Rajasthan Board RBSE Class 8 Science Important Questions Chapter 18 वायु तथा जल का प्रदूषण Important Questions and Answers.
बहुचयनात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
वायुमण्डल में सबसे अधिक मात्रा में पाई जाने वाली गैस है।
(अ) ऑक्सीजन
(ब) नाइट्रोजन
(स) कार्बन डाइऑक्साइड
(द) मेथैन
उत्तर:
(ब) नाइट्रोजन
प्रश्न 2.
रुधिर में ऑक्सीजन की वाहक क्षमता कम करने वाली गैस है।
(अ) कार्बन डाइऑक्साइड
(ब) कार्बन मोनोऑक्साइड
(स) जल वाष्प
(द) ओजोन गैस
उत्तर:
(ब) कार्बन मोनोऑक्साइड
प्रश्न 3.
ओजोन परत का क्षरण करने वाला कारक है।
(अ) क्लोरोफ्लोरो कार्बन
(ब) नाइट्रोजन डाइऑक्साइड
(स) फ्लोरीन
(द) कार्बन मोनोऑक्साइड
उत्तर:
(अ) क्लोरोफ्लोरो कार्बन
प्रश्न 4.
जल को शुद्ध करने के लिए सामान्यतया जो रसायन उपयोग में लेते हैं, वह है।
(अ) नाइट्रोजन गैस
(ब) विरंजक चूर्ण
(स) खाने का सोडा
(द) पोटाश
उत्तर:
(ब) विरंजक चूर्ण
प्रश्न 5.
दूषित जल के उपयोग से होने वाले रोग हैं।
(अ) हैजा
(ब) टाइफाइड।
(स) पीलिया
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी
रिक्त स्थानों की पूर्ति:
प्रश्न 1.
वे पदार्थ हैं जो वायु तथा जल को संदूषित करते हैं।
उत्तर:
प्रदूषक
प्रश्न 2.
वायुमण्डल के औसत ताप में वृद्धि को कहते हैं।
उत्तर:
विश्व ऊष्णन
प्रश्न 3.
वायु में की मात्रा लगभग 21% है।
उत्तर:
ऑक्सीजन
सत्य / असत्य:
निम्नलिखित कथनों में सही के लिए 'T' तथा गलत के लिए 'F' अंकित कीजिए:
प्रश्न 1.
प्रदूषक वे पदार्थ हैं जो वायु तथा जल को संदूषित करते हैं।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 2.
साफ तथा पारदर्शी जल हमेशा पीने योग्य होता है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 3.
ऑक्सीजन पौधा घर प्रभाव (Green House Effect) के लिए उत्तरदायी गैस है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 4.
हिमालय के गंगोत्री हिमनद विश्व ऊष्णन के कारण पिघलने आरम्भ हो गये हैं।
उत्तर:
सत्य
'कॉलम - A' में दिए गए शब्दों का मिलान 'कॉलम - B' से कीजिए:
प्रश्न 1.
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) अम्ल वर्षा |
(a) कार्बन डाइऑक्साइड |
(ii) विश्व ऊष्णन |
(b) नाइट्रोजन डाइऑक्साइड |
(iii) ओजोनअपक्षय |
(c) क्लोरो फ्लोरो कार्बन |
(iv) जल प्रदूषक |
(d) आर्सेनिक |
उत्तर:
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) अम्ल वर्षा |
(b) नाइट्रोजन डाइऑक्साइड |
(ii) विश्व ऊष्णन |
(a) कार्बन डाइऑक्साइड |
(iii) ओजोनअपक्षय |
(c) क्लोरो फ्लोरो कार्बन |
(iv) जल प्रदूषक |
(d) आर्सेनिक |
प्रश्न 2.
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) प्रदूषक |
(a) पृथ्वी के औसत ताप में वृद्धि |
(ii) क्लोरीनीकरण |
(b) स्वच्छ व पीने योग्य जल |
(iii) पेयजल |
(c) जल व वायु को संदूषित करते हैं |
(iv) विश्व ऊष्णन |
(d) जल को शुद्ध करने की विधि |
उत्तर:
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) प्रदूषक |
(c) जल व वायु को संदूषित करते हैं |
(ii) क्लोरीनीकरण |
(d) जल को शुद्ध करने की विधि |
(iii) पेयजल |
(b) स्वच्छ व पीने योग्य जल |
(iv) विश्व ऊष्णन |
(a) पृथ्वी के औसत ताप में वृद्धि |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
धूम कोहरा कैसे बनता है?
उत्तर:
धूम कोहरा धुएँ तथा कोहरे से बनता है। धुएँ में नाइट्रोजन के ऑक्साइड तथा अन्य प्रदूषक होते हैं जो कोहरे के संयोग से धूम कोहरा बनाते हैं।
प्रश्न 2.
स्वचालित वाहनों के ईधन के जलने से कौनसे प्रदूषक उत्पन्न होते हैं?
उत्तर:
वाहनों के धुएँ में कार्बन मोनोऑक्साइड, कार्बन डाईऑक्साइड तथा नाइट्रोजन ऑक्साइड होते हैं।
प्रश्न 3.
मथुरा तेल परिष्करणी से कौनसे प्रदूषित कण निकल रहे हैं?
उत्तर:
काजल कण।
प्रश्न 4.
ताजमहल के संगमरमर पर काजल कणों का क्या प्रभाव पड़ रहा है?
उत्तर:
ये काजल कण संगमरमर को पीला कर रहे हैं।
प्रश्न 5.
किन्हीं तीन पौधा घर गैसों के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 6.
जल प्रदूषक से क्या आशय है?
उत्तर:
जल को प्रदूषित करने वाले पदार्थ जल प्रदूषक कहलाते हैं। जैसे-वाहित मल, विषैले रसायन आदि जल प्रदूषक हैं।
प्रश्न 7.
गंगा नदी की सुरक्षा के लिए कौनसी परियोजना लागू की गई थी?
उत्तर:
1985 में गंगा नदी को बचाने के लिए गंगा कार्य परियोजना प्रारम्भ की गई थी।
प्रश्न 8.
गर्म जल को जलाशयों में छोड़ने से क्या प्रभाव उत्पन्न होता है?
उत्तर:
गर्म जल जलाशयों का ताप बढ़ा देता है, इससे यहाँ रहने वाले पेड़ - पौधे व जन्तु मर जाते हैं जो जल प्रदूषण का कारण बनते हैं।
प्रश्न 9.
जल बचत का मूल मन्त्र क्या है?
उत्तर:
कम उपयोग (Reduce), पुन: उपयोग (Reuse), पुनः चक्रण (Recycle) जल बचत का मूल मन्त्र है।
प्रश्न 10.
स्वचालित वाहनों से निकलने वाले धुएँ में वह कौनसा प्रदूषक पाया जाता है, जो धातु है?
उत्तर:
लैड (सीसा)।
लघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
फसलों की सुरक्षा के लिए उपयोग में आने वाले पीड़कनाशी व अपतृणनाशी के तालाब में पहुँचने पर जलीय जीवों को किस प्रकार प्रभावित करते हैं? समझाइए।
उत्तर:
खेतों में फसलों की सुरक्षा के लिए उपयोग में आने वाले पीड़कनाशी एवं अपतृणनाशी जल में घुलकर खेतों से जलाशय में चले जाते हैं। इससे जलाशयों में शैवाल उग आते हैं क्योंकि इन पीड़कनाशी एवं अपतृणनाशी में उपस्थित रसायन शैवालों की वृद्धि में सहायक होते हैं। ये शैवाल जब मर जाते हैं तो इससे जीवाणु की मात्रा में वृद्धि हो जाती है जो जल में ऑक्सीजन की मात्रा कम कर देते हैं, जिससे जलीय जीव मर जाते हैं। इस प्रकार इनका जलीय जीवों पर बहुत घातक प्रभाव पड़ता है।
प्रश्न 2.
धूम कोहरा की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
धूम कोहरा: धुएँ में उपस्थित नाइट्रोजन के ऑक्साइड वायु प्रदूषकों तथा कोहरे के संयोग से धूम कोहरा बनाते हैं। वायुमण्डल में यह मोटी परत के रूप में दिखाई देता है। इसके कारण साँस लेने में कठिनाई वाले रोग, जैसे दमा, खांसी तथा बच्चों में साँस के साथ हरहराहट उत्पन्न होना आदि हो जाते हैं।
प्रश्न 3.
सी.एफ.सी. (CFC) का पूरा नाम लिखें। इसका उपयोग कहाँ किया जाता है? इससे होने वाली एक हानि का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
सी.एफ.सी. का पूरा नाम-क्लोरोफ्लोरो कार्बन (CFC) है। इसका उपयोग रेफ्रीजरेटरों, एयर कण्डीशनरों, अग्निशमन यंत्र तथा ऐरोसॉल स्प्रे में किया जाता है। CFC (क्लोरो - फ्लोरो - कार्बन) के कारण ओजोन परत का ह्रास होता है, जिसे ओजोन का अवक्षय कहते हैं। ओजोन के अवक्षय से पराबैंगनी किरण अधिक मात्रा में पृथ्वी तक पहुंचती है तथा त्वचीय कैंसर हो जाता है।
प्रश्न 4.
मनुष्य के तीन क्रियाकलापों का उल्लेख कीजिए जो वायु प्रदूषण में सहायक हैं।
उत्तर:
वायु प्रदूषण के कारण।
प्रश्न 5.
ओजोन अवक्षय से आप क्या समझते हैं? इसके हानिकारक प्रभाव क्या होते हैं?
उत्तर:
हमारी पृथ्वी के चारों ओर का वायुमण्डल ओजोन नामक गैस की मोटी परत से ढका हुआ है। ओजोन की यह परत, सूर्य के प्रकाश की पराबैंगनी किरणों को पृथ्वी पर आने से रोकती है। ये किरणें हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यन्त हानिकारक होती हैं। मानव द्वारा रेफ्रिजरेटर, अग्निशमन यंत्र तथा ऐरोसॉल स्प्रे में उपयोग किए जाने वाले CFC (क्लोरो - फ्लोरो - कार्बन) के कारण ओजोन परत का ह्रास होता है, इसे ओजोन का अवक्षय कहते हैं। ओजोन के अवक्षय से पराबैंगनी किरण अधिक मात्रा में पृथ्वी तक पहुँचती है तथा त्वचीय कैंसर हो जाता है।
प्रश्न 6.
अम्लीय वर्षा किसे कहते हैं? इसके हानिकारक प्रभाव बताइए।
उत्तर:
वायु में जब नाइट्रोजन तथा सल्फर के ऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है तो वे वर्षा के जल के साथ मिलकर क्रमश: नाइट्रिक अम्ल तथा सल्फ्यूरिक अम्ल बनाते हैं। वर्षा के साथ यह अम्ल भी पृथ्वी पर नीचे आते. हैं, इसलिए इसे अम्लीय वर्षा कहते हैं। अम्लीय वर्षा के कारण ऐतिहासिक स्मारकों, भवनों तथा मूर्तियों का संक्षारण हो जाता है। मृदा भी अम्लीय हो जाती है जिससे धरती की उर्वरा शक्ति कम होती जाती है और अन्ततः यह बंजर भी हो सकती है।
प्रश्न 7.
वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए मुख्य निवारण विधियों क्या हैं?
उत्तर:
वायु प्रदूषण रोकथाम की मुख्य विधियाँ निम्नलिखित हैं।
प्रश्न 8.
प्रकृति किस प्रकार कार्बन डाइऑक्साइड तथा ऑक्सीजन के मध्य संतुलन बनाए रखती है?
उत्तर:
पेड़ - पौधों तथा जन्तुओं के श्वसन, मृत पेड़पौधों तथा जन्तुओं के मृत शरीरों के क्षय तथा ईंधनों के दहन के दौरान वायुमण्डल में से ऑक्सीजन ली जाती है तथा कार्बन डाइऑक्साइड वायुमण्डल को वापस लौटाई जाती है जबकि पेड़-पौधे प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के दौरान वायुमण्डल में से कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं तथा ऑक्सीजन गैस वायुमण्डल को लौटाते हैं। इस प्रकार प्राकृतिक प्रक्रियाओं के कारण वायुमण्डल में कार्बन डाइऑक्साइड तथा ऑक्सीजन के मध्य संतुलन बना रहता है।
प्रश्न 9.
ग्लोबल वार्मिंग (विश्व - ऊष्णन) के कारण समुद्र तल कैसे बढ़ता है?
उत्तर:
ग्लोबल वार्मिंग के कारण तापमान के बढ़ने से ध्रुवीय बर्फ की चोटियाँ पिघलेंगी और समुद्र के जल की मात्रा बढ़ जायेगी। इसके कारण तटों पर बाढ़ आ जायेगी और शहरों तथा तटीय पारिस्थितिक तत्वों जैसे दलदलों की हानि होगी।
प्रश्न 10.
प्रदूषित जल से होने वाले चार प्रभावों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 11.
जल प्रदूषण को नियंत्रित करने के चार उपाय बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 12.
पेयजल के तीन गुण क्या हैं?
उत्तर:
प्रश्न 13.
जल को पीने के लिए निरापद कैसे बनाते हैं? समझाइए।
उत्तर:
जल को पीने योग्य बनाने के लिए निम्न क्रियाविधि अपनानी चाहिए।
प्रश्न 14.
'जल एक महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है।' इसकी बचत के लिए क्या - क्या उपाय कर सकते हैं?
उत्तर:
यह सत्य है कि जल एक अनमोल प्राकृतिक संसाधन है। हमें इसका बुद्धिमत्तापूर्ण उपयोग करके इसका संरक्षण करना चाहिए। इसके लिए निम्न उपाय किए जा सकते हैं।
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
वायु प्रदूषण से क्या आशय है? वायु प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
वायु में ऑक्सीजन, नाइट्रोजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड तथा अन्य गैसें एक निश्चित अनुपात में होती हैं। इनके अनुपात में असंतुलन की स्थिति को वायु प्रदूषण कहते हैं। वायु प्रदूषण के हानिकारक प्रभाव इस प्रकार हैं।
प्रश्न 2.
गंगा एक पवित्र नदी है किन्तु यह प्रदूषित हो रही है। क्यों? इसके अस्तित्व को बचाने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं? लिखिए।
उत्तर:
हम जानते हैं कि गंगा संसार की दस नदियों में से एक है जिसका अस्तित्व खतरे में है। इसका कारण यह है कि इसके प्रदूषण में निरन्तर वृद्धि हो रही है। जिन शहरों एवं बस्तियों में होकर यह नदी प्रवाहित हो रही है, वहाँ के निवासी अत्यधिक मात्रा में कूड़ा-कर्कट, अनुपचारित वाहित मल, मृत जीव तथा अन्य बहुत से हानिकारक पदार्थ इस नदी में फेंक रहे हैं। वास्तव में कई स्थानों पर प्रदूषण स्तर इतना अधिक है कि इसका जल जीवों के लिए विष बन गया है तथा वहाँ यह नदी निर्जीव हो गई है। बहुत - सी औद्योगिक इकाइयाँ हानिकारक रसायनों को नदी तथा नालों में प्रवाहित करती हैं जिसके कारण जल प्रदूषण हो रहा है। जैसे तेल परिष्करणशालाएँ, कागज फैक्ट्रियाँ, वस्त्र तथा चीनी मिलें एवं रासायनिक फैक्ट्रियाँ आदि उद्योग जल का रासायनिक संदूषण करते हैं। इन विसर्जित रसायनों में आर्सेनिक, लैड तथा फ्लुओराइड होते हैं जिनसे पौधों तथा पशुओं में विषाक्तता (toxicity) उत्पन्न हो जाती है। ये भी गंगा को प्रदूषित कर रहे हैं।
उपाय:
(1) जल प्रदूषण के बचाव के लिए वैसे सरकार ने अधिनियम बनाए हैं जिसके अनुसार उद्योगों को अपने यहाँ उत्पन्न अपशिष्टों को जल में प्रवाहित करने से पूर्व उपचारित करना चाहिए किन्तु इसका पालन कितना होता है, इससे सभी विदित हैं।
(2) गंगा नदी को बचाने के लिए 1985 में गंगा कार्य परियोजना प्रारम्भ की गई थी जिसके तहत इसमें अवांछित पदार्थों को नदी में नहीं छोड़ने के लिए पाबन्द किया गया था। वास्तव में जल प्रदूषण रोकने के लिए प्रत्येक मानव को सजगता से कार्य करना चाहिए तभी इसे रोकने में हम सक्षम हो सकते हैं।