Rajasthan Board RBSE Class 7 Science Important Questions Chapter 6 भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन Important Questions and Answers.
बहुचयनात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
रासायनिक परिवर्तन है।
(अ) बल्ब का जलना
(ब) पंखे का चलना
(स) जंग का लगना
(द) बर्फ का पिघलना
उत्तर:
(स) जंग का लगना
प्रश्न 2.
सिरका और खाने का सोडा में अभिक्रिया करवाने पर कौनसी गैस निर्मुक्त होती है?
(अ) कार्बन डाई - आक्साइड
(ब) ऑक्सीजन
(स) अमोनिया
(द) नाइट्रोजन
उत्तर:
(अ) कार्बन डाई - आक्साइड
प्रश्न 3.
हमें सूर्य के प्रकाश में उपस्थित हानिकारक पराबैंगनी विकिरणों से बचाती है।
(अ) ऑक्सीजन गैस
(ब) गामा किरणें
(स) क्षोभ मण्डल
(द) ओजोन परत
उत्तर:
(द) ओजोन परत
प्रश्न 4.
क्रिस्टलीकरण की प्रक्रिया है।
(अ) रासायनिक परिवर्तन
(ब) भौतिक परिवर्तन
(स) रासायनिक व भौतिक, दोनों परिवर्तन
(द) कोई भी परिवर्तन नहीं
उत्तर:
(ब) भौतिक परिवर्तन
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें:
प्रश्न 1.
भौतिक परिवर्तन ............. हो सकते हैं।
उत्तर:
उत्क्रमणीय
प्रश्न 2.
किसी भी पदार्थ का जलना एक ............. है क्योंकि जलने के साथ सदैव ऊष्मा का उत्पादन होता है।
उत्तर:
रासायनिक परिवर्तन
प्रश्न 3.
कार्बन डाई - ऑक्साइड और चूने के पानी के बीच अभिक्रिया कराने पर .......... और .......... बनते हैं।
उत्तर:
कैल्सियम कार्बोनेट, जल
प्रश्न 4.
................ जंग लगने के प्रक्रम की दर को बढ़ा देता है। इस कारण जहाजों पर पेंट करने के बाद भी उन्हें जंग लगने से काफी क्षति होती है।
उत्तर:
(4) लवणयुक्त जल।
निम्न कथनों में से सत्य एवं असत्य कथनों का चयन कीजिए:
प्रश्न 1.
भौतिक परिवर्तन अनुत्क्रमणीय होते हैं।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 2.
स्टेनलेस स्टील में जंग नहीं लगती है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 3.
'रासायनिक परिवर्तन को रासायनिक अभिक्रिया भी कहते हैं।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 4.
जंग लोहा होती है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 5.
किसी भी पदार्थ का जलना एक भौतिक परिवर्तन
उत्तर:
असत्य
कॉलम - A में दिए गए शब्दों का मिलान कॉलम - B से कीजिए:
प्रश्न 1.
कौलम - A |
कौलम - B |
(1) चूने का पानी |
(A) कॉपर सल्फेट |
(2) नीला थोथा |
(B) कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड |
(3) जंग |
(C) आयरन ऑक्साइड |
(4) खाने का सोडा |
(D) सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट |
उत्तर:
कौलम - A |
कौलम - B |
(1) चूने का पानी |
(B) कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड |
(2) नीला थोथा |
(A) कॉपर सल्फेट |
(3) जंग |
(C) आयरन ऑक्साइड |
(4) खाने का सोडा |
(D) सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट |
प्रश्न 2.
कौलम - A |
कॉलम - B |
(1) CaCO3 |
(A) आयरन ऑक्साइड |
(2) FeSO4 |
(B) मैग्नीशियम ऑक्साइड |
(3) MgO |
(C) आयरन सल्फेट |
(4) Fe2O3 |
(D) कैल्सियम कार्बोनेट |
उत्तर:
कौलम - A |
कॉलम - B |
(1) CaCO3 |
(A) आयरन ऑक्साइड |
(2) FeSO4 |
(B) मैग्नीशियम ऑक्साइड |
(3) MgO |
(C) आयरन सल्फेट |
(4) Fe2O3 |
(D) कैल्सियम कार्बोनेट |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
भौतिक परिवर्तन किसे कहते हैं?
उत्तर:
वह परिवर्तन, जिसमें किसी पदार्थ के भौतिक गुणों में परिवर्तन हो जाता है, भौतिक परिवर्तन कहलाता
प्रश्न 2.
रासायनिक परिवर्तन किसे कहते हैं?
उत्तर:
वह परिवर्तन जिसमें एक अथवा एक से अधिक नये पदार्थ बनते हैं, रासायनिक परिवर्तन कहलाता है।
प्रश्न 3.
मैग्नीशियम का फीता जलाने के बाद कुछ श्वेत भस्म शेष रह जाती है। इस परिवर्तन को आप कैसे दर्शायेंगे?
उत्तर:
प्रश्न 4.
मैग्नीशियम ऑक्साइड का जलीय विलयन क्या लाल लिटमस को नीला कर देता है?
उत्तर:
हाँ।
प्रश्न 5.
मैग्नीशियम ऑक्साइड को जल में घोलने पर कौनसा पदार्थ बनता है? समीकरण द्वारा दर्शाइये।
उत्तर:
प्रश्न 6.
गैल्वेनाइजेशन किसे कहते हैं?
उत्तर:
लोहे पर जिंक की परत चढ़ाने की प्रक्रिया गैल्वेनाइजेशन या यशद्लेपन कहलाती है।
प्रश्न 7.
जंग लगने के लिए कौनसे दो तत्त्वों की उपस्थिति अनिवार्य है?
उत्तर:
ऑक्सीजन और जल (अथवा जल वाष्प)।
प्रश्न 8.
जंग लगने की प्रक्रिया को समीकरण द्वारा समझाइये।
उत्तर:
प्रश्न 9.
क्या आप चॉक के चूर्ण से फिर चॉक बना सकते
उत्तर:
नहीं, चॉक के चूर्ण से फिर चॉक नहीं बनाया जा सकता है।
प्रश्न 10.
जब भोजन सामग्री बासी हो जाती है अथवा सड़ - गल जाती है, तो उसमें से दुर्गंध आने लगती है। क्या हम इस परिवर्तन को रासायनिक परिवर्तन कह सकते हैं?
उत्तर:
हाँ, हम इस परिवर्तन को रासायनिक परिवर्तन कह सकते हैं।
प्रश्न 11.
'भौतिक गुण' किसे कहते हैं?
उत्तर:
पदार्थ के आकार, आमाप (साइज), रंग और अवस्था जैसे गुण उसके भौतिक गुण कहलाते हैं।
प्रश्न 12.
लोहे को जंग से बचाने के लिए कौनसी धातुओं की परत चढ़ाई जाती है?
उत्तर:
लघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन में अन्तर लिखिए।
उत्तर:
भौतिक परिवर्तन |
रासायनिक परिवर्तन |
(i) वह परिवर्तन, जिसमें किसी पदार्थ के भौतिक गुणों में परिवर्तन हो जाता है, भौतिक परिवर्तन कहलाता है। |
(i) वह परिवर्तन, जिसमें किसी पदार्थ के रसायनिक गुणों में परिवर्तन होता है, रासायनिक परिवर्तन कहलाता है। |
(ii) इस परिवर्तन में कोई नया पदार्थ नहीं बनता है। |
(ii) इस परिवर्तन में एक या एक से अधिक नए पदार्थ बनते हैं। |
(iii) यह परिवर्तन सामान्यतः उत्क्रमणीय होते हैं। |
(iii) यह उत्क्रमणीय नहीं होते हैं। |
प्रश्न 2.
ऐसे दस परिवर्तनों की सूची बनाइये, जिन्हें आप अपने आस - पास देखते हैं।
उत्तर:
प्रश्न 3.
क्या हम ओजोन के अपघटन को रासायनिक परिवर्तन कह सकते हैं?
उत्तर:
नहीं.ओजोन के अपघटन को रासायनिक परिवर्तन नहीं कह सकते; क्योंकि ओजोन ऑक्सीजन का केवल एक पृथक रूप है। इसलिए इसके रासायनिक गुणधर्म भी ऑक्सीजन के समान ही हैं। इस कारण ओजोन के अपघटन को रासायनिक परिवर्तन नहीं कह सकते।
प्रश्न 4.
हम जंग लगने से रोकथाम कैसे करते हैं?
उत्तर:
(i) जंग लगने के लिए ऑक्सीजन और जल (अथवा जलवाष्प) दोनों की उपस्थिति अनिवार्य है। अतः लोहे की वस्तुओं को ऑक्सीजन अथवा जल अथवा दोनों के सम्पर्क के आने से बचाकर ही जंग लगने से रोका जा सकता है। इसका एक सरल उपाय उन पर नियमित रूप से पेंट अथवा ग्रीस की एक परत चढ़ाना है।
(ii) एक अन्य उपाय लोहे के ऊपर क्रोमियम अथवा जस्ता (जिंक) जैसी किसी धातु की परत चढ़ाना है।
प्रश्न 5.
जंग लगने को समझाइये।
उत्तर:
यदि हम लोहे की किसी वस्तु को कुछ दिनों के लिए खुले में छोड़ देते हैं, तो इस पर भूरे रंग के पदार्थ की परत जम जाती है। यह भूरा निक्षेप जंग कहलाता है। और यह प्रक्रम जंग लगना कहलाता है।
प्रश्न 6.
कार्बन डाई - ऑक्साइड का मानक परीक्षण लिखिए।
उत्तर:
चूने के पानी का दूधिया हो जाना कार्बन डाईऑक्साइड का मानक परीक्षण है। कार्बन डाई - ऑक्साइड और चूने के पानी के बीच अभिक्रिया निम्न प्रकार से होती है।
जब कार्बन डाई - ऑक्साइड को चूने के पानी में प्रवाहित किया जाता है, तो कैल्सियम कार्बोनेट बनता है, जिससे चूने का पानी दूधिया हो जाता है।
प्रश्न 7.
ओजोन की परत को सुरक्षात्मक आवरण क्यों कहा गया है?
उत्तर:
ओजोन परत हमें सूर्य के प्रकाश में उपस्थित हानिकारक पराबैंगनी विकिरण से बचाती है। ओजोन पराबैंगनी विकिरण को अवशोषित कर लेती है और ऑक्सीजन में परिणत हो जाती है। यदि ओजोन द्वारा पराबैंगनी विकिरण अवशोषित नहीं होती तो वह पृथ्वी की सतह पर पहुँचकर हमें और अन्य जीवों को हानि पहुंचा सकती है। ओजोन इन विकिरणों से हमें सुरक्षा प्रदान करने में प्राकृतिक आवरण की तरह कार्य करती है। इस कारण ओजोन की परत को सुरक्षात्मक आवरण कहा गया है।
प्रश्न 8.
क्रिस्टलीकरण किसे कहते हैं? यह किस प्रकार का परिवर्तन है?
उत्तर:
प्रश्न 9.
स्टेनलेस स्टील क्या है?
उत्तर:
स्टेनलेस स्टील लोहे में कार्बन और क्रोमियम, निकेल तथा मैंगनीज जैसी धातुओं को मिलाकर बनाया जाता है। इसकी यह विशेषता होती है कि इसमें जंग नहीं लगता है।
प्रश्न 10.
समुद्री जहाजों पर पेंट करने के बाद भी उन्हें जंग लगने की दर अधिक क्यों होती है?
उत्तर:
समुद्र के पानी में अनेक लवण पाए जाते हैं। लवणयुक्त जल, जंग लगने के प्रक्रम की दर को बढ़ा देते हैं जिसके कारण जहाजों पर पेंट करने के बाद भी उन्हें जंग लगने से काफी क्षति होती है।
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
भौतिक परिवर्तन को किन्हीं दो क्रियाकलापों द्वारा समझाइए।
उत्तर:
भौतिक परिवर्तन: वह परिवर्तन, जिसमें किसी पदार्थ के भौतिक गुणों में परिवर्तन हो जाता है, भौतिक परिवर्तन कहलाता है। पदार्थ के आकार, आमाप (साइज), रंग और अवस्था जैसे गुण उसके भौतिक गुण कहलाते हैं। भौतिक परिवर्तन सामान्यतः उत्क्रमणीय होता है। ऐसे परिवर्तन में कोई नया पदार्थ नहीं बनता है।
क्रियाकलाप 1: कागज का एक टुकड़ा लेते हैं और उसे चार वर्गाकार टुकड़ों में काटते हैं। अब प्रत्येक वर्ग को पुनः चार टुकड़ों में काटते हैं। अब इन टुकड़ों को फर्श अथवा किसी मेज पर इस प्रकार लगाते हैं, जिससे ये टुकड़े परस्पर जुड़कर कागज के टुकड़े का मूल आकार ले लें। इस प्रकार हम देखते हैं कि कागज के टुकड़ों को पुनः जोड़कर मूल टुकड़ा नहीं बनाया जा सकता, लेकिन कागज के गुणों में कोई परिवर्तन नहीं होता है। इसलिए यह परिवर्तन भौतिक परिवर्तन है।
क्रियाकलाप 2: एक पात्र में थोड़ा - सा जल लेकर उसे उबालते हैं। हम देखते हैं कि जल की सतह से भाप निकलती हुई दिखाई देती है। अब इस उबलते हुए जल से कुछ दूरी पर भाप के ऊपर एक प्लेट को उल्टा करके रखते हैं। बर्तन की भीतरी सतह पर हमें जल की बूंदें दिखाई देती हैं। इस प्रकार जल की अवस्था में परिवर्तन (द्रव से गैस) होता है, उसके गुणों में नहीं। इसलिए यह भौतिक परिवर्तन है।
प्रश्न 2.
एक प्रयोग द्वारा समझाइये कि लोहे के साथ अभिक्रिया के कारण कॉपर सल्फेट विलयन के रंग में परिवर्तन हो जाता है?
उत्तर:
प्रयोग / क्रियाकलाप:
ब्लेड पर भूरा निक्षेप कॉपर या ताँबे की परत के कारण होता है, जो एक अन्य नया पदार्थ है। इस अभिक्रिया को निम्न प्रकार से व्यक्त कर सकते हैं।
सल्फेट विलयन के रंग में परिवर्तन ब्लेड पर भूरा निक्षेप कॉपर या ताँबे की परत के कारण होता है, जो एक अन्य नया पदार्थ है। इस अभिक्रिया को निम्न प्रकार से व्यक्त कर सकते हैंकॉपर सल्फेट हरा निक्षेप इस प्रकार स्पष्ट है कि लोहे के साथ अभिक्रिया होने पर कॉपर सल्फेट विलयन के रंग में परिवर्तन हो जाता है।
प्रश्न 3.
रासायनिक परिवर्तन से आप क्या समझते हैं? यह हमारे लिए क्यों महत्त्वपूर्ण है?
उत्तर:
(1) रासायनिक परिवर्तन: वह परिवर्तन, जिसमें किसी पदार्थ के रासायनिक गुणों में परिवर्तन होता है और एक या एक से अधिक नए पदार्थ बनते हैं, रासायनिक परिवर्तन कहलाता है। रासायनिक परिवर्तन को रासायनिक अभिक्रिया भी कहते हैं।
(2) रासायनिक परिवर्तन हमारे जीवन में अत्यधिक महत्त्वपूर्ण हैं। सभी नए पदार्थ रासायनिक परिवर्तनों के परिणामस्वरूप ही बनते हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी अयस्क में से धातु का निष्कर्षण करना हो, जैसे लौह अयस्क से लोहे का, तो हमें निश्चित क्रम में रासायनिक परिवर्तन करने पड़ते हैं। औषधि भी रासायनिक अभिक्रियाओं की श्रृंखला का अन्त्योत्पाद होती है। उपयोगी नए पदार्थ जैसे, प्लास्टिक और अपमार्जकों (डिटर्जेंट्स) को रासायनिक अभिक्रियाओं द्वारा ही बनाया जाता है। वास्तव में, प्रत्येक नए पदार्थ की खोज रासायनिक परिवर्तनों का अध्ययन करके ही की गई है।
प्रश्न 4.
नये उत्पादों के अतिरिक्त, रासायनिक परिवर्तन में और कौनसी घटनाएं हो सकती हैं?
उत्तर:
नए उत्पादों के अतिरिक्त, रासायनिक परिवर्तन में अन्य घटनाएँ भी होती हैं, जैसे।
प्रश्न 5.
ऐसे दो परिवर्तनों का वर्णन कीजिए, जो हानिकारक हों। समझाइए कि आप उन्हें हानिकारक क्यों मानते हैं ? आप उनकी रोकथाम कैसे कर सकते
उत्तर:
(1) जंग लगना: यदि हम लोहे के किसी टुकड़े को कुछ समय के लिए खुले में छोड़ दें, तो इस पर भूरे रंग के पदार्थ की परत जम जाती है। यह पदार्थ जंग कहलाता है और यह प्रक्रिया 'जंग लगना' कहलाती है। पार्क अथवा लॉन आदि के लोहे के दरवाजे अथवा बगीचों या पार्क आदि में रखी लोहे की बैंच और लोहे की लगभग कोई भी वस्तु, जो खुले में रखी रहती है, में जंग लग जाती है। जंग लगना हानिकारक है क्योंकि यह एक ऐसा परिवर्तन है, जो लोहे की वस्तुओं को प्रभावित करता है और धीरेधीरे उन्हें नष्ट कर देता है। चूँकि लोहे का उपयोग पुल, जहाज, कार, ट्रक आदि का ढाँचा बनाने और अन्य कई वस्तुओं को बनाने में किया जाता है, अत: जंग लगने के कारण होने वाली आर्थिक हानि बहुत अधिक होती है।
जंग की रोकथाम: लोहे की वस्तुओं को ऑक्सीजन .अथवा जल अथवा दोनों के सम्पर्क में आने से बचाकर ही जंग लगने से रोका जा सकता है। इसका एक सरल उपाय उन पर नियमित रूप से पेंट अथवा ग्रीस की एक परत चढ़ाना है। इसका एक अन्य उपाय लोहे के ऊपर क्रोमियम अथवा जस्ता (जिंक) जैसी किसी धातु की परत चढ़ाना है। लोहे पर जिंक की परत चढ़ाने का प्रक्रम यशद् - लेपन (गैल्वेनाइजेशन) कहलाता है।
(2) भोजन सामग्री का बासी होना अथवा सड़: गल जाना - जब हम भोजन सामग्री को लापरवाही से रख देते हैं तो वह खराब हो जाती है। उसमें से दुर्गन्ध आने लगती है, जो हमारे लिए नुकसानदायक होती है। यह भोजन सामग्री में रासायनिक परिवर्तन होने से होता है। भोजन वास्तव में सूक्ष्मजीवों द्वारा सड़ाया - गलाया जाता भोजन की सड़ने - गलने से रोकथाम - सूक्ष्मजीवों को जीवित रहने के लिए सामान्य ताप की आवश्यकता होती है। वे उच्च या निम्न तापमान में जीवित नहीं रह पाते हैं। अतः हमें भोजन सामग्री को फ्रिज में रखना चाहिए, जिससे कि वह खराब न हो। साथ ही भोजन को हमेशा ढककर रखना चाहिए।