Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 4 Hindi Chapter 2 बुद्धिमान खरगोश Textbook Exercise Questions and Answers.
The questions presented in the RBSE Solutions for Class 4 Hindi are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 4 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts.
सोचें और बताएँ प्रश्न -
प्रश्न 1.
वन में रहने वाले सिंह का नाम क्या था?
उत्तर :
वन में रहने वाले सिंह का नाम भासुरक था।
प्रश्न 2.
मृत्यु के भय से किसके पैर नहीं उठ रहे थे?
उत्तर :
मृत्यु के भय से खरगोश के पैर नहीं उठ रहे थे।
प्रश्न 3.
खरगोश ने अपनी बुद्धिमत्ता से किसको मारा था?
उत्तर :
खरगोश ने अपनी बुद्धिमत्ता से भासुरक सिंह को मारा था।
लिखें -
प्रश्न 1.
सही उत्तर का क्रमाक्षर कोष्ठक में लिखें -
(क) जंगल के सभी जीव मिलकर किसके पास पहुँचे?
(अ) सिंह
(ब) खरगोश
(स) हिरण
(द) भालू।
उत्तर :
(अ) सिंह।
(ख) भासुरक ने कुएँ में क्या देखा -
(अ) खरगोश
(ब) दूसरा सिंह
(स) अपनी परछाई
(द) पानी।
उत्तर :
(स) अपनी परछाई।
प्रश्न 2.
खरगोश ने प्राणों की रक्षा के लिए क्या किया?
उत्तर :
खरगोश ने प्राणों की रक्षा के लिए भासुरक सिंह को मारने की बात सोची।
प्रश्न 3.
खरगोश को देरी से आते देख सिंह ने क्या किया?
उत्तर :
खरगोश को देरी से आते देख सिंह ने उस पर बहुत क्रोध किया।
प्रश्न 4.
खरगोश ने देरी से आने का क्या कारण बताया?
उत्तर :
खरगोश ने देरी से आने का कारण बताया कि रास्ते में उसे दूसरे सिंह ने रोक दिया था। वह स्वयं को जंगल का राजा बता रहा था। मैं उससे जान छुड़ाकर आपके पास आया।
प्रश्न 5.
खरगोश ने सिंह को कैसे मारा?
उत्तर :
खरगोश सिंह को कुएँ के पास ले गया और उसमें उसकी परछाई दिखाकर यह विश्वास दिलाया कि वही दूसरा सिंह है। इस पर सिंह उस दूसरे सिंह को मारने के लिए कुएँ में कूद गया और मर गया। किसने, किससे, कब कहा?
प्रश्न 6.
"आज तुझे मारकर कल से मैं जंगल के सारे पशुओं की जान ले लूँगा।"
उत्तर :
यह भासुरक सिंह ने, खरगोश से, उसके देरी से पहुंचने पर कहा।
प्रश्न 7.
"ठीक है, यदि स्वामी का यही निर्णय है तो आप मेरे साथ चलिए।"
उत्तर :
यह खरगोश ने, भासुरक सिंह से, दूसरे सिंह को मार देने की बात कहने पर कहा।
भाषा की बात -
पाठ में 'प्रतिदिन' शब्द आया है। यहाँ 'दिन' शब्द में प्रति जुड़ने से प्रतिदिन बना है। प्रति शब्द जोड़कर ऐसे ही पाँच शब्द बनाएँ। उत्तर :
प्रतिव्यक्ति, प्रतिवर्ष, प्रतिवेदन, प्रतिपादन, प्रतिकूल।
पाठ में ऐसे वाक्यों को छाँटकर लिखिए, जिनमें |क्रिया/सर्वनाम आया है, जैसे -
उत्तर :
पाठ में परिश्रम,क्षण,शत्रु, ज्ञात जैसे शब्द आए हैं। इनमें श्र,क्ष,त्र,ज्ञ आदि वर्णों का प्रयोग हुआ है। ये सभी वर्ण संयुक्ताक्षर कहलाते हैं। ऐसे शब्द पाठ में से चनकर लिखिए जिनमें इन वणों का प्रयोग हुआ हो।
उत्तर :
परिश्रम, क्षमा, हस्तक्षेप, ज्ञात, शत्रुओं, क्षण।
यह भी करें -
आपने कई जानवरों को देखा होगा। आप जानवरों की सूची बनाइये तथा अपने से बड़ों से चर्चा कर पालतू और जंगली जानवर अलग-अलग छाँटकर लिखिए।
कहानी को मौखिक याद कर अपने सहपाठियों को सुनाएँ।
कहानी पर नाटक का मंचन करने के लिए मुखौटों की जरूरत होगी। जैसे- शेर का मुखौटा। और कौन-कौन से मुखौटों की जरूरत है ? उनके नाम लिखकर चित्र बनाएँ।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न -
प्रश्न 1.
भासुरक किसका नाम था?
(अ) हाथी का
(ब) सिंह का
(स) खरगोश का
(द) बंदर का।
उत्तर :
(ब) सिंह का
प्रश्न 2.
प्रतिदिन एक जानवर ने किसके पास जाने का निर्णय किया?
(अ) सिंह
(ब) हाथी
(स) हिरण
(द) खरगोश
उत्तर :
(अ) सिंह
प्रश्न 3.
खरगोश सिंह के पास कब पहुँचा?
(अ) समय से पहले
(ब) समय पर
(स) समय के बाद
(द) पहुँचा ही नहीं।
उत्तर :
(स) समय के बाद
प्रश्न 4.
किसने अपनी चतुराई से सिंह को मार दिया?
(अ) दूसरे शेर ने
(ब) चीता ने
(स) हाथी ने
(द) खरगोश ने।
उत्तर :
(द) खरगोश ने।
रिक्त स्थान भरो -
1. किसी वन में ................. नाम का सिंह रहता था। (भासुरक/भक्षक)
2. तब से वन्य प्राणी ............. होकर रहने लगे। (निश्चिन्त/निर्भय)
3. एक स्थान पर उसे ................. दिखाई दिया। (तालाब/कुआँ)
4. हममें से जो ............. होगा, वही जंगल का राजा होगा। (बलशाली/कमजोर)
उत्तर :
1. भासुरक
2. निर्भय
3. कुआँ
4. बलशाली।
सत्य/असत्य -
1. खरगोश जल्दी-जल्दी सिंह की गुफा की ओर चल पड़ा। (सत्य/असत्य)
2. वन के सभी जीव भासुरक से परेशान थे। (सत्य/असत्य)
3. रास्ते में कुआँ देखकर खरगोश ने शेर को मारने की बात सोची। (सत्य/असत्य)
4. शेर को कुएँ में दूसरा सिंह दिखाई दिया। (सत्य/असत्य)
उत्तर :
1. असत्य
2. सत्य
3. सत्य
4. असत्य।
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
वन के जीव-जन्तु किससे परेशान थे?
उत्तर :
वन के जीव-जन्तु एक सिंह से परेशान थे।
प्रश्न 2.
कौनसा राजा वृद्धि को प्राप्त होता है?
उत्तर :
प्रजा पर कृपा रखने वाला राजा वृद्धि को प्राप्त होता है।
प्रश्न 3.
खरगोश जंगल में क्यों भटकता रहा?
उत्तर :
अपनी मौत की घड़ियाँ टालने के लिए खरगोश जंगल में भटकता रहा।
प्रश्न 4.
खरगोश ने अपने साथ और कितने खरगोश आने की बात सिंह को कही?
उत्तर :
खरगोश ने अपने साथ चार खरगोश और आने की बात सिंह को कही।
प्रश्न 5.
खरगोश ने किस पर विजय पाना कठिन बताया?
उत्तर :
खरगोश ने दुर्ग में रहने वाले शत्रु पर विजय पाना कठिन बताया।
लघूत्तरात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
जंगल के प्राणियों ने मिलकर शेर से क्या निवेदन किया?
उत्तर :
जंगल के प्राणियों ने मिलकर शेर से निवेदन करते हुए कहा कि वनराज! प्रतिदिन अनेक प्राणियों को मारने से क्या लाभ। प्रतिदिन एक पशु आपके पास आहार के लिए आ जाया करेगा।
प्रश्न 2.
रास्ते में कुआँ देखकर खरगोश ने क्या योजना बनाई?
उत्तर :
रास्ते में कुआँ देखकर खरगोश ने भासुरक को उसके वन में दूसरा सिंह होने के नाम पर कुएँ में उसकी परछाई दिखाकर उसे मारने की योजना बनाई।
प्रश्न 3.
सिंह के क्रोध करने पर खरगोश ने क्या कहा?
उत्तर :
सिंह के क्रोध करने पर खरगोश ने कहा कि क्षमा करें स्वामी! आप व्यर्थ क्रोध कर रहे हैं। इसमें न मेरा अपराध है और न अन्य पशुओं का। कुछ फैसला करने से पहले मेरे देरी से आने का कारण सुन लीजिए।
प्रश्न 4.
जंगल के सभी जानवर प्रसन्नता से क्यों नाच उठे?
उत्तर :
खरगोश ने अपनी चतुराई से भासुरक सिंह को मार दिया। यह समाचार सुनकर जंगल के सभी जानवर प्रसन्नता से नाच उठे।
प्रश्न 5.
भासुरक ने कुएँ में अपनी परछाईं देखकर क्या किया?
उत्तर :
भासुरक ने कुएँ में अपनी परछाई देखकर समझा कि यह दूसरा सिंह है। तब वह जोर से गरजा। कुएँ में उसकी गरज गूंजी, तो उसने समझा कि दूसरा सिंह गरज रहा है। तब वह क्रोध में आकर कुएँ में कूद पड़ा।
निबन्धात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
इस कहानी से क्या शिक्षा मिलती है? लिखिए।
उत्तर :
इस कहानी से शिक्षा मिलती है कि एक छोटेसे जीव खरगोश ने अपने से बड़े और ताकतवर सिंह को बुद्धिबल से पराजित किया। काम करने में बुद्धि एवं समझदारी रखना ठीक रहता है। प्रत्येक समस्या का हल सोच-समझकर, धैर्य रखकर और चालाकी से करना चाहिए। हिम्मत से काम करने पर कठिन काम भी किया जा सकता है। बुद्धि के बल से बड़ासे-बड़ा काम किया जा सकता है।
पाठ का सार - किसी वन में भासुरक नाम का एक सिंह रहता था। वह प्रतिदिन अनेक वन्य जीवों को मारता था। एक दिन सभी जानवरों ने मिलकर भासुरक से निवेदन किया कि वे रोजाना एक पशु को उसके आहार के लिए भेज दिया करेंगे। शेर इस बात से प्रसन्न हो गया। इसी क्रम में एक दिन एक खरगोश की बारी आयी। जब खरगोश शेर के पास जा रहा था तो रास्ते में उसे एक कुआँ दिखा। उसे देखकर खरगोश के मन में विचार आया कि वह इस कुएँ में शेर को उसकी परछाई दिखाकर गिरा सकता है। यही सोचकर वह शेर के पास देरी से पहुंचा।
भूख से व्याकुल शेर ने जब गुस्से में उसे देरी से आने का कारण पूछा तो खरगोश ने बताया कि रास्ते में दूसरे शेर ने उसे रोक लिया और उसके साथ आ रहे चार खरगोशों को और खा गया। यह सुनकर शेर को बहुत गुस्सा आया। उसने खरगोश से उस शेर से तुरन्त मिलवाने को कहा, जिससे वह उसे समाप्त कर सके। खरगोश भासुरक सिंह को कुएं के पास ले गया। वहाँ शेर ने झुककर कुएँ में देखा तो उसे अपनी परछाई दिखाई दी। भासुरक ने उसे दूसरा सिंह समझा और उसे मारने के लिए कुएं में कूद गया और जल में डूब कर मर गया। इस प्रकार चतुर खरगोश ने सभी जानवरों को शेर के आतंक से मुक्त करा दिया।
कठिन शब्दार्थ :