These comprehensive RBSE Class 9 Social Science Notes Geography Chapter 5 प्राकृतिक वनस्पति एवं वन्य जीवन will give a brief overview of all the concepts.
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→ भारत एक विशाल देश है। यहाँ पर्याप्त जैव विविधता पाई जाती है। भारत विश्व के मुख्य 12 जैव विविधता वाले देशों में से एक है।
→ भारत में लगभग 47,000 विभिन्न जातियों के पौधे तथा लगभग 90,000 जातियों के जानवर, 2,000 से अधिक पक्षियों की प्रजातियाँ तथा विभिन्न प्रकार की मछलियों की लगभग 2,546 प्रजातियाँ पाई जाती हैं। यहाँ अनेक प्रकार के सरीसृप, उभयचरी एवं स्तनधारी जीव पाये जाते हैं जो संसार के कुल प्राणियों का 5 से 8 प्रतिशत
→ वनस्पति तथा वन्य प्राणियों में विविधता पाये जाने के प्रमुख कारण हैं
→ धरातल पर एक विशिष्ट प्रकार की वनस्पति या प्राणी जीवन वाले विशाल पारिस्थितिक तन्त्र को 'जीवोम' कहते हैं।
→ हमारे देश में निम्न प्रकार की प्राकृतिक वनस्पतियाँ पाई जाती हैं
→ 'विश्व संरक्षण संघ' ने लाल सूची के अन्तर्गत 352 पादपों की गणना की है जिसमें से 52 पादप अति संकटग्रस्त हैं एवं 49 पादपों को विनष्ट होने का खतरा है।
→ भारत में औषधि के लिए प्रयुक्त होने वाले प्रमुख पादप हैं-
→ भारत में जीव सुरक्षा अधिनियम सन् 1972 में लागू किया गया था।
→ भारत के कुछ दलदली भाग प्रवासी पक्षियों के लिए प्रसिद्ध हैं । शीत ऋतु में साइबेरियन सारस यहाँ बहुत संख्या में आते हैं।
→ देश में अठारह जीव मण्डल निचय (आरक्षित क्षेत्र) स्थापित किए गए हैं। इनमें से सुन्दरवन, नंदादेवी, मन्नार की खाड़ी, नीलगिरी, नाकरेक, ग्रेट निकोबार, मानस, सिमलीपाल, पंचमढ़ी और अचनकर-अमरकंटक की गणना विश्व के जीव मण्डल निचय में की गई है।
→ भारत विश्व का एकमात्र ऐसा देश है जहाँ शेर और बाघ दोनों पाये जाते हैं। देश में शेर संरक्षण, गैंडा संरक्षण, भारतीय भैंसा संरक्षण तथा पारिस्थितिक तन्त्र के सन्तुलन के लिए कई योजनाएँ बनाई गई हैं।
→ प्राकृतिक वनस्पति और वन्य-जीव प्राकृतिक पर्यावरण के विशिष्ट उपहार हैं। ये किसी भी देश की समृद्धि का आधार होते हैं। मानव सभ्यता को बचाये रखने के लिए प्राकृतिक वनस्पति एवं वन्य-जीवों को बचाये रखना अत्यन्त आवश्यक हैं।