Rajasthan Board RBSE Class 8 Science Important Questions Chapter 2 सूक्ष्मजीव मित्र एवं शत्रु Important Questions and Answers.
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बहुचयनात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
चेचक के टीके की खोज करने वाले वैज्ञानिक का नाम है।
(अ) एडवर्ड जेनर
(ब) अलेक्जेंडर फ्लेमिंग
(स) लुई पाश्चर
(द) डार्विन
उत्तर:
(अ) एडवर्ड जेनर
प्रश्न 2.
मांदा एडीस मच्छर वाहक है।
(अ) मलेरिया परजीवी का
(ब) डेंगू के वायरस का
(स) फील पांव के वायरस का
(द) हैजा के जीवाणु का
उत्तर:
(ब) डेंगू के वायरस का
प्रश्न 3.
खाद्य पदार्थों के परिरक्षण के लिए उपयोगी पदार्थ है।
(अ) तेल
(ब) सोडियम बेन्जोएट
(स) सोडियम मेटाबाइसल्फाइट
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(स) सोडियम मेटाबाइसल्फाइट
प्रश्न 4.
निम्न में नाइट्रोजन का स्रोत नहीं है।
(अ) प्रोटीन
(ब) न्यूक्लिक अम्ल
(स) कार्बोहाइड्रेट
(द) विटामिन
उत्तर:
(द) विटामिन
प्रश्न 5.
गेहूँ की रस्ट नामक रोग का कारक है।
(अ) जीवाणु
(ब) विषाणु
(स) शैवाल
(द) कवक
उत्तर:
(स) शैवाल
रिक्त स्थानों की पूर्ति:
प्रश्न 1.
............. वायु, जल, मिट्टी, पौधों एवं जन्तुओं के शरीर में पाये जाते हैं।
उत्तर:
सूक्ष्मजीव
प्रश्न 2.
............... अतिसार तथा मलेरिया जैसे रोग उत्पन्न करते हैं।
उत्तर:
प्रोटोजोआ
प्रश्न 3.
क्षय रोग ............... रोग है।
उत्तर:
संचरणीय
प्रश्न 4.
उबालने से अनेक ................. नष्ट हो जाते हैं।
उत्तर:
सूक्ष्मजीव।
सत्य / असत्य:
निम्नलिखित कथनों पर सत्य (T) अथवा असत्य (F) अंकित कीजिए:
प्रश्न 1.
जीवाणु केवल परपोषी में ही गुणन करते हैं।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 2.
दही में अनेक सूक्ष्मजीव पाये जाते हैं।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 3.
किण्वन की खोज लुइ पाश्चर ने की थी।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 4.
अलेक्जेंडर फ्लेमिंग ने चेचक के टीके की खोज की थी।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 5.
हमारे वायुमण्डल में 78% ऑक्सीजन गैस है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 6.
प्रोटोजोआ अतिसार तथा मलेरिया जैसे रोग उत्पन्न करते हैं।
उत्तर:
सत्य
कॉलम-A' में दिए गए शब्दों का मिलान 'कॉलम-B' से कीजिएप्रश्न:
प्रश्न 1.
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) नमक |
(a) जैम |
(ii) चीनी |
(b) मांस एवं मछली |
(iii) तेल |
(c) दूध |
(iv) पाश्चरीकरण |
(d) अचार |
उत्तर:
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) नमक |
(b) मांस एवं मछली |
(ii) चीनी |
(a) जैम |
(iii) तेल |
(d) अचार |
(iv) पाश्चरीकरण |
(c) दूध |
प्रश्न 2.
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) मलेरिया |
(a) कवक |
(ii) पोलियो |
(b) जीवाणु |
(iii) हैजा |
(c) वायरस |
(iv) गेहूँ की रस्ट |
(d) प्रोटोजोआ |
उत्तर:
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) मलेरिया |
(d) प्रोटोजोआ |
(ii) पोलियो |
(c) वायरस |
(iii) हैजा |
(b) जीवाणु |
(iv) गेहूँ की रस्ट |
(a) कवक |
प्रश्न 3.
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) राबर्ट कोच |
(a) पेनिसिलिन |
(ii) एडवर्ड जेनर |
(b) किण्वन |
(iii) लुइ पाश्चर |
(c) बेसीलस एन्ब्रेसिस |
(iv) अलेक्जेंडर |
(d) चेचक |
उत्तर:
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) राबर्ट कोच |
(c) बेसीलस एन्ब्रेसिस |
(ii) एडवर्ड जेनर |
(d) चेचक |
(iii) लुइ पाश्चर |
(b) किण्वन |
(iv) अलेक्जेंडर |
(a) पेनिसिलिन |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
सर्दी - जुकाम एवं फ्लू में प्रतिजैविक प्रभावशील क्यों नहीं होते हैं?
उत्तर:
क्योंकि सर्दी - जुकाम व फ्लू रोग के कारक वायरस (विषाणु) हैं अतः इन पर प्रतिजैविक औषधियों का प्रभाव नहीं होता है।
प्रश्न 2.
चीनी के एल्कोहॉल में परिवर्तित होने की क्रिया को क्या कहते हैं?
उत्तर:
किण्वन क्रिया।
प्रश्न 3.
एन्थ्रेक्स रोग का कारक क्या है?
उत्तर:
एन्थ्रेक्स रोग बेसीलस एन्थेसिस नामक जीवाणु से फैलता है।
प्रश्न 4.
प्रोटोजोआ वर्ग के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 5.
शैवाल के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 6.
संचरणीय रोग से क्या आशय है?
उत्तर:
सूक्ष्मजीवों द्वारा होने वाले ऐसे रोग जो एक संक्रमित व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में वायु, जल, भोजन अथवा कायिक संपर्क द्वारा फैलते हैं, संचरणीय रोग कहलाते हैं।
प्रश्न 7.
डेंगू रोग के वायरस के वाहक का नाम लिखिए।
उत्तर:
मादा एडीस मच्छर।।
प्रश्न 8.
कवक एवं जीवाणु से उत्पादित की जाने वाली सामान्य उपयोग की प्रतिजैविकों के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 9.
किन्हीं दो सामान्य परिरक्षक के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 10.
मांस व मछली के परिरक्षण में किस रसायन का उपयोग करते हैं?
उत्तर:
नमक का।
प्रश्न 11.
पॉश्चरीकरण क्रिया की खोज किस वैज्ञानिक द्वारा की गई थी?
उत्तर:
लुई पॉश्चर नामक वैज्ञानिक द्वारा।
प्रश्न 12.
पोलियो - ड्रॉप क्या है?
उत्तर:
पोलियो-ड्रॉप बच्चों को दिया जाने वाला एक टीका (वैक्सीन) है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
फल, सब्जियों को लम्बे समय तक खुला रखने पर वे खराब क्यों हो जाती हैं? कारण समझाइए। इनको खराब होने से बचाने के लिए कोई दो उपाय लिखिए।
उत्तर:
फल, सब्जियों को लम्बे समय तक खुला रखने पर उनमें सूक्ष्मजीव उत्पन्न हो जाते हैं। ये सूक्ष्मजीव इन्हें संदूषित कर देते हैं। इसके परिणामस्वरूप फल, सब्जियाँ आदि खराब हो जाती हैं। इन्हें खराब होने से बचाने के दो उपाय
प्रश्न 2.
मादा एडीस मच्छर किस रोग का वाहक है? किन्हीं चार संचरणीय रोगों के नाम लिखिए।
उत्तर:
मादा एडीस मच्छर डेंगू के वायरस का वाहक है।
चार संचरणीय रोग:
प्रश्न 3.
सूक्ष्मजीव किन्हें कहते हैं? समझाइए।
उत्तर:
सूक्ष्मजीव:
ये जीव अत्यन्त छोटे होते हैं तथा इन्हें बिना यंत्र की सहायता से देखना असम्भव है। इनमें से कुछ जैसे कि ब्रेड पर उगने वाले कवक को आवर्धक लैंस की सहायता से देखा जा सकता है जबकि अन्य बिना सूक्ष्मदर्शी की सहायता के दिखाई नहीं देते। यही कारण है कि इन्हें सूक्ष्मजीव कहते हैं।
प्रश्न 4.
विषाणु (Virus) क्या है? समझाइए।
उत्तर:
विषाणु:
विषाणु (वायरस) अति सूक्ष्मजीव हैं किन्तु ये अन्य सूक्ष्मजीवों से भिन्न हैं। ये केवल परपोषी में ही गुणन करते हैं अर्थात् ये जीवाणु, पौधे अथवा जन्तु कोशिका में गुणन करते हैं। कुछ सामान्य रोग जैसे जुकाम, इन्फ्लुएंजा (फ्लू) एवं खांसी आदि विषाणु द्वारा होते हैं। कुछ विशेष रोग पोलियो एवं खसरा आदि के कारक भी विषाणु हैं।
प्रश्न 5.
सूक्ष्मजीव कहाँ - कहाँ पाये जाते हैं? लिखिए।
उत्तर:
सूक्ष्मजीव बर्फीली शीत से ऊष्ण स्रोतों तक हर परिस्थिति में जीवित रह सकते हैं अतः प्राय: ये सभी | स्थानों में पाये जाते हैं। मरुस्थल तथा दलदली क्षेत्रों में भी - ये पाये गये हैं। ये मनुष्य सहित सभी जन्तुओं के शरीर के भीतर भी पाए जाते हैं। कुछ सूक्ष्मजीव दूसरे जीवों पर आश्रित होते हैं जबकि कुछ अन्य स्वतंत्र रूप से भी पाये जाते हैं। ये एककोशिक या बहुकोशिक दोनों प्रकार के होते हैं।
प्रश्न 6.
पर्यावरण को स्वच्छ रखने में सूक्ष्मजीव कैसे सहयोग करते हैं?
उत्तर:
पर्यावरण को स्वच्छ रखने में कुछ सूक्ष्मजीवों का योगदान महत्त्वपूर्ण है। ये सूक्ष्मजीव हमारे द्वारा उत्पादित अवशिष्ट का विघटन करके उन्हें भूमि में समाहित कर देते हैं। कार्बनिक अवशिष्ट (सब्जियों के छिलके, जन्तु अवशेष) का अपघटन जीवाणुओं द्वारा किया जाता है। ये जीवाणु प्राकृतिक अपमार्जक होते हैं जो वातावरण को शुद्ध बनाने में सहयोग करते हैं।
प्रश्न 7.
सूक्ष्मजीवों का वाणिज्यिक उपयोग क्या है? समझाइए।
उत्तर:
सूक्ष्मजीवों का वाणिज्यिक उपयोग-बड़े स्तर पर एल्कोहॉल, शराब एवं एसीटिक एसिड के उत्पादन में "सूक्ष्मजीवों का उपयोग किया जाता है। जौ, गेहूँ, चावल एवं फलों के रस में उपस्थित प्राकृतिक शर्करा में यीस्ट द्वारा एल्कोहॉल एवं शराब का उत्पादन किया जाता है। यह क्रिया किण्वन अथवा फर्मेटेंशन कहलाती है।
प्रश्न 8.
पशुओं के लिए प्रतिजैविक किस प्रकार उपयोगी हैं?
उत्तर:
पशुओं के लिए भी प्रतिजैविक विभिन्न बीमारियों को रोकने में सहायता करते हैं। पशु आहार एवं कुक्कुट आहार में प्रतिजैविक मिलाते हैं जो पशुओं में सूक्ष्मजीवों के संचरण को रोकते हैं। प्रतिजैविक पशुओं में प्रतिरोधक क्षमता भी विकसित करते हैं, जो वैक्सीन (टीके) के माध्यम से उत्पादित होती है।
प्रश्न 9.
कीटों एवं जन्तुओं द्वारा रोगकारक सूक्ष्मजीवों का संचरण किस प्रकार होता है?
उत्तर:
रोगकारक सूक्ष्मजीवों का संचरण-कुछ कीट एवं जन्तु ऐसे होते हैं जो रोगकारक सूक्ष्मजीवों के वाहक हैं। जैसे घरेलू मक्खी कूड़े एवं जन्तु अपशिष्ट पर बैठती है। रोगाणु उसके शरीर पर चिपक जाते हैं। जब मक्खी बिना ढंके भोजन पर बैठती है तो रोगाणु का स्थानान्तरण सम्भव है। जो भी व्यक्ति ऐसा दूषित भोजन करेगा, उसके बीमार पड़ने की सम्भावना रहती है। मादा एनाफ्लीज मच्छर इसका अन्य उदाहरण है। मच्छर प्लैज्मोडियम (मलेरिया परजीवी) का वाहक है। मादा एडीस मच्छर डेंगू के वायरस का वाहक है।
प्रश्न 10.
खाद्य विषाक्तन (Food Poisoning) से क्या आशय है? समझाइए।
उत्तर:
सूक्ष्मजीवों द्वारा संदूषित भोजन का सेवन करने से खाद्य विषाक्तन हो जाता है। हमारे भोजन में उत्पन्न होने वाले सूक्ष्मजीव कभी - कभी विषैले पदार्थ उत्पन्न करते हैं। यह भोजन को विषाक्त बना देते हैं जिसके सेवन करने से व्यक्ति भयंकर रूप से रोगी हो सकता है तथा इस कारण उसकी मृत्यु भी हो सकती है। अतः हमेशा स्वच्छ एवं ताजा भोजन ही उपयोग में लाना चाहिए।
प्रश्न 11.
खाद्य परिरक्षण (Food Preservation) के मूल चरण (basic steps) कौन - कौन से हैं?
उत्तर:
खाद्य परिरक्षण के दो मूल चरण हैं।
प्रश्न 12.
खाद्य परिरक्षक से क्या आशय है? खाद्य परिरक्षण के रासायनिक उपाय बताइए।
उत्तर:
खाद्य परिरक्षक (Food Preservative)कुछ पदार्थ ऐसे होते हैं जो खाद्य पदार्थों में सूक्ष्मजीवों की वृद्धि को रोकने में सहायक होते हैं, इन्हें खाद्य परिरक्षक कहते हैं। खाद्य परिरक्षण के रासायनिक उपाय: नमक अथवा खाद्य अम्ल का प्रयोग अचार बनाने में करते हैं जिससे सूक्ष्मजीवों की वृद्धि नहीं होती है। सोडियम बेंजोएट तथा सोडियम मेटाबाइसल्फाइट सामान्य परिरक्षक हैं। जैम एवं स्क्वै श बनाने में इन रसायनों का उपयोग उन्हें संदूषित होने से बचाता है।
प्रश्न 13.
चीनी द्वारा खाद्य पदार्थों का परिरक्षण किस| प्रकार करते हैं?
उत्तर:
चीनी द्वारा परिरक्षण-चीनी का गाढ़ा घोल (या चाशनी) जीवाणुओं की वृद्धि को रोकता है क्योंकि ऐसे सान्द्र घोल में जीवाणुओं की वृद्धि के लिए आवश्यक नमी की मात्रा बहुत कम होती है। इसलिए जब परिरक्षण के लिए खाद्य पदार्थों में चीनी की उचित मात्रा डाली जाती है तो यह चीनी परासरण की प्रक्रिया द्वारा उनमें से पानी (या नमी) को खींच निकालती है। इससे खाद्य पदार्थों में नमी बहुत ही कम हो जाती है और इससे खराब करने वाले जीवाणुओं की वृद्धि रुक जाती है।
प्रश्न 14.
नमक द्वारा खाद्य परिरक्षण को समझाइए।
उत्तर:
खाद्य परिरक्षण के लिए सामान्य नमक का भी उपयोग किया जाता है। मांस एवं मछली के परिरक्षण के लिए नमक का उपयोग काफी लम्बे अरसे से किया जा रहा है। जीवाणु की वृद्धि रोकने के लिए मांस तथा मछली को सूखे नमक से ढक देते हैं। नमक का उपयोग आम, आंवला एवं इमली के परिरक्षण में भी किया जाता है।
प्रश्न 15.
नाइट्रोजन स्थिरीकरण की परिभाषा दीजिए। यह क्रिया कौनसे सूक्ष्मजीव करते हैं?
उत्तर:
वायुमण्डल की नाइट्रोजन गैस को नाइट्रोजन के यौगिकों में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को नाइट्रोजन का स्थिरीकरण कहते हैं। जीवाणुओं तथा शैवाल जैसे जीवों द्वारा किए गए वायुमण्डलीय नाइट्रोजन के स्थिरीकरण को 'जैविक नाइट्रोजन. स्थिरीकरण' कहते हैं। जैविक नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने वाले जीवाणुओं का नाम राइजोबियम जीवाणु है तथा वे फलीदार पौधों की जड़ों की गाँठों में पाए जाते हैं। जैविक नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने वाले शैवाल, नील-हरित शैवाल होते हैं। ये शैवाल धान के खेतों में पाये जाते हैं।
प्रश्न 16.
अमीबा का साफ एवं स्वच्छ चित्र बनाइए।
उत्तर:
प्रश्न 17.
यदि नाइट्रोजनी यौगिकों को नाइट्रोजन गैस में परिवर्तित करने वाले विशिष्ट जीवाणु नष्ट हो जाये तो क्या प्रभाव पड़ेगा?
उत्तर:
कुछ विशिष्ट जीवाणु नाइट्रोजनी यौगिकों को नाइट्रोजन गैस में परिवर्तित कर देते हैं जो वायुमण्डल में चली जाती है। परिणामतः वायुमण्डल में नाइट्रोजन की मात्रा लगभग स्थिर रहती है। यदि ये जीवाणु नष्ट हो जाये तो वायुमण्डल में नाइट्रोजन की मात्रा निरन्तर कम होती चली जाएगी।
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
मनुष्य में सूक्ष्मजीवों द्वारा होने वाले सामान्य रोग, रोगकारक, उनके फैलने तथा रोकने के उपायों को सारणीबद्ध कीजिए।
उत्तर:
मनुष्य में सूक्ष्मजीवों द्वारा होने वाले सामान्य रोग:
मानव रोग |
रोगकारक सूभ्ष्मजीव |
संधरण क साधन |
बचाव के सामान्य उपाय |
1. क्षयरोग 2. खसरा 3.चिकनपॉक्स 4. पोलियो |
जीवाणु वायरस वायरस वायरस |
वायु वायु वायु/सीधसंपर्क |
रोगी व्यक्ति को पूरी तरह से अन्य व्यक्तियों से अलग रखना। रोगी की व्यक्तिगत वस्तुओं को अलग रखना । उचित समय पर टीकाकरण। |
1. हैजा 2. टायफाइड |
जीवाणु जीवाणु
|
जल/भोजन जल |
व्यक्तिगत स्वच्छता एवं अच्छी आदतों की अपनाना। अच्छी तरह पके भोजन, उबले पेयज़ल का उपयोग एवं टीकाकरण। |
हैपेटाइटिस ए |
वायरस |
जल |
उबले पेयजल का प्रयोग, टीकाकरण। |
मलेरिया |
प्रोटोजोआ |
मच्छर् |
मच्छरदानी का प्रयोग, मच्छर प्रजनन पर रोक के लिए जल एकत्रित नहीं होने देना। मच्छरों को मारने के लिए रसायन का उपयोग। |
प्रश्न 2.
नाइट्रोजन चक्र का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर:
नाइट्रोजन चक्र:
(1) फलीदार पौधों की जड़ों की गाँठों में राइजोबियम जैसे नाइट्रोजन स्थिरीकारक जीवाणु होते हैं जो वायुमण्डल की नाइट्रोजन गैस का स्थिरीकरण करके उसे नाइट्रोजन के यौगिकों में परिवर्तित कर देते हैं। कुछ नील हरित शैवाल भी वायुमण्डल की नाइट्रोजन का स्थिरीकरण करके उसे नाइट्रोजन के यौगिकों में परिवर्तित कर देते हैं।
(2) वायुमण्डल में उपस्थित नाइट्रोजन गैस का स्थिरीकरण वायुमण्डलीय प्रक्रियाओं तथा औद्योगिक प्रक्रियाओं द्वारा भी होता है। उदाहरण के लिए, आकाश में बिजली कौंधने के दौरान वायुमण्डल की नाइट्रोजन, ऑक्सीजन से अभिक्रिया करके नाइट्रेट बनाती है जो वर्षा के पानी में घुलकर पृथ्वी पर गिरते हैं तथा मृदा में मिल जाते हैं।
(3) जैविक प्रक्रियाओं द्वारा स्थिरीकृत नाइट्रोजन पौधों के पादप प्रोटीनों में परिवर्तित हो जाती है।
(4) जन्तु, पौधों को खाते हैं। जन्तु, पौधों को खाकर उनमें उपस्थित पादप - प्रोटीनों को जन्तु - प्रोटीनों में परिवर्तित कर देते हैं।
(5) पौधों एवं जन्तुओं की मृत्यु के बाद मिट्टी में उपस्थित जीवाणु एवं कवक नाइट्रोजनी अपशिष्ट को नाइट्रोजनी यौगिकों में परिवर्तित कर देते हैं जो पौधों द्वारा पुनः उपयोग होता है.। कुछ विशिष्ट जीवाणु नाइट्रोजनी यौगिकों को नाइट्रोजन गैस में बदल देते हैं जो वायुमण्डल में चली जाती है। इस प्रकार वायुमण्डल में नाइट्रोजन की मात्रा स्थिर रहती है।