RBSE Class 7 Hindi Vyakaran लोकोक्तियाँ / कहावतें

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 7 Hindi Vyakaran लोकोक्तियाँ / कहावतें Textbook Exercise Questions and Answers.

The questions presented in the RBSE Solutions for Class 7 Hindi are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 7 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts. Here are अपठित गद्यांश कक्षा 7 with answers to learn grammar effectively and quickly.

RBSE Class 7 Hindi Vyakaran लोकोक्तियाँ / कहावतें

लोकोक्ति का अर्थ है लोगों की उक्ति अर्थात् जन-कथन। लोक-जीवन की किसी घटना या अन्तर्कथा के भाव को व्यक्त करने वाली उक्ति लोकोक्ति कहलाती है। इसे कहावत भी कहते हैं। यहाँ लोकोक्तियाँ अर्थ एवं वाक्यों में प्रयोग सहित दी जा रही हैं - 

1. पूतों फलो दूधों नहाओ - अर्थ - हर तरफ से उन्नति करने का आशीर्वाद देना। प्रयोग-भाभी ने जब दादी के पैर छए तो उन्होंने पूतों फलो दूधों नहाओ का आशीर्वाद दिया। 

2. मुँह में राम बगल में छुरी - अर्थ - सामने शुभचिंतक बनना पर पीठ पीछे अहित चाहना। प्रयोग - राम दुकान के मुहूर्त में तो बढ़-चढ़ कर भाग लेता रहा, बाद में स्वयं ही दुकान की रिपोर्ट लिखवा आया कि दुकान गलत स्थान पर खोली गयी। यह तो वही.बात है मुँह में राम बगल में छुरी। 

3. पेट न कराये, सो थोड़ा - अर्थ - मजबूरी में सब कुछ करना पड़ता है। प्रयोग - बूढ़े आदमी को भीख माँगते देखा तो यही कहावत याद आ गई पेट न कराए, सो थोड़ा। 

4. भानुमती का पिटारा - अर्थ - थोड़े में बहुत। प्रयोगएक बूंद खून में जब सूक्ष्मदर्शी से हजारों खून के कण दिखाई दिए तो वह भानुमती का पिटारा ही लगा। 

अन्य महत्त्वपूर्ण लोकोक्तियाँ -

1. का वर्षा जब कृषि सुखाने - वक्त के बाद किसी काम का होना व्यर्थ है। प्रयोग-जब मोहन परीक्षा आरम्भ हुए आधा घण्टा बाद पहुँचा तब परीक्षा अधिकारी ने उसे परीक्षा में नहीं बैठने दिया। मोहन का साल खराब हो गया। सच है, का वर्षा जब कृषि सुखाने। 
2. एक ही थैली के चट्टे-बट्टे-सभी का स्वभाव एक जैसा होना। प्रयोग-आजकल के नेता एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। 
3. एक पंथ दो काज - एक काम से दुगुना लाभ।

प्रयोग - गर्मियों में व्यापार करने नैनीताल जाना एक पंथ दो काज के समान है। सैर भी हो जाती है और व्यापार भी। 

RBSE Class 7 Hindi Vyakaran लोकोक्तियाँ / कहावतें

निम्नलिखित लोकोक्तियों के अर्थ लिखिए - 

  • अन्धों में काना राजा - मूर्यों में थोड़ा ज्ञान रखने वाला। 
  • काला अक्षर भैंस बराबर - बिल्कुल अनपढ़। 
  • चोर की दाढ़ी में तिनका - अपराधी का भयभीत होना। 
  • सोने में सुगन्ध - सुन्दर और गुणवान का योग। 
  • नौ दिन चले अढाई कोस - अधिक मेहनत, कम काम। 
  • थोथा चना बाजे घना - नीच व्यक्ति दिखावा अधिक करता है। 
  • दूर के ढोल सुहावने - दूर से हर चीज सुहावनी मालूम पड़ती है। 
  • चिराग तले अंधेरा - अपनी बुराई न दिखाई देना।
  • अधजल गगरी छलकत जाय - कम गुण वाला व्यक्ति दिखावा अधिक करता है। 
  • आ बैल मुझे मार - जानबूझकर मुसीबत मोल लेना। 
  • अन्धा क्या चाहे दो आँखें - बिना प्रयत्न के मनोरथ सफल होना। 
  • आँख का अन्धा नाम नयनसुख - गुण के विपरीत काम नाम। 
  • अन्धेर नगरी चौपट राजा - अव्यवस्था से ग्रस्त शासन। 
  • उल्टा चोर कोतवाल को डाटे - अपना दोष दूसरों पर मढना। 
  • एक अनार सौ बीमार - वस्तु थोड़ी, माँगने वाले अधिक। 
  • एक म्यान में दो तलवार - दो विरोधी एक साथ नहीं रह सकते। 
  • कहाँ राजा भोज, कहाँ गंगू तेली - आकाश-पाताल का अन्तर।
  • खोदा पहाड़ निकली चुहिया - मेहनत अधिक और लाभ कम। 
  • घर का भेदी लंका ढाए - आपसी फूट सर्वनाश कर देती है। 
  • चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए - अत्यधिक कंजूस होना। 
  • जिसकी लाठी उसकी भैंस - शक्तिशाली की ही जीत होती है। 
  • दूध का जला छाछ भी फूंककर पीता है - धोखा खाया व्यक्ति सावधान रहता है। 
  • दोनों हाथों में लड्डू - सब ओर से लाभ। 
  • धोबी का कुत्ता घर का न घाट का - जिसका कोई इमान या स्थान न हो। 
  • न ऊधो का लेना न माधो का देना - किसी से मतलब न रखना। 
  • न सावन सूखा न भादो हरा - सदा एक-सी स्थिति में रहना। 
  • नौ नकद न तेरह उधार - जो मिल जाये वही अच्छा। 
  • नाच न जाने आंगन टेढ़ा - काम न जानने पर बहाने बनाना। 
  • मान न मान मैं तेरा मेहमान - जबरदस्ती गले पड़ना। 
  • लातों के भूत बातों से नहीं मानते - शरारती समझाने से वश में नहीं आते। 
  • समरथ को नहीं दोष गुसाईं - दोषी होने पर भी बलवान को दोषी न बतलाना। 
  • साँप मरे न लाठी टूटे - हानि भी न हो और काम भी बन जाए। 
  • होनहार बिरवान के होत चीकने पात - बड़ों के लक्षण उनके बचपन से दिखाई देने लगते हैं। 
  • हथेली पर सरसों नहीं जमती - कोरी बातों से काम नहीं चलता। 
  • हाथी के दाँत खाने के और, दिखाने के और - ढोंगी के कहने और करने में काफी अन्तर रहता है। 
  • हाथ-कंगन को आरसी क्या - प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं। 

प्रश्न 1. 
"नौ दो गयारह होना" मुहावरे का अर्थ है - 
(क) शक्तिशाली होना 
(ख) छुट्टी दे देना 
(ग) छुट जाना
(घ) भाग जाना। 
उत्तर :
(घ) भाग जाना। 

RBSE Class 7 Hindi Vyakaran लोकोक्तियाँ / कहावतें

प्रश्न 2. 
"माथा फोड़ी करना" मुहावरे का अर्थ है - 
(क) माथा फोड़ देना 
(ख) बहुत ज्यादा समझाना 
(ग) सिर पचाना 
(घ) हल्ला मचाना। 
उत्तर :
(ग) सिर पचाना 

प्रश्न 3. 
"दूध का दूध पानी का पानी" लोकोक्ति का अर्थ है -
(क) उचित न्याय 
(ख) उचित कोशिश 
(ग) उचित व्यवहार 
(घ) उचित ढंग 
उत्तर :
(क) उचित न्याय

प्रश्न 4. 
"चमड़ी जाय पर दमड़ी न जाए" लोकोक्ति का अर्थ है - 
(क) बहुत होशियार होना 
(ख) बहुत कन्जूस होना। 
(ग) बहुत मतलबी होना
(घ) बहुत दानी होना 
उत्तर :
(ख) बहुत कन्जूस होना।

Prasanna
Last Updated on June 29, 2022, 3:09 p.m.
Published June 22, 2022