Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 5 Hindi Vyakaran शब्द विचार Questions and Answers, Notes Pdf.
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हिन्दी शब्द निर्माण के चार प्रमुख आधार हैं -
(अ) उत्पत्ति के आधार पर, (ब) रचना के आधार पर,(स) अर्थ के आधार पर, (द) प्रयोग के आधार पर। उत्पत्ति के आधार पर हिन्दी शब्दों को पाँच भागों में बाँटा जाता है : (क) तत्सम (ख) तद्भव (ग) देशज (घ) विदेशी (ङ) संकर। संस्कृत भाषा के शब्दों का जब हिन्दी भाषा में ज्यों का त्यों प्रयोग होता है तो उन्हें 'तत्सम' कहा जाता है। जैसे- तीर्थ, कर्म, पवन, सर्प आदि। तद्भव शब्द वे हैं जो हिन्दी में संस्कृत (तत्सम) शब्दों से विकसित या उत्पन्न होकर हिन्दी में प्रयुक्त होते हैं जैसे- तीर्थ से तीरथ, कर्म से करम या काम, अक्षि से आँख।
बहुविकल्पीय प्रश्न -
प्रश्न 1.
'आम' शब्द का भव रूप है -
(अ) आमी
(ब) आम
(स) अमिया
(द) अमन
उत्तर :
(ब) आम
प्रश्न 2.
'घृत' शब्द का तद्भव रूप है -
(अ) मक्खन
(ब) घीया
(स) घर
(द) घी
उत्तर :
(द) घी
प्रश्न 3.
'कूप' शब्द का तद्भव रूप है -
(अ) तालाब
(ब) कूपा
(स) कुआँ
(द) बावड़ी
उत्तर :
(स) कुआँ
प्रश्न 4.
'तीरथ' शब्द का तत्सम रूप होगा -
(अ) तीर्थ
(ब) तैरना
(स) तुरई
(द) तीर्थाटन
उत्तर :
(अ) तीर्थ
प्रश्न 5.
'गर्मी' शब्द का तत्सम रूप होगा -
(अ) गरमाई
(ब) गरम
(स) ग्रीक
(द) ग्रीष्म
उत्तर :
(द) ग्रीष्म
रिक्तस्थानों की पूर्ति कीजिए -
(क) व्यक्ति अपने ............... का स्वयं जिम्मेदार है। (कर्म, काम, व्यवहार)
(ख) केवल ................ से ही व्यक्ति का सम्मान नहीं होता। (धन, बल, विद्या)
(ग) साधु पुरुष सबका ............. चाहते हैं। (हित, भलाई, समृद्धि)
(घ) सूर्योदय के साथ ही .......... दूर हो जाता है। (रात, अँधेरा, कोहरा)
उत्तर :
(क) व्यवहार
(ख) धन
(ग) हित
(घ) अँधेरा।
प्रश्न :
निम्नलिखित तद्भव शब्दों के तत्सम रूप लिखिए -
अगम - अगम्य, अजान - अज्ञान, घोड़ा - घोटक, कातिक - कार्तिक, घी - घृत, चमड़ा - चर्म, उजला - उज्ज्वल, औसर - अवसर, खीर - क्षीर, गाँठ - ग्रन्थि, डंक - दंश, पत्थर - प्रस्तर, डंक - अक्षि, आँसू - अश्रु, आग - अग्नि, आँसू - क्षेत्र, आग - अर्क, ऑसू - आम्र, गधा - गर्दभ, कड़वा - कटु, चाँदनी - चन्द्रिका, किरन - किरण, घर - गृह, जाँघ - जंघा, चौथा - चतुर्थ, जस - यश, चौथा - छिद्र, चूरन - चूर्ण, काम - कर्म।