Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 7 Science Chapter 1 पादपों में पोषण Textbook Exercise Questions and Answers.
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प्रश्न 1.
पादप अपना भोजन किस प्रकार बनाते हैं?
उत्तर:
पादप सूर्य के प्रकाश एवं क्लोरोफिल की उपस्थिति में, भूमि से प्राप्त जल एवं खनिज तथा वायुमंडल से प्राप्त कार्बन डाई - ऑक्साइड की सहायता से अपना भोजन बनाते हैं। भोजन निर्माण का कार्य मुख्यत: पादपों की हरी पत्तियों में होता है।
प्रश्न 2.
पादपों की तरह हमारा शरीर भी कार्बन डाईऑक्साइड, जल एवं खनिज से अपना भोजन स्वयं क्यों नहीं बना सकता?
उत्तर:
पादपों की तरह हमारा शरीर भी कार्बन डाईऑक्साइड, जल एवं खनिज से अपना भोजन स्वयं नहीं बना सकता क्योंकि हमारे शरीर में क्लोरोफिल नामक हरा वर्णक नहीं पाया जाता है।
प्रश्न 3.
जड़ द्वारा अवशोषित जल एवं खनिज पत्ती तक किस प्रकार पहुँचते हैं?
उत्तर:
जड़ द्वारा अवशोषित जल एवं खनिज पत्ती तक वाहिकाओं द्वारा पहुंचते हैं। ये वाहिकाएँ नाली के समान होती हैं और जड़, तना, शाखाओं एवं पत्तियों तक फैली होती हैं। पोषकों को पत्तियों तक पहुँचाने के लिए ये वाहिकाएं एक सतत मार्ग बनाती हैं।
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प्रश्न 4.
पत्तियों में ऐसी क्या विशेषता है कि वे खाद्य पदार्थों का संश्लेषण कर सकती है परन्तु पादप के दूसरे भाग नहीं?
उत्तर:
पादपों के दूसरे भागों की तुलना में पत्तियों में एक हरा वर्णक 'क्लोरोफिल' पाया जाता है, जो खाद्य पदार्थों के संश्लेषण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रश्न 5.
कुछ पादपों की पत्तियाँ गहरी लाल, बैंगनी अथवा भूरे रंग की होती हैं। क्या इन पत्तियों में भी प्रकाश संश्लेषण होता है?
उत्तर:
हाँ, इन पत्तियों में भी प्रकाश संश्लेषण होता है, क्योंकि इनमें भी क्लोरोफिल होता है। परन्तु इन पत्तियों में उपस्थित लाल, बैंगनी, भूरे अथवा अन्य वर्णक (रंग) क्लोरोफिल के हरे रंग को ढक लेते हैं।
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प्रश्न 6.
क्या हमारा रक्त चूसने वाले मच्छर, खटमल, जूं एवं जोंक जैसे जीव भी परजीवी हैं?
उत्तर:
हमारा रक्त चूसने वाले जूं एवं जोंक परजीवी हैं, परन्तु मच्छर एवं खटमल परजीवी नहीं है, क्योंकि ये पोषण के लिए नहीं, बल्कि अपने अंडों को सेने के लिए रक्त चूसते हैं।
प्रश्न 7.
यदि घटपर्णी हरा होता है और प्रकाश संश्लेषण संपादित करता है, तो यह कीटों का भक्षण क्यों करता है?
उत्तर:
घटपर्णी पादपों को अपनी आवश्यकतानुसार मृदा से सभी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं, इसलिए ये पादप कोयें का भक्षण करते हैं।
प्रश्न 8.
मृतजीवी अपना भोजन किस प्रकार प्राप्त करते हैं?
उत्तर:
मृतजीवी मृत एवं विघटनकारी (सड़ने वाली) वस्तुओं की सतह पर कुछ पाचक रसों का लाव करते हैं, जिससे वे बिलयन रूप में बदल जाते हैं। इसके बाद वे इस विलयन का ही भोजन के रूप में अवशोषण करते हैं।
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प्रश्न 9.
वर्षा ऋतु में कवक अचानक कैसे प्रकट हो जाते हैं?
उत्तर:
सामान्यतः कवकों के बीजाणु वायु में उपस्थित होते हैं। जब वे किसी ऐसे जैव पदार्थ अथवा उत्पाद पर बैठते हैं, जो नम एवं उष्ण हों, तो वे अंकुरित होकर नए कवक को जन्म देते हैं। इसी कारण कवकों की वृद्धि के लिए वर्षा ऋतु सबसे अच्छी परिस्थितियाँ प्रदान करती है। वर्षा ऋतु में अनेक वस्तुएं कवकों की वृद्धि के कारण नष्ट अथवा अनुपयोगी हो जाती हैं।
प्रश्न 10.
क्या कवक रोगकारक भी होते हैं?
उत्तर:
हाँ, कुछ कवक रोगकारक होते हैं। इनसे त्वचा रोग, आंत रोग आदि हो सकते हैं। परन्तु कुछ कषकों का उपयोग औषधि निर्माण में भी किया जाता है।
प्रश्न 1.
जीवों को खाद्य की आवश्यकता क्यों होती है?
उत्तर:
सभी जीवों को खाद्य की आवश्यकता निम्नलिखित कार्यों के लिए होती है:
(i) शरीर के निर्माण के लिए
(ii) शरीर की वृद्धि के लिए
(iii) क्षतिग्रस्त भागों के रखरखाव के लिए, तथा
(iv) विभिन्न जैव प्रक्रमों के लिए आवश्यक ऊर्जा प्राप्ति के लिए।
प्रश्न 2.
परजीवी एवं मृतजीवी में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
परजीवी |
मृतजीवी |
(i) ये अपना भोजन सजीवें से प्राप्त करते हैं। |
(i) ये अपना भोजन मृत एवं विघटनकारी (सड़ीगली) वस्तुओं से प्राप्त करते हैं। |
(ii) ये सामान्यत: परपोषी के ऊपर या भीतर रहते है। |
(ii) ये हमेशा मृत एवं सड़ी गली वस्तुओं के ऊपर रहते हैं। |
(iii) अमरबेल, जोंक, जूं जैसे पादप एवं जीव परजीवी के प्रमुख उदाहरण है। |
(iii) छत्रक (मशरूम), कवक आदि मृतजीवी के उदाहरण हैं। |
प्रश्न 3.
आप पत्ती में मंड (स्टार्च) की उपस्थिति का परीक्षण कैसे करेंगे?
उत्तर:
मंड (स्टार्च) का परीक्षण-पत्तियों पर आयोडीन विलयन की कुछ बूंदें डालकर हम मंड (स्टार्च) की उपस्थिति का परीक्षण कर सकते हैं। जब पत्तियों पर आयोडीन के तनु विलयन की कुछ बूंदें डालते हैं, तब आयोडीन के मंड के सम्पर्क में आने पर, उस स्थान का रंग गहरा नीला हो जाता है। इस प्रकार पत्ती में मंड (स्यर्च) की उपस्थिति का परीक्षण कर लेते हैं।
प्रश्न 4.
हरे पादपों में खाद्य संश्लेषण प्रक्रम का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
उत्तर:
हरे पादपों में खाद्य संश्लेषण प्रक्रम: हरे पादपों में खाद्य संश्लेषण प्रक्रम प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा संपन्न होता है। प्रकाश संश्लेषण के दौरान पत्ती की क्लोरोफिल युक्त कोशिकाएँ सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में, कार्बन डाई ऑक्साइड और जल से कार्बोहाइड्रेट का संश्लेषण करती हैं। इस प्रक्रिया को निम्न समीकरण द्वारा दर्शा सकते हैं।
कार्बन डाई -
इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन निर्मुक्त होती है। कार्बोहाइड्रेट अंत में मंड (स्टार्च) में परिवर्तित हो जाते हैं। पत्ती में स्टार्च की उपस्थिति प्रकाश संश्लेषण प्रक्रम का संपन्न होना दर्शाता है। स्यर्च भी एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट ही होता है।
प्रश्न 5.
किसी प्रवाह चित्र की सहायता से दांइए कि पादप भोजन के मूलभूत स्रोत हैं?
उत्तर:
प्रवाह चित्र: पादप भोजन का मूलभूत स्रोत है।
प्रश्न 6.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
(क) क्योंकि हरे पादप अपना खाद्य स्वयं बनाते हैं, इसलिए उन्हें ......................... कहते हैं।
(ख) पादपों द्वारा संश्लेषित खाद्य का भंडारण ......................... के रूप में किया जाता है।
(ग) प्रकाश संश्लेषण के प्रक्रम में जिस वर्णक द्वारा सौर कर्जा संग्रहित की जाती है, उसे ......................... कहते हैं।
(घ) प्रकाश संश्लेषण में पादप वायुमंडल से लेते हैं तथा ......................... का उत्पादन करते हैं।
उत्तर:
(क) स्वपोषी
(ख) मंड (स्टार्च)
(ग) क्लोरोफिल
(घ) कार्बन डाई - ऑक्साइड, ऑक्सीजन।
प्रश्न 7.
निम्न कथनों से संबद्ध पारिभाषिक शब्द बताइए:
(क) पीत दुर्बल तने वाला परजीवी पादप
(ख) एक पादप जिसमें स्वपोषण एवं विषमपोषण दोनों ही प्रणाली पाई जाती हैं।
(ग) वे रंध्र, जिनके द्वारा पत्तियों में गैसों का आदानप्रदान (विनिमय) होता है।
उत्तर:
(क) अमरबेल
(ख) घटपर्णी
(ग) पर्णरन्ध्र।
प्रश्न 8.
सही उत्तर पर (√) का चिह्न लगाइए:
(क) अमरबेल उदाहरण है, किसी
(i) स्वपोषी का।
(ii) परजीवी का।
(iii) मृतजीवी का।
(iv) परपोषी का।
(ख) कीटों को पकड़कर अपना आहार बनाने वाले पादप का नाम है:
(i) अमरबेल
(ii) गुड़हल
(iii) घटपणी (पिचर पादप)
(iv) गुलाब
उत्तर:
(क) (ii) परजीवी का।
(ख) (iii) घटपणी (पिचर पादप)
प्रश्न 9.
कॉलम A में दिए गए शब्दों का मिलान कॉलम B के शब्दों से कीजिए
कॉलम A |
कॉलम B |
(क) क्लोरोफिल |
(i) जीवाणु |
(ख) नाइट्रोजन |
(ii) परपोषित |
(ग) अमरबेल |
(iii) घटपर्णी (पिचर पादप) |
(घ) जंतु |
(iv) पत्ती |
(च) कीटभक्षी |
(v) परजीवी |
उत्तर:
कॉलम A |
कॉलम B |
(क) क्लोरोफिल |
(iv) पत्ती |
(ख) नाइट्रोजन |
(i) जीवाणु |
(ग) अमरबेल |
(v) परजीवी |
(घ) जंतु |
(ii) परपोषित |
(च) कीटभक्षी |
(iii) घटपर्णी (पिचर पादप) |
प्रश्न 10.
निम्न कथनों में से सत्य एवं असत्य कथनों का चयन कीजिए:
(क) प्रकाश संश्लेषण में कार्बन डाई ऑक्साइड मुक्त होती है।
(ख) ऐसे पादप, जो अपना भोजन स्वयं संश्लेषित करते हैं, मृतजीवी कहलाते हैं।
(ग) प्रकाश संश्लेषण का उत्पाद प्रोटीन नहीं है।
(घ) प्रकाश संश्लेषण में सौर ऊर्जा का रासायनिक ऊर्जा में रूपांतरण हो जाता है।
उत्तर:
(क) असत्य
(ख) असत्य
(ग) सत्य
(घ) सत्य
सही विकल्प चुनिए
प्रश्न 11.
पादप के किस भाग द्वारा प्रकाश संश्लेषण हेतु वायु से कार्बन डाई - ऑक्साइड ली जाती है?
(क) मूल रोम
(ख) रंध्र
(ग) पर्णशिराएँ
(घ) बादल
उत्तर:
(ख) रंध्र
प्रश्न 12.
वायुमंडल से मुख्यतः जिस भाग द्वारा पादप कार्बन डाई-ऑक्साइड प्राप्त करते हैं, वह है:
(क) जड़
(ख) तना
(ग) पुष्प
(घ) पत्तियाँ
उत्तर:
(घ) पत्तियाँ