Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 11 English Woven Words Short Stories Chapter 6 The Third and Final Continent Textbook Exercise Questions and Answers.
The questions presented in the RBSE Solutions for Class 11 English are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 11 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts. Our team has come up with Tenses Class 11 to ensure that students have basic grammatical knowledge.
Understanding the Text :
Question 1.
Indicate the details that tell us that the narrator was not very financially comfortable during his stay in London.
उस विवरण को बताइये जिससे हमें पता चलता है कि अपने लन्दन प्रवास के दौरान लेखक आर्थिक रूप में बहुत ज्यादा आरामदायक स्थिति में नहीं था।
Answer:
The narrator was not in a comfortable financial condition during his stay in London. He travelled in a third class cabin. He was struggling to earn his livelihood. The author with his three or four friends resided and shared an icy cold washroom. They took turns cooking pots of curry which they ate with hands on a table covered with newspapers. His habit of walking barefoot, smoking, drinking tea, going to Lord's all show that he had no stability in his life. The word 'Penniless' describes his real position of poverty.
वक्ता अपने लन्दन प्रवास के दौरान आरामदायक आर्थिक स्थिति में नहीं था। उसने तृतीय श्रेणी के कैबिन में यात्रा की। वह अपनी आजीविका कमाने के लिए संघर्ष कर रहा था। लेखक अपने तीन या चार मित्रों के साथ बर्फ जैसा ठण्डा नहाने का कमरा प्रयोग करता था। वे करी पकाने के बर्तनों की बारी का इन्तजार करते थे जिसे वे अखबारों से ढकी मेज पर बैठकर हाथ से खाया करते थे। उसकी नंगे पैर चलने की आदत, धूम्रपान, चाय पीना, लार्ड्स जाना यह सब यह दिखाता है कि उसके जीवन में कोई स्थिरता नहीं थी 'पैनीलेस' शब्द उसकी गरीबी की वास्तविक स्थिति को प्रदर्शित करता है।
Question 2.
How did the narrator adjust to the ways of life first in London and then in Cambridge, U.S.A.?
वक्ता ने पहले लन्दन और फिर कैम्ब्रिज, अमेरिका के जीवन से अपने आप को किस प्रकार समायोजित किया?
Answer:
The narrator saw numerous variations in his life and he had to adjust himself in London as well as in America. He started working in a library to meet his expenses. He adjusted in his accommodation sharing food, toilet etc.
He used to eat with hands, soaking his dirty dishes in the tub, lounging barefoot. In America, he adjusted to various noises such as flashing sirens, fleet of buses, distraction and suffocation. His life at the YMCA building was intolerable because of incovenient living conditions. Thus, he had to adjust a lot.
वक्ता ने अपने जीवन में अनगिनत परिवर्तन देखे और उसे लन्दन और अमेरिका में स्वयं को समायोजित करना पड़ा। उसने अपने खर्चों को पूरा करने के लिए पुस्तकालय में कार्य करना शुरू कर दिया। उसे अपने आवास, भोजन बाँटना, स्नानगृह आदि में समायोजन करना पड़ा। वह हाथ से खाना खाता था, टब में गन्दे बर्तन डुबाता था, नंगे पैर चलता था।
अमेरिका में, उसने अनेक प्रकार के शोरगुल के प्रति स्वयं को समायोजित किया जैसे सायरन की आवाज, बसों का साथ चलना, व्यवधान और दम-घोंटू वातावरण। YMCA इमारत में उसका जीवन असुविधाजनक रहने की स्थितियों के कारण असहनीय था। इस प्रकार उसे बहुत अधिक समायोजित करना पड़ा।
Question 3.
What do you understand of the character of Mrs. Croft from the story?
कहानी से आप श्रीमती क्रॉफ्ट के चरित्र के बारे में क्या समझते हैं?
Answer:
Mrs. Croft is an amiable character in the story. She is one hundred three years old. She is very commanding with an authoritative tone in her voice. She is very firm when it comes to follow instructions. She is orthodox with her ideals. She seems hard from outside but her heart is very soft. She is strict and does not allow any lady visitor in her house. She is grateful and kind. There are various shades of light which can be thrown while drawing her character. She is a wonderful character.
कहानी में श्रीमती क्रॉफ्ट एक प्रिय पात्र है। वह एक सौ तीन वर्ष की है। वह अपनी अधिकार जताने वाली आवाज में आदेश देने वाली है। जब निर्देश पालन की बात आती है तो वह अत्यन्त दृढ़ है। वह अपने आदर्शों के प्रति कठोर है। वह बाहरी रूप से कठोर दिखाई देती है लेकिन हृदय से अत्यन्त कोमल है। वह कठोर है और किसी भी महिला आगन्तुक को अपने घर में आने की अनुमति नहीं देती है। वह कृतज्ञ और दयालु है। उसके चरित्र की रोशनी के विविध रंग हैं जो कि उसके चरित्र-चित्रण के समय उसके लिए रंगे जा सकते हैं। वह एक शानदार चरित्र है।
Question 4.
What kind of a relationship did Mrs. Croft share with her daughter Helen?
श्रीमती क्रॉफ्ट का अपनी पुत्री हेलन के साथ किस प्रकार का सम्बन्ध था?
Answer:
The relationship between Mrs. Croft and her daughter was peculiar. It was devoid of love and affection. Their life was very practical based on strong reasons and logic. She was not emotional at all. She carried on her responsibilities for her mother as a mere rotation.
She did not possess care and empathy for her mother. She knew her mother's weaknesses. They had different views on women wearing mini skirts on the streets. Helen was quite indifferent to her mother's need of constant assistance, supervision and above all - love and affection.
श्रीमती क्रॉफ्ट एवं उसकी बेटी के बीच का सम्बन्ध विशेष प्रकार का था। इसमें प्रेम एवं स्नेह नहीं था। उनका जीवन तर्क पर आधारित व्यावहारिक जीवन था। वह बिल्कुल भी भावनात्मक नहीं थी। वह अपनी माँ के प्रति अपने उत्तरदायित्व एक प्रतिदिन के व्यवहार के रूप में करती थी। उसे अपनी माँ की चिन्ता और उसके प्रति सहानुभूति नहीं थी। वह अपनी माँ की कमजोरियों को जानती थी। उनके महिलाओं के सड़कों पर छोटी स्कर्ट पहनने पर अलग-अलग विचार थे। हेलन अपनी माँ की लगातार सहायता, देखभाल और इन सबसे ज्यादा प्रेम और स्नेह की आवश्यकता के प्रति पूरी तरह उदासीन थी।
Question 5.
How does the narrator bring out the contrast between the Indian way of life and American society? Do you think his wife Mala adjusted comfortably to the new way of life?
वक्ता किस प्रकार भारतीय जीवन पद्धति एवं अमेरिकी समाज के बीच विषमता प्रदर्शित करता है? क्या आप सोचते हैं कि उसकी पत्नी माला नई जीवन पद्धति में आसानी से समायोजित हो गई?
Answer:
Indian way of life and American society are quite different. This difference has been presented in the story by eating with hands in Indian way while American way cannot even think of it at is obvious in wearing as well. American women folk wear mini skirts while Indian woman wear sarees. Indian women put vermillion in their hair and red circle on their forehead and red dye on the edge of their feet while it has no place in American society. No, Mala took a long time to adjust herself in her new way of life.
भारतीय जीवन पद्धति और अमेरिकी समाज पूरी तरह से अलग हैं। कहानी में यह अन्तर हाथ से खाने की भारतीय पद्धति एवं अमेरिकी समाज ऐसी परम्परा के बारे में सोच भी न होने के रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह साथ ही कपड़े पहनने से भी स्पष्ट है। अमेरिकी महिलाएँ छोटी स्कर्ट पहनती हैं जबकि भारतीय महिलाएँ साड़ी पहनती हैं। भारतीय महिलाएँ बालों में सिन्दूर लगाती हैं और माथे पर लाल बिन्दी लगाती हैं और अपने पैरों के किनारों पर आल्ता लगाती है जबकि इसका अमेरिकी समाज में कोई स्थान नहीं है। नहीं, माला ने नई जीवन पद्धति में ढलने में एक लम्बा समय लिया।
Question 6.
How does the bond of affection between Mrs. Croft and the narrator evolve?
श्रीमती क्रॉफ्ट और वक्ता के बीच प्रेम का बन्धन किस प्रकार विकसित होता है?
Answer:
There evolves an unknown bond of love between the narrator and Mrs. Croft. When he comes to know that she is one hundred three years old, he becomes depressed because there is no one to look after her. He cannot tolerate the fact of a widow living all alone by herself. It pains him to see her so unguarded. He starts to take care of her as if she were his own mother. He sits with her on the bench and sometimes makes sure that she is sitting upright on the bench or is safe in her bedroom. Thus, the strong bond evolved between them.
वक्ता और श्रीमती क्रॉफ्ट के बीच प्रेम का अज्ञात बन्धन विकसित हो जाता है। जब उसे पता चलता है कि वह एक सौ तीन वर्ष की है तो वह निराश हो जाता है क्योंकि उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। वह इस वास्तविकता को स्वीकार नहीं कर पाता है कि कोई विधवा पूरी तरह से अकेली रहे ।
वक्ता को उसे इस प्रकार असुरक्षित देखकर दुःख होता है। वह श्रीमती क्रॉफ्ट की इस प्रकार देखभाल शुरू कर देता है जैसेकि वह उसकी अपनी माँ हो। वह उसके साथ बैन्च पर बैठता है और कभी-कभी सुनिश्चित करता है कि वह ठीक प्रकार से अपनी बैन्च पर बैठी है अथवा अपने शयन कक्ष में सुरक्षित है। इस प्रकार उनके बीच मजबूत बन्धन विकसित हो जाता है।
Talking about the Text :
Question 1.
Living abroad is challenging in many ways.
विदेशों में रहना अनेकों प्रकार से चुनौतीपूर्ण होता है।
Answer:
Undoubtedly, living abroad is a challenge in many ways. First of all, there arises a crisis of identity. One who shifts abroad is treated as a second hand citizen in every country of the world. European and American countries never accept Asian people to reside there. This feeling continues even if they take citizenship of that particular country.
They have also suffer from violence physical as well as mental. The difference is ethnicity strikes people of other nations a lot. These people do not have stability of life so they have to live on certain grounds. They do not have financial security. There is a wide gap between the money they earn and the type of life they want to live. Education, health etc. are also very expensive. The law and order system differs from one nation to another. Thus, people feel neglected. So living in another country is not so simple as it is expected.
निःसन्देह, विदेश में रहना कई प्रकार से एक चुनौती होता है। सर्वप्रथम, पहचान की समस्या उत्पन्न होती है। वह व्यक्ति जो दूसरे देश में जाकर रहता है उसे हमेशा विश्व के प्रत्येक देश में दूसरे दर्जे का नागरिक माना जाता है। यूरोप और अमेरिका के देश एशिया के लोगों को रहने के लिए कभी भी स्वीकार नहीं करते हैं। यह भावना उस समय भी बनी रहती है जब वे उस देश की नागरिकता भी ले लेते हैं। उन्हें शारीरिक और मानसिक हिंसा का भी शिकार होना पड़ता है।
दूसरे देश के लोगों को अत्यधिक जातीय भेदभाव का सामना करना पड़ता है। इन लोगों का जीवन स्थिर नहीं होता है इसलिए उन्हें अनिश्चित स्थितियों में रहना पड़ता है। उनकी आर्थिक सुरक्षा भी नहीं होती है। जितना धन वे कमाते हैं और जिस प्रकार का जीवन वे जीना चाहते हैं उसमें एक बड़ा अन्तराल होता है। शिक्षा, स्वास्थ्य आदि भी अत्यधिक महँगे होते हैं । एक देश से दूसरे देश की कानून व्यवस्था भिन्न होती है। इस प्रकार लोग उपेक्षित महसूस करते हैं। इसलिए दूसरे देश में रहना इतना सरल नहीं होता है जितनी आशा की जाती है।
Question 2.
The Indian family system offers more security to the aged than what is found in the West.
भारतीय परिवार व्यवस्था पश्चिम में पाई जाने वाली परिवार व्यवस्था की तुलना में ज्यादा सुरक्षा प्रदान करती है।
Answer:
It is well known and ages old tradition in Indian society and family system that Indians follow certain values. They respect their elders, they take care of their parents in old age, respect Guru or spiritual teachers and give their contribution to mankind and society selflessly. In India, we pass our cultural, spiritual and ancient heritage and values to our next generation.
We still feel proud in keeping our old parents at home and serve them as they had served us in our childhood. We seek advice from them in our difficult time. The people who send their parents in the Age Homes are critisised in society. The elderly people in India are obeyed and revered. They are considered to be the fountain of knowledge and wisdom. Old age is the time when a person is expected to relax, enjoy, solitude, pray to God and spend time in the company of their grand children. And this tradition has been retained by most of Indians.
यह भारतीय समाज और परिवार प्रथा की सुविदित एवं युगों पुरानी परम्परा है कि भारतीय मूल्यों को अत्यधिक महत्त्व देते हैं। वे अपने बड़ों का सम्मान करते हैं, वे अपने माता-पिता की बुढ़ापे में देखभाल करते हैं, गुरु और आध्यात्मिक अध्यापकों का सम्मान करते हैं और मानवता तथा समाज के प्रति निःस्वार्थ भाव से अपना योगदान देते हैं। भारत में, हम अपनी सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और प्राचीन विरासत और मूल्यों को अगली पीढ़ी को सौंप देते हैं। हम अभी भी अपने वृद्ध माता-पिता को घर में होने पर गर्व महसूस करते हैं और उनकी उसी तरह सेवा करते हैं जिस प्रकार उन्होंने हमारे बचपन में हमारी सेवा की थी।
हम अपने कठिन समय में उनकी सलाह लेते हैं। वे लोग जो अपने माता-पिता को वृद्धाश्रम में भेज देते हैं, समाज में उनकी आलोचना होती है। भारत में बुजुर्ग लोगों की आज्ञा का पालन किया जाता है और उनका सम्मान किया जाता है। उन्हें ज्ञान और बुद्धिमानी का फव्वारा माना जाता है। वृद्धावस्था वह समय होता है जब व्यक्ति से आराम करने, एकान्त का आनन्द लेने, भगवान की उपासना करने और अपने नाती-पोतों के साथ समय गुजारने की आशा की जाती है। यह परम्परा अधिकतर भारतीयों द्वारा बनाए रखी गई है।
Question 3.
The eccentricities of the old are often endearing.
वृद्ध लोगों की सनक प्रायः प्रिय लगने वाली होती हैं।
Answer:
It can be undoubtedly claimed that the old people have so many eccentricities in their lives but they are endearing. Old people generally are forgetful which becomes a matter of laughter in the family. The innocence and humility that they show in the family and other people amuses each one of us. They demand so many things as a child demands which also brings happiness in the family. They become habitual of neglecting what they are told not to do, this also brings amusement to one and all in the family.
Apart it, they give moral lesson to children in the family. They look after and care for the welfare of the family. Sometimes, some of their habits become irritating but it is our duty to love and respect them at the time when they are in the evening of their lives and they need our care most. Their eccentricities should be considered merely a habit of the old age so we must have grace and smile on our lips to make their lives happy.
यह निःसन्देह दावा किया जा सकता है कि वृद्ध लोगों के जीवन में बहुत-सी सनक होती है लेकिन वे प्रिय लगने वाली होती हैं। वृद्ध लोग अक्सर भूल जाते हैं जो कि परिवार में हँसी का कारण बन जाता है। वह निर्दोषता एवं विनम्रता जो वे अपने परिवार और दूसरे लोगों को दिखाते हैं, हममें से प्रत्येक व्यक्ति का मनोरंजन करती है। वे बहुत-सी वस्तुओं की माँग करते हैं जिस प्रकार से बच्चा करता है वह भी परिवार में मनोरंजन लाता है। इसके अतिरिक्त, वे परिवार में बच्चों को नैतिक मूल्य सिखाते हैं।
वे परिवार की भलाई के लिए उसकी देखभाल और चिन्ता करते हैं। कभी-कभी उनकी कुछ आदतें हमें नाराज कर देती हैं लेकिन यह हमारा उत्तरदायित्व है कि हम उनको प्रेम करें और उनका सम्मान करें उस समय जब वे अपने जीवन के संध्याकाल में हैं और उन्हें हमारी चिन्ता की सबसे ज्यादा आवश्यकता है। उनकी सनक को केवल वृद्धावस्था की आदत मानना चाहिए। इसलिए हमारे होंठों पर उनके जीवन को खुश करने के लिए हमेशा मुस्कराहट रहनी चाहिए।
Appreciation :
Question 1.
Discuss the manner in which the author interweaves details of the narrator's family with the flow of the main narrative.
उस शैली का वर्णन करिए जिसमें लेखक ने वक्ता के परिवार और मुख्य कहानी के प्रवाह को एक साथ मिला दिया है।
Answer:
It is important to get familiar with the narrator's family so that the readers may understand the psyche and mentality of the narrator. The childhood of the narrator was full of turbulances and hustle and bustle. He spent a very disturbed life at his tender age. This description is important to understand his bond with Mrs. Croft.
In a natural way, he expresses his great concern over the death of his own father when he describes the old age of Mrs. Croft and finds her living all alone. He views an image of his own mother in her. He tells that his mother could not adjust to the death of his father and she became insane. Her health was on the verge of deterioration but he cared her till her last breath. Thus, the writer interweaves the family of the narrator and the main narrative.
यह महत्त्वपूर्ण है कि लेखक के अपने परिवार का पूरा परिचय हो ताकि पाठक वक्ता की मनोस्थिति और मानसिकता को समझ सकें। वक्ता का बचपन अत्यन्त परेशानियों और विपत्तियों में बीता । अपनी प्रारम्भिक उम्र में ही उसने अनेक कठिनाइयों का सामना किया।
यह विवरण उसके श्रीमती क्रॉफ्ट के प्रति उसके बन्धन को समझने के लिए आवश्यक है। एक स्वाभाविक रूप से, वह अपने पिता की मृत्यु पर गहन चिन्ता व्यक्त करता है जब वह श्रीमती क्रॉफ्ट की वृद्धावस्था का वर्णन करता है और उसे अकेले रहते हुए पाता है। वह श्रीमती क्रॉफ्ट में अपनी माँ की छवि देखता है। वह बताता है कि उसकी माँ उसके पिता की मृत्यु को सहन नहीं कर सकी और वह विक्षिप्त हो गई। उसका स्वास्थ्य नष्ट होने के कगार पर था लेकिन वक्ता ने अपनी माँ की अन्तिम सांस तक देखभाल की। इस प्रकार, लेखक ने वक्ता के परिवार और मुख्य कहानी को आपस में मिला दिया है।
Question 2.
'Mrs. Croft's death was the first death I mourned in America, for, hers was the first life I had admired; she had left this world at last, ancient and alone, never to return' - how do these lines encapsulate the bond that is possible between two strangers?
"श्रीमती क्रॉफ्ट की मृत्यु अमेरिका में पहली मृत्यु थी जिसके लिए मैंने शोक व्यक्त किया क्योंकि उसका ही जीवन था जिसकी मैंने प्रशंसा की; अन्त में वह इस संसार को छोड़कर चली गई, वृद्ध एकाकी, कभी भी न लौटने के लिए" ये पंक्तियाँ किस प्रकार उस बन्धन को प्रदर्शित करती हैं जो कि दो अन्जान व्यक्तियों के बीच सम्भव है?
Answer:
The narrator was a resident of India who went to Britain for his study. Later on, he reached America where he felt very detached from people staying around him abroad. He was away from his home and his family. He could not get any feeling of affection from anybody in America. He was quite alienated with the people of America. But when he came into contact with Mrs. Croft, he developed a strange relationship with her. He was amazed to know that she had lived more than a century in the world. She lived all alone.
Thus, he began to feel a responsibility towards her. He was pained to know that a widow of one hundred three years of age lived without being taken care by anybody. She was also satisfied with the narrator if he helped her in her small household works and giving eight dollars every week putting in an envelope in time. The story is full of such instances that show that there was an unsung and untold bond between the narrator and Mrs. Croft.
वक्ता भारत का नागरिक था जो कि अध्ययन के लिए ब्रिटेन गया। उसके बाद, वह अमेरिका पहुँचा जहाँ पर विदेश में वह अपने आस-पास रहने वाले लोगों से दूरी बनाकर ही रहता था। वह अपने घर और अपने परिवार से दूर था। उसे अमेरिका में किसी से ही प्रेम नहीं मिला। वह अमेरिकी लोगों में पूरी तरह से अनजान व्यक्ति था परन्तु जब वह श्रीमती क्रॉफ्ट के सम्पर्क में आया तो उसके साथ उसका एक विचित्र सम्बन्ध स्थापित हो गया। वह यह जानकर आश्चर्यचकित था कि वह संसार में एक शताब्दी से ज्यादा रह चुकी है।
वह अकेली ही रहती थी। इस प्रकार, वह श्रीमती क्रॉफ्ट के प्रति अपना उत्तरदायित्व महसूस करने लगा। उसे यह जानकर दु:ख हुआ कि एक सौ तीन वर्ष की एक विधवा बिना किसी की देखभाल किए अकेली रहती थी। वह वक्ता से सन्तुष्ट थी यदि वह उसके घर के छोटे-छोटे कार्य कर देता था और सही समय पर एक लिफाफे में रखकर आठ डॉलर प्रति सप्ताह उसे दे देता था। यह कहानी ऐसे उदाहरणों से भरी हुई है जो यह प्रदर्शित करते हैं कि वक्ता और श्रीमती क्रॉफ्ट के बीच एक बिना नाम का और बिना कहा गया बन्धन था।
Question 3.
Examine the pieces of conversation in the story. How do they reflect the worldview of each of the speakers?
कहानी में वार्तालाप के अंशों का परीक्षण कीजिए। वे किस प्रकार .प्रत्येक वक्ता का विश्व के प्रति दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं?
Answer:
Everybody has his or her views towards the world issues without discrimination of their living. They have their own views and apparently declares them. In this story also the different speakers hold their different views.
The various conversations among various people reflect a lot about people's participation on various issues and attitudes towards each other and humanity in general. When the narrator first comes to Mrs. Croft, she has a very firm and hypocritical attitude.
He comes to know that it is necessary to belong to a very high standard place such as Tech or Harvard otherwise no one will be able to have even a room on rent. The Americans' proud on reaching moon is another view which show their superiority complex. She softens her attitude towards the narrator when she gets eight dollars in time.
Mrs. Croft does not allow a lady visitor. She does not like a private talk between a man and a woman. Helen, being a daughter of Mrs. Croft, should take care of her but she is indifferent towards her mother. But inspite of all this, a bond developes between the old lady and the narrator which is a matter of appreciation.
प्रत्येक व्यक्ति का बिना निवास के भेदभाव के संसार की समस्याओं के प्रति अपना दृष्टिकोण होता है। उनके अपने दृष्टिकोण होते हैं और वे खुलकर उन्हें व्यक्त करते हैं। इस कहानी में भी, विभिन्न वक्ता अपनाअपना भिन्न दृष्टिकोण प्रकट करते हैं। विभिन्न लोगों के बीच विभिन्न वार्तालाप एक-दूसरे के प्रति और सामान्य रूप से मानवता के प्रति विभिन्न समस्याओं और मानसिकताओं पर लोगों के विभिन्न दृष्टिकोणों के प्रति अत्यधिक प्रकाश डालते हैं। जब वक्ता पहली बार श्रीमती क्रॉफ्ट के पास आता है, तो श्रीमती क्रॉफ्ट के दृढ़ और पाखण्डपूर्ण दृष्टिकोण को पाता है। उसे पता लगता है कि किसी अत्यधिक उच्च स्तर के स्थान से, जैसे - टैक अथवा हार्वर्ड, से जुड़े हुए होना अति आवश्यक है अन्यथा उसे किराये पर एक कमरा तक नहीं मिलेगा।
अमेरिकी लोगों का चन्द्रमा पर पहुँचने का गर्व एक और दृष्टिकोण है जो उनकी श्रेष्ठता की ग्रन्थि को दर्शाता है। उसका (श्रीमती क्रॉफ्ट का) दृष्टिकोण वक्ता के प्रति कोमल हो जाता है जब उसे समय पर आठ डॉलर मिल जाते हैं। श्रीमती क्रॉफ्ट किसी महिला के आने की अनुमति नहीं देती है। उसे एक महिला और पुरुष के बीच एकान्त में वार्ता करना भी पसन्द नहीं है । हेलन को, श्रीमती क्रॉफ्ट की पुत्री होने के नाते, उसकी देखभाल करनी चाहिए लेकिन वह अपनी माँ के प्रति उपेक्षा प्रदर्शित करती है। लेकिन इस सबके बावजूद वक्ता और बूढ़ी महिला के बीच एक बन्धन विकसित हो जाता है जो कि प्रशंसनीय है।
Question 4.
There are many instances of gentle humour in the story. Point out some of these and state how this contributes to the interest of the narration.
कहानी में कोमल हास्य के अनेकों उदाहरण मौजूद हैं। उनमें से कुछ बताइये और यह भी बताइये कि यह कहानी में रुचि को बनाये रखने में किस प्रकार योगदान देती है?
Answer:
The story is full of gentle and mild humour which contributes a lot to maintain the interest in the story. First of all, we have a smile on our faces when Mrs. Croft forbids the narrator about a lady visitor. She clearly warns him about it. Next, she does not have any belief in physical proximity between a male and female.
She does not like that a gentleman and a lady who are not married to each other should hold private conversation without a chaperone. When Mrs. Croft meets Mala first time, she declares with disbelief and delight that she is a perfect lady. At this utterance, the couple begins to laugh mildly which paves a way for them to know each other. The humorous situation arises when the old lady again and again asks the narrator to say 'splendid', 'a flag on the moon'. Thus, the reader is lost in the story.
कहानी हल्के-फुल्के हास्य से परिपूर्ण है जो कि कहानी में रुचि बनाये रखने में अत्यधिक योगदान देती है। सर्वप्रथम हमारे चेहरों पर मुस्कराहट तब आती है जब श्रीमती क्रॉफ्ट वक्ता से किसी महिला आगन्तुक की स्पष्ट मना कर देती है। वह वक्ता को इस बारे में स्पष्ट चेतावनी देती है। आगे, उसे किसी महिला और पुरुष के पास आने में कोई विश्वास नहीं है।
उसे यह बिल्कुल भी पसन्द नहीं है कि एक पुरुष और महिला, जिनकी एक-दूसरे से शादी नहीं हुई है, एकान्त में बिना संरक्षिका के बातचीत करें। जब श्रीमती क्रॉफ्ट की माला से पहली बार मुलाकात होती है तो वह अविश्वास और खुशी से बताती है कि माला एक पूर्ण महिला है। इस वक्तव्य पर, दम्पत्ति हँसने लगते हैं जो कि उनके एक-दूसरे को जानने का रास्ता बनता है। हास्य की स्थिति तब भी उत्पन्न होती है जब श्रीमती क्रॉफ्ट वक्ता से बार-बार 'शानदार' और 'चन्द्रमा पर ध्वज' बोलने के लिए कहती है। इस प्रकार पाठक कहानी में खो जाता है।
Language Work:
Question 1.
'Don't expect 'an English cup of tea'-how does this phrase bring out the contrast between the English and American attitude?
Answer:
It is true that British people are more humble and polite and hospitable towards their guests in comparison to American people. The life of British people is not so fast as that of Americans.The fact is that they have quite different lines. In America, people are highly competitive. “Everybody feels he must get to the top'. Thus, they have an immense feeling of competition.
Question 2.
How did the narrator learn to distinguish between a flask' and 'a thermos'?
Answer:
The narrator was a teetotaller. He did not like to have any kind of drugs. When he went to market to buy tea bags and a 'flask’, he came to know that what he wanted was actually a 'thermos' not a 'flask'. In fact ‘flask’ was another thing which was used to store whisky and he had not consumed whisky so far.
Question 3.
It took the narrator quite some time to understand that what he heard as 'piper', in fact, meant 'paper and the phrase “mind the gap' in the Tube. What do you think caused the problem?
Answer:
The narrator was from Indian origin and the pronunciation in India and Britain was quite different. So this problem started with the language and its pronunciation. When he shifted to the USA, it was a new language with a style of pronunciation. The only language that he could speak was Bengali, his own mother tongue. Thus, the problem arose due to language and its pronunciation.
Question 4.
Make a list of items that are referred to differently in British and American
English, for example, "lift' (BE) elevator' (AmE).
Answer:
Lavatory (BE) -- Bathroom (AmE)
Favour (BE) -- Favor (AmE)
Windscreen (BE) -- Windshield (AmE)
Barrister (BE) -- Attorney (AmE)
Flat (BE) -- Apartment (AmE)
Cinema (BE) -- Movie (AmE)
Holiday (BE) -- Vacation (AmE)
Sweet (BE) -- Candy (AmE)
Mobile phone (BE) -- Cell phone (AmE)
Wardrobe (BE) -- Closet (AmE)
Biscuit (BE) -- Cookie (AmE)
Chemist (BE) -- Drug store (AmE)
Question 5.
See if you understand what the following words that are parts of a house mean. Look up the dictionary if you don't.
parlour, foyer, lounge, porch, lobby, attic, portico
Answer:
parlour: It is a room in a private house or establishment where people can sit and talk and relax. It is also a reception room in an inn or club where visitors can be received.
foyer: It is a large entrance or reception room area where people meet or wait just inside the main doors of a building such as a theatre or hotel.
lounge: In a hotel, club or other public place, a lounge is a room where people can sit and relax, at airport, it is a very large room where people can sit and wait for aircraft to arrive or leave.
porch: A porch is a raised platform built along the outside wall of a house and often covered with a roof. It may be a sheltered area at the entrance to a building.
lobby: In a hotel or other large building, the lobby is the area near the entrance that usually has corridors and staircases leading off it.
attic: It is a floor consisting of open space at the top of a house just below roof. It is often used for storage.
portico: Portico is an entrance to a building consisting of a covered and often columned area. In other words it is a large covered area at the entrance to a building with pillars that support the roof.
Short Questions Answers :
Question 1.
How did the narrator's relationship with Mala evolve?
वक्ता का सम्बन्ध माला के साथ किस प्रकार विकसित हुआ?
Answer:
The narrator's relationship with Mala first started out as tense. He felt that his marriage was like a job. Something he had to wake up to and live with for the rest of his day till he went to sleep. Mala used to do the household duties and when Mr. Croft admitted her as a perfect lady, their relationship evolved.
माला के साथ वक्ता का सम्बन्ध प्रारम्भ में तनाव भरा था। वह महसूस करता था कि उसकी शादी एक रोजगार की तरह है। उसे जागना और अपने जीवन भर उसे माला के साथ रहना था जब तक वह सोने जाए। माला घर के सारे कार्य करती थी और जब श्रीमती क्रॉफ्ट ने उसकी प्रशंसा की कि वह एक सम्पूर्ण महिला थी, उनका सम्बन्ध विकसित हो गया।
Question 2.
Why was the narrator "a gentleman' according to Mrs. Croft?
श्रीमती क्रॉफ्ट के अनुसार वक्ता 'एक सज्जन व्यक्ति' क्यों है?
Answer:
When the narrator came to live in the house of Mrs. Croft, he adjusted himself. He knew that Mrs. Croft was an old lady so he used to take care of her. He paid the house rent on due date, so within a few weeks, the two had reached on understanding. Mrs. Croft was touched by the narrator's co-operative nature. Thus, she told her daughter that the boarder was a gentleman'.
जब वक्ता श्रीमती क्रॉफ्ट के घर में रहने आया तो उसने स्वयं को समायोजित कर लिया। वह जानता था कि श्रीमती क्रॉफ्ट एक वृद्ध महिला है अतः वह उसकी देखभाल करता था। वह घर का किराया निर्धारित तिथि को भुगतान करता था, अतः कुछ हफ्तों में उन दोनों के बीच आपसी समझ विकसित हो गई। श्रीमती क्रॉफ्ट वक्ता के सहयोगात्मक व्यवहार से अत्यन्त प्रभावित थी। इस प्रकार उसने अपने बेटी से वक्ता को 'एक सज्जन व्यक्ति' कहा।
Question 3.
How did the writer come to know about the real age of Mrs. Croft? What was impact on him of this information?
लेखक को श्रीमती क्रॉफ्ट की वास्तविक उम्र के बारे में कैसे पता चला? इस सूचना का उसके ऊपर क्या प्रभाव पड़ा?
Answer:
The narrator used to think that Mrs. Croft might be eighty to ninety years old. But when her daughter came and met the narrator, she disclosed that Mr. Croft was one hundred three years old. Immediately, he felt more protective to her and offered to help her as much as he could. Although Helen reminded him that her mother was completely independent.
वक्ता श्रीमती क्रॉफ्ट की उम्र के बारे में सोचा करता था कि वह अस्सी से नब्बे वर्ष तक की हो सकती है। लेकिन जब उसकी बेटी हेलन आयी और वक्ता से मिली तो उसने बताया कि श्रीमती क्रॉफ्ट एक सौ तीन वर्ष की है। तुरन्त, उसे महसूस हुआ कि उसे श्रीमती क्रॉफ्ट की और ज्यादा सुरक्षा करनी चाहिए और उसने जितनी वह सहायता कर सकता था उतनी सहायता करने का वायदा किया, यद्यपि हेलन ने उसे याद दिलाया कि उसकी माँ पूरी तरह से आत्मनिर्भर है।
Question 4.
How does the narrator want to transfer the Indian way of living and moral value to the next generation?
वक्ता किस प्रकार भारतीय जीवन पद्धति और नैतिक मूल्यों को अगली पीढ़ी के लिए हस्तान्तरित करना चाहता है?
Answer:
The narrator and his entire family are now American citizens yet he wants to retain the Indian way of life and moral values and transfer them to his son. For this purpose, he brings his son from Cambridge back home on weekends. He eats rice with him with his hands and speaks Bengali as he sometimes worries that his son will no longer do these things after the narrator.
अब वक्ता और उसका पूरा परिवार अमेरिकी नागरिक है लेकिन फिर भी वह भारतीय जीवन पद्धति और नैतिक मूल्यों को बनाये रखना चाहता है और उन्हें अपने पुत्र को हस्तान्तरित करना चाहता है। इस उद्देश्य के लिए वह सप्ताहान्त में अपने पुत्र को कैम्ब्रिज से वापस घर ले आता है। वह उसके साथ हाथ से चावल खाता है और बांग्ला भाषा में बात करता है क्योंकि उसे कभी-कभी चिन्ता होती है कि उसके बाद उसका पुत्र यह सब काम नहीं करेगा।
Question 5.
What does the title convey about the story?
शीर्षक कहानी के बारे में क्या बताता है?
Answer:
The story "The Third and Final Continent by Jhumpa Lahiri is a story of isolation. Isolation about loneliness, foreigners and feeling out of place in a strange world. According to the title, America is the third continent and ultimately, he stays there with his wife and son. He retains his Bengali heritage. Thus, he adjusts himself in the third continent.
झुम्पा लाहिरी द्वारा लिखित कहानी 'The Third and Final Continent' एकाकीपन की कहानी है। यह एकाकीपन अकेले रहने, विदेशीपन और इस विचित्र संसार में स्थान की भावना के बारे में है। शीर्षक के अनुसार, अमेरिका तीसरा महाद्वीप है और अन्त में, वह अपनी पत्नी और बेटे के साथ वहीं रहता है। वह अपनी बंगाली विरासत को बनाये रखता है। इस प्रकार वह स्वयं को तीसरे महाद्वीप में व्यवस्थित करता है।
Question 6.
Why was the writer in search of a room? How did he get one?
लेखक एक कमरे की तलाश में क्यों था? उसे एक कमरा कैसे मिला?
Answer:
When the narrator reached America, he was staying in a room that was not comfortable to live in. So he was in search of a room that could be more comfortable. For this purpose, he reads the newspaper every day and one day, he encounters such information. He goes there. An elderly woman opens the door. They talks and settles the matter.
जब वक्ता अमेरिका पहुँचा तो वह एक ऐसे कमरे में रह रहा था जो रहने के लिए सुविधाजनक नहीं था। इसलिए वह एक ऐसे कमरे की तलाश में था जो कि ज्यादा सुविधाजनक हो। इस उद्देश्य के लिए वह प्रतिदिन अखबार पढ़ता है और एक दिन उसे ऐसी सूचना मिल जाती है। वह वहाँ जाता है। एक वृद्ध महिला दरवाजा खोलती है। वे बातचीत करते हैं और मामले को व्यवस्थित कर लेते हैं।
Long Questions Answers :
Question 1.
What is the significance of the title of the story?
कहानी के शीर्षक का क्या महत्त्व है? स्पष्ट कीजिए।
Answer:
The title of the story is unique which suggests the narrator's shifting from one continent to the other. The title shows that the narrator can survive life on three continents and he adapts himself wherever he goes or shifts. The title also conveys the message that if the narrator can survive on three continents successfully, the other people also can accomplish what do they intend to do. It also shows that the narrator takes three continents to finally adapt in America.
कहानी का शीर्षक अत्यन्त नये प्रकार का है जो कि वक्ता के एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप पर पहुँचने के बारे में बताता है। शीर्षक प्रदर्शित करता है कि वक्ता तीन महाद्वीपों पर अपना जीवन चला सकता है और जहाँ भी जाये अथवा व्यवस्थित करे वह स्वयं का अनुकूलन कर सकता है। शीर्षक यह सन्देश भी देता है कि यदि वक्ता तीन महाद्वीपों पर सफलतापूर्वक रह सकता है तो अन्य लोग भी अपनी इच्छानुसार अपनी आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं। यह ये भी प्रदर्शित करता है कि वक्ता अन्त में अमेरिका में अनुकूलन करने से पूर्व तीन महाद्वीपों में जाता है।
Question 2.
How do the Indian people struggle daily in a new country like America?
भारतीय नागरिक अमेरिका जैसे देशों में प्रतिदिन किस प्रकार संघर्ष करते हैं?
Answer:
The pace of life in the countries like America is different. The life, here, runs on a fast speed and everybody feels he must get to the top. For this purpose, people migrate to America but they face harsh realities as soon as they reach there. They don't get house to live in.
Car horns produce shrill and prolonged sound one after another. Flashing sirens tell the endless emergencies, doors of fleet of buses open and close with a powerful hiss throughout the night and distraction and suffocation all disturb them.
अमेरिका जैसे देशों में जीवन की गति अत्यन्त अलग है। यहाँ पर जीवन तेज गति से दौड़ता है और प्रत्येक व्यक्ति यह सोचता है कि वह सबसे आगे होना चाहिए। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए, लोग अमेरिका जाते हैं लेकिन जैसे ही वे वहाँ पहुँचते हैं, उन्हें कठोर वास्तविकताओं का सामना करना पड़ता है। उन्हें रहने के लिए घर नहीं मिलता है।
एक के बाद एक कार होन तीखी और लम्बी होने की आवाज उत्पन्न करते हैं। लगातार बजते हुए सायरन अन्तहीन आकस्मिक घटनाओं को बताते हैं । बसों के दरवाजे पूरी रात तेज आवाज के साथ खुलते और बन्द होते रहते हैं और लक्ष्य से भटकाव व दमघोंटू वातावरण लगातार परेशान करता है।
Question 3.
Write a note on the theme of isolation and its final impact on the various characters in the story.
एकाकीपन की विषय-वस्तु पर एक निबन्ध लिखिए और कहानी के विभिन्न पात्रों पर उसके अन्तिम प्रभाव की व्याख्या कीजिए।
Answer:
All the main characters in the story are lonely for various reasons. The narrator is of a Bengali origin and reaches England and then to America. Although he is married to Mala yet he is all alone in America. Mala is lonely and isolated after she leaves her parents.
She has never fitted into her own society. Mrs. Croft, an eccentric old lady who lives on her own is lonely and isolated. She lives all alone and does not approve the private talk between a male and a female. However, in the end, these three lonely and isolated people have come together.
कहानी के सभी प्रमुख पात्र विभिन्न कारणों से एकाकी हैं। वक्ता बंगाली मूल का है और वह पहले इंग्लैण्ड और फिर अमेरिका पहुंचता है। यद्यपि उसकी शादी माला से हुई है तथापि वह अमेरिका में पूरी तरह से अकेला है। माला अपने माता-पिता को छोड़ने के बाद एकाकी है। वह कभी भी अपने समाज के योग्य नहीं हुई।
श्रीमती क्रॉफ्ट जो कि एक सनकी वृद्ध महिला है जो कि पूरी तरह अपने ऊपर निर्भर रहती है वह भी एकाकी है। वह पूरी तरह से अकेली रहती है और एक महिला और पुरुष के बीच निजी बातचीत को स्वीकार नहीं करती है। लेकिन फिर भी, अन्त में ये तीन अकेले और एकाकी जीवन जीने वाले व्यक्ति एक साथ हो जाते हैं।
Question 4.
Write a character sketch of Mrs. Croft.
श्रीमती क्रॉफ्ट का चरित्र-चित्रण करिये।
Answer:
When the writer reaches Mrs. Croft's house, he estimates that she must be eighty to ninety years old but later on he comes to know she was one hundred and three years old. She is a former piano teacher and now lives independent all alone.
She is forgetful and returns again and again to the topic of moon landing. She does not take help from anyone. She insists on heating her own soup. Mrs. Croft is old fashioned, wedded to traditional ideals. She dies soon after the narrator leaves her house. She thinks the narrator 'a gentleman'. She is a lovable character.
जब लेखक श्रीमती क्रॉफ्ट के घर पहुँचता है तो वह अनुमान लगाता है कि उसकी उम्र अस्सी-नब्बे वर्ष की होनी चाहिए लेकिन बाद में उसे पता चलता है कि वह एक सौ तीन वर्ष की है। वह पूर्व में पियानो बजाना सिखाती थी और अब अकेली स्वतन्त्र जीवन जीती है। वह भुलक्कड़ स्वभाव की है और बार-बार चन्द्रमा पर मनुष्य के उतरने के विषय पर पहुँच जाती है।
वह किसी से भी सहायता नहीं लेती है। वह अपना सूप स्वयं ही गर्म करती है। श्रीमती क्रॉफ्ट पुराने विचारों की महिला है और परम्परागत आदर्शों से जुड़ी हुई है। जब वक्ता उसका घर छोड़कर चला जाता है उसके शीघ्र बाद ही उसकी मृत्यु हो जाती है। वह वक्ता को एक 'सज्जन पुरुष' मानती है। वह एक प्रिय चरित्र है।
Seen Passages
Read the following passages carefully and answer the questions that follow :
Passage-1.
I left India in 1964 with a certificate in commerce and the equivalent, in those days, of ten dollars to my name. For three weeks I sailed on the SS Roma, an Italian cargo vessel, in a third-class cabin next to the ship's engine, across the Arabian Sea, the Red Sea, the Mediterranean and, finally, to England. I lived in north London, in Finsbury Park, in a house occupied entirely by penniless Bengali bachelors like myself, at least a dozen and sometimes more, all struggling to educate and establish ourselves abroad.
Questions :
1. What is S.S. Roma?
S.S. Roma क्या है?
2. Name three seas that the narrator has mentioned in the story.
तीन सागरों के नाम लिखिए जिनका वर्णन वक्ता ने कहानी में किया है।
3. Why was the narrator travelling in a third class cabin?
लेखक तृतीय श्रेणी के केबिन में क्यों यात्रा कर रहा था?
4. Why did the narrator go to England?
लेखक इंग्लैण्ड क्यों गया?
5. Where did the writer live in England?
लेखक इंग्लैण्ड में कहाँ रहता था?
6. How many people lived there in that house?
उस घर में कितने लोग रहते थे?
Answers :
1. S.S. Roma is the name of a ship.
S.S. Roma पानी के एक जहाज का नाम है।
2. The three seas are the Arabian sea, the Red Sea and the Mediterranean Sea.
तीन सागरों के नाम हैं - अरब सागर, लाल सागर और भूमध्य सागर।
3. The narrator was travelling in a third class cabin because he did not have sufficient money to travel in high class.
लेखक तृतीय श्रेणी के केबिन में इसलिए यात्रा कर रहा था क्योंकि उसके पास उच्च श्रेणी में यात्रा करने के लिए पर्याप्त धन नहीं था।
4. The narrator went to England to educate and establish himself abroad.
लेखक शिक्षा और विदेश में स्वयं को स्थापित करने के लिए इंग्लैण्ड गया।
5. The writer lived in a house at Finsbury park in North London.
लेखक उत्तर लंदन के फिन्सबरी पार्क के एक घर में रहता था।
6. There lived at least one dozen people in that house and some times more.
उस घर में कम-से-कम एक दर्जन लोग रहते थे और कभी-कभी उससे भी ज्यादा।
Passage-2.
She stared at the letter, then handed it back to me carefully, gripping it with her fingers as if it were a dinner plate heaped with food instead of a sheet of paper. She did not wear glasses and I wondered if she'd read a word of it. The last boy was always late! Still owes me eight dollars! Harvard boys aren't what they used to be! Only Harvard and Tech in this house! How's Tech, boy?'
"It is very well'.
'You checked the lock?'
'Yes, madame'.
Questions :
1. as if it were... What does if here refer to?
it' यहाँ किसके लिये आया है? ।
2. For which institute has “Tech' been used here?
यहाँ पर Tech किस संस्थान के लिए प्रयोग किया गया है?
3. What is the letter, she stared at?
वह पत्र क्या था जिसे वह लगातार देख रही थी?
4. “The last boy was always late!” Who is this last boy?
"पिछला लड़का हमेशा देर से आता था!" यह पिछला लड़का कौन है?
5. “Still owes me eight dollars!” What do you mean by this line?
"अभी भी आठ डॉलर बाकी हैं !" इस पंक्ति से आप क्या समझते हैं?
6. “You checked the lock?” Who is 'You' here?
"क्या तुमने ताले जाँच लिए हैं?" यहाँ पर ‘You' कौन है?
Answers :
1. “it' here refers to the letter.
'it' यहाँ पत्र के लिये आया है।
2. Tech has been used here for MIT.
यहाँ पर Tech का प्रयोग MIT के लिए किया गया है।
3. The letter, she stared at, was the letter from MIT which confirmed that he had been employed there.
यह पत्र जिसे वह लगातार देख रही थी, वह पत्र था जो उसे MIT से मिला था जिससे यह सुनिश्चित होता था। उसे वहाँ पर कार्य मिला था।
4. The last boy was the last tenant who lived in Mrs. Croft's house.
पिछला लड़का पिछला किरायेदार है जो कि श्रीमती क्रॉफ्ट के घर में रहता था।
5. This line means that the last tenant has not still paid eight dollars of rent to Mrs. Croft.
इस पंक्ति का अर्थ है कि पिछले किरायेदार ने अभी भी श्रीमती क्रॉफ्ट को किराये के आठ डॉलर नहीं चुकाये हैं।
6. “You' here is the narrator of the story.
यहाँ पर You' कहानी का लेखक है।
Passage-3.
When I returned to the foyer and told her, she picked up the leather change purse on the table, opened the clasp, fished about with her fingers, and produced a key on a thin wire hoop. She informed me that there was a kitchen at the back of the house, accessible through the parlour.
I was welcome to use the stove as long as I left it as I found it. Sheets and towels were provided but keeping them clean was my own responsibility. The rent was due Friday mornings on the ledge above the piano keys. 'And no lady visitors!'
Questions :
1. Why did she pick up the purse?
उसने पर्स क्यों उठाया?
2. Other than the room, which thing was also provided to the narrator?
कमरे के अतिरिक्त, लेखक को एक और कौनसी चीज उपलब्ध कराई गई?
3. What was the condition about sheets and towels?
चादर और तौलियों के बारे में क्या शर्त थी? ।
4. “And no lady visitors!” What does this phrase signify?
“And no lady visitors!” इस वाक्य का क्या अर्थ है?
5. How could the writer go to kitchen?
लेखक रसोई में कैसे जा सकता था?
6. What was the condition about rent?
किराये के बारे में क्या शर्त थी?
Answers :
1. She picked up the purse to find key.
उसने चाबी निकालने के लिए पर्स उठाया।
2. Other than the room, the narrator was provided kitchen.
कमरे के अतिरिक्त लेखक को रसोई भी उपलब्ध कराई गई।
3. The condition about the sheets and towels was that it was the responsibility of the narrator to keep them clean.
चादर और तौलियों के बारे में यह शर्त थी कि उन्हें साफ रखने का उत्तरदायित्व लेखक का था।
4. This phrase signifies that Mrs. Croft instructed the narrator not to invite any lady to his house.
इस वक्य का अर्थ है कि श्रीमती क्रॉफ्ट ने लेखक को निर्देश दिया कि वह अपने घर किसी महिला को आमन्त्रित नहीं करेगा।
5. The writer could go to kitchen through the parlour.
लेखक रसोई में बैठक कक्ष में होकर जा सकता था।
6. The condition about the rent was that on every Friday morning, rent should be put on the ledge above the piano keys.
किराये के बारे में यह शर्त थी कि प्रत्येक शुक्रवार की सुबह किराया पियानो कुंजियों के ऊपर आले पर रखा जाना था।
Passage-4.
You are to come downstairs immediately!' “What is it?' Helen hollered back. "Immediately!' I put on my shoes at once. Helen sighed. We walked down the staircase. It was too narrow for us to descend side by side, so I followed Helen, who seemed to be in no hurry, and complained at one point that she had a bad knee. 'Have you been walking without your cane?' Helen called out. “You know you're not supposed to walk without that cane.' She paused, resting her hand on the banister, and looked back at me. She slips sometimes'.
Questions :
1. Who is being commanded?
किसको आज्ञा दी जा रही है?
2. Helen hollered back. What does 'hollered' mean?
'Hollered' का क्या अर्थ है?
3. Why does the lady ask them to come downstairs immediately?
महिला उन्हें तुरन्त नीचे आने के लिए क्यों कहती है?
4. Why does Helen not want her mother to walk without her cane?
हैलन क्यों नहीं चाहती कि उसकी माँ बिना अपनी छड़ी के घूमे?
5. “You are to come downstairs immediately!” Who are You' here?
“You are to come downstairs immediately!” यहाँ पर You' कौन है?
6. Why could they not descend side by side?
वे अगल-बगल में क्यों नहीं उतर सके?
Answers :
1. Helen is being commanded.
हेलन को आज्ञा दी जा रही है।
2. 'Hollered' means cried.
'Hollered' का अर्थ चिल्लाई/चिल्लाया होता है।
3. The lady asks them to come down immediately because she does not like a man and a woman talking privately.
महिला उन्हें तुरन्त नीचे आने के लिए कहती है क्योंकि उसे एक पुरुष और एक महिला का अकेले में बात करना पसन्द नहीं है।
4. Helen does not want so because she (her mother) slips sometimes.
हेलन ऐसा इसलिए नहीं चाहती क्योंकि वह (उसकी माँ) प्रायः फिसल जाती है।
5. You' here are the narrator and Helen.
यहाँ पर 'You' लेखक और हैलन हैं।
6. They could not descend side by side because the staircase was too narrow.
वे अगल-बगल में नहीं उतर सके क्योंकि सीढ़ियों का रास्ता अत्यन्त संकरा था।
Passage-5.
That evening, when Helen had gone back to Arlington and Mrs. Croft and I were alone again, I began to worry. Now that I knew how very old she was, I worried that something would happen to her in the middle of the night, or when I was out during the day.
As vigorous as her voice was, and imperious as she seemed, I knew that even a scratch or a cough could kill a person that old; each day she lived, I knew, was something of a miracle. Although Helen had seemed friendly enough, a small part of me worried that she might accuse me of negligence if anything were to happen. Helen didn't seem worried. She came and went, bringing soup for Mrs. Croft, one Sunday after the next.
Questions :
1. What is Arlington?
आलिंगटन क्या है?
2. How old Mrs. Croft was?
श्रीमती क्रॉफ्ट की उम्र क्या थी?
3. What was the miracle, according to the writer?
लेखक के अनुसार, चमत्कार क्या था?
4. When did Helen come to Mrs. Croft?
हेलन श्रीमती क्रॉफ्ट के पास कब आती थी?
5. Why was the writer worried?
लेखक क्यों चिन्तित था?
6. Why the writer afraid of Helen?
लेखक को हेलन से क्या डर था?
Answers :
1. Arlington is a place or locality in the city.
आलिंगटन शहर में एक स्थान अथवा स्थानीय जगह का नाम है।
2. Mrs. Croft was very old lady.
श्रीमती क्रॉफ्ट बहुत वृद्ध महिला थी।
3. According to the writer, living such a long life was a miracle.
लेखक के अनुसार, इतना लम्बा जीवन जीना एक चमत्कार था।
4. Helen came to Mrs. Croft on every Sunday.
हेलन श्रीमती क्रॉफ्ट के पास प्रत्येक रविवार को आती थी।
5. The writer was worried because something might happen to Mrs. Croft in the middle of the night or when he was out during the day.
लेखक इसलिए चिन्तित था क्योंकि श्रीमती क्रॉफ्ट को रात में अथवा दिन में जब वह बाहर हो तब कुछ भी हो सकता था।
6. The writer was afraid of Helen that she might accuse him of negligence if anything were to happen to Mrs. Croft.
लेखक को हेलन का यह डर था कि वह उस पर नजरअन्दाज करने का आरोप लगा सकती थी यदि श्रीमती क्रॉफ्ट को कुछ हो गया तो।
Passage-6.
I was not touched by her words. We had spent only a handful of days in each other's company. And yet we were bound together; for six weeks she had worn an iron bangle on her wrist, and applied vermillion powder to the part in her hair, to signify to the world that she was a bride. In those six weeks I regarded her arrival as I would the arrival of a coming month, or season - something inevitable but meaningless at the time. So little did I know her that, while details of her face sometimes rose to my memory, I could not conjure up the whole of it.
Questions :
1. Who is 'she' in the passage?
अनुच्छेद में 'she' कौन है?
2. How long had they lived together till now?
अब तक वे कितने समय तक साथ-साथ रहे थे?
3. How can a lady signify to be a bride?
एक महिला को विवाहिता कैसे माना जा सकता है?
4. How does the narrator think the arrival of Mala?
लेखक माला के आगमन को किस प्रकार मानता है?
5. What was the bangle made of?
चूड़ी किसकी बनी हुई थी?
6. How much did the writer know Mala?
लेखक माला को कितना जानता था?
Answers :
1. In the passage, ‘she’ is Mala, the wife of writer.
अनुच्छेद में 'she' लेखक की पत्नी माला है।
2. They had lived together a handful of days till now.
वे अब तक कुछ ही दिन साथ-साथ रहे थे।
3. A lady can signify to be a bride by using bangles and vermillion on her forehead.
एक महिला को विवाहिता उसकी चूड़ियों और माथे पर सिन्दूर के द्वारा माना जा सकता है।
4. The narrator thinks the arrival of Mala inevitable but meaningless at the time.
लेखक माला के उस समय आगमन को अवश्यंभावी परन्तु निरर्थक मानता है।
5. The bangle was made of iron.
चूड़ी लोहे की बनी हुई थी।
6. The writer knew Mala a little even when her face rose to his memory, he could not conjure up the whole of it.
लेखक माला को बहुत कम जानता था यहाँ तक कि जब उसका चेहरा लेखक की स्मृति में आता था तो - भी वह उसे ठीक से याद नहीं कर पाता था।
Passage-7.
At the airport I recognised Mala immediately. The free end of her sari did not drag on the floor but was draped in a sign of bridal modesty over her head, just as it had draped my mother until the day my father died. Her thin brown arms were stacked with gold bracelets, a small red circle was painted on her forehead and the edges of her feet were tinted with a decorative red dye. I did not embrace her, or kiss her, or take her hand. Instead I asked her, speaking Bengali for the first time in America, if she was hungry.
Questions:
1. What was Mala wearing when she reached the airport?
जब माला हवाई अड्डे पर पहुंची, वह क्या पहने हुए थी?
2. In which language did Mala and the writer speak?
माला और लेखक किस भाषा में बात कर रहे थे?
3. Why was Mala at the airport?
माला हवाई अड्डे पर क्यों थी?
4. What did the narrator ask Mala?
लेखक ने माला से क्या पूछा?
5. How was Mala draped in saree?
माला ने साड़ी किस प्रकार पहनी हुई थी?
6. How were the edges of Mala's feet?
माला के पैरों के किनारे कैसे थे?
Answers :
1. Mala was wearing a saree when she reached the airport.
जब माला हवाई अड्डे पर पहुंची तब वह साड़ी पहने हुए थी।
2. Mala and the writer spoke in Bengali language.
माला और लेखक ने बंगाली भाषा में बातचीत की।
3. Mala was at the airport because she had come from India to America.
माला हवाई अड्डे पर इसलिए थी क्योंकि वह भारत से अमेरिका आयी थी।
4. The narrator asked Mala if she was hungry.
लेखक ने माला से पूछा कि क्या वह भूखी थी।
5. Mala was draped in a sign of bridal modesty over her head. Her saree was not dragging on the floor.
माला ने साड़ी अपने सिर से लेकर पहनी हुई थी जो कि उसके दुल्हन होने की विनम्रता का प्रतीक थी। उसकी साड़ी जमीन पर नहीं घसीट रही थी।
6. The edges of Mala's feet were tinted with a decorative red dye.
माला के पैरों के किनारे पर लाल रंग का महावर लगा हुआ था।
Passage-8.
It was Mala who consoled me when, reading the Globe one evening, I came across Mrs. Croft's obituary. I had not thought of her in several months - by then those six weeks of the summer were already a remote interlude in my past--but when I learned of her death I was stricken, so much so that when Mala looked up from her knitting she found me staring at the wall, the newspaper neglected in my lap, unable to speak. Mrs. Croft's was the first death I mourned in America, for, hers was the first life I had admired; she had left this world at last, ancient and alone, never to return.
Questions :
1. What was Mala doing at the time?
उस समय माला क्या कर रही थी?
2. How did the author come to know about Mrs. Croft's death?
लेखक को श्रीमती क्रॉफ्ट की मृत्यु का पता कैसे लगा?
3. Why did the author mourn?
लेखक ने शोक क्यों व्यक्त किया?
4. Why did Mala console the author?
माला ने लेखक को क्यों सान्त्वना दी?
5. How did Mala come to know that the author was emotional?
माला को कैसे पता चला कि लेखक भावुक हो गया है?
6. How does the author describe the death of Mrs. Croft?
लेखक श्रीमती क्रॉफ्ट की मृत्यु का किस प्रकार वर्णन करता है?
Answers :
1. Mala was knitting at that time.
उस समय माला बुन रही थी।
2. The author came to know about Mrs. Croft's death through newspaper.
लेखक को श्रीमती क्रॉफ्ट की मृत्यु का पता समाचार पत्र से लगा।
3. The author mourned over the death of Mrs. Croft.
लेखक ने श्रीमती क्रॉफ्ट की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया।
4. The author was emotional over the death of Mrs. Croft. So Mala consoled him.
लेखक श्रीमती क्रॉफ्ट की मृत्यु पर भावुक हो गया था इसलिये माला ने उसे सांत्वना दी।
5. Mala found the author staring at the wall, the newspaper neglected in his lap and he was unable to speak. Thus, she came to know.
माला ने लेखक को दीवार की ओर ताकते हुए, समाचार पत्र को उसकी गोदी में पड़ा हुआ देखा और वह बोलने में असमर्थ था। इस प्रकार उसे पता चला।
6. The author describes the death of Mrs. Croft as she had left this world at last, ancient and alone, never to return.
लेखक श्रीमती क्रॉफ्ट की मृत्यु का विवरण इस प्रकार करता है कि अन्त में वह इस संसार को छोड़कर चली गई, प्राचीन अर्थात् वृद्ध और अकेली, कभी भी न लौटने के लिए।
About the Author
Jhumpa Lahiri, an Indian Bengali, born in London (1967), lives in New York with her husband and son. This story is from her collection, Interpreter of Maladies (1999), a bestseller in 2000 both in U.S.A. and elsewhere. In addition to the Pulitzer Prize, she has received a number of awards for the work which has been translated into twenty-nine languages. Her stories revolve around the lives of Indians in diasporic situations, i.e., of Indians living abroad Indians who have been brought up in traditional India but are now encountering the baffling new world [U.S.A.].
लेखक के बारे में
झुम्पा लाहिरी, एक भारतीय बंगाली, लन्दन में पैदा हुई (1967), अपने पति और पुत्र के साथ न्यूयॉर्क में रहती है। यह कहानी उनके कहानी संग्रह “Interpreter of Maladies' (1999) से ली गई है जो कि सन् 2000 में अमेरिका और अन्य स्थानों पर सर्वश्रेष्ठ बिक्री वाली पुस्तक बनी। पुलित्जर पुरस्कार के अतिरिक्त, उसे उसके कार्य के लिए अनेकों पुरस्कार प्राप्त हुए हैं जिसे उन्तीस भाषाओं में अनुवाद किया गया है। उनकी कहानियाँ भारतीयों के विदेश में अर्थात् वे भारतीय जो कि विदेशों में रहते हैं, के जीवन के चारों ओर घूमती हैं। वे भारतीय जिनका परम्परागत भारत में पालन-पोषण हुआ लेकिन अब विस्मयकारी नई दुनिया (संयुक्त राज्य अमेरिका) में निवास कर रहे हैं।
About the Story
“The Third and Final Continent' by Jhumpa Lahiri is a story of change, connection, control, identity, struggle etc. The story is narrated by an unnamed male narrator and after reading the story, the reader realises sympathy for Mrs. Croft. The narrator while living with Mrs. Croft comes to know that she is one hundred and three years old. The narrator develops a strange relationship with her.
He sits with her and follows her orders of saying splendid. When he vacates her house and goes away to live with his wife, even then he does not forget her and comes to see her. The death of Mrs. Croft pains her. Then he owns his own house and lives with his wife and child in his house. Even then he tries to make his son learn the Indian traditions and values so that his son should not devoid of Indian culture.
कहानी के बारे में
'The Third and Final Continent' परिवर्तन, सम्बन्ध, नियन्त्रण, पहचान, | संघर्ष आदि की कहानी है। कहानी एक बिना नाम के पुरुष द्वारा वर्णित की गई है और कहानी पढ़ने के बाद पाठक श्रीमती क्रॉफ्ट के प्रति सहानुभूति व्यक्त करता है। श्रीमती क्रॉफ्ट के साथ रहते हुए वर्णनकर्ता को पता चलता है कि वह एक सौ तीन वर्ष की है। लेखक उसके साथ एक विचित्र प्रकार का सम्बन्ध स्थापित कर लेता है।
वह उसके साथ बैठता है और उसके 'शानदार' कहने के आदेश का पालन करता है। जब वह उसके घर को खाली करके अपनी पत्नी के साथ रहने के लिए अन्यत्र चला जाता है तब भी वह उसे नहीं भूलता है और उससे मिलने आता है। श्रीमती क्रॉफ्ट की मृत्यु से उसे दु:ख होता है। तत्पश्चात् वह अपना घर खरीद लेता है और अपनी पत्नी और बच्चे के साथ अपने घर में रहता है। तब भी वह अपने बच्चे को भारतीय परम्परा और मूल्यों का ज्ञान कराता है ताकि उसका बेटा भारतीय संस्कृति से वंचित न हो जाये।
कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद
I left India in ................ to trand farther still. (Pages 62-63)
कठिन शब्दार्थ-equivalent (इक्विलन्ट्) = equal (बराबर) | Mediterranean (मेडिटरेनिअन्) = the largest inland sea (भूमध्यसागर)। cargo (कागो) = goods carried by a large vehicle (जहाजी माल)। vessel (वैस्ल) = a ship or large boat (जहाज या बड़ी नाव)। lounged (लाउन्ज्ड ) = a comfortable (आरामदायक)। crammed (क्रैम्ड्) = too full (ठसाठस भरा हुआ)। farther (फाद(र)) = more distant (और दूर)।
हिन्दी अनुवाद-मैंने भारत वाणिज्य और उसके समकक्ष का प्रमाण-पत्र लेकर 1964 में छोड़ा था और उन दिनों मेरे पास लगभग दस डॉलर की धन-राशि थी। तीन सप्ताह तक मैं इटली के मालवाहक जहाज एस.एस. रोमा पर जहाज के इंजन के पास तीसरे स्तर के केबिन में अरब सागर, लाल सागर और भूमध्यसागर से होकर यात्रा करता रहा और अन्त में इंग्लैण्ड पहुँचा। मैं उत्तरी लन्दन के फिन्सबरी पार्क में एक घर में रहता था जिसमें मुझ जैसे अविवाहित और निर्धन लोग रहते थे, कम-से-कम एक दर्जन और कभी-कभी और ज्यादा जो कि विदेश में शिक्षा प्राप्त करने और स्वयं को स्थापित करने के लिए संघर्ष कर रहे थे। मैं एल.एस.ई. में अपनी कक्षाओं में उपस्थित रहता था और विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में अपना गुजारा करने के लिए कार्य करता था।
हम एक कमरे में तीन या चार लोग रहते थे और बर्फ जैसे ठण्डे टॉयलेट का प्रयोग करते थे, बारी-बारी से अण्डे की करी को बनाने में बर्तनों का प्रयोग करते थे जिसे हम अखबारों से ढकी हुई मेज पर हाथ से ही खाते थे। इन कार्यों के अतिरिक्त हमारे कुछ अन्य उत्तरदायित्व थे। सप्ताह के अन्त में हम डोरी वाला आरामदायक पायजामा पहनकर नंगे पैर घूमते थे, चाय पीते थे अथवा रॉथमन्स सिगरेट पीते थे, अथवा क्रिकेट देखने लार्ड्स जाते थे। कुछ सप्ताहान्त में घर और ज्यादा बंगाली लोगों से भर जाता था जिनसे हमारा परिचय सब्जी की दुकानों पर अथवा ट्यूब पर होता था और हम और ज्यादा अण्डे की करी बनाते थे, रेडियो पर मुकेश के गीत बजाते थे और अपने गन्दे बर्तनों को पानी के टब में भिगो देते थे।
प्रायः कोई न कोई घर से बाहर उस महिला के साथ रहने चला जाता था जिसे कलकत्ता (अब कोलकाता) में उसका परिवार उसकी शादी के लिए निर्धारित कर देता था। 1969 में जब मैं छत्तीस वर्ष का हुआ तो मेरी अपनी शादी भी कर दी गई। लगभग उसी समय मुझे अमेरिका में एम.आई.टी. के पुस्तकालय में प्रोसेसिंग विभाग में पूरे समय की नौकरी मिल गई। मेरा वेतन एक पत्नी के साथ घर खर्च चलाने के लिए पर्याप्त था और मैं एक विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय द्वारा नौकरी दिये जाने पर गर्व महसूस कर रहा था, अतः मैंने छठवाँ महत्त्वपूर्ण ग्रीन कार्ड प्राप्त किया और आगे की यात्रा के लिए (स्वयं को) तैयार किया।
By now I had........................a woman praying. (Page 63)
कठिन शब्दार्थ-descent (डि'सेन्ट्) = moved down (नीचे उतरना)। several ('सेवल्) = a few (अनेक, कुछ)। hollered (हॉल(र)ड्) = a loud utterance (जोर से चिल्लाना)। aisle (आइल) = passage (बीच का रास्ता)।
हिन्दी अनुवाद-अब मेरे पास हवाई जहाज से जाने के लिए पर्याप्त धन था। पहले मैं कलकत्ता गया और शादी की और उसके एक सप्ताह बाद मैं अपनी नई नौकरी शुरू करने के लिए बोस्टन की ओर उड़ चला। उड़ान के दौरान, मैंने पैपर बैक संस्करण पर लिखी हुई 'उत्तरी अमेरिका के लिए विद्यार्थी दिग्दर्शिका' पढ़ी जो मैंने लन्दन छोड़ने से सात शिलिंग और छः पैन्स में टॉटनहोम रोड से खरीदी थी, यद्यपि मैं अब विद्यार्थी नहीं था लेकिन फिर भी मेरा बजट इतनी ही खरीदने लायक था।
मुझे पता चला कि अमेरिकी लोग सड़क के दायीं ओर वाहन चलाते हैं, न कि बायीं ओर, और वे लोग लिफ्ट को ऐलीवेटर तथा व्यस्त फोन को बिजी बोलते हैं। दिग्दर्शिका से मुझे यह भी पता चला कि, "उत्तरी अमेरिका में जीवन की गति ब्रिटेन की जीवन की गति से बिल्कुल भिन्न है, यह बात आपको शीघ्र ही पता चल जाएगी।"
"प्रत्येक व्यक्ति महसूस करता है कि उसे सर्वोच्च शिखर पर जाना है लेकिन यह ब्रिटेन की तरह सरल नहीं है।" जब जहाज ने बोस्टन हार्बर पर उतरना शुरू कर दिया तो पायलट ने मौसम और समय के बारे में बताया और यह भी बताया कि राष्ट्रपति निक्सन ने राष्ट्रीय अवकाश घोषित कर दिया है : दो अमेरिकी व्यक्ति चन्द्रमा पर उतर गये थे। बहुत से यात्रियों ने खुशी मनाई। "भगवान अमेरिका को शुभाशीष दे" यात्रियों में से एक चिल्लाया। बीच के गलियारे में मैंने एक महिला को प्रार्थना करते हुए देखा।
I spent my first night .............. morning to our door. (Pages 63-64)
कठिन शब्दार्थ-accommodation (अकॉमडेश्न्) = a place to stay (आवास) । shrill (शिल्) = high and unpleasant sound (अप्रिय तेज आवाज)। rumbled (रम्ब्ल्ड् ) = a deep sound (गड़गड़ाना)। distracting (डिस्ट्रैक्टिङ्) = deflect (ध्यान हटाना)। suffocating (सङ्केटिङ्) = causing difficulty in breathing (दम घुटना)। ribs (रिब्स्) = bones in chest (पसली)। drone (ड्रोन्) = a continuous sound (लगातार आवाज)। beige (बेश्) = a light brown colour (हल्का भूरा रंग)। chore (चॉ()) = task
(अरुचिकर किन्तु अनिवार्य कार्य)।।
हिन्दी अनुवाद-मैंने अपनी पहली रात सैन्ट्रल चौक कैम्ब्रिज के वाईएमसीए में व्यतीत की जो कि दिग्दर्शिका द्वारा बताया गया एक सस्ता आवास था। यह एक एमआईटी से पैदल की दूरी और डाकघर तथा प्यूरिटी सुप्रीम नामक बड़े बाजार से कुछ कदम की दूरी पर था। कमरे में एक पलंग, एक डेस्क और एक दीवाल पर लकड़ी का छोटा क्रॉस था। दरवाजे पर एक निर्देश के अनुसार खाना बनाना पूरी तरह से प्रतिबन्धित था। एकमात्र खिड़की से एक महत्त्वपूर्ण रास्ता, जिसमें दोनों ओर से आते-जाते वाहन दिखाई देते थे, मैसाचुसेट्स एवेन्यू दिखाई देता था।
तीखे और देर तक बजने वाले एक के बाद एक हार्न बज रहे थे। अन्तहीन आपातकालीन सायरन की आवाज, समूह में गुजरती हुई बसों की तेज आवाज, उनके तेज आवाज के साथ खुलते और बन्द होते हुए दरवाजे पूरी रात सुनाई देते रहे। यह शोर लगातार परेशान कर रहा था, कई बार तो लगता था दम घुट रहा है। यह शोर ठीक उसी प्रकार मेरी पसलियों में गहराई तक महसूस हो रहा था जैसा मैंने एसएस रोमा के इंजन की भयानक आवाज महसूस की थी। लेकिन अब मेरे पास बचने के लिए जहाज का डैक नहीं था, आत्मा को रोमांच देने के लिए चमकता समुद्र नहीं था, मेरे चेहरे को ठण्डक देने के लिए शीतल मन्द सुगन्धित वायु नहीं थी और कोई.मेरे से बात करने के लिए भी नहीं था। मुझे अपने पायजामे में वाईएमसीए के सूने दालान में घूमने में और ज्यादा थकान महसूस हो रही थी।
इसके बजाय, मैं डेस्क पर बैठ गया और खिड़की से बाहर कैम्ब्रिज के शहर के हॉल और छोटी दुकानों की पंक्ति को देखा। सुबह मैंने डीवी पुस्तकालय, जो कि भूरे रंग की किले जैसी मैमोरियल ड्राइव द्वारा बनाई गई इमारत थी, मैं अपनी नौकरी की सूचना दी। इसके साथ ही मैंने बैंक में एक खाता खुलवाया, डाक-घर का बॉक्स किराये पर लिया और उस वूल्सवर्थ स्टोर से प्लास्टिक का एक कटोरा और एक चम्मच खरीदी जिसका नाम मैंने लन्दन में ही पहचान लिया था।
मैं बड़े बाजार प्यूरिटी सुप्रीम गया जहाँ पर बीच के गलियारे में मैं ऊपर-नीचे घूमा, ग्राम को औंस में परिवर्तित कर रहा था और कीमतों की लन्दन की कीमतों से तुलना कर रहा था। अन्त मैंने दूध का एक छोटा डिब्बा और कॉर्नफ्लेक्स का एक बॉक्स खरीदा। यह मेरा पहला भोजन था। मैंने यह अपनी डैस्क पर बैठ कर खाया।
मैंने इसे हैमबर्गर अथवा हॉट डॉग से ज्यादा पसन्द किया जो कि मैसाचुसेट्स एवेन्यू की काफी की दुकानों पर इसके बदले में खर्च सहन करने के लिए एक मात्र विकल्प था और इसके अतिरिक्त मैंने अभी तक माँस भी नहीं खाया था। मेरे दूध खरीदने जैसा अरुचिकर किन्तु अनिवार्य कार्य भी नया था : लन्दन में प्रत्येक सुबह हमारे दरवाजे पर दूध की बोतल रखी हुई मिलती थीं।
In a week, I had ........... brighter than paisas. (Pages 64-65)
कठिन शब्दार्थ-flask (फ्लास्क्) = a container to keep liquid hot or cold (तरल पदार्थ को ठण्डा या गर्म रखने वाली बोतल)। brewed (ब्रूड्) = made (बनाई)। windowsill ('विन्डोसिल्) = a shelf at the bottom of the window (खिड़की के नीचे की अलमारी)। spacious (स्पेशस्) = large (बड़ा)। stained (स्टेन्ड) = a mark difficult to remove (धब्बा)। stifling (स्टाइक्लिङ्) = hot (गर्म)| occupancy (ऑक्यपन्स्)ि = room (कमरा)।
हिन्दी अनुवाद-एक सप्ताह में, मैंने काफी कुछ समायोजित कर लिया था। मैं सुबह-शाम कॉर्नफ्लेक्स और दूध खाता-पीता था और भिन्नता के लिए केले खरीदता था जिनको चम्मच के किनारे से छोटे-छोटे टुकड़े करके कटोरे में इकट्ठा कर लेता था। इसके साथ-साथ मैंने चाय बैग्स और एक ठण्डा-गर्म रखने की बोतल खरीदी जिसे विक्रेता ने मुझे बताया कि यह थर्मस है। (उसने मुझे बताया कि फ्लास्क का प्रयोग व्हिस्की रखने में किया जाता है, एक और चीज जिसका मैंने कभी प्रयोग नहीं किया था) काफी की दुकान पर एक कप चाय की कीमत में, मैं प्रत्येक सुबह अपने कार्यस्थल पर जाते हुए, फ्लास्क को उबलते हुए पानी से भर लेता था और पूरे दिन में पीने के लिए चार कप तैयार कर लेता था।
मैंने दूध का एक बड़ा कार्टन खरीद लिया था और उसे खिडकी के नीचे की अलमारी के चिह्न वाले स्थान पर छोड़ना सीख लिया था जैसाकि मैंने वाईएमसीए एक दूसरे निवासी को (करते हुए) देखा था। शाम को समय व्यतीत करने के लिए मैं नीचे जाकर बोस्टन ग्लोब (समाचार पत्र) पढ़ता था उस बड़े कमरे में जिसकी खिड़कियों पर धब्बे लगे हुए थे। मैं प्रत्येक लेख और विज्ञापन पढ़ता था ताकि मैं प्रत्येक चीज से परिचित हो सकूँ, और जब मेरी आँखें थक जाती थीं, मैं सो जाता था।
मैं केवल ठीक से सो नहीं पाता था। प्रत्येक रात को मुझे खिडकी खली रखनी पडती थी : उस गर्म कमरे में वायु का यही एक मात्र साधन था और शोर असहनीय था। मैं अपने पलंग पर अपने कानों में अपनी अँगुलियाँ डालकर सोया करता था लेकिन जब मैं सो जाता था तो मेरे हाथ नीचे हो जाते थे और यातायात का शोर मुझे फिर से जगा दिया करता था।
कबूतर के पंख मेरी खिड़की वाली अलमारी पर मिलते थे और एक शाम, जब मैंने कार्नफ्लेक्स में दूध डाला तो मैंने पाया कि वह खट्टा हो गया था। लेकिन फिर भी मैंने वाईएमसीए में छः सप्ताह तक रहने का निश्चय किया, जब तक कि मेरी पत्नी का पासपोर्ट और ग्रीन कार्ड तैयार नहीं हो जाते। एक बार जब वह आ जाएगी तो मुझे एक उचित मकान किराये पर लेकर रहना होगा और इसलिए समय-समय पर मैं समाचार पत्र का विज्ञापन वाला कॉलम पढ़ता था अथवा दोपहर के भोजन के वक्त मैं एमआईटी के गृह कार्यालय में रुक जाता था यह देखने के लिए कि मेरी कीमत की श्रेणी में कौनसा मकान उपलब्ध है।
और इसी तरह से मैंने तुरन्त रहने के लिए एक कमरा खोज लिया जो कि एक शान्त सड़क पर था और लिस्ट के अनुसार उसका किराया प्रति सप्ताह आठ डॉलर था। मैंने नम्बर को अपनी दिग्दर्शिका में लिख लिया था भुगतान सुविधा युक्त टेलीफोन से मैंने नम्बर मिलाया जिसमें मैंने सिक्के डाले और इन सबसे मैं अपरिचित था। ये सिक्के शिलिंग की तुलना में छोटे और हल्के थे लेकिन पैसों की तुलना में भारी और चमकदार थे।
“Who is speaking....minute please!" (Pages 65-66)
कठिन शब्दार्थ-clamorous (क्लैमॉ (र)स्) = loud (तेज. आवाज)। perpendicular (पपन् 'डिक्यल(र)) = a straight line at right angle (लम्बवत्) । trim (ट्रिम्) = arrangement (व्यवस्थित करना)। stucco (स्ट्को) = plaster (प्लस्तर करना)। shingles (शिङ्ग्ल्ज्) = a disease (एक बीमारी)। tangle (टैङ्ग्ल ) = twisted in a messy way (उलझा हुआ)।
हिन्दी अनुवाद-"कौन बोल रहा है?" एक महिला की आवाज आयी। उसकी आवाज निडर और तेज थी। "हाँ, शुभ दोपहर, मैडम। मैं किराये पर कमरा लेने के लिए बात कर रहा हूँ।" "हार्वर्ड से हो या टैक से?" "कृपया माफ करें मैं कुछ समझा नहीं।" "आप हार्वर्ड से हो या टैक से?" यह सोचकर कि टैक का अर्थ मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट और टैक्नालॉजी है, मैंने उत्तर दिया, "मैं डीवी पुस्तकालय में कार्य करता हूँ।" अनुमान से जोड़ते हुए मैंने कहा, "टैक में।"
मुझे एक पता और उसी शाम को सात बजे मिलने का समय दिया गया। अपने चलने से आधा घण्टे पहले मैंने अपनी दिग्दर्शिका जेब में रखी और अपनी साँस को तरोताजा कर लिया। मैं मैसाचुसेट्स एवेन्यू के लम्बवत् पेड़ों की छाया से परिपूर्ण सड़क पर चल दिया। फुटपाथ की दरारों में घास के तिनके निकले हुए थे। गर्मी के बावजूद मैं कोट और टाई पहने हुए था, ऐसा लग रहा था कि मैं कोई और साक्षात्कार देने जा रहा था।
मैं कभी भी ऐसे घर में नहीं रहा था जो कि किसी भारतीय का न हो। घर के चारों ओर चैन की कड़ी जैसी चाहरदीवारी थी, हल्के सफेद रंग का था जिसे गहरे भूरे रंग से सजाया गया था। लन्दन के एक पंक्ति में बने हुए और प्लास्टर किए हुए घरों से अलग यह घर पूरी तरह से अलग था जिसमें लकड़ी के टाइल्स लगे हुए थे और सामने तथा बगल में फोरसीथिया की झाड़ी थी। जब मैंने कॉल बैल बजाई, तो वही महिला जिससे मैं टेलीफोन पर बात कर चुका था, दरवाजे के दूसरी ओर से उसकी तेज आवाज आयी, "कृपया थोड़ी देर ठहरिये!"
Several minutes later................indeed from Tech. (Page 66)
कठिन शब्दार्थ-starched (स्टॉच्ड्) = a substance used for making cloth stuff (कलफ)। ruffles (रफ्ल्स् ) = a tight collar (झालरदार)। pallid (पैलिड्) = light colour (हल्का रंग)। knuckles (नक्ल्स् ) = a joint of finger (अंगुली की गाँठ)। battered (बैटड्) = damaged (घिसा-पिटा)। concealed (कन्सील्ड्) = hidden (छुपा हुआ)। propped (प्रॉप्ड) = to support (सहारा देना)। shabby (शैबि) = in bad condition (बुरी स्थिति में)।
हिन्दी अनुवाद-काफी मिनटों के बाद एक छोटी और अत्यन्त वृद्ध महिला ने दरवाजा खोला। उसके सिर के बाल बर्फ जैसे सफेद थे ऐसा लगता था कि उसके सिर पर बर्फ का बोरा रखा गया हो। जैसे ही मैंने घर में कदम रखा, वह एक लकड़ी की बैंच पर बैठ गई जो कि पतले गलीचा युक्त सीढ़ी के नीचे रखा गया था। जब एक बार वह बैंच पर बैठ गई, जहाँ पर रोशनी बहुत हल्की थी, फिर उसने मुझे अत्यन्त ध्यान से देखा। उसने एक लम्बी काली स्कर्ट पहने हुई थी जो कि फर्श तक लहरा रही थी और एक सफेद शर्ट पहनी हुई थी जिसके किनारे गले और आस्तीन के आगे तक कलफ लगे हुए झालरदार थे।
उसके मुड़े हुए हाथ गोदी में रखे हुए थे, उसकी उँगुलियाँ लम्बी और हल्के पीले रंग की थीं, और उँगलियों के पोर सूजे हुए तथा कठोर पीले नाखून थे। उम्र उसके शरीर पर दिखाई दे रही थी जो कि बिल्कुल पुरुष के जैसी लग रही थी। उसकी आँखें तीक्ष्ण थीं और नाक के दोनों ओर झुर्रियाँ थीं। उसके होंठ रंगहीन और मुरझाये हुए पहले ही लगभग अदृश्य हो चुके थे और उसकी भौंहें भी लगभग गायब हो गई थीं तो भी वह डरावनी लग रही थी। "ऊपर देखो!" उसने आदेश दिया। वह चिल्लाई जबकि मैं उससे कुछ ही फीट की दूरी पर खड़ा हुआ था।"चैन को बाँधना और बटन के अग्र भाग को ठीक से दबाना! यह पहला कार्य होगा जो तुम्हें करना होगा जब भी तुम अन्दर प्रवेश करोगे, क्या बात समझ में आई?"
मुझे मिले निर्देश के अनुसार मैंने दरवाजे पर ताला लगाया और घर का निरीक्षण किया। बैन्च के आगे जिस पर महिला बैठी हुई थी, छोटी गोल एक मेज थी जिसके पाये पूरी तरह से स्कर्ट की लेस से ढके हुए थे, ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार महिला के उस मेज पर एक लैम्प, एक ट्रांजिस्टर रेडियो, चादी की डोरी वाला एक लैदर पर्स और एक टेलीफोन रखा हुआ था। लकड़ी की एक मोटी छड़ी जिस पर धूल की परत चढ़ी हुई थी, सहारा देने के लिए एक ओर रखी हुई थी।
मेरे दायीं ओर एक बैठक कक्ष था जिसमें किताबों की अलमारी थीं और एक भद्दा-सा विचित्र प्रकार का फर्नीचर लगा हुआ था। बैठक कक्ष के कोने में मैंने एक बन्द पड़ा हुआ बड़ा-सा पियानो देखा जिसके ऊपर कागजों का ढेर रखा हुआ था। जिस पर बैठकर पियानो बजाते हैं वह बैन्च वहाँ नहीं थी : ऐसा लग रहा था कि जिस बैंच पर वह महिला बैठी थी शायद वह पियानो की ही बैंच थी। घर में कहीं पर एक घड़ी थी जो कि सात बार बजी।
"आप समयबद्ध हो!" महिला ने कहा। मैं आशा करती हूँ कि ऐसा ही तुम किराये के साथ भी रहोगे। (ठीक समय पर किराया दोगे) "मैडम मेरे पास एक पत्र है।" मेरी जैकेट की जेब में एमआईटी में नौकरी करने को सिद्ध करता हुआ पत्र था जो कि मैं अपने साथ यह सिद्ध करने के लिए लाया था कि मैं वास्तव में टैक से ही हूँ।
She stared at the letter .................. her grand children. (Page 67)
कठिन शब्दार्थ-intoned (इन्टॉन्ड्) = recite (बोलना) astronaut (ऐस्ट्रनॉट्) = traveller in space (अन्तरिक्ष यात्री)। tranquillity (ट्रैक्विलिटि) = free from disturbances (शान्ति)। civilization (सिवलाइजेश्न्) = developed society (सभ्यता)। explored (इक्स्प्लॉ ()ड्) = examine minutely (सूक्ष्म निरीक्षण) । desolation (डेसलेश्न्) = without noise, depressed (शान्त, निराशा)। costumes (कॉस्ट्यू म्स्) = a special dress (एक विशेष पोशाक)।
हिन्दी अनुवाद-उसने पत्र को अत्यन्त ध्यान से देखा और तत्पश्चात् सावधानीपूर्वक मुझे वापस कर दिया। वह पत्र को अपनी अंगुलियों से इतनी मजबूती से पकड़े हुए थी जैसेकि वह कागज के बजाय खाने के सामान से भरी हुई कोई प्लेट हो । वह चश्मा नहीं लगाये हुए थी और मैं सोच रहा था कि क्या वह कोई शब्द भी नहीं पढ़ा होगा। "जो लड़का पहले रहता था वह हमेशा देर से आता था और मेरे अभी भी उस पर आठ डॉलर उधार हैं। हार्वर्ड के लड़के अब वैसे नहीं होते हैं जैसे पहले हुआ करते थे। इस घर में केवल हार्वर्ड और टैक के लड़कों को ही (रहने की) अनुमति है। लड़के, टैक कैसा है?" "यह बहुत अच्छा है।" "क्या तुमने ताले जाँच लिए हैं?" "हाँ मैम।"
उसने बगल में खाली स्थान की ओर एक हाथ से इशारा करते हुए मुझे बैठने के लिए कहा। कुछ क्षण के लिए वह शान्त हो गई। तत्पश्चात् वह धीरे बोली जैसेंकि यह जानकारी केवल उसी के पास हो
"चन्द्रमा पर अमेरिकी ध्वज लहरा रहा है।"
"हाँ, मैम।" अभी तक मैंने चन्द्रमा की खोज के बारे में बहुत ज्यादा नहीं सोचा था। वास्तव में मैं समाचार पत्रों में ही लेख के बाद आते हुए लेखों को पढ़ रहा था। अन्तरिक्ष यात्री शान्त सागर के किनारों पर उतर चुके थे। मैंने पढ़ा था कि सभ्यता के इतिहास में शायद ही कोई इतनी दूर गया हो। कुछ घण्टों तक उन्होंने चन्द्रमा की सतह का परीक्षण किया, अपनी जेबों में चट्टानों के टुकड़े इकट्ठे किए, वहाँ के वातावरण का वर्णन किया, (एक अन्तरिक्ष यात्री के अनुसार शानदार सन्नाटा) फोन पर राष्ट्रपति से बात की और चन्द्रमा की मिट्टी में ध्वज लगा दिया।
इस यात्रा का मनुष्य की सबसे बड़ी उपलब्धि के रूप में स्वागत किया गया। मैंने 'ग्लोब' समाचार पत्र में पूरे पेज के फोटोग्राफ, अपनी फूली हुई विशेष ड्रेस में अन्तरिक्ष यात्री देखे थे और उस रविवार की दोपहर, ठीक उसी समय बोस्टन में लोग क्या कर रहे थे जब अन्तरिक्ष यात्री चन्द्रमा पर उतरे थे, वह भी मैंने पढ़ा था। एक व्यक्ति ने कहा कि वह उस समय अपनी नाव को चला रहा था और रेडियो उसके कानों से लगा हुआ था; एक महिला अपने नाती-पोतों के लिए गोल आकार की ब्रेड सेंक रही थी।
The woman bellowed .................... What is your decision? (Pages 67-68)
कठिन शब्दार्थ-bellowed (बेलोड्) = a loud voice (तेज आवाज) । baffled (बैफ्ल्ड् ) = confused (भ्रमित)। lungs (लङ्स्) = an organ in body (फेफड़े)। reluctant (रिलक्ष्टन्ट्) = unwilling ('अनिच्छुक)। ivory (आइवरि) = turk (हाथी दाँत)। curtains (कट्न्स् ) = hanging cloth (परदा)। breeze (ब्रीज्) = a light wind (समीर, शीतल वायु)।
हिन्दी अनुवाद-महिला ने चिल्लाते हुए कहा, "लड़के! चन्द्रमा पर ध्वज! मैंने यह रेडियो पर सुना! क्या यह शानदार बात नहीं है?" "हाँ मैडम।" लेकिन वह मेरे उत्तर से सन्तुष्ट नहीं हुई। इसके बजाय उसने आदेश दिया, "कहो शानदर!" मैं चकराया और इस आग्रह पर मैंने कुछ अपमानित भी महसूस किया।
इसने मुझे बाल्यकाल में गुणक सारणी पढ़ाये जाने की याद दिला दी जिसमें हम टोलीगंज स्कूल के कमरे में फर्श पर बैठकर बिना जूते पहने और पेन्सिल लिए पैर मोड़कर अध्यापक के पीछे-पीछे दोहराते थे। इसने मुझे मेरी शादी की भी याद दिला दी जब पुजारी के पीछे-पीछे मैंने संस्कृत के अनगिनत श्लोक दोहराये थे, इन श्लोकों में मैं कुछ भी नहीं समझ सका जिनसे मैं अपनी पत्नी के साथ जुड़ गया।
मैंने कुछ भी नहीं कहा। "कहो शानदार!" महिला ने एक बार फिर तेज आवाज में कहा। "शानदार", मैं फुसफुसाया। मुझे दूसरी बार बहुत तेज आवाज में दोहराना था ताकि वह सुन सके। मैं स्वभाव से मृदुभाषी हूँ और एक वृद्ध महिला के सामने तेज आवाज में बोलने का मैं अनिच्छुक था जिससे मैं अभी थोड़ी देर पहले ही मिला हूँ। लेकिन उसे बिल्कुल भी बुरा नहीं लगा। मेरे उत्तर ने उसे खुश कर दिया क्योंकि उसका अगला आदेश था, "जाओ और कमरा देख लो!"
मैं बैन्च से उठा और संकरी गली या युक्त सीढ़ियों पर चढ़ गया। वहाँ पर पाँच दरवाजे थे दो-दो दरवाजे दोनों ओर उस संकरे हाल में लगे थे और दरवाजा दूसरे छोर पर लगा था। एक केवल दरवाजा थोड़ासा खुला हुआ था। कमरे में ढालू छत के नीचे दो संयुक्त बिस्तर थे, एक भूरी अण्डाकार दरी थी, एक बेसिन था जिसका पाइप दिखाई दे रहा था और एक दराज युक्त तिजोरी थी। एक दरवाजा जो कि सफेद रंग का था, छोटे कमरे की ओर जाता था, दूसरा टायलेट और टब की ओर जाता था।
दीवालें भूरे और हाथी दाँत के रंग के कागज की पट्टियों से ढकी हुई थी। खिड़की खुली हुई थीं, जालीदार परदे हवा से हिल-डुल रहे थे। मैंने उन्हें ऊपर उठाया और पूरे दृश्य का अवलोकन किया। एक छोटा-सा आँगन था जिसमें फलों के कुछ पेड थे और एक खाली कपड़े सुखाने की रस्सी बँधी हुई थी। मैं सन्तुष्ट था। सीढ़ियों के नीचे से मैंने महिला की आवाज सुनी; "तुम्हारा क्या निर्णय है?"
When I returned to..........from spinsterhood. (Pages 68-69)
कठिन शब्दार्थ-foyer (फॉइए) = entrance hall (प्रवेश करने का खुला क्षेत्र) | hoop (हूप्) = a large ring (एक बड़ा छल्ला )। ledge (लेज्) = side (कगार)। preposition (प्रेपजिश्न्) = proposal (प्रस्ताव)। enthusiasm (इन्थ्यू सिऐजम्) = excitement (तीव्र इच्छा)। embroider (इम्ब्रॉइड(र)) = to decorate cloth (कपड़े को सजाना)| recite (रिसाइट्) = to say about a poem (रचना सुनाना)। complexion (कम्प्ले क्श्न् ) = colour of face (चेहरे का रंग)। string (स्ट्रिङ्) = a light weight cord (श्रृंखला) | spinsterhood (स्पिन्स्ट (र)हुड) = an elderly unmarried woman (प्रौढ़ा)।
हिन्दी अनुवाद-जब मैं वापस खुले क्षेत्र में आया और उसे (अपने निश्चय के बारे में) बताया तो उसने मेज से चमड़े का पर्स उठाया, उसका सिल्क रंग का बटन खोला, अपनी अंगुलियों से कुछ टटोला और पतले तार के छल्ले में बँधी एक चाबी निकाली। उसने मुझे बताया कि घर के पीछे एक रसोईघर है जहाँ पर बैठक कक्ष से होकर पहुंचा जा सकता है। मुझे स्टोव प्रयोग की अनुमति दी गई जब तक मैं यहाँ रहूँगा। मुझे चादर और तौलिया दिये गये लेकिन उन्हें साफ रखने की जिम्मेदारी मेरी अपनी थी। किराया मुझे शुक्रवार की सुबह पियानो की चाबियों पर रखना था। "और किसी महिला के आगमन की अनुमति नहीं थी।"
"मैडम, मैं एक विवाहित व्यक्ति हूँ।" यह पहला अवसर था जब मैंने यह वास्तविकता किसी को बताई। लेकिन उसने यह बात नहीं सुनी।"कोई भी महिला आगन्तुक नहीं।" उसने जोर देकर कहा। उसने अपना परिचय श्रीमती क्रॉफ्ट के रूप में दिया। मेरी पत्नी का नाम माला था। शादी की व्यवस्था मेरे बड़े भाई और उसकी पत्नी के द्वारा की गई थी। मैंने इस प्रस्ताव को बिना आपत्ति और बिना किसी उत्तेजना के स्वीकार कर लिया। यह एक ऐसा कर्त्तव्य था जिसकी मुझ से आशा की गई जैसी प्रत्येक व्यक्ति से आशा की जाती थी। वह बेलघाट के एक अध्यापक की बेटी थी।
मुझे बताया गया कि वह खाना बना सकती थी, बुनाई कर सकती थी, कढ़ाई कर सकती थी, प्राकृतिक दृश्य का चित्रण कर सकती थी और टैगोर की कविताओं को गा सकती थी लेकिन इन योग्यताओं का भी कोई लाभ नहीं हुआ था क्योंकि उसका रंग साफ नहीं था और इसी कारण से अनगिनत लोगों ने उसके चेहरे के कारण उसे अस्वीकार कर दिया था। वह सत्ताईस वर्ष की थी, एक ऐसी उम्र जब उसके मातापिता को यह भय सताने लगा था कि शायद अब कभी उसकी शादी न हो और इसलिए अपनी इकलौती बेबी को आधे संसार के पार भी भेजने को तैयार हो गये ताकि वह अविवाहित प्रौढ़ा न बनी रह जाए।
For five nights......................was still there. (Pages 69-70)
कठिन शब्दार्थ-braiding (ब्रेडिङ्) = pony tail (चोटी बनाना)। console (कॉन्सोल) = give moral and emotional strength (नैतिक और भावनात्मक शक्ति प्रदान करना)। anticipating (ऐन् 'टिसिपेटिङ्) = foresee (पहले से सोच रखना)। pallet (पैलॅट्) = platform (तख्त, स्थान)। excrement (एक्स्क्रिमन्ट्) = body waste (मलमूत्र)। cremated (क्रमेट्ड) = reduce to ashes (अन्तिम संस्कार)।
हिन्दी अनुवाद-पाँच रातों तक हम एक ही बैड का प्रयोग करते रहे। उनमें से प्रत्येक रात कोल्ड क्रीम लगाने और अपनी चोटी बनाने के बाद, जिसे वह सिरे पर एक काली सूती डोरी से बाँध लेती थी, वह मुझ से दर हो जाती थी और रोती थी। उसे अपने माता-पिता की याद आती थी। यद्यपि मुझे अगले कुछ दिनों में देश छोड़कर जाना था लेकिन जैसीकि प्रथा है अब वह मेरे घर का हिस्सा थी और अगले छः सप्ताह तक उसे मेरे भाई और उसकी पत्नी के साथ खाना पकाते हुए, सफाई करते हुए और मेहमानों को चाय और मिठाई परोसते हुए रहना था।
मैंने उसे सांत्वना देने के लिए कुछ भी नहीं किया। मैं बिस्तर पर अपनी ओर लेट जाता था, रोशनी में अपनी दिग्दर्शिका पढ़ता था और अपनी यात्रा के बारे में सोचता रहता था। उस समय मैं दीवाल के दूसरी ओर एक छोटे कमरे के बारे में भी सोचता था जो कि मेरी माँ का था। अब कमरा व्यावहारिक रूप से खाली था। वह लकड़ी का तख्त जिस पर वह सोती थी अब उस पर बक्से और पुराने बिस्तर रखे हुए थे।
लगभग छः वर्ष पूर्व, लन्दन जाने से पूर्व, मैंने उसे (माँ को) इसी बिस्तर पर मृत्यु को प्राप्त होते देखा था और उसके अन्तिम दिनों में मैंने (इसी बिस्तर पर) मलमूत्र विसर्जित होते हुए देखा था। उसके अन्तिम संस्कार से पूर्व, मैंने उसके प्रत्येक नाखून को बालों की पिन से साफ किया और तत्पश्चात्, क्योंकि मेरा भाई इस सबको सहन नहीं कर पा रहा था, मैंने बड़े भाई की भूमिका में स्वयं को पाया और उनके शरीर में अग्नि प्रज्वलित की और उसकी प्रताड़ित आत्मा को स्वर्ग भेज दिया।
अगली सुबह मैं श्रीमती क्रॉफ्ट के घर में आ गया। जब मैंने दरवाजा खोला, तो मैंने देखा कि वह पियानो की बैंच पर बैठी है ठीक उसी ओर जिस तरह वह पिछली शाम को बैठी थी। वह उसी काली स्कर्ट को पहने हुए थी वह सफेद ब्लाउज और उसके हाथ ठीक उसी प्रकार से मोड़कर गोद में रखे हुए थे। वह बिल्कुल उसी प्रकार लग रही थी कि मैंने सोचा कि क्या उसने पूरी रात उसी बैन्च पर बैठकर गुजारी है। मैंने अपना सूटकेस सीढ़ियों से ऊपर जाकर रखा, अपने फ्लास्क को किचन में उबलते हुए पानी से भरा और अपने काम से चला गया। उस शाम को जब मैं विश्वविद्यालय से वापस आया तब भी वह वहीं पर थी।
“Sit down boy!"..................to tell her. (Pages 70-71)
कठिन शब्दार्थ-perch (पच्) = to sit (बैठा) | utensils (यूटेन्स्ल्स् ) = appliances (घर के बर्तन)। saucepan (सॉस्पन्) = a metal cooking pot (धातु का पकाने का बर्तन, देगची)। broth (ब्रॉथ्) = soup (सूप, शोरबा)। oblivious (अब्लिविअस्) = lacking awareness (अनजान)। classical (क्लैसिक्ल ) = traditional (परम्परागत) | awkward (ऑक्वड्) = difficult to deal with (कठिन)। encounter (इन्काउन्ट()) = meeting (भेंट)। inevitably (इन्एविटअब्लि ) = unavoidably (अनिवार्य रूप से)।
हिन्दी अनुवाद-"आओ बेटा, बैठो!" उसने अपने बगल में खाली स्थान को थपथपाते हुए कहा। मैं उसके बगल में बैंच पर बैठ गया। मेरे हाथ में घरेलू सामान का थैला था जिसमें और ज्यादा दूध और ज्यादा कार्नफ्लेक्स और केले थे क्योंकि जब मैंने पहले दिन किचन का निरीक्षण किया था तो पता चला कि उसमें अतिरिक्त बर्तन, कड़ाही और धातु के बर्तन नहीं थे। रेफ्रिजरेटर में धातु के केवल दो बर्तन थे और दोनों में सन्तरे का रस भरा हुआ था और स्टोव पर ताँबे की एक केतली रखी हुई थी। "शुभ संध्या, मैडम।" उसने मुझसे पूछा कि क्या मैंने ताले को चैक कर लिया है। मैंने उसे बताया कि हाँ मैंने (ताले को चैक) कर लिया है। एक क्षण के लिए वह शान्त हो गई। उसके बाद अचानक वह ठीक पहले की रात की तरह अविश्वास और खुशी के साथ फिर बोली, "बेटे! चन्द्रमा पर अमेरिकी ध्वजा फहरा दिया गया है।"
"हाँ, मैडम।" "चन्द्रमा पर एक ध्वज! क्या यह शानदार बात नहीं है?" मैंने (स्वीकृति में) सिर हिलाया और मैं जानता था कि अब नई बात क्या होने वाली है। "हाँ मैडम", "कहो शानदार!" इस बार मैं थोड़ा रुका, दोनों ओर देखता हुआ कि कोई मेरी बात सुन तो नहीं रहा है, जबकि मैं जानता था कि घर पूरी तरह से खाली था। मैं स्वयं को एक बेवकूफ की तरह महसूस कर रहा था। लेकिन यह बिल्कुल छोटी बात कहने के लिए कहा था। "शानदार" मैं जोर से चिल्लाया।
अब यह हमारा प्रतिदिन का क्रम बन गया। सुबह जब मैं पुस्तकालय जाता था तो श्रीमती क्रॉफ्ट या तो अपने शयन कक्ष में होती थीं जो कि सीढ़ियों के दूसरी ओर था अथवा मेरी उपस्थिति से अन्जान बैन्च पर बैठी हुई रोडयो पर समाचार अथवा परम्परागत संगीत सुन रही होती थी।
लेकिन प्रत्येक शाम को जब मैं वापस आता था तो वहीं बात होती थी : वह बैन्च थपथपाती थी, मुझे बैठने का आदेश देती थी, यह घोषणा करती थी कि चन्द्रमा पर ध्वज फहरा रहा है, और यह घोषणा करती थी कि यह शानदार बात है। मैं भी यह कहता था कि यह शान्दार बात है और फिर हम शान्त होकर बैठ जाते थे। यह मुझे जितना विचित्र महसूस होता था और अन्तहीन महसूस होता था लेकिन शाम की यह मुलाकात केवल दस मिनट में समाप्त हो जाती थी।
इसके बाद आवश्यक रूप से उसे नींद आने लगती थी, उसका सिर अचानक उसकी छाती की ओर झुक जाता था और मैं अब अपने कमरे में जा सकता था। वास्तव में तब तक चन्द्रमा पर कोई ध्वज नहीं फहरा रहा था। मैंने समाचार पत्र में पढ़ा था कि अन्तरिक्ष यात्री पृथ्वी पर वापस चलने से पूर्व उस ध्वज को अपने साथ ले आये थे। लेकिन यह बात उसे बताने की मेरी हिम्मत नहीं थी।
Friday morning......in her hands. (Page 71)
envelope = cover of letter | profile = characteristic (विशेषता, चरित्र-चित्रण)। cane (केन्) = stick (छड़ी)। peered (पिअ(1)) = equal person (समकक्ष)। budge (बज्) = to move (हिलना-डुलना)। hovered (हॉव(र)ड्) = linger (मँडराना)। holding (होल्डिङ्) = keeping (पकड़े रहना)।
हिन्दी अनुवाद-शुक्रवार की सुबह, जब मेरे पहले सप्ताह का किराया हो गया तो मैं पियानो के ऊपर किराया रखने के लिए बैठक कक्ष में गया। पियानो के तार अत्यन्त पुराने और रंगहीन हो गये थे और जब मैंने एक तार दबाई तो उसमें से कोई आवाज नहीं आयी। मैंने एक-एक डॉलर के आठ नोट एक लिफाफे में रखे और लिफाफे पर श्रीमती क्रॉफ्ट का नाम लिख दिया। मेरी यह आदत नहीं थी कि धन बिना बताया हुआ या किसी द्वारा बिना देखा गया छोड़ दूं।
मैं जहाँ पर खड़ा हुआ था वहाँ से मैं उसकी (श्रीमती क्रॉफ्ट की) टैन्ट के आकार की स्कर्ट को देख रहा था। वह बैन्च पर बैठी हुई थी, रेडियो सुन रही थी। मुझे उसे उठाना और पियानो तक चलकर आकर धन उठाना आवश्यक प्रतीत हुआ। मैंने उसे कभी चलते हुए नहीं देखा था और मैंने अनुमान लगाया कि उसकी गोल मेज की साइड में जो छड़ी रखी है, वह उसकी सहायता से अत्यन्त कठिनाई से चलती है। जब मैं बैन्च के पास पहुंचा तो उसने मेरी ओर देखा और पूछा :
"आपका क्या काम है?" "किराया, मैडम।" "पियानो के ऊपर किनारे पर रख दो।"
"मैं इसे लेकर यहीं आ गया हूँ।" मैंने लिफाफा उसकी ओर बढ़ाया लेकिन उसकी अँगुलियाँ जो कि मुड़ी हुई उसकी गोद में रखी थीं, हिली भी नहीं । मैं थोड़ा-सा झुका और लिफाफा नीचे किया और इस तरह वह उसके ठीक हाथों के ऊपर था। कुछ समय बाद उसने वह लिफाफा स्वीकार कर लिया और अपना सिर हिलाया।
उस रात जब मैं घर वापस आया, तो उसने बैन्च को नहीं थपथपाया लेकिन अपनी आदत के अनुसार मैं उसके बगल में प्रतिदिन की भाँति जाकर बैठ गया। उसने मुझसे पूछा कि क्या मैंने ताला चैक कर लिया है लेकिन उसने चन्द्रमा पर ध्वज के बारे में कुछ भी नहीं पूछा। इसके बजाय उसने कहा :
"आपका व्यवहार बहुत शानदार था।" "मैं आपसे माफी चाहता हूँ मैडम।"
"आप बहुत अच्छे हैं।" वह अभी भी लिफाफा अपने हाथ में पकड़े हुए थी।
On Sunday, there was.......International city. (Pages 71-72)
कठिन शब्दार्थ-knock (नॉक्) = to hit at the gate (खटखटाना)। beads (बीड्स) = small pieces of a thing (मोती) | mapped (मैप्ड्) = a diagrammatic presentation (चित्रमय प्रस्तुति)। veins (वेन्स्) = blood vessels (नसें)। sagged (सैग्ड्) = hang in the middle (बीच में लटका हुआ) | eggplant (एग्प्लान्ट्) = brinjal (बैंगन)।
हिन्दी अनवाद-रविवार को मेरे दरवाजे पर खटखटाने की आवाज हई। एक बजर्ग महिला ने अपना परिचय दिया : वह श्रीमती क्रॉफ्ट की पुत्री हेलन थी। वह कमरे में चलकर अन्दर आयी और प्रत्येक दीवाल को देखा जैसे वह किसी परिवर्तन को देख रही हो, अलमारी में टंगी हुई शर्ट को देखा और दरवाजे की कील पर टंगी हुई टाइयों को देखा । दराजों में रखे हुए कॉर्नफ्लेक्स के डिब्बे देखे, बेसिन में पड़े हुए गन्दे कटोरे और चम्मच देखीं।
वह छोटे कद की थी और उसकी कमर थोड़ी मोटी थी, चाँदी जैसे सफेद बाल कटे हुए और चमकीली गुलाबी लिपिस्टिक लगाये हुए थी। उसने बिना बाँहों की गर्मियों की ड्रेस पहनी हुई थी, वह प्लास्टिक के मोतियों की एक माला पहने हुए थी और चश्मा एक चेन में लगा हुआ झूले की तरह उसकी छाती पर लटका हुआ था।
उसके पैरों के पीछे गहरी नीली नसें दिखाई दे रही थी और उसकी ऊपरी बाँहें भुने हुए बैंगन की भाँति लटकी हुई थीं। उसने मुझे बताया कि वह आर्लिंगटन में रहती है जो कि मैसाचुसेट्स एवेन्यू से आगे हैं। "मैं सप्ताह में एक बार माँ के लिए समय लेकर आती हूँ। क्या उसने तुम्हारे लिए पैकिंग भेज दी है?" "यह बहुत ही अच्छी है। मैडम।"
"कुछ लड़के चीखते हुए दौड़ते हैं। लेकिन मैं सोचती हूँ कि वह तुम्हें पसन्द करती है। तुम (इस घर में) पहले निवासी हो जिसे उसने कभी भी सज्जन व्यक्ति के रूप में सम्बोधित किया हो।"
"नहीं मैडम ऐसा नहीं है।"
उसने मेरी ओर मेरे नंगे पैरों की ओर देखते हुए देखा (मुझे अभी भी घर के अन्दर जूते पहनना विचित्रसा लगता था और कमरे में आने से पूर्व मैं हमेशा जूते उतार देता था)। "क्या तुम बोस्टन के लिए नये हो?"
मैं तो अमेरिका के लिए भी नया हूँ, मैडम! "तुम कहाँ से आये हो?" उसने अपनी भौंहें ऊपर की।
"मैं कलकत्ता, भारत से आया हूँ।" - "क्या यह ठीक है? एक वर्ष पहले हमारे यहाँ पर ब्राजील का व्यक्ति रहता था। आप देख सकते हो कि कैम्ब्रिज एक अन्तर्राष्ट्रीय शहर है।"
I nodded, and................without a chaperone!” (Pages 72-73)
कठिन शब्दार्थ-conversation (कॉन्वसेशन्) = talk (वार्तालाप)। descend (डिसैन्ड्) = to go down (नीचे उतरना)। banister (बैनिस्ट(र्)) = rails at staircase (जंगला, रेलिंग) | vulnerable (वल्नरब्ल) = easy to hurt (कमजोर)। chaperone (शैपरोन्) = guardian (संरक्षिका)।
हिन्दी अनुवाद-मैंने (स्वीकृति में) सिर हिलाया और सोचने लगा कि हमारी बातचीत कितनी देर तक चलेगी। लेकिन तभी हमें श्रीमती क्रॉफ्ट की बहुत तेज चीखने वाली आवाज. सीढ़ियों के ऊपर सुनाई दी। जब हमने बड़े कमरे में प्रवेश किया तो हमने उसकी तेज आवाज सुनी। "तुम तुरन्त नीचे उतर कर आओ!" "क्या बात है?" हेलन ने भी वापस चीखते हुए कहा। "तुरन्त!" (नीचे आओ) मैंने तुरन्त अपने जूते पहने, हेलन ने गहरी साँस ली। हम सीढ़ियों से उतरकर नीचे आ गये।
यह हमारे दोनों के एक साथ उतरने के लिए अत्यधिक संकरा था अतः मैं हेलन के पीछे-पीछे आया जो मुझे बिल्कुल भी जल्दबाजी में दिखाई नहीं दी। और एक बिन्दु पर यह शिकायत की कि उसका घुटना खराब है। "क्या तुम बिना छड़ी के घूम रही थी?" हेलन ने जोर से कहा। "तुम जानती हो कि तुमसे बिना छड़ी के चलने की उम्मीद नहीं की जाती है।" वह रुकी और अपने हाथ सीढ़ियों की रेलिंग पर टिकाते हुए और मेरी ओर पीछे देखा। "वह कभी-कभी फिसल जाती है।"
पहली बार श्रीमती क्रॉफ्ट कमजोर स्थिति में दिखाई दी। मैंने उसे बैन्च के सामने फर्श पर देखा। वह पीठ के बल चित पड़ी हुई छत की ओर एकटक देख रही थी और उसके पैर विपरीत दिशा में थे। लेकिन जब हम सीढ़ियों के नीचे पहुंचे तो वह हमेशा की तरह वहाँ बैठी थी, उसके दोनों हाथ उसकी गोद में रखे हुए थे। उसके पैरों के पास सामान से भरे हुए दो थैले रखे थे। जब हम उसके सामने खड़े हुए तो उसने बैन्च को नहीं थपथपाया अथवा हमसे बैठने के लिए भी नहीं कहा। वह (हमें) घूर रही थी।
"माँ! यह क्या है?"
"यह अनुचित है।"
"क्या अनुचित है?"
"एक महिला और पुरुष के लिए यह अनुचित है जो कि एक-दूसरे से विवाहित नहीं हैं कि वे बिना किसी संरक्षिका के अकेले में वार्तालाप करें।"
Helan said she was................down at the table. (Pages 73-74)
कठिन शब्दार्थ-insisted (इन् 'सिस्ट्ड ) = say strongly (आग्रह करना)। reveal (रिवील्) = uncover, make visible (बताना)। ankle (ऐक्ल ) = joint of foot and leg (टखना)। sniffed (स्निफ्ड्) = to breathe through nose (नाक से आवाज करते हुए साँस लेना) । rinsed (रिन्स्ड) = to wash in clean water (साफ पानी में धोना)। kettle (केट्ल) = boiler (केतली)। wrapped (रैप्ड्) = cover (लपेटा हुआ)। trailing (ट्रेलिङ्) = linger behind (पीछे लटका हुआ)। can (कैन) = a tin pack (टिन का डिब्बा)।
हिन्दी अनुवाद-हेलन ने कहा कि उसकी उम्र अड़सठ वर्ष की है जो कि मेरी माँ के बराबर की उम्र है लेकिन श्रीमती क्रॉफ्ट ने जोर देकर कहा कि हेलन और मैं एक-दूसरे से सीढ़ियों से नीचे बैठक कक्ष में वार्तालाप करें। साथ ही उसने यह भी कहा कि हेलन जैसी महिला के लिए अपनी उम्र बताना भी अनुचित है और वह ऐसी ड्रेस पहने जो कि टखने से बहुत ऊँची हो।
"आपकी सूचना के लिए बता दूँ माँ, यह 1969 है। आप करोगी यदि आप वास्तव में किसी लड़की को मिनी स्कर्ट पहने हुए देखोगी?" ।
श्रीमती क्रॉफ्ट ने नाक से साँस लेते हुए कहा, "मैं तो उसे गिरफ्तार करवा दूंगी।" हेलन ने सिर हिलाया और सामान से भरा हुआ एक थैला उठाया। मैंने दूसरा थैला उठाया और उसके पीछे-पीछे बैठक से होते हुए किचन में गया। थैले सूप के टिन के डिब्बों से भरे हुए थे जिन्हें हेलन ने एक के बाद एक डिब्बा खोलने वाले यन्त्र से खोला।
उसने पुराने सूप को देगची में डाला और बर्तन धोने की जगह पर रखा, उन बर्तनों को नल के नीचे धोया, उन्हें नये खोले गये टिन के डिब्बों के रूप से भर दिया और वापस रेफ्रिजरेटर में रख दिया।"कुछ वर्ष पहले तक वह इन टिन के डिब्बों को स्वयं ही खोल लेती थीं।" हेलन ने कहा। "उसे यह अच्छा नहीं लगता कि मैं उसके लिए यह सब करती हूँ, लेकिन पियानो ने उसके हाथों को मार दिया।" (पियानो के कारण उसके हाथ खराब हो गये)। उसने अपना चश्मा लगाया, अलमारियों में ध्यान से देखा और मेरे चाय के बैग देखे। "क्या हम एक कप चाय पी सकते है?" मैंने केतली भर कर स्टोव पर रख दी। "मैं आपसे क्षमा चाहता हूँ, मैडम।" पियानो? ("पियानो के बारे में आप क्या बात बता रही थी।")
"वह पियानो सिखाया करती थी। चालीस वर्ष तक उसने मेरे पिता की मृत्यु के बाद, हमें उसी तरह से बड़ा किया है।" हेलन ने खुले हुए रेफ्रिजरेटर की ओर देखते हुए अपने हाथ अपने हिप्स पर रखे। वह पीछे की और गई, मक्खन की टिक्की जो कि लिपटी हुई थी, निकाली, नाराज हुई औ उसे कूड़े की ओर उछाल दिया।
"यह भी किया जाना चाहिए", उसने कहा और सूप के बन्द डिब्बे अलमारी में रख दिये। मैं मेज पर बैठ गया और हेलन को गन्दे बर्तन साफ करते हुए, कूड़े के थैलों को बाँधते हुए, बर्तन धोने के स्थान के ऊपर स्पाइडर पौधे में पानी डालते हुए और दो कपों में खोलता हुआ पानी डालते हुए देखा। उसने बिना दूध की चाय का एक कप मुझे दे दिया, चाय के बैग की डोरी कप के बाहर लटकी हुई थी और वह मेज पर आकर बैठ गई।
"Excuse me, madame................. It is no trouble.” (Page 74)
कठिन शब्दार्थ-mortified (मॉटिफाइड्) = taken aback, embarrassed (सन्न रह जाना, लजित) | insane (इन्सेन्) = mentally ill (विक्षिप्त) । psychiatric (साइकिऐटरिक्) = related to mental illness (मनोरोग सम्बन्धी)। burp (बप्) = to produce a sound (आवाज निकालना)। abacus (ऐबकस्) = a frame used for counting (गिनती के लिए प्रयोग होने वाला फ्रेम)। squeezing (स्क्वीजिङ्) = to press (दबाना, निचोड़ना)।
हिन्दी अनुवाद-"मैडम कृपया मुझे क्षमा करें, लेकिन क्या यह पर्याप्त है?"
हेलन ने चाय का एक घूट लिया। उसकी गुलाबी लिप्स्टिक् का मुस्कराता हुआ दाग कप के अन्दर किनारे पर रह गया। "क्या पर्याप्त है?"
"बर्तनों में सूप । क्या यह श्रीमती क्रॉफ्ट के लिए पर्याप्त भोजन है?"
"वह इसके अलावा और कुछ भी नहीं लेती है। जब वह सौ वर्ष की हुई तो उसने कुछ भी ठोस चीज खाना बन्द कर दिया। और देखो यह तीन साल पहले की बात है।"
मैं सन्न रह गया। मैंने अनुमान लगाया था कि श्रीमती क्रॉफ्ट अपने अस्सी के दशक में होगी अथवा नब्बे वर्ष की होगी। मैंने किसी व्यक्ति को कभी नहीं जाना था जिसकी उम्र शताब्दी से ज्यादा हो। और उसमें भी यह महिला विधवा थी जो अकेली रही इसमें मैं फिर से सन्न रह गया। यह विधवापन ही था जिसने मेरी माँ को विक्षिप्त कर दिया था। मेरे पिता, जो कि कलकत्ता के सामान्य डाकघर में लिपिक के रूप में कार्यरत थे, उनकी इन्सेफिलाइटिस से मृत्यु हो गई जब मैं सोलह वर्ष का था। मेरी माँ ने बिना मेरे पिता के जीवन को समायोजित करने से इन्कार कर दिया।
इसके बजाय वह एक ऐसे अन्धकार युक्त संसार में गहराई से डूब गई कि न तो मैं और न ही मेरा भाई, न सम्बन्धित रिश्तेदार, न रासबिहारी एवेन्यू में मनोरोग अस्पताल के चिकित्सक उसे बचा सके। मुझे सबसे ज्यादा दुःख तब होता था जब मैं उसे असुरक्षित देखता था, खाने के बाद डकार लेते हुए सुनता था अथवा बिना किसी झिझक के लोगों के बीच में भी हवा पास करते हुए देखता था। मेरे पिता की मृत्यु के बाद, मेरे भाई ने स्कूल छोड़ दिया और जूट मिल में कार्य करने लगा जिसकी उसने व्यवस्था की ताकि वह घर को चला सके।
और इसलिए अब यह मेरा काम था कि मैं माँ के पैरों के पास बैठा रहूँ और अपनी परीक्षा की तैयारी करता रहूँ जबकि वह अपने हाथों में पहने हुए कंगनों की गिनती रहती थी जैसे कि वे किसी फ्रेम में जुड़े हुए मोती हों। एक बार तो वह अर्धनग्न अवस्था में ट्राम के डिपो की ओर चली गई और पहुँचने से पहले ही हम उसे घर लाने में सफल रहे। "मुझे श्रीमती क्रॉफ्ट के लिए शाम को सूप गर्म करने में खुशी होगी।" मैंने कप में से चाय के बैग को निकालते हुए और उसके तरल पदार्थ को निचोड़ते हुए सुझाव दिया। "इसमें कोई परेशानी नहीं है।"
Helen looked at her watch.................Sunday after the next. (Page 74-75)
कठिन शब्दार्थ-poured (पॉ()ड्) = flow out (उंडेलना)। worry (वरि) = concerm (चिन्ता)। vigorous (विगरस्) = energetic (फुर्तीला)। imperious (इम्पिअरिअस्) = a proud manner (अभिमानी)। scratch (स्क्रै च्) = rubbing with fingernails (खरोंचना) । miracle (मिरक्ल ) = a wonderful event (चमत्कार)। negligence (नेलिजन्स) = lack of care (उपेक्षा)।
हिन्दी अनुवाद-हेलन ने अपनी छड़ी देखी, खड़ी हुई और बची हुई चाय (बर्तन धोने के) सिन्क में डाल दी।"मैं तो ऐसा नहीं करती यदि मैं तुम्हारी जगह पर होती। यही वह तरीका है जो उन्हें मार डालेगा।" उस शाम को जब हेलन वापस आर्लिंगटन चली गई और श्रीमती क्रॉफ्ट और मैं फिर से अकेले रह गये तो मैं चिन्ता करने लगा। अब मैं यह जान गया था कि वह कितनी ज्यादा वृद्ध है, मुझे चिन्ता हुई कि मध्य रात्रि में अथवा जब मैं दिन में बाहर गया हुआ हूँ, उसे कुछ हो न जाये। उसकी आवाज जितने जोश से भरी हुई थी
और जितनी अभिमानी वह प्रतीत होती थी, मैं जानता था कि केवल एक खरोंच अथवा थोड़ी-सी खाँसी भी उस उम्र के व्यक्ति को मृत्यु दे सकती थी; प्रत्येक दिन जब वह जीवित थी, मैं जानता था कि यह एक प्रकार का चमत्कार ही था। यद्यपि हेलन अत्यधिक मित्रवत् प्रतीत हुई थी लेकिन फिर भी मुझे थोड़ी-सी चिन्ता थी कि यदि कुछ भी घटित हुआ तो वह मुझे ही उपेक्षा का दोष देगी। हेलन चिन्तित प्रतीत नहीं होती थी। वह एक रविवार के बाद अगले रविवार को श्रीमती क्रॉफ्ट के लिए सूप लेकर आती थी और चली जाती थी।
In this manner...............yours Mala. (Pages 75-76)
कठिन शब्दार्थ-assured (अशॉड्) = confident (विश्वास)। chaste (चेस्ट्) = holy, pure (शुद्ध, पवित्र)। flight (फ्लाइट्) = a journey by air (उड़ान)। salutation (सै'लुटेशन्) = greeting (अभिनन्दन)। intimacy (इन्टिमसि) = close relation (घनिष्ठता)। lonely (लोन्लि) = alone (एकाकी)।
हिन्दी अनुवाद-इसी प्रकार से उस गर्मी के मौसम में छः सप्ताह व्यतीत हो गये। पुस्तकालय में घण्टों व्यतीत करने के बाद मैं प्रत्येक शाम को घर आता था और कुछ समय पियानो बैन्च पर श्रीमती क्रॉफ्ट के साथ व्यतीत करता था। मैं उसे थोड़ी देर के लिए अपना साथ दे देता था, और उसे यह विश्वास दिला देता था कि मैंने ताले को चैक कर लिया है और उसे बताता था कि चन्द्रमा पर शानदार ध्वज है।
अनेकों शामों को मैं उसके सो जाने के बाद भी उसके पास बैठा रहता था, हमेशा एक भयपूर्वक कि उसने कितने वर्ष इस पृथ्वी पर गुजार दिये हैं। अनेकों बार मैं अपनी कल्पनाशीलता में उस संसार का चित्र बनाने का प्रयास करता जिसमें वह पैदा हुई, 1866 में एक ऐसा संसार, मैंने कल्पना की जब संसार लम्बी काली स्कर्ट पहने महिलाओं से भरा हुआ और बैठकों में शुद्ध वार्तालाप। अब जब मैं उसके सूजे हुए अंगुलियों के पोरों और गोद में रखे हाथों को देखता तो कल्पना करता था कि कभी वे कितने कोमल और पतले होंगे और पियानो बजा रहे होंगे।
कभी-कभी मैं सोने से पहले नीचे आता था यह सुनिश्चित करने के लिए वह बैन्च पर ठीक अवस्था में बैठी है अथवा अपने शयनकक्ष में सुरक्षित है। प्रत्येक शुक्रवार को मैं किराया उसके हाथ में रख देता था। ये साधारण से कार्य करने के अतिरिक्त मेरे पास उसके लिए करने के लिए कुछ भी नहीं था। मैं उसका पुत्र नहीं था और उन आठ डॉलर के अलावा उसे देने के लिए कुछ भी नहीं था।
अगस्त के अन्त में, माला का पासपोर्ट और ग्रीनकार्ड तैयार हो गया। मेरे पास उसकी उड़ान की सूचना का टेलीग्राम आया था; कलकत्ता में मेरे भाई के घर में कोई टेलीफोन नहीं था। लगभग उसी समय, मुझे उसका (माला का) लिखा हुआ पत्र भी मिला जो उसने हमारे अलग होने के कुछ दिन बाद ही लिखा था। इसमें कोई अभिवादन नहीं था।
मेरे नाम से सम्बोधन को वह घनिष्ठता माना गया जो कि अभी तक हमारे बीच हुई ही नहीं थी। इसमें केवल कुछ पंक्तियाँ लिखी हुई थीं। "मैं यह अपनी यात्रा की तैयारी के लिए अंग्रेजी में लिख रही हूँ। यहाँ पर मैं बिल्कुल अकेली हूँ। क्या वहाँ पर बहुत अधिक ठण्ड है? क्या वहाँ पर बर्फ है? तुम्हारी माला।"
I was not touched..............caused her to weep. (Page 76)
कठिन शब्दार्थ-bound (बाउन्ड्) = certain to do (करने के लिए बाध्य)। vermillion (वमिलिअन्) = orange-red colour (सिन्दूर)। inevitable (इन्एविटब्ल) = unavoidable (अवश्यम्भावी) । conjure (कन्ज(र्)) = quick and clever (मन्त्रमुग्ध करना)। stroller (स्ट्रोल(र)) = chair on wheels (टहलने वाला) | leash (लीश्) = a rope (रस्सी, पट्टा)। startled (स्टाट्ल्ड् ) = surprise (आश्चर्यचकित)। apologise (अपॉलजाइज) = excuse (माफी माँगना)। irritation (इरिटेश्न्) = annoyance (चिड़चिड़ाहट)।
हिन्दी अनुवाद-मैं उसके शब्दों से भावुक नहीं हुआ। हमने एक साथ बहुत ही कम दिन व्यतीत किए थे, लेकिन फिर भी हम एकसाथ जुड़े हुए थे, क्योंकि वह छः सप्ताह से अपनी कलाई में लोहे का कड़ा पहने हुए थी और संसार को दिखाने के लिए अपनी माँग में सिन्दूर भर रही थी कि वह दुल्हन है।
इन छः सप्ताहों में मैंने उसके आगमन को ठीक उसी प्रकार माना जिस प्रकार किसी माह का अथवा मौसम के आगमन का इन्तजार किया जाता है कोई भी चीज अवश्यंभावी परन्तु उस समय निष्प्रोज्य। मैं उसे इतना कम जानता था कि जब उसका चेहरा मेरी स्मृति में आता था तो मैं उसे ठीक प्रकार से याद भी नहीं कर पाता था।
पत्र प्राप्ति के कुछ दिन बाद, जब मैं सुबह अपने कार्य के लिए जा रहा था, मैंने एक भारतीय महिला को मैसाचुसेट्स ऐवेन्यू के दूसरी ओर (जाते हुए) देखा, जो कि साड़ी पहने हुए थी और उसका पल्ला लगभग जमीन पर घिसट रहा था और एक बच्चे को गाड़ी में घुमा रही थी।
एक अमेरिकी महिला पट्टे वाले काले कुत्ते को लेकर उसके एक ओर घूम रही थी। अचानक कुत्ता भौंकने लगा। सड़क के दूसरी ओर से मैंने भारतीय महिला को आश्चर्य और भयभीत अपने स्थान पर रुके हुए देखा और उसी जगह से कुत्ता कूदा और साड़ी का छोर अपने दाँतों में दबा लिया।
अमेरिकी महिला ने कुत्ते को फटकारा, क्षमा मांगते हुए प्रतीत हुई और भारतीय महिला को वहीं फुटपाथ के बीच में अपनी साड़ी ठीक करते हुए और रोते हुए बच्चे को चुप कराते हुए वहीं छोड़कर जल्दी से एक ओर चली गई। उसने मुझे वहाँ खड़े हुए नहीं देखा वह वहाँ से आगे अपने रास्ते पर चली गई। उस सुबह मैंने महसूस किया कि इस तरह की दुर्घटना जल्दी ही मेरी चिन्ता का भी विषय होगी।
माला की चिन्ता करना, उसका स्वागत करना और उसकी सुरक्षा करना मेरा उत्तरदायित्व था। मुझे उसके लिए उसके पहले बर्फ के जूतों की जोड़ी और उसके लिए पहला सर्दियों का कोट खरीदना होगा। मुझे उसे यह भी बताना होगा कि किन सड़कों पर नहीं जाना होगा? कौनसे रास्ते से ट्रैफिक आता है? उसे यह भी बताना होगा कि साड़ी इस तरह पहने कि उसका पल्ला फुटपाथ पर न घिसटे। अपने माता-पिता से पाँच मील की दूरी, मुझे चिड़चिड़ाहट के साथ याद आता था, ने भी उसे रुला दिया था।
Unlike Mala, I was................. if she was hungry. (Pages 76-77)
कठिन शब्दार्थ-display (डिस्प्ले) = to show (दिखामा)। emotion (इ'मोश्न्) = strong feelings (तीव्र भावनाएँ) | modesty (मॉडिस्ट्)ि = humbleness (विनम्रता)। stacked (स्टैक्ड्) = piles, heaps (ढेर)। decorative (डेकरटिव्) = pretty (शानदार) | embrace (इम्ब्रेस्) = clasping another into arms (आलिंगन, गले लगाना)।
हिन्दी अनुवाद-माला की तरह नहीं, लेकिन अब मैं जहाँ रह रहा था वहाँ की मुझे आदत हो गई थी। कार्नफ्लेक्स और दूध की आदत, हेलन के आने-जाने की आदत, श्रीमती क्रॉफ्ट के साथ बैन्च पर बैठने की आदत। एकमात्र चीज जिसकी मुझे आदत नहीं थी वह थी माला। लेकिन फिर मैंने वही किया जो मुझे करना था।
मैं एमआईटी के हाऊसिंग कार्यालय गया और कुछ घरों की दूरी पर सजा हुआ एक घर मुझे मिल गया जिसमें डबल बैड, एक व्यक्तिगत रसोईघर और नहाने का कमरा था जिसका किराया चालीस डॉलर प्रति सप्ताह था। अपने अन्तिम शुक्रवार को मैंने श्रीमती क्रॉफ्ट को एक-एक डॉलर के आठ नोट एक लिफाफे में रखकर दिये और उसे सूचना दी कि मैं जा रहा हूँ। उसने मेरी चाबी अपने पर्स में रख ली। अन्तिम बात जो उसने मुझसे कही वह यह थी कि मैं उसे मेज पर रखी हुई छड़ी पकड़ा दूं ताकि वह मेरे साथ चल सके और दरवाजा बन्द कर सके। "गुड बाई, फिर" उसने कहा और वापस घर के अन्दर चली गई।
मुझे किसी भी भावनात्मक प्रदर्शन की आशा नहीं लेकिन फिर भी मुझे थोड़ी भी निराशा थी। मैं केवल एक शरणार्थी था, एक ऐसा व्यक्ति जो उसे थोड़ा-सा धन देता था और उसके घर में छः सप्ताह तक आता-जाता रहा। एक शताब्दी की तुलना करें तो यह कुछ भी समय नहीं था। हवाई अड्डे पर मैंने माला को तुरन्त पहचान लिया।
उसकी साड़ी का पल्ला जमीन पर नहीं घिसट रहा था बल्कि उसने दुल्हन की विनम्रता में पल्ला सिर पर रखा हुआ था ठीक उसी प्रकार मेरी माँ मेरे पिता की मृत्यु के दिन तक किया करती थी। उसकी पतली भूरी बाँहों में सोने के कंगनः थे, माथे पर छोटी-सी लाल रंग की बिन्दी थी, पैरों के किनारे पर लाल रंग का महावर लगा हुआ था। मैंने उसे न तो गले लगाया, न ही चुम्बन लिया और न ही उसका हाथ पकड़ा। इसके स्थान पर मैंने अमेरिका में पहली बार उससे बांग्ला भाषा में बात की और पूछा कि क्या उसे भूख लगी है?
I told her I had...........it covered anyway. (Pages 77-78)
कठिन शब्दार्थ-oxtail (ऑक्सटेल्) = the meat from the tail of ox (पूँछ का माँस)। appetite ('ऐपिटाइट्) = desire to eat (भूख)| recipes (रेसपिज) = formula (भोजन बनाने की विधि)। shoulders. (शोल्ड(र)स्) = the part of body between neck and arms (कंधे)।
हिन्दी अनुवाद-मैंने उसे बताया कि मैंने घर पर अण्डे की करी तैयार की है।
"उन्होंने तुम्हें हवाई जहाज में खाने के लिए क्या दिया?"
"मैंने नहीं खाया।"
"कलकत्ता से यहाँ तक परे रास्ते में?"
"मेन्यू में पूँछ का माँस लिखा हुआ था।"
"लेकिन निश्चित रूप से उसमें अन्य वस्तुएँ भी तो होंगी।"
"बैल की पूँछ का माँस को खाने की सोचकर ही मेरी भूख मर गई।"
जब हम घर आये तो माला ने अपने सूटकेसों में से एक को खोला और मुझे दो पूरी आस्तीन के स्वेटर भेंट किये जो कि चमकीली नीली ऊन से बनाये गये थे और जो उसने हमारे अलग रहने के दौरान अपने हाथ से बुने थे उनमें एक 'वी' गले का था जबकि दूसरा डोरियों से ढका हुआ था। मैंने दोनों को पहन कर देखा :
दोनों ही हाथों के नीचे टाइट थे। वह मेरे लिए दो-दो जोड़ी नये डोरी खींचने वाले पायजामा, मेरे भाई का एक पत्र और खुली दार्जिलिंग चाय का एक पैकेट भी लायी थी। मेरे पास अण्डे की करी के अतिरिक्त उसे देने के लिए कुछ भी नहीं था। हम दोनों एक टेबिल पर बैठ गये और अपनी प्लेटों को देख रहे थे। हमने अपने हाथों से खाना खाया, एक-दूसरी बात जो अभी तक अमेरिका में मैंने नहीं की थी।
"घर अच्छा है", उसने कहा, "और अण्डे की करी भी अच्छी है।" अपने बायें हाथ से उसने अपनी साड़ी का पल्ला छाती के पास पकड़ा हुआ था ताकि साड़ी उसके सिर से न खिसक जाये। "मुझे भोजन बनाने की बहुत ज्यादा विधियाँ नहीं आती हैं।" उसने खाने से पहले आलुओं का छिलका उतारते हुए अपना सिर हिलाया। एक बार साड़ी उसके कन्धों से खिसक गई। उसने तुरन्त उसे संभाल लिया। "तुम्हें अपना सिर ढंकने की कोई आवश्यकता नहीं है", मैंने कहा, "मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं है। यहाँ पर इसका कोई बुरा नहीं मानता।" लेकिन फिर भी उसने सिर को ढक लिया।
I waited to get..............................letters home. (Pages 78-79)
कठिन शब्दार्थ-strangers (स्ट्रेन्ज(र)स) = unknown (अपरिचित)। fragrance (फ्रेग्रन्स्) = a pleasant smell (खुशबू)। scalp (स्कैल्प) = skin of head (सिर की त्वचा)। delicate (डेलिकट्) = soft (कोमल)। cereal (सिअरिअल्) = food made from grain (अनाज से बना खाद्य पदार्थ)। cardigan (काडिगन्) = knitted jacket (कार्डीगन)।
हिन्दी अनुवाद-मैंने इन्तजार किया कि मुझे उसकी आदत पड़ जायेगी, अपने आस-पास अपनी मेज पर और मेरे बिस्तर पर उसकी उपस्थिति की आदत पड़ जायेगी लेकिन एक सप्ताह बाद भी हम अजनबी थे। मुझे अभी तक एक ऐसे घर में आने की आदत नहीं पड़ी थी जिसमें भाप से पके चावल की खुशबू आये, और एक हमेशा बिल्कुल साफ किया हुआ बेसिन मिले, हमारे दो टूथब्रुश अगल-बगल में रखे हों, भारत से लाई गई पीयर्स साबुन की बट्टी साबुनदानी में रखी हो। मुझे नारियल के तेल की खुशबू की भी आदत नहीं पड़ी थी जो वह हर दूसरे दिन अपने सिर में लगाया करती थी और उस कोमल ध्वनि की भी आदत नहीं जो उसके कंगनों से आती थी जब वह घर में घूमती थी। सुबह वह हमेशा मुझसे पहले जाग जाती थी।
पहली सुबह जब मैं रसोई में आया तो उसने सारी बची हुई चीजों को गर्म कर दिया और एक प्लेट में रख दिया जिसके किनारे पर एक चम्मच नमक रखा हुआ था। (उसने ऐसा) यह सोचकर किया कि मैं नाश्ते में चावल खाऊँगा जैसाकि ज्यादातर बंगाली पति खाते हैं। मैंने उसे बताया कि (नाश्ते में) सीरियल ठीक रहेगा तो अगली सुबह जब मैं किचन में गया तो (मैंने देखा कि) वह पहले ही मेरे कटोरे में कॉर्नफ्लेक्स उड़ेल चुकी थी।
एक सुबह वह मेरे साथ मैसाचुसेट्स ऐवेन्यू से होकर एमआईटी गई जहाँ पर मैंने उसे पूरे कैम्पस में घुमाया। रास्ते में हम एक लोहे का सामान बेचने वाली दुकान पर रुके और मैंने अपनी चाबी की एक और चाबी बनवा ली ताकि वह स्वयं भी घर में जा सके। अगली सुबह जब मैं अपने काम के लिए घर से निकला तो उसने मुझसे कुछ डॉलर माँगे।
मैंने अनिच्छा से उसे कुछ डॉलर दे दिये लेकिन मैं जानता था कि यह भी अब सामान्य बात है। जब मैं अपने काम से वापस आया तो मैंने देखा कि किचन में एक आलू छीलने का चाकू था, मेज पर एक कपड़ा था और स्टोव पर बनी हुई लहसुन और अदरक की ताजी चिकन करी रखी हुई थी। उन दिनों हमारे पास टेलीविजन नहीं था। रात्रि भोजन के बाद मैं समाचार पत्र पढ़ता जबकि माला किचन की मेज पर बैठी होती थी; अपने लिए और ज्यादा चमकीली नीली ऊन से कार्य कर रही होती थी अथवा घर के लिए पत्र लिख रही होती थी।
At the end of......................was gone. (Page 79)
कठिन शब्दार्थ-disappeared (डिसपिअ()) = vanish (अदृश्य हो जाना, चले जाना)। emerged (इम'ज्ड्) = come out (बाहर आना)। suggestion (सजेस्चन्) = to give an idea (सलाह देना)। coiled (कॉइल्ड्) = spiral (लपेटना) । destination (डेस्टिनेश्न्) = goal (गन्तव्य)। balmy (बामि) = mild and pleasant (सुखद)।
हिन्दी अनुवाद-हमारे पहले सप्ताह की समाप्ति पर शुक्रवार को मैंने बाहर चलने का सुझाव दिया। माला ने अपनी बुनाई अलग रख दी और बाथरूम में चली गई। जब वह वापस आयी, तो मुझे इस सुझाव पर कुछ अजीब-सा लगा; उसने साफ रेशमी साड़ी और अतिरिक्त कंगन पहने थे और अपने सिर पर बालों को लपेटकर जूड़ा बना लिया था।
वह इस तरह से तैयार थी जैसेकि उसे किसी पार्टी में जाना हो अथवा कम-से-कम सिनेमा देखने जाना हो लेकिन मेरे मस्तिष्क में इस प्रकार का कोई गन्तव्य ही नहीं था। शाम की वायु सुखद थी। हमने मैसाचुसेट्स ऐवेन्यू में रेस्टोरेंट और दुकानों की खिड़कियों को देखते हुए अनेकों खण्डों को पार किया। तत्पश्चात्, बिना सोचे-समझे मैं उसे उस शान्त सड़क पर ले गया जहाँ पर मैं कई रात अकेला घूमा था।
"यह वह घर है जिसमें तुम्हारे आने से पूर्व मैं रहता था", मैंने श्रीमती क्रॉफ्ट के घर की चाहरदीवारी पर रुकते हुए कहा।
"इतने बड़े घर में?" "मेरे पास ऊपर एक कमरा था, पीछे की ओर।" "वहाँ और कौन रहता है?" "एक अत्यन्त वृद्ध महिला।" "क्या अपने परिवार के साथ।" "अकेली" "लेकिन फिर उसकी देखभाल कौन करता है?" मैंने दरवाजा खोला। "अधिकतर समय वह अपनी देखभाल स्वयं ही करती है।"
मैं सोच रहा था कि क्या श्रीमती क्रॉफ्ट को मेरी याद होगी? मैं सोच रहा था कि क्या उसके साथ हर शाम बैन्च पर बैठने के लिए कोई नया आगन्तुक आ गया होगा? जब मैंने घण्टी का बटन दबाया तो मुझे आशा थी कि अपनी पहली मुलाकात वाले दिन की तरह मुझे लम्बा इन्तजार करना होगा जब मेरे पास चाबी नहीं थी। लेकिन इस बार दरवाजा हेलन द्वारा लगभग तुरन्त ही खोल दिया गया था। श्रीमती क्रॉफ्ट बैन्च पर नहीं बैठी थी। अब वहाँ पर बैन्च भी नहीं थी।
'Hellow there',.....................then stand up!" (Pages 79-80)
कठिन शब्दार्थ-peach-coloured (पीच कलड्) = colour of peach (आडू जैसा रंग)। cushion (कुश्न्) = a bag filled with soft material (तकिया)। announced (एनाउन्स्ड् ) = declared (बताया)। grinned (ग्रिन्ड) = a broad smile (खुलकर हँसना)। sedately (सिडेट्लि) = calmly (गम्भीरता से)। grey (ग्रे) = colour of ashes (स्लेटी रंग)। stunned (स्टन्ड) = amazed (भौंचक्का )glared (ग्ले(र्)ड्) = brilliance (चमक)।
हिन्दी अनुवाद-"हैलो, आइये", हेलन ने अपने चमकीले गुलाबी होंठों से माला की ओर देखकर मुस्कराते हुए कहा।
"माँ बैठक में है। क्या तुम उससे मिलना चाहोगे?" "जैसा आप चाहें, मैडम।" तब मैं सोचती हूँ कि मैं स्टोर में होकर आती हूँ, यदि आप बुरा न मानें। उसके साथ छोटी-सी दुर्घटना हो गई थी। इन दिनों हम उसे अकेला नहीं छोड़ सकते, एक मिनट के लिए भी नहीं।
मैंने हेलन के जाने के बाद दरवाजा बन्द किया और बैठक में गया। श्रीमती क्रॉफ्ट पीठ के बल सीधी लेटी हुई थी, उसका सिर आडू के रंग के तकिए पर रखा था और एक पतली सफेद रजाई से उसका शरीर ढंका हुआ था। उसके मुड़े हुए हाथ उसकी छाती पर ऊपर की ओर रखे हुए थे। जब उसने मुझे देखा तो सोफा की ओर इशारा किया और मुझसे बैठने के लिए कहा।
मैं वैसे ही बैठ गया जैसा मुझे निर्देश मिला था लेकिन माला पियानो की ओर चली गई और उस बैन्च पर बैठ गई जो वहीं रखी थी जहाँ की वह थी। "मेरी हिप टूट गई है!" श्रीमती क्रॉफ्ट ने बताया, जैसेकि अभी ज्यादा समय नहीं हुआ हो। "अरे प्रिय मैडम!" "मैं बैन्च से गिर पड़ी।" "मुझे बहुत दुःख है, मैडम।" "यह आधी रात की बात है। बेटे! क्या आप जानते हैं कि मैंने क्या किया?" मैंने अपना सिर हिलाया (कि मुझे नहीं पता)।
उसने छत की ओर देखा और गम्भीरता से हँसी, जिससे उसके भूरे दाँतों की लम्बी पंक्ति दिखाई दी। एक भी दाँत कम नहीं था। "तुम इस बारे में क्या कहोगे बेटा?" मैं जितना भौंचक्का हो सकता था, हो गया, मैं जानता था कि मुझे क्या कहना है। बिल्कुल भी बिना किसी झिझक के, मैं जोर से चिल्लाया, "शानदार!"
तब माला को हँसी आ गई। उसकी आवाज अत्यन्त मधुर थी और उसकी आँखें खुशी से चमक रही थीं। मैंने कभी भी इससे पहले उसकी इस तरह की हँसी नहीं सुनी थी और यह इतनी जोर की थी कि श्रीमती क्रॉफ्ट ने भी वह आवाज सुन ली। वह माला की ओर मुड़ी और उसकी ओर देखा। "बेटे यह कौन है?" "मैडम, वह मेरी पत्नी है।"
श्रीमती क्रॉफ्ट ने माला को और अच्छी तरह देखने के लिए तकिए पर अपना सिर थोड़ा-सा दबाया, "क्या तुम पियानो बजा सकती हो?" "नहीं मैडम", माला ने उत्तर दिया। "तब फिर खड़ी हो जाओ!"
Mala rose to her......other and smiled. (Pages 80-81)
कठिन शब्दार्थ-sympathy (सिम्पथि) = understanding (सहानुभूति)। escalator (एस्कलेट()) = moving stairs (चलती सीढ़ी)। decipher (डि'साइफ(र)) = decode (अर्थ समझना)। placid (प्लैसिड्) = tranquil (शान्त)। scrutinising (स्क्रूटिनाइजिङ्) = to look critically (बारीकी से देखना)। disdain (डिस्डेन्) = contempt (तिरस्कार, घृणा)। obscured (अब् 'स्क्यु अ(र)ड) = unclear (अस्पष्ट)।
हिन्दी अनुवाद - माला अपने पैरों पर, अपनी साड़ी को सिर पर ठीक करती हुई और उसे छाती पर पकड़े हुए, खड़ी हुई और उसके आने के बाद पहली बार उसके प्रति सहानुभूति हुई, मैंने लन्दन में अपने शुरू के दिन याद किए, मैं यह सीख रहा था कि रसल स्क्वेयर जाने के लिए किस प्रकार ट्यूब लेनी है, पहली बार जब चलती हुई सीढ़ियों पर चढ़ा, यह समझने में असमर्थ कि जब व्यक्ति 'पाइपर' चिल्लाता था तो
उसका अर्थ 'पेपर' होता था, पूरे वर्ष भर इसे समझने में असमर्थ रहा कि कन्डक्टर कहता था, 'खाली जगह का ध्यान रखो' जब भी ट्रेन प्रत्येक स्टेशन से चलती थी। मेरी तरह, माला भी अपने घर से बहुत दूर आयी थी। उसे यह भी नहीं पता था कि वह कहाँ जा रही है और उसे क्या मिलेगा? और क्यों जा रही है? सिवाय इसके कि वह मेरी पत्नी है।
पूरी तरह से यह विचित्र लगता था, मैं अपने दिल में जानता था कि किसी दिन उसकी मृत्यु मुझे अत्यन्त प्रभावित करेगी और मेरी उसे । मैं यह बात किसी भी तरह से श्रीमती क्रॉफ्ट को बताना चाहता था जो कि अभी भी माला का सिर से लेकर पैर तक सूक्ष्म निरीक्षण कर रही थी जो कि शान्त तिरस्कार था। मैं सोच रहा था कि क्या श्रीमती क्रॉफ्ट ने कभी किसी महिला को साड़ी पहने हुए, माथे पर बिन्दी लगाये हुए और कलाइयों में बहुत सारे कंगन पहने हुए देखा है।
मैं सोच रहा था कि अब वह किसी बात पर आपत्ति करेगी। मैं सोच रहा था कि क्या वह माला के पैरों में लगे हुए लाल रंग के आल्ता (महावर) को देख पायेगी जो कि उसकी साड़ी की किनारी से पूरी तरह से ढका हुआ था। अन्त में, श्रीमती क्रॉफ्ट ने अविश्वास और खुशी का बराबर मिश्रण करते हुए कहा : "वह एक पूर्ण महिला है।" अब मैं जोर से हँस पड़ा। मैं इतने धीरे से हँसा कि श्रीमती क्रॉफ्ट ने मेरी आवाज नहीं सुनी। लेकिन माला ने मेरी आवाज सुन ली थी और पहली बार हमने एक-दूसरे की ओर देखा और मुस्कराये।
I like to think ................. never to return. (Pages 81-82)
कठिन शब्दार्थ-bay leaves (बे लीव्स्) = a spice (तेज पत्ता)। cloves (क्लोवज्) = a small dried flower (लोंग) I sail boats (सेल्बोट्स्) = a boat with a sail (पाल नौका)। voyage (वॉइइज्) = a sea journey (समुद्री यात्रा)। consoled (कॉन्सोल्ड्) = to make happy (सांत्वना देना) । obituary (अबिचुअरि) = information of death (मृत्यु की सूचना)। interlude (इन्टलूड्) = a short period to stop (मध्यांतर, अन्तराल)। mourned (मॉन्ड्) = sadness (शोक)।
हिन्दी अनुवाद-मुझे उस क्षण के बारे में सोचना अच्छा लगता है जब श्रीमती क्रॉफ्ट की बैठक में उस समय मेरे और माला के बीच की दूरी कम होने लगी। यद्यपि अभी हम पूरी तरह से प्रेम में नहीं बंधे थे लेकिन मैं सोच रहा था कि आने वाले महीनों में हमारे लिए एक प्रकार की मधुयामिनी होगी। हम दोनों ने साथ-साथ पूरे शहर का भ्रमण किया और अन्य बंगालियों से मिले जिनमें से कुछ के हम आज भी मित्र हैं। हमने यह खोज लिया था कि बिल नाम का व्यक्ति प्रोस्पेक्ट स्ट्रीट में ताजी मछली बेचता था और हार्डवर्ड स्क्वेयर में एक दुकान जिसका नाम करडुलो था, पर तेजपत्ता और लौंग बिकती थीं।
शाम के समय हम चार्ल्स नदी पर पानी में तैरती हुई पाल नौका देखने जाते थे अथवा हार्वर्ड यार्ड में आइस क्रीम कोन खाते थे। हमने एक इन्टैमैटिक कैमरा खरीद लिया था जिसमें हम अपने जीवन को सहेज कर रख सकें और मैंने पूडेन्शियल बिल्डिंग के सामने उसकी फोटो खींची ताकि वह ये चित्र अपने माता-पिता के पास भेज सके।
रात को हमने एक-दूसरे का चुम्बन लिया, पहले तो हमें शर्म महसूस हुई लेकिन जल्दी ही खुल गये और एक-दूसरे की बाँहों में हमें खुशी और शान्ति प्राप्त हुई। मैंने उसे एस.एस. रोमा में अपनी यात्रा और फिन्स बरी पार्क के बारे में, वाइ.एम.सी.ए. और श्रीमती क्रॉफ्ट के साथ शाम को बैन्च पर बैठने के बारे में बताया। जब मैंने उसे अपनी माँ के बारे में कहानियाँ बताई तो वह रोने लगी। यह माला ही थी
जिसने मुझे एक शाम को ग्लोब समाचार पत्र पढ़ते हुए मुझे सांत्वना दी जब मैंने श्रीमती क्रॉफ्ट की मृत्यु की अचानक सूचना पढ़ी। मैंने बहुत से महीनों से उसके बारे में सोचा भी नहीं था तब तक गर्मियों के वे छः महीने मेरे लिए पहले मध्यांतर हो गये थेलेकिन जब मुझे उसकी मृत्यु के बारे में पता लगा तो मैं शोक में डूब गया इतना ज्यादा कि जब माला ने अपनी बुनाई से ऊपर की ओर देखा तो उसने मुझे दीवाल की ओर एकटक देखते हुए पाया, समाचार-पत्र मेरी गोद में एक ओर पड़ा हुआ था और मैं बोल भी नहीं पा रहा था। श्रीमती क्रॉफ्ट की मृत्यु अमेरिका में पहली मृत्यु थी जिस पर मैंने शोक व्यक्त किया क्योंकि उसका ऐसा पहला जीवन था जिसकी मैंने प्रशंसा की थी; अन्त में वह इस दुनिया को छोड़कर चली गई, वृद्ध शरीर और अकेली, कभी भी वापस न आने के लिए।
As for me, I have........do after we die. (Page 82)
कठिन शब्दार्थ-strayed (स्ट्रेड्) = go away (दूर निकल जाना)। security (सिक्युअरटि) = free from danger (सुरक्षा)। occasionally (अ'केश्नलि) = now and then (कभी-कभी)।
हिन्दी अनुवाद-जहाँ तक मेरी बात है, मैं अभी बहुत दूर नहीं गया हूँ; माला और मैं बोस्टन से बीस मील दूर एक छोटे शहर में रहते हैं जो कि श्रीमती क्रॉफ्ट के घर की तरह पेड़ों की पंक्ति वाली सड़क है, यह घर हमारा अपना है जिसमें एक बगीचा है जो कि हमें गर्मियों में टमाटर, खरीदने से बचाता है और जिसमें मेहमानों के लिए भी एक कमरा है।
अब हम अमेरिकी नागरिक बन गये हैं और इसलिए आवश्यकता होने पर सामाजिक सुरक्षा भी प्राप्त कर सकते हैं । यद्यपि हम प्रत्येक कुछ वर्षों में कलकत्ता जाते हैं, और खींचने वाली डोरी के पायजामा और दार्जिलिंग की चाय लेते हैं लेकिन हमने अब यहीं पर वृद्ध होने का निश्चय किया है। मैं एक छोटे कॉलेज के पुस्तकालय में कार्य करता हूँ।
हमारा एक बेटा है जो हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ता है। अब माला अपनी साड़ी के पल्ले से सिर नहीं ढकती है अथवा अपने माता-पिता की याद करके नहीं रोती है लेकिन कभी-कभी वह हमारे बेटे को याद करके रोती है। इसलिए हम उससे मिलने कैम्ब्रिज जाते हैं अथवा सप्ताहांत में उसे घर ले आते हैं ताकि वह हमारे साथ हाथ से चावल खा सके और बांग्ला भाषा में बात कर सके क्योंकि हमें चिन्ता है कि हमारी मृत्यु के बाद वह यह काम कभी नहीं करेगा।
Whenever we make.............my imagination. (Pages 82-83)
कठिन शब्दार्थ-instantly (इन्स्टट्ल) = immediately (तुरन्त) | astonishment (अस्टॉनिशमन्ट) = surprise (आश्चर्य)| inconceivable (इन्कन् 'सीवब्ल) = difficult to believe or imagine (कल्पना से दूर) I ambition (ऐम् 'बिशन्) = dream (महत्त्वाकांक्षा)। hurled (हल्ड्) = to throw (फेंकना)। continents (कॉन्टिनन्ट्) = one of the large land-masses of the earth (महाद्वीप)। obstacle (ऑब्स्ट क्ल) = obstruction (अवरोध)। conquer (कॉङ्क(र्)) = to put down by force (जीतना)। bewildered (बिविल्ड()ड्) = confuse and surprise (हक्का-बक्का )।
हिन्दी अनुवाद - जब भी हम कहीं जाते हैं तो मैं भारी यातायात होने के बावजूद मैसाचुसेट्स ऐवेन्यू से होकर ही निकलता हूँ। मैं अब मुश्किल से ही इमारतों को पहचान पाता हूँ लेकिन मैं जब भी वहाँ होता हूँ, मैं तुरन्त ही उन छः सप्ताहों में लौट जाता हूँ जैसेकि वह एक दिन पहले की ही बात हो और गाड़ी की गति को धीमी कर देता हूँ और अपने बेटे से कहता हुआ श्रीमती क्रॉफ्ट की सड़क की ओर इशारा करता हूँ कि यहाँ पर अमेरिका में मेरा पहला घर था जहाँ पर मैं एक ऐसी महिला के घर में रहा जो एक सौ तीन साल की थी।
"याद है?" माला कहती है, मुस्कराती है और मेरी तरह आश्चर्य में पड़ जाती है कि एक समय था जब हम एक-दूसरे के लिए अजनबी थे। मेरा बेटा हमेशा आश्चर्य व्यक्त करता है, श्रीमती क्रॉफ्ट की उम्र पर नहीं, बल्कि इस बात पर कि मैं कितना कम किराया देता था। उसकी कल्पना से बहुत दूर धन-राशि जैसाकि 1866 में जन्मी एक महिला के लिए चन्द्रमा पर ध्वज का फहराया जाना था। अपने बेटे की आँखों में मैं उस महत्त्वाकांक्षा को देखता हूँ जिसने मुझे पहली बार में ही पूरे संसार के पार भेज दिया। कुछ वर्षों में वह स्नातक हो जाएगा और अकेला और बिना सुरक्षा के अपना रास्ता बनाएगा। लेकिन मुझे स्वयं याद आता है कि उसका एक पिता है जो अभी भी जीवित है, एक माँ है जो खुश और शक्तिशाली है।
वह जब भी निराश होता है, तो मैं उसे बताता हूँ कि यदि मैं तीन महाद्वीपों में जीवित रह सकता हूँ तो कोई ऐसी बाधा नहीं है जिसे वह न जीत सके। जबकि अन्तरिक्ष यात्री जो कि कुछ घण्टे चन्द्रमा पर व्यतीत करके हमेशा के लिए विजेता बन गये थे, मैं तो इस नई दुनिया में लगभग तीस वर्षों से रहा हूँ। मैं जानता हूँ कि मेरी उपलब्धि बिल्कुल सामान्य है।
मैं ऐसा अकेला व्यक्ति नहीं हूँ और निश्चित रूप से न ही पहला व्यक्ति हूँ जो कि घर से बहुत दूर जाकर अपना भविष्य बनाते हैं। लेकिन फिर भी कभी-कभी मैं, अपने द्वारा तय की गई यात्रा के प्रत्येक मील, प्रत्येक भोजन जो मैंने खाया, प्रत्येक व्यक्ति जिससे मैं मिला, और प्रत्येक कमरा जिसमें मैं सोया की सोचकर हक्का-बक्का रह जाता हूँ। आज जब यह सब कुछ सामान्य महसूस होता है, एक समय था जब यह सब मेरी कल्पना से भी बहुत दूर था।