Rajasthan Board RBSE Class 7 Science Important Questions Chapter 13 गति एवं समय Important Questions and Answers.
Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 7 Science in Hindi Medium & English Medium are part of RBSE Solutions for Class 7. Students can also read RBSE Class 7 Science Important Questions for exam preparation. Students can also go through RBSE Class 7 Science Notes to understand and remember the concepts easily. The class 7 science chapter 4 heat extra questions are curated with the aim of boosting confidence among students.
बहुचयनात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से वर्तुल गति का उदाहरण हैं।
(अ) मार्च पास्ट करते सैनिक
(ब) झूले की गति
(स) सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति
(द) लोलक की गति
उत्तर:
(स) सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति
प्रश्न 2.
'किसी दिए गए लोलक का आवर्तकाल सदैव नियत होता है।' यह सत्यापित किया था।
(अ) गैलीलियो गैलीली ने
(ब) रदरफोर्ड ने
(स) न्यूटन ने
(द) आइन्सटीन ने
उत्तर:
(ब) रदरफोर्ड ने
प्रश्न 3.
समय का मूल मात्रक हैं।
(अ) घंटा (h)
(ब) सेकण्ड (s)
(स) मिनट (m)
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(अ) घंटा (h)
प्रश्न 4.
निम्नलिखित में किसकी चाल तीव्र है?
(अ) घोंघा
(ब) गिलहरी
(स) चीता
(द) बाज
उत्तर:
(द) बाज
प्रश्न 5.
निम्न में से कौनसा कथन सही है?
(अ) वाहन द्वारा तय की गई दूरी को 'स्पीडोमीटर' से मापते हैं।
(ब) मानव की चाल, खरगोश से अधिक होती है।
(स) एक नैनोसेकंड, सेकंड का एक अरबवां भाग होता
(द) दूरी - समय ग्राफ को सामान्यतया वृत्तारेख द्वारा दर्शाते
उत्तर:
(अ) वाहन द्वारा तय की गई दूरी को 'स्पीडोमीटर' से मापते हैं।
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें:
प्रश्न 1.
ऐतिहासिक घटनाओं के समयों को .............. अथवा ................. में व्यक्त किया जाता है।
उत्तर:
शताब्दियों, सहस्राब्दियों
प्रश्न 2.
वाहन द्वारा तय की गई दूरी को ................. से मापते हैं।
उत्तर:
पथमापी (ओडोमीटर)
प्रश्न 3.
नियत चाल से गति करने वाली वस्तु की दूरी-समय ग्राफ .............. के रूप में होता है।
उत्तर:
सरल रेखा
प्रश्न 4.
घड़ियों को बनाने के लिए लोलक की .............. का उपयोग किया जाता है।
उत्तर:
आवर्ती गति।
निम्न कथनों में से सत्य एवं असत्य कथनों का चयन कीजिए:
प्रश्न 1.
आवर्ती घटनाओं का उपयोग समय मापन में किया जाता है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 2.
दूरी - समय ग्राफ को सामान्यतया वृत्तारेख द्वारा निरूपित किया जाता है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 3.
चाल का मूल मात्रक मीटर प्रति सेकण्ड है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 4.
ओडोमीटर में पैमाना km/h में व्यक्त होता है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 5.
उपग्रहों को प्रमोचित करने वाले रॉकेट प्रायः 8 km/s तक की चाल प्राप्त कर लेते हैं।
उत्तर:
सत्य
कॉलम - A में दिए गए शब्दों का मिलान कॉलम - B से कीजिए:
प्रश्न 1.
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(1) क्वार्ट्स घड़ी |
(A) चाल का मापन |
(2) ओडोमीटर |
(B) समय का मापन |
(3) स्पीडोमीटर |
(C) दूरी - समय का निरूपण |
(4) रेखाग्राफ |
(D) दूरी का मापन |
उत्तर:
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(1) क्वार्ट्स घड़ी |
(A) चाल का मापन |
(2) ओडोमीटर |
(B) समय का मापन |
(3) स्पीडोमीटर |
(C) दूरी - समय का निरूपण |
(4) रेखाग्राफ |
(D) दूरी का मापन |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
हम एक माह के काल अंतराल को कैसे मापते है।
उत्तर:
एक अमावस्या (नवचन्द्र) से अगली अमावस्या के बीच के समय की माप को एक माह माना जाता है।
प्रश्न 2.
हम एक वर्ष के काल अन्तराल को कैसे मापते हैं?
उत्तर:
जितने समय में पृथ्वी, सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करती है, उस समय को एक वर्ष के रूप में मापा जाता है।
प्रश्न 3.
चाल का मूल मात्रक क्या है?
उत्तर:
चाल का मूल मात्रक m/s होता है।
प्रश्न 4.
हम यह कैसे निश्चित कर सकते हैं कि कौनसी वस्तु मंद गति कर रही है और कौनसी तीव्र?
उत्तर:
वस्तुओं द्वारा किसी दिए काल अन्तराल में चली गई दूरी से हम वस्तु की गति की तीव्रता निश्चित कर सकते हैं।
प्रश्न 5.
चाल से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
किसी वस्तु द्वारा एकांक समय में तय की गई दूरी, उस वस्तु की चाल कहलाती है।
प्रश्न 6.
हम किसी वस्तु की चाल कैसे ज्ञात कर सकते हैं।
उत्तर:
उस वस्तु द्वारा किसी निश्चित दूरी को तय करने में लगे समय को मापकर, उसकी चाल ज्ञात कर सकते हैं।
प्रश्न 7.
सरल लोलक का आवर्तकाल किसे कहेंगे? लिखिए।
उत्तर:
सरल लोलक द्वारा एक दोलन पूरा करने में लिया गया समय, सरल लोलक का आवर्तकाल कहलाता है।
प्रश्न 8.
सरल लोलक में कौनसी गति पायी जाती है?
उत्तर:
आवर्ती अथवा दोलन गति।।
प्रश्न 9.
दी गई चाल से चलने वाली कोई वस्तु किसी दूरी को कितने समय में तय करेगी?
उत्तर:
लिया गया समय - दूरी / चाल
प्रश्न 10.
स्पीडोमीटर (चालमापी) द्वारा चाल को किसमें मापा जाता है?
उत्तर:
किलोमीटर / घंटा (km/h)।
प्रश्न 11.
वस्तुओं की गति ज्ञात करने के लिए बनाये जाने वाले दूरी - समय ग्राफ को किसके द्वारा निरूपित किया जाता है?
उत्तर:
रेखाग्राफ द्वारा।
प्रश्न 12.
सेकंड का दस लाखवां भाग क्या कहलाता है?
उत्तर:
माइक्रोसेकंड।
लघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
सरल रेखीय पथ के अनुदिश गति करने वाली पाँच वस्तुओं की सूची बनाइए।
उत्तर:
सरल रेखीय पथ के अनुदिश गति।
प्रश्न 2.
असमान तथा एक समान गति के अन्तर को बताइये।
उत्तर:
जब किसी सरल रेखा के अनुदिश गति करने वाली वस्तु की चाल परिवर्तित होती रहती है, तो उस वस्तु की चाल असमान कहलाती है। इसके विपरीत किसी सरल रेखा के अनुदिश वस्तु की नियत चाल से गति एक समान गति कहलाती है। इस स्थिति में औसत चाल वही है, जो वास्तविक चाल है।
प्रश्न 3.
क्या आप यह परिकलित कर सकते हैं कि कछुए की तुलना में रॉकेट की चाल कितनी गुना है? (रॉकेट की चाल 8km/s और कछा की चाल 8 cm/s)
उत्तर:
∵ रॉकेट की चाल = 8km/s = 8000m/s
कछुए की चाल = 8cm/s = \(\frac{8}{100}\)m/s
अतः रॉकेट, कछुए की तुलना में 1,00,000 गुना तेज चलता है।
प्रश्न 4.
दूरी - समय ग्राफ के विषय में लिखिए।
उत्तर:
दूरी - समय ग्राफ: इसके द्वारा वस्तुओं की गति को चित्रात्मक रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है। इसे सामान्यतया 'रेखाग्राफ' द्वारा निरूपित किया जाता है। नियत चाल से गति करने वाली वस्तु का दूरी - समय ग्राफ एक सरल रेखा के रूप में आता है।
प्रश्न 5.
वायु के संघटन को एक वृत्तारेख द्वारा दर्शाइये।
उत्तर:
प्रश्न 6.
एक कार 80 मीटर की दूरी तय करने में 10 सेकण्ड का समय लेती है। कार की चाल परिकलित कीजिए।
उत्तर:
कार द्वारा तय की गई दूरी = 80m
लिया गया समय = 10s
∴ \(\frac{80 \mathrm{~m}}{10 \mathrm{~s}}=8 \mathrm{~m} / \mathrm{s}\)
अत: कार की चाल 8 m/s है।
प्रश्न 7.
निम्नलिखित गतियों का वर्गीकरण सरल रेखा के अनुदिश, वर्तुल तथा दोलन गति में कीजिएमार्च पास्ट करते सैनिक, सीधी सड़क पर चलती बैलगाड़ी, दौड़ते धावक के हाथों की गति, चलती साइकिल के पेडल की गति, सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति, झूले की गति और लोलक की गति।
उत्तर:
गति का उदाहरण |
गति का प्रकार |
1. मार्च पास्ट करते सैनिक |
1. सरल रेखा के अनुदिश |
2. सीधी सड़क पर चलती बैलगाड़ |
2. सरल रेखा के अनुदिश |
3. दौड़ते धावक के हाथों की गति |
3. दोलन गति |
4. चलती साइकिल के पेडल |
4. वर्तुल गति |
5. की गति |
5. वर्तुल गति |
6. सूर्य के चारों ओर पृथ्वी |
6. दोलन गति |
7. की गति |
7. दोलन गति |
प्रश्न 8.
सरल लोलक का निर्माण किस प्रकार किया जा सकता है?
उत्तर:
सरल लोलक धातु के छोटे गोले अथवा पत्थर के टुकड़े को किसी दृढ़ स्टैण्ड से धागे द्वारा निलम्बित करके बनाया जा सकता है।
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
क्वार्ट्ज घड़ी किसे कहते हैं? आधुनिक घड़ियों की विशेषता लिखिए।
उत्तर:
(i) क्वार्ट्स घड़ी: आजकल अधिकांश घड़ियों में एक या दो सेलों वाले विद्युत परिपथ होते हैं। इन घड़ियों को 'क्वार्ट्ज घड़ियाँ' कहते हैं। इनके द्वारा मापा गया समय पहले उपलब्ध घड़ियों द्वारा मापे गये समय से अधिक यथार्थ होता है।
(ii) आधुनिक घड़ियों की विशेषता: सामान्यत: उपलब्ध घड़ियों द्वारा मापा जा सकने वाला सबसे कम समय अंतराल एक सेकंड है। तथापि, अब ऐसी विशिष्ट घड़ियाँ उपलब्ध हैं, जो एक सेकण्ड से छोटे समयअंतरालों को माप सकती हैं। इनमें से कुछ घड़ियाँ एक सेकण्ड के दस लाखवें भाग (माइक्रोसेकण्ड) तथा एक अरबवें भाग (नैनो - सेकण्ड) तक के समय अन्तराल को माप सकती हैं। इतने छोटे समय अंतरालों को जो घड़ियाँ मापती हैं, उनका उपयोग वैज्ञानिक अनुसंधानों के लिए किया जाता है। खेलों में जिन समय मापने की युक्तियों का उपयोग होता है, वे सेकण्ड के दसवें अथवा सौवें भाग तक के समय - अन्तराल माप सकती हैं।
प्रश्न 2.
आवर्ती गति को एक उदाहरण के द्वारा समझाइए।
उत्तर:
आवर्ती गति: इस गति का एक चिरपरिचित उदाहरण “सरल लोलक' है। सरल लोलक धातु के छोटे गोले अथवा पत्थर के टुकड़े को किसी दृढ स्टैण्ड से धागे द्वारा निलंबित करके बनाया जा सकता है [चित्र (a)] | धातु के गोले को लोलक का गोलक कहते हैं। चित्र (a) में लोलक को अपनी माध्य स्थिति पर विराम अवस्था में दर्शाया गया है। जब लोलक के गोले को धीरे से एक ओर ले जाकर मुक्त करते हैं, तो यह इधर-उधर गति करना आरम्भ कर देता है [चित्र (b)]। सरल लोलक की यह गति आवर्ती तथा दोलन गति का एक उदाहरण है।
गोलक की विभिन्न स्थितियाँ जब लोलक का गोलक अपनी माध्य स्थिति से आरम्भ करके A तक, फिर A से B एवं B से वापस 0 पर आता है, तो यह कहा जाता है कि लोलक ने एक दोलन पूरा कर लिया है। लोलक तब भी एक दोलन पूरा करता है, जब इसका गोलक एक चरम स्थिति A से दूसरी चरम स्थिति B पर तथा B से वापस A पर आ जाता है। सरल लोलक एक दोलन पूरा करने में जितना समय लगाता है, उसे 'सरल लोलक का आवर्तकाल' कहते हैं।
प्रश्न 3.
एक बस 60km/h की चाल से 20 मिनट चलती है, इसके बाद वह 90km/h की चाल से 20 मिनट चलती है। बस द्वारा तय की गई कुल दूरी ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
पहले 20 मिनट में तय की गई दूरी = चाल x समय
= 60 km/h x 20m
60 km/h x \(\frac{20}{60} \mathrm{~h}\)
= 20 km
आखिरी 20 मिनट में बस द्वारा तय की गई दूरी।
= चाल x समय
= 90 km/h x 20 m
= 90 km/h x \(\frac{20}{60} \mathrm{~h}\)
= \(\frac{90 \mathrm{~km}}{\mathrm{~h}}\) x \(\frac{20}{60} \mathrm{~h}\)
= 30 km
अत: बस द्वारा तय की गई कुल दूरी = (20 + 30)km
= 50 km
प्रश्न 4.
एक कार की अपनी आरम्भिक बिन्दु से दूरी और 30 मिनट के अन्तराल पर पथमापी का पाठ्यांक निम्न प्रकार से है।
समय (AM ) |
पथमापी का पाठ्यांक |
आरम्भिक बिन्दु से दूरी |
8: 00 AM |
36540Km |
0Km |
8: 30 AM |
36560Km |
20Km |
9: 00AM |
35580Km |
40Km |
9: 30AM |
36600Km |
60Km |
10: 00AM |
36620Km |
80Km |
उपर्युक्त सारणी के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
(क) क्या आप बता सकते हैं कि कार कितनी दूर चली है?
(ख) क्या आप कार की चाल परिकलित कर सकते
(ग) बस की गति को दूरी - समय ग्राफ द्वारा दर्शाइए।
उत्तर:
(क) 80 kml
यहाँ दूरी = 80 km
समय = 10:00 AM – 8:00 AM
= 2 h
अतः
प्रश्न 5.
क्या हम दूरी - समय ग्राफ से किसी वस्तु द्वारा किसी भी क्षण तय की गई दूरी ज्ञात कर सकते हैं? विस्तार से समझाइये।
उत्तर:
हाँ, दूरी - समय ग्राफ से हम किसी वस्तु द्वारा समय के किसी भी क्षण तय की गई दूरी को ज्ञात कर सकते हैं। माना एक कार से हमने 80 km की दूरी तय की है। इस दूरी को हमने हर 30 मिनट के पश्चात् मापा है। हमने यात्रा सुबह 8 बजे शुरू करके 10 बजे समाप्त की थी।
अब हम 8:15 AM पर कार द्वारा चली गई दूरी ज्ञात करना चाहते हैं। इसके लिए हम दूरी - समय ग्राफ के x - अक्ष पर, 8:15 AM के संगत बिन्दु अंकित करते हैं। माना वह बिन्दु A है। अब हम बिन्दु A पर x - अक्ष के लम्बवत् (y - अक्ष के समान्तर) एक रेखा खींचते हैं। फिर हम ग्राफ के जिस बिन्दु T पर यह लम्बवत् रेखा ग्राफ को काटती है, उस बिन्दु पर चिह्न लगाते हैं (चित्र में दिखाये अनुसार)। इसके बाद हम T से होकर जाने वाली x - अक्ष के समान्तर रेखा खींचते हैं। यह y - अक्ष को बिन्दु B पर काटती है। y - अक्ष पर बिन्दु B के संगत दूरी, OB हमें 8:15 AM पर कार द्वारा km में तय की गई दूरी बता देती है।
प्रश्न 6.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
(क) भारत में समय अनुरक्षण सेवा किसके द्वारा प्रदान की जाती है।
(ख) संसार की सबसे यथार्थ घड़ी किसके द्वारा विकसित की गई है?
(ग) ग्राफ बनाने के लिए पैमाने का चयन करते समय कौन - कौनसी बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर:
(क) भारत में समय अनुरक्षण सेवा, नई दिल्ली की राष्ट्रीय भौतिकी प्रयोगशाला द्वारा प्रदान की जाती है। यहाँ जिन घड़ियों का उपयोग किया जाता है, वे समयअन्तराल की माप, एक सेकण्ड के दस लाखवें भाग की यथार्थता के साथ कर सकती हैं।
(ख) संसार की सर्वाधिक यथार्थ घड़ी संयुक्त राज्य अमेरिका (U.S.A.) के राष्ट्रीय मानक एवं प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा विकसित की गयी है। यह घड़ी 2 करोड़ वर्ष तक चलते रहने के पश्चात् 1 सेकण्ड तेज अथवा मंद होगी।
(ग) ग्राफ खींचने के लिए पैमाने का चयन करते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए, जो इस प्रकार हैं।