These comprehensive RBSE Class 11 Political Science Notes Chapter 9 शांति will give a brief overview of all the concepts.
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→ परिचय
→ भूमिका
→ शांति का अर्थ
→ संरचनात्मक हिंसा के विभिन्न रूप
→ क्या हिंसा कभी शांति को प्रोत्साहित कर सकती है?
गाँधीजी से प्रेरणा लेकर मार्टिन लूथर किंग ने सन् 1960 में संयुक्त राज्य अमेरिका में गोरे लोगों द्वारा काले लोगों के साथ किए जाने वाले भेदभाव के विरुद्ध एक आन्दोलन चलाया।
→ शांति और राज्यसत्ता
→ शांति कायम करने के विभिन्न तरीके
→ शांति - शांति को युद्ध, दंगा, कत्ल, नरसंहार अथवा सामान्य शारीरिक प्रहार सहित समस्त प्रकार के हिंसक संघर्षों के अभाव के रूप में परिभाषित कर सकते हैं।
→ आतंकवाद - आतंकवाद उन हिंसात्मक गतिविधियों व कार्यवाहियों का सामूहिक नाम है जिनके द्वारा सरकार तथा नागरिकों को भयभीत करके कुछ लोग अपनी बात मनवाना चाहते हैं। जैसेट्रेन में बम विस्फोट, इमारतों पर हमला आदि आतंकवाद के ही उदाहरण हैं।
→ सामाजिक जीवंतता - समाज के लोगों के सक्रिय और क्रियाशील (कर्मठ) रहने की स्थिति को सामाजिक जीवंतता कहा जाता है।
→ लौकिक - इस दुनिया की वास्तविकताओं को दर्शाने व इनसे सम्बन्धित होने वाली बातों के लिए प्रयुक्त शब्द।
→ फासीवाद - 20वीं सदी में उदित होने वाली एक धारणा है। इसमें राष्ट्र को सर्वोपरि माना जाता है तथा राष्ट्र के नाम पर व्यक्तियों से सब कुछ न्यौछावर कर देने की अपेक्षा की जाती है।
→ नाजीवाद - 20वीं सदी में जर्मनी में उदित हुई वह धारणा जिसमें जर्मनी को विश्व में श्रेष्ठ स्थान दिलाने पर बल दिया गया तथा जर्मन (नाजी) लोगों को अन्य लोगों की तुलना में श्रेष्ठ माना गया।
→ विश्वयुद्ध - विश्व में बहुत बड़े स्तर पर लड़ा जाने वाला युद्ध 'विश्वयुद्ध' कहलाता है। इसमें विश्व के अधिकांश राष्ट्र प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हो जाते हैं। उदाहरण—1914-18 ई. तथा 1939-1945 ई. में लड़े गये दोनों युद्ध विश्वयुद्ध थे।
→ परमाणु हथियार - वह हथियार जो परमाणु ऊर्जा और विकिरण (रेडिएशन) पर आधारित होते हैं, जैसे-अणु बम, परमाणु बम, मिसाइल आदि।
→ नरसंहार - किसी राज्य में सत्ता या अन्य पक्ष से असहमत लोगों को खुलेआम बड़ी संख्या में जान से मार दिया जाना 'नरसंहार' कहलाता है। कई बार विभिन्न समुदायों के बीच आपसी असहमति के मामले में भी 'नरसंहार' देखने को मिलते हैं।
→ संरचनात्मक हिंसा - विभिन्न सामाजिक समस्याओं जैसे-असमानता, भेदभाव, नस्लवाद इत्यादि के चलते होने वाली हिंसा 'संरचनात्मक हिंसा' कहलाती है। जैसे—जातिभेद, वर्गभेद, पितृसत्ता एवं साम्प्रदायिकता आदि।
→ औपनिवेशिक काल - 16वीं, 17वीं सदी से 19वीं, 20वीं सदी के मध्य का वह समय जब शक्तिशाली देशों द्वारा विभिन्न राष्ट्रों को अपना उपनिवेश बनाकर रखा गया था, 'औपनिवेशिक काल' कहलाता है।
→ नस्लवाद - समाज में जब एक जाति, वर्ग या समुदाय के लोगों द्वारा दूसरे जाति, वर्ग या समुदाय के लोगों के साथ उनकी जाति, वर्ग या समुदाय के आधार पर भेदभाव किया जाए तो इसे 'नस्लवाद' कहते हैं।
→ यूनिसेफ - 'यूनिसेफ' संयुक्त राष्ट्रसंघ की एक शाखा है। इसका पूरा नाम 'संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन' है। यह संगठन विश्व में शिक्षा व संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए कार्य करता है।
→ शान्तिवाद - शान्ति को बढ़ावा देने वाले विचारों को सामूहिक तौर पर 'शान्तिवाद' के नाम से जाना जाता है।
→ लोकतंत्रीकरण - विभिन्न राज्यों व समाजों में लोकतांत्रिक मूल्यों व सिद्धान्तों की स्थापना तथा प्रचार-प्रसार . करने की प्रक्रिया : लोकतंत्रीकरण' कहलाती है।
→ फ्रेडरिक नीत्शे - जर्मनी के दार्शनिक, इन्होंने शान्ति को महत्वहीन बताया था। नीत्शे ने शान्ति की बजाय युद्धों को अधिक उपयोगी बताते हुए इनका गुणगान किया था। नीत्शे का मानना था कि सिर्फ संघर्ष ही सभ्यता का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
→ विल्फ्रेडो पैरेटो - इटली के प्रख्यात समाजशास्त्री, इनका मानना था कि अधिकांश समाजों में सक्षम और अपने लक्ष्यों को पाने के लिए शक्ति का प्रयोग करने वाले लोग ही 'शासक वर्ग' बनते हैं। पैरेटो ने इन लोगों का वर्णन 'शेर' के रूप में किया है।
→ गौतम बुद्ध - बौद्ध धर्म के संस्थापक, इन्होंने दुनिया को प्रेम व शान्ति का महान सन्देश दिया। उनका मानना था कि सभी बुरे कर्म मन के कारण उपजते हैं। यदि मन को परिवर्तित कर लिया जाए तो बुरे काम स्वतः समाप्त हो जाएँगे।
→ महात्मा गाँधी - भारतीय स्वाधीनता आन्दोलन के महापुरुष एवं शान्ति के महान प्रचारक, इन्होंने दुनिया को सत्य व अहिंसा जैसी धारणाओं का व्यावहारिक राजनीति में प्रयोग करके शान्ति का महान
सन्देश दिया।
→ खमेर रूज - 20वीं सदी में कम्बोडिया में सत्ता सँभालने वाला एक निर्दयी तानाशाह, इसका शासन दुनिया के सामने क्रांतिकारी हिंसा के नुकसानदेह बन जाने का प्रमुख उदाहरण था।
→ मार्टिन लूथर किंग जूनियर - 1950 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका में काले लोगों के लिए समान नागरिक अधिकारों के लिए आन्दोलन चलाने वाले अग्रणी नेता, ये गाँधी जी के विचारों से बहुत प्रभावित थे।
→ एडोल्फ हिटलर - 20वीं सदी का जर्मनी का तानाशाह शासक, हिटलर ने जर्मनी में नाजी लोगों की सर्वोच्चता स्थापित करने का भरपूर प्रयास किया। इन्होंने जर्मनी में बड़ी संख्या में यहूदियों का
कत्लेआम कराया।