RBSE Class 6 Social Science Notes Civics Chapter 7 नगर प्रशासन

These comprehensive RBSE Class 6 Social Science Notes Civics Chapter 7 नगर प्रशासन will give a brief overview of all the concepts.

RBSE Class 6 Social Science Notes Civics Chapter 7 नगर प्रशासन

→ शहर : एक गाँव के मुकाबले शहर ज्यादा बड़ा और अधिक फैला हुआ होता है। 

→ नगर प्रशासन: बड़े शहरों में नगर प्रशासन चलाने वाले संस्थान को नगर निगम कहते हैं और छोटे नगरों में इसे नगरपालिका कहते हैं। 

→ नगर निगम/नगरपालिका का संगठन (पार्षद एवं प्रशासनिक कर्मचारी):

  • शहर को अलग-अलग वार्डों में बाँटा जाता है और हर वार्ड से एक पार्षद का चुनाव होता है। सारे शहर को प्रभावित करने वाले जटिल निर्णय पार्षदों के समूह द्वारा लिये जाते हैं।
  • कुछ पार्षद मिलकर समितियाँ बनाते हैं जो विभिन्न मुददों पर विचार-विमर्श कर निर्णय लेती हैं।
  • पार्षदों की समितियों एवं पार्षदों के समूह द्वारा लिए गए निर्णयों को लागू करने का काम आयुक्त (कमिश्नर) और प्रशासनिक कर्मचारी करते हैं। इनकी नियुक्ति सरकार द्वारा की जाती है। 

RBSE Class 6 Social Science Notes Civics Chapter 7 नगर प्रशासन

→ नगर निगम/नगरपालिका के कार्य
1. ये संस्थाएँ सड़कों पर रोशनी की व्यवस्था, कूड़ा इकट्ठा करने, पानी की सुविधा उपलब्ध कराने और सड़कों व बाजारों की सफाई का काम करती हैं।

2. इनके अन्य काम हैं

  • शहर में बीमारियों को फैलने से रोकने के इंतजाम करना,
  • स्कूल स्थापित करना व उन्हें चलाना,
  • शहर में दवाखाने और अस्पताल चलाना,
  • बाग-बगीचों का रख-रखाव करना आदि।

→ बजट का निर्माण: सारे वार्डों के पार्षदों की सम्मिलित राय से एक बजट बनाया जाता है। उसी बजट के अनुसार पैसा खर्च किया जाता है।

→ नगर निगम/पालिका की आय का साधन है: लोगों द्वारा दिया गया कर। यह गृह कर, सम्पत्ति कर, पानी-बिजली विभिन्न विभाग-शहर में काम को अलग-अलग विभागों में बाँट दिया जाता है, जैसे-जल विभाग, कचरा जमा करने का विभाग, उद्यान विभाग, सड़क व्यवस्था विभाग, सफाई विभाग आदि। विभिन्न विभाग अपना-अपना कार्य करते है।

→ लोगों का विरोध-यदि कोई विभाग ठीक प्रकार से काम नहीं करता है तो इसके लिए हमें अपने वार्ड के पार्षद के पास इस समस्या को लेकर जाना चाहिए और उसके सामने हमें विरोध प्रदर्शन करना चाहिए। जैसा कि गंगाबाई ने सफाई की समस्या के लिए किया। वह पहले मौहल्ले की सफाई के लिए कुछ लोगों के साथ पार्षद से मिली, इसके बाद इस हेतु एक अर्जी लिखी और मौहल्ले के लोगों के उस पर हस्ताक्षर करवाये, इसे लेकर दूसरे दिन बड़ी संख्या में महिलाओं, पार्षद एवं सफाई अभियन्ता को लेकर आयुक्त के दफ्तर गईं और काम न होने पर आयुक्त को धरने की चेतावनी दी। परिणामतः मौहल्ले की नियमित सफाई होने लगी।

→ दो कूड़ेदान-कचरे को डालने के लिए मौहल्ले में दो कूड़ेदानों की व्यवस्था नगर निगम/पालिका द्वारा की जाती है। एक में गीला कचरा डाला जाता है और दूसरे में सूखा। इससे कचरे की छंटाई का काम आसान हो जाता है।

Prasanna
Last Updated on June 3, 2022, 3:28 p.m.
Published June 3, 2022