे रोमन शाही अधिकारी पोम्पे पर विजय प्रापत कर ली है। वे अपने घृणास्पद भाषण से भीड़ को भगाने में सफल हो जाते हैं। फ्लावियस तथा मारुलस सार्वजनिक मूर्तियों से सजावट को हटा देते हैं जो सीजर के स्वागत में की गई है।

प्रथम अंक : दूसरा दृश्य 

सीजर रोमन त्योहार लुपरकेलिया को मनाने के लिए सार्वजनिक चौराहे से गुजरता है। सीजर के साथ उसकी पत्नी कलपुर्निया मार्क एन्टनी, सांसद सिसरो, गणतांत्रिक सहानुभूतिकर्ता ब्रूटस, कैसियस, कास्का, डेसियस, फ्लावियस, मारुलस तथा ब्रूटस की पत्नी पोर्शिया भी हैं। सीजर एन्टनी से कहता है कि वह उसकी पत्नी कलपुर्निया को पुत्र प्राप्ति की परम्परा के अन्तर्गत स्पर्श करे।

जैसे ही संगीत बजता है तथा मनोरंजन शुरू होता है तभी सीजर सुनता है, कि कोई उसका नाम पुकारता है। भीड़ को शान्त करते हुए, वह उस व्यक्ति को पुनः बोलने के लिए कहता है। एक शुभचिंतक आगे आता है तथा सीजर को चेतावनी देता है कि वह अपने कूच करने के विचार के प्रति सतर्क रहे। लेकिन सीजर उसकी भविष्यवाणी को यह कहते हुए नकार देता है : "वह एक स्वप्न देखने वाला है। हमें उसे छोड़ देना चाहिए : चलो"।

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सीजर तथा सजी-धजी भीड़ त्योहार मनाने को आगे बढ़ती है लेकिन ब्रूटस और केसियस पीछे ही रह जाते हैं । वे बातचीत करते हैं कि सीजर शक्ति का प्यासा है तथा उसकी इच्छा गणतन्त्र को तानाशाही में बदलने की है। केसियस पहले से ही सीजर की हत्या करके रोम को उसके अत्याचार से बचाना चाहता है और वह ब्रूटस को समझाने की कोशिश करता है, कि यह हत्या जायज होगी। हालांकि ब्रूटस भी कहता है कि वह भी सीजर के प्रति ऐसी ही भावना रखता है लेकिन वह अभी तुरन्त स्वयं केसियस के षड्यंत्र में शामिल होना नहीं चाहता है। फिर भी ब्रूटस जो कुछ केसियस कहता है उस पर विचार करने को सहमत होता है तथा उससे पुनः मिलता है, उसके ऐसे श्रेष्ठ विचारों का जवाब देने के लिए।

सीजर और उसके सैनिक लौटते हैं तथा सीजर एन्टनी से विचार-विमर्श करता है कि वह केसियस पर विश्वास नहीं करता है। एन्टनी सीजर को विश्वास दिलाता है कि केसियस एक शाही रोमन व्यक्ति है तथा विश्वास योग्य है और उससे उन्हें कोई खतरा नहीं हो सकता है अर्थात् वह उन्हें हानि पहुँचाने में असमर्थ है। लेकिन सीजर उसकी बात से असहमत है। सीजर और उसके अंगरक्षक वहाँ से चले जाते हैं। लेकिन कासका पीछे रह जाता है। ब्रटस उसको उसके वस्त्र को खींचकर उससे बात करना चाहता है।

कासका ब्रटस तथा केसियस को त्योहार के बारे में बताता है और किस तरह एन्टनी ने सीजर को तीन बार ताज प्रस्तुत किया और तीनों ही बार उसने इस प्रस्ताव को नकार दिया। लेकिन कासका के विचार से सीजर ने केवल जनता को खुश करने के लिए ताज से इन्कार किया। वास्तव में, लोगों की प्रतिक्रिया में सीजर के प्रति इतना प्रेम था कि उन सबने मिलकर 'एक ऐसी गहरी बदबूदार साँस भरी जिसने सीजर को पूर्ण रूप से रोक दिया तथा वह इस दुर्गन्ध से घायल होकर वहीं गिर पड़ा।' कासका सीजर की त्योहार में और बातचीत नहीं करता है तथा केसियस की तरफ से भोजन के प्रस्ताव को नकार करके उसे अलविदा कहकर चला जाता है।

केसियस महसूस करता है कि कासका की सूचना से उन्हें सीजर पर संदेह करने तथा उसकी राजा बनने की इच्छा का और सबूत मिल जाता है। ब्रूटस केसियस से अगले दिन मिलने को कहता है तथा उसे अकेला छोड़ देता है। वह (केसियस) इस अवसर पर सोचता है कि ब्रूटस उसके षड्यंत्र में शामिल होगा या नहीं। केसियस महसूस करता है कि उनके बीच के वार्तालाप से वह पूर्णरूप से संतुष्ट नहीं है और यह स्पष्ट है कि सीजर उसे (ब्रूटस को) प्रेम करता है तथा वह उसे उसकी वफादारी के लिए बहुत सम्पत्ति व शक्ति देगा। अतः केसियस निष्कर्ष पर पहुँचता है कि उसे अपने स्वयं के कुछ निजी चालाकीपूर्ण तरीके अपनाने चाहिए। वह एक प्रार्थना-पत्र लिखेगा जिसमें एक उग्र नागरिक के नाराज होने का दिखावा करेगा तथा माँग करेगा कि सीजर सत्ता ग्रहण ना करे तथा वह उस पत्र को ब्रूटस की खिड़की में फेंक देगा।

प्रथम अंक : तीसरा दृश्य 

तीसरा दृश्य एक काली रात में तूफान में खुलता है। बादलों की गर्जना रोम की नींव को हिला देती है और काले आकाश से बिजलियाँ चमक रही हैं। कासका अपनी तलवार निकालकर प्रकट होता है तथा देखता है कि सिसरो उसकी तरफ आ रहा है। कासका उस तूफानी रात के लिए अपशकुन को जोड़ते हुए कहता है कि राजधानी में जंगली जानवर घूम रहे हैं तथा लोग जल रहे हैं।

सिसरो उसके पूर्वानुमान पर ध्यान नहीं देता है तथा वर्षा और तूफान आने से पहले घर के लिए निकल जाता है। आगे कासका की मुलाकात केसियस से होती है तथा वह तूफान को अपने षड्यन्त्र के लिए कासका को शामिल करने का एक माध्यम बनाता है।दूसरा षड्यंत्रकारी जिसका नाम सिन्ना है, पहुँचता है तथा केसियस उसको बताता है कि कासका उनका नया विश्वासपात्र साथी है। तब केसियस सिन्ना को उस प्रार्थना-पत्र को ब्रूटस की खिड़की में फेंकने के निर्देश देता है तथा उसे अन्य षड्यंत्रकारियों से पोम्पे थियेटर में मिलवाता है।

अंक दो : दृश्य एक 

ब्रूटस सोने में असमर्थ है। वह अपने फलोद्यान में घूमते हुए सुबह होने का इन्तजार कर रहा है। वह अपनी केसियस से हुई बातचीत पर विचार करता है, जो उसे अपना सीजर के प्रति प्रेम तथा भय के बीच में बाँट देता है कि सीजर की अनन्त शक्ति रोम के गणतंत्र को नष्ट कर देगी। उसका नौकर लूसियस वह झूठा पत्र लाता है जिसे सिन्ना ने घर में रखा है । ब्रूटस पत्र को पढ़ता है और ठीक जैसी की वह आशा कर चुका था कि ब्रूटस में जुनून विकसित हो गया है। ब्रूटस के घर पर षड्यंत्रकारी आते हैं तथा लूसियस उन्हें बगीचे की ओर ले जाता है। वह यह नहीं जानता है कि ब्रूटस ने इनसे जुड़ने का निश्चय कर लिया है। यह वर्ग एकदूसरे को खुशियाँ आदान-प्रदान करते हैं । तभी केसियस ब्रूटस को एक तरफ ले जाता है। जब दोनों पुनः दल में शामिल होते हैं ब्रूटस षड्यंत्रकारियों से सहयोग की माँग करता है कि वे सब उसके सीजर को मारने के षड्यंत्र में सहयोग करेंगे। जैसे ही वे हत्या का षड्यंत्र शुरू करते हैं, ब्रूटस उन्हें बाध्य करता है कि वे एन्टनी को कोई नुकसान नहीं पहुँचायेंगे अन्यथा उनकी योजना अधिक खूनी बन जायेगी।

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उनके वहाँ से जाने से पहले डेसियस कहता है कि उसे पूरा विश्वास है कि अगले दिन अर्थात् पन्द्रह मार्च को सीजर राजधानी में ही ठहरेगा। वे आठवें घण्टे में उसकी हत्या कर देंगे। उन आदमियों के वहाँ से जाने के तुरन्त पश्चात् ब्रूटस की पत्नी पोर्शिया अपने पति को ढूँढ़ते हुए वहाँ पहुँचती है। वह ब्रूटस के अजीब व्यवहार से बहुत परेशान है। वह उससे प्रार्थना करती है कि वह उसे अपने स्वयं के दुःख में भागीदार बनाए। तभी ब्रूटस दरवाजे पर दस्तक सुनता है तथा पोर्शिया को अपने दुःख का कारण बाद में बताने के लिए कहता है। वह उसे विनम्रतापूर्वक आदेश देता है कि वह अपने शयन कक्ष में चली जाए। लूसियस लिगारिस के साथ प्रवेश करता है जो कि दूसरा षड्यंत्रकारी है तथा जो ब्रूटस से वादा करता है कि जो कुछ भी वह उसे करने को कहेगा वह निश्चित रूप से करेगा तथा वे दोनों इस काम को करने के लिए चले जाते हैं।

अंक दो : दृश्य दो 

सीजर की पत्नी कलपुर्निया सोने में असमर्थ है। वह सुन चुकी है कि राजधानी में जंगली जानवर घूम रहे हैं और भी अन्य अजीब घटनाएँ घटित हो रही हैं तथा वह सीजर के सामने गिड़गिड़ाती है कि वह राजधानी में न जाए। बहुत अधिक अनिच्छा के पश्चात् सीजर घर पर रुकने को सहमत होता है लेकिन जैसे ही वह ऐसा करता है डेसियस सीजर की संसद भवन में रक्षा के लिए आ जाता है। जब सीजर डेसियस को सलाह देता है कि वह कलपुर्निया की प्रार्थना के कारण नहीं जायेगा, डेसियस उसे उसकी पत्नी की जिद के आगे झुकने पर फटकारता है। डेसियस आगे कहता है कि संसद निष्कर्ष पर पहुँच चुकी है कि वे आज सीजर को ताज प्रदान करेंगे और सीजर को डेसियस के साथ में राजधानी में जाना पड़ेगा।

अंक दो : दृश्य 

तीन इसी बीच राजधानी के पास में एक गली में, एक विद्वान जिसका नाम आर्तेमिडोरस था, वह सीजर की हत्या के षड्यंत्र का पता लगा चुका है तथा वह षड्यंत्रकारी का नाम एक कागज पर लिख चुका है जिसको वह सीजर के हाथ में देने की योजना बनाता है जब वह उसके पास में से गुजरेगा।

अंक दो : दृश्य चार 

पोर्शिया अपने घर के बाहर गली में खड़ी हुई है तथा ब्रूटस के बारे में बहुत अधिक चिंतित है। वह लुसियस को संसद भवन जाने का आदेश देती है तथा ब्रूटस के बारे में सूचना देने को कहती है। पोर्शिया शुभचिंतक को देखती है। वह पोर्शिया को बताता है कि वह पुनः सीजर को चेतावनी देने आया है। वह पुनः अपना स्थान ग्रहण करने तथा काफिले का मार्ग देखने चला जाता है तथा पोशिया भयभीत और चिंतित होते हुए वापस अंदर चली जाती है।

अंक तीन : दृश्य एक 

सीजर तथा उसकी सेना संसद में पहुँच जाते हैं। वह शुभचिंतक को भीड़ में देखता है तथा आत्मविश्वास के साथ घोषणा करता है, "कूच करने के विचार आ चुके हैं।" लेकिन शुभचिंतक सीजर से कहता है कि उसे नहीं जाना चाहिए। आर्तेमिडोरस भी गली में है तथा वह सीजर को प्रार्थना करता है कि वह उसके सूचना पत्र को पढ़े। लेकिन सीजर उसे मना कर देता है तथा संसद में प्रवेश करता है। केसियस सीजर के पास एक प्रार्थना लेकर आता है और कहता है कि वह अपने पिछले शासन को छोड़ दे तथा उजड़े हुए देशवासी सिम्बर को घर जाने की इजाजत दे दे।

सीजर बहुत चिकनी-चुपड़ी भाषा में भाषण देता है तथा केसियस को सूचना देता है कि मैंने निश्चय किया था कि सिम्बर को देश निकाला देना चाहिये और उसे ऐसी ही स्थिति में लगातार रखना है। अब षड्यंत्रकारी सीजर को चारों तरफ से घेर लेते हैं और वह अपने विश्वासपात्र मित्र ब्रूटस को उनके बीच में देखता है। वे अपनी-अपनी तलवारें निकाल लेते हैं तथा सीजर पर वार कर देते हैं। मरते हुए सीजर ब्रूटस को सम्बोधित करता है। वह कुछ स्पष्ट नहीं बोल पाता है तथा गिर जाता है।

सीजर निढाल होकर पोम्पे की मूर्ति के पैरों में गिर जाता है। सिन्ना चिल्लाते हुए खुशी मनाता है, "आजादी, स्वतन्त्रता! तानाशाह मर गया है!" जो लोग सीजर की हत्या को प्रत्यक्ष रूप से देख चुके हैं वे संसद से भाग जाते हैं तथा ट्रेबोनियस ब्रूटस तथा केसियस को सूचना देता है कि एन्टनी अपने घर भाग चुका है तथा लोग भयभीत होकर गलियों में भाग चुके हैं, "जैसे कि यह विनाश का दिन था।" ब्रूटस अन्य हत्यारों को बताता है कि वे अपने हाथ तथा तलवारों को सीजर के खून से नहलायें तथा बाहर चले जाएँ तथा वह बाहर जाकर शान्ति तथा आजादी की घोषणा करता है।

एक सेवक एन्टनी की तरफ से एक संदेश लेकर आता है : कि क्या उसे सीजर के मृत शरीर को देखने की इजाजत है और सन्तोषजनक कारण बताया जाता है कि उन्होंने यह हत्या क्यों की है तो वह ब्रूटस के प्रति अपनी वफादारी दिखाने का वादा करता है। ब्रटस सहमत हो जाता है तथा सेवक एन्टनी को लाने के लिए चला जाता है। ब्रूटस पूर्ण रूप से आत्मविश्वास में दिखाई देता है कि उसे एन्टनी के रूप में एक साथी मिल गया है लेकिन केसियस उसे बहुत अधिक भयभीत कर देता है। एन्टनी आ जाता है तथा स्वयंसेवक अपने शाही शासक के साथ में मरने हेतु आते हैं लेकिन ब्रूटस उसे समझाने की कोशिश करता है।

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ब्रूटस एन्टनी को कहता है कि वह भी सीजर को प्रेम करता है तथा एन्टनी को आश्वासन दिलाता है कि वह सीजर की हत्या का कारण बता देगा कि उसने सीजर को क्यों मारा जैसे ही वे रोम के लोगों को सम्बोधित करेंगे। एन्टनी सीजर के मृत शरीर को बाजार में लाने के लिए कहता है तथा एक प्रशंसा भरा भाषण देता है लेकिन केसियस इसका विरोध करता है। लेकिन ब्रूटस उसे आश्वासन देता है कि वह एन्टनी से पहले बोलेगा तथा सीजर की मृत्यु के कारण का खुलासा कर देगा।

ब्रूटस एन्टनी की प्रार्थना से सहमत है तथा हत्यारे एन्टनी को अकेले सीजर के मृत शरीर के पास छोड़कर चले जाते हैं। एन्टनी शपथ लेता है कि वह ब्रूटस तथा उसके साथियों से गृह युद्ध छेड़कर सीजर की मृत्यु का बदला लेगा। सीजर के बड़े भतीजे का सेवक ओक्टेवियस संसद में प्रवेश करता है तथा सीजर के शरीर पर विलाप करता है। एन्टनी उसे ओक्टेवियस सीजर लौटने का आदेश देता है और जो कुछ हुआ है उसके बारे में बताता है और उसे चेतावनी देता है कि उसे अभी तुरन्त रोम नहीं लौटना है।

अंक तीन : दृश्य दो 

उपदेश-मंच पर ब्रटस उसका स्थान ग्रहण कर लेता है तथा केसियस भीड़ में उन लोगों को अलग करने के लिए जाता है जो ब्रटस को सुनना चाहते हैं उन लोगों से जो उसको सुनना नहीं चाहते हैं। ब्रटस प्लेबेइन्स को एक आकर्षक भाषण से समझाने की कोशिश करता है, उन्हें विश्वास दिलाता है कि सीजर की हत्या अनिवार्य थी उनकी आजादी को सुरक्षित रखने के लिए। भीड़ ब्रटस के पीछे एकत्र हो जाती है और जब एन्टनी आता है तो उसे भीड़ तक अपनी आवाज पहुँचाने के लिए जोर-जोर से चीखना पड़ता है। ब्रटस लोगों से आग्रह करता है कि वे एन्टनी की बात सुनें तथा वह (एन्टनी) बड़े ही चालाकीपूर्ण ढंग से सीजर के अन्त अर्थात् मृत्यु पर एक भाषण देता है : "दोस्तो, रोम के निवासियो, मुझे अपने कान उधार दे दो अर्थात् मेरी बात ध्यान से सुनो, मैं यहाँ सीजर को दफनाने आया हूँ ना कि उसकी प्रशंसा करने के लिए।" वह लगातार ब्रूटस तथा अन्य हत्यारों को सम्माननीय लोग कहता चला जाता है। लेकिन धीरे-धीरे तथा बड़ी चतुराई से और अपनी सफल वाक्पटुता के माध्यम से एन्टनी भीड़ को ब्रूटस के विरुद्ध कर देता है। 

एन्टनी प्लेबेइन्स के मस्तिष्क को बदलने की व्यवस्था कर चुका है तथा वह सीजर की वसीयत प्रस्तुत करता है जिसमें रोम के लोगों के लिए एक उदारतापूर्ण पुरस्कार है। लेकिन एन्टनी उनसे कहता है कि वह वसीयत को नहीं पढ़ सकता है क्योंकि यह उन्हें और उत्तेजित कर देगी। लेकिन जनता वसीयत को पढ़ने के लिए बाध्य करती है तथा सीजर के हत्यारों को देशद्रोही कहने लगती है। लोग गलियों में चिल्लाते हुए दौड़ते हैं, "बदला-बदला! तलाश करो! जलाओ! मारो! कत्ल करो! एक भी देशद्रोही जीवित नहीं बचना चाहिए!" वे सभी ब्रूटस तथा षड्यंत्रकारियों के घर जलाने के लिए दौड़ते हैं। एन्टनी को बताने के लिए एक सेवक आता है कि ब्रूटस तथा केसियस शहर छोड़कर भाग चुके हैं तथा ओक्टेवियस रोम में ही है तथा सीजर के घर पर इन्तजार कर रहा है। एन्टनी ओक्टेवियस से मिलने की जल्दी करता है।

अंक तीन : दृश्य तीन 

खून की प्यासी जनता रोम की गलियों में उतर जाती है। वे सिन्ना नाम के कवि के पास आते हैं, उसका नाम भी एक हत्यारे के नाम से मिलता है। उग्र भीड़ यह नहीं सोचती है कि यह गलत सिन्ना है तथा किसी को उस अपराध के लिए भुगतान करना पड़ेगा। वह अपने जीवन के लिए भीख माँगता है : "मैं सिन्ना कवि हूँ। मैं सिन्ना कवि हूँ!" लेकिन उसकी सारी चीख-पुकार व्यर्थ रहती है तथा उग्र भीड़ उसको मार देती है तथा उसके टुकड़े-टुकड़े कर देती है।

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अंक चार : दृश्य एक 

एन्टनी ओक्टेवियस तथा अपने अंगरक्षक लेपिड्स से मिलता है, यह निश्चय करने के लिए कि उन्हें पुनः शक्ति प्राप्त करने के लिए किस-किसकी हत्या करनी पड़ेगी। उनके पास में एक लगातार लम्बी होती हुई सूची है। जिसमें लेपिड्स का भाई, एन्टनी का भतीजा तथा कई दर्जन रोम के सांसद हैं। वे अपनी सेना को संगठित करने की योजना बनाते हैं जो कि ब्रूटस तथा केसियस की सेना से एशिया माइनर में डटकर मुकाबला कर सकें।

अंक चार : दृश्य दो 

ब्रूटस के खेमे में केसियस के क्रियाकलापों की सूचना देने के लिए लुसिलियस लौटता है जोकि थोड़ी दूरी पर सेनाएँ इकट्ठी कर रहा है। लुसिलियस महसूस करता है कि केसियस पिछली मुलाकात जितना विनम्र नहीं था तथा ब्रूटस इसे संकेत समझता है कि केसियस एक प्रिय मित्र से किस तरह रूखा बनता चला जा रहा है। जब केसियस आता है तो वह ब्रूटस पर उससे गलत कार्य करवाने का आरोप लगाता है तथा ब्रूटस उसे अपने तम्बू में ले जाता है जहाँ वे एकान्त में बातचीत कर सकें।

अंक चार : दृश्य तीन 

जब वे ब्रूटस के तम्बू में अकेले हैं, केसियस ब्रूटस को एक अधिकारी को सजा देने के लिए डांटता है जिसका केसियस पक्ष ले चुका था। ब्रूटस आरोप लगाता है कि केसियस स्वयं उसे धन इकट्ठा करने के लिए कहता है । केसियस को आघात लगता है तथा वह क्रोधित हो जाता है और वह अपनी तलवार ब्रूटस को देता है।

ब्रूटस क्षमा याचना करता है तथा वे अपने मतभेद भुला देते हैं। लेकिन केसियस ब्रूटस के द्वारा लगाए गये आरोपों से बहुत गहराई तक परेशान है। एक कवि आता है तथा दो अधिकारियों को आपस में लड़ने के लिए फटकार लगाता है। केसियस कवि को हास्यास्पद पाता है लेकिन ब्रूटस उसे बर्खास्त कर देता है। तब ब्रूटस केसियस को बताता है कि इसका अजीब व्यवहार यह बता रहा है कि पोशिया आत्महत्या कर चुकी है।

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टिटिनियस तथा मैसाला यह खबर लेकर आते हैं कि ओक्टेवियस तथा एन्टनी दोनों ने सिसरो सहित सौ सांसदों को मार दिया है। मैसाला यह सूचना देता है कि पोर्शिया भी मर चुकी है। ब्रूटस इस दुःखद समाचार का शान्ति से जवाब देता है जिससे मैसाला बहुत अधिक प्रभावित होता है। ब्रूटस अपना ध्यान पुनः युद्ध की ओर ले जाता है तथा सुझाव देता है कि वे फिलिप्पी की ओर कूच करेंगे। इस बात से केसियस सहमत नहीं है। वह इसे अच्छा महसूस करता है कि शत्रु उन्हें तलाश कर लेंगे। लेकिन ब्रूटस बाध्य करता है तथा केसियस उससे सहमत हो जाता है।

केसियस शाम के लिए वहाँ से चला जाता है तथा ब्रूटस अपने दो सेवकों क्लूडियो तथा वारो को बुलाता है तथा उन्हें उसके साथ रात को ठहरने को कहता है। लड़के जल्दी ही सो जाते हैं तथा ब्रूटस पढ़ने लगता है। ब्रूटस के सामने सीजर की आत्मा प्रकट होती है तथा उसे बताती है कि वे पुनः फिलिप्पी में मिलेंगे तथा उन्हें समाप्त कर दिया जायेगा।

अंक पाँच : दृश्य एक 

पाँचवां दृश्य फिलिप्पी के मैदानों में खलता है। ओक्टेवियस तथा एन्टनी अपने सौभाग्य का उत्सव मनाते हैं कि ब्रूटस तथा केसियस मूर्ख बनकर पहाड़ों से नीचे आ चुके हैं। ओक्टेवियस विभाजित सेना का अपने अनुभवहीन होने के बावजूद नेतृत्व करने की माँग करता है। ब्रूटस तथा केसियस अपने आदमियों के साथ वहाँ आते हैं तथा विरोधी नेता एक छोटी सी मंत्रणा करते हैं। उनकी अदला-बदली, छोटी तथा कटुतायुक्त है तथा उनकी मंत्रणा ओक्टेवियस तथा एन्टनी के तेजी से बाहर जाने के साथ ही समाप्त हो जाती है।

चलते हुए बातचीत के दौरान केसियस मैसाला को बताता है कि वह आगे आने वाले युद्ध से भयभीत है। हालांकि केसियस अंधविश्वासी नहीं है, वह इसमें सहायता नहीं करता है लेकिन वह देखता है कि दो बाज जो लम्बे रास्ते से सेना के साथ थे सारडिस से आ रहे थे, वे वहाँ से भाग चुके हैं तथा उनके स्थान पर कौवे तथा चील आदि मँडरा रहे हैं, जिन्होंने उन पर एक घातक छतरी का निर्माण कर लिया है। केसियस ब्रूटस से पूछता है कि यदि वे युद्ध में पराजित हो जाते हैं तो उनकी योजना क्या होगी। ब्रटस आत्महत्या के विचार को कायरतापूर्ण तथा व्यर्थ कार्य कहकर नकार देता है। लेकिन वह इस बात पर जोर देता है कि वह कभी भी एक कैदी बनकर रोम नहीं लौटेगा। उनके सेना में शामिल होने से पहले केसियस तथा ब्रूटस एक-दूसरे को पवित्र विदाई देते हैं। अंक पाँच : दृश्य दो युद्ध शुरू होता है। ब्रूटस को ओक्टेवियस की सेना पर प्रहार करने का अवसर मिलता है जिससे वह सतर्कता अपनाते हुए केसियस को तुरन्त हमला करने का आदेश भेजता है।

अंक पाँच : दृश्य तीन 

युद्ध के मैदान के दूसरे भाग में पहाड़ के ऊपर टिटिनियस, एक सैनिक तथा केसियस का मित्र अपने सेनापति को चेतावनी देता है कि ब्रटस ने उन्हें अपरिपक्व आक्रमण करने का अवसर दिया तथा एन्टनी के आदमियों ने उन्हें घेर लिया है। पिण्डारस जो कि केसियस का सेवक है, यह खबर लेकर आता है कि दुश्मन की सेना केसियस के मुख्य तम्बुओं के नजदीक पहुँच गई है। वह केसियस से भागकर अपने प्राण बचाने की प्रार्थना करता है। लेकिन केसियस मना कर देता है तथा टिटिनियस को यह निश्चित करने के लिए भेजता है कि वे ब्रटस के आदमी नहीं हैं जो उसके खेमे में घुस गए हैं।

पिण्डारिस टिटिनियस के क्रियाकलापों की सूचना देने के लिए तथा उसे बन्दी बनाए जाते हुए देखने के लिए पहाड़ से नीचे उतर जाता है। केसियस जानता है कि उसे भी जल्दी ही एन्टनी तथा आक्टेवियस के द्वारा बन्दी बना लिया जायेगा तथा निश्चित रूप से जंजीरों में बाँधकर रोम की गलियों में घसीटा जाएगा। वह पिण्डारिस को आदेश देता है कि वह उसकी आत्महत्या करने में सहायता करे। पिण्डारिस तलवार को मजबूती से पकड़ लेता है। केसियस अपनी छाती तलवार पर रख देता है तथा यह कहता है कि "सीजर, तुमने बदला ले लिया है तथा उसी तलवार से लिया है जिसने उसका (सीजर का) कत्ल किया था।"

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पिण्डारिस भाग जाता है तथा टिटिनियस मैसाला के साथ लौट आता है। टिटिनियस को एन्टनी द्वारा बन्दी नहीं बनाया गया-पिण्डारस ने एक बहुत बड़ी गलती की है। वे केसियस को बताने के लिए आते हैं कि ब्रूटस ने आक्टेवियस की सेना को परास्त कर दिया है लेकिन इसके बदले उन्हें केसियस का शरीर मिला है। मैसाला ब्रूटस को यह बात बताने के लिए चला जाता है तथा टिटिनियस को अपने गहरे मित्र को खोने का दुःख है। टिटिनियस केसियस की तलवार ले लेता है तथा स्वयं को मार देता है। वहाँ ब्रूटस आता है तथा केसियस व टिटिनियस के मृत शरीर को देखकर जोर-जोर से विलाप करता है। तब ब्रूटस घोषणा करता है कि वह अब एन्टनी के विरुद्ध घेरने की दूसरी योजना बना रहा है।

अंक पाँच : दृश्य चार 

एन्टनी अधिक शक्तिशाली सिद्ध होता है तथा बूटस को बलपूर्वक उनके पक्ष में कर लिया जाता है। वह अपने सैनिकों को युद्ध में लड़ते रहने का आदेश देता है । लुसिलियस ब्रूटस होने का ढोंग करता है तथा उसे भी बन्दी बना लिया जाता है। एन्टनी देखता है कि वे सभी गलत आदमी हैं लेकिन वह लुसिलियस की बहादुरी की प्रशंसा करता है तथा उसका जीवन बचा लेता है।

अंक पाँच : दृश्य पाँच 

ब्रूटस तथा उसके कुछ बचे हुए सेवक एक चट्टान पर एकत्रित होते हैं। वह क्लिट्स से कहता है तथा फिर डारडेनियस से कहता है कि वे उसकी गिरफ्तारी को रोकने के लिए उसे मार दें। लेकिन वे मना कर देते हैं। तब वह वोलूमनियस को एक दोस्त के रूप में उसकी आत्महत्या में उसकी सहायता करने को कहता है। लेकिन वोलूमनियस भी मना कर देता है। जैसे ही शत्रु की सेना नजदीक आती है क्लिट्स, डारडेनियस तथा वोलूमनियस भाग जाते हैं तथा ब्रटस दूसरे सेवक स्ट्रेटो के साथ पीछे रह जाता है। वह स्ट्रेटो को उसके लिए तलवार पकड़ने के लिए समझाता है जैसे ही वह उसके ऊपर चलता है। अपने अन्तिम शब्दों में ब्रूटस सीजर को सम्बोधित करता है : "सीजर अब शान्त हो जाओ।"

एन्टनी तथा ऑक्टेवियस आते हैं तथा उन्हें ब्रूटस की लाश मिलती है। एन्टनी जानता है कि ब्रूटस रोम का एक साहसी रक्षक था, वह उसे एक अत्यधिक ईमानदार आदमी के रूप में श्रद्धाञ्जलि पेश करता है और कहता है : “यह सभी रोमन वासियों में श्रेष्ठ शाही व्यक्ति था।" ओक्टेवियस ब्रटस के मृत शरीर को अपने स्वयं के तम्बू में भेज देता है जब तक कि वे उसके अन्तिम संस्कार की उचित तैयारी करें तथा नाटक समाप्त हो जाता है।

नाटक के मुख्य पात्र 

जूलियस सीजर-

जूलियस सीजर को रोम के सबसे महान् सेनापति के रूप में जाना जाता है तथा वह रोम के इतिहास में सबसे प्रभावशाली व्यक्ति है। वह एक सैन्य अभियान में पोम्पे के विरुद्ध सफलता प्राप्त करके रोम लौटता है। संसद के बहुत से सदस्य चिंतित हैं कि कहीं सीजर रोमन गणतंत्र में एक तानाशाह न बन जाए। हालांकि सीजर इस तरह का कोई संकेत नहीं देता है और वह अपने लिए ताजपोशी को कई बार नकार देता है। फिर भी सीजर स्वयं भी सभी महान लोगों की तरह स्वयं में भी त्रुटियाँ देखता है। वह अपने मूल लोगों में अपनी बढ़ती हुई प्रतिष्ठा को नकारने की कोशिश करता है। वह बहुत अधिक बहादुर, साहसी व महत्त्वाकांक्षी है तथा अपने स्वागत में निकाली गई शोभायात्रा से बहुत खुश है। वह अपने जीवन के सभी भय तथा अशुभ संकेतों को नजरअन्दाज कर देता है तथा स्वयं को नोर्थ स्टार की तरह निःस्वार्थ समझता है। वह स्वयं की ख्याति तथा सम्मान का शिकार बन जाता है तथा उसी के विश्वासपात्र सभासद उसी रोम के संसद भवन में उसकी हत्या कर देते हैं।

बूटस - ब्रूटस रोम के गणतंत्र का एक मजबूत सहयोगी है। जो संसद के द्वारा मतों के आधार पर चुनी गई सरकार में पक्का विश्वास रखता है। ब्रूटस तथा सीजर दोनों गहरे दोस्त हैं लेकिन ब्रूटस को सीजर के शत्रुओं के द्वारा यह विश्वास करवा दिया जाता है कि सीजर अपार शक्ति अर्जित करके एक तानाशाह बनना चाहता है। ब्रूटस के सम्मान में गहरे विश्वास का लाभ उठाकर सीजर के शत्रु उसे यह विश्वास दिलवाते हैं कि रोम में गणतंत्र को सुरक्षित रखने के लिए सीजर को मारना पड़ेगा।

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वह सीजर के प्रति वफादारी तथा रोम राज्य के सहयोग के बीच में उलझ जाता है तथा ब्रूटस राज्य के मामलों को ज्यादा प्राथमिकता देता है जैसे कि वह रोमन गुणों के प्रति आदर्श है। जब अन्य षड्यंत्रकारी अपनी ईर्ष्या तथा प्रतिद्वन्द्विता का कार्य करते हैं, केवल ब्रूटस वास्तव में विश्वास करता है कि सीजर की मृत्यु से रोम को निश्चित रूप से लाभ होगा। वह षड्यंत्रकारियों से मिल जाता है तथा वह भी अन्य के साथ मिलकर अपनी तलवार से सीजर पर हमला कर देता है और उसकी हत्या कर देता है।

सीजर के दाह-संस्कार पर, एन्टनी रोम की जनता को उकसाता है कि वे षड्यंत्रकारियों को भागने ना दें। बाद में सीजर की आत्मा ब्रूटस को डराती है। वास्तव में यह उसके अपराध का अहसास है जो उसे ओक्टेवियस तथा एन्टनी की संयुक्त शक्ति के सामने परास्त कर देता है और वह आत्महत्या करके अपना सम्मान बचाता है। इस तरह से वह नाटक का एक दुःखद नायक बनकर रह जाता है।

एन्टनी - मार्क एन्टनी का चरित्र पूरे नाटक में नाटकीय तरीके से बदल जाता है। वह सीजर का एक विश्वासपात्र अनुयायी है तथा आरम्भ में एक सामान्य मौज-मस्ती करने वाला व्यक्ति प्रकट होता है। लेकिन अन्त में वह शक्ति का भूखा, द्वेषपूर्ण तथा दूसरी तिकड़ी का एक निर्दयी सदस्य बन जाता है। एन्टनी में इस प्रकार का अचानक परिवर्तन किस प्रकार से होता है। इसकी वजह कुछ इस प्रकार की बाते हैं, जिनमें मुख्य है सीजर की मृत्यु तथा दूसरी तिकड़ी में उसे मिली हुई शक्ति।

प्रथम तथा द्वितीय अंक में नाटक के पात्र एन्टनी को थोड़ा मूर्ख, खेल पसन्द तथा मस्त-मौला समझते हैं। एन्टनी सीजर के एक मित्र से अधिक और कुछ नहीं है। ब्रटस उसे बर्खास्त कर देता है तथा उसे षड्यंत्र की धमकी देते हुए कहता है कि उसे खेल खेलने की पूर्ण आजादी मिली हुई है। (II.i. 188-189) अन्य षड्यंत्रकारी तुरन्त सहमत हो जाते हैं तथा कहते हैं कि उसके साथ में कोई खतरा नहीं है। (II.i. 190), सीजर भी अन्य की तरह एन्टनी के बारे में ज्यादा विचार नहीं करता है तथा उसे एक मित्र की तरह समझता है। वह एक उदाहरण में आश्चर्य पेश करता है तथा कहता है कि एन्टनी को देखो वह प्रत्येक रात को आनन्द लेने वाला व्यक्ति है (II.ii. 116-117)। प्रत्येक व्यक्ति एन्टनी को एक छोटा साथी समझते हैं तथा उसकी बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। हालांकि वे एन्टनी का गलत आंकलन करते हैं और उन्हें जल्दी ही उनकी गलती का पता चल जाता है।

तीसरे अंक में एन्टनी को सीजर की हत्या का पता चलने के पश्चात् उसे विभिन्न योजना बनाते हुए देखा जाता है। हालांकि वह मूर्खतापूर्ण ढंग से हत्या के स्थान पर उपस्थित होता है तथा ब्रूटस पर तथा अन्य षड्यंत्रकारियों पर चिल्लाता है। वह एक सेवक को आगे यह देखने के लिए भेजता है कि क्या सब कुछ सुरक्षित है तथा स्वयं की तलवार को बड़ी सावधानी से चुनता है। वह बड़ी सावधानी से ब्रूटस को यह समझाने में सफल हो जाता है कि वह एक मित्र है। वह एक मूर्ख मनमौजी ब्रूटस को चतुराई में मात देता है और सीजर के दाह-संस्कार पर बोलने की अनुमति प्राप्त करता है। 

दृश्य की समाप्ति पर, उसके स्वगत भाषण में, वह । दर्शाता है कि वह विचारशील है तथा उसके कार्य सीधे लक्ष्य वाले हैं। वह इस घरेलू हिंसा तथा राजकीय परेशानी के बारे में पहले से भविष्यवाणी करने में सक्षम है और यह विचार उसके भाषण के पश्चात् पूरे इटली में तेजी से फैल जाता है। वह बदला लेने के लिए षड्यंत्र रच रहा है तथा इस अंक में बहुत ही भावुक नज़र आता है। दूसरे दृश्य में चालाक एन्टनी अपनी भावनाओं को अपने फायदे के लिए दाह-संस्कार के भाषण में प्रयोग करता है। उसकी भावनात्मक शक्ति जनता को उसके पक्ष में कर देती है जो कि बहुत महत्त्वपूर्ण है। उसका कथन, "मैं कोई वक्ता या गवैया नहीं हूँ जैसे कि ब्रूटस है" और भी व्यंग्यात्मक प्रतीत होता है। एन्टनी अपने भाषण में व्यंग्य करता है जो उसकी श्रेष्ठ बुद्धि का परिचायक है। 

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एन्टनी के भाषण की सफलता तथा जनता का पूर्ण पागलपन एन्टनी की मूर्ख तथा मतवाले की छवि को धूमिल कर देती है। अतः उसकी चतुराई सबके सामने आ जाती है। चौथे तथा पाँचवें अंक में एन्टनी दूसरी तिकड़ी का एक शक्तिशाली सदस्य दिखाई देता है। जैसे कि लार्ड ऐक्टिन ने कहा है "शक्ति भ्रष्ट कर देती है, लेकिन पूर्ण शक्ति पूर्ण रूप से भ्रष्ट कर देती है।" एन्टनी पूर्ण रूप से बदल जाता है उस शक्ति से जो उसे अब प्राप्त हो चुकी है। जैसा कि उसे पिछले अंक में पूर्ण रूप से भावुक व अविश्वसनीय व्यक्ति के रूप में पेश किया गया था। 

अब हम उसे एक संवेदनहीन नेता के रूप में देखते हैं। वह अचानक अपने भतीजे को बिना कोई संवेदना दिखाए मौत की सजा सुना देता है तथा वह पीछे घूमता है और कहता है कि लेपिडस “एक थोड़ा सा बेकार (बिना गुणों वाला) व्यक्ति है।" कभी बहुत खयाल रखने वाला एन्टनी अपने मित्रों के लिए बुरे विचार प्रस्तुत करता है। एन्टनी फिर से बदला हुआ पेश होता है जब वह अपना अन्तिम बदला ब्रटस की मृत्यु के रूप में प्राप्त कर लेता है। वह हल्का सा झुकता है और स्वीकार करता है ब्रूटस के दाह-संस्कार पर उसकी प्रशंसा करता है और कहता है कि ब्रूटस वास्तव में अच्छा आदमी था तथा उसका सीजर की हत्या करना उसका एक शाही इरादा बताता है तथा कहता है कि वह रोमन निवासियों में शाही व्यक्ति था। एन्टनी नाटक का मजबूत व लगातार बदलने वाला पात्र है। वह एक मूर्ख मदहोश पात्र से बदलकर एक चतुर बदले की भावना से भरा हुआ नेता प्रकट होता है तथा नाटक के अन्त में वह एक शक्तिशाली पात्र बनकर प्रकट होता है। 

केसियस-केसियस सीजर का पुराना मित्र तथा एक प्रतिभाशाली सेनापति है। केसियस इस बात से ईर्ष्या करता है कि सीजर रोम निवासियों की दृष्टि में भगवान की तरह बन चुका है। वह ब्रूटस को प्रेरित करता है तथा उसे विश्वास दिलाता है कि सीजर का लक्ष्य एक तानाशाह बनने का है तथा उसे रोम की भलाई के लिए मरना जरूरी है। वह ब्रूटस के घर में एक जाली पत्र रखने में सफल हो जाता है जिसमें लिखा हआ है कि रोम की जनता सीजर की मृत्यु में सहयोग करती है। आवेगपूर्ण, महत्त्वाकांक्षी तथा गैर-जिम्मेदार, केसियस को राजनैतिक शक्ति के मार्ग में कोई अवधारणा नजर नहीं आती है। वह इसे एक समझदारी का अवसर पाता है। वह स्वयं को सफल सिद्ध करता है लेकिन उसमें सम्प्रभुता की कमी है। अन्त में उसे भी आत्महत्या के लिए बाध्य किया जाता है जब उसे ब्रटस की पराजय की गलत सूचना दी जाती है।

ओक्टेवियस-ओक्टेवियस जूलियस सीजर का गोद लिया हुआ पुत्र है। वह सीजर की मृत्यु के समय दूसरे देश में था। जब वह लौटता है तो उसे सीजर के उत्तराधिकारी के रूप में नियुक्त कर दिया जाता है। वह एन्टनी से हाथ मिला लेता है तथा केसियस व ब्रूटस से सीजर की मृत्यु का बदला लेने के लिए लड़ने को रवाना हो जाता है। एन्टनी ओक्टेवियस को नियंत्रित करने की कोशिश करता है। वह अपने गोद लिए हुए पिता के आदर्शों का पालन करता है तथा एक उदाहरण पेश करता है व एक अधिकारिक शक्ति के रूप में उभरकर आता है। वह रोम को एक श्रेष्ठ साम्राज्य बनाने के लिए अपना मार्ग तथा लक्ष्य को मजबूत बनाता है।

कासका-कासका एक जनशक्ति का प्रतिनिधि है जो कि सीजर की बढ़ती हुई शक्ति का विरोध करता है। कासका केसियस तथा ब्रूटस को कहता है कि किस तरह एन्टनी ने तीन बार सीजर को ताज पेश किया और सीजर हर बार उसने नकार दिया। उसका विश्वास है कि सीजर एक चतुर अभिनेता है और वह जनता को मूर्ख बनाता है कि ताजपोशी में उसकी कोई व्यक्तिगत रुचि नहीं है।

कलपुर्निया-कलपुर्निया सीजर की पत्नी है। वह बहुत अधिक अंधविश्वासी है। वह सभी अपशकुन तथा चेतावनियों में गहरा विश्वास रखती है। वह एक समर्पित पत्नी है तथा सीजर से बहुत ज्यादा जुड़ी हुई है। वह सीजर को संसद की ओर कूच करने से मना करती है। जब से उसने बुरे सपने देखे हैं तथा बहुत से अपशकुन के बारे में सुना है। दूसरी तरफ सीजर का बहादुरी तथा महत्त्वाकांक्षी स्वभाव उसकी प्रत्येक सलाह को नकार देता है।

पोर्शिया-पोर्शिया ब्रूटस की पत्नी है तथा रोम के एक शाही केटो की बेटी है जिसने सीजर के विरुद्ध पक्ष लिया। पोर्शिया को ब्रटस पर पूर्ण विश्वास करने की आदत थी, बहुत अधिक विचलित हो जाती है जब वह ब्रूटस को अपने मस्तिष्क से बोलने तथा कठिनाई में देखती है। ब्रूटस बाद में सुनता है कि पोर्शिया ने स्वयं को मार दिया है, केवल इस दुःख से कि एन्टनी तथा ओक्टेवियस बहुत अधिक शक्तिशाली हो गए हैं।

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सिसरो-सिसरो रोम का एक जाना-माना चतुर वक्ता है। सिसरो सीजर की विजयी परेड के दौरान भाषण देता है। अन्त में वह एन्टनी, ओक्टेवियस तथा लेपिड्स के आदेश पर मर जाता है।

Bhagya
Last Updated on Aug. 22, 2022, 4:36 p.m.
Published Aug. 22, 2022