Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 3 Hindi Chapter 6 आदमी का धर्म Textbook Exercise Questions and Answers.
सोचें और बताएँ -
प्रश्न 1.
बालक पैसे माँगने किसके पास गया?
उत्तर :
बालक पैसे माँगने धनी व्यक्ति के पास गया।
प्रश्न 2.
बालक उधार किसके लिए माँग रहा था?
उत्तर :
बालक माँ की दवा के लिए उधार मांग रहा था।
प्रश्न 3.
बालक ने अपना नाम क्या बताया?
उत्तर :
बालक ने अपना नाम भारत सिंह बताया।
लिखें -
प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें -
(समाचार-पत्र, धनी आदमी, धर्म, अनाथ)
(क) एक नगर में एक ............... रहता था।
(ख) उस समय वह आदमी अपने बरामदे में बैठा हुआ ................ पढ़ रहा था।
(ग) तो क्या तुम एक ............... बालक हो?
(घ) मैं मनुष्य के गुणों को ही ............... मानता हूँ।
उत्तर :
(क) धनी आदमी
(ख) समाचार-पत्र
(ग) अनाथ
(घ) धर्म।
प्रश्न 2.
बालक ने ऐसा क्यों कहा कि मेरा कोई धर्म नहीं है?
उत्तर :
बालक पैसे माँग रहा था और उसके अनुसार माँगने वाले का कोई धर्म नहीं होता है।
प्रश्न 3.
बालक को उसके गुरुजी ने क्या सिखाया था?
उत्तर :
बालक को उसके गुरुजी ने सिखाया था कि कर्तव्यपालन, सत्य, प्रेम, ईमानदारी, दया और सेवा ही मनुष्य का धर्म होता है।
प्रश्न 4.
बालक और बाबा के बीच हुई मुख्य बातों को अपने शब्दों में लिखें।
उत्तर :
बाबा (धनी आदमी) ने बालक की जाति और धर्म के बारे में पूछा, तो बालक ने माँगने वाले का कोई धर्म या जाति नहीं होने की बात कही। अपने नाम भारत सिंह में से सिंह को अपनी जाति की पहचान नहीं बताकर राष्ट्र की पहचान बताया तथा दया, सत्य, प्रेम और सेवा को मनुष्य का सच्चा धर्म बताया।
प्रश्न 5.
धनी आदमी ने अंत में क्या कहा?
उत्तर :
धनी आदमी ने अंत में कहा कि तुम्हारी बातें सुनकर मेरा हृदय सहज प्रेम से भर गया है। आज से तुम मेरे पुत्र के समान हो। तुम अपनी माँ का इलाज कराओ। मेरी सेवा की ज़रूरत पड़े तो मुझे बुला लेना।
भाषा की बात -
प्रश्न-विलोम शब्द लिखें -
धर्म - अधर्म
सनाथ - ..........
विश्वास - ..........
सत्य - ..........
स्वस्थ - ..........
उत्तर :
सनाथ - अनाथ
विश्वास - अविश्वास
सत्य - असत्य
स्वस्थ - अस्वस्थ
प्रश्न - अंतर बताओ -
उठना - उठाना
चढ़ना - चढ़ाना
करना - करवाना
चलना - चलाना
उत्तर :
उठना - स्वयं उठना
उठाना - किसी अन्य को उठाना
चढ़ना - ख़ुद चढ़ना
चढ़ाना - किसी दूसरे को चढ़ाना
करना - स्वयं कोई काम करना
करवाना - किसी दूसरे से काम करवाना
चलना - खुद चलना
चलाना - किसी दूसरे व्यक्ति को चलाना
यह भी करें -
किसके द्वारा क्या कहा गया
उक्त पाठ के संवाद को अपने विदयालय में आयोजित बालसभा, उत्सव आदि अवसर पर शिक्षक की सहायता से मंचन करें।
आप पाठ के संवाद को मौखिक याद कर अपनी कक्षा में सुनाएँ।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न -
प्रश्न 1.
धनी आदमी कहाँ बैठकर समाचार-पत्र पढ़ रहा था?
(अ) कमरे में
(ब) बरामदे में
(स) आँगन में
(द) बगीचे में।
उत्तर :
(ब) बरामदे में
प्रश्न 2.
बालक ने पाँच रुपये क्यों माँगे?
(अ) दवा के लिए
(ब) मिठाई के लिए
(स) खिलौने के लिए
(द) किताब के लिए।
उत्तर :
(अ) दवा के लिए
प्रश्न 3.
बालक ने अपने नाम में लगे 'सिंह' शब्द का क्या अर्थ बताया?
(अ) जाति
(ब) धर्म ।
(स) राष्ट्र का निशान
(द) क्षत्रिय।
उत्तर :
(स) राष्ट्र का निशान
प्रश्न 4.
बालक को धर्म के बारे में किसने सिखाया था?
(अ) धनी व्यक्ति ने
(ब) मित्र ने
(स) माताजी ने
(द) गुरुजी ने
उत्तर :
(द) गुरुजी ने
रिक्त स्थान भरो -
प्रश्न 1.
मुझे .......... रुपये दे दो बाबा। (आठ/पाँच)
उत्तर :
पाँच
प्रश्न 2.
.......... की रक्षा मेरा धर्म है। (प्रेम/विश्वास)
उत्तर :
विश्वास
प्रश्न 3.
छोटे मुँह .......... मत करो। (बड़ी बात/मीठी बात)
उत्तर :
बड़ी बात
प्रश्न 4.
आज से तुम मेरे ....... समान हो।(मित्र/पुत्र)
उत्तर :
पुत्र
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
धनी आदमी कहाँ रहता था?
उत्तर : धनी आदमी एक नगर में रहता था।
प्रश्न 2.
बालक ने आकर धनी आदमी से क्या कहा?
उत्तर :
बालक ने आकर धनी आदमी से कहा, मुझे पाँच रुपये दे दो बाबा।
प्रश्न 3.
बालक ने किसकी रक्षा को अपना धर्म बताया?
उत्तर :
बालक ने विश्वास की रक्षा को अपना धर्म बताया।
प्रश्न 4.
बालक के रुपये मांगने पर धनी आदमी ने क्या पूछा?
उत्तर :
बालक के रुपये माँगने पर धनी आदमी ने पूछा, तुम्हारी जाति क्या है?
लघूत्तरात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
बालक ने धनी आदमी को अपने नाम का अर्थ कैसे समझाया?
उत्तर :
बालक ने बताया कि उसका नाम भारत सिंह है। वह भारत का निवासी है, इसलिए भारत है। उसने सिंह को राष्ट्र का निशान बताया।
प्रश्न 2.
धनी आदमी के रुपये उधार देने से मना करने पर बालक ने क्या कहा?
उत्तर :
धनी आदमी के रुपये उधार देने से मना करने पर बालक ने कहा, विश्वास कीजिए, माँ के स्वस्थ होते ही मैं पैसे लौटा दूंगा।
प्रश्न 3.
बालक के गुरुजी ने उसको कौनसा धर्म सिखाया था?
उत्तर :
बालक के गुरुजी ने उसको सबसे प्रेम करने और सबकी सेवा करने के साथ कर्तव्यपालन, ईमानदारी, दया और सत्य बोलने का धर्म सिखाया था।
प्रश्न 4.
'आदमी का धर्म'पाठ से क्या शिक्षा मिलती
उत्तर :
इस पाठ से कर्त्तव्यपालन, प्रेम, दया, सेवा आदि नैतिक गुणों को अपनाने की शिक्षा मिलती है। साथ ही ' गलत कामों से दूर रहने की शिक्षा मिलती है।
पाठ का सार - प्रस्तुत पाठ में आदमी के नैतिक गुण यथा कर्तव्य पालन, प्रेम, सत्य, दया, सेवा इत्यादि के महत्त्व के बारे में बताया गया है। पाठ में एक बालक अपनी माँ की दवा के लिए एक धनी व्यक्ति से पैसे माँगता है, लेकिन धनी व्यक्ति के पूछने पर अपनी पहचान सिर्फ भारत बताता है। अपने देश प्रेम व भारतीयता की पहचान बनाए रखते हुए अंत में वह उस धनी व्यक्ति को उस पर विश्वास करने के लिए विवश कर देता है। पाठ में बालक के माध्यम से सबकी सेवा करने तथा दया, प्रेम, करूणा व कर्तव्य-पालन को मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म बताया गया है।
कठिन-शब्दार्थ :