Rajasthan Board RBSE Class 8 Science Important Questions Chapter 15 कुछ प्राकृतिक परिघटनाएँ Important Questions and Answers.
बहुचयनात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
काँच की आवेशित छड़ तथा प्लास्टिक की आवेशित स्ट्रॉ एक - दूसरे को।
(अ) आकर्षित करती हैं।
(ब) प्रतिकर्षित करती हैं।
(स) न आकर्षित करती हैं और न प्रतिकर्षित करती हैं।
(द) उपर्युक्त कोई नहीं।
उत्तर:
(अ) आकर्षित करती हैं।
प्रश्न 2.
26 जनवरी, 2001 को भारत के जिस क्षेत्र में बड़ा भूकम्प आया था, वह क्षेत्र था।
(अ) उत्तरी कश्मीर।
(ब) केन्द्रीय हिमालय।
(स) गुजरात के भुज में।
(द) थार के रेगिस्तान में।
उत्तर:
(स) गुजरात के भुज में।
प्रश्न 3.
भूकम्पों का मान रिक्टर पैमाने पर 7 तक होता है, तो वे।
(अ) बहुत हल्के भूकम्प होते हैं।
(ब) मध्यम भूकम्प होते हैं।
(स) भीषण भूकम्प होते हैं।
(द) भूकम्प की श्रेणी में नहीं आते।
उत्तर:
(स) भीषण भूकम्प होते हैं।
प्रश्न 4.
भारत के अति भूकम्प - आशंकित क्षेत्र हैं।
(अ) कश्मीर घाटी।
(ब) पश्चिमी तथा केन्द्रीय हिमालय।
(स) समस्त उत्तर - पूर्व।
(द) उपरोक्त सभी।
उत्तर:
(द) उपरोक्त सभी।
प्रश्न 5.
तड़ित चालक का उपयोग करते हैं।
(अ) मानव को स्वयं को बचाने के लिए।
(ब) बड़े - बड़े भवनों को बचाने के लिए।
(स) जलस्रोतों को बचाने के लिए।
(द) पक्षियों को बचाने के लिए।
उत्तर:
(ब) बड़े - बड़े भवनों को बचाने के लिए।
रिक्त स्थानों की पूर्ति:
प्रश्न 1.
जब .............. गति करते हैं तो विद्युत धारा बनती
उत्तर:
आवेश
प्रश्न 2.
भूपर्पटी के भीतर गहराई में विक्षोभ के कारण ............. आते हैं।
उत्तर:
भूकम्प
प्रश्न 3.
सजातीय आवेश एक - दूसरे को ............... करते हैं।
उत्तर:
प्रतिकर्षित
प्रश्न 4.
आवेश ................. प्रकार के होते हैं।
उत्तर:
दो
सत्य / असत्य:
निम्नलिखित कथनों में सही के लिए 'T' तथा गलत के लिए 'F' अंकित कीजिए:
प्रश्न 1.
विजातीय आवेश एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 2.
कुछ वस्तुओं को अन्य वस्तुओं से रगड़कर आवेशित किया जा सकता है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 3.
रगड़ने पर उत्पन्न विद्युत आवेश गतिशील होते हैं।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 4.
तड़ित झंझा के परिमाण को रिक्टर पैमाने पर व्यक्त किया जाता है।
उत्तर:
असत्य
'कॉलम - A' में दिए गए शब्दों का मिलान 'कॉलम - B' से कीजिए:
प्रश्न 1.
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) भूसम्पर्कण |
(a) पृथ्वी का अचानक थरथराना |
(ii) विद्युत विसर्जन |
(b) आवेश के संचयन से तड़ित का होना |
(iii) भूकम्प |
(c) आवेश को पृथ्वी में भेजने की प्रक्रिया |
(iv) सुनामी |
(d) समुद्र में विशाल और विनाशकारी लहर। |
उत्तर:
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) भूसम्पर्कण |
(c) आवेश को पृथ्वी में भेजने की प्रक्रिया |
(ii) विद्युत विसर्जन |
(b) आवेश के संचयन से तड़ित का होना |
(iii) भूकम्प |
(a) पृथ्वी का अचानक थरथराना |
(iv) सुनामी |
(d) समुद्र में विशाल और विनाशकारी लहर। |
प्रश्न 2.
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) विद्युतदर्शी |
(a) जल तापक |
(ii) तड़ित चालक |
(b) भूकम्पी तरंगों को रिकार्ड करने का उपकरण |
(iii) भूकम्प लेखी |
(c) भवनों को तड़ित के प्रभाव से बचाने की युक्ति |
(iv) गाइजर |
(d) आवेशित वस्तु की पहचान हेतु युक्ति |
उत्तर:
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) विद्युतदर्शी |
(d) आवेशित वस्तु की पहचान हेतु युक्ति |
(ii) तड़ित चालक |
(c) भवनों को तड़ित के प्रभाव से बचाने की युक्ति |
(iii) भूकम्प लेखी |
(b) भूकम्पी तरंगों को रिकार्ड करने का उपकरण |
(iv) गाइजर |
(a) जल तापक |
प्रश्न 3.
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) भूकम्प की अधिक |
(a) भ्रंश क्षेत्र संभावना वाला क्षेत्र |
(ii) भूकम्प के परिमाण |
(b) डेसीबल मापने का पैमाना |
(iii) ध्वनि की प्रबलता |
(c) हर्ट्ज का मात्रक |
(iv) आवृत्ति को मापने |
(d) रिक्टर पैमाना का मात्रक |
उत्तर:
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) भूकम्प की अधिक |
(a) भ्रंश क्षेत्र संभावना वाला क्षेत्र |
(ii) भूकम्प के परिमाण |
(d) रिक्टर पैमाना का मात्रक |
(iii) ध्वनि की प्रबलता |
(b) डेसीबल मापने का पैमाना |
(iv) आवृत्ति को मापने |
(c) हर्ट्ज का मात्रक |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
काँच की छड़ को रेशम से रगड़ने पर कांच की छड़ पर किस प्रकार का आवेश उत्पन्न होता है? यह विद्युत आवेश क्या कहलाता है?
उत्तर:
काँच की छड़ को रेशम के कपड़े से रगड़ने पर कांच की छड़ पर धन आवेश आ जाता है तथा यह आवेश स्थैतिक आवेश कहलाता है।
प्रश्न 2.
एक धन आवेशित वस्तु को एक धन आवेशित वस्तु के पास लाने पर उनके बीच किस प्रकार का बल कार्य करता है?
उत्तर:
प्रतिकर्षण बल।
प्रश्न 3.
विद्युतचालक किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
वे पदार्थ जिनमें से होकर विद्युत सुगमतापूर्वक एक भाग से दूसरे भाग तक चली जाती है, ऐसे पदार्थों को विद्युत के चालक कहते हैं।
प्रश्न 4.
आवेशन की प्रक्रिया से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
धातुओं को आपस में रगड़ने अथवा एक - दूसरे के निकट या सम्पर्क में लाने पर उनमें दूसरी वस्तुओं को अपनी ओर आकर्षित करने का जो गुण उत्पन्न हो जाता है, उसे वस्तुओं का आवेशन कहते हैं।
प्रश्न 5.
जब ऊनी कपड़े से रगड़े दो गुब्बारे एक - दूसरे के पास लाए जाते हैं तो क्या होता है?
उत्तर:
वे एक - दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं।
प्रश्न 6.
भूकम्प मापने वाले स्केल का नाम बताइए।
उत्तर:
भूकम्प मापने वाले स्केल का नाम रिक्टर स्केल।
प्रश्न 7.
तड़ित क्या है?
उत्तर:
तड़ित एक विशाल स्तर की विद्युत चिंगारी है।
प्रश्न 8.
भू - संपर्कण से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
किसी आवेशित वस्तु के आवेश को पृथ्वी में स्थानान्तरित करने को भूसंपर्कण कहते हैं।
प्रश्न 9.
भ्रंश क्षेत्र किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
पृथ्वी की प्लेटों की सीमाओं पर भूकम्प आने की सम्भावना अधिक होती है। इन क्षेत्रों को भ्रंश क्षेत्र कहते हैं।
प्रश्न 10.
भूकम्प का क्या कारण है?
उत्तर:
भूपर्पटी के भीतर गहराई में विक्षोभ के कारण भूकम्प आते हैं।
लघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
जब कंघी को सूखे बालों में घुमाया जाता है तो यह कागज़ के छोटे टुकड़ों को जो कि कचालक होते हैं, क्यों आकर्षित करने लगती है? यदि बाल गीले हों तो क्या होगा?
उत्तर:
घर्षण के कारण कंघी विद्युत आवेशित हो जाती है तथा कागज के छोटे टुकड़ों को आवेशित करती है क्योंकि कंघी से कागज के परमाणु ध्रुवित हो जाते हैं जिसके परिणामस्वरूप परिणामी आकर्षण बल होता है। जब बाल गीले होते हैं तो कंषी तथा बालों के मध्य घर्षण कम होता है तथा कंघी आवेशित नहीं होती। इस कारण यह कागज के छोटे टुकड़ों को आकर्षित नहीं करती है।
प्रश्न 2.
विद्युत विसर्जन (Electrical discharge) की प्रक्रिया को समझाइए।
अथवा
तड़ित झंझा (Thunderstorm) किस प्रकार उत्पन्न होती है?
उत्तर:
गरज वाले तूफानों के बनते समय वायु की धाराएँ ऊपर की ओर जाती हैं जबकि जल की बूंदें नीचे की ओर जाती हैं। इन प्रबल गतियों के कारण आवेशों का पृथकन होता है। एक प्रक्रिया द्वारा, बादलों के ऊपरी किनारे के निकट धनावेश एकत्र हो जाते हैं तथा ऋणावेश बादलों के निचले किनारे पर संचित हो जाते हैं। धरती के निकट भी धनावेश का संचय होता है। जब संचित आवेशों का परिमाण अत्यधिक हो जाता है तो वायु जो विद्युत की हीन चालक है, आवेशों के प्रवाह को नहीं रोक पाती। ऋणात्मक तथा धनात्मक आवेश मिलते हैं और प्रकाश की चमकीली धारियाँ तथा ध्वनि उत्पन्न होती है। इसे हम तड़ित के रूप में देखते हैं। इस प्रक्रिया को विद्युत विसर्जन कहते हैं। विद्युत विसर्जन की प्रक्रिया दो अथवा अधिक बादलों के बीच, अथवा बादलों तथा पृथ्वी के बीच हो सकती है।
प्रश्न 3.
घर के भीतर तड़ित से बचने के उपाय बताइए।
अथवा
घर के अन्दर तड़ित से बचने हेतु किये जाने वाले उपायों में से किन्हीं तीन का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 4.
तड़ित चालक क्या है? यह भवनों को तड़ित के प्रभाव से कैसे बचाता है?
उत्तर:
तड़ित चालक (Lightning Conductor): तड़ित चालक एक ऐसी युक्ति है जिसका उपयोग भवनों को तड़ित के प्रभाव से बचाने के लिए किया जाता है। किसी भवन के निर्माण के समय उसकी दीवारों में, उस भवन की ऊंचाई से अधिक लम्बाई की धातु की एक छड़ स्थापित कर दी जाती है। इस छड़ का एक सिरा वायु में खुला रखा जाता है तथा दूसरे सिरे को जमीन में काफी गहराई तक दबा देते हैं। धातु की छड़ विद्युत आवेश के दौरान तक पहुँचने के लिए एक सरल पथ प्रदान करती है जिससे भवन को कोई क्षति नहीं होती।
प्रश्न 5.
भूकम्प क्या होता है? लिखिए।
उत्तर:
भूकम्प जो बहुत कम समय तक रहता है, पृथ्वी का कम्पन अथवा कोई झटका होता है। यह पृथ्वी की भूपर्पटी के भीतर गहराई में गड़बड़ के कारण उत्पन्न होता है। भूकम्प हर समय सब जगह आते रहते हैं। प्रायः इनको नोटिस नहीं किया जाता है। विशाल भूकम्प बहुत कम होते हैं। ये पुलों, बाँधों तथा लोगों को असीम क्षति पहुँचा सकते हैं। इनसे जीवन तथा सम्पत्ति की विशाल हानि हो सकती है। भूकम्पों से बाढ़, भूस्खलन तथा सुनामी भी आ सकते हैं।
प्रश्न 6.
किसी भूकम्प की तीव्रता का मापदंड क्या होता है? समझाइए।
उत्तर:
किसी भी भूकम्प की तीव्रता का माप रिक्टर पैमाने पर किया जाता है। जिन भूकम्पों का मान रिक्टर पैमाने पर 3 तक होता है, वे बहुत हल्के भूकम्प होते हैं तथा कोई क्षति नहीं पहुंचाते। कभी - कभी तो ऐसे भूकम्पों का पता ही नहीं चलता। परन्तु रिक्टर पैमाने पर 7 या इससे अधिक मान वाले भूकम्प बहुत भीषण होते हैं जो पूरे के पूरे गाँवों या नगरों को गिराकर तबाह कर सकते हैं।
प्रश्न 7.
भूकम्प के झटके लगते समय यदि आप घर के अंदर हों, तो अपने बचाव के लिए आप क्या-क्या सावधानियाँ रखेंगे?
अथवा
यदि आप घर में हैं तो भूकम्प के झटके लगने की स्थिति में अपने बचाव के लिए क्या उपाय करेंगे?
उत्तर:
प्रश्न 8.
पृथ्वी की संरचना का नामांकित चित्र बनाइए।
उत्तर:
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
भूकम्प कैसे आते हैं? विस्तार से लिखिए।
उत्तर:
मुख्य रूप से भूकम्प पृथ्वी की प्लेटों की गतियों के कारण उत्पन्न होते हैं। पृथ्वी की ऊपरी परत जिसे भूपर्पटी कहते हैं, यह कई टुकड़ों में विभाजित है। प्रत्येक टुकड़े को प्लेट कहते हैं। ये प्लेट निरन्तर गति करती रहती हैं। जब ये एक - दूसरे से रगड़ खाती हैं अथवा टकराती हैं तो एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे चली जाती है। इसके कारण भूपर्पटी में विक्षोभ उत्पन्न होता है। यही विक्षोभ पृथ्वी की सतह पर भूकम्प के रूप में दिखाई देता है। जहाँ प्लेटों की सीमाएँ दुर्बल क्षेत्र होती हैं, वहाँ भूकम्प आने की सम्भावना अधिक होती है। इन दुर्बल क्षेत्रों को भूकम्पी क्षेत्र अथवा भ्रंश क्षेत्र भी कहते हैं। इसके अतिरिक्त ज्वालामुखी के फटने, किसी उल्का पिण्ड के पृथ्वी से टकराने अथवा किसी नाभिकीय विस्फोट के कारण भी भूकम्प आ सकते हैं।
प्रश्न 2.
भूकम्प से बचाव के लिए क्या - क्या प्रयास करने चाहिए?
उत्तर:
भूकम्प से बचाव के लिए हमें निम्न उपाय करने चाहिए।
प्रश्न 3.
भूकम्पलेखी उपकरण का नामांकित चित्र बनाकर वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भूस्पन्द पृथ्वी की सतह पर तरंगें उत्पन्न करते हैं। इन तरंगों को भूकम्पी तरंगें कहते हैं। इन तरंगों को भूकम्प लेखी नामक उपकरण द्वारा रिकॉर्ड किया जाता है। यह उपकरण मात्र एक कम्पायमान छड़ अथवा लोलक होता है जो भूस्पन्द आने पर दोलन (कम्पन) करने लगता है। इसके कम्पायमान तंत्र के साथ एक पेन जुड़ा रहता है। यह पेन इसके नीचे गति करने वाले कागज की पट्टी पर भूकम्पी तरंगों को रिकॉर्ड करता है। इन तरंगों का अध्ययन करके वैज्ञानिक भूकम्प का सम्पूर्ण मानचित्र बना सकता है।