Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 9 English Supplementary Reader Moments Chapter 2 The Adventures of Toto Textbook Exercise Questions and Answers.
The questions presented in the RBSE Solutions Class 9 English are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 9 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts. Our team has come up with modals exercise for class 9 to ensure that students have basic grammatical knowledge.
Think About It :
Question 1.
How does Toto come to Grandfather's private zoo?
टोटो दादाजी के व्यक्तिगत चिड़ियाघर में कैसे आता है?
Answer:
Grandfather sees Toto - a pretty baby monkey with a tonga-driver who keeps it tied to a feeding-trough. The monkey looks so out of place that Grandfather decides to make him a part of his private zoo. Grandfather buys it for three rupees. Thus Toto comes.
दादाजी टोटो को देखते हैं - बन्दर का एक सुन्दर बच्चा जो कि एक तांगा चालक के पास है जो उसे एक चारा-पात्र से बाँधे रखता है। बन्दर इतना अद्भुत लगता है कि दादाजी उसे अपने व्यक्तिगत चिड़ियाघर का एक अंग बनाने का निश्चय कर लेते हैं। दादाजी इसे तीन रुपये में खरीद लेते हैं । इस प्रकार, टोटो आता है।
Question 2.
'Toto was a pretty monkey.' In what sense was Toto pretty?
'टोटो एक सुन्दर बन्दर था।' किस अर्थ में टोटो सुन्दर था?
Answer:
Toto had bright, sparkling mischievous eyes, deep-set eyebrows and white pearly teeth. His dry pickled hand had quick wicked fingers and a tail which not only added to his beauty but also worked as his third hand. His mischievous nature added charm to his looks according to the Grandfather.
टोटो के चमकीली, झिलमिल करती शरारतपूर्ण आँखें थीं, गहन रूप से सेट भौंहें और मोती जैसे श्वेत दाँत। उसके परिरक्षित शुष्क हाथ की शरारतपूर्ण अंगुलियाँ और पूँछ जो उसकी न केवल सुन्दरता में अभिवृद्धि करती थी बल्कि उसके तीसरे हाथ के रूप में भी कार्य करती थी। दादाजी के अनुसार, उसके शरारतपूर्ण स्वभाव ने उसके आकर्षण में अभिवृद्धि की।
Question 3.
Why does Grandfather take Toto to Saharanpur and how? Why does the ticket-collector insist on calling Toto a dog?
दादाजी टोटो को क्यों और कैसे सहारनपुर ले जाते हैं? टिकट कलैक्टर टोटो को कुत्ता कहने पर जोर क्यों देता है?
Answer:
Grandfather takes Toto to Saharanpur because it does not let other pet animals of Grandfather's private zoo sleep at night. Grandfather takes Toto to Saharanpur in a closed, big, black canvas kit-bag with some straw at the bottom. The ticket collector insists on calling Toto a dog because it suddenly thrusts its head out of the bag and gives the ticket collector a wide grin.
दादाजी टोटो को सहारनपुर ले जाते हैं क्योंकि यह दादाजी के व्यक्तिगत चिड़ियाघर के अन्य जानवरों को रात्रि को सोने नहीं देता है। दादाजी टोटो को एक बन्द, बड़े, काले कैनवस बैग में, जिसमें नीचे घास-फूस थी, सहारनपुर ले जाते हैं। टिकट कॅलेक्टर टोटो को जोर डाल एक कुत्ता मानता है क्योंकि वह अचानक सिर बाहर निकालता है और टिकट कलेक्टर की ओर खींसें निपोरता है।
Question 4.
How does Toto take a bath ? Where has he learnt to do this? How does Toto almost boil himself alive?
टोटो किस प्रकार स्नान करता है? उसने यह सब कहाँ से सीखा है? किस प्रकार टोटो अपने आपको लगभग जिन्दा ही उबाल लेता है?
Answer:
Toto takes a bath as the writer takes his bath. He first checks the temperature of the water by hand. Then; puts his first foot and then the other one until he is in the water upto the neck. Then he takes a soap cake in his hand or feet and rubs it all over.
When water becomes cold he comes out and runs to the fire in the kitchen to dry. He has learnt to do this from the writer. One day Toto would boil himself alive. He gets into the kettle on the fire. When the water starts boiling, he hops but doesn't come out because of cold outside. By chance, grandmother sees him and saves.
टोटो, लेखक के जैसे स्नान करता है। पहले वह हाथ से पानी का तापमान जाँचता है। फिर, पहले प्रथम पैर रखता है व फिर दूसरा पैर जब तक कि वह गर्दन तक पानी में नहीं हो जाता है। फिर वह अपने हाथ या पैर में साबुन लेता है और सब जगह लपेट लेता है।
जब पानी ठण्डा हो जाता है तो वह सुखाने के लिए रसोई-आग (तप्त) की ओर जाता है। उसने यह करना लेखक से सीखा है। एक दिन तो अपने को जिन्दा उबाल लेता। वह आग पर रखी केतली में बैठ जाता है। जब पानी उबलना शुरू होता है तो वह उछलने लगता है किन्तु बाहर नहीं आता है क्योंकि बाहर ठण्ड है। सौभाग्यवश, दादीजी उसे देख लेती हैं और बचाती हैं।
Question 5.
Why does the author say, “Toto was not the sort of pet we could keep for long?"
लेखक क्यों कहता है, "टोटो, इस किस्म का पालतू जानवर नहीं था जिसे हम अधिक देर तक रख सकते हैं?"
Answer:
Toto was not only mischievous but also his mischiefs were very trouble some for the family. He tore the expensive wall-paper, dresses, broke plates etc. Grandfathers realised that they could not afford such frequent losses. So, the author gave the above statement.
टोटो न केवल शरारती था बल्कि उसकी शरारतें परिवार के लिए बहुत पीड़ा पहुँचाने वाली थीं। उसने महंगे वॉल-पेपर, वस्त्र फाड़ डाले, प्लेटें तोड़ डाली आदि। दादाजी ने महसूस किया कि वे अक्सर होने वाली हानियों को सहन नहीं कर सकते। अतः लेखक ने उपर्युक्त कथन कहा।
Talk About It :
Do you have a pet ? Is your pet mischievous ? Tell the class about it.
क्या आपके पास कोई पालतू जानवर है? क्या आपका पालतू जानवर शरारती है? कक्षा को इसके बारे में बताइये।
Answer:
I have a pet dog. Its name is Montmorency and nick name, Mont. It is very mischievous. It comes and goes in the rooms at his will. It sometime plays with lemons as if they were rats. The other time it doesn't allow anyone to enter the house.
It, many times injures our pet cat, Lucy. One day, it went into the library and ate the poison kept for rats. I immediately carried it to a veterinary doctor. He injected it. And then only it could be saved. Then, we gave it to the zoo.
मेरे पास एक पालतू कुत्ता है। इसका नाम माँटमॉरेन्सि है व छोटा नाम, माँट है। यह बहुत शैतान है। यह अपनी इच्छा से कमरों में आता-जाता है। कभी-कभी यह नींबूओं के साथ खेलता है ऐसे जैसे कि वे चूहे हों। दूसरे अवसरों पर यह किसी को भी घर में प्रवेश नहीं करने देता है। यह बहुत बार हमारी पालतू बिल्ली लूसी को घायल कर देता है। एक दिन तो यह पुस्तकालय में चला गया और चूहों के लिए रखे जहर को खा गया। मैं तुरन्त इसे पशु चिकित्सक के पास ले गया। उसने इसे इंजेक्शन दिया। और तब जाकर इसे बचाया जा सका। फिर हमने उसे चिड़ियाघर को दे दिया।
I. Short Answer Type Questions:
Question 1.
Why did Grandfather keep Toto's presence secret from Grandmother?
दादाजी ने टोटो की उपस्थिति को दादीजी से क्यों छुपाया?
Answer:
Grandmother always fussed when Grandfather brought home some new bird or animal. So, it was decided that Toto's presence would be kept as a secret till Grandmother was in a good mood to accept him.
जब भी दादाजी कोई नया पक्षी या पशु घर लाते तो दादीजी क्रोध करतीं। अतः यह निश्चय किया गया कि जब तक दादीजी अच्छे मूड में होकर उसे स्वीकार न करने लगें तब तक उसकी उपस्थिति गुप्त रखी जाए।
Question 2.
On the first day of his arrival what misadventures did Toto do?
अपने आगमन के प्रथम दिन टोटो ने कौनसे बुरे साहसिक कार्य किये?
Answer:
They found that Toto had removed rather tore the ornamental wall paper of bedroom closet of the writer. He had wrenched the peg from the socket and torn into shreds the writer's school blazer.
उन्होंने पाया कि टोटो ने लेखक के शयन-कक्ष की अलमारी के सजावटी वॉल-पेपर को हटा दिया था बल्कि फाड़ डाला था। उसने खूटी को छेद में से उखाड़ दिया और लेखक के विद्यालयी ब्लेजर के चिथड़े कर फाड़ डाला था।
Question 3.
Which animals did the Grandfather keep in his private zoo? Where was the zoo?
दादाजी अपने निजी चिड़ियाघर में कौनसे जानवर रखते थे? चिड़ियाघर कहाँ था?
Answer:
In his private zoo, Grandfather kept a pair of rabbits, a tortoise, a squirrel, a goat, a donkey and a monkey. He kept the donkey in the stable now with a monkey and rest of the animals in a big cage in the servants' quarter.
अपने निजी चिड़ियाघर में दादाजी एक जोड़ा खरगोश, एक कछुआ, एक गिलहरी, एक बकरा/बकरी, एक गधी और एक बन्दर रखते थे। वे गधी को अस्तबल में अब बन्दर के साथ रखते थे और शेष जानवरों को एक बड़े पिंजरे में नौकरों के आवास भवन में रखते थे।
Question 4.
How did Toto get along with other animals?
टोटो की बाकी के जानवरों के साथ कैसे निभती थी?
Answer:
Toto was not social. He could make friends with no other pet in the house. When he was put in a cage in the servants’ quarters where other pets lived sociably, Toto did not let others sleep at night. When he was put in the stable with Nana, he dug his sharp teeth in her long ear and hanged on to it.
टोटो सामाजिक नहीं था। वह किसी अन्य पालतू जानवर से दोस्ती नहीं कर सका। जब उसे नौकरों के आवास-भवन के पिंजरे में रखा गया जहाँ अन्य पालतू सामाजिक रूप से रहते थे, तो टोटो ने दूसरों को रात को सोने नहीं दिया। जब उसे अस्तबल में नाना के साथ रखा गया, तो उसने अपने नुकीले दाँत उसके लम्बे कान में गाड़ दिये और इस पर लटक गया।
Question 5.
How is a monkey's tail useful for it?
एक बन्दर की पूँछ इसके लिए उपयोगी कैसे है?
Answer:
A monkey's tail adds to its good looks. It serves as a third hand. It can use it to hang from a branch. It can scoop up any delicacy that might be out of reach of its hands.
एक बन्दर की पूँछ इसके सौन्दर्य में अभिवृद्धि करती है। यह तीसरे हाथ के रूप में कार्य करती है। यह इसे एक शाखा से लटकने में प्रयोग कर सकता है। यह उस व्यंजन को उठा सकती है जो बन्दर के हाथों की पहुँच से बाहर हो।
Question 6.
One day Toto nearly succeeded in boiling himself alive. How?
एक दिन टोटो अपने को उबाल लेने में लगभग सफल हो गया था। कैसे?
Answer:
There were a large kettle on the fire. Toto removed its lid and got in. When the water started boiling, Toto hopped up and down. By chance, the grandmother arrived and hauled him, half boiled, out of the kettle.
चूल्हे पर एक बड़ी केतली रखी थी। टोटो ने इसका ढक्कन हटाया और अन्दर बैठ गया। जब पानी उबलने लगा, टोटो ऊपर-नीचे उछलने लगा। संयोगवश, दादी माँ आ पहुँची और उसे आधे उबली हुई अवस्था में केतली से कठिनाई से खींचकर बाहर निकाला।
Question 7.
What happened at the Dehra Dun railway platform?
देहरादून रेलवे प्लेटफॉर्म पर क्या घटित हुआ?
Answer:
At the Dehra Dun railway platform, Toto made efforts to get out of the bag. It rolled about on the floor or occasionally, jumped into the air. It attracted a curious crowd of onlookers there.
देहरादून के रेलवे प्लेटफॉर्म पर, टोटो ने बैग से बाहर निकलने का प्रयास किया। यह (बैग) फर्श पर लुढ़कता या कभी-कभी हवा में उछलता। इसने उत्सुक दर्शकों की भीड़ को वहाँ इकट्ठा कर दिया।
Question 8.
How did Toto behave with the author's aunts and grandmother?
टोटो ने लेखक की आंटियों (बुआओं/चाचियों) तथा दादीमाँ के साथ कैसा व्यवहार किया?
Answer:
Toto would get hold of the author's aunt's dress and tear and hole in it. One day, Toto threw a tumbler of water in the aunt's face. And he threw a plate at the grandmother.
टोटो लेखक की आंटी की ड्रेस पकड़ लेता और इसमें छिद्र कर देता। एक दिन, उसने आंटी के मुँह पर गिलास में भरा पानी फेंक मारा और उसने दादी माँ पर एक तश्तरी फेंकी।
II. Long Answer Type Questions :
Question 1.
Grandfather was a great lover of animals but he sold Toto back. Explain.
दादाजी जानवरों के अत्यधिक प्रेमी हैं किन्तु उन्होंने टोटो को वापस बेच दिया। स्पष्ट करें।
Answer:
Grandfather was a great lover of animals. In his private zoo, he had a pair of rabbits, a tortoise, a squirrel, a goat and a donkey. He bought a baby monkey in five rupees from a tonga driver. He sold this baby monkey-Toto, back because they weren't well-to-do to afford the frequent loss of dishes, clothes, curtains and wall-paper.
दादाजी जानवरों के अत्यधिक प्रेमी थे। अपने निजी चिड़ियाघर में उनके पास एक जोड़ा खरगोश, एक कछुआ, एक गिलहरी, एक बकरा/बकरी, और एक गधी । उन्होंने तांगा चालक से पाँच रुपये में एक बेबी बन्दर .. खरीदा था। उन्होंने यह बेबी बन्दर-टोटो, पुनः बेच दिया क्योंकि वे इतने धनवान नहीं हैं कि व्यंजनों, कपड़ों, पर्दो और वॉलपेपर का नित्य-प्रति नुकसान सहन कर सकें।
Question 2.
How can you say that Toto liked rice pullao?
आप कैसे कह सकते हैं कि टोटो को चावलों का पुलाव पसन्द था?
Answer:
One day Toto saw a dish of pullao lying on the dining table. He started stuffing himself with it. When Grandmother saw it she screamed. In anger Toto threw a plate.at her. When aunt came forward he threw a glass of water at her and when he saw Grandfather he took away the whole dish and sat on a jack fruit tree, he enjoyed eating every grain of it.
एक दिन टोटो ने पुलाव की प्लेट डाइनिंग टेबल पर देखी। उसने लूंस-ठूस कर इसे खाना आरम्भ कर दिया। जब दादीजी ने इसे देखा तो वह चिल्लाई। टोटो ने क्रोध में एक प्लेट दादी पर फेंक दी। जब चाची आगे आई तो उसने एक गिलास पानी उस पर फेंक दिया और जब उसने दादाजी को देखा तो वह पूरा पुलाव ले गया और कटहल के वृक्ष पर बैठ गया। उसने इसके एक-एक दाने के खाने का आनन्द लिया।
Question 3.
Give an account of Toto's adventures in Grandfather's house?
दादाजी के घर में टोटो के कारनामों का एक लेखा-जोखा दीजिए।
Answer:
The first day when Grandfather tied him to a peg in a closet, Toto broke himself free. He tore the wallpaper and the writer's blazer. In the servants' quarters he did not let other animals have a wink of sleep. In the stable he dug his sharp teeth into Nana's long ear. He stole the dish of pullao and climbed up into the branches of a tree to eat up the rice alone. Of course his adventure in the kettle of hot water would have cost him his life.
प्रथम दिन जब दादाजी ने उसे अलमारी में लगी खूटी से बाँधा तो टोटो ने उसे तोड़कर स्वयं को स्वतन्त्र कर लिया। उसने वॉलपेपर व लेखक का ब्लेजर फाड़ डाला। नौकरों के आवास-भवन में उसने अन्य जानवरों को रात को पलक भी नहीं झपकने दी। अस्तबल में उसने नाना के लम्बे कान में दाँत गाड़ दिये। उसने पुलावव्यंजन चुरा लिया और एक वृक्ष की शाखा पर चढ़ गया ताकि चावल को अकेले खा सके। निःसन्देह उसका केतली वाला दुःसाहस तो उसकी जान ले लेता।
Question 4.
Toto and Nana never became friends. Why?
टोटो और नाना कभी दोस्त नहीं बन सके। क्यों?
Answer:
Toto was devilishly mischievous. He took pleasure in annoying and bothering others. The very first day, he was kept with Nana, the docile donkey of the writer, he started bothering him. He dug his sharp teeth into his long ear and did not let him eat his hay. From the very first day, Nana started disliking him and they could never become friends.
टोटो राक्षसीय रूप से शरारती है। उसे दूसरों को परेशान व दुःखी करने में आनन्द आता था। प्रथम दिन ही उसे लेखक की शान्त गधी, नाना के साथ रखा गया था तो उसने उसे परेशान करना आरम्भ कर दिया था। उसने अपने नुकीले दाँत उसके लम्बे कान में गड़ा दिये और उसे चारा भी चरने नहीं दिया। प्रथम दिन से ही नाना उसे नापसन्द करने लगी और वे कभी मित्र नहीं बन सके।
Question 5.
Write a note on Toto's journey from the tonga driver and back to him (the same tonga driver).
टोटो की तांगा चालक से आरम्भ हुई यात्रा वापस उस तक ही (उस ही तांगा चालक के पास) समाप्त होने पर एक लेख लिखिए।
Answer:
Grandfather buys Toto from a tonga driver. He keeps it in a little closet or ties securely to a peg. He then, transfers it to a big cage in the servants' quarters. Then, he carries it to Saharanpur and brings back to Dehra Dun. Then, he keeps it in the stable. And finally, he sells it back to the same tonga driver.
दादाजी, टोटो को एक तांगा चालक से खरीदते हैं। वे इसे एक छोटी-सी कोठरी में रखते हैं या एक खूटी से सुरक्षित बाँध देते हैं। वे इसे फिर, नौकरों के क्वार्टरों में रखे एक बड़े पिंजरे में स्थानान्तरित कर देते हैं। वे इसे फिर सहारनपुर ले जाते हैं और वापस फिर देहरादून ले आते हैं। फिर, वे इसे अस्तबल में रखते हैं। और आखिरकार, वे इसे पुनः उस ही तांगा चालक को बेच देते हैं।
• पाठ के विषय में-क्या आपने एक बेबी बन्दर को एक पालतू जानवर के रूप में कभी रखा है? टोटो एक बेबी बन्दर है। आइए पता लगाएँ कि वह शरारती है या शान्त।
कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद
1. Grandfather bought Toto..................performance.
कठिन शब्दार्थ : feeding-trough (फीड्ङ्-ट्रॉफ्) = नांद (एक संकीर्ण पात्र जिसमें से पशु चारा खाते हैं), pretty (प्रिटि) = सुन्दर, sparkled (स्पाक्ल्ड ) = चमकी, mischief (मिसचिफ्) = शरारत, beneath (बिनीथ्) = के नीचे, displayed (डिस्प्ले ड) = दिखाई दी, pickled (पिक्ल्ड ) = परिरक्षित रखा गया, wicked (विकिड्) = शरारती, delicacy (डेलिकसि) = व्यंजन, scooping up (स्कूपङ् अप्) = वस्तु को उठाना (लगातार हरकत द्वारा), fussed (फस्ट) = उत्तेजित हुई, particularly (पटिक्यल(र)लि) = विशेषकर, closet (क्लॉजिट्) = कक्ष में बनी बड़ी अलमारी, peg (पेग्) = खूटी, fastened (फासन्ड) = बँधी होना/गड़ी होना, release (रिलीस्) = खोलना, naked (नेकिड्) = नग्न/आवरण रहित, brick (ब्रिक्) = ईंट, wrenched (रेन्च्ट) = किसी वस्तु को बलपूर्वक व अचानक (झटका देकर) खींचना (उखाड़ना), socket (सॉकिट) = एक छिद्र या कोटर जिसमें कुछ फिट हो जाए, blazer (ब्लेज़(र)) = एक जाकेट जिस पर स्कूल आदि का बिल्ला लगा हो, shreds (शेड्ज) = किसी चीज के कटे या फाड़े हुए महीन टुकड़े, performance (पफॉमन्स्) = प्रदर्शन।
हिन्दी अनुवाद : दादाजी ने टोटो को एक तांगे वाले से पाँच रुपए में खरीदा था। तांगे वाला उस छोटे से लाल बन्दर को एक नाँद के साथ बाँध दिया करता था और बन्दर वहाँ पर इतना विचित्र लगता था कि दादाजी ने उसे अपने निजी चिड़ियाघर में सम्मिलित करने का निश्चय कर लिया था।
टोटो एक सुन्दर बन्दर था। उसकी आँखें उसकी गहरी भंवों के नीचे शरारत से चमकती थीं। जब वह मुस्कराता था तो उसके मोतियों जैसे सफेद दाँतों को देखकर एंग्लो-इण्डियन अधेड़ उम्र की स्त्रियों की तो डर के मारे जान निकल जाती थी। परन्तु उसके हाथ सूखे-सूखे लगते थे जैसे वर्षों तक धूप में सुखाए गए हों।
फिर भी उसकी अंगुलियाँ फुर्तीली व शरारती थीं। और उसकी पूँछ जो उसके सौन्दर्य को चार चाँद लगाती थी (दादाजी के विचार में पूँछ से सभी के सौन्दर्य में बढ़ोतरी होती है) उसके तीसरे हाथ का काम भी करती थी। वह अपनी पूँछ के सहारे किसी भी टहनी से लटक सकता था और जहाँ उसके हाथ नहीं पहुँच सकते थे वहाँ से वह अपनी पूंछ से व्यंजन प्राप्त कर सकता था।
जब कभी दादाजी कोई नया पक्षी या पशु घर लाते थे तो दादी सदा हंगामा करती थी। इसलिए यह निर्णय किया कि जब तक दादी प्रसन्नचित्त न हो तब तक टोटो की उपस्थिति को उनसे छुपा कर रखा जाए। दादाजी और मैंने उसे अपने शयन-कक्ष की दीवार में खुलने वाली कोठरी में रखने के लिए सुरक्षित बाँध दिया --या ऐसा हमने सोचा-दीवार में गड़ी एक खूटी से (बाँध दिया)।
कुछ घण्टों के पश्चात् जब मैं और दादाजी टोटो को खोलने के लिए आए तो हमने देखा कि उसने दीवार पर लगे सजावटी कागज को फाड़कर दीवार के ईंट व पलस्तर को नंगा कर दिया था। खूटी को सॉकिट (छेद) से उखाड़ दिया था और मेरे स्कूल का ब्लेजर जो वहाँ लटका हुआ था, उसे टोटो ने फाड़कर चीथड़े कर दिया था। मैं सोच रहा था कि दादीजी न जाने क्या कहेंगी। परन्तु दादाजी को चिन्ता नहीं हुई; वे तो टोटो के इस काम से प्रसन्न दिख रहे थे।
2. “He's clever,"................not a dog."
कठिन शब्दार्थ : transferred (ट्रैन्स्फ(र)ड) = स्थानान्तरित किया गया, cage (केज्) = पिंजरा, quarters (क्वॉट(र)ज) = आवास-भवन, together (टगेद्(र)) = साथ-साथ, tortoise (टॉटस्) = कछुआ, goat (गोट) = बकरा/बकरी, collect (कलेक्ट) = एकत्रित करना, accompany (अकम्पनि) = संग में/साथ में, canvas kit-bag (कैनवस् किट बैग) = मजबूत मोटे कपड़े का उपकरण थैला, provided (प्रवाइडिड्) = उपलब्ध कराया, straw (स्ट्रॉ) = तिनके/घास-फूस, abode (अबोड्) = घर, occasionally (अकेशनलि) = कभी-कभी, exhibition (एसिबिश्न्) = प्रदर्शनी, curious (क्युअरिअस्) = उत्सुक, onlookers (ऑनलुक(र)ज) = तमाशबीन, poked out (पोक्ट आउट) = बाहर धकेला, grin (ग्रिन्) = खुलकर मुस्कराना (कि दाँत दिखे), taken aback (टेक्न अबैक) = अचम्भित, annoyance (अनॉइअन्स्) = नाराजगी/खीझ, quadruped (क्वॉडरुपेड) = चौपाया जानवर, prodded (प्रॉड्ड) = दबाना, fare (फेअ(र)) = किराया, turnstile (टन्स्टाइल) = घूमने वाला या चक्रदार गेट (जिसमें एक समय में एक ही व्यक्ति अन्दर जा सकता है)।
हिन्दी अनुवाद : 'वह चतुर है', दादाजी ने कहा। 'समय मिलता, तो मुझे विश्वास है वह तुम्हारे ब्लेजर के फटे हुए टुकड़ों को बांधकर एक रस्सी बना लेता और खिड़की के रास्ते बच कर निकल जाता।' उसकी उपस्थिति घर में अभी भी गुप्त रखी गई। टोटो को अब बड़े पिंजरे में नौकरों वाले कमरे में स्थानान्तरित कर दिया गया, जहाँ दादाजी के बहुत से पालतू पशु इकट्ठे रहते, उनमें एक कछुआ, खरगोश का जोड़ा, पालतू गिलहरी और मेरी प्रिय बकरी भी थी। लेकिन बन्दर अपने किसी भी साथी को रात्रि में सोने नहीं देता था। अतः दादाजी ने जिन्हें दूसरे दिन देहरादून जाना था और सहारनपुर से पेंशन प्राप्त करनी थी, उसे साथ ले जाने का विचार किया।
दुर्भाग्यवश उस यात्रा में, दादाजी के साथ मैं नहीं जा सका, लेकिन इसके बारे में उन्होंने बाद में बताया। टोटो के लिए कपड़े का काले रंग का किट थैला बनवाया गया। इसके नीचे कुछ भूसा रखा गया, यह उसका नया निवास स्थान बन गया, जब थैला बन्द किया गया, वहाँ निकलने का कोई रास्ता नहीं था, खुलने वाली जगह से टोटो अपने हाथ भी बाहर नहीं निकाल सकता था, और रास्ते भर वह थैले को काट भी नहीं सकता था, क्योंकि इसका कैनवास बहुत मजबूत था। बन्दर को बैग से बाहर आने के लिए यह प्रयत्न करना पड़ा कि वह फर्श पर बैग को बार-बार उलट-पुलट करता और अवसर आने पर हवा में कूदता, इससे देहरादून रेलवे प्लेटफार्म पर प्रदर्शन-सा हो गया, जिसे उत्सुक भीड़ ने देखा।
सहारनपुर तक टोटो थैले में बन्द रहा लेकिन जब दादाजी रेलवे के चक्रद्वार पर अपनी टिकट दिखा रहे थे तब टोटो ने अचानक थैले में से अपना सिर निकाला और टिकट कलेक्टर को अपने लम्बे-चौड़े दाँत दिखाए। बेचारा वह व्यक्ति भौचक्का रह गया; किन्तु, अत्यधिक प्रत्युत्पन्नमति से व दादाजी की झंझलाहट बढ़ाने के लिए उसने कहा, "श्रीमान् आपके पास कुत्ता है, आपको नियमानुसार इसका भुगतान करना पड़ेगा।"
व्यर्थ में दादाजी ने टोटो को थैले से बाहर निकाला और व्यर्थ ही में यह सिद्ध करने का प्रयास किया कि एक बन्दर कुत्ते या एक चौपाये जानवर के बराबर नहीं हो सकता। टोटो का वर्गीकरण कुत्ते के रूप में टिकट चैकर द्वारा किया गया और तीन रुपए किराए के रूप में अदा किए गए। तब दादाजी ने अपना पक्ष सिद्ध करने हेतु, अपनी जेब में से हमारा पालतू कछुआ निकाला और कहा, "मैं इसके लिए कितना किराया दूँ, क्योंकि आप सभी पशुओं के लिए किराया लेते हैं।" टिकट कलक्टर ने कछुए को निकट से देखा और तर्जनी अंगुली से दबाया, और दादाजी को प्रफुल्लित और विजयी मुस्कान दी और कहा, "इसका किराया नहीं, क्योंकि यह कुत्ता नहीं है।"
3. When Toto............................himself alive.
कठिन शब्दार्थ : accepted (अक्सेप्टड्) = स्वीकार कर लिया, stable (स्टेब्ल्) = अस्तबल, donkey (डॉकि) = गधा, halter (हॉल्ट(र)) = घोड़े की गर्दन में बाँधी जाने वाली रस्सी या चमड़े की पट्टी, hay,(हे) = पशुचारे के लिए काटी गई व सुखाई हुई घास, slap (स्लैप्) = थप्पड़/थपकी, haunches (हॉन्चिज्) = पुट्ठों, jerked back (जक्ट बैक्) = झटके से पीछे खींचा, dragging (ड्रैग्ङ्) = घसीटते हुए, cunningly (कनड्लि ) = चालाकी से, gradually (ग्रैजुअलि) = धीरे-धीरे।
हिन्दी अनुवाद : जब टोटो को दादीजी ने पूर्णरूप से स्वीकार कर लिया तो उसे अस्तबल में आरामदेह स्थान दे दिया। जहाँ परिवार की गधी, नाना, उसकी साथिन थी। अस्तबल में टोटो की पहली रात्रि को दादाजी यह देखने के लिए वहाँ गए कि वह वहाँ आराम से तो है। उन्हें यह देखकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि नाना बिना किसी स्पष्ट कारण के अपनी रस्सी को खींच रही थी और न जाने क्यों भूसे के एक ढेर से अपना सिर दूर हटाने का प्रयास कर रही थी। दादाजी ने नाना के पुट्ठों पर एक थप्पड़ लगाया, और वह एक झटके के साथ पीछे हटी, टोटो भी साथ में खिंचा चला आया। वह नाना के लम्बे कानों पर अपने तीखे छोटे-छोटे दाँत गड़ाए हुए था। नाना व टोटो कभी मित्र नहीं बन सके।
सर्दियों में सायंकाल के समय टोटो की एक बड़ी आवभगत यह होती थी कि दादीजी उसे एक बड़े से बर्तन में नहाने को गर्म पानी देती थी। वह बड़ी चालाकी से अपना हाथ डालकर देखता था कि पानी कितना गर्म है फिर धीरे-धीरे यह उसमें प्रवेश करता था, पहले एक पाँव, फिर दूसरा (जैसा कि उसने मुझे करते हुए देखा था) और फिर गर्दन तक वह पानी में बैठ जाता था।
एक बार आरामदायक होने पर, वह साबुन को अपने हाथ या पैर में ले लेता और अपने सभी जगह रगड़ लेता। जब जल शीतल हो जाता तो वह बाहर निकलता और स्वयं को सुखाने के लिए इतनी तेजी से चूल्हे की ओर दौड़ कर जाता, जितना वह कर सकता। यदि इस क्रिया के दौरान उस पर कोई हँसता तो टोटो की भावनाएं आहत होती तो वह अपने स्नान को जारी रखने से इनकार कर देता। एक दिन तो टोटो अपने को जीवित उबालने में लगभग सफल हो गया होता।
4. A large kitchen .......................... rupees.
कठिन शब्दार्थ : soap (सोप्) = साबुन, hauled (हॉल्ड) = बहुत मेहनत और कठिनाई से खींचा, stuffing (स्टफ्ङ्) = लूंस-ठूस कर, rushed forward (रशट फॉवड्) = आगे दौड़ी, dish (डिश्) = व्यंजन, jackfruit (जैक्यूंट्) = कटहल, chattered (चैट(र)ड) = बकबक की, curtains (कट्न्ज ) = पर्दे।
हिन्दी अनुवाद : रसोई में काम आने वाली एक बड़ी केतली को (पानी से भरकर) पानी उबालने के लिए चूल्हे पर रख दिया गया। चाय के लिए व टोटो के (नहाने के) लिए, टोटो को करने को कुछ और अच्छा नहीं मिला, तो उसने (केतली का) ढक्कन हटाने का निश्चय किया। पानी को नहाने लायक गर्म पाकर, वह उसमें घुस गया (किन्तु उसने) अपना सिर खुली हुई केतली से बाहर निकाले रखा। यह केवल तब तक अच्छा था, जब तक कि पानी ने उबलना आरम्भ नहीं किया था।
टोटो ने फिर, स्वयं को थोड़ा-सा उठाया (बाहर निकलने के लिए); लेकिन बाहर ठंड पाकर, पुनः बैठ गया। वह कुछ देर तब तक ऊपर-नीचे फुदकता रहा जब तक कि दादीजी वहाँ नहीं आ गई और बहुत कठिनाई से खींचकर उसे आधा उबलता हुआ केतली से बाहर निकाला। यदि मस्तिष्क का कोई एक भाग ऐसा है जो विशेषकर शरारतों के लिए होता है, तो यह भाग टोटो में अत्यधिक विकसित था। वह सदा वस्तुओं के टुकड़े कर देता था। जब कभी भी मेरी एक चाची उसके निकट जाती, वह उनके कपड़े पकड़ लेता और उनमें सुराख कर देता।
एक दिन दोपहर में भोजन के समय पुलाव की बहुत बड़ी-सी तश्तरी भोजन की मेज पर बीच में रखी थी। जैसे ही हम कमरे में दाखिल हुए हमने देखा कि टोटो चावलों से अपनी उदरपूर्ति कर रहा था। मेरी दादी माँ चिल्लाई और टोटो ने एक प्लेट उन पर फेंक दी। मेरी एक चाची आगे बढ़ी और उन्होंने चेहरे पर पानी से भरा गिलास प्राप्त किया।
जब दादाजी आए तो टोटो ने पुलाव की तश्तरी उठाई और खिड़की के रास्ते बाहर चला गया। हमने उसे कटहल फल के वृक्ष की शाखाओं पर देखा, पुलाव अभी भी उसके हाथों में था। वह पूरी दोपहर वहाँ रहा, चावल धीरे-धीरे खाते हुए मानो उसने प्रत्येक दाने को खाने का निर्णय कर रखा था। तब दादी माँ के प्रति विरोध प्रकट करने हेतु जो पहले उस पर चिल्लाई थी, टोटो ने वृक्ष के नीचे पुलाव की प्लेट फेंक दी, जो टूटकर सौ टुकड़े हो गई और वह खुशी से चीं-चीं करने लगा।
यह स्पष्ट है कि टोटो इस प्रकार का पालतू जानवर नहीं जिसे हम अधिक देर तक रख सकें । यहाँ तक कि दादाजी ने भी ऐसा अनुभव किया। हम इतने सम्पन्न नहीं थे कि उसके द्वारा बार-बार भोजन, कपड़े, पर्दे और दीवार पर लगे कागजों का नुकसान सहन कर लेते। अतः दादाजी ने ताँगा चालक को ढूँढ निकाला और टोटो उसे पुनः बेच दिया केवल तीन रुपये में।