Rajasthan Board RBSE Class 12 Sociology Important Questions Chapter 6 भूमंडलीकरण और सामाजिक परिवर्तन Important Questions and Answers.
प्रश्न 1.
आयात नीति में किए गए परिवर्तन उपभोक्ता और उत्पादकों को कैसे प्रभावित करते हैं ?
(क) अलग - अलग
(ख) एक जैसा
(ग) व्यक्तिगत
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(क) अलग - अलग
प्रश्न 2.
भूमण्डलीकरण का प्रभाव व्यक्ति/समाज व देश पर होता है?
(क) कम
(ख) व्यापक
(ग) बहुत कम
(घ) बहुत व्यापक
उत्तर:
(घ) बहुत व्यापक
प्रश्न 3.
भूमण्डलीकरण प्रभावित करता है
(क) सबको
(ख) कुछ लोगों को
(ग) केवल व्यापारियों को
(घ) केवल उद्योगपतियों को
उत्तर:
(क) सबको
प्रश्न 4.
भारत में बुनकर और उपभोक्ता दोनों चीनी और कोरियाई रेशम के धागे को ज्यादा पसंद करते हैं, क्योंकि
(क) चीनी और कोरियाई धागा सस्ता है
(ख) चीनी व कोरियाई धागे की चमक अच्छी है
(ग) चीनी व कोरियाई धागा आसानी से उपलब्ध हो जाता है
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 5.
गुजरात में गोंद इकट्ठा करने वाली औरतों का धंधा चौपट होने का मुख्य कारण है
(क) गोंद का निर्यात
(ख) सूडान से सस्ते गोंद का आयात
(ग) गोंद का अत्यधिक सस्ता हो जाना
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(ख) सूडान से सस्ते गोंद का आयात
प्रश्न 6.
शहर में रद्दी बीनने वालों का रोजगार कम होने का मुख्य कारण क्या है ?
(क) विकसित देश में रद्दी की माँग घटना
(ख) विकसित देशों से रद्दी कागज का आयात होना
(ग) विकसित देशों को रद्दी का निर्यात होना
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(ख) विकसित देशों से रद्दी कागज का आयात होना
प्रश्न 7.
भूमण्डलीकरण के आयाम कौन-कौन से हैं?
(क) आर्थिक
(ख) राजनीतिक
(ग) सांस्कृतिक
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 8.
आयात पर लगे सभी प्रकार के परिमाणात्मक प्रतिबन्ध खारिज कर दिये गये
(क) अप्रैल 2005 से
(ख) मई 2001 से
(ग) अप्रैल 2001 से
(घ) अप्रैल 2000 से
उत्तर:
(ग) अप्रैल 2001 से
प्रश्न 9.
किस पेड़ से गोंद इकट्ठा की जाती है ?
(क) बावल के पेड़ों से
(ख) बबूल के पेड़ों से
(ग) 'क' और 'ख' दोनों
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
प्रश्न 10.
संस्कृत - भाषा के सबसे महान व्याकरणाचार्य थे
(क) आर्यभट्ट
(ख) श्रीविजय
(ग) बाणभट्ट
(घ) पाणिनी
उत्तर:
(घ) पाणिनी
प्रश्न 11.
सरकार की आर्थिक नीतियों में परिवर्तन को कहा गया
(क) निजीकरण
(ख) उदारीकरण
(ग) भूमण्डलीकरण
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(ख) उदारीकरण
प्रश्न 12.
नाइके कम्पनी की स्थापना हुई थी
(क) 1970 के दशक में
(ख) 1990 के दशक में
(ग) 1980 के दशक में
(घ) 1960 के दशक में
उत्तर:
(घ) 1960 के दशक में
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
प्रश्न 1.
.........................अध्ययन का क्षेत्र अत्यन्त व्यापक होता है।
उत्तर:
समाजशास्त्रीय
प्रश्न 2.
आयात पर लगे सभी प्रकार के परिमाणात्मक प्रतिबंधों को.........................से खारिज कर दिया गया।
उत्तर:
1 अप्रैल, 2001
प्रश्न 3.
.........................और.........................रेशम के धागे के कारण बिहार के रेशम कातने वालों का धंधा चौपट हो गया।
उत्तर:
चीनी, कोरियाई
प्रश्न 4.
गुजरात में पेड़ों.........................के पेड़ों से गोंद इकट्ठा किया जाता है।
उत्तर:
बावल
प्रश्न 5.
सस्ते गोंद का आयात.........................से किया जाता है।
उत्तर:
सूडान
प्रश्न 6.
......................... का अर्थ होता है कुएँ में रहने वाले मेंढक।
उत्तर:
कूपमंडूक
प्रश्न 7.
कोकाकोला, कोडैक, मित्सुबिशी इत्यादि कम्पनियाँ.........................निगमों का उदाहरण हैं।
उत्तर:
पारराष्ट्रीय
प्रश्न 8.
.........................की प्रक्रिया ने विश्व में नेटवर्क सोसायटी एवं मीडिया सोसायटी को उत्पन्न किया है।
उत्तर:
भूमण्डलीकरण
प्रश्न 9.
नाइके के जूतों का उत्पादन भारत में.........................के दशक से शुरू किया गया।
उत्तर:
1990
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
नाइके कम्पनी किसका उत्पादन करती है ?
उत्तर:
जूतों का।
प्रश्न 2.
सूचना प्रौद्योगिकी क्रांति के कारण पहली बार किसका भूमण्डलीकरण हुआ?
उत्तर:
वित्त का।
प्रश्न 3.
गुजरात में गोंद किस पेड़ से इकट्ठा किया जाता है ?
उत्तर:
बावल के पेड़ से।
प्रश्न 4.
संस्कृत भाषा के सबसे महान् व्याकरणाचार्य का नाम लिखिये।
उत्तर:
पाणिनि।
प्रश्न 5.
किस चीनी विद्वान ने चीन से भारत आते हुए मार्ग में जावा में रुककर संस्कृत सीखी थी?
उत्तर:
यी जिंग ने।
प्रश्न 6.
पाश्चात्य पूँजीवाद प्रारम्भ में कहाँ उभरा था?
उत्तर:
यूरोप में।
प्रश्न 7.
वित्तीय व्यापार के किन्हीं दो केन्द्रों के नाम लिखो।
उत्तर:
प्रश्न 8.
भारत में सन् 2000 तक इंटरनेट के ग्राहकों की संख्या कितनी थी?
उत्तर:
लगभग 30 लाख।
प्रश्न 9.
भारत में सन् 2000 तक इंटरनेट प्रयोगकर्ता की संख्या कितनी थी?
उत्तर:
1.5 करोड़।
प्रश्न 10.
भारत का दूर संचार नेटवर्क में विश्व में कौनसा स्थान है ?
उत्तर:
नौवाँ।
प्रश्न 11.
भारत में वाणिज्यिक मोबाइल सेवाएँ कब प्रारम्भ हुईं ?
उत्तर:
सन् 1995 में।
प्रश्न 12.
मोबाइल फोन के प्रयोग में भारत का कौनसा स्थान है ?
उत्तर:
चौथा।
प्रश्न 13.
नाइके कम्पनी की स्थापना कब हुई ?
उत्तर:
सन् 1960 में।
प्रश्न 14.
सबसे गरीब लोग कहाँ रहते हैं ?
उत्तर:
दक्षिणी एशिया में।
प्रश्न 15.
अंत: सरकारी संगठन का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
विश्व व्यापार संगठन।
प्रश्न 16.
विद्वान पाणिनि किस देश से सम्बन्धित थे?
उत्तर:
पाणिनि अफगान मूल के थे।
प्रश्न 17.
भूमण्डलीकरण की आम पहचान क्या है?
उत्तर:
बड़े पैमाने पर प्रवसन।
प्रश्न 18.
भूमण्डलीकरण का अर्थ समझाइये।
उत्तर:
भूमण्डलीकरण से आशय है सामाजिक और आर्थिक सम्बन्धों का तमाम दुनिया में विस्तार।
प्रश्न 19.
पाश्चात्य पूँजीवाद यूरोप में किस रूप में उभरा?
उत्तर:
उपनिवेशवाद के रूप में।
प्रश्न 20.
आई.एम.एफ. का पूरा नाम क्या है ?
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (इंटरनेशनल मौनेटरी फण्ड)।
प्रश्न 21.
W.T.O. का पूरा नाम क्या है ?
उत्तर:
विश्व व्यापार संगठन (वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन)।
प्रश्न 22.
थिन एयर बिजनेस का दूसरा नाम क्या है ?
उत्तर:
विरल वात।
प्रश्न 23.
भारत की वित्तीय राजधानी किसे कहते हैं?
उत्तर:
मुम्बई को।
प्रश्न 24.
दो व्यक्ति देश या विदेश में अपने दस्तावेज या चित्र किसके माध्यम से भेज सकते हैं?
उत्तर:
उपग्रह प्रौद्योगिकी के माध्यम से।
प्रश्न 25.
पी.सी.ओ. का पूरा नाम क्या है?
उत्तर:
पब्लिक कॉल ऑफिस।
प्रश्न 26.
आई.एल.ओ. का पूरा नाम क्या है?
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (इन्टरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन)।
प्रश्न 27.
ई.यू. का पूरा नाम क्या है?
उत्तर:
यूरोपीय संघ (यूरोपीय यूनियन)।
प्रश्न 28.
भारतीय सरकार ने आयात पर लगे परिमाणात्मक प्रतिबन्धों को कब से खारिज किया?
उत्तर:
1 अप्रैल, 2001
प्रश्न 29.
भूस्थानीयकरण का अर्थ बताइये।
उत्तर:
भूमण्डलीय के साथ स्थानीय का मिश्रण करना।
प्रश्न 30.
संस्कृति के दो रूप लिखिये।
उत्तर:
प्रश्न 31.
संस्कृति के भूमण्डलीकरण का क्या आशय है?
उत्तर:
सांस्कृतिक प्रभावों के प्रति खुला नजरिया रखना।
प्रश्न 32.
समाजशास्त्र को अक्सर किस शास्त्र के रूप में परिभाषित किया जाता है ?
उत्तर:
समाज का अध्ययन करने वाले शास्त्र के रूप में।
प्रश्न 33.
चीनी और कोरियाई रेशम के धागों को बुनकर और उपभोक्ता पसंद करते थे। क्यों?
उत्तर:
क्योंकि ये धागे सस्ते थे और इनमें चमक होती थी।
प्रश्न 34.
गुजरात में गोंद इकट्ठा करने वाली महिलाएँ अपना रोजगार क्यों खो बैठीं?
उत्त:
सूडान से सस्ते गोंद का आयात शुरू होने के कारण।
प्रश्न 35.
इलेक्ट्रॉनिक मुद्रा की चर्चा किस सन्दर्भ में की जाती है ?
उत्तर:
स्टॉक एक्सचेंज में होने वाले उतार - चढ़ाव के सन्दर्भ में।
प्रश्न 36.
वित्तीय व्यापार के प्रमुख केन्द्र कौन - से हैं ?
उत्तर:
न्यूयार्क, टोकियो और लंदन।
प्रश्न 37.
1998 में विश्वभर में कितने लोग इंटरनेट का प्रयोग करते थे?
उत्तर:
7 करोड़ लोग।
प्रश्न 38.
नई दूरसंचार नीति को कब लागू किया गया?
उत्तर:
1994 में।
प्रश्न 39.
नाइके कम्पनी का संस्थापक कौन है?
उत्तर:
फिल नाइट।
प्रश्न 40.
जनरल मोटर्स नामक कम्पनी ने कौनसी कार बनाई थी?
उत्तर:
पोंटियाक ली मैन्स।
प्रश्न 41.
गरीबी दर किन देशों में ऊँची है?
उत्तर:
भारत, नेपाल और बांग्लादेश।
प्रश्न 42.
सार्क से आपका क्या आशय है?
उत्तर:
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग सम्मेलन।
प्रश्न 43.
संस्कृति को क्या प्रभावित करता है?
उत्तर:
भूमण्डलीकरण।
प्रश्न 44.
भूस्थानीकरण का क्या अर्थ है ?
उत्तर:
भूमण्डलीकरण के साथ स्थानीय का मिश्रण।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
बाजार को खुला कर देने और अनेक उत्पादों के आयात पर लगे प्रतिबंध को हटा देने के क्या परिणाम सामने आये?
उत्तर:
बाजार को खुला कर देने और अनेक उत्पादों के आयात पर लगे प्रतिबन्धों को हटा देने से दुनिया के भिन्न-भिन्न भागों से उत्पादित वस्तुएँ देश की दुकानों पर मिलने लगी हैं।
प्रश्न 2.
'भूमण्डलीकरण' हम सबको प्रभावित करता है, किन्तु यह हमें अलग-अलग ढंग से प्रभावित करता है, क्यों?
उत्तर:
क्योंकि कुछ लोगों का विश्वास है कि भूमण्डलीकरण बेहतर विश्व के अग्रदूत के रूप में अत्यन्त जरूरी है। जबकि कुछ लोगों का भय है कि इससे सुविधावंचित लोगों की हालत और बदतर हो जाएगी।
प्रश्न 3.
भारत में कृषि, उद्योग तथा सेवा क्षेत्रों में श्रमिक शक्ति का वितरण विकसित देशों से भिन्न क्यों है?
उत्तर:
भारत में कृषि, उद्योग तथा सेवा क्षेत्रों में श्रमिक शक्ति का वितरण विकसित देशों से भिन्न है; क्योंकि यहाँ इन क्षेत्रों में प्रगति का स्वरूप विकसित देशों की अपेक्षा कम है।
प्रश्न 4.
वित्त के 'भूमण्डलीकरण' से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:
वित्त का 'भूमण्डलीकरण' प्रमुख रूप से सूचना प्रौद्योगिकी की क्रांति के कारण हुआ है। एकीकृत वित्तीय बाजार भूमण्डलीय आधार पर कुछ ही क्षणों में अरबों - खरबों डॉलर का लेन - देन कर देते हैं।
प्रश्न 5.
भूमण्डलीकरण शब्द को परिभाषित कीजिये।
उत्तर:
भूमण्डलीकरण का तात्पर्य है - सामाजिक तथा आर्थिक सम्बन्धों का तमाम दुनियाँ में विस्तार, जिसके कारण विभिन्न लोगों, क्षेत्रों तथा देशों के मध्य अन्तःनिर्भरता की वृद्धि हुई है।
प्रश्न 6.
आर्थिक सुधार किसे कहते हैं ?
उत्तर:
किसी देश के व्यापार को नियमित करने वाले नियमों और वित्तीय नियमनों को हटा देने के उपायों को ही आर्थिक सुधार कहा जाता है।
प्रश्न 7.
उदारीकरण की नीतियाँ किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
अर्थव्यवस्था के उदारीकरण का अर्थ है-किसी देश में व्यापार को नियमित करने वाले नियमों व वित्तीय नियमनों को हटाते हुए आर्थिक नीति में परिवर्तन लाने का निर्णय करना।
प्रश्न 8.
वित्त के भूमण्डलीकरण का क्या लाभ है?
उत्तर:
वित्त के भूमण्डलीकरण का यह लाभ है कि इसके आधार पर एकीकृत वित्तीय बाजार में इलेक्ट्रॉनिक परिपथों में, कुछ ही क्षणों में अरबों-खरबों डालर का लेन - देन संभव हो जाता है।
प्रश्न 9.
समाजशास्त्र भूमण्डलीकरण के किन परिणामों का अध्ययन करता है?
उत्तर:
समाजशास्त्र भूमण्डलीकरण के सामाजिक - सांस्कृतिक परिणामों के साथ-साथ व्यक्ति और समाज के सूक्ष्म और स्थूल, व्यष्टि और समष्टि, स्थानीय एवं भूमण्डलीय के बीच के सम्बन्धों का भी अध्ययन करता है।
प्रश्न 10.
घरों या कार्यालयों में बाहरी दुनिया के साथ सम्बन्ध बनाए रखने के कौन-कौन से साधन हैं ?
उत्तर:
घरों या कार्यालयों में बाहरी दुनिया के साथ सम्बन्ध बनाए रखने के अनेक साधन ये हैं - टेलीफोन, फैक्स मशीन, डिजिटल और केबल टेलीविजन, इलेक्ट्रॉनिक मेल और इण्टरनेट आदि।
प्रश्न 11.
दिसम्बर, 2002 में मोबाइल ग्राहकों की संख्या कम क्यों थी?
उत्तर:
दिसम्बर, 2002 में मोबाइल ग्राहकों की संख्या कम इसलिए थी; क्योंकि मोबाइल हैंड सैटों की कीमत और मोबाइल टेलीफोनों की शुल्क दरें ऊँची थीं।
प्रश्न 12.
1980 के दशक में सेलफोनों को अविश्वास की दृष्टि से क्यों देखा जाता था?
उत्तर:
1980 के दशक में आपराधिक तत्त्वों द्वारा सेलफोनों का गलत प्रयोग किए जाने के कारण सेलफोनों को अविश्वास की दृष्टि से देखा जाता था।
प्रश्न 13.
भारत से अधिक मोबाइल फोन किन देशों में अधिक है?
उत्तर:
भारत से अधिक मोबाइल फोन तीन देशों में अधिक हैं।
ये देश हैं:
प्रश्न 14.
पारराष्ट्रीय निगम कम्पनियाँ क्या हैं ?
उत्तर:
पारराष्ट्रीय निगम ऐसी कम्पनियाँ हैं जो एक से अधिक देशों में अपने माल का उत्पादन करती हैं अथवा बाजार सेवाएं प्रदान करती हैं। ये कम्पनियाँ छोटी फर्मे भी हो सकती हैं और विशाल अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठान भी।
प्रश्न 15.
अन्तर्राष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन क्या हैं ?
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय गैर - सरकारी संगठन 'स्वतंत्र संगठन' होते हैं जो नीतिगत निर्णय लेते हैं और अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार करते हैं। जैसे - ग्रीन पीस, दि रेडक्रास, एमनेस्टी इंटरनेशनल आदि।
प्रश्न 16.
भूस्थानीयकरण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
भू-स्थानीयकरण का अर्थ है-भूमण्डलीय के साथ स्थानीय का मिश्रण । इसके तहत प्रायः विदेशी फर्मे अपना बाजार बढ़ाने के लिए स्थानीय परम्पराओं को व्यवहार में लेती हैं।
प्रश्न 17.
अन्तःसरकारी संगठन क्या है?
उत्तर:
अन्तःसरकारी संगठन एक ऐसा निकाय होता है जो सहभागी सरकारों द्वारा स्थापित किया जाता है और जिसे एक विशिष्ट पारराष्ट्रीय कार्यक्षेत्र पर नजर रखने या उसे विनियमित करने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। जैसेविश्व व्यापार संगठन।
प्रश्न 18.
भूस्थानीयकरण का अर्थ बताइये। भूस्थानीयकरण का उदाहरण देकर समझाइये।
उत्तर:
भूस्थानीयकरण का अर्थ है-भूमण्डलीय के साथ स्थानीय का मिश्रण । इसके तहत प्रायः विदेशी फर्मे अपना बाजार बढ़ाने के लिए स्थानीय परम्पराओं को व्यवहार में लेती हैं। उदाहरण के लिए - मैक्डॉनाल्डस भी भारत में अपने निरामिष और चिकन उत्पादन ही बेचता है, गोमांस का उत्पाद नहीं तथा नवरात्रि पर वह विशुद्ध निरामिष हो जाता है।
प्रश्न 19.
उदारीकरण की आर्थिक नीति को संक्षेप में वर्णित कीजिए।
उत्तर:
उदारीकरण की आर्थिक नीति - भूमण्डलीकृत अर्थव्यवस्था का प्रमुख लक्षण हैं। उदारीकरण की आर्थिक नीति। भूमण्डलीकरण में सामाजिक और आर्थिक सम्बन्धों का विश्वभर में विस्तार सम्मिलित है। यह विस्तार कुछ आर्थिक नीतियों द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है, जिसे उदारीकरण की आर्थिक नीति कहा जाता है।
प्रश्न 20.
अर्थव्यवस्था के उदारीकरण का क्या अर्थ है ?
अथवा
उदारीकरण से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
अर्थव्यवस्था के उदारीकरण का अर्थ है-किसी देश में व्यापार को नियमित करने वाले नियमों व वित्तीय नियमनों को हटाते हुए आर्थिक नीति में परिवर्तन लाने का निर्णय करना। उदारीकरण में ऐसी आर्थिक नीतियों को अपनाना है जिससे आर्थिक सम्बन्धों में विश्वभर में विस्तार हो तथा अपनी अर्थव्यवस्था को विश्व बाजार के लिए खोल दिया गया हो।
प्रश्न 21.
आर्थिक सुधार से आपका क्या आशय है ?
उत्तर:
अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण रखने के लिए सरकार द्वारा पहले से अपनाई नीतियों पर अब विराम लग गया है। अर्थव्यवस्था में उदारीकरण का आशय है - भारतीय व्यापार को नियमित करने वाले नियमों और वित्तीय नियमनों को हटा देना। इन उपायों को आर्थिक सुधार भी कहा जाता है।
प्रश्न 22.
अन्तर्राष्ट्रीय मुद्राकोष से ऋण लेना जरूरी क्यों है ? ऋण लेने की क्या शर्ते होती हैं?
उत्तर:
उदारीकरण की प्रक्रिया के लिए अन्तर्राष्ट्रीय मुद्राकोष जैसी अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं से ऋण लेना जरूरी हो गया है। ये ऋण कुछ निश्चित शर्तों पर दिए जाते हैं। सरकार को कुछ विशेष प्रकार के आर्थिक उपाय करने के लिए वचनबद्ध होना पड़ता है और इन आर्थिक उपायों के अन्तर्गत संरचनात्मक समायोजन की नीति अपनानी होती है। इन समायोजनों का अर्थ सामान्यतः सामाजिक क्षेत्रों जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सामाजिक सुरक्षा में राज्य के व्यय में कटौती है।
प्रश्न 23.
स्वदेशी शिल्प और ज्ञान व्यवस्था के लिए भूमण्डलीकरण एक खतरा कैसे है ? उपयुक्त उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
स्वदेशी शिल्प और ज्ञान व्यवस्था के लिए भूमण्डलीकरण एक खतरा है। उदाहरण के लिए, भारतीय बाजारों में चीन तथा कोरिया के सूत आ जाने से यहाँ सूत बनाने वाले अपना रोजगार खो बैठे हैं। टेलीविजन के कारण मुम्बई के थियेटर ग्रुप अब निष्क्रिय हो गये हैं। स्वदेशी परम्परागत आयुर्विज्ञान व कृषि सम्बन्धी ज्ञान पर हमला करते हुए विदेशी कम्पनियाँ तुलसी, हल्दी और बासमती चावल के प्रयोग को पेटेंट करा रही हैं।
प्रश्न 24.
'भूमण्डलीकरण के साथ 'श्रम का एक नया अन्तर्राष्ट्रीय विभाजन' भी उभरा। उपयुक्त उदाहरण देकर विवेचना कीजिए।
उत्तर:
भूमण्डलीकरण के कारण एक नया अन्तर्राष्ट्रीय श्रम-विभाजन उभरा है जिसमें उन देशों में उत्पादन केन्द्र खोल दिया जाता है, जहाँ मजदूरी सस्ती हो। नाइके कं. ने इसी प्रक्रिया के तहत जूते का उत्पादन केन्द्र जापान से 1970, 1980 और 1990 के दशक में क्रमशः दक्षिण कोरिया, थाइलैण्ड और भारत में स्थानान्तरित कर दिया।
प्रश्न 25.
भूमण्डलीकरण के महत्त्वपूर्ण तत्त्व के रूप में पारराष्ट्रीय निगमों (TNCs) की भूमिका स्पष्ट कीजिये।
उत्तर:
पारराष्ट्रीय निगम एक से अधिक देशों में अपने माल का उत्पादन करते हैं अथवा बाजार सेवाएं प्रदान करते हैं। ये भूमण्डलीय बाजारों तथा भूमण्डलीय मुनाफे की तरफ अभिमुखित हैं। जनरल मोटर्स, कोका कोला, मित्सुबिशी, कॉलगेट-पामोलिव आदि कुछ महत्त्वपूर्ण पारराष्ट्रीय निगम हैं।
प्रश्न 26.
ज्ञानात्मक अर्थव्यवस्था से आप क्या समझते हैं ? .
उत्तर:
ज्ञानात्मक अर्थव्यवस्था वह होती है जिसमें अधिकांश कार्यबल वस्तुओं के डिजाइन, विकास, प्रौद्योगिकी, विपणन, बिक्री और सेवाएँ आदि लगा रहता है। इसमें पास - पड़ोस में स्थित खान-पान प्रबन्ध सेवा से लेकर व्यावसायिक समारोहों व शादी-विवाहों में मेजबान को अपनी सेवाएँ देते हैं।
प्रश्न 27.
क्या भारत के लिए भूमण्डलीय अन्तःक्रियाएँ नयी चीज हैं ? यदि नहीं, तो कैसे ? समझाइये।
उत्तर:
भारत का रेशम मार्ग सदियों पहले भारत को चीन, फ्रांस, मिस्र और रोम की सभ्यताओं से जोड़ता था। विश्व के भिन्न-भिन्न भागों से लोग यहाँ कभी व्यापारियों के रूप में, कभी विजेताओं के रूप में और कभी नये स्थान की तलाश में यहाँ आए और फिर वे यहीं बस गये। इससे स्पष्ट है कि भारत के लिए भूमण्डलीय अन्तःक्रियाएँ नयी चीज नहीं हैं।
प्रश्न 28.
'थिन एयर बिजनेस' (विरल वात) से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
'थिन एयर बिजनेस' में अधिकांश लोग अपनी आजीविका सेवाएँ देकर, निर्णय, सूचना और विश्लेषण देकर कमाते हैं, भले ही वे अपना काम किसी टेलीफोन, कॉल सेन्टर, वकील के कार्यालय, सरकारी विभाग अथवा किसी वैज्ञानिक प्रयोगशाला में करते हों।
प्रश्न 29.
आयात नीति में किए गए परिवर्तन उपभोक्ता और उत्पादनों को कैसे प्रभावित करते हैं? समझाइये।
उत्तर:
आयात नीति में किए गए परिवर्तन जहाँ एक उपभोक्ता के लिए उपभोग के नए और व्यापक विकल्प लाता है, वहीं एक किसान के लिए आजीविका का आर्थिक संकट पैदा कर सकता है, इससे उत्पादन प्रभावित होता है।
प्रश्न 30.
भाररहित अर्थव्यवस्था तथा ज्ञानात्मक अर्थव्यवस्था में अन्तर लिखिए।
उत्तर:
भाररहित अर्थव्यवस्था वह होती है जिसके उत्पाद सूचना पर आधारित होते हैं जैसे-कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, मीडिया और मनोरंजक उत्पाद तथा इंटरनेट आधारित सेवाएँ। ज्ञानात्मक अर्थव्यवस्था वह होती है जिसमें अधिकांश कार्य-बल वस्तुओं के वास्तविक भौतिक उत्पादन अथवा वितरण में संलग्न नहीं होता, बल्कि उनके प्रारूप (डिजाइन), विकास, प्रौद्योगिकी, विपणन, बिक्री और सर्विस आदि में लगा रहता है।
प्रश्न 31.
भूमण्डलीकरण के साथ घटे महत्त्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में बताते हुए क्षेत्रीय संघों की भूमिका दर्शाने वाले उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
भूमंडलीकरण के साथ एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम भी घटित हो रहा है, और वह है राजनीतिक सहयोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय रचनातंत्र। इस संबंध में यूरोपीय संघ, दक्षिण एशियाई राष्ट्र संघ (एशियान), दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग सम्मेलन (सार्क) और अभी हाल में दक्षिण एशियाई व्यापार संघों का परिसंघ-ये कुछ ऐसे उदाहरण हैं जो क्षेत्रीय संघों की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाते हैं।
प्रश्न 32.
भूमण्डलीकरण रोजगार पर असमान प्रभाव कैसे डालता है?
उत्तर:
भूमण्डलीकरण रोजगार पर असमान प्रभाव डालता है; क्योंकि भूमण्डलीकरण के कारण जितनी सुविधाएँ नगरों व महानगरों में हैं उतनी सुविधाएँ गाँवों और कस्बों में नहीं हैं। नगरों में इसके कारण जहाँ सूचना प्रौद्योगिकी क्रांति से रोजगार के नए-नए अवसर मिल रहे हैं, गाँवों में इनका अभाव है।
प्रश्न 33.
नव उदारवादी आर्थिक उपाय किसे कहते हैं ?
उत्तर:
'भूतपूर्व समाजवादी विश्व का विघटन' अनेक दृष्टियों से एक बड़ा राजनैतिक परिवर्तन था, जिसने भूमण्डलीकरण की प्रक्रिया को और तेज कर दिया। वहाँ भूमण्डलीकरण को सहारा देने वाली जिस बाजार की शक्तियों के निर्बाध शासक की नीति को अपनाया गया, उसे नव उदारवादी उपाय कहा गया।
प्रश्न 34.
भूमण्डलीकरण ने किस प्रकार राजनीति को प्रभावित किया है ?
उत्तर:
भूमण्डलीकरण ने निम्न प्रकार राजनीति को प्रभावित किया है
प्रश्न 35.
स्पष्ट कीजिये कि अब सांस्कृतिक उपभोग अधिकतर नगरों की वृद्धि को आकार प्रदान कर रहा है।
उत्तर:
अब सांस्कृतिक उपभोग (कला, खाद्य, फैशन, संगीत और पर्यटन) अधिकतर नगरों की वृद्धि को एक आकार प्रदान करता है। यह तथ्य भारत के सभी बड़े शहरों में विशाल शापिंग माल्स, बहुविध सिनेमाघरों, मनोरंजन उद्यानों और जल क्रीड़ा स्थलों के विकास में आई तेजी से स्पष्ट होता है।
प्रश्न 36.
संस्कृति के दो रूप कौनसे हैं? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
संस्कृति के दो रूप हैं:
1. उपभोग संस्कृति: इसमें उपभोग पर बल दिया जाता है। विज्ञापन और जनसम्पर्क के सभी साधन इसको बढ़ावा दे रहे हैं।
2. निगम संस्कृति: निगम संस्कृति प्रबंधन सिद्धान्त की एक ऐसी शाखा है, जो किसी फर्म के सभी सदस्यों को साथ लेकर एक अद्भुत संगठनात्मक संस्कृति के निर्माण के माध्यम से उत्पादकता और प्रतियोगितात्मकता को बढ़ावा देने का प्रयत्न करती है।
प्रश्न 37.
एक गतिशील निगम संस्कृति को स्पष्ट कीजिये।
उत्तर:
एक गतिशील निगम संस्कृति-जिसमें कंपनी के कार्यक्रम, रीतियाँ एवं परम्पराएँ शामिल होती हैं, कर्मचारियों में वफादारी की भावना को बढ़ाती है और समूह एकता को प्रोत्साहन देती है। वह काम करने का तरीका बताती है और यह बताती है कि उत्पादों को कैसे बढ़ावा दिया जाये आदि।
प्रश्न 38.
निगम संस्कृति के बारे में संक्षेप में वर्णन लिखिए।
उत्तर:
निगम संस्कृति प्रबंधन सिद्धांत की एक ऐसी शाखा है जो किसी फर्म के सभी सदस्यों को साथ लेकर एक अद्भुत संगठनात्मक संस्कृति के निर्माण के माध्यम से उत्पादकता और प्रतियोगितात्मकता को बढ़ावा देने का प्रयत्न करती है।
प्रश्न 39.
भूमण्डलीकरण से संस्कृति में आये बदलावों का उल्लेख करें।
अथवा
भूमण्डलीकरण ने किस प्रकार संस्कृति को प्रभावित किया है ? चर्चा करें।
उत्तर:
संस्कृति पर भूमण्डलीकरण का प्रभाव:
प्रश्न 40.
भूमण्डलीकरण के भिन्न - भिन्न पक्ष कौनसे हैं ?
उत्तर:
भूमण्डलीकरण के भिन्न - भिन्न पक्ष निम्नलिखित हैं
प्रश्न 41.
समाजशास्त्रीय अध्ययन क्षेत्र की संक्षेप में व्याख्या कीजिये।
उत्तर:
समाजशास्त्रीय अध्ययन का क्षेत्र अत्यन्त व्यापक होता है । यह अपने विश्लेषण को
प्रश्न 42.
कूप मंडूक की नीति कथा से एकीकरणवाद के विरुद्ध क्या चेतावनी मिलती है ?
उत्तर:
जिस प्रकार कूप मंडूक का ज्ञान सीमित होता है और वह बाहरी दुनिया के बारे में अपने दिल में गहरा संदेह पाले रखता है उसी प्रकार यदि हम भी कूप मंडूक की तरह जीवन बिताते तो विश्व का वैज्ञानिक, सांस्कृतिक और आर्थिक इतिहास बहुत ही सीमित होता है।
प्रश्न 43.
स्वतंत्र भारत में भूमण्डलीय दृष्टिकोण अपना रखा है। कैसे?
उत्तर:
स्वतंत्र भारत में भूमण्डलीय दृष्टिकोण अपना रखा है। विश्व भर में चल रहे उदारता संघर्षों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता, विश्व के विभिन्न भागों में रहने वाले लोगों के प्रति एकता दर्शाना, भारतवासियों का शिक्षा व अन्य कार्य के लिए विदेश, विदेशी कम्पनियों का भारत में सक्रिय होना आदि इसी दृष्टिकोण को दर्शाते हैं।
प्रश्न 44.
पब्लिक कॉल ऑफिस (पी.सी.ओ.) से क्या लाभ हैं?
उत्तर:
पी.सी.ओ. भारत में दूर-दूर तक ग्रामीण पहाड़ी एवं जनजातीय इलाकों में विश्वसनीय टेलीफोन सेवा प्रदान करते हैं । इस सुविधा के उपलब्ध हो जाने से पारिवारिक सदस्यों के साथ सम्पर्क बनाए रखने की आकांक्षा पूरी हो गई है।
प्रश्न 45.
15 अगस्त, 2006 की सी.एन.एन., आई.बी.एन. के जनमत प्रसार की रिपोर्ट क्या बताती है?
उत्तर:
यह रिपोर्ट यह बताती है कि देश में कम्प्यूटरों का तेजी से फैलाव होने के बावजूद 'डिजिटल विभाजन' यहाँ अब भी है। इंटरनेट से जुड़ने की सुविधा अधिकतर नगरीय क्षेत्रों में ही साइबर कैफे के माध्यम से उपलब्ध है, लेकिन ग्रामीण इलाके अब भी अनिश्चित विद्युत आपूर्ति व अन्य अनेक कारणों से इससे वंचित हैं।
प्रश्न 46.
भारत ने उदारीकरण से पूर्व किस प्रकार की आर्थिक नीति अपना रखी थी और क्यों?
उत्तर:
भारत सरकार ने उदारीकरण की नीति से पूर्व अर्थव्यवस्था पर अधिक नियंत्रण रखने की सरकारी नीति अपना रखी थी। इसका कारण यह था कि सरकार भारतीय बाजार और भारतीय स्वदेशी व्यवसाय को प्रतियोगिता से बचाना चाहती थी; क्योंकि नव स्वतंत्र देश स्वतंत्र प्रतियोगिता में नुकसान में रहेगा तथा सुविधा वंचित वर्गों के कल्याण पर ध्यान नहीं देगा।
प्रश्न 47.
डोमवारी समुदाय व भूमण्डलीकरण का प्रभाव लिखें।
अथवा
डोमवारी समुदाय पर टेलीविजन और सर्कस का क्या प्रभाव पड़ा है ?
उत्तर:
टेलीविजन और सर्कस का डोमवारी समुदाय पर बहुत खराब प्रभाव पड़ा है। वे कलाबाजी दिखाकर अपनी रोजी-रोटी कमाते थे; लेकिन टेलीविजन और सर्कस के कारण अब उनके करतब को कोई देखना पसंद नहीं करते। अब उसके तमाशे के बदले में कोई पैसे नहीं देते हैं। इस प्रकार उनका धंधा चौपट हो गया है।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
"भूमण्डलीकरण के साथ 'श्रम का एक नया अन्तर्राष्ट्रीय विभाजन' भी उभरा।" उपयुक्त उदाहरण देकर विवेचना कीजिये।
उत्तर:
भूमण्डलीकरण तथा श्रम का एक नया अन्तर्राष्ट्रीय विभाजन:
भूमण्डलीकरण के कारण एक नया अन्तर्राष्ट्रीय श्रम - विभाजन विकसित हुआ है, जिसमें तीसरी दुनिया के नगरों में अधिकाधिक निर्माण उत्पादन सस्ते रोजगार व लागत पर कराया जाता है। यथा
1. संविदा खेती - बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ कुछ विशिष्ट मदों, विशेषकर निर्यातोन्मुख उत्पादों की खेती के लिए तीसरी दुनिया के किसानों को पूर्व निर्धारित उपज मूल्य पर उपज का क्रय करने का आश्वासन देती हैं और उत्पादों को ऊँचे अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में बेचकर अधिक लाभ कमाती हैं। भारत जैसे देशों में संविदा खेती का मुख्य कारण यहाँ सस्ते रोजगार के कारण लागत का कम आना है।
2. बाह्य स्रोतों से काम - बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ सॉफ्टवेयर के निर्माण के लिए भारत स्थित कम्पनियों से कार्य कराती हैं । चूँकि भारत में मजदूरी कम देनी पड़ती है, इसलिए उस पर कम लागत आती है।
3. कारखानों का तीसरी दुनिया के देशों में हस्तान्तरण - बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ अपने उत्पाद की उत्पादन लागत कम करने के लिए भूमण्डलीकरण के साथ अपने कारखानों को तीसरी दुनिया के देशों में हस्तान्तरित कर रही हैं; क्योंकि यहाँ मजदूरी सस्ती होने के कारण उत्पाद की उत्पादन लागत कम आती है। उदाहरण के लिए पहले नाइके , कम्पनी के लिए केवल दो अमेरिकी कारखानों में ही जूते बनाए जाते थे। फिर 1960 के दशक में नाइके के जूते जापान में बनाए जाने लगे। जब वहाँ लागत बढ़ी तो उत्पादन कार्य को 1970 के दशक के मध्य में दक्षिण कोरिया को स्थानान्तरित कर दिया गया। दक्षिण कोरिया में मजदूरी की लागत बढ़ने से 1980 के दशक में उत्पादन को थाईलैण्ड और इण्डोनेशिया तक फैला दिया गया। तदुपरांत 1990 के दशक से भारत में नाइके के जूतों का उत्पादन किया जा रहा है। इस प्रकार यदि और कहीं मजदूरी सस्ती होगी तो वहाँ उत्पादन केन्द्र खोल दिये जायेंगे।
प्रश्न 2.
समाजशास्त्रीय अध्ययन का क्षेत्र अत्यन्त व्यापक होता है। विस्तारपूर्वक बताइए।
उत्तर:
समाजशास्त्रीय अध्ययन का क्षेत्र अत्यन्त व्यापक होता है। यह अपने विश्लेषण को अलग - अलग व्यक्तियों, जैसे-दुकानदार और ग्राहक, अध्यापक और छात्र, दो मित्रों अथवा पारिवारिक सदस्यों के बीच की अंतःक्रियाओं पर केंद्रित कर सकता है। इसी प्रकार यह अपने विश्लेषण को राष्ट्रीय मुद्दों, जैसे - बेरोजगारी अथवा जातीय संघर्ष अथवा जनजातीय लोगों के वन संबंधी अधिकारों पर सरकारी नीति का प्रभाव, या ग्रामीण ऋणग्रस्तता आदि तक सीमित रख सकता है। भूमंडलीय सामाजिक प्रक्रियाओं जैसे-कामगार वर्ग पर नए लचीले श्रम-विनियमों अथवा नव युवाओं पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया अथवा देश की शिक्षा प्रणाली पर विदेशी विश्वविद्यालयों के प्रवेश के प्रभाव की जाँच कर सकता है।
इसलिए समाजशास्त्र उन विषयों (यानी परिवार या मजदूर संघ अथवा ग्राम आदि) से परिभाषित नहीं होता जिनका यह अध्ययन करता है, बल्कि वह एक चुने हुए क्षेत्र का अध्ययन कैसे करता है इससे परिभाषित होता है। भलीभाँति समझ जाएंगे कि समाजशास्त्र, क्या अध्ययन करता है से नहीं बल्कि यह कैसे अध्ययन करता है से परिभाषित किया गया है। इसलिए यह कहना सही नहीं होगा कि समाजशास्त्र भूमंडलीकरण के केवल सामाजिक अथवा सांस्कृतिक परिणामों का ही अध्ययन करता है। यह व्यक्ति और समाज, सूक्ष्म और स्थूल, व्यष्टि एवं समष्टि (माइक्रो एवं मैक्रो), स्थानीय एवं भूमंडलीय के बीच के संबंधों के भाव को समझने के लिए समाजशास्त्रीय कल्पना शक्ति का प्रयोग करता है।
प्रश्न 3.
अन्तर्राष्ट्रीय राजनीतिक वातावरण में भूमण्डलीकरण के द्वारा आए परिवर्तन क्या हैं ?
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय राजनीतिक वातावरण में भूमण्डलीकरण के कारण आए परिवर्तन। अन्तर्राष्ट्रीय राजनीतिक वातावरण में भूमण्डलीकरण के कारण आए प्रमुख परिवर्तन निम्नलिखित हैं
1. समान आर्थिक व राजनैतिक दूरदर्शिता:
अन्तर्राष्ट्रीय राजनीतिक वातावरण में 'भूतपूर्व समाजवादी विश्व' का विघटन एक बड़ा परिवर्तन था। इसके परिणामस्वरूप भूमण्डलीकरण की प्रक्रिया तेज हो गई। भूमण्डलीकरण की इस परिवर्तित प्रक्रिया में राजनीतिक दूरदर्शिता उतनी ही है जितनी कि आर्थिक दूरदर्शिता। इन परिवर्तनों को प्रायः नव उदारवादी उपाय कहा जाता है। मोटे तौर पर, इन नीतियों में मुक्त उद्यमी सम्बन्धी राजनीतिक दूरदर्शिता प्रतिबिंबित होती है जिसमें यह विश्वास किया जाता है कि बाजार की शक्तियों का निर्बाध शासन कुशल एवं न्यायसंगत होगा। इसलिए इस दूरदर्शितापूर्ण नीति के अन्तर्गत राज्य की ओर से विनियमन और आर्थिक सहायता दोनों की ही आलोचना करती है।
2. समावेशात्मक भूमण्डलीकरण:
भूमण्डलीकरण की एक यह सम्भावना भी व्यक्त की जा रही है जिसमें समाज के सभी अनुभागों का समावेश होता है। इसे हम समावेशात्मक भूमण्डलीकरण कहते हैं।
3. राजनीतिक सहयोग के लिए अन्तर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय रचनातंत्र:
भूमण्डलीकरण के साथ एक अन्य महत्त्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम भी घटित हो रहा है और वह है।राजनीतिक सहयोग के लिए अन्तर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय रचनातंत्र। इस सम्बन्ध में यूरोपीय संघ, ‘एशियान', 'सार्क' तथा 'बोर्ड्स' कुछ ऐसे उदाहरण हैं, जो क्षेत्रीय संघों की महत्त्वपूर्ण भूमिका को दर्शाते हैं।
4. अन्तर्राष्ट्रीय सरकारी और गैर-सरकारी संगठन:
अन्तर्राष्ट्रीय सरकारी संगठनों और अन्तर्राष्ट्रीय गैरसरकारी संगठनों का भी उदय एक अन्य राजनीतिक आयाम प्रस्तुत करता है। अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों को एक विशिष्ट पारराष्ट्रीय कार्यक्षेत्र पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है, जबकि गैर-सरकारी अन्तर्राष्ट्रीय संगठन अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दों का विचार कर नीतिगत निर्णय लेते हैं।
प्रश्न 4.
विभिन्न उद्योगों पर भूमण्डलीकरण के प्रभावों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
उद्योगों पर भूमण्डलीकरण के प्रभाव । उद्योगों पर भूमण्डलीकरण का प्रभाव बहुत व्यापक होता है। यथा:
1.चीनी और कोरियाई रेशम के धागे (यान) ने बाजार में प्रवेश किया, बिहार की रेशम कातने और धागा बनाने वाली औरतों का धंधा ही चौपट हो गया। बुनकर. और उपभोक्ता इस नए यार्न (चीन एवं कोरिया के रेशम के धागे) को अधिक पसन्द करते हैं। क्योंकि:
2. भारतीय समुद्री जल में बड़े - बड़े मछली पकड़ने वाले जहाजों के प्रवेश के साथ ही कुछ ऐसी ही उठापटक हुई। ये बड़े - बड़े जहाज वे सब मछलियाँ बटोरकर ले गए जो पहले भारतीय नौकाओं द्वारा इकट्ठी की जाती थीं। इस प्रकार मछली छाँटने, सुखाने, बेचने और जाल बुनने वाली औरतों की रोजी - रोटी छिन गई।
3.गुजरात में, गोंद इकट्ठा करने वाली औरतें जो पहले बावल के पेड़ों (जुलिफेरा) से गोंद इकट्ठा करती थीं, सूडान से सस्ते गोंद का आयात शुरू हो जाने से, अपना रोजगार खो बैठीं।
4. भारत के लगभग सभी शहरों में, रद्दी बीनने वाले लोग कुछ हद तक अपना रोजगार खो बैठे क्योंकि विकसित देशों से रद्दी कागज का आयात होने लगा है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि भूमण्डलीकरण का सामाजिक आशय बहुत महत्त्वपूर्ण है। समाज के विभिन्न हिस्सों पर इसका प्रभाव बहुत ही भिन्न प्रकार का होता है।
प्रश्न 5.
भारत में दूरभाष व्यवस्था का विस्तार वाणिज्यिक कार्य व्यवहार के अलावा अपने प्रयोगकर्ता के लिए एक प्रबल सामाजिक - सांस्कृतिक व्यवहार का कार्य भी करता है, कैसे? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
1947 में स्वतंत्रता प्राप्ति के समय इस नए राष्ट्र में 35 करोड़ की जनसंख्या के लिए 84,000 टेलीफोन लाइनें थीं। तैंतीस साल बाद, 1980 तक भी भारत की टेलीफोन सेवा की हालत ठीक नहीं थी किन्तु 1990 के दशक के आखिरी वर्षों में दूरसंचार परिदृश्य में व्यापक बदलाव आया। 1999 तक भारत में 2.5 करोड़ टेलीफोन लाइनें लग चुकी थीं। भारत का दूरसंचार नेटवर्क विश्व में नौवाँ सबसे बड़ा नेटवर्क है। 1988 से 1998 के बीच, किसी न किसी प्रकार की टेलीफोन सुविधा वाले गाँवों की संख्या तीन लाख यानी भारत के गाँवों की कुल संख्या से आधी हो गई है। पब्लिक काल ऑफिस. भारत में दूर-दूर तक ग्रामीण पहाड़ी और जनजातीय इलाकों में टेलीफोन सेवा प्रदान करने लगे हैं।
इस प्रकार पी.सी.ओ. की सुविधा उपलब्ध हो जाने से पारिवारिक सदस्यों के साथ सम्पर्क बनाए रखने की भारतीय लोगों की एक प्रबल सामाजिक-सांस्कृतिक आवश्यकता पूरी होती है। जैसे कि भारत में शादी - विवाह आदि के उत्सवों में शामिल होने के लिए, सगे - सम्बन्धियों के पास जाने के लिए और अंत्येष्टि आदि में सम्मिलित होने के लिए रेलगाड़ी यात्रा करने का सबसे सुलभ साधन बन गई हैं; वैसे ही टेलीफोन भी पारिवारिक घनिष्ठ सम्बन्ध बनाए रखने का सबसे आसान तरीका माना जाता है। उदाहरण - दूरभाष सेवाओं से सम्बन्धित अधिकतर विज्ञापनों में, माँ को बेटे-बेटियों से, और दादा- दादियों/ नाना - नानियों को पोते - पोतियों/नाती - नातिनों से बात करते हुए दिखाया जाता है। इससे स्पष्ट है कि भारत में दूरभाष व्यवस्था का विस्तार वाणिज्यिक कार्य-व्यवहार के अलावा अपने प्रयोगकर्ता के लिए एक प्रबल सामाजिक - सांस्कृतिक व्यवहार का कार्य भी करता है।
प्रश्न 6.
भूमण्डलीकरण और राजनीतिक परिवर्तन में राजनीतिक सहयोग के लिए अन्तर्राष्ट्रीय संगठन, अन्तर्राष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन और क्षेत्रीय रचना तंत्र की भूमिका की व्याख्या उदाहरण सहित कीजिए।
उत्तर:
भूमण्डलीकरण और राजनीतिक परिवर्तन में राजनीतिक सहयोग के लिए अन्तर्राष्ट्रीय संगठन और अन्तर्राष्ट्रीय गैर - सरकारी संगठन और क्षेत्रीय रचना तंत्र महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । यथा
1. अन्तर्राष्ट्रीय सरकारी संगठनों की भूमिका:
अन्तर्राष्ट्रीय सरकारी संगठनों और अन्तर्राष्ट्रीय गैरसरकारी संगठनों का उदय भी एक अन्य राजनीतिक आयाम प्रस्तुत करता है। अंतःसरकारी संगठन एक ऐसा निकाय होता है जो सहभागी सरकारों द्वारा स्थापित किया जाता है और जिसे एक विशिष्ट पारराष्ट्रीय कार्यक्षेत्र पर नजर रखने या उसे विनियमित करने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। उदाहरणार्थ, विश्व व्यापार संगठन को व्यापार प्रथाओं पर लागू होने वाले नियमों के सम्बन्ध में अधिकाधिक भूमिका सौंपी जा रही है।
2. अन्तर्राष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन की भूमिका:
अन्तर्राष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन सरकारी संस्थाओं से सम्बद्ध नहीं होते बल्कि स्वयं स्वतंत्र संगठन होते हैं जो नीतिगत निर्णय लेते हैं और अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार करते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय गैर-संगठन के उदाहरण हैं ग्रीन पीस, दि रेडक्रॉस इत्यादि।
3. क्षेत्रीय रचनातंत्र की भूमिका:
क्षेत्रीय रचनातंत्र की भूमिका भी राजनीतिक परिवर्तन में महत्त्वपूर्ण है, उदाहरण-यूरोपीय संघ (ई.यू.), दक्षिण एशियाई राष्ट्र संघ, दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग सम्मेलन और दक्षिण एशियाई व्यापार संघों का परिसंघ कुछ ऐसे उदाहरण हैं जो क्षेत्रीय संघों की महत्त्वपूर्ण भूमिका को दर्शाते हैं।
प्रश्न 7.
भूमण्डलीकरण की प्रक्रिया क्या उपभोग की संस्कृति को बढ़ावा दे रही है ? यदि हाँ, तो कैसे? उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर:
भूमण्डलीकरण और उपभोग की संस्कृति-अक्सर जब हम संस्कृति की बात करते हैं तो हम पहनावे, संगीत, नृत्य, खाद्य आदि की चर्चा करते हैं । किन्तु जैसा कि हम जानते हैं, संस्कृति इन बातों तक ही सीमित नहीं है बल्कि उसका सम्बन्ध सम्पूर्ण जीवनशैली से है। भूमण्डलीकरण की प्रक्रिया उपभोग की संस्कृति को बढ़ावा दे रही है। इसे निम्न प्रकार स्पष्ट किया जा सकता है
1. भूमण्डलीकरण की प्रक्रिया नगरों को एक रूप प्रदान करने की प्रक्रिया है। 1970 के दशक तक ये उत्पादन उद्योग नगरों की वृद्धि में प्रमुख भूमिका निभाते रहे हैं। लेकिन अब, सांस्कृतिक उपभोग अधिकतर नगरों की वृद्धि को एक आकार प्रदान कर रहा है। भारत के सभी बड़े शहरों में शॉपिंग मॉल्स, बहुविध सिनेमाघरों, मनोरंजन उद्यानों और जलक्रीड़ा स्थलों के विकास में तेजी आई है।
2. विज्ञापन और सामान्य रूप से जनसम्पर्क के सभी माध्यम एक ऐसी संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं जिसमें पैसा खर्च करना ही महत्त्वपूर्ण माना जाता है। पैसे को सँभालकर रखना अब कोई गुण नहीं रहा।
3. भूमण्डलीकरण के तहत खरीददारी को समय बिताने की गतिविधि के रूप में सक्रियता से प्रोत्साहित किया जाता है।
4. मिस यूनिवर्स और मिस वर्ल्ड जैसी फैशन प्रतियोगिताओं के समारोहों की उत्तरोत्तर सफलताओं के कारण फैशन, सौन्दर्य प्रसाधन एवं स्वास्थ्य उत्पादों से सम्बन्धित उद्योगों की अत्यधिक वृद्धि हुई है। नौजवान लड़कियाँ ऐश्वर्या राय और सुष्मिता सेन बनने का सपना देख रही हैं।
5. 'कौन बनेगा करोड़पति' जैसे लोकप्रिय प्रतिस्पर्धात्मक कार्यक्रमों ने व्यक्तियों को/युवाओं को भ्रम में रखा है कि कुछ ही खेलों से उनका भाग्य बदल सकता है।
प्रश्न 8.
निगम संस्कृति सिद्धान्त से क्या आशय है? भारत के उदाहरण के माध्यम से स्पष्ट करते हुए बताइए कि इनकी कार्य अनुसूची कैसी होती है ?
उत्तर:
निगम संस्कृति सिद्धान्त-निगम संस्कृति प्रबन्धन सिद्धान्त की एक ऐसी शाखा है जो किसी फर्म के सभी सदस्यों को साथ लेकर एक अद्भुत संगठनात्मक संस्कृति के निर्माण के माध्यम से उत्पादकता और प्रतियोगितात्मकता को बढ़ावा देने का प्रयत्न करती है। ऐसा माना जाता है कि एक गतिशील निगम संस्कृति, जिसमें कम्पनी के कार्यक्रम, रीतियाँ एवं परम्पराएँ शामिल होती हैं, कर्मचारियों में वफादारी की भावना को बढ़ाती है और समूह एकता को प्रोत्साहन देती है। वह यह भी बताती है कि काम करने का तरीका क्या है और उत्पादों को कैसे बढ़ावा दिया जाए और उनको कैसे पैक किया जाए।
भारत में निगम संस्कृति की कार्य सूची-बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के प्रसार और सूचना प्रौद्योगिकी में आई क्रांति के फलस्वरूप अवसरों की उपलब्धता में वृद्धि हो जाने से भारत के महानगरों में प्रोफेशनलों का एक वर्ग बन गया है जो सॉफ्टवेयर फर्मों, बहुराष्ट्रीय बैंकों, चार्टर लेखाकार फर्मों, स्टॉक बाजारों, यात्रा, फैशन डिजाइन, मनोरंजन, मीडिया और अन्य सहबद्ध क्षेत्रों में कार्यरत हैं। इन महत्त्वाकांक्षी व्यावसायिकों की कार्य अनुसूची अत्यन्त तनावपूर्ण होती है, उनके वेतन-भत्ते बहुत ज्यादा होते हैं और बाजार में तेजी से बढ़ते उपभोक्ता उद्योगों के उत्पादों के वे ही प्रमुख ग्राहक होते हैं।
प्रश्न 9.
"भूमण्डलीकरण से स्वदेशी शिल्प साहित्यिक परम्पराओं और ज्ञान व्यवस्थाओं को खतरा है।" कैसे? उपयुक्त उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भूमण्डलीकरण ने स्वदेशी शिल्प साहित्यिक परम्पराओं और ज्ञान व्यवस्थाओं को निम्न प्रकार से प्रभावित किया
(अ) भूमण्डलीकरण का स्वदेशी शिल्प पर प्रभाव: सांस्कृतिक रूपों एवं भूमण्डलीकरण के बीच एक अन्य सम्बन्ध अनेक स्वदेशी शिल्पों एवं साहित्यिक परम्पराओं और ज्ञान व्यवस्थाओं की दशा से दृष्टिगोचर होता है। तथापि यह याद रखना भी महत्त्वपूर्ण है कि आधुनिक विकास ने भूमण्डलीकरण की अवस्था से पहले भी परम्परागत सांस्कृतिक रूपों और उन पर आधारित व्यवसायों में अपनी घुसपैठ बना ली थी।
लेकिन अब परिवर्तन का अनुपात और उसकी गहनता अत्यधिक तीव्र है। उदाहरण के लिए, लगभग 30 थिएटर समूह, जो मुम्बई महानगर के परेल और गिरगाँव की कपड़ा मिलों के इलाके के आस-पास सक्रिय थे, अब निष्क्रिय एवं समाप्त हो चुके हैं, क्योंकि इन इलाकों के मिल - मजदूरों में से अधिकांश लोगों की नौकरी खत्म हो चुकी है। कुछ वर्ष पहले, आन्ध्र प्रदेश के करीमनगर जिले के सरसिला गाँव और उसी राज्य के मेढ़क जिले के डुबक्का गाँव के पारम्परिक बुनकरों द्वारा बहुत बड़ी संख्या में आत्महत्या की गई थीं। इसका कारण यह था कि इन बुनकरों के पास बदलती हुई उपभोक्ता रुचियों के अनुरूप अपने आपको ढालने और विद्युतकर्षों से मुकाबला करने के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश करने के कोई साधन नहीं थे।
(ब) भूमण्डलीकरण का साहित्यिक परम्पराओं और ज्ञान पर प्रभाव: इसी प्रकार, परम्परागत ज्ञान व्यवस्थाओं के विभिन्न रूप जो विशेष रूप से आयुर्विज्ञान और कृषि के क्षेत्रों से सम्बन्धित थे, सुरक्षित रखे गए हैं और एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सौंपे जाते रहे हैं। यह कार्य अब व्यावसायिकों के द्वारा किए जाते हैं जिससे यह परम्परागत ज्ञान खत्म होने की कगार पर है।
(स) तुलसी, रुद्राक्ष, हल्दी तथा बासमती चावल को पेटेंट करवाने के प्रयत्न: तुलसी, रुद्राक्ष, हल्दी, बासमती चावल के प्रयोग को बहुराष्ट्रीय कम्पनियों द्वारा पेटेंट करवाने का प्रयत्न भी भूमण्डलीकरण का ही प्रभाव है। तुलसी, रुद्राक्ष प्रमुख भारतीय पूजा की सामग्री है, इसी प्रकार हल्दी भारतीयों का मसाला एवं चावल खान-पान की सामग्री रही है, जिसे भारतीयों से विदेशी कम्पनियाँ पेटेंट के नाम पर छीनने का प्रयत्न कर रही हैं जिससे स्वदेशी ज्ञान व्यवस्थाओं को धक्का लगा है। उपर्युक्त विवरण से स्पष्ट है कि भूमण्डलीकरण से स्वदेशी शिल्प, साहित्यिक परम्पराओं और ज्ञान व्यवस्थाओं को खतरा है।
प्रश्न 10.
विश्व में प्रौद्योगिकी के क्षेत्र और दूरसंचार के आधारभूत ढाँचे में हुई प्रगति के फलस्वरूप भूमण्डलीय संचार व्यवस्था में कैसे परिवर्तन हुए हैं?
उत्तर:
भूमण्डलीय संचार व्यवस्था में होने वाले परिवर्तन विश्व में प्रौद्योगिकी के क्षेत्र और दूरसंचार के आधारभूत ढाँचे में हुई महत्त्वपूर्ण प्रगति के फलस्वरूप भूमण्डलीय संचार व्यवस्था में निम्नलिखित क्रांतिकारी परिवर्तन हुए हैं:
1. घरों और कार्यालयों में बाहरी दुनिया से सम्बन्ध बनाए रखने के साधनों का उपलब्ध होना:
विश्व में प्रौद्योगिकी के क्षेत्र और दूर-संचार के आधारभूत ढाँचे में हुई प्रगति के फलस्वरूप अब कुछ घरों और बहुत से कार्यालयों में बाहरी दुनिया के साथ सम्बन्ध बनाए रखने के साधन उपलब्ध हुए हैं। जैसे - टेलीफोन (लैंडलाइन और मोबाइल दोनों), फैक्स मशीनें, डिजिटल और केबल टेलीविजन, इलेक्ट्रॉनिक मेल और इंटरनेट आदि।
2. दस्तावेज तथा चित्र भेजना संभव:
प्रौद्योगिकी के क्षेत्र तथा दूरसंचार के आधारभूत ढांचे में हुई प्रगति के कारण अब दस्तावेज और चित्र भी एक-दूसरे को उपग्रह प्रौद्योगिकी की सहायता से भेज सकते हैं।
3. इंटरनेट का प्रयोग:
भूमण्डलीय स्तर पर इंटरनेट का प्रयोग 1990 के दशक में बहुत बढ़ गया है। 1998 में विश्वभर में 7 करोड़ लोग इंटरनेट का प्रयोग करते थे जबकि 2000 तक इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या बढ़कर 32.5 करोड़ हो गई। इस वृद्धि का कारण था-साइबर कैफे की उपलब्धता।
4. सेल्युलर टेलीफोनों में अत्यधिक वृद्धि:
सेल्युलर टेलीफोनों में भी अत्यधिक वृद्धि हुई है और अधिकांश नगर में रहने वाले मध्यमवर्गीय युवाओं के लिए सेलफोन उनके अस्तित्व का हिस्सा बन गए हैं। इसी तरह सेलफोनों के प्रयोग में भारी वृद्धि हुई है और इनके प्रयोग के तरीकों में भी काफी बदलाव दिखाई देता है। अब सेलफोन हमारे जीवन के इतने अभिन्न अंग बन गये हैं कि जब छात्रों को कॉलेज में सेलफोन प्रयोग न करने के लिए कहा गया तो वे हड़ताल पर जाने और देश के राष्ट्रपति से अपील करने को तैयार हो गये।
प्रश्न 11.
क्या भूमण्डलीकरण के अंतःसम्बन्ध विश्व और भारत के लिए नए हैं ? उपयुक्त उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भूमण्डलीकरण के अन्तःसम्बन्ध : विश्व और भारतभूमण्डलीकरण के अन्तःसम्बन्ध विश्व और भारत के लिए नये नहीं हैं, इसे निम्नलिखित बिन्दुओं के अन्तर्गत स्पष्ट किया गया है
1. प्राचीनकाल में भारत और विश्व के सम्बन्ध:
भारत आज से दो हजार वर्ष पहले भी विश्व से अलगथलग नहीं था। प्रसिद्ध रेशम मार्ग सदियों पहले भारत को उन महान सभ्यताओं से जोड़ता था जो चीन, फ्रांस, मिस्त्र और रोम में स्थित थीं। भारत के लंबे अतीत के दौरान, विश्व के भिन्न - भिन्न भागों में लोग यहाँ आए थे, वे कभी व्यापारियों के रूप में, कभी विजेताओं के रूप में और कभी नये स्थान की तलाश में प्रवासी के रूप में आये और वे यहीं बस गये। इससे स्पष्ट होता है कि भूमण्डलीय अंतःक्रियायें या भूमण्डलीय दृष्टिकोण भारत के लिए कोई नई या अनोखी चीज नहीं है।
2. उपनिवेशवाद और भूमण्डलीय संयोजन:
आधुनिक पूँजीवाद का उसके प्रारम्भ से ही भूमण्डलीय आयाम रहा है। उपनिवेशवाद उस व्यवस्था का एक भाग था जिसे पूँजी, कच्ची सामग्री, ऊर्जा और बाजार के नये स्रोतों तथा एक ऐसे नेटवर्क की आवश्यकता थी, जो उसे संभाले हुए था। आज भूमण्डलीकरण की आम पहचान है, लोगों का बड़े पैमाने पर प्रवसन। उपनिवेशकाल में लोगों का सबसे बड़ा प्रवसन यूरोपीय लोगों का अमेरिका और आस्ट्रेलिया में देशान्तरण था, जो वहीं जाकर बस गये। भारत से भी गिरमिटिया मजदूरों को जहाजों में भरकर एशिया, अफ्रीका और उत्तरी - दक्षिणी अमेरिका के दूरवर्ती भागों में काम करने के लिए ले जाया गया था।
3. स्वतंत्र भारत और विश्व:
स्वतंत्र भारत ने भी भूमण्डलीय दृष्टिकोण को अपनाए रखा। यह कई अर्थों में भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलनों से विरासत में मिला था। विश्वभर में चल रहे उदारता संघर्षों के लिए प्रतिबद्धता, विश्व के विभिन्न भागों में रहने वाले लोगों के साथ एकता दर्शाना इसी दृष्टिकोण का अभिन्न अंग था। बहुत से भारतवासियों ने शिक्षा एवं कार्य के लिए समुद्र पार की यात्राएँ कीं।कच्चा माल, सामग्री और प्रौद्योगिकी का आयात-निर्यात स्वतंत्रता प्राप्ति के समय से ही भारत के विकास का अंग रहा है। विदेशी कंपनियाँ भारत में सक्रिय रही हैं।
अतः स्पष्ट है कि भूमण्डलीकरण के अन्तःसम्बन्ध भारत प्राचीनकाल से ही विश्व के देशों के साथ निभाता आ रहा है।