These comprehensive RBSE Class 7 Maths Notes Chapter 3 आँकड़ो का प्रबंधन will give a brief overview of all the concepts.
→ आँकड़ों का संग्रह, आलेखन तथा प्रस्तुतीकरण उनसे निष्कर्ष निकालने में हमारी सहायता करता है।
→ औसत एक ऐसी संख्या है, जो दिए हुए प्रेक्षणों के समूह या आँकड़ों का प्रतिनिधित्व करता है या उनकी केन्द्रीय प्रवृत्ति को दर्शाता है।
→ आँकड़ों के एक समूह के लिए अधिकांशतः प्रयोग किये जाने वाला प्रतिनिधि मान अंकगणितीय माध्य है। इसे संक्षेप में माध्य (Mean) भी कहते हैं।
→ सबसे बड़े और सबसे छोटे आँकड़ों के अन्तर को उसका प्रसार या परिसर (range) कहते हैं।
→ दिए हुए आँकड़ों या प्रेक्षणों के एक समूह में, सबसे अधिक बार आने वाला प्रेक्षण इस समूह का बहुलक (Mode) कहलाता है।
→ दिए गए आँकड़ों को आरोही या अवरोही क्रम में व्यवस्थित करने के बाद उनका बीचोंबीच (मध्य) वाला मान उनका माध्यक (Median) कहलाता है।
→ दंड आलेख संख्याओं या आंकड़ों का समान चौड़ाई वाले दंडों द्वारा एक चित्रीय निरूपण है।
→ दोहरा दंड आलेख प्रेक्षणों के दो समूहों की तुलना करने में सहायक रहता है।
→ हमारे दैनिक जीवन में तीन तरह की स्थितियाँ होती हैं। कुछ ऐसी जो निश्चित रूप से होती हैं, कुछ ऐसी जिनका होना सम्भव ही नहीं होता है और कुछ ऐसी होती हैं जो हो भी सकती हैं और नहीं भी हो सकती हैं। ऐसी स्थितियाँ जो घटित हो भी सकती हैं और नहीं भी हो सकती हैं, इनके घटित होने का सदैव संयोग होता है।