Rajasthan Board RBSE Class 8 Science Important Questions Chapter 7 पौधे एवं जंतुओं का संरक्षण Important Questions and Answers.
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बहुचयनात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
वनोन्मूलन से वायुमंडल में जिस गैस की वृद्धि हो - जाती है, वह है।
(अ) ऑक्सीजन
(ब) कार्बन डाइऑक्साइड
(स) नाइट्रोजन
(द) ब और स दोनों
उत्तर:
(ब) कार्बन डाइऑक्साइड
प्रश्न 2.
पृथ्वी का वह भाग जहाँ सजीव पाए जाते हैं, कहलाता है।
(अ) जलमण्डल
(ब) भूमण्डल
(स) जैवमण्डल
(द) नभमण्डल
उत्तर:
(स) जैवमण्डल
प्रश्न 3.
भारतीय विशाल गिलहरी का नाम है ।
(अ) विसन
(ब) किसन
(स) रतन
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) विसन
प्रश्न 4.
भारत का प्रथम आरक्षित वन है।
(अ) सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान
(ब) पचमढ़ी उद्यान
(स) भरतपुर अभयारण्य
(द) काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
उत्तर:
(अ) सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान
प्रश्न 5.
एक टन कागज प्राप्त करने के लिए हम लगभग जितने वृक्षों को काटते हैं, उनकी संख्या है।
(अ)7
(ब) 17
(स) 27
(द) 37
उत्तर:
(ब) 17
रिक्त स्थानों की पूर्ति:
प्रश्न 1.
................... का अर्थ है किसी विशिष्ट क्षेत्र में पाये जाने वाले सजीवों की विभिन्न किस्में।
उत्तर:
जैव विविधता
प्रश्न 2.
संकटापन्न स्पीशीज वे हैं जो ................... होने के कगार पर हैं।
उत्तर:
विलुप्त
प्रश्न 3.
.................... संकटापन्न स्पीशीज का रिकार्ड रहता है।
उत्तर:
रेड डाटा पुस्तक
प्रश्न 4.
जैव विविधता के संरक्षण के उद्देश्य से ..................... क्षेत्र बनाये गये हैं।
उत्तर:
जैवमण्डल आरक्षित।
सत्य / असत्य:
निम्नलिखित कथनों में सही पर 'T' तथा गलत पर 'F' अंकित कीजिए:
प्रश्न 1.
वनोन्मूलन से पृथ्वी पर ताप एवं प्रदूषण में वृद्धि होती है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 2.
किसी विशेष क्षेत्र में पाये जाने वाले पेड़ - पौधे उस क्षेत्र के प्राणिजात कहलाते हैं।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 3.
रेड डाटा पुस्तक में महत्त्वपूर्ण लोगों का नाम लिखा होता है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 4.
विशेष क्षेत्री स्पीशीज किसी क्षेत्र विशेष में ही पाई जाती है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 5.
कागज के पुनः चक्रण से वनोन्मूलन को कम किया जा सकता है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 6.
घरेलू चूहा एक संकटापन्न प्रजाति है।
उत्तर:
असत्य
'कॉलम - A' में दिए गए शब्दों का मिलान 'कॉलम - B' से कीजिए।
प्रश्न 1.
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) वनोन्मूलन |
(a) उर्वर भूमि का मरुस्थल में बदलना |
(ii) सूखा |
(b) वर्षा दर में कमी |
(iii) पुनर्वनरोपण |
(c) वनों का समाप्त होना |
(iv) मरुस्थलीकरण |
(d) नए वृक्षों का रोपण |
उत्तर:
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) वनोन्मूलन |
(c) वनों का समाप्त होना |
(ii) सूखा |
(b) वर्षा दर में कमी |
(iii) पुनर्वनरोपण |
(d) नए वृक्षों का रोपण |
(iv) मरुस्थलीकरण |
(a) उर्वर भूमि का मरुस्थल में बदलना |
प्रश्न 2.
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) प्रवासी पक्षी |
(a) साइबेरियन सारस |
(ii) संकटापन्न |
(b) बाघ स्पीशीज |
(iii) विलुप्त स्पीशीज |
(c) डायनासोर |
(iv) विशेष क्षेत्री |
(d) विसन |
उत्तर:
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) प्रवासी पक्षी |
(a) साइबेरियन सारस |
(ii) संकटापन्न |
(b) बाघ स्पीशीज |
(iii) विलुप्त स्पीशीज |
(c) डायनासोर |
(iv) विशेष क्षेत्री |
(d) विसन |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
मरुस्थलीकरण से क्या आशय है?
उत्तर:
मृदा की ऊपरी परत हटने से इसकी धूमस तथा उर्वरता नष्ट हो जाती है। इससे उर्वर भूमि मरुस्थल में बदल जाती है। इसे मरुस्थलीकरण कहते हैं।
प्रश्न 2.
अभयारण्य से क्या आशय है?
उत्तर:
वह क्षेत्र जहाँ जन्तु और उनके आवास किसी भी प्रकार के विक्षोभ से सुरक्षित रहते हैं, अभयारण्य कहलाते हैं।
प्रश्न 3.
राष्ट्रीय उद्यान से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
वन्य जन्तुओं के लिए आरक्षित क्षेत्र जहाँ वे स्वतन्त्र रूप से आवास और प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं, राष्ट्रीय उद्यान कहलाता है।
प्रश्न 4.
जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र क्या है?
उत्तर:
वन्य जीवन, पौधों और जन्तु संसाधनों और उस क्षेत्र के आदिवासियों के पारम्परिक ढंग से जीवन - यापन हेतु विशाल संरक्षित क्षेत्र, जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र कहलाता है।
प्रश्न 5.
पचमढ़ी जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र में पाए जाने वाले एक राष्ट्रीय उद्यान और दो वन्य जन्त अभयारण्यों के नाम लिखिए।
उत्तर:
राष्ट्रीय उद्यान: सतपुड़ा, वन्य जन्तु अभयारण्यबोरी एवं पचमढ़ी।
प्रश्न 6.
स्पीशीज से क्या आशय है?
उत्तर:
स्पीशीज सजीवों की समष्टि का वह समूह है जो एक - दूसरे से अंतर्जनन करने में सक्षम होते हैं तथा इनमें समान सामान्य लक्षण पाए जाते हैं।
प्रश्न 7.
संकटापन्न जन्तु किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
वे जन्तु जिनकी संख्या एक निर्धारित स्तर से कम होती जा रही है और वे विलुप्त हो सकते हैं, संकटापन्न जन्तु कहलाते हैं।
प्रश्न 8.
चार संकटापन्न जन्तुओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 9.
प्रवासी पक्षी किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
ऐसे पक्षी जो उड़कर सुदूर क्षेत्रों तक लम्बी यात्रा करते हैं, प्रवासी पक्षी कहलाते हैं।
प्रश्न 10.
भारत वन (संरक्षण) अधिनियम का क्या उद्देश्य
उत्तर:
इस अधिनियम का उद्देश्य प्राकृतिक वनों का परिरक्षण और संरक्षण करना है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
'पुनर्वनरोपण' से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
पुनर्वनरोपण में काटे गए वृक्षों की कमी पूरी करने के उद्देश्य से नए वृक्षों का रोपण किया जाता है। रोपण किए जाने वाले वृक्ष सामान्यतः उसी स्पीशीज के होते हैं जो उस वन में पाए जाते हैं।
प्रश्न 2.
कागज का पुनःचक्रण कर वनोन्मूलन रोका जा सकता है। सिद्ध कीजिए।
उत्तर:
हम जानते हैं कि 1 टन कागज प्राप्त करने के लिए पूर्ण विकसित 17 वृक्षों को काया जाता है अत: हम कागज का पुनः चक्रण कर वनोन्मूलन को कम कर सकते हैं। कागज को पुन:चक्रण कर 5 से 7 बार तक काम में लिया जा सकता है। यदि कागज को अधिकतम बार पुनः चक्रित किया जाये तो एक वर्ष में अनेक वृक्षों को बचा सकते हैं।
प्रश्न 3.
जैवमण्डल से क्या आशय है? जैवमण्डल | आरक्षित क्षेत्र क्यों बनाए जाते हैं?
उत्तर:
जैवमण्डल: यह पृथ्वी का वह भाग है जिसमें सजीव पाए जाते हैं अथवा जो जीवन-यापन योग्य है, जैवमण्डल कहलाता है। जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र - यह एक ऐसा क्षेत्र होता है जहाँ जैव विविधता को संरक्षित किया जाता है। जैव विविधता से आशय किसी क्षेत्र विशेष में पाए जाने वाले सभी पौधे, जन्तु और सूक्ष्मजीवों की विभिन्न प्रजातियों से है। आरक्षित क्षेत्र से हम उस क्षेत्र की जैव विविधता एवं संस्कृति को सुरक्षित रखते हैं। किसी जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र के अन्तर्गत अन्य संरक्षित क्षेत्र भी हो सकते है। पचमढ़ी जैवमडल आक्षित क्षत्र में सतपुड़ा नामक एक राष्ट्रीय उद्यान तथा बोरी एवं पचमढ़ी नामक दो वन्य जन्तु अभयारण्य आते हैं। अतः आरक्षित क्षेत्र से क्षेत्र पारितन्त्र को भी सुरक्षा मिलती है।
प्रश्न 4.
वनस्पतिजात एवं प्राणिजात से क्या आशय है? समझाइए।
उत्तर:
वनस्पतिजात:
किसी विशेष क्षेत्र में पाए जाने वाले पेड़ - पौधे उस क्षेत्र के वनस्पतिजात हैं, जैसे - पचमढ़ी जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र में साल, सागौन, आम, जामुन, सिल्वर फर्न, अर्जुन आदि वनस्पतिजात हैं। प्राणिजात-किसी विशेष क्षेत्र में पाए जाने वाले जीवजन्तु उस क्षेत्र के प्राणिजात कहलाते हैं, जैसे-चिंकारा, नील गाय, बार्किग हिरण, चीतल, तेंदुआ, जंगली कुत्ता, भेड़िया आदि पचमढ़ी जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र के प्राणिजात हैं।
प्रश्न 5.
विशेष क्षेत्री प्रजाति से क्या आशय है? समझाइए।
उत्तर:
विशेष क्षेत्री स्पीशीज:
पौधे एवं जन्तुओं की वह स्पीशीज जो किसी विशेष क्षेत्र में विशिष्ट रूप से पाई जाती है, उसे विशेष क्षेत्री स्पीशीज कहते हैं। जैसे - पचमढ़ी जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र में साल और जंगली आम के पेड़ विशेष क्षेत्री वनस्पति प्रजाति हैं। विशालकाय गिलहरी यहाँ की विशेष क्षेत्री जन्तु प्रजाति है।
प्रश्न 6.
वन्यप्राणी अभयारण्य से क्या आशय है? समझाइए।
उत्तर:
वन्यप्राणी अभयारण्य: ये कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ वन्यप्राणी सुरक्षित रहते हैं। यहाँ जन्तुओं को अथवा प्राणियों को मारना या शिकार करना अथवा पकड़ना पूर्णतः निषिद्ध होता है। यहाँ संकटापन्न जन्तुओं को सुरक्षित और संरक्षित रखा जाता है। जैसे - पचमढ़ी वन्यप्राणी अभयारण्य में काले हिरण, श्वेत आँखों वाले हिरण, हाथी, सुनहरी बिल्ली, गुलाबी सिर वाली बतख, घड़ियाल, कच्छ - मगरमच्छ, अजगर, गैंडा इत्यादि संकटापन्न वन्यप्राणियों को सुरक्षित और संरक्षित किया गया है। यहाँ प्राकृतिक स्थल बड़े समतल वन, पहाड़ी वन और बड़ी नदियों के डेल्टा की झाड़ी भूमि अथवा बुशलैंड होते हैं जहाँ जन्तु प्राकृतिक रूप से जीवन - यापन करते हैं।
प्रश्न 7.
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान:
यह विशाल आरक्षित क्षेत्र है। यहाँ पर्यावरण के सम्पूर्ण संघटकों का संरक्षण पूर्णरूपेण होता है। यहाँ वनस्पतिजात, प्राणिजात, दृश्य भूमि और ऐतिहासिक वस्तुओं का संरक्षण करते हैं। सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान भारत का प्रथम आरक्षित वन है। सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान की चट्टानों में आवास भी स्थित हैं। यह इन वनों में मनुष्य की गतिविधियों के प्रागैतिहासिक प्रमाण हैं जिनसे हमें आदिमानव के जीवन यापन का पता चलता है। चट्टानों के इन मानव आवासों में कुछ पेंटिंग कृतियाँ भी मिलती हैं। पचमढ़ी जैवमंडल संरक्षित क्षेत्र में 55 चट्टान आवास की पहचान की जा चुकी है।
प्रश्न 8.
बाघ परियोजना क्या है? समझाइए।
उत्तर:
हमारी सरकार ने बाघों के संरक्षण हेतु प्रोजेक्ट टाइगर अथवा बाघ परियोजना प्रारम्भ की है। इसका उद्देश्य अपने देश में बाघों की उत्तरजीविता एवं संवर्धन करना है। बाघ उन स्पीशीज में से एक है जो धीरे - धीरे वनों से विलुप्त होते जा रहे हैं। इस परियोजना के तहत बाघों को संरक्षित किया गया है। सतपुड़ा आरक्षित क्षेत्र में | इनकी वृद्धि भी हुई है।
प्रश्न 9.
पारितंत्र के निर्माण में कौन - कौनसे घटक होते हैं? क्या छोटे प्राणी भी पारितंत्र को प्रभावित कर सकते हैं?
उत्तर:
पारितंत्र के निर्माण में प्राणी, पौधे और सूक्ष्म जीव जैविक घटक के रूप में तथा अजैव घटक के रूप में जलवायु, भूमि (मिट्टी), नदी, डेल्टा आदि सहयोग देते हैं। पारितंत्र को छोटे-छोटे प्राणी भी प्रभावित करते हैं; जैसे-यदि हम साँप, मेंढक, छिपकली, चमगादड़ आदि को समाप्त कर दें, तो ये हमारे आहार जाल व आहार श्रृंखला को प्रभावित करेंगे क्योंकि इन जीवों पर आश्रित रहने वाले सजीव भी नष्ट हो जाएंगे तथा ये जीव जिन पर आश्रित हैं उनकी संख्या बढ़ जाएगी जो सीधे रूप से पारितंत्र को असन्तुलित कर देगी।
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
वन्य जीवन का संरक्षण क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
वन्य जीवन का संरक्षण करने के अनलिखित कारण:
(1) वन्य जीवन का संरक्षण प्रकृति में पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए आवश्यक है। उदाहरण के लिए यदि हम वन में रहने वाले शेरों तथा बाघों जैसे मांसाहारी जानवरों के शिकार पर प्रतिबन्ध लगाकर उन्हें संरक्षित करते हैं, तो वे हिरणों जैसे शाकाहारी जानवरों की संख्या पर नियन्त्रण रखेंगे जो वन के हरे - भरे पौधों को खाते हैं। इससे वन के पौधे अधिक हानि से बच जाएंगे तथा पारिस्थितिक संतुलन बना रहेगा।
(2) वन्य जीवन का संरक्षण करना प्रकृति में जीन भंडार को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक है अर्थात् वन्य जीवन | का संरक्षण इस पृथ्वी से जानवरों और पक्षियों की दुर्लभ : प्रजातियों की पूर्णतया समाप्ति (extinction) को रोकने के लिए आवश्यक है।
(3) वन्य जीवन हमारे लिए आर्थिक दृष्टि से भी उपयोगी है। हजारों देशी - विदेशी पर्यटक उन्हें देखने के लिए हमारे देश में आते हैं जिनसे बहुमूल्य विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है। कुछ जन्तु तो केवल भारत में ही पाए जाते हैं, जैसे-पश्चिम बंगाल का एक सींग वाला गैंडा, रॉयल बंगाल याइगर आदि।