Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 4 Hindi Chapter 15 कुरज री विनती Textbook Exercise Questions and Answers.
The questions presented in the RBSE Solutions for Class 4 Hindi are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 4 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts.
सोचें और बताएँ -
प्रश्न 1.
खेत के मालिक ने कुरज को पकड़ने के लिए क्या किया?
उत्तर :
उसने कुरज को पकड़ने के लिए ज्वार के पौधों पर गुड़ की चाशनी का लेप कर दिया।
प्रश्न 2.
खेत के मालिक ने गडरिये और ग्वाले की विनती क्यों नहीं मानी?
उत्तर :
क्योंकि खेत मालिक लोभी था। वह गडरिये से सारी भेड़ें और ग्वाले से सारी गायें मांग रहा था। परन्तु गडरिया और ग्वाला ऐसा करने में असमर्थ थे।
प्रश्न 3.
ऊँदरे ने ऐसा क्या किया कि खेत के मालिक का मुंह उतर गया?
उत्तर : उसने कुरज को छुड़ा लिया और सोने की चीजें भी खेत मालिक को नहीं दी।
लिखें -
प्रश्न 1.
कुरज ने गडरिये से क्या विनती की?
उत्तर :
कुरज ने गडरिये से उसे किसान से छुड़वा लेने की विनती की।
प्रश्न 2.
गडरिये ने खेत मालिक से क्या निहोरे किए?
उत्तर :
गडरिये ने खेत मालिक से कहा कि वह कुरज को छोड़ दे और बदले में एक भेड़ ले ले।
प्रश्न 3.
ऊँदरे ने कुरज को कैसे छुड़ाया?
उत्तर :
ऊँदरे ने खेत मालिक को सोने की माला, एक बाजोटा और एक वजनी मुकुट देने का वादा कर कुरज को छुड़ाया।
प्रश्न 4.
खेत के मालिक का मुँह क्यों उतर गया?
उत्तर :
ऊँदरे के वादे के बाद खेत के मालिक ने कुरज को छोड़ दिया। कुरज आसमान में उड़ गई और ऊँदरा सोने की माला, बाजोटा और मुकुट को अपने बिल में खींच ले गया। इससे खेत मालिक का मुंह उतर गया।
प्रश्न 5.
किसने, किससे कहा?
(क) "बाँधी कुरज छुड़ाई म्हारा बीर।"
(ख)"सोने की माला से काम नहीं सरने वाला।"
(ग) "सोने के बदले धूल ले।"
(घ) “सारे का सारा झुण्ड दे, तो छोडूं।"
उत्तर :
(क) कुरज ने भेड़ों व ऊँटों के गडरिये तथा गाय व भैंस के ग्वालों से कहा।
(ख) खेत मालिक ने ऊँदरे से कहा।
(ग) ऊँदरे ने खेत मालिक से कहा।
(घ) खेत मालिक ने ऊँटों के गडरिये से कहा।
प्रश्न 6.
नीचे लिखी पंक्तियों को घटनाक्रम के अनुसार जमाओ।
(क) समदाँ रे काँठे ब्याई म्हारा बीर टमरक,
(ख) मेहाँ में गळ जाई रे म्हारा बीर टमरकहूँ
(ग) बाँधी कुरज छुड़ाई म्हारा बीर टमरकहूँ
(घ) आँधी में उड़ जाई म्हारा बीर टमरकहूँ
उत्तर :
(क) बाँधी कुरज छुड़ाई म्हारा बीर टमरकहूँ
(ख) समदाँ रे काँठे ब्याई म्हारा बीर टमरकहूँ
(ग) आँधी में उड़ जाई म्हारा बीर टमरकहूँ
(घ) मेहाँ में गळ जाई रे म्हारा बीर टमरकहूँ
भाषा की बात -
पाठ में आए उन वाक्यों को लिखो, जिनमें ये मुहावरे आए हों -
(क) आँसू छलछला आना
(ख) हृदय फट जाना
(ग) काम नहीं बनना
(घ) खुशी से बावला हो जाना
(ङ) हाथ में न होना।
उत्तर :
(क) उस (ऊँदरे) की आँखों में आँसू छलछला आए।
(ख) कुरज की यह विनती सुनकर ऊँदरे का हृदय फट-सा पड़ा।
(ग) सोने की माला से काम नहीं सरने वाला।
(घ) खेत का मालिक खुशी से बावला-सा हो गया।
(ङ) इससे अधिक देना मेरे हाथ की बात नहीं।
जब हम किसी वाक्य को पढ़ते, बोलते और लिखते हैं तो थोड़ी देर रुकने के लिए चिह्न का प्रयोग करते हैं, जिन्हें विराम चिह्न कहते हैं।
प्रश्नवाचक ?
अल्पविराम ,
पूर्ण विराम ।
विस्मय बोधक !
योजक चिह्न -
तुम भी नीचे लिखे वाक्यों में विराम चिह्न लगाकर फिर से लिखो -
1. पापाजी ये पुस्तकें आप किसे भेज रहे हैं
2. डॉली राकेश जसबीर और राधा के पास भी यह कमीज है
3. ये अलग अलग लेखिकाओं के लिए हैं
4. अरे बाप रे इतना बड़ा साँप
उत्तर :
1. पापाजी, ये पुस्तकें आप किसे भेज रहे हैं?
2. डॉली, राकेश, जसबीर और राधा के पास भी यह कमीज है।
3. ये अलग-अलग लेखिकाओं के लिए हैं।
4. अरे बाप रे! इतना बड़ा साँप!
यह भी करें -
ऊँदरे ने बिल से सोने की माला, बाजोटा व मकट निकाला था। ऊँदरे के बिल में और क्या क्या होगा?
उत्तर :
ऊँदरे के बिल में और भी गहने होंगे, जैसे - अंगूठी, सोने की चैन, हार, नथ, चूड़ियाँ, झमके आदि।
"ऊँदरा पाताल में अदृश्य हो गया" ऊँदरे का बिल कितना गहरा होगा?
उत्तर :
ऊँदरे का बिल बहुत गहरा होगा।
कुरज के बँधे रहने तक उसके बच्चों की देखभाल किसने की होगी?
उत्तर :
किसी ने देखभाल नहीं की होगी। बच्चे अपनी माँ के आने का इंतजार कर रहे होंगे।
यदि ऊँदरा नहीं आता तो क्या होता?
उत्तर :
यदि ऊँदरा नहीं आता तो खेत मालिक कुरज को नहीं छोड़ता।
कुरज पर राजस्थान के कई लोकगीत मशहूर हैं। अन्य पक्षियों पर भी लोकगीत गाए जाते हैं। बालसभा में कोई एक लोकगीत सुनाएँ।
उत्तर :
अपनी पसन्द का कोई ऐसा लोकगीत सुना सकते हैं। जैसे - मोरिया आछो बोल्यो रे.........। इत्यादि।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न -
प्रश्न 1.
कुरज ने कितने अण्डे दिए थे?
(अ) पन्द्रह
(ब) सोलह
(स) सत्रह
(द) अठारह।
उत्तर :
(स) सत्रह
प्रश्न 2.
कुरज क्या खोजने के लिए उड़ी थी?
(अ) घोंसला
(ब) चुग्गा
(स) अण्डा
(द) बच्चे।
उत्तर :
(ब) चुग्गा
प्रश्न 3.
खेत मालिक कैसा था?
(अ) सरल
(ब) कंजूस
(स) भोला
(द) लोभी।
उत्तर :
(द) लोभी।
प्रश्न 4.
कुरज को किसने छुड़वाया?
(अ) गडरिये ने
(ब) किसान ने
(स) ऊँदरे ने
(द) ग्वाले ने।
उत्तर :
(स) ऊँदरे ने
रिक्त स्थान भरो -
1. कुरज चुग्गे के लिए खेत में .................. तो चिपक गई। (आई/उतरी)
2. भूखाँ ई मर जाई .......... बीर। (प्यारा/म्हारा)
3. कुरज की .............. सुनकर ग्वाले को दया आ गई। (विनती/बात)
4. इसने मेरे खेत में .............. बिगाड़ा किया। (इतना/कितना)
उत्तर :
1. उतरी
2. म्हारा
3. विनती
4. कितना।
सत्य/असत्य -
1. कुरज को खेजड़ी पर बाँध दिया। (सत्य/असत्य)
2. इससे अधिक देना मेरे ही हाथ की बात है। (सत्य/असत्य)
3. कुछ समय बाद ऊँटों का झुंड वहाँ से गुजरा। (सत्य/असत्य)
4. ऊँदरा आसमान में अदृश्य हो गया। (सत्य/असत्य)
उत्तर :
1. सत्य
2. असत्य
3. सत्य
4. असत्य।
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
कुरज को पकड़ने के लिए खेत मालिक ने क्या किया?
उत्तर :
खेत के मालिक ने कुरज को पकड़ने के लिए ज्वार के पौधों के गुड़ की पात लगा दी।
प्रश्न 2.
कुरज को छोड़ने के बदले ऊँदरा खेत के मालिक को क्या देना चाहता था?
उत्तर :
ऊँदरा खेत के मालिक को एक सौ आठ मनकों की सोने की माला देना चाहता था?
प्रश्न 3.
खेत मालिक ने ऊँदरे से और क्या-क्या देने के लिए कहा?
उत्तर :
खेत के मालिक ने एक बाजोटा और एक सोने का वजनी मुकुट और देने को कहा।
प्रश्न 4.
खेत मालिक के हठ करने पर ऊँदरे ने क्या किया?
उत्तर :
उसने तीनों चीजें लाकर बिल के पास रख दीं।
लघूत्तरात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
खेत मालिक खुशी से बावला क्यों हो गया?
उत्तर :
उसने ऊँदरे से तीन चीजें लाकर देने को कहा था। जब ऊँदरे ने तीनों चीजें लाकर बिल के पास रख दी तो वह खुशी से बावला हो गया।
प्रश्न 2.
ऊँदरा किन चीजों को लेकर बिल में घुस गया?
उत्तर :
ऊँदरा सोने की माला, सोने का बाजोटा और सोने के मुकुट को लेकर बिल के अन्दर घुस गया।
प्रश्न 3.
गडरिये ने खेत-मालिक से क्या कहा?
उत्तर :
गडरिये ने खेत मालिक से कहा कि छाँटकर एक अच्छी-सी भेड़ ले ले और इस निरीह कुरज को छोड़ दे।
प्रश्न 4.
कुरज पक्षी का परिचय संक्षेप में दीजिए।
उत्तर :
कुरज साइबेरियाई पक्षी है। ये वर्षाकाल में राजस्थान में आते हैं, ये पश्चिमी राजस्थान और भरतपुर के घना अभयारण्य में रहते हैं। शीतकाल में ये फिर साइबेरिया चले जाते हैं। कुरज पक्षी पर राजस्थानी में अनेक लोकगीत रचे गये हैं। इन्हें सारस भी कहा जाता है।
प्रश्न 5.
कुरज ने ऊँदरे से जो विनती की, उसे अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर :
कुरज ने कैंदरे से विनती की कि हे पाताल देश के वीर राजा, तुम मेरे भाई हो, मझे इस बन्धन से छुड़ा दो। मैं बहुत दूर व्याही हुई हूँ। मैंने सत्रह बच्चों को जन्म दिया है। मेरे बच्चे अब मेरे बिना मर जायेंगे। वे. भूखे हैं, वे गर्मी, ल, वर्षा से कष्ट पायेंगे। इसलिए हे भाई, तुम मुझे छुड़ा दो।
निबन्धात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
'कुरज री विनती' पाठ से क्या शिक्षा मिलती है? लिखिए।
उत्तर :
इस पाठ में एक लालची किसान के आचरण का वर्णन हुआ है। वह कुरज पक्षी को बाँधता है। गडरिया उसे छुड़ाने के बदले एक भेड़ देना चाहता है, ग्वाला एक गाय देने को तैयार होता है। परन्तु किसान लालच में आकर गडरिये से सारी भेड़ें और ग्वाले से सारी गायें माँगता है। ऊँदरा किसान के लालच को जान लेता है। इसलिए वह सोने की माला, एक बाजोटा और एक वजनी मुकुट देने की बात करता है। किसान लालच में कुरज को छोड़ देता है। जैसे ही कुरज उड़ती है, ऊँदरा तीनों चीजें लेकर बिल में घुस जाता है। इससे शिक्षा मिलती है कि लालच बुरी बात है। हमें कभी लोभ-लालच नहीं करना चाहिए।
प्रश्न 2.
यदि आप ऊँदरे के स्थान पर होते, तो किसान के साथ कैसा बर्ताव करते?
उत्तर :
किसान लालची था। ऊँदरे ने पहले सोने की एक माला देने के लिए कहा, परन्तु किसान लालच में आकर और भी सोना माँगने लगा। उसने निरीह पक्षी कुरज को बाँधकर अन्याय किया था। ऊँदरे ने यह जान लिया था कि किसान लालची और अन्यायी है। इसलिए उसके साथ चालाकी से बर्ताव किया। यदि हम ऊँदरे के स्थान पर होते, तो किसान के साथ वैसा ही बर्ताव करते जैसा ऊँदरे ने किया था। हम किसान को एक भोले पक्षी को बाँधने का दण्ड भी देते और भविष्य में लालच नहीं करने को कहते, उसे समझाते। लालची व्यक्ति को अन्त में धूल ही मिलती है।
पाठ का सार - एक बार एक कुरज ने पर्वत की तलहटी में साफ जगह देखकर सत्रह अण्डे दिये। सत्रह दिन तक उन अण्डों को सेने के कारण उसने चुग्गा तक नहीं लिया। बच्चे निकल आने पर वह हरे-भरे ज्वार के खेत से रोज चुग्गा लेने लगी। एक दिन खेत के मालिक ने उसे पकड़कर बाँध दिया। वहाँ से एक गडरिया निकला। कुरज ने गडरिये से उसे छुड़ाने के लिए प्रार्थना की।
गडरिये ने खेत मालिक से कुरज को छोड़ने के बदले में एक भेड़ देने की बात कही। खेत मालिक लोभी था। उसने सारी भेड़ें देने के लिए कहा। नौकर होने के कारण गडरिया पूरा रेवड़ नहीं दे सका। इसके बाद कुरज ने ग्वाले से, फिर भैंस वाले से और फिर ऊँट वाले से भी अपने को मुक्त करवाने की प्रार्थना की। सबने खेत मालिक से एक-एक गाय, भैंस और ऊँट देने को कहा, लेकिन खेत मालिक सारी गाएँ, भैंसें और ऊँट लेने की जिद पर अड़ा रहा।
इसके बाद कुरज ने एक चूहे से विनती की। चूहे ने खेत मालिक को एक सोने की माला लेकर कुरज को छोड़ने के लिए कहा। खेत मालिक ने माला के साथ एक बजोटा और एक वजनी मुकुट और देने को कहा। चूहे ने खेत मालिक की बात मानकर तीनों चीजें लाकर बिल के पास रख दी और कुरज को छोड़ने को कहा। खेत मालिक कुरज को छोड़कर तीनों चीजों को लेने के लिए लपका। लेकिन चूहा तीनों चीजों को बिल में खींच ले गया और कुरज आकाश में उड़ गई। इस प्रकार दोनों ही अदृश्य हो गए और खेत मालिक देखता ही रह गया।
कठिन शब्दार्थ :