Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 12 Biology Chapter 9 खाद्य उत्पादन में वृद्धि की कार्यनीति Textbook Exercise Questions and Answers.
प्रश्न 1.
मानव कल्याण में पशु पालन की भूमिका की संक्षेप में व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
मानव कल्याण में पशुपालन की महती भूमिका है जिसे निम्न बिन्दुओं के अन्तर्गत समझा जा सकता है:
प्रश्न 2.
यदि आपके परिवार के पास एक डेरी फार्म है तब आप दुग्ध उत्पादन में उसकी गुणवत्ता तथा मात्रा में सुधार लाने के लिए कौन - कौन से उपाय करेंगे?
उत्तर:
दुग्ध उत्पादन की गुणवत्ता व मात्रा में सुधार हेतु निम्न प्रयास किये जायेगे:
प्रश्न 3.
नस्ल शब्द से क्या अर्थ है? पशु प्रजनन के क्या उद्देश्य हैं?
उत्तर:
नस्ल (Breed): जन्तुओं का वह समूह जिसके सदस्य कद - काठी, रंग - रूप व अन्य आकारिकीय लक्षणों में समान व समान पूर्वज परम्परा के (related by descent) हों।
पशु प्रजनन के उद्देश्य: पशु प्रजनन के मुख्य उद्देश्य है-
प्रश्न 4.
पशु प्रजनन के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली विधियों के नाम बताएँ। आपके अनुसार कौन - सी विधि सर्वोत्तम है? क्यों?
उत्तर:
पशु प्रजनन की विभिन्न विधियाँ हैं - अन्तः प्रजनन (inbreeding), बहिः प्रजनन (out breeding), बहि: संकरण (out crossing), संकरण (cross breeding), तथा अन्तः प्रजाति संकरण (Interspecific hybridization)। इन सब विधियों में संकरण (cross breeding) सर्वोत्तम प्रजनन विधि है। इस विधि में दो भिन्न नस्लों के वांछित गुणों का बनने वाले संकर में संयोजन हो जाता है। इस प्रकार बनने वाला संकर हेटेरोसिस (heterosis) प्रदर्शित करता है अर्थात् गुणों में दोनों जनकों से बेहतर होता है। पशुओं की अनेक उन्नत नस्लें इसी विधि से विकसित की गई हैं, जैसे करन स्विस व सुनन्दिनी गाय।
प्रश्न 5.
मौन (मधुमक्खी ) पालन से आप क्या समझते हैं? हमारे जीवन में इसका क्या महत्त्व है?
उत्तर:
व्यापारिक स्तर पर शहद व मोम के उत्पादन के लिए कृत्रिम छत्तों जिन्हें एपिएरी कहा जाता है, में मधुमक्खियों का पालना, मधुमक्खी पालन (apiculture) कहलाता है।
प्रश्न 6.
खाद्य उत्पादन बढ़ाने में फिशरीज की भूमिका की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
भारत की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। इस तेजी से बढ़ती जनसंख्या की पोषक आवश्यकताओं को मात्रात्मक व गुणात्मक रूप में पूरा करने में फिशरीज की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत में 8 हजार किलोमीटर से भी लम्बी तटीय रेखा है। स्वच्छ जलीय संसाधन भी पर्याप्त है। अत: जल कृषि व फिशरीज देश की एक बड़ी जनसंख्या को उच्च गुणवत्ता की प्रोटीन, विटामिन व खनिज उपलब्ध कराते हैं। फिशरीज की इस बड़ी मांग की पूर्ति के लिए उत्पादन बढ़ाने हेतु विभिन्न तकनीके विकसित की गई है। इस क्षेत्र में हुई नीली क्रान्ति (Blue revolution) से भारत इस उद्योग में एक बड़ा निर्यातक बन गया है।
प्रश्न 7.
पादप प्रजनन में शामिल विभिन्न चरणों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
उत्तर:
पावप प्रजनन के विभिन्न चरण - विभिन्नताओं का संग्रहण (collection of variability), जनकों का मूल्यांकन तथा चयन (evaluation and selection of parents), चयनित जनकों के बीच संकरण (cross hybridization among the selected parents)। श्रेष्ठ पुनयोजन का चयन तथा परीक्षण (selection and testing of superior recombinants), नये कंषणों का परीक्षण, निर्मुक्ति तथा व्यावसायीकरण (testing, release and commercialization of new cutivars)
प्रश्न 8.
जैवप्रबालीकरण का क्या अर्थ है? व्याख्या कीजिष्ट।
उत्तर:
विश्व की लगभग आधी जनसंख्या विशिष्ट भूख का दंश झेल रही है अर्थात् कुपोषित है। उसकी खुराक में एक या अधिक पोषक तत्वों की कमी है। भोजन में आयरन, जिंक, प्रोटीन, आयोडीन आदि की कमी न सिर्फ रोग का कारण बनती है अपितु जीवन अवधि कम कर शारीरिक व मानसिक दुर्बलता पैदा करती है। इस समस्या से निपटने का सर्वोत्तम उपाय है खाद्यान्न या मुख्य आहार का जैव प्रबलीकरण (Biofortification)। फसली पौधों को संकरण या जैव प्रौद्योगिकी अपना कर पोषक पदार्थों से समृद्ध बनाना जैव प्रबलीकरण कहलाता है।
इसके प्रमुख उद्देश्य है-
प्रश्न 9.
विषाणूमुक्त पादप तैयार करने के लिए पादपों का कौन - सा भाग सर्वाधिक उपर्युक्त है तथा क्यों?
उत्तर:
पौधों के शीर्षस्थ व कक्षस्थ विभज्योतक (Apical and axillary meristem) विषाणुरहित होते हैं। अत: पौधे का शीर्षस्थ (apical) भाग विषाणुमुक्त पादप तैयार करने के लिए उपयुक्त है।
प्रश्न 10.
सूक्ष्म प्रवर्धन द्वारा पादप उत्पादन के मुख्य लाभ क्या है?
उत्तर:
सूक्ष्म प्रवर्धन (micropropagation) द्वारा पादप उत्पादन के निम्न लाभ हैं:
प्रश्न 11.
पत्ती में कर्तोतक पदाप के प्रवर्धन में जिस माध्यम का प्रयोग किया जाता है, उसमें विभिन्न घटकों का पता लगाइए।
उत्तर:
संवर्धन माध्यम के निम्न प्रमुख घटक होते हैं:
प्रश्न 12.
शस्य पादपों की किन्हीं पाँच संकर किस्मों के नाम बताएँ जिनका विकास भारतवर्ष में हुआ है।
उत्तर:
धान: IR - 36, पूसा बासमती - I, जया, पदमा, रतना
गेहूँ: सोनलिका, कल्यान सोना, (HD - 3090 पूसा अमूल्या 2013 में), (HD - 3086 पूसा गौतमी 2013 में)
मक्का: गंगा - 5, रंजीत नवजोत,