Rajasthan Board RBSE Class 6 Science Important Questions Chapter 2 भोजन के घातक Important Questions and Answers.
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बहुचयनात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
प्रोटीन के परीक्षण के दौरान कौनसा रंग खाद्य पदार्थ में 'प्रोटीन' की उपस्थिति को दर्शाता है?
(अ) लाल
(ब) पीला
(स) बैंगनी
(द) हरा
उत्तर:
(स) बैंगनी
प्रश्न 2.
कागज पर तेल का धब्या खाद्य पदार्थ में किसकी उपस्थिति को दर्शाता है?
(अ) वसा
(ब) प्रोटीन
(स) मंड
(द) विटामिन
उत्तर:
(द) विटामिन
प्रश्न 3.
हमारा शरीर सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में कौनसा विटामिन बनाता है?
(अ) विटामिन - A
(ब) विटामिन - B
(स) विटामिन - C
(द) विटामिन - D
उत्तर:
(स) विटामिन - C
प्रश्न 4.
कार्बोहाइड्रेट समृद्ध भोजन हैं।
(अ) दूध
(ब) चावल
(स) पालक
(द) टमाटर
उत्तर:
(अ) दूध
प्रश्न 5.
"दुर्बल पेशियाँ और काम करने की ऊर्जा में कमी होना" निम्न में से किस रोग के मुख्य लक्षण हैं।
(अ) रतौंधी
(ब) स्कर्वी
(स) बेरी - बेरी
(द) गॉयटर
उत्तर:
(ब) स्कर्वी
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
प्रश्न 1.
खाद्य पदार्थ में ............... या ................. रंग मंड की उपस्थिति को दर्शाता है।
उत्तर:
नीला, काला
प्रश्न 2.
प्रोटीन की आवश्यकता शरीर की ................. तथा .................. रहने के लिए होती है।
उत्तर:
वृद्धि, स्वस्थ
प्रश्न 3.
विटामिनों के एक समूह को ................. कहते हैं।
उत्तर:
विटामिन - B कॉम्प्लैक्स
प्रश्न 4.
भोजन पकाते समय .................... आसानी से गर्मी पाकर नष्ट हो जाता है।
उत्तर:
विटामिन - C
निम्न में से सत्य / असत्य कथन छाँटिए:
प्रश्न 1.
विटामिन हमारे शरीर को रोगों से रक्षा करने में सहायता करते हैं।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 2.
सभी अभावजन्य रोगों की रोकथाम सामान्य आहार लेने से की जा सकती है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 3.
रूक्षांश बिना पचे भोजन को बाहर निकालने में हमारे शरीर की सहायता करता है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 4.
हमारा शरीर सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में विटामिन - C बनाता है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 5.
प्रोटीन युक्त भोजन को प्रायः 'शरीर वर्धक भोजन' कहते हैं।
उत्तर:
सत्य
कॉलम - 1 में दिए गए शब्दों का मिलान कॉलम - 2 से कीजिए:
प्रश्न 1.
कॉलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) अस्थियों का मुड़ जाना |
(A) बेरी - बेरी |
(2) मसूढ़ों से खून निकलना |
(B) स्कर्वी |
(3) दुर्बल पेशियाँ |
(C) रिकेट्स |
(4) अंधेरे में कम दिखाई देना |
(D) क्षीण दृष्टिहीनता |
उत्तर:
कॉलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) अस्थियों का मुड़ जाना |
(C) रिकेट्स |
(2) मसूढ़ों से खून निकलना |
(B) स्कर्वी |
(3) दुर्बल पेशियाँ |
(A) बेरी - बेरी |
(4) अंधेरे में कम दिखाई देना |
(D) क्षीण दृष्टिहीनता |
प्रश्न 2.
कॉलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) कैल्सियम |
(A) अरक्तता |
(2) आयोडीन |
(B) घेंघा |
(3) लोह |
(C) दंतक्षय |
(4) सोडियम |
(D) आयन असन्तुलन |
उत्तर:
कॉलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) कैल्सियम |
(C) दंतक्षय |
(2) आयोडीन |
(B) घेंघा |
(3) लोह |
(A) अरक्तता |
(4) सोडियम |
(D) आयन असन्तुलन |
प्रश्न 3.
कॉलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) रूक्षांश |
(A) भोजन पाचन में सहायक |
(2) प्रोटीन |
(B) वृद्धि के लिए आवश्यक |
(3) कार्बोहाइड्रेट |
(C) ऊर्जा का मुख्य स्रोत |
(4) विटामिन |
(D) रोगों से रक्षा |
उत्तर:
कॉलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) रूक्षांश |
(A) भोजन पाचन में सहायक |
(2) प्रोटीन |
(B) वृद्धि के लिए आवश्यक |
(3) कार्बोहाइड्रेट |
(C) ऊर्जा का मुख्य स्रोत |
(4) विटामिन |
(D) रोगों से रक्षा |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
हमारे भोजन में कार्बोहाइड्रेट किस रूप में पाए जाते हैं?
उत्तर:
मंड तथा शर्करा के रूप में।
प्रश्न 2.
कार्बोहाइड्रेट का क्या कार्य है?
उत्तर:
यह दैनिक कार्य के लिए हमें ऊर्जा उपलब्ध कराते हैं।
प्रश्न 3.
'पोषक' क्या हैं?
उत्तर:
हमारे शरीर के लिए आवश्यक घटक 'पोषक' कहलाते हैं।
प्रश्न 4.
मंड से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
यह हमारे भोजन में पाया जाने वाला कार्बोहाइड्रेट का एक रूप है।
प्रश्न 5.
'लक्षांश' क्या हैं?
उत्तर:
यह आहारीय रेशे हैं, जो मुख्यतः हमारे भोजन में पादप - उत्पादों द्वारा उपलब्ध करवाये जाते हैं।
प्रश्न 6.
'शरीवर्धक भोजन' किसे कहते हैं?
उत्तर:
प्रोटीनयुक्त भोजन को प्रायः 'शरीरवर्धक भोजन' कहते हैं।
प्रश्न 7.
स्कर्वी रोग के कोई दो लक्षण लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 8.
कौनसे पोषकों का परीक्षण करना अपेक्षाकृत सरल है?
उत्तर:
कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन तथा वसा के परीक्षण, अन्य पोषकों के परीक्षणों की अपेक्षा सरल हैं।
प्रश्न 9.
पोषकों के परीक्षण के लिए सामान्यत: कौनसे विलयनों का उपयोग किया जाता है?
उत्तर:
पोषकों के परीक्षण के लिए सामान्यतः आयोडीन, कॉपर सल्फेट, कास्टिक सोडा विलयनों का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 10.
कार्बोहाइड्रेट और वसा में से किससे अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है?
उत्तर:
कार्बोहाइड्रेट की तुलना में वसा की समान मात्रा से अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है।
प्रश्न 11.
'ऊर्जा देने वाला भोजन' किसे कहते हैं?
उत्तर:
वसा और कार्बोहाइड्रेट को 'ऊर्जा देने वाला भोजन' कहते हैं।
प्रश्न 12.
विटामिन हमारे लिए किस प्रकार उपयोगी हैं?
उत्तर:
विटामिन रोगों से हमारे शरीर की रक्षा करते हैं साथ ही हमारी आँख, अस्थियों, दाँत और मसूढ़ों को स्वस्थ रखने में भी सहायता करते हैं।
प्रश्न 13.
रूक्षांश के मुख्य स्रोत क्या हैं?
उत्तर:
रूक्षांश के मुख्य स्रोत-साबुत खाद्यान्न, दाल, आलू, ताजे फल और सब्जियाँ हैं।
प्रश्न 14.
प्रोटीन के परीक्षण के लिए आवश्यक विलयनों के नाम लिखिए।
उत्तर:
कॉपर सल्फेट विलयन तथा कास्टिक सोडा का विलयन।
प्रश्न 15.
रिकेट्स रोग का मुख्य लक्षण क्या है?
उत्तर:
इस रोग में अस्थियाँ मुलायम होकर मुड़ जाती
प्रश्न 16.
'मोटापे' का प्रमुख कारण क्या है?
उत्तर:
अधिक वसायुक्त भोजन खाना मोटापे का प्रमुख कारण है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
किसी खाद्य पदार्थ में मंड का परीक्षण कैसे करेंगे? समझाइये।
उत्तर:
मंड का परीक्षण: इसके लिए सबसे पहले कोई खाद्य पदार्थ या कच्ची सामग्री की थोड़ी - सी मात्रा लेते हैं। फिर इसमें तनु आयोडीन विलयन की 2 - 3 बूंदें डालते हैं। इससे खाद्य पदार्थ का रंग परिवर्तित होने लगता है। खाद्य पदार्थ का नीला या काला रंग होने पर वह मंड की उपस्थिति को दर्शाता है।
प्रश्न 2.
खाद्य पदार्थ में प्रोटीन की उपस्थिति का पता किस प्रकार लगाया जा सकता है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
प्रोटीन का परीक्षण - सबसे पहले इसके लिए किसी खाद्य पदार्थ की अल्पमात्रा लेते हैं। अगर खाद्य पदार्थ ठोस है, तो पहले उसका चूर्ण (पेस्ट) बना लेते हैं। फिर इसको दस बूंद जल के साथ एक साफ परखनली में डालकर अच्छे से हिलाते हैं। इसके बाद परखनली में दो बूंद कॉपर सल्फेट विलयन की एवं दस बूंद कास्टिक सोडा विलयन की डालकर अच्छी तरह हिलाते हैं। कुछ समय बाद खाद्य पदार्थ बैंगनी रंग में परिवर्तित हो जाता है। यह बैंगनी रंग खाद्य पदार्थ में प्रोटीन की उपस्थिति को दर्शाता है।
प्रश्न 3.
खनिज लवणों को आवश्यक तत्त्व क्यों कहा जाता है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
यद्यपि हमारे शरीर को खनिज लवणों की अल्प मात्रा में ही आवश्यकता होती है, फिर भी शरीर के उचित विकास एवं अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रत्येक खनिज लवण, जैसे-कैल्सियम, फॉस्फोरस, आयोडीन, लौह आदि आवश्यक होते हैं। इसीलिए खनिज लवणों को आवश्यक तत्त्व कहा जाता है।
प्रश्न 4.
खाद्य पदार्थों में उपस्थित पोषक तत्त्व किस प्रकार हमारे आहार से अलग (नष्ट) हो जाते हैं?
उत्तर:
पादप तथा जन्तुओं से प्राप्त खाद्य पदार्थों में अनेक पोषक तत्त्व उपस्थित होते हैं, जो गलत तरीके से पकाने, धोने-काटने जैसे कई कारणों से नष्ट हो जाते हैं। यदि सब्जियों और फलों को छीलने व काटने के बाद धोया जाता है तो इनके अनेक विटामिन नष्ट हो जाते हैं। बहुत से फलों और सब्जियों के तो छिलकों में ही कई महत्त्वपूर्ण विटामिन और खनिज लवण पाए जाते हैं। इसी प्रकार चावल व दालों को बार-बार धोने पर उनमें उपस्थित विटामिन व खनिज लवण निकल जाते हैं। भोजन को पकाते समय भी उसमें उपस्थित बहुत से विटामिन और प्रोटीन नष्ट हो जाते हैं।
प्रश्न 5.
'रूक्षांश' पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
रुक्षांश: रूक्षांश को 'आहारी रेशे' भी कहा जाता है। यह हमारे शरीर को कोई पोषक प्रदान नहीं करते हैं, फिर भी यह हमारे भोजन का आवश्यक अवयव होते हैं और भोजन का आयतन बढ़ा देते हैं। हमारे खाने में रूक्षांश की पूर्ति मुख्यतः पादप उत्पादों से होती है। इसके मुख्य स्रोत साबुत खाद्यान्न, दाल, आलू, ताजे फल और सब्जियाँ हैं। यह बिना पचे भोजन को बाहर निकालने में हमारे शरीर की सहायता करते हैं।
प्रश्न 6.
जल किस प्रकार हमारे शरीर के लिए उपयोगी
उत्तर:
जल - सामान्यतः हमारे शरीर को आवश्यक जल की पूर्ति उन वस्तुओं से होती है, जिन्हें हम द्रव रूप में लेते हैं, जैसे-दूध, चाय आदि। इसके अतिरिक्त भोजन पकाते समय उसमें भी पानी का प्रयोग किया जाता है, जो भोजन के साथ हमें प्राप्त हो जाता है। यह भोजन में उपस्थित पोषकों को अवशोषित करने में हमारे शरीर की सहायता करता है तथा कुछ अपशिष्ट पदार्थों, जैसे मूत्र तथा पसीने को शरीर से बाहर निकालने में सहायता भी करता है।
प्रश्न 7.
भोजन में पर्याप्त प्रोटीन नहीं होने पर कौनसे लक्षण दिखाई देते हैं?
उत्तर:
भोजन में पर्याप्त प्रोटीन नहीं होने पर वृद्धि का अवरुद्ध होना, चेहरे पर सूजन, बालों के रंग का उड़ना, त्वचा की बीमारियाँ और पेचिश जैसे लक्षण प्रकट होते हैं।
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
विभिन्न पोषक तत्त्व हमारे शरीर के लिए किस प्रकार से उपयोगी हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
विभिन्न पोषक तत्त्व विभिन्न प्रकार से हमारे लिए उपयोगी होते हैं। इनका संक्षिप्त विवरण निम्न प्रकार से
(1) कार्बोहाइड्रेट और वसा: कार्बोहाइड्रेट मुख्यतः हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। वसा, कार्बोहाइड्रेट से अपेक्षाकृत अधिक ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसी कारण वसा और कार्बोहाइड्रेटयुक्त भोजन को 'ऊर्जा देने वाला भोजन' भी कहते हैं। आलू, गन्ना, पपीता, मूंगफली, तिल, मछली, अंडे आदि कार्बोहाइड्रेट के मुख्य स्रोत होते हैं।
(ii) प्रोटीन: शरीर की वृद्धि एवं स्वस्थ रहने के लिए प्रोटीन आवश्यक होते हैं। इसीलिए प्रोटीनयुक्त भोजन प्रायः 'शरीरवर्धक भोजन' कहलाते हैं। सोयाबीन, राजमा, चना, मटर, पनीर, माँस आदि प्रोटीन के मुख्य स्रोत होते हैं।
(iii) विटामिन: यह कई प्रकार के होते हैं, जैसेविटामिन - A, विटामिन - B, विटामिन - C, विटामिन - D, विटामिन - E, विटामिन - K आदि। विटामिनों का एक समूह विटामिन B - कॉम्प्लैक्स भी कहलाता है। विटामिन रोगों के विरुद्ध हमारे शरीर की रक्षा करते हैं, इसलिए हमारे शरीर को सभी प्रकार के विटामिनों की अल्प मात्रा में आवश्यकता होती है। उदाहरणस्वरूप विटामिन - A हमारी त्वचा एवं आँखों को स्वस्थ रखता है। विटामिन D हमारी अस्थियों और दाँतों के लिए कैल्सियम का उपयोग करने में हमारे शरीर की मदद करता है। मुख्यतः पपीता, गाजर, दूध आदि विटामिन A के; यकृत, चावल, तुअर दाल आदि विटामिन B के; संतरा, अमरूद, हरी मिर्च, नींबू, आंवला, टमाटर आदि विटामिन C के और दूध, मक्खन, यकृत, मछली आदि विटामिन D के कुछ स्रोत हैं।
(iv) खनिज लवण: शरीर के समुचित विकास और अच्छे स्वास्थ्य के लिए खनिज लवण, जैसे - आयोडीन, फॉस्फोरस, कैल्सियम, लौह आदि की आवश्यकता भी होती है। यद्यपि इनकी आवश्यकता अल्प मात्रा में ही होती है।
प्रश्न 2.
'संतुलित आहार' से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
संतुलित आहार: सामान्यतः पूरे दिन में हम जो कुछ भी खाते हैं, वह आहार कहलाता है। हमारे शरीर के अच्छे स्वास्थ्य और समुचित वृद्धि के लिए हमारे आहार में वे सभी पोषक तत्त्व उचित मात्रा में होने चाहिए, जिनकी हमारे शरीर को आवश्यकता होती है। कोई भी पोषक तत्त्व न आवश्यकता से अधिक होना चाहिए और न ही कम। इसके साथ ही हमारे आहार में पर्याप्त मात्रा में रूक्षांश और जल भी होना चाहिए। इस प्रकार का आहार 'संतुलित आहार' कहलाता है। अत: जिस आहार में हमारे शरीर के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्त्व उचित मात्रा में पाए जाते हैं, वह संतुलित आहार कहलाता है। वैसे उचित प्रकार का भोजन करना ही पर्याप्त नहीं है, इसे उचित तरीके से पकाना भी चाहिए जिससे कि इसके पोषक तत्त्व नष्ट न हों।
प्रश्न 3.
'अभावजन्य रोग' किसे कहते हैं? कुछ अभावजन्य रोगों के विषय में लिखिए।
उत्तर:
अभावजन्य रोग: हमारे भोजन में लम्बी अवधि तक एक अथवा अधिक पोषक तत्त्वों के अभाव के कारण विशिष्ट रोग अथवा विकृतियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। इस प्रकार भोजन में लम्बी अवधि तक पोषकों के अभाव के कारण होने वाले रोग 'अभावजन्य रोग' कहलाते हैं। जैसे-भोजन में प्रोटीन की कमी से व्यक्ति की वृद्धि रुक जायेगी, चेहरे पर सूजन आ जायेगी, बालों का रंग उड़ जायेगा, त्वचा की बीमारियाँ हो जायेंगी आदि। इसी प्रकार एक लम्बे समय तक आहार में प्रोटीन व कार्बोहाइड्रेट दोनों ही अनुपस्थित होने पर व्यक्ति की वृद्धि पूर्णत: रुक जायेगी तथा वह बहुत दुबला - पतला हो जायेगा। व्यक्तियों को कुछ विटामिन एवं खनिज लवणों के अभाव से होने वाले कुछ रोग व विकार निम्न प्रकार से हैं।
विटामिन एवं खनिज |
अभावजन्य एवं खनिज रोग एवं |
क्षीणता |
1. विटामिन - A |
क्षीणता दृष्टिहीनता है। रतौंधी) |
इसमें दृष्टि कमजोर हो जातीहै। अंधेरे (रात) में कम दिखाई देता है तथा क्रभी - कभी पूरी तरह से दिखाई देना ही बन्द हो जाता है। |
2. विटामिन - B |
बेरी - बेरी |
इसमें पेशियाँ दुर्बल हो जाती हैं तथा काम करने की शक्ति कम हो जाती है। |
3. विटामिन - C |
स्कर्वी |
इस रोग में मसूढ़ों से खून निकलता है तथा घाव भरने में समय अधिक लगने लगता है। |
4. विटामिन - D |
रिकेट्स |
इस रोग में अस्थियाँ मुलायम होकर मुड़ जाती हैं।
|
5. कैल्सियम |
अस्थियाँ और |
इसमें अस्थियां 'कमजोर हो |
6. आयोडीन |
दंतक्षय |
इस रोग में गर्दन की ग्रंथि फूल जाती है एवं बच्चों में मानसिक विकलांगता आ जाती है। |
7. लोह |
घैघा |
इसमें शरीर कमजोर हो जाता है। |