Rajasthan Board RBSE Class 6 Science Important Questions Chapter 3 तंतु से वस्त्र तक Important Questions and Answers.
बहुचयनात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
प्राकृतिक तंतु है।
(अ) पॉलिएस्टर
(ब) रेशम
(स) नायलॉन
(द) एक्रिलिक
उत्तर:
(ब) रेशम
प्रश्न 2.
'कपास गोलक' क्या हैं?
(अ) एक प्रकार के तंतु
(ब) कपास से बने एक तरह के वस्त्र
(स) कपास पादप के फल
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(स) कपास पादप के फल
प्रश्न 3.
रेशों से तागा बनाने की प्रक्रिया क्या कहलाती।
(अ) तकली
(ब) कंकतन
(स) बुनाई
(द) कताई
उत्तर:
(द) कताई
प्रश्न 4.
'फ्लैक्स' है।
(अ) एक प्रकार का पादप, जिससे प्राकृतिक तंतु प्राप्त होता है।
(ब) एक विशिष्ट प्रकार का जन्तु
(स) एक प्रकार की धातु
(द) एक प्रकार का संश्लिष्ट तंतु
उत्तर:
(अ) एक प्रकार का पादप, जिससे प्राकृतिक तंतु प्राप्त होता है '
प्रश्न 5.
स्वतंत्रता आन्दोलन के समय 'चरखे' को लोकप्रियता दिलाने वाले महापुरुष कौन थे?
(अ) जवाहरलाल नेहरू
(ब) भगतसिंह
(स) महात्मा गाँधी
(द) सुभाषचन्द्र बोस
उत्तर:
(स) महात्मा गाँधी
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
प्रश्न 1.
वस्त्र .............. से मिलकर बनते हैं तथा तागे पतलेपतले ............. से मिलकर बने होते हैं।
उत्तर:
तागों, तंतुओं
प्रश्न 2.
कपास के पौधे के लिए ............. मृदा तथा .............. जलवायु उत्तम होती है।
उत्तर:
काली, उष्ण
प्रश्न 3.
भारत में जूट (पटसन) की खेती ............... में की जाती है।
उत्तर:
वर्षा ऋतु
प्रश्न 4.
प्राचीन मिस्त्र में वस्त्रों को बनाने के लिए ............ तथा ............. की कृषि नील नदी के निकटवर्ती क्षेत्रों में की जाती थी।
उत्तर:
रुई, फ्लैक्स।
निम्न में से सत्य / असत्य कथन छाँटिए:
प्रश्न 1.
नायलॉन और एक्रिलिक, संश्लिष्ट तन्तुओं के उदाहरण हैं।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 2.
रुई कपास पादप के तने से प्राप्त की जाती है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 3.
पटसन पादप (फसल) को पुष्पन अवस्था में काटते
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 4.
चरखे का उपयोग बुनाई के लिए किया जाता है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 5.
वस्त्रों की कताई करघों पर की जाती है।
उत्तर:
असत्य
कॉलम - 1 में दिए गए शब्दों का मिलान कॉलम - 2 से कीजिए:
प्रश्न 1.
कौलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) रुई |
(A) पटसन |
(2) जूट |
(B) कपास |
(3) ऊन |
(C) कीट |
(4) रेशम |
(D) भेड़ |
उत्तर:
कौलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) रुई |
(B) कपास |
(2) जूट |
(A) पटसन |
(3) ऊन |
(D) भेड़ |
(4) रेशम |
(C) कीट |
प्रश्न 2.
कॉलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) ओटना |
(A) तागों के दो सेट से वस्त्र बनाना |
(2) कताई |
(B) एकल तागे से वस्त्र बनाना |
(3) वीविंग (बुनाई) |
(C) कपास गोलक से कपास अलग करना |
(4) निटिंग (बंधाई) |
(D) रेशों से तागा बनाना |
उत्तर:
कॉलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) ओटना |
(C) कपास गोलक से कपास अलग करना |
(2) कताई |
(D) रेशों से तागा बनाना |
(3) वीविंग (बुनाई) |
(A) तागों के दो सेट से वस्त्र बनाना |
(4) निटिंग (बंधाई) |
(B) एकल तागे से वस्त्र बनाना |
प्रश्न 3.
कॉलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) बोरा |
(A) नायलॉन |
(2) साड़ी |
(B) ऊन |
(3) स्वेटर |
(C) रुई |
(4) पैराशूट |
(D) जूट |
उत्तर:
कॉलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) बोरा |
(D) जूट |
(2) साड़ी |
(C) रुई |
(3) स्वेटर |
(B) ऊन |
(4) पैराशूट |
(A) नायलॉन |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
तंतु किसे कहते हैं?
उत्तर:
तागे (धागे) बहुत ही पतली - पतली लड़ियों से मिलकर बने होते हैं, जिन्हें तंतु कहते हैं।
प्रश्न 2.
तंतु कितने प्रकार के होते हैं? नाम लिखिए।
उत्तर:
तंतु मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं-प्राकृतिक तंतु और संश्लिष्ट तंतु।
प्रश्न 3.
प्राकृतिक तंतु कहाँ से प्राप्त होते हैं?
उत्तर:
पादप तथा जन्तुओं से।
प्रश्न 4.
पादप तथा जन्तुओं से प्राप्त प्राकृतिक तन्तुओं के उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 5.
ऊन किन जन्तुओं से प्राप्त की जाती है?
उत्तर:
ऊन भेड़, बकरी, खरगोश, याक तथा ऊँटों के बालों से प्राप्त की जाती है।
प्रश्न 6.
संश्लिष्ट तंतु किसे कहते हैं? कोई दो उदाहरण भी लिखिए।
उत्तर:
रासायनिक पदार्थों से निर्मित होने वाले तंतु संश्लिष्ट तंतु कहलाते हैं, जैसे-नायलॉन, पॉलिएस्टर आदि।
प्रश्न 7.
'कपास ओटना' से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
कपास से बीजों को कंकतन द्वारा पृथक् करने की प्रक्रिया कपास ओटना कहलाती है।
प्रश्न 8.
भारत में जूट (पटसन) उत्पादित करने वाले किन्हीं तीन राज्यों के नाम लिखो।
उत्तर:
पश्चिम बंगाल, बिहार तथा असम।
प्रश्न 9.
पटसन की फसल को किस अवस्था में काटा जाता है?
उत्तर:
पुष्पन अवस्था में।
प्रश्न 10.
'कताई' किसे कहते हैं?
उत्तर:
रेशों से तागा बनाने की प्रक्रिया को कताई कहते है।
प्रश्न 11.
'तकली' से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
कताई के लिए एक सरल युक्ति 'हस्त तकुआ' का उपयोग किया जाता है जिसे तकली कहते हैं।
प्रश्न 12.
'बुनाई' से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
तागों के दो सेटों को आपस में व्यवस्थित करके वस्त्र बनाने की प्रक्रिया बुनाई कहलाती है।
प्रश्न 13.
'खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग' क्या है?
उत्तर:
खादी के प्रचलन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने 1956 में एक संगठन का निर्माण किया जिसे खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग कहते हैं।
प्रश्न 14.
'खादी' क्या है?
उत्तर:
हाथ कते तागों से बुने वस्त्रों को 'खादी' कहते है।
प्रश्न 15.
किन्हीं तीन ऐसे राज्यों के नाम लिखिए, जहाँ कपास की कृषि की जाती है।
उत्तर:
गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश।
प्रश्न 16.
बिना सिले हुए वस्त्रों के रूप में उपयोग किये जाने वाले चार वस्त्र लिखिए।
उत्तर:
1. साड़ी,
2. धोती,
3. लुंगी,
4. पगड़ी।
लघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
हमें रुई कहाँ से और कैसे प्राप्त होती है? स्पष्ट करें।
उत्तर:
हमें रुई कपास के पौधे से प्राप्त होती है। साधारणतया कपास के पौधे के लिए काली मृदा और उष्ण जलवायु उत्तम होती है। कपास पादप के फल 'कपास गोलक' कहलाते हैं, जो नींबू के समान होते हैं। पूर्ण परिपक्व होने पर कपास के बीज टूटकर खुल जाते हैं, जिससे कपास तंतुओं से ढके बिनौले (कपास बीज) स्पष्ट दिखाई देने लगते हैं। अब इन कपास बॉलों से कपास को हाथ द्वारा चुन लिया जाता है। इसके बाद कपास से बीजों को कंकतन द्वारा पृथक् किया जाता है, जो 'कपास ओटना' कहलाता है। पारम्परिक ढंग से कपास हाथों से ओटी जाती थी, परन्तु आजकल मशीनों का भी उपयोग किया जाने लगा है।
प्रश्न 2.
पटसन (जूट) तंतु के विषय में लिखिए।
उत्तर:
पटसन तंतु को पटसन पादप के तने से प्राप्त किया जाता है। भारत में पटसन की खेती मुख्यतः वर्षा ऋतु में की जाती है। यह प्रमुखतः पश्चिम बंगाल, बिहार तथा असम में उगाया जाता है। साधारणतया पटसन पादप को पुष्पन अवस्था में ही काट लेते हैं एवं काटने के पश्चात् इसके तनों को कुछ दिनों के लिए जल में डुबोकर रखते हैं। इससे तने गल जाते हैं जिससे पटसन तंतुओं को उनसे आसानी से हार्थों द्वारा अलग कर लिया जाता है। इसके पश्चात् इन सभी तंतुओं को धागों में परिवर्तित करके वस्त्र बना लिए जाते हैं।
प्रश्न 3.
वस्त्र निर्माण प्रक्रिया को आरेख द्वारा दर्शाइए।
उत्तर:
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
तागे से वस्त्र बनाने की किन्हीं दो विधियों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
तागे से वस्त्र बनाने की दो विधियाँ निम्न प्रकार:
(i) बुनाई -वस्त्र तागों के दो सेटों, जिन्हें एक साथ व्यवस्थित किया जाता है, से मिलकर बनते हैं। तागों के दो सेटों को आपस में व्यवस्थित करके वस्व बनाने की प्रक्रिया ही 'बुनाई' कहलाती है। इस प्रकार तागों के दो सेटों को बुनकर वस्त्र बनाए जाते हैं। वस्त्रों की बुनाई वस्तुत: करपों पर की जाती है। करघे हस्तचालित व विद्युतचालित, दोनों ही प्रकार के होते हैं।
(ii) बंधाई - यह एक विशेष प्रकार की बुनाई होती है। इसमें किसी एकल धागे या तागे का उपयोग वस्त्र के एक टुकड़े को बनाने में किया जाता है। मोजे, स्वेटर और बहुत - सी अन्य पहनने की वस्तुएँ बंधाई द्वारा बने वस्वों से बनाई जाती हैं। बंधाई हाथों तथा मशीनों, दोनों द्वारा की जाती है। इस प्रकार बुनाई तथा बंधाई का उपयोग विभिन्न प्रकार के वस्वों एवं वस्तुओं को बनाने में किया जाता है।
प्रश्न 2.
प्राचीन काल में लोग पहनने के लिए किस सामग्री का उपयोग किया करते थे?
उत्तर:
प्राचीनकालीन वस्त्र सामग्री: प्राचीन काल में लोग पेड़ों की छाल, बड़ी-बड़ी पत्तियों तथा जन्तुओं की खालों और समूर से अपने शरीर को ढकते थे। कृषि प्रारम्भ करने के पश्चात् लोगों ने पतली-पतली टहनियों तथा घास को बुनकर चटाइयाँ तथा डलियाँ (टोकरी) बनाना सीखा। लताओं, जंतुओं की ऊन अथवा बालों को आपस में ऐंठन देकर लम्बी लड़ियाँ बनाई तथा इनको बुनकर वस्त्र बनाये। पूर्व में भारतवासी रुई से बने वस्त्र पहनते थे जो गंगा नदी के निकटवर्ती क्षेत्रों में उगाई जाती थी। इसी प्रकार प्राचीन मिस्त्र में वस्त्रों को बनाने के लिए रुई तथा फ्लैक्स की कृषि नील नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में की जाती थी। उस समय लोगों को सिलाई करना नहीं आने के कारण वे अपने शरीर के विभिन्न भागों को वस्त्रों से सीधे ही लपेट लेते थे। परन्तु सुई के आविष्कार के बाद से अब तक सिले कपड़ों में बहुत - सी विभिन्नताएँ आ गई हैं।
प्रश्न 3.
प्राकृतिक तंतु किसे कहते हैं? ये हमें कहाँ से प्राप्त होते हैं?
उत्तर:
कुछ वस्त्रों, जैसे - सूती, जूट, रेशमी तथा ऊनी के तंतु पादपों तथा जन्तुओं से प्राप्त होते हैं। इन्हें प्राकृतिक तंतु कहते हैं। कपास (रुई) तथा जूट (पटसन) पादपों से प्राप्त होने वाले तंतुओं के उदाहरण हैं। ऊन तथा रेशम जंतुओं से प्राप्त होते हैं। ऊन, भेड़ों अथवा बकरियों से प्राप्त होती है। इसे खरगोश, याक तथा ऊँटों के बालों से भी प्राप्त किया जाता है। रेशमी तंतु रेशम कीट कोकून से खींचा जाता है।