RBSE Solutions for Class 7 Social Science Civics Chapter 6 संचार माध्यमों को समझना

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 7 Social Science Civics Chapter 6 संचार माध्यमों को समझना Textbook Exercise Questions and Answers.

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RBSE Class 7 Social Science Solutions Civics Chapter 6 संचार माध्यमों को समझना

RBSE Class 7 Social Science संचार माध्यमों को समझना InText Questions and Answers

पृष्ठ संख्या 71

प्रश्न 1. 
पृष्ठ 70 (पाठ्यपुस्तक) पर दिए गए कोलाज में से संचार माध्यमों के छह अलग-अलग प्रकारों को छाँटिए। 
उत्तर:

  • रेडियो, 
  • टी.वी., 
  • अखबार, 
  • इन्टरनेट, 
  • पत्रिकाएँ, 
  • सी.डी. प्लेयर, 
  • कम्प्यूटर। 

प्रश्न 2. 
आपके पड़ोस में कितने लोग इण्टरनेट का प्रयोग करते हैं? 
उत्तर:
हमारे पड़ोस में लगभग प्रत्येक व्यक्ति या तो कम्प्यूटर पर या मोबाइल पर इण्टरनेट का प्रयोग करता है। 

प्रश्न 3. 
ऐसी तीन चीजों की सूची बनाइए, जो संसार के किन्हीं अन्य भागों से संबंधित हैं और जिनके बारे में टेलीविजन देखकर जाना है? 
उत्तर:

  • जापान और इण्डोनेशिया में सुनामी। 
  • नेपाल में भूकम्प। 
  • उत्तर कोरिया का परमाणु परीक्षण। 

पृष्ठ संख्या 72

प्रश्न 1. 
अपने प्रिय टी.वी. कार्यक्रम के दौरान विज्ञापित होने वाली तीन चीजों की सूची बनाइए। 
उत्तर:

  • वाशिंग पाउडर, 
  • स्वास्थ्यवर्द्धक पेय, 
  • साबुन।

RBSE Solutions for Class 7 Social Science Civics Chapter 6 संचार माध्यमों को समझना

पृष्ठ संख्या 74 

प्रश्न 1. 
क्या दोनों समाचार-पत्रों में दिया गया उपर्युक्त विवरण (पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 74 पर दिया गया) एक जैसा है? आपके विचार से इनमें क्या-क्या समानताएँ और अन्तर हैं? 
उत्तर:
दोनों समाचार पत्रों में दिया गया विवरण अलगअलग है। हमारे विचार से इन दोनों में यह समानता है कि दोनों सरकार के प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के बंद करने के सरकारी निर्णय के प्रभावों का वर्णन कर रहे हैं। लेकिन दोनों में अन्तर यह है कि जहाँ 'न्यूज ऑफ इण्डिया' की रिपोर्ट यह बता रही है कि सरकार का यह निर्णय लोकहितकारी है क्योंकि उनकी इकाइयाँ गैर कानूनी हैं तथा इकाइयों के बंद होने से शहर में प्रदूषण का स्तर काफी कम हो जाएगा। प्रदूषण फैलाने वाले कारखानों को हटाया ही जाना चाहिए तथा विरोध करने के स्थान पर कारखानों के मालिकों व कामगारों को पुनर्स्थापन का प्रस्ताव स्वीकार कर लेना चाहिए। 

दूसरी तरफ 'डेली न्यूज सर्विस' की रिपोर्ट में इस बात पर बल दिया गया है कि शहर के आवासीय क्षेत्र में एक लाख कारखानों के बंद होने से लोगों की रोजी-रोटी छिन जाएगी। इसके अतिरिक्त उनके पुनर्स्थापन के लिए पर्याप्त प्रयत्न नहीं किए गए हैं। उनके पुनर्स्थापन हेतु जो क्षेत्र दिया गया है वहाँ कोई विकास कार्य नहीं कराया गया है। 

पृष्ठ संख्या 75

प्रश्न 1. 
क्या आप ऐसा सोचते हैं कि किसी विषय के दोनों पक्षों को जानना महत्त्वपूर्ण है? क्यों? 
उत्तर:
एक संतुलित रिपोर्ट तैयार करने के लिए किसी विषय के दोनों पक्षों को जानना महत्त्वपूर्ण है। 

प्रश्न 2. 
मान लीजिए कि आप किसी समाचारपत्र के पत्रकार हैं, अब आप उपर्युक्त दोनों विवरणों से एक संतुलित रिपोर्ट तैयार कीजिए।उत्तर:
कारखाना मालिक और मजदूर. सरकार के प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के बंद करने के निर्णय का विरोध कर रहे हैं। उनके हिंसात्मक विरोध ने आज शहर की गतिविधियों को अवरुद्ध कर दिया है। 

सरकार के इस निर्णय के सम्बन्ध में दो प्रकार के मत सामने आए हैं। एक मत सरकार के निर्णय का पक्षधर है। इसके अनुसार यद्यपि सरकार ने यह निर्णय जल्दबाजी में लिया है तथापि कारखाना मालिकों को पहले से ही ज्ञात था कि उनकी इकाइयाँ गैर कानूनी हैं। दूसरे, प्रदूषण फैलाने वाले कारखानों को शहर के मध्य से हटाया जाना आवश्यक है क्योंकि इनके हटने से शहर का प्रदूषण स्तर कम हो जाएगा। दूसरा पक्ष, कारखाना मालिकों और मजदूरों का है। उनका कहना है कि प्रथमतः कारखानों के बंद होने से उनकी रोजी-रोटी छिन जाएगी। दूसरे, नगर निगम आवासीय क्षेत्रों में लगातार नए कारखाने लगाने के लिए लाइसेंस देता रहा है। तीसरे, उनके पुनर्स्थापन के लिए पर्याप्त प्रयत्न नहीं किए गए हैं। पुनर्स्थापन हेतु जिस प्रकार के क्षेत्र वह उन्हें दे रही है, वहाँ किसी प्रकार की सुविधा नहीं है, पिछले पाँच वर्षों में वहाँ कोई विकास कार्य नहीं हुआ है।

पृष्ठ संख्या 77

प्रश्न 1. 
संचार माध्यमों के द्वारा एजेण्डा तय करते हुए झोंपड़पट्टियों के स्थान पर फैशन वीक की खबर देने से क्या नतीजा निकलता है? 
उत्तर:
जैसे ही संचार माध्यमों द्वारा फैशन वीक की खबर देने का एजेण्डा तय कर दिया जाता है, तो समाचारपत्र मुंबई क्षेत्र की झोंपड़पट्टियों के तोड़े जाने की खबर को नजरअंदाज कर देते हैं। झोंपड़पट्टी के लोगों की समस्याओं व उनके कष्टों के समाचार को अन्य किसी समाचार पत्र में भी नहीं दिया जाता है। 

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प्रश्न 2. 
क्या आप किसी ऐसे विषय के बारे में जानते हैं जो आपको इसलिए महत्त्वपूर्ण नहीं लगा क्योंकि संचार माध्यमों में उसे दिखाया नहीं गया था? 
उत्तर:
शहर में बढ़ती बेरोजगारी तथा अपराधों की समस्या को संचार माध्यमों द्वारा न दिखाये जाने से मुझे यह विषय महत्त्वपूर्ण नहीं लगा।

RBSE Class 7 Social Science संचार माध्यमों को समझना Textbook Questions and Answers 

प्रश्न 1. 
प्रजातंत्र में संचार माध्यम किस प्रकार महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं? 
उत्तर:
प्रजातंत्र में संचार माध्यम महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि-

  • इनसे हमें सरकार के कार्यों के बारे में जानकारी मिलती है। 
  • संचार माध्यम ही यह निश्चित करते हैं कि किन बातों पर जनता का ध्यान केन्द्रित किया जाना है। इस प्रकार वे जनमत निर्माण का एक सशक्त माध्यम हैं। 
  • यह देश और विदेश से संबंधित अनेक मुद्दों तथा समस्याओं के बारे में लोगों को सूचित करता है। 
  • यह सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों की आलोचना करके एवं उनमें खामियाँ बताकर सरकार की कार्यप्रणाली को नियंत्रित करता है। 
  • यह लोगों में सरकार की नीतियों को लोकप्रिय बनाता है। 

प्रश्न 2. 
क्या आप इस रेखाचित्र को एक शीर्षक दे सकते हैं? इस रेखाचित्र से आप संचार माध्यम और.बड़े व्यापार के सम्बन्ध के बारे में क्या समझ पा रहे हैं? (रेखाचित्र के लिए देखें पाठ्यपुस्तक पृष्ठ-79 पर) 
उत्तर:
शीर्षक- संचार माध्यम और बड़े
व्यापारिक प्रतिष्ठान गठबंधन 
संचार माध्यम और बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों के मध्य सम्बन्ध-

  • अधिकांश टी.वी. चैनल और समाचार पत्र प्रायः किसी न किसी बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान द्वारा संचालित किये गए होते हैं क्योंकि संचार माध्यमों के संचालन के लिए अधिक धन की आवश्यकता होती है। 
  • जनसंचार माध्यम मीडिया संचालन के खर्च को वहन करने के लिए अधिक से अधिक विज्ञापन देते हैं। साथ ही अपने उत्पादों का भी विज्ञापन देते हैं। 
  • विज्ञापनों से प्रभावित होकर इनके उत्पादों की बिक्री बढ़ती है जिससे व्यापारिक प्रतिष्ठान अधिक धन कमाते हैं। इस प्रकार बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान संचार माध्यमों द्वारा दर्शक/ श्रोता/पाठक वर्ग को मानसिक तथा आर्थिक रूप अपने हितों के लिए शोषित करते हैं। 

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प्रश्न 3. 
आप पढ़ चुके हैं कि संचार माध्यम किस प्रकार एजेंडा बनाते हैं। इनका प्रजातंत्र में क्या प्रभाव पड़ता है? अपने विचारों के पक्ष में दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
प्रजातंत्र के नागरिक के रूप में हमारे जीवन में संचार माध्यम बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि संचार माध्यमों के द्वारा ही हम सरकार के कामों से संबंधित विषयों के बारे में सुनते हैं। संचार माध्यम निश्चित करते हैं कि किन बातों पर ध्यान केन्द्रित करना है और इस तरह वह एजेण्डा निश्चित कर देते हैं। इसका प्रजातंत्र में जनमत निर्माण में प्रभाव पड़ता है। जिन घटनाओं पर मीडिया ध्यान केन्द्रित करता है, उनके सम्बन्ध में ही नागरिक जागरूक होते हैं और अपने अभिमत का निर्माण करते हैं। उदाहरण के लिए-
(1) हाल ही में संचार माध्यमों ने कोला पेयों में कीटनाशकों का स्तर खतरे के स्तर तक बढ़े हुए होने की ओर हमारा ध्यान आकर्षित किया था और कहा कि कोला पीना सुरक्षित नहीं है। इस प्रकार संचार माध्यमों ने इस विषय पर हमारा ध्यान केन्द्रित कर सरकार की कोला नीति के सम्बन्ध में हमारी राय का निर्माण किया। 

(2) इसी प्रकार वस्त्रों का नया रूपाकार देने वाले डिजायनरों ने 'फैशन वीक' में धनवानों के समक्ष अपने नए वस्त्र प्रदर्शित करके सभी समाचार पत्रों के मुख पृष्ठ पर स्थान पा लिया, जबकि उसी सप्ताह मुंबई में अनेक झोंपड़पट्टियों को गिरा दिया गया, पर किसी ने इस पर जरा सा भी ध्यान नहीं दिया। 

प्रश्न 4. 
कक्षा परियोजना के रूप में समाचार पत्रों में से कोई एक शीर्षक चुनकर उस पर ध्यान केन्द्रित कीजिए और अन्य समाचार-पत्रों में से उससे संबंधित विवरण छाँटिए। दूरदर्शन समाचार पर भी इस विषय पर प्रसारित सामग्री देखिए। दो समाचारपत्रों के विवरण की तुलना करके उनमें समानता और भिन्नता की रिपोर्ट लिखिए। निम्नलिखित प्रश्न पूछना सहायक हो सकता है-
(क) इस लेख में क्या जानकारी दी जा रही है? 
(ख) कौनसी जानकारी इसमें छोड़ दी गई है?
(ग) यह लेख किसके दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर लिखा गया है? 
(घ) किसके दृष्टिकोण को छोड़ दिया गया है और क्यों? 
उत्तर:
इस कार्य को विद्यार्थी अपने सहपाठियों एवं विषय अध्यापक की सहायता से कीजिए।

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Last Updated on June 16, 2022, 11:24 a.m.
Published June 15, 2022