RBSE Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 5 जब जनता बगावत करती है (1857 और उसके बाद)

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 5 जब जनता बगावत करती है (1857 और उसके बाद) Textbook Exercise Questions and Answers.

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RBSE Class 8 Social Science Solutions History Chapter 5 जब जनता बगावत करती है (1857 और उसके बाद)

RBSE Class 8 Social Science जब जनता बगावत करती है (1857 और उसके बाद) InText Questions and Answers

गतिविधि (पृष्ठ 52) 

प्रश्न 1. 
कल्पना कीजिए कि आप कम्पनी की सेना में सिपाही हैं। आप नहीं चाहते कि आपका भतीजा कम्पनी की फौज में नौकरी करे। आप उसे क्या कारण बतायेंगे? 
उत्तर:
कम्पनी की फौज में नौकरी न करने हेतु हम उसे निम्न कारण बतायेंगे-

  • कम्पनी द्वारा दिये जा रहे वेतन-भत्ते बहुत कम हैं। 
  • सेवा शर्ते बहुत कठिन हैं। 
  • कम्पनी के नियम तथा कार्य हमारी धार्मिक भावनाओं तथा आस्था को ठेस पहुँचाते हैं। 
  • भारतीय सिपाहियों के साथ भेदभाव किया जाता है।

गतिविधि (पृष्ठ 55) 

प्रश्न 1. 
सीताराम और विष्णुभट्ट के मुताबिक लोगों के दिमाग में मुख्य चिन्ताएँ कौनसी थीं?
उत्तर:

  • सीताराम के अनुसार-मुख्यतः अवध को अंग्रेजों द्वारा हड़प लिए जाने के कारण ही लोग तथा सिपाही नाराज थे। यह खबर कि बन्दूक के कारतूस में गाय एवं सूअर की चर्बी का उपयोग हुआ है, भी सैनिकों के दिमाग में चिन्ता पैदा कर रही थी। 
  • विष्णुभट्ट के अनुसार-लोगों के दिमाग में मुख्य चिन्ता इस बात को लेकर थी कि अंग्रेजों ने हिन्दुओं एवं मुसलमानों का धर्म-भ्रष्ट कर उन्हें ईसाई बनाने की तैयारी कर ली थी। 

प्रश्न 2. 
उनकी राय में शासकों ने क्या भूमिका निभाई? सिपाही क्या भूमिका निभाते दिखाई दे रहे थे? 
उत्तर:
(1) शासक-शासक लोग सिपाहियों को अंग्रेजों के विरुद्ध भड़का रहे थे तथा उन्हें विद्रोह करने के लिए प्रेरित कर रहे थे। इसके लिए वे कई झूठी बातें तथा वायदे किया करते थे ताकि किसी तरह सिपाहियों को उनकी बात का यकीन हो जाए। 

(2) सिपाही-दूसरी तरफ सिपाही लोग भी दूसरे बटालियनों के सिपाहियों तक यह खबर पहुँचाने में लगे हुए थे कि अंग्रेज किस तरह हमारे धार्मिक मामलों में दखल कर रहे हैं। वे अपने प्राणों की रक्षा के लिए अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह की योजनाएँ बनाने में लगे हुए थे।

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गतिविधि (पृष्ठ 58) 

प्रश्न 1. 
मुगल सम्राट विद्रोहियों का समर्थन करने के लिए क्यों तैयार हुए? 
उत्तर:
मेरठ पर कब्जा करने के पश्चात् वहाँ के सिपाही दिल्ली की ओर बढ़े। दिल्ली रेजीमेंट के सिपाहियों ने भी विद्रोह कर दिया तथा अपने अफसरों की हत्या कर दी। ये सभी सिपाही लालकिला पहुँच कर जबरन महल में घुस गये तथा बहादुरशाह जफर को उन्होंने अपना नेता घोषित कर दिया। ऐसी स्थिति में अनिच्छा के बावजूद मुगल सम्राट बहादुरशाह जफर को विद्रोहियों का समर्थन करने के लिए तैयार होना पड़ा। 

प्रश्न 2. 
सिपाहियों के प्रस्ताव को मानने से पहले उन्होंने हालात का जो हिसाब लगाया होगा उसके बारे में एक अनुच्छेद लिखें। 
उत्तर:

  • बहादुरशाह जानता था कि वह बूढा होने के कारण विद्रोहियों को नेतृत्व प्रदान करने में असमर्थ था। 
  • वह अंग्रेजों की भारी ताकत से पूरी तरह वाकिफ था। 
  • उसे यह भी पता था कि उसके समर्थन की कीमत क्या है। उसे पता था कि सिपाहियों के दिलों में चिंगारी भरी हुई है तथा उसकी आरम्भिक विजय का अर्थ क्या है? 
  • उसने इस आधार पर यह सोचा होगा कि अब कम्पनी के भारतीय सिपाही उठ खड़े होंगे। यदि उन्हें एक सही नेतृत्व मिल जाए तो अभी मौका है कि वे अंग्रेजों को निकाल बाहर करेंगे।
  • वह जानता था कि वे रियासतें जिनकी सत्ता छीन ली गई है, निश्चित रूप से विद्रोहियों का साथ देंगी। इस प्रकार सभी हालात का अनुमान लगाकर उसने सिपाहियों के प्रस्ताव को माना होगा। 

गतिविधि (पृष्ठ 59) 

प्रश्न 1.
उन स्थानों की सूची बनाएँ जहाँ 1857 के मई, जून और जुलाई महीनों में विद्रोह हुए। 
उत्तर:
मई, 1857 - मेरठ, दिल्ली, नसीराबाद। 
जून, 1857 - लखनऊ, झांसी, कानपुर, नीमच। 
जुलाई, 1857 - दानापुर।

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फिर से याद करें-

प्रश्न 1. 
झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की अंग्रेजों से ऐसी क्या माँग थी जिसे अंग्रेजों ने ठुकरा दिया? 
उत्तर:
रानी लक्ष्मीबाई चाहती थी कि कम्पनी उसके पति की मृत्यु के बाद गोद लिए गए बेटे को उसके राज्य का वैध उत्तराधिकारी मान ले किन्तु अंग्रेजों ने इसे ठुकरा दिया। 

प्रश्न 2. 
ईसाई धर्म अपनाने वालों के हितों की रक्षा के लिए अंग्रेजों ने क्या किया? 
उत्तर:
ऐसे भारतीय जिन्होंने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया था उनके हितों की रक्षा के लिए अंग्रेजों ने 1850 में एक नया कानून बनाया जिसके अनुसार उन्हें अपने पूर्वजों की सम्पत्ति प्राप्त करने का अधिकार दे दिया गया। 

प्रश्न 3. 
सिपाहियों को नए कारतूसों पर क्यों ऐतराज था? 
उत्तर:
बन्दूक में कारतूस लगाने के लिए उसके ऊपर लगी एक पट्टी को दाँत से काटना पड़ता था। ऐसी खबर थी कि उस पट्टी को बनाने में गाय एवं सूअर की चर्बी का इस्तेमाल किया गया है। ऐसी चीजों के उपयोग से हिन्दू एवं मुसलमान सिपाहियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचती थी। अतः उन्हें कारतूसों पर ऐतराज था। 

प्रश्न 4. 
अन्तिम मुगल बादशाह ने अपने आखिरी साल किस तरह बिताए? 
उत्तर:
अन्तिम मुगल बादशाह बहादुरशाह जफर ने अपने अन्तिम दिन रंगून (आधुनिक म्यांमार की राजधानी) की जेल में बिताये। यहीं पर 1862 में उनकी मृत्यु हो गई। 

RBSE Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 5 जब जनता बगावत करती है (1857 और उसके बाद)

आइए विचार करें-

प्रश्न 5. 
मई, 1857 से पहले भारत में अपनी स्थिति को लेकर अंग्रेज शासकों के आत्मविश्वास के क्या कारण थे? 
उत्तर:

  • अंग्रेजों को अपनी श्रेष्ठता तथा सैनिक ताकत पर विश्वास था।
  • अंग्रेजों की सोच थी कि भारतीय सिपाही उनके विश्वसनीय हैं। उन्हीं के बल पर उन्होंने इतना बड़ा साम्राज्य खड़ा किया था।
  • वे जानते थे कि कई स्थानीय जमींदार एवं राजा उनके शासन का समर्थन करते हैं। 
  • 1857 से पहले उन्होंने इन्हीं सैनिकों की सहायता से कई लड़ाइयाँ जीती थीं तथा कई बड़े विद्रोहों को कुचला था। अतः वे भारत में अपनी स्थिति को लेकर आत्मविश्वास से भरे हुए थे। 

प्रश्न 6. 
बहादुरशाह जफर द्वारा विद्रोहियों को समर्थन दे देने से जनता और राज-परिवारों पर क्या असर पड़ा? 
उत्तर:
(1) आम जनता बहादुरशाह जफर द्वारा विद्रोहियों को अपना समर्थन दिए जाने से बहुत उत्साहित हुई। इससे उनमें आशा का संचार हुआ। वे सोचने लगे कि अब शायद अत्याचारी एवं शोषक अंग्रेजी सत्ता को उखाड़ फेंका जा सकेगा। 

(2) विभिन्न ब्रिटिश नीतियों के कारण कई राज-परिवारों को अपनी सत्ता गंवानी पड़ी थी। वे इस खबर से बहुत खुश हुए। उन्होंने भी विद्रोहियों को समर्थन दिया। वे अब सोचने लगे थे कि अगर मुगल बादशाह पुनः शासन स्थापित कर लें तो वे मुगल आधिपत्य में दोबारा अपने इलाकों का शासन बेफिक्र होकर चलाने लगेंगे। 

प्रश्न 7. 
अवध के बागी भूस्वामियों से समर्पण करवाने के लिए अंग्रेजों ने क्या किया? 
उत्तर:

  • अंग्रेजों ने कई भूस्वामियों, राजाओं तथा नवाबों पर मुकदमे चलाए तथा उन्हें फाँसी दे दी। 
  • अंग्रेजों ने वफादार भूस्वामियों के लिए इनामों की घोषणा की। 
  • अंग्रेजों ने घोषणा की कि जो भूस्वामी ब्रिटिश राज के प्रति स्वामि-भक्त बने रहेंगे, उन्हें अपनी जमीन पर पारम्परिक अधिकार का उपभोग करने की स्वतन्त्रता बनी रहेगी। 
  • जिन भूस्वामियों ने विद्रोह किया था, उनसे कहा गया कि यदि उन्होंने किसी अंग्रेज की हत्या न की हो और वे आत्मसमर्पण करना चाहते हों तो उनकी सुरक्षा की गारण्टी दी जाएगी तथा जमीन पर उनके दावे तथा अधिकार का विरोध नहीं किया जाएगा। 

RBSE Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 5 जब जनता बगावत करती है (1857 और उसके बाद)

प्रश्न 8. 
1857 की बगावत के फलस्वरूप अंग्रेजों ने अपनी नीतियाँ किस तरह बदलीं? 
उत्तर:

  • ब्रिटिश संसद ने 1858 में एक कानून पारित किया जिसके द्वारा ईस्ट इण्डिया कम्पनी के सभी अधिकार ब्रिटिश सरकार के हाथ में आ गये। इस प्रकार ब्रिटिश सरकार का भारत पर प्रत्यक्ष नियन्त्रण हो गया।
  • शासकों को उनके क्षेत्र पर शासन करने के अधिकार को सुनिश्चित किया गया। 
  • उत्तराधिकारी के रूप में पुत्र को गोद लेने की प्रथा को मंजूरी दी गई। 
  • ब्रिटिश सेना में भारतीय सिपाहियों के अनुपात को कम कर दिया गया, जबकि यूरोपीय सिपाहियों के अनुपात को बढाया गया। 
  • सेना में गोरखा, सिख एवं पठानों के अनुपात को बढ़ाया गया। 
  • मुसलमानों की जमीन व सम्पत्ति बड़े पैमाने पर जब्त की गई। उन्हें सन्देह एवं शत्रु की दृष्टि से देखा जाने लगा। 
  • अंग्रेजों ने भारतीय रिवाज, धर्म तथा सामाजिक प्रथाओं का सम्मान करने का फैसला किया। 
  • जमींदार एवं भूस्वामियों तथा जमीन पर उनके अधिकारों को सुरक्षित करने वाली नीतियाँ अपनाई गईं।
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Last Updated on May 31, 2022, 3:02 p.m.
Published May 30, 2022