These comprehensive RBSE Class 8 Science Notes Chapter 13 ध्वनि will give a brief overview of all the concepts.
→ ध्वनि कंपन (vibration) करती हुई वस्तु द्वारा उत्पन्न होती है। मानव में ध्वनि वाक्यंत्र अथवा कंठ (Larynx) द्वारा उत्पन्न होती है।
→ ध्वनि किसी माध्यम (गैस, द्रव या ठोस) में संचरित होती है। यह निर्वात (vacuum) में संचरित नहीं हो सकती।
→ कर्ण पटह ध्वनि के कंपनों को अनुभव करते हैं। यह इन संकेतों को मस्तिष्क तक भेज देते हैं। यह क्रिया श्रवण कहलाती है।
→ किसी वस्तु का बार-बार इधर-उधर गति करना कम्पन कहलाता है। इस गति को दोलन गति कहते हैं। प्रति सेकण्ड होने वाली दोलनों की संख्या को दोलन की आवृत्ति कहते हैं। इसे हर्ट्स (Hz) में व्यक्त करते हैं।
→ कम्पन का आयाम जितना अधिक होता है, ध्वनि उतनी प्रबल होती है तथा कम्पन की आवृत्ति अधिक होने पर तारत्व अधिक होता है और ध्वनि अधिक तीक्ष्ण होती है।
→ अत्यधिक या अवांछित ध्वनियाँ शोर प्रदूषण उत्पन्न करती हैं। शोर प्रदूषण मानवों के लिए स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है।