These comprehensive RBSE Class 7 Science Notes Chapter 18 अपशिष्ट जल की कहानी will give a brief overview of all the concepts.
→ प्रयुक्त जल अपशिष्ट जल होता है, जिसका पुनः उपयोग किया जा सकता है।
→ स्वच्छ जल मानव की मूलभूत आवश्यकता है। इसलिए संयुक्त राष्ट्र की जनरल एसेम्बली ने 2005-2015 की अवधि को 'जीवन के लिए जल' पर कार्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय दशक के रूप में घोषित किया है।
→ वाहित मल द्रवरूपी अपशिष्ट होता है। इसमें अधिकांश जल होता है, जिसमें घुले हुए और निलंबित अपद्रव्य होते हैं, जो 'संदूषक' कहलाते हैं।
→ अपशिष्ट जल को वाहित मल उपचार संयंत्र में उपचारित किया जाता है। उपचार में भौतिक, रासायनिक और जैविक प्रक्रम सम्मिलित होते हैं, जो जल को संदूषित करने वाले कारकों को पृथक् करने में सहायता करते हैं।
→ उपचारित जल को समुद्र, नदी अथवा भूमि में विसर्जित कर दिया जाता है। प्राकृतिक प्रक्रम फिर इसे और अधिक स्वच्छ कर देते हैं।
→ जिन स्थानों पर भूमिगत मल व्यवस्था तंत्र और कचरा निबटान तंत्र उपलब्ध नहीं होते, वहाँ कम लागत के यथास्थान स्वच्छता तंत्र को अपनाया जाता है।
→ अपशिष्ट जल उपचार के समय आपंक (स्लज) और बायोगैस बनते हैं।
→ अनुपचारित मानव मल, स्वास्थ्य संकट का एक कारक है। इससे हैजा, टायफाइड, पोलियो, हेपैटाइटिस, पेचिश जैसे रोग हो जाते हैं। इससे जल और मृदा प्रदूषण भी होता है।