Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 6 Hindi Vyakaran लिंग Textbook Exercise Questions and Answers.
The questions presented in the RBSE Solutions for Class 6 Hindi are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 6 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts. Here is visheshan worksheet for class 6 to learn grammar effectively and quickly.
प्रश्न 1.
लिंग की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर-
शब्दों के जिस रूप से किसी व्यक्ति, वस्तु या प्राणी के स्त्री या पुरुषवाचक होने का बोध होता है, उसे लिंग कहते हैं। जैसे-लड़का-लड़की।
प्रश्न 2.
लिंग कितने प्रकार के होते हैं? लिखिए।
उत्तर-
लिंग दो प्रकार के होते हैं-
(1) पुल्लिंग और
(2) स्त्रीलिंग।
(1) पुल्लिंग-जो शब्द पुरुष जाति का बोध कराते हैं, पुल्लिंग कहलाते हैं। जैसे-लड़का, चाचा, दादा, हाथी, घोड़ा, बैल आदि।
(2) स्त्रीलिंग-जो शब्द स्त्री जाति का बोध कराते हैं, स्त्रीलिंग कहलाते हैं। जैसे-लड़की, चाची, दादी, हथिनी, घोड़ी, गाय आदि।
लिंग की पहचान
(1) पद-बोधक शब्द जैसे-राजदूत, मैनेजर, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, अध्यक्ष, डॉक्टर, मंत्री आदि पुरुष के लिए प्रयुक्त होने पर पुल्लिंग और स्त्री के लिए प्रयोग होने पर स्वीलिंग माने जाते हैं।
(2) पुल्लिंग की पहचान-
(i) बड़ी, मोटी बेडौल, भद्दी वस्तुओं के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे-लक्कड़, पत्थर, बोरा, टीला, जंगल, थैला, कूड़ा, रस्सा, ट्रक, जहाज आदि।
(ii) जिन शब्दों के अन्त में 'अ' हो, प्रायः पुल्लिंग होते हैं; जैसे-खेत, संसार, मन, बालक, पहाड़ आदि। अपवादनाक, कान, देह आदि।
(iii) संस्कृत के पुल्लिंग और नपुंसकलिंग प्रायः हिन्दी में पुल्लिंग होते हैं; जैसे-भूमि, राजा, फूल, फल, मित्र, गृह आदि।
(iv) आ, आपा, खाना, आव, आर, ना, त्व, पन, अक आदि प्रत्ययों से बनने वाले शब्द पुल्लिंग होते हैं। जैसेआ-घोड़ा, आपा-मोटापा, खाना-दवाखाना, आव-चुनाव, आर-लुहार, ना-सजाना, त्व-कवित्व, पन-लड़कपन, अकशिक्षक आदि।
(v) वर्णमाला के अक्षर पुल्लिंग होते हैं।
(vi) अन्त में 'एरा' होने वाले शब्द पुल्लिंग होते हैं; जैसे-चचेरा, ममेरा आदि।
(vii) संस्कृत के वे शब्द जिनके अन्त में 'त्र' जुड़ा होता है, पुल्लिंग होते हैं-नेत्र, पत्र, चरित्र आदि।
(viii) संस्कृत के जिन शब्दों के अन्त में 'ख' या 'ज' होता है, पुल्लिंग होते हैं; जैसे-सुख, दुःख, जलज, सरोज, अनुज आदि।
(ix) प्राणियों में समुदाय या समूह का ज्ञान कराने वाले कुछ शब्द पुल्लिंग होते हैं; जैसे-समाज, परिवार, दल, संघ, झुण्ड आदि।
(x) अन्त में 'वाला' जुड़ने वाले शब्द पुल्लिंग होते हैं; जैसे-पानवाला, चायवाला, दूधवाला आदि।
(xi) अन्त में 'वाली' जुड़ने वाले शब्द स्त्रीलिंग होते हैं; जैसे-फूलोंवाली, हँसनेवाली, चूड़ीवाली आदि।
(xii) अनाजों के नाम, वृक्षों के नाम, पर्वतों के नाम, ग्रह एवं महीनों के नाम, द्रव पदार्थों के नाम प्रायः
पुल्लिंग होते हैं। स्त्रीलिंग की पहचान -
(i) ई (आबादी), नी (जननी), री (गठरी), आई (मिठाई), इमा (नीलिमा), आस (मिठास), आवट (सजावट), आहट (गरमाहट) आदि से समाप्त होने वाले शब्द प्रायः स्त्रीलिंग होते हैं।
(ii) नदियों, तिथियों, नक्षत्रों तथा झीलों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं।
(iii) भोजन-मसालों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं।
प्रश्न 3.
निम्नलिखित शब्दों के लिंग बदलकर लिखिए।
उत्तर-
प्रिय-प्रिया। शिष्य-शिष्या। भवदीय-भवदीया। जुलाहा-जुलाहिन। पंडित-पंडिताइन। सिंह-सिंहनी। तपस्वी-तपस्विनी। नौकर-नौकरानी। शिक्षक-शिक्षिका । बुद्धिमान-बुद्धिमती। अभिनेता-अभिनेत्री। रचयितारचयित्री। युवक-युवती। विधुर-विधवा। श्रीमान्श्रीमती। विद्वान्-विदुषी। बैल-गाय।