Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 5 EVS Chapter 25 हमारी पृथ्वी व अंतरिक्ष Textbook Exercise Questions and Answers.
The questions presented in the RBSE Solutions for Class 5 EVS are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 5 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts.
एक चर्चा कीजिए (पृष्ठ सं. 91)
प्रश्न 1.
आपने आकाश में क्या-क्या देखा है?
उत्तर:
हमने आकाश में दिन में सूर्य एवं रात में चन्द्रमा तथा तारे देखे हैं।
प्रश्न 2.
हम सूर्य के सामने क्यों नहीं देख सकते है?
उत्तर:
क्योंकि सूर्य का प्रकाश तेज होता है इसलिए हम सूर्य के सामने नहीं देख सकते हैं।
पता कीजिए और लिखिए (पृष्ठ सं. 92)
प्रश्न 1.
रात्रि में आकाश में सप्तऋषि मण्डला को देखिए और उसका चित्र बनाइए।
उत्तर:
प्रश्न 2.
आकाश में और क्या-क्या दिखाई देता है? उनके चित्र बनाइए।
उत्तर:
पता कीजिए व जानिए (पृष्ठ सं. 93)
प्रश्न 1.
हवाई जहाज व अन्तरिक्ष यान में क्या अन्तर होता है?
उत्तर:
हवाई जहाज कम ऊँचाई तक की यात्रा करते हैं। जबकि अन्तरिक्ष यान अधिक ऊँचाई तक जाते हैं तथा उसमें विशेष उद्देश्य से अन्तरिक्ष यात्री यात्रा करते है।
प्रश्न 2.
अन्तरिक्ष में जायेंगे तो कौन-कौन सी तैयारी करेंगे?
उत्तर:
अन्तरिक्ष में जाने के लिए विशेष प्रकार के यान की आवश्यकता होती है तथा अन्तरिक्ष यात्री को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है, उसे सभी कार्य तैरते हुए ही करने पड़ते हैं। अत: उसे प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करना आवश्यक होता है। इसके अतिरिक्त हम अलग तरह का भोजन करने, विशेष अवस्था में कार्य करने, गुरुत्वाकर्षण बल के अभाव में रहने तथा अत्यधिक दाब व भारहीनता में रहने की तैयारी करेंगे।
प्रश्न 3.
अभी तक भारत के कौन-कौन से अन्तरिक्ष यात्री हुए हैं, उनकी जानकारी अपने विद्यालय के पुस्तकालय से प्राप्त कीजिए।
उत्तर:
अभी तक भारत के तीन अन्तरिक्ष यात्री हुए हैं
प्रश्न 4.
चन्द्रमा से देखने पर हमारी पृथ्वी कैसी | दिखाई देती होगी?
उत्तर:
चन्द्रमा से देखने पर हमारी पृथ्वी छोटी तथा गोल दिखाई देती होगी।
चर्चा कीजिए (पृष्ठ सं. 93)
प्रश्न 1.
चित्र देखिए और बताइए कि अंतरिक्ष यात्रियों ने क्या पहन रखा है?
उत्तर:
विशेष प्रकार के यंत्रों से युक्त पोशाक।
प्रश्न 2.
क्या हम अन्तरिक्ष में जा सकते हैं? उत्तर-हाँ, हम अन्तरिक्ष में जा सकते हैं। प्रश्न 3. अन्तरिक्ष में हम कैसे जा सकते हैं?
उत्तर:
अन्तरिक्ष में हम विशेष प्रकार के यान द्वारा जा सकते हैं।
सोचिए और लिखिए (पृष्ठ सं.94)
प्रश्न 1.
कल्पना करो कि आप अन्तरिक्ष यात्रा पर जा रहे हो। अपनी अन्तरिक्ष यात्रा का वर्णन अपनी उत्तर पुस्तिका में कीजिए।
उत्तर:
जब मुझे अन्तरिक्ष यात्रा के लिए चुन लिया जायेगा तो मैं वहाँ जाने के बारे में अपने मित्रों तथा सम्बन्धियों को सूचना दूंगा। इसके बाद अन्तरिक्ष में जाने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण प्राप्त करूंगा। मैं अलग तरह का भोजन करने का अभ्यास करूँगा, अन्तरिक्ष जैसी अवस्था में कार्य करने की तैयारी करूँगा तथा गुरुत्वाकर्षण बल के अभाव में रहने का अभ्यास करूंगा।इसके अतिरिक्त मुझसे पहले जो लोग अन्तरिक्ष में जा चुके हैं उनके बारे में जानकारी जुटाऊँगा तथा उनके अनुभवों को जानने का प्रयास करूंगा। इस प्रकार सब तरह से सन्तुष्ट होने पर ही मैं अन्तरिक्ष में जाऊँगा।
पता कीजिए और संग्रह कीजिए (पृष्ठ सं. 94)
प्रश्न 1.
आप भी अन्तरिक्ष यात्रियों के बारे में जानकारी एकत्र कर इसके चित्रों को अपनी कॉपी में चिपकाओ।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।
देखिए और बताइए (पृष्ठ सं. 95)
प्रश्न 1.
सूर्य से सबसे पास के ग्रह का नाम लिखिए।
उत्तर:
बुध।
प्रश्न 2.
सौर परिवार का सबसे बड़े आकार का ग्रह कौन-सा है?
उत्तर:
बृहस्पति।
प्रश्न 3.
सूर्य से आठ ग्रहों के क्रमवार नाम लिखिए।
उत्तर:
पता कीजिए और लिखिए (पृष्ठ सं. 95)
प्रश्न 1.
चन्द्रमा की दी गई आकृतियों की वह तिथि लिखें, जब ऐसा चन्द्रमा दिखता है।
उत्तर:
द्वितीया, अष्टमी, चौदस, पूर्णिमा।
प्रश्न 2.
चन्द्रमा की ऊपर बताई आकृतियों वाली तिथियों पर आप कौन-कौन से त्योहार, पर्व, उत्सव, मेला आदि मनाते हैं?
उत्तर:
हमारे प्रमुख त्योहार भाई दौज, जन्माष्टमी, शिव चौदस, होली, रक्षाबंधन आदि इन्हीं तिथियों पर मनाये जाते हैं।
प्रश्न 3.
क्या इन दिनों कोई मेला लगता है?
उत्तर:
हाँ, इन दिनों कई स्थानों पर मेले भी लगते हैं।
प्रश्न 4.
इस दिन आपके परिवार के लोग क्या-क्या करते हैं?
उत्तर:
इस दिन हमारे परिवार के लोग सुबह उठकर स्नान आदि करके पूजा करते हैं तथा घरों में पकवान बनाये जाते हैं।
जाना-समझा, अब बताइए (पृष्ठ सं. 96)
प्रश्न 1.
सौर मंडल का मुखिया कौन है?
उत्तर:
सूर्य।
प्रश्न 2.
भारतीय अन्तरिक्ष यात्रियों की सूची बनाइए।
उत्तर:
प्रश्न 3.
तारे दिन में क्यों नहीं दिखाई देते हैं?
उत्तर:
तारे दिन में सूर्य के तेज प्रकाश के कारण हमें दिखाई नहीं देते हैं।
प्रश्न 4.
कौन से ग्रह के चारों ओर छल्ला है?
उत्तर:
शनिग्रह।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) चन्द्रमा..........के प्रकाश से ही चमकता है।
(ख) तारे........होने के कारण छोटे दिखाई देते हैं।
(ग) माँ ने कहा वह अत्यधिक चमकता हुआ तारा
(घ) चन्द्रमा का आकार एकम से लेकर पूर्णिमा तक
उत्तर:
(क) सूर्य
(ख) दूर
(ग) ध्रुवतारा
(घ) बढ़ता।
प्रश्न 2.
(i) सही विकल्प का चयन कीजिए ॐ ध्रुवतारा दिखाई देता है
(अ) पूरब दिशा में
(ब) दक्षिण दिशा में
(स) पश्चिम दिशा में
(द) उत्तर दिशा में।
उत्तर:
(द) उत्तर दिशा में।
(ii) सौरमण्डल का सबसे बड़ा ग्रह है
(अ) पृथ्वी
(ब) मंगल
(स) बृहस्पति
(द) शनि।
उत्तर:
(स) बृहस्पति
(iii) सबसे पहले चन्द्रमा पर जाने वाले भारतीय अन्तरिक्ष यात्री हैं
(अ) कल्पना चावला
(ब) सुनीता विलियम्स
(स) राकेश शर्मा
(द) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(स) राकेश शर्मा
(iv) कल्पना चावला को सम्मान से याद किया जाता है, क्योंकि
(अ) वह हवाई जहाज उड़ाने वाली प्रथम महिला थी।
(ब) वह प्रथम भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री थी।
(स) उन्होंने एक तारे की खोज की थी।
(द) वह प्रथम पर्वतारोही थी।
उत्तर:
(ब) वह प्रथम भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री थी।
प्रश्न 3.
सारणी 'ख' से सारणी 'क' को सुमेलित कीजिए-
सारणी 'के' |
सारणी 'ख' |
सात तारों का क्रम |
वरुण |
चन्द्रमा दिखाई नहीं देता |
बुध |
पूरा चन्द्रमा दिखाई देता है |
सप्ततषि मण्डल |
सूर्य के सबसे दूर का ग्रह |
पूर्णिमा |
सूर्य के सबसे पास का ग्रह |
अमावस्या |
उत्तर:
सारणी 'के' |
सारणी 'ख' |
सात तारों का क्रम |
सप्तत्टंषि मण्डल |
चन्द्रमा दिखाई नहीं देता |
अमावस्या |
पूरा चन्द्रमा दिखाई देता है |
पूर्णिमा |
सूर्य के सबसे दूर का ग्रह |
वरुण |
सूर्य के सबसे पास का ग्रह |
बुध |
प्रश्न 4.
सत्य/असत्य कथन बताइए
(i) ध्रुवतारा दक्षिण दिशा में दिखता है।
(ii) आकाश में सूर्य, चन्द्रमा, तारे आदि होते हैं।
(iii) चन्द्रमा का आकार घटता-बढ़ता रहता है।
(iv) हमारे सूर्य के दस ग्रह हैं।
(v) मंगल सूर्य का सबसे बड़ा ग्रह है।'
उत्तर:
(i) असत्य
(ii) सत्य
(iii) सत्य
(iv) असत्य
(v) असत्य।
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
बबलू अपनी माँ के साथ कहाँ सोता था?
उत्तर:
छत पर।
प्रश्न 2.
चन्द्रमा किसके प्रकाश से चमकता है?
उत्तर:
सूर्य के प्रकाश से।
प्रश्न 3.
तारे छोटे क्यों दिखाई देते हैं ?
उत्तर:
बहुत दूर होने के कारण।
प्रश्न 4.
पूरा चन्द्रमा कब दिखाई देता है?
उत्तर:
पूर्णिमा के दिन।
प्रश्न 5.
चन्द्रमा किस दिन दिखाई नहीं देता है?
उत्तर:
अमावस्या के दिन।
प्रश्न 6.
चन्द्रमा पर जाने वाले पहले भारतीय अन्तरिक्ष यात्री कौन थे?
उत्तर:
राकेश शर्मा।
प्रश्न 7.
चन्द्रमा को पृथ्वी का उपग्रह क्यों कर | जाता है?
उत्तर:
क्योंकि यह पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है।
लयु/दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
आकाश में देखने पर चन्द्रमा तो बड़ा लगता है, पर तारे छोटे-छोटे क्यों दिखाई देते हैं?
उत्तर;
चन्द्रमा पृथ्वी के नजदीक है और तारे बहुत दूर हैं। इसलिए चन्द्रमा बड़ा और तारे छोटे दिखाई देते हैं।
प्रश्न 2.
चन्द्रमा के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर;
चन्द्रमा पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाने वाला उपग्रह है। इसका आकार कृष्णपक्ष में घटता है तथा शुक्ल पक्ष में बढ़ता है। अमावस्या को चन्द्रमा दिखाई नहीं देता है जबकि पूर्णिमा को पूर्ण चन्द्रमा दिखाई देता है।
प्रश्न 3.
'सप्तऋषि मण्डल: किसे कहा जाता है? इसका आकार कैसा होता है?
उत्तर:
आसमान में सात तारों के समूह को सप्तऋषि मण्डल कहते हैं। इसकी आकृति, चार तारों की चौकोर-सी आकृति और उसके पीछे तीन तारों की पूँछ जैसी होती है। यह दिखने में अंग्रेजी के अक्षर P जैसा दिखता है।
प्रश्न 4.
ध्रुव तारे की स्थिति बताइए।
उत्तर:
आसमान में सप्तऋषि मण्डल के ऊपर के दो तारों की सीध में कुछ दूरी पर जो तारा तेज चमकता दिखाई देता है उसे ध्रुव तारा कहते हैं। यह तारा रात्रि के समय दिशाओं के अनुमान लगाने में सहायक होता है। क्योंकि ध्रुवतारा हमेशा उत्तर दिशा में ही होता है।
प्रश्न 5.
अंतरिक्ष यान क्या होता है?
उत्तर:
अन्तरिक्ष में जाने के लिए उसके अनुकूल जो यान बनाया जाता है उसे अंतरिक्ष यान कहते हैं। यह हवाई जहाज से भी पचास गुना तेज उड़ता है। इसे इतने अधिक ईंधन की आवश्यकता होती है, जितने से एक कार 200 साल तक चलाई जा सकती है।
प्रश्न 6.
चन्द्रमा की स्थिति एवं आकार के बारे में बताइए।
उत्तर:
चन्द्रमा पृथ्वी का एक उपग्रह है। यह प्रतिदिन एक ही आकार एवं स्थिति में दिखाई नहीं देता है। पूर्णिमा की रात में चन्द्रमा पूर्ण गोलाकार में चमकता दिखाई देता है। पूर्णिमा से अगले 14 दिन तक इसका आकार बेटा (कटा हुआ) होता जाता है और कम चमकीला दिखाई देता है। अमावस्या की रात को चन्द्रमा आसमान में दिखाई नहीं देता। अमावस्या के अगली रात से इसका आकार पहले छोटा (कटा हुआ सा) और 14वें दिन तक क्रमश: बढ़ता हुआ व चमकीला होता दिखाई देता है। अगली पूर्णिमा के दिन यह पुन पूर्ण दिखाई देता है। चन्द्रमा के इस घटते-बढ़ते क्रम को चन्द्रमा की कलाएँ कहते हैं। चन्द्रमा सूर्य के प्रकाश से चमकता है।
प्रश्न 7.
अमावस्या से पूर्णिमा तक के चन्द्रमा के आकार में परिवर्तन की तीन आकृतियाँ बनाकर मकी व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
हमें चन्द्रमा प्रत्येक दिन एक समान आकार में दिखाई नहीं देता है। अमावस्या की रात को चन्द्रमा आसमान में दिखाई नहीं देता है। इसके बाद इसका आकार पूर्णिमा तक धीरे-धीरे बढ़ता है और पूर्णिमा की रात को चन्द्रमा पूर्ण आकार में दिखाई देता है। इसके पश्चात पुनः इसका चमकीला आकार कम होता जाता है। चन्द्रमा के इस घटते-बढ़ते क्रम को चन्द्रकलाओं के नाम से जाना जाता है।