RBSE Class 8 Social Science Important Questions History Chapter 6 बुनकर, लोहा बनाने वाले और फैक्ट्री मालिक

Rajasthan Board RBSE Class 8 Social Science Important Questions History Chapter 6 बुनकर, लोहा बनाने वाले और फैक्ट्री मालिक Important Questions and Answers. 

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RBSE Class 8 Social Science Important Questions History Chapter 6 बुनकर, लोहा बनाने वाले और फैक्ट्री मालिक

बहुचयनात्मक प्रश्न- 

प्रश्न 1. 
यूरोपीय व्यापारी बारीक बुनाई वाले सभी कपड़ों को क्या कहते थे? 
(अ) बंडाना 
(ब) शिंट्ज 
(स) मस्लिन 
(द) कोसा 
उत्तर:
(स) मस्लिन 

प्रश्न 2. 
ईस्ट इण्डिया कम्पनी की 1730 की ऑर्डर बही में सूती तथा रेशमी कपड़ों की कितनी किस्मों का जिक्र किया गया है-
(अ) 56
(ब) 20 
(स) 103 
(द) 98
उत्तर:
(द) 98

प्रश्न 3. 
स्पिनिंग जैनी का आविष्कार किया था-
(अ) जॉन के ने 
(ब) रिचर्ड आर्कराइट ने 
(स) जेम्स वाट ने 
(द) चार्ल्स वेल्ड ने 
उत्तर:
(अ) जॉन के ने 

प्रश्न 4. 
भारत में पहली सूती कपड़ा मिल स्थापित हुई-
(अ) 1846 में 
(ब) 1854 में 
(स) 1856 में 
(द) 1872 में 
उत्तर:
(ब) 1854 में 

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प्रश्न 5. 
टीपू सुल्तान की तलवार बनी हुई थी-
(अ) स्टेनलेस स्टील की 
(ब) वुट्ज स्टील की 
(स) स्क्रैप स्टील की 
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ब) वुट्ज स्टील की 

प्रश्न 6. 
टिस्को से स्टील का उत्पादन होने लगा था-
(अ) 1912 से 
(ब) 1914 से 
(स) 1904 से 
(द) 1920 से
उत्तर:
(अ) 1912 से 

प्रश्न 7. 
कौनसे कपड़े को कैलिको कहा जाने लगा? 
(अ) रेशमी
(ब) ऊनी 
(स) सूती
(द) टेरिलिन 
उत्तर:
(स) सूती

प्रश्न 8. 
वाष्प इंजन का आविष्कार किसने किया? 
(अ) रिचर्ड आर्कराइट ने 
(ब) जॉन के ने
(स) जेम्स वाट ने 
(द) एडिसन ने
उत्तर:
(अ) रिचर्ड आर्कराइट ने 

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प्रश्न 9. 
भारतीय वुट्ज सील की विशेषताओं का चार साल तक अध्ययन करने वाला वैज्ञानिक कौनसा था? 
(अ) जॉन के 
(ब) आइंस्टाइन 
(स) गेलीलियो 
(द) माइकल फैराड़े 
उत्तर:
(द) माइकल फैराड़े 

प्रश्न 10. 
टिस्को की स्थापना कौनसी नदी के किनारे की गई? 
(अ) गंगा नदी 
(ब) सुवर्ण रेखा नदी 
(स) चम्बल नदी 
(द) महानदी 
उत्तर:
(ब) सुवर्ण रेखा नदी  

रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-

1. 1786 में रिचर्ड आर्कराइट ने .............. का आविष्कार किया। 
2. बंगाल का ................ समुदाय बुनकरी के लिए प्रसिद्ध था। 
3. ......... पहाड़ियाँ दुनिया के सबसे बेहतरीन लौह अयस्क भण्डारों में से एक थीं। 
4. ............. समुदाय लोहा बनाने में माहिर था। 
5. ............ बुनाई, सूरत, अहमदाबाद और पाटन में होती थी। 
6. फारसी भाषा में गोदाम को ....... कहा जाता है। 
उत्तर:
1. वाष्य इंजन 
2. तांती 
3. रझारा 
4. आगरिया 
5. पटोला 
6. औरांग। 

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सही या गलत बताइए-

1. ब्रिटेन में बने कपड़े लम्बे समय से अपनी गुणवत्ता और बारीक कारीगरी के लिए दुनियाभर में मशहर थे। 
2. 1720 में ब्रिटिश सरकार ने इंग्लैंड में छींट के इस्तेमाल पर पाबन्दी लगाने के लिए एक कानून पारित किया। 
3. छपाईदार कपड़ा बनाने के लिए बुनकरों को चिप्पीगर नामक माहिर कारीगरों की जरूरत होती थी। 
4. टीपू सुल्तान की तलवार ब्रिटिश इस्पात से बनी थी। 
5. अरावली पहाड़ियाँ दुनिया के सबसे बेहतरीन लौह अयस्क भण्डारों में से एक थी। 
उत्तर:
1. गलत 
2. सही 
3. सही 
4. गलत 
5. गलत 

सही मिलान कीजिए-

(अ)

(ब) 

कैलिको

उत्तर भारत 

मोमिन

लोहा बनाने वाले

तांती

दक्षिण भारत 

साले

बंगाल 

अगरिया

सूती कपड़ा 

उत्तर:

(अ)

(ब) 

कैलिको

सूती कपड़ा

मोमिन

उत्तर भारत 

तांती

बंगाल

दक्षिण भारत 

दक्षिण भारत 

अगरिया

लोहा बनाने वाले 

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अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न-

प्रश्न 1. 
भारतीय कपड़े दुनियाभर में क्यों मशहूर थे? 
उत्तर:
भारतीय कपड़े अपनी गुणवत्ता तथा बारीक कारीगरी के लिए दुनियाभर में मशहूर थे। 

प्रश्न 2. 
कैलिको से आप क्या समझते हैं? 
उत्तर:
कैलिको से आशय सूती कपड़ों से है। 

प्रश्न 3. 
यूरोपीय व्यापारी पीस गुड्स किसे कहते थे? 
उत्तर:
यूरोपीय व्यापारी प्रायः 20 गज लम्बे तथा 1 गज चौड़े थान को पीस गुड्स कहते थे। 

प्रश्न 4. 
जामदानी बुनाई के तत्कालीन दो मुख्य केन्द्रों के नाम दीजिए। 
उत्तर:

  • बंगाल में स्थित ढाका 
  • संयुक्त प्रान्त में स्थित लखनऊ। 

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प्रश्न 5. 
किन देशों में भारतीय कपड़ों का भारी व्यापार था? 
उत्तर:
दक्षिण पूर्वी एशिया (जावा, सुमात्रा और पेनांग) तथा पश्चिमी एवं मध्य एशिया में भारतीय कपड़ों का भारी व्यापार था। 

प्रश्न 6. 
अहमदाबाद में पहला सूती वस्त्र कारखाना कब खुला? 
उत्तर:
अहमदाबाद में पहला सूती वस्त्र कारखाना 1861 में खुला। 

प्रश्न 7. 
बुनकर कौन थे? 
उत्तर:
बुनाई का काम करने वाले कारीगर बुनकर कहलाते थे।

प्रश्न 8. 
उन्नीसवीं सदी के आखिर में बुनकरी के कौनसे दो महत्त्वपूर्ण केन्द्र उभरे? 
उत्तर:

  • पश्चिमी भारत में स्थित शोलापुर 
  • दक्षिण भारत में स्थित मदुरा। 

प्रश्न 9. 
'वुट्ज' शब्द को समझाइये। 
उत्तर:
'वुट्ज' शब्द कन्नड़ शब्द उक्कू, तेलगु शब्द हुक्कू तथा तमिल व मलयालम शब्द उरुक्कू का बिगड़ा हुआ अंग्रेजी रूप है। 

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प्रश्न 10. 
जमशेदजी टाटा की भारत में बड़ा लौह एवं इस्पात कारखाना लगाने के लिए प्रथम शर्त क्या थी?
उत्तर:
वे चाहते थे कि पहले उत्तम किस्म के लौह अयस्क भण्डारों का पता लगा लिया जाये। 

प्रश्न 11. 
टाटा आयरन एण्ड स्टील कम्पनी (टिस्को) किस नदी के किनारे स्थित है? 
उत्तर:
सुवर्णरेखा नदी के किनारे। 

प्रश्न 12. 
टिस्को का पूरा नाम बताइये। 
उत्तर:
टिस्को का पूरा नाम है-टाटा आयरन एण्ड स्टील कम्पनी। 

लघूत्तरात्मक प्रश्न-

प्रश्न 1. 
ब्रिटेन 'दुनिया का कारखाना' कैसे कहलाने लगा? 
उत्तर:
आधुनिक विश्व में औद्योगिक क्रांति की दृष्टि से कपड़ा व लौह-इस्पात उद्योग बहुत महत्त्वपूर्ण थे। सूती कपड़े के मशीनी उत्पादन ने उन्नीसवीं सदी में ब्रिटेन को दुनिया का सबसे प्रमुख औद्योगिक राष्ट्र बना दिया था। 1850 के दशक से जब ब्रिटेन का लोहा और इस्पात उद्योग भी पनपने लगा तो ब्रिटेन 'दुनिया का कारखाना' कहलाने लगा। 

प्रश्न 2. 
छींट किसे कहते हैं? इसकी विशेषता बताइये। 
उत्तर:

  • भारत में रंगीन फूल-पत्तियों वाले छोटे छापे के कपड़े को छींट कहा जाता है। 
  • यह आकर्षक फूल-पत्ती वाला, बारीक रेशे वाला तथा सस्ती कीमत का होता था। 

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प्रश्न 3. 
भारत के बाजारों में ब्रिटेन में बने सूती कपड़े आने का क्या प्रभाव पड़ा? 
उत्तर:

  • भारत का वस्त्रोद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ। भारत के दो-तिहाई लोग ब्रिटेन का बना सूती कपड़ा पहनने लगे थे।
  • भारतीय कपड़ों की माँग कम होने से हजारों बुनकर तथा लाखों कताई कामगार बेरोजगार हो गये। 

प्रश्न 4. 
भारतीय हथकरघों से बनने वाले किस तरह के कपड़ों की माँग कम नहीं हुई थी?
अथवा 
कपड़ों की कौनसी किस्में मशीनों पर नहीं बन सकती थीं। 
उत्तर:

  • जटिल और मनभावन किनारियों वाली साड़ी या परम्परागत बुनाई वाले कपड़े मशीनों पर नहीं बन सकते थे। इनकी रईसों तथा मध्य वर्ग में काफी मांग थी।
  • ब्रिटेन की कपड़ा मिलों में वह अत्यन्त मोटा कपड़ा नहीं बनता था जिसकी भारतीय गरीब वर्ग में अच्छी मांग थी। 

प्रश्न 5. 
खादी राष्ट्रवाद का प्रतीक किस प्रकार बनी? 
उत्तर:

  • राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने आयातित कपड़े का बहिष्कार करने और हाथ से कते सूत और हाथ से बुने कपड़े ही पहनने का आह्वान किया। 
  • चरखा भारत की पहचान बन गया और 1931 में उसे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के तिरंगे झंडे की बीच वाली पट्टी में जगह दी गई। 

प्रश्न 6. 
स्पिनिंग जैनी के बारे में आप क्या जानते हैं? 
उत्तर:
स्पिनिंग जैनी का आविष्कार सन् 1764 में जॉन के ने किया था। यह वस्त्र उद्योग के काम आने वाली ऐसी मशीन थी जिससे एक कामगार एक साथ कई तकलियों पर काम कर सकता था। जब पहिया घूमता था तो सारी तकलियाँ घूमने लगती थीं। 

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प्रश्न 7. 
बम्बई में सूती वस्त्र कारखानों की स्थापना के दो मुख्य कारण बताइये। 
उत्तर:

  • बम्बई पश्चिमी भारत की काली मिट्टी वाली उस विशाल पट्टी से काफी निकट स्थित था जहाँ कपास की खेती की जाती थी। इससे उसे कच्चा माल आसानी से उपलब्ध हो जाता था। 
  • उन्नीसवीं शताब्दी की शुरुआत से ही भारत से इंग्लैंड और चीन को होने वाले कच्चे कपास के निर्यात हेतु बम्बई एक महत्त्वपूर्ण बंदरगाह बन चुका था। 

प्रश्न 8. 
आजीविका के साधन गँवा चुके बुनकरों और कताई कामगारों का क्या हुआ? 
उत्तर:

  • उनमें से बहुत सारे खेतिहर मजदूर बन गए थे। 
  • कुछ काम की तलाश में शहरों की तरफ चले गए और बहुत से देश से बाहर अफ्रीका व दक्षिणी अमरीका के बागानों में काम करने के लिए चले गए। 
  • कुछ हथकरघा बुनकरों को नए कपड़ा कारखानों में नौकरी मिल गई। 

प्रश्न 9. 
बुकानन के अनुसार मैसूर में वुट्ज स्टील किस प्रकार बनाया जाता था? 
उत्तर:
वुट्ज स्टील का निर्माण-

  • वुट्ज स्टील बनाने के लिए लोहे को प्रगलन भट्टियों में काठ कोयले के साथ मिलाकर मिट्टी की छोटी-छोटी हांडियों में रख दिया जाता था। 
  • तापमान के जटिल उतार-चढ़ावों को नियंत्रित करते हुए प्रगालक इस्पात की सिल्लियाँ तैयार कर लेते थे जिनका भारत एवं पश्चिमी तथा मध्य एशिया में तलवार बनाने के लिए प्रयोग किया जाता था। 

प्रश्न 10. 
टीपू सुल्तान की तलवार इतनी खास क्यों थी? 
उत्तर:
टीपू की तलवार की धार इतनी सख्त और पैनी थी कि वह दुश्मन के लौह-कवच को भी आसानी से चीर सकती थी। इस तलवार में यह गुण कार्बन की अधिक मात्रा वाली वुट्ज नामक स्टील से पैदा हुआ था। 

प्रश्न 11. 
चार्ल्स वेल्ड कौन था?
उत्तर:
चार्ल्स वेल्ड एक अमेरिकी भूवैज्ञानिक था, जो 1904 में जमशेदजी टाटा के सबसे बड़े बेटे दोराबजी. टाटा के साथ लौह अयस्क भंडार की खोज में छत्तीसगढ़ में घूम रहा था। 

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निबन्धात्मक प्रश्न-

प्रश्न 1. 
अठारहवीं सदी तक भारतीय कपड़ा तथा विश्व बाजार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें। 
उत्तर:

  • बंगाल पर अंग्रेजों की विजय से पहले 1750 के आस-पास कपड़ा उत्पादन के क्षेत्र में भारत पूरी दुनिया में अग्रणी था।
  • भारतीय कपड़े लम्बे समय से अपनी गुणवत्ता तथा बारीक कारीगरी के लिए दुनिया भर में मशहूर थे।
  • भारतीय कपड़ों का दक्षिण-पूर्वी एशिया (जावा, सुमात्रा तथा पेनांग) एवं पश्चिमी और मध्य एशिया में भारी व्यापार था। 
  • सोलहवीं शताब्दी से यूरोपीय कम्पनियाँ भी यूरोप में बेचने के लिए भारतीय कपड़े की बड़ी खरीददार बन गई थीं।
  • अठारहवीं सदी के आखिर तक भारतीय कपड़े का दबदबा दुनिया के बाजारों पर छाया रहा।

प्रश्न 2. 
अंग्रेज कपड़ा उत्पादकों को भारतीय कपड़े की प्रतिस्पर्धा से बचाने के लिए ब्रिटेन में क्या उपाय किये गये?
उत्तर:

  • ब्रिटिश सरकार ने 1720 में इंग्लैण्ड में छापेदार सूती कपड़े-छींट-के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने के लिए एक कानून पारित किया। 
  • इंग्लैंड की सरकार ने कैलिको छपाई उद्योग को सरकारी संरक्षण में विकसित किया। अब सफेद मलमल या बिना मांड वाले कोरे भारतीय कपड़े पर इंग्लैंड में ही भारतीय डिजाइन छापे जाने लगे। 
  • भारतीय कपड़ों के साथ इस होड़ की वजह से इंग्लैंड में तकनीकी सुधारों पर बल दिया गया। 1764 में जॉन के ने स्पिनिंग जैनी का आविष्कार किया जिससे परंपरागत तकलियों की उत्पादकता काफी बढ़ गई। 
  • 1786 में रिचर्ड आर्कराइट ने वाष्प इंजन का आविष्कार किया जिसने सूती कपड़े की बुनाई को क्रान्तिकारी रूप से बदल दिया। अब बहुत सारा कपड़ा बेहद कम कीमत पर तैयार किया जा सकता था। 

प्रश्न 3. 
18वीं सदी के अंतिम दौर में भारत में बुनाई के प्रमुख केंद्र कौन-से थे? 
उत्तर:
18वीं सदी के अन्तिम दौर में भारत में वस्त्र उत्पादन निम्नलिखित चार क्षेत्रों में केंद्रित था-

  • बंगाल सबसे महत्त्वपूर्ण केंद्रों में से एक था। डेल्टा की असंख्य नदियों से सटे बंगाल के उत्पादन केन्द्र अपना माल दूर-दूर तक आसानी से भेज सकते थे।
  • पूर्वी बंगाल स्थित ढाका 18वीं सदी में सबसे महत्त्वपूर्ण उत्पादन केंद्र था। यह अपनी मलमल और जामदानी बुनाई के लिए दूर-दूर तक प्रसिद्ध था। 
  • मद्रास से उत्तरी आंध्र प्रदेश तक फैले कोरोमंडल तट के साथ वाला क्षेत्र सूती कपड़ा बुनाई केंद्रों का एक अन्य समूह था।
  • पश्चिमी तट पर मुख्य बुनाई केंद्र गुजरात में स्थित थे। 

प्रश्न 4. 
भारत में वस्त्र उत्पादन के विभिन्न चरण कौनसे थे? 
उत्तर:
भारत में वस्त्र उत्पादन के निम्न चरण थे-

  • उत्पादन का पहला चरण था सूतों की कताई। यह कार्य अधिकतर महिलाओं द्वारा किया जाता था। धागे को चरखे पर कातकर तकली पर लपेट दिया जाता था। 
  • कताई पूरी हो जाने पर बुनकर इन धागों से कपड़ा बुनते थे। यह काम प्रायः पुरुषों द्वारा किया जाता था। 
  • रंगीन कपड़ा बनाने के लिए रंगरेज इन धागों को रंग देते थे। 
  • छपाईदार कपड़ा बनाने के लिए बुनकर चिप्पीगरों की सहायता से ठप्पे से छपाई करते थे। इस प्रकार विभिन्न चरणों के बाद कपड़ा तैयार होता था।

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प्रश्न 5. 
भारत में सूती कपड़ा मिलों के उदय का वर्णन कीजिए। 
उत्तर:
भारत में सूती कपड़ा मिलों का उदय-

  • भारत में सूती कपड़ा मिलों का उदय सर्वप्रथम बम्बई (मुंबई) में हुआ। बम्बई पश्चिमी भारत के कपास उत्पादक क्षेत्रों के काफी निकट था। 
  • भारत की पहली सूती कपड़ा मिल सन् 1854 में बम्बई में स्थापित हुई। यह कताई मिल थी।
  • सन् 1990 तक आते-आते बम्बई में 84 कपड़ा मिलें चालू हो चुकी थीं। इनमें बहुत सारी मिलें पारसी और गुजराती व्यवसायियों ने खोली थीं जो चीन के साथ व्यापार के जरिए काफी पैसा कमा चुके थे। 
  • इस दौरान दूसरे शहरों में भी सूती कपड़ा मिलें खोली गईं। अहमदाबाद में पहला कारखाना 1861 में खुला। अगले ही साल संयुक्त प्रांत स्थित कानपुर में भी एक कारखाना खुल गया।
  • सूती कपड़ा मिलों की बढ़ती संख्या के कारण मजदूरों की माँग भी बढ़ने लगी। हजारों गरीब काश्तकार, दस्तकार और खेतिहर कामगार कारखानों में काम करने के लिए शहरों की तरफ जाने लगे। 
  • प्रारम्भिक दशकों में अनेक समस्याओं से जूझने के बाद प्रथम महायुद्ध के दौरान भारतीय सूती कपड़ा मिलों का अच्छा विकास हुआ।
admin_rbse
Last Updated on May 31, 2022, 8:21 p.m.
Published May 31, 2022