Rajasthan Board RBSE Class 7 Social Science Important Questions History Chapter 1 हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल Important Questions and Answers.
बहुचयनात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
अरब भूगोलवेत्ता अल-इद्रीसी ने भारतीय उपमहाद्वीप का मानचित्र बनाया था-
(अ) 1154 ई. में
(ब) 1720 ई. में
(स) 1340 ई. में
(द) 1950 ई. में
उत्तर:
(अ) 1154 ई. में
प्रश्न 2.
इतिहास के मध्य काल की अवधि निर्धारित की गई है-
(अ) आठवीं सदी से 15वीं सदी तक
(ब) आठवीं सदी से 13वीं सदी तक
(स) आठवीं सदी से 18वीं सदी तक
(द) आठवीं सदी से 16वीं सदी तक
उत्तर:
(स) आठवीं सदी से 18वीं सदी तक
प्रश्न 3.
मानचित्रकार वह व्यक्ति है जो बनाता है-
(अ) कार्टून
(ब) नक्शे
(स) पांडुलिपि
(द) खिलौने
उत्तर:
(ब) नक्शे
प्रश्न 4.
14वीं शताब्दी के इतिहासकार जियाउद्दीन बरनी ने अपना वृत्तांत पहली बार लिखा था-
(अ) 1355 ई. में
(ब) 1356 ई. में
(स) 1358 ई. में
(द) 1354 ई. में
उत्तर:
(ब) 1356 ई. में
प्रश्न 5.
मध्यकाल में संस्कृत ग्रंथों के ज्ञान के कारण समाज में बड़ा आदर होता था-
(अ) राजपूतों का
(ब) मुगलों का
(स) ब्राह्मणों का
(द) वैश्यों का
उत्तर:
(स) ब्राह्मणों का
प्रश्न 6.
कुरान शरीफ को अपना धर्मग्रंथ मानते हैं-
(अ) हिन्दू
(ब) ईसाई
(स) जैन
(द) मुसलमान
उत्तर:
(द) मुसलमान
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें-
1. .............. वह स्थान है, जहाँ दस्तावेजों और पांडुलिपियों को संग्रहित किया जाता है।
2. .............. का तात्पर्य किसी भी क्षेत्र के पर्यावरण और वहाँ के रहने वालों की सामाजिक और आर्थिक जीवन शैली से है।
3. कई गाँवों पर .............. का शासन होता था।
4. 19वीं सदी के मध्य में ............... इतिहासकारों ने भारत के इतिहास को तीन युगों-हिन्दू, मुस्लिम और ब्रिटिश में बाँटा था।
उत्तर:
1. अभिलेखागार
2. पर्यावास
3. मुखियाओं
4. अंग्रेज।
निम्नलिखित में से सत्य/असत्य कथन छाँटिये-
1. अरब भूगोलवेत्ता अल-इद्रीसी ने 1720 ई. में भारतीय उपमहाद्वीप का मानचित्र बनाया।
2. मध्ययुग में, किसी गाँव में आने वाला कोई भी अनजाना व्यक्ति, जो उस समाज या संस्कृति का अंग न हो, विदेशी कहलाता था।
3. इतिहासकार मध्य युग के बारे में सूचना इकट्ठी करने के लिए अभी भी सिक्कों, शिलालेखों, स्थापत्य तथा लिखित सामग्री पर निर्भर करते हैं।
4. मध्यकाल में जिन समुदायों का महत्त्व बढ़ा, उनमें से एक समुदाय था-वैश्य।
5. 17वीं सदी में मुगल वंश पतन के ढलान पर था।
उत्तर:
1. असत्य
2. सत्य
3. सत्य
4. असत्य
5. असत्य
सुमेलित कीजिए-
1. प्रतिकृति |
(अ) दर्जा |
2. राजपूत |
(ब) लिपिक व मुंशी |
3. जाति |
(स) योद्धाओं का समूह |
4. कायस्थ |
(द) अभिलेखागार |
5. पाण्डुलिपि |
(य) संस्कृत ग्रंथों का ज्ञान |
6. ब्राह्मण |
(र) हाथ से लिखी गई नकल |
उत्तर:
1. प्रतिकृति |
(र) हाथ से लिखी गई नकल |
2. राजपूत |
(स) योद्धाओं का समूह |
3. जाति |
(अ) दर्जा |
4. कायस्थ |
(ब) लिपिक व मुंशी |
5. पाण्डुलिपि |
(द) अभिलेखागार |
6. ब्राह्मण |
(य) संस्कृत ग्रंथों का ज्ञान |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
अरब भूगोलवेत्ता अल-इद्रीसी ने भारतीय उपमहाद्वीप का मानचित्र कब बनाया था?
उत्तर:
अरब भूगोलवेत्ता अल-इद्रीसी ने सन् 1154 ई. में भारतीय उपमहाद्वीप का मानचित्र बनाया था।
प्रश्न 2.
मध्यकाल में हिन्दी और फारसी भाषा में विदेशी को क्या कहा जाता था?
उत्तर:
मध्यकाल में हिन्दी भाषा में विदेशी को परदेशी तथा फारसी में अजनबी कहा जाता था।
प्रश्न 3.
फारसी के इतिहासकार मिन्हाज-ए-सिराज ने 'हिन्दुस्तान' शब्द का प्रयोग किस क्षेत्र के लिए किया था?
उत्तर:
इतिहासकार मिन्हाज-ए-सिराज ने 'हिन्दुस्तान' शब्द का प्रयोग पंजाब, हरियाणा और गंगा-यमुना के बीच में स्थित क्षेत्र के लिए किया था।
प्रश्न 4.
अभिलेखागार से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
अभिलेखागार उस स्थान को कहा जाता है जहाँ दस्तावेजों और पांडुलिपियों को संग्रहित किया जाता है।
प्रश्न 5.
इतिहासकार जियाउद्दीन बरनी ने अपना वृत्तांत कितनी बार और कब-कब लिखा था?
उत्तर:
इतिहासकार जियाउद्दीन बरनी ने अपना वृत्तांत दो बार लिखा था। पहली बार 1356 ई. में और दूसरी बार 1358 ई. में।
प्रश्न 6.
सन् 700 से 1750 ई. के बीच भारतीय उपमहाद्वीप में कौनसा नई तरह का खान-पान आया?
उत्तर:
इस काल में इस उपमहाद्वीप में आलू, मक्का, मिर्च, चाय और कॉफी आदि नई तरह का खान-पान आया।
प्रश्न 7.
इस युग में राजनैतिक दृष्टि से महत्त्व हासिल करने वाले समूहों के नाम लिखिये।
उत्तर:
इस युग में राजनैतिक दृष्टि से महत्त्व हासिल करने वाले समूह थे-
प्रश्न 8.
राजपूत शब्द के अन्तर्गत कौन-कौन से लोग आते थे?
उत्तर:
राजपूत शब्द के अन्तर्गत राजा और सामन्त वर्ग के साथ-साथ वे सैनिक व सेनापति भी आते थे जो शासकों की सेनाओं में सेवारत थे।
प्रश्न 9.
नकलनवीस कौन थे?
उत्तर:
नकलनवीस वे व्यक्ति थे, जो हाथ से ही पांडुलिपियों की प्रतिकृति बनाते थे।
प्रश्न 10.
इस उपमहाद्वीप में मध्यकाल के दौरान किन दो प्रमुख भाषाओं में पांडुलिपियाँ लिखी गईं?
उत्तर:
पांडुलिपियों और दस्तावेजों की इस काल की दो प्रमुख भाषाएँ-अरबी और फारसी थीं।
प्रश्न 11.
पांडुलिपियों से क्या आशय है?
उत्तर:
पुस्तक या दस्तावेज जो हाथ से लिखे जाते हैं और जो टाइप किए हुए या छपे हुए नहीं होते हैं, पांडुलिपि कहलाते हैं।
प्रश्न 12.
इन पांडुलिपियों को कौन एकत्रित करते थे?
उत्तर:
धनी व्यक्ति, शासक जन, मठ तथा मंदिर पांडुलिपियाँ एकत्रित करते थे।
प्रश्न 13.
इतिहासकार मध्यकाल के बारे में सूचना इकट्ठी करने के लिए किस सामग्री पर निर्भर हैं?
उत्तर:
इतिहासकार मध्यकाल के बारे में सूचना इकट्ठी करने के लिए अभी भी सिक्कों, शिलालेखों, स्थापत्य तथा लिखित सामग्री पर निर्भर हैं।
प्रश्न 14.
मध्यकाल के दौरान प्रामाणिक लिखित सामग्री का उपयोग आश्चर्यजनक ढंग से क्यों बढ़ गया था?
उत्तर:
इस समय के दौरान कागज क्रमशः सस्ता होता गया तथा बड़े पैमाने पर उपलब्ध होने लगा, इससे लिखित सामग्री का उपयोग बढ़ गया था।
प्रश्न 15.
पर्यावास से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
पर्यावास का तात्पर्य किसी भी क्षेत्र के पर्यावरण और वहाँ के रहने वालों की सामाजिक और आर्थिक जीवन शैली से है।
प्रश्न 16.
बेगार शब्द से क्या आशय है?
उत्तर:
'बेगार' का अर्थ है-बिना मूल्य लिए मजबूरन मालिकों को सामग्री पहुँचाना और उनके लिए शारीरिक श्रम करना।
प्रश्न 17.
जाति-पंचायत से क्या आशय है?
उत्तर:
जाति के नियमों का पालन उस जाति के बड़े-बुजुर्गों की एक सभा करवाती थी, उसे जाति-पंचायत कहा जाता था।
प्रश्न 18.
उन राजवंशों के नाम लिखिये जिन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप में,मध्यकाल में विशाल साम्राज्य स्थापित किए।
उत्तर:
प्रमुख राजवंश जिन्होंने विशाल साम्राज्य स्थापित किये, वे थे-
प्रश्न 19.
बलबन के साम्राज्य का विस्तार क्या था?
उत्तर:
बलबन के साम्राज्य का विस्तार पूर्व में बंगाल (गौड) से लेकर पश्चिम में अफगानिस्तान के गजनी (गज्जन) तक फैला हुआ था तथा इसमें सम्पूर्ण दक्षिण भारत भी आ जाता था।
प्रश्न 20.
मुगल वंश का पतन कब हुआ?
उत्तर:
मुगल वंश का पतन 18वीं सदी में हुआ।
प्रश्न 21.
संरक्षक किसे कहते हैं?
उत्तर:
संरक्षक वह प्रभावशाली या धनी व्यक्ति होता था जो किसी कलाकार, शिल्पकार, विद्वान या अभिजात जैसे किसी अन्य व्यक्ति को मदद या सहारा दें।
प्रश्न 22.
उलेमा कौन थे?
उत्तर:
उलेमा इस्लाम के विद्वान धर्मशास्त्री व न्यायशास्त्री थे।
प्रश्न 23.
भक्ति की अवधारणा क्या थी?
उत्तर:
भक्तिं की अवधारणा में ईश्वर की कल्पना एक ऐसे प्रेमल इष्ट देवी-देवता के रूप में की गई थी, जहाँ भक्त स्वयं बिना कर्मकाण्ड के पहुँच सकें।
प्रश्न 24.
19वीं सदी के मध्य में अंग्रेज इतिहासकारों ने भारत के इतिहास को किन तीन युगों में बाँटा था?
उत्तर:
प्रश्न 25.
अधिकतर इतिहासकार अतीत का अध्ययन किन दो प्रमुख कारकों के आधार पर करते हैं?
उत्तर:
अतीत का अध्ययन करने के दो प्रमुख आधार हैं-
लघूत्तरात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
इतिहासकारों को अतीत के दस्तावेजों व नक्शों का अध्ययन करते समय किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है?
उत्तर:
इतिहासकार जब बीते युगों के दस्तावेजों, नक्शों और लेखों का अध्ययन करते हैं तो उनके लिए उन सूचनाओं के संदों का, उनकी भिन्न-भिन्न ऐतिहासिक पृष्ठभूमियों का ध्यान रखना आवश्यक होता है।
प्रश्न 2.
समय के साथ ऐतिहासिक अभिलेखों में सूचनाओं के अर्थ क्यों बदल जाते हैं?
उत्तर:
ऐतिहासिक अभिलेख कई तरह की भाषाओं में मिलते हैं और ये भाषाएँ भी समय के साथ-साथ बहुत बदली हैं। उदाहरण के लिए मध्ययुग की फारसी, आधुनिक फारसी भाषा से भिन्न है। यह भिन्नता सिर्फ व्याकरण और शब्द भंडार में ही नहीं आई है, समय के साथ शब्दों के अर्थ भी बदल जाते हैं। उदाहरण के लिए वर्तमान काल में 'हिन्दुस्तान' शब्द का अर्थ शताब्दियों पहले के हिन्दुस्तान शब्द के अर्थ से भिन्न है।
प्रश्न 3.
इस काल में कागज का उपयोग क्यों बढ़ गया और इसके मुख्य उपयोग क्या थे?
उत्तर:
भारतीय उपमहाद्वीप में मध्यकाल में कागज का उपयोग बढ़ गया था। कागज के उपयोग के बढ़ने के प्रमुख कारण ये थे :
इस काल में लोग धर्मग्रंथ, शासकों के वृत्तांत, संतों के लेखन और उपदेश, अर्जियाँ, अदालतों के दस्तावेज, हिसाब तथा करों के खाते आदि के लिखने में कागज का उपयोग करते थे।
प्रश्न 4.
अरबी और फारसी पढ़ने में क्यों कठिनाई हो सकती है?
उत्तर:
लिखावट (लिपियों) की भिन्न प्रकार की शैलियों के कारण फारसी और अरबी पढ़ने में कठिनाई हो सकती हैं क्योंकि नस्तलिक लिपि में बायीं ओर में वर्ण जोड़कर धारा प्रवाह रूप से लिखे जाते हैं। फारसी, अरबी के जानकारों के लिए इस लिपि को पढ़ना आसान होता है। लेकिन 'शिस्त लिपि' (दायीं ओर) अधिक सघन, संक्षिप्त और कठिन है।
प्रश्न 5.
रांजपूत कौन थे?
उत्तर:
राजपूत शब्द राजपुत्र अर्थात् राजा का पुत्र से निकला है। 8वीं से 14वीं सदी के बीच राजपूत नाम आमतौर पर योद्धाओं के उस समूह के लिए प्रयुक्त होता था जो क्षत्रिय वर्ण के होने का दावा करते थे। राजपूत शब्द के अन्तर्गत केवल राजा और सामन्त वर्ग ही नहीं, बल्कि वे सेनापति और सैनिक भी आते थे जो पूरे उपमहाद्वीप में अलगअलग शासकों की सेनाओं में सेवारत थे। कवि और चारण राजपूतों की आचार संहिता, प्रबल पराक्रम और स्वामिभक्ति का गुणगान करते थे।
प्रश्न 6.
जाति क्या थीं और ये कैसे बनी?
उत्तर:
जाति लोगों का एक ऐसा समूह था जिसका समाज में दर्जा उनकी पृष्ठभूमि और व्यवसाय के आधार पर दिया जाता था। लेकिन ये दर्जे उस जाति विशेष की सत्ता, प्रभाव और संसाधनों के नियंत्रणों के आधार पर बदलते रहते थे। लेकिन जब वनवासी कृषक समाज के अंग बन गए तो किसानों के बीच आर्थिक और सामाजिक अन्तर उभरने लगे। जैसे-जैसे समाज में अन्तर बढ़ने लगे तो लोग जातियों और उपजातियों में बाँटे जाने लगे।
प्रश्न 7.
मध्य युग में भारतीय उपमहाद्वीप की ओर गतिशीलता क्यों बढ़ी?
उत्तर:
मध्य युग में लोगों की गतिशीलता-एक स्थान से दूसरे स्थान पर आना-जाना भी बहुत बढ़ गया था। अवसर की तलाश में लोगों के झुंड के झुंड दूर-दूर की यात्राएँ करने लगे। भारतीय उपमहाद्वीप में अपार संपदा और अपना भाग्य गढ़ने के लिए अपार संभावनाएँ मौजूद थीं जिसके कारण भारतीय उपमहाद्वीप की ओर गतिशीलता बढ़ गई थी।
प्रश्न 8.
मुसलमान कौन हैं?
उत्तर:
मुसलमान-उस धार्मिक समूह के लोग जो कुरान शरीफ को अपना धर्म ग्रंथ मानते हैं, मुसलमान कहलाते हैं। वे केवल एक ईश्वर-अल्लाह की सत्ता को स्वीकार करते हैं। अल्लाह का प्रेम, करुणा और उदारता अपने में आस्था रखने वाले हर व्यक्ति को गले लगाता है, चाहे उस व्यक्ति की सामाजिक पृष्ठभूमि कुछ भी रही हो।
निबन्धात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
भारतीय उपमहाद्वीप में 700 ई. से 1750 ई. के दौरान क्या प्रमुख परिवर्तन आए?
उत्तर:
700 ई. से 1750 ई. के दौरान भारतीय उपमहाद्वीप में आए प्रमुख परिवर्तनों को निम्नलिखित बिन्दुओं के अन्तर्गत स्पष्ट किया गया है-
(1) राजनैतिक परिवर्तन-सन् 700 तक इस उपमहाद्वीप के कई क्षेत्रों के अपने-अपने भौगोलिक तथा सांस्कृतिक आयाम तय हो चुके थे। ये क्षेत्र, विशेष शासक-राजवंशों से भी जुड़ गए थे। इन राज्यों के बीच काफी टकराहटें चलती रहती थीं। समय-समय पर चोल, खलजी, तुगलक और मुगल जैसे राजवंश अनेक क्षेत्रों में फैले और उन्होंने एक विशाल साम्राज्य भी खड़ा किया।
(2) प्रौद्योगिकीय परिवर्तन-इस काल में अलग-अलग समय पर नई प्रौद्योगिकी के दर्शन होते हैं, जैसे-सिंचाई में रहट, कताई में चर्खे और युद्ध में आग्नेयास्त्रों (बारूद वाले हथियार) का इस्तेमाल।
(3) सामाजिक परिवर्तन-इस युग में लोगों की गतिशीलता बहुत बढ़ गयी थी। नये अवसरों की तलाश में लोग दूर-दूर की यात्राएँ करने लगे। इस काल के दौरान समाज के लोग जातियों तथा उपजातियों में बँट गये थे।
(4) धार्मिक परिवर्तन-इस काल में धार्मिक परम्पराओं में भी कई बड़े परिवर्तन आए। यथा-
(5) आर्थिक परिवर्तन-इस काल में भारतीय उपमहाद्वीप में कृषक समाजों का विस्तार हुआ। कई क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था तो अत्यधिक समृद्ध हो गई थी।
प्रश्न 2.
पर्यावास में परिवर्तन ने वनवासियों के सामाजिक जीवन को किस प्रकार प्रभावित किया?
उत्तर: