These comprehensive RBSE Class 6 Science Notes Chapter 7 पौधों को जानिए will give a brief overview of all the concepts.
→ अधिकांश पौधों को उनकी ऊँचाई, तने एवं शाखाओं के आधार पर तीन वर्गों-शाक, झाड़ी एवं वृक्ष में वर्गीकृत कर सकते हैं।
→ तने पर पत्तियाँ, पुष्प तथा फल लगते हैं। तना ही जल एवं अन्य खनिजों को पौधे के विभिन्न भागों तक पहुँचाता है। साधारणतः कमजोर तने के पौधे सीधे खड़े नहीं हो पाते, इस कारण भूमि पर फैल जाते हैं।
→ पत्ती, पर्णवृन्त द्वारा तने से जुड़ी होती हैं। पत्तियों पर शिराओं द्वारा बनाया गया डिजाइन 'शिरा-विन्यास' कहलाता है। यह जालिकारूपी तथा समान्तर प्रकार का होता है।
→ पत्तियाँ वाष्पोत्सर्जन की क्रिया द्वारा जल को वाष्प के रूप में निकालती हैं।
→ हरी पत्तियाँ सूर्य के प्रकाश में जल एवं कार्बन-डाइ-ऑक्साइड गैस का उपयोग कर अपना भोजन बनाती हैं। यह क्रिया 'प्रकाश-संश्लेषण' कहलाती है।
→ जड़ पौधों को मिट्टी में मजबूती से जमाए रखती है तथा मिट्टी से जल एवं खनिजों का अवशोषण करती है। जड़ें प्रायः मूसला एवं रेशेदार प्रकार की होती हैं।
→ पुष्प में पंखुड़ियाँ, बाह्यदल, पुंकेसर और स्त्रीकेसर मुख्य भाग होते हैं।
→ पुष्प का सबसे भीतरी भाग स्त्रीकेसर होता है। इसके मुख्य भाग वर्तिका, वर्तिकाग्र और अण्डाशय होते हैं।
→ अंडाशय, स्त्रीकेसर का सबसे निचला व फूला हुआ भाग होता है। इसमें छोटी-छोटी गोल संरचनाएँ होती हैं, जो बीजांड कहलाती हैं।