Rajasthan Board RBSE Class 11 Home Science Important Questions Chapter 4 संसाधन प्रबंधन Important Questions and Answers.
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I. बहुचयनात्मक प्रश्न
1. प्रतिदिन विभिन्न कार्यकलाप को करने के लिए निम्न में से किसकी आवश्यकता होगी
(अ) समय
(ब) ऊर्जा
(स) धन
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(स) धन
2. निम्न में से भौतिक सामग्री कौनसी है
(अ) ज्ञान
(ब) क्षमता
(स) रुचि
(द) पेंसिल
उत्तर:
(द) पेंसिल
3. संसाधन वे नहीं होते हैं
(अ) जिनका हम किसी कार्यकलाप को करने में उपयोग करते हैं।
(ब) जो हमें लक्ष्य प्राप्ति में सहायता करते हैं।
(स) कोई ऐसी चीज जिसका उपयोग हम नहीं करते।
(द) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(स) कोई ऐसी चीज जिसका उपयोग हम नहीं करते।
4. मानव संसाधन की पहचान कीजिए।
(अ) धन
(ब) कौशल
(स) फर्नीचर
(द) खाद्य वस्तुएँ
उत्तर:
(ब) कौशल
5. निम्न में से गैर: मानव संसाधन है
(अ) धन
(ब) समय
(स) ऊर्जा
(द) ज्ञान
उत्तर:
(अ) धन
6. व्यक्तिगत संसाधन का उदाहरण है
(अ) जल
(ब) रोड
(स) स्कूल बैग
(द) वायु
उत्तर:
(स) स्कूल बैग
7. साझे संसाधन होते हैं
(अ) प्राकृतिक
(ब) सामुदायिक
(स) सभी के लिए
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी
8. संसाधनों की विशेषता है
(अ) उपयोगिता एवं सुलभता
(ब) विनिमेयता
(स) प्रबंधनीय
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी
II. रिक्त स्थान वाले प्रश्न
निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. प्रतिदिन हम विभिन्न ........ करते हैं।
2. समय, ऊर्जा, धनराशि, ज्ञान, रुचि, कौशल, सामग्री इत्यादि सब ............ हैं।
3. कोई भी चीज जिसका उपयोग हम नहीं करते, ............ नहीं है।
4. किसी भी कार्यकलाप को करने के लिए ............ प्रमुख होते हैं।
5. हमें याद रखना चाहिए कि ............ एक सीमित संसाधन है।
6. स्थान, फर्नीचर, कपड़े, स्टेशनरी, खाद्य वस्तुएँ इत्यादि कुछ .......... हैं।
उत्तर:
1. कार्यकलाप,
2. संसाधन,
3. संसाधन,
4. मानव संसाधन,
5. धन,
6. भौतिक संसाधन।
III. सत्य/असत्य वाले प्रश्न
निम्नलिखित कथनों में से सत्य/असत्य की पहचान कीजिए
1. संसाधन वे होते हैं जिनका हम किसी कार्यकलाप को करने में उपयोग करते हैं।
2. अपने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हम सभी का दायित्व है कि हम इनका उपयोग विवेकपूर्ण ढंग से करें।
3. प्रत्येक व्यक्ति को सामुदायिक संसाधनों का अधिकाधिक उपयोग करने का प्रयास करना चाहिए और इनके रख: रखाव की जिम्मेदारी सरकार पर छोड़ देनी चाहिए।
4. उपयोगिता का अर्थ है कि कोई संसाधन व्यक्ति की लक्ष्य प्राप्ति में कितना महत्वपूर्ण अथवा उपयोगी
5. यदि एक संसाधन उपलब्ध नहीं होता तो उसके स्थान पर दूसरे को प्रतिस्थापित नहीं किया जा सकता
6. संसाधनों के प्रबंधन का अर्थ है, उपलब्ध संसाधनों का अत्यधिक उपयोग करना।
उत्तर:
1. सत्य,
2. सत्य,
3. असत्य,
4. सत्य,
5. असत्य,
6. असत्य।
IV. मिलान करने वाले प्रश्न
निम्नलिखित समूह 'क' का समूह 'ख' से मिलान कीजिए
समूह 'क' |
समूह 'ख' |
1. भौतिक सामग्री |
(i) ज्ञान, कौशल, अभिवृत्ति आदि |
2. मानव संसाधन |
(ii) जहाँ चाह वहाँ राह |
3. साझे संसाधन |
(iii) नियंत्रण और मूल्यांकन |
4. उत्प्रेरण |
(iv) संसाधनों की उपलब्धता बदलती रहती है |
5. सुलभता |
(v) प्राकृतिक अथवा समुदाय आधारित |
6. प्रबंधन प्रक्रिया |
(vi) पेपर, पेन, पेंसिल, रंग आदि |
उत्तर:
समूह 'क' |
समूह 'ख' |
1. भौतिक सामग्री |
(vi) पेपर, पेन, पेंसिल, रंग आदि |
2. मानव संसाधन |
(i) ज्ञान, कौशल, अभिवृत्ति आदि |
3. साझे संसाधन |
(v) प्राकृतिक अथवा समुदाय आधारित |
4. उत्प्रेरण |
(ii) जहाँ चाह वहाँ राह |
5. सुलभता |
(iv) संसाधनों की उपलब्धता बदलती रहती है |
6. प्रबंधन प्रक्रिया |
(iii) नियंत्रण और मूल्यांकन |
V. अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
संसाधनों कोई एक वर्गीकरण बताइए।
उत्तर:
संसाधनों एक मुख्य वर्गीकरण निम्नलिखित हैं
प्रश्न 2.
चार मुख्य मानव संसाधनों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
चार मुख्य मानव संसाधन निम्नवत् हैं
प्रश्न 3.
चार मुख्य गैर: मानव व भौतिक सामग्री बताइए।
उत्तर:
चार मुख्य गैर: मानव एवं भौतिक सामग्री हैं
प्रश्न 4.
उत्प्रेरण से क्या अभिप्राय है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
उत्प्रेरण से तात्पर्य है कि किसी कार्य को करने के लिए कामगार को प्रेरित होना चाहिए और कार्य में उसकी रुचि होनी चाहिए।
प्रश्न 5.
समय के तीन आयामों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
समय के तीन आयाम निम्न हैं: कार्य का समय, कार्य न करने का समय, विश्राम और खाली समय।
प्रश्न 6.
संसाधनों की विशेषताओं को बिन्दु रूप में लिखिए।
उत्तर:
संसाधनों की विशेषताएँ हैं: उपयोगिता, सुलभता, विनिमेयता व प्रबंधनीय।
VI. लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
संसाधन का अर्थ प्रकट करते हुए स्पष्ट कीजिए कि ये किस प्रकार सहायक हैं?
उत्तर:
समय, ऊर्जा, धनराशि, ज्ञान, रुचि, कौशल, सामग्री इत्यादि सब संसाधन हैं। वे सब कुछ जिनका हम किसी कार्यकलाप को करने में उपयोग करते हैं, संसाधन ही होते हैं। ये हमें लक्ष्य प्राप्ति में सहायता करते
कोई ऐसी वस्तु जिसका उपयोग हम नहीं करते, वह हमारे लिए संसाधन नहीं है। उदाहरणत: घर में पड़ी साइकिल का उपयोग नहीं हो रहा है तो वह संसाधन नहीं है। लेकिन अगर उसे किसी को दे दिया जाए जो उसका उपयोग करे तो वह संसाधन हो सकती है।
प्रश्न 2.
संसाधनों को सूची द्वारा मानव एवं गैर: मानव रूपों में वर्गीकृत कीजिए।
उत्तर:
मानव और गैर: मानव संसाधनों को मुख्यतः निम्न प्रकार सूचीबद्ध किया जा सकता है
प्रश्न 3.
गैर: मानव संसाधन का परिचय दीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 4.
व्यक्तिगत और साझे संसाधन से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
व्यक्तिगत संसाधन: वे संसाधन है जो व्यक्ति के पास केवल निजी उपयोग के लिए उपलब्ध होते हैं। ये मानव या गैर: मानव संसाधन हो सकते हैं। आपका अपना कौशल, ज्ञान, समय, स्कूल बैग, आपके कपड़े आदि व्यक्तिगत संसाधन हैं।
साझे संसाधन: वे संसाधन जो समुदाय/सोसाइटी के अनेक सदस्यों के लिए उपलब्ध होते हैं, साझे संसाधन कहलाते हैं। साझे संसाधन प्राकृतिक अथवा समुदाय आधारित हो सकते हैं।
प्रश्न 5.
प्राकृतिक और सामुदायिक संसाधनों का अर्थ स्पष्ट करें।
उत्तर:
प्राकृतिक संसाधन: ये प्रकृति में उपलब्ध संसाधन होते हैं। जल, पहाड़, वायु इत्यादि प्राकृतिक संसाधन हैं। ये सभी के लिए उपलब्ध होते हैं। अपने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हमें इनका उपयोग विवेकपूर्ण ढंग से करना चाहिए।
सामुदायिक संसाधन: ये संसाधन किसी व्यक्ति को समुदाय/सोसाइटी के सदस्य के रूप में मिलते हैं। ये सामान्यतः सरकार द्वारा प्रदान किए जाते हैं। ये मानव अथवा गैर: मानव संसाधन हो सकते हैं। सरकारी अस्पताल की सेवाएँ, डॉक्टर, सड़कें, पार्क और डाकघर इत्यादि सामुदायिक संसाधन हैं।
प्रश्न 6.
संसाधनों के प्रबंधन को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
संसाधनों के प्रबंधन से तात्पर्य है: उपलब्ध संसाधनों का विवेकपूर्ण ढंग से समुचित एवं सर्वोत्तम उपयोग करना । जैसे: हमारे पास मौजूद 24 घंटों का प्रतिदिन समय: सारणी बनाकर लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु प्रत्येक घंटे के अनुसार उपयोग करना। संसाधनों के प्रबंधन में संसाधन प्रबंधन प्रक्रियाओं का कार्यान्वयन शामिल होता है, जिसमें नियोजन, आयोजन, कार्यान्वयन, नियन्त्रण और मूल्यांकन सम्मिलित होते हैं।
प्रश्न 7.
लक्ष्य की प्राप्ति हेतु प्रभावी ढंग से योजना निर्माण के लिए पूछे जाने वाले चार मूलभूत प्रश्न कौनसे हैं? सूचीबद्ध कीजिए।
उत्तर:
निम्नलिखित चार प्रश्नों के उत्तर से प्रभावी योजना निर्माण में सहायता मिलेगी
1. हमारी वर्तमान स्थिति क्या है?
इसमें वर्तमान स्थिति का निर्धारण करना शामिल होता है। इसके लिए यह विश्लेषण करना होता है कि आपके पास अभी क्या है और भविष्य में आप क्या पाना चाहेंगे।
2. हम कहाँ पहुँचना चाहते हैं?
इसमें वर्तमान और भावी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उन विशिष्ट उद्देश्यों अथवा लक्ष्यों का निर्धारण किया जाता है जिन्हें हम प्राप्त करना चाहते हैं।
3. अंतर (अंतराल)?
यह हमारी वर्तमान स्थिति और वांछित स्थिति के बीच का अंतर है। हमें हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उस अंतर को समाप्त करना है।
4. हम अपने वांछित उद्देश्यों को कैसे प्राप्त कर सकते हैं?
इस प्रश्न का उत्तर देने से आपको यह निर्णय करने में सहायता मिलेगी कि इस अंतर को कैसे समाप्त करना है। इसमें उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु योजना बनाना शामिल
प्रश्न 8.
नियोजन क्या है? इसके चरणों का उल्लेख करें।
उत्तर:
नियोजन: इससे हमें लक्ष्यों की प्राप्ति तक पहुंचने के मार्ग की कल्पना करने में सहायता मिलती है। दूसरे शब्दों में, नियोजन का अर्थ है उपलब्ध संसाधनों के उपयोग द्वारा निश्चित लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु, कार्रवाई करने के लिए योजना बनाना। नियोजन में कार्यविधि का चुनाव किया जाता है। नियोजन के निम्नलिखित चरण हैं
VII. निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
मानव संसाधन का विस्तृत विवेचन कीजिए।
उत्तर:
मानव के ज्ञान, अभिवृत्ति, कौशल, समय, ऊर्जा इत्यादि सभी मानव संसाधन हैं। किसी भी कार्यकलाप को करने के लिए मानव संसाधन प्रमुख होते हैं। इन संसाधनों को प्रशिक्षण और आत्मविकास के माध्यम से विकसित किया जा सकता है। उदाहरणतः किसी क्षेत्र एवं कार्य के संबंध में ज्ञान अर्जित किया जा सकता है, कौशल का विकास किया जा सकता है जिससे हमें अपने रुझान को विकसित करने में सहायता मिलेगी। मानव संसाधन के मूल तत्व निम्नवत् हैं
1. ज्ञान: ज्ञान का उपयोग व्यक्ति जीवन भर करता है और यह किसी भी कार्यकलाप को सफलतापूर्वक सम्पन्न करने की पहली आवश्यकता होती है। जैसे: एक अध्यापक जिसे अपने विषय का सम्पूर्ण ज्ञान न हो तो वह एक लोकप्रिय अध्यापक नहीं बन सकता। अतः व्यक्ति को जीवनपर्यन्त ज्ञान प्राप्त करते रहना चाहिए।
2. उत्प्रेरण एवं रुचि: इससे अभिप्राय है कि 'जहाँ चाह वहाँ राह' यानी कि किसी कार्य को करने के लिए करने वाले को प्रेरित होना चाहिए और उस कार्य में उसकी रुचि भी होनी चाहिए। उदाहरणतः यदि कोई विद्यार्थी किसी कार्य को करने या सीखने हेतु इच्छुक नहीं है तो वह निरंतर बहाने बनाता रहेगा और कार्य को पूरा नहीं करेगा। क्योंकि हम सभी अपनी प्रेरणा के अनुरूप ही नृत्य, पेंटिंग, कथा साहित्य पठन, कला, शिल्प और अन्य शौक पूरा करने का प्रयत्न करते हैं।
3. कौशल क्षमता एवं रुझान: हर व्यक्ति का एक विशेष क्षेत्र में रुझान होता है, वह हर क्षेत्र के कार्यकलापों को करने में समान कुशलता नहीं रखता है। हम अपने रुझान वाले क्षेत्रों में बेहतर ढंग से कार्यकलापों का निष्पादन कर सकते हैं। उदाहरणतः, अलग: अलग व्यक्तियों द्वारा बनाए गए अचार, चटनी व भोजन का स्वाद उनके कौशल के अनुसार भिन्न होगा। इसके अलावा, जो कौशल हममें न हों उन्हें भी प्रशिक्षण द्वारा सीखा जा सकता है।
4. समय: यह सभी के लिए समान रूप से उपलब्ध होता है। एक दिन में 24 घंटे होते हैं और प्रत्येक व्यक्ति इसे अपने तरीके से व्यतीत करता है। समय बीत जाने पर वापस नहीं आता, अतः यह बहुमूल्य संसाधन है। समय प्रबंधन अति आवश्यक होता है, हमें निरंतर योजना बनानी चाहिए और वांछित कार्य को पूर्ण करने हेतु समय का सदुपयोग करना चाहिए।
5. ऊर्जा: यह व्यक्तिगत वृद्धि और शारीरिक निष्पादन क्षमता को बनाए रखने के लिए अनिवार्य है। ऊर्जा का स्तर प्रत्येक व्यक्ति में उसके शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्थिति, व्यक्तित्व, आयु, पारिवारिक पृष्ठभूमि और उसके रहन: सहन के स्तर के अनुसार भिन्न: भिन्न होता है। ऊर्जा संरक्षण और इसके प्रभावी उपयोग के लिए व्यक्ति को कार्यकलाप के बारे में सावधानीपूर्वक विचार करना चाहिए और उसकी योजना बनानी चाहिए ताकि कार्य को सक्षमतापूर्वक पूर्ण किया जा सके।
प्रश्न 2.
संसाधन क्या है? इसकी विशेषताओं को रेखांकित कीजिए।
उत्तर:
पर्यावरण में उपलब्ध हर वह वस्तु संसाधन कहलाती है, जिसका उपयोग हम अपनी आवश्यकता के अनुरूप विभिन्न कार्यकलाप के सम्पादन हेतु करते हैं, ये वस्तुएँ हमें हमारे लक्ष्य की प्राप्ति में सहायता करती हैं। इस प्रकार प्रकृति में मौजूद कोई भी वस्तु तब संसाधन का रूप ले लेती है, जब व्यक्ति उसके लाभप्रद उपयोग को ज्ञात करता है और वह उक्त लाभ को प्राप्त करना प्रारंभ करता है।
संसाधनों की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं
1. उपयोगिता:
उपयोगिता, संसाधनों की अनिवार्य विशेषता है। उपयोगिता से अभिप्राय है कि कोई संसाधन व्यक्ति की लक्ष्य प्राप्ति में कितना महत्वपूर्ण अथवा उपयोगी है। कोई संसाधन उपयोगी है या नहीं, यह लक्ष्य और स्थिति पर निर्भर करता है। उदाहरणतः, गाय का गोबर वैसे तो व्यर्थ की वस्तु है, परन्तु इसका उपयोग ईंधन अथवा खाद के रूप में करने पर यह संसाधन बन जाता है।
2. सुलभता:
इसका अभिप्राय है: संसाधनों की उपलब्धता। कुछ संसाधन अन्य संसाधनों की तुलना में सरलता से उपलब्ध होते हैं, तो कुछ संसाधन अन्य लोगों की तुलना में कुछ लोगों के पास सरलता से उपलब्ध होते हैं। जबकि सभी संसाधनों की उपलब्धता समय के अनुसार बदलती रहती है। अत: कहा जा सकता है कि संसाधनों की सुलभता प्रत्येक व्यक्ति के अनुसार और समय: समय पर बदलती रहती है। उदाहरणतः संसाधन के रूप में 'धन' सभी के पास उपलब्ध रहता है। कुछ लोगों के पास तो अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु पर्याप्त धन रहता है जबकि अन्यों के पास सीमित मात्रा में ही होता है। उपलब्ध धन की मात्रा भी माह के प्रारंभ में कुछ तो अंत में कुछ और ही होती है।
3. विनिमेयता:
इसका अभिप्राय हैवैकल्पिक व्यवस्था होना। लगभग सभी संसाधनों के विकल्प या स्थानापन्न होते हैं। अगर किसी कारण एक संसाधन उपलब्ध न हो तो उसके स्थान पर दूसरे को प्रतिस्थापित किया जा सकता है। उदाहरणत: यदि आपकी स्कूल बस आपको लेने समय पर नहीं आती है, तो आप अपनी कार, स्कूटर अथवा सार्वजनिक परिवहन की मदद से स्कूल जा सकते हैं। इस प्रकार एक ही कार्य को कई संसाधनों द्वारा सम्पन्न किया जा सकता है।
4. प्रबंधनीय:
प्रबंधनीय का अभिप्राय है संसाधनों का प्रबंधन करना। लगभग सभी संसाधनों का प्रबंधन किया जा सकता है। चूंकि संसाधन सीमित होते हैं अत: इनका प्रबंधन उचित एवं प्रभावी ढंग से किया जाना चाहिए ताकि इनका इष्टतम उपयोग किया जा सके। संसाधनों का उपयोग इस प्रकार किया जाना चाहिए कि न्यूनतम संसाधनों के उपयोग से अधिकतम लाभ प्राप्त हों। उदाहरणतः, हमें वस्त्रों को धोने के लिए बाल्टी प्रयुक्त करनी चाहिए न कि उन्हें खुले नल से धोएँ, इससे जल की बचत होगी।