RBSE Class 12 Physics Notes Chapter 8 वैद्युतचुंबकीय तरंगें

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RBSE Class 12 Physics Chapter 8 Notes वैद्युतचुंबकीय तरंगें

→ विद्युत्-चुम्बकीय तरंगें:
आकाश (space) में समय के साथ परिवर्ती विद्युत् व चुम्बकीय क्षेत्रों का तरंग रूप में संचरण ही विद्युत्-चुम्बकीय तरंग कहलाता है।

→ मैक्सवेल के समीकरण (Maxwell's equation):
मैक्सवेल के निम्नांकित चार समीकरण हैं
(i) स्थिर वैद्युत का गाउस नियम : .
\(\oint_{\mathrm{s}} \overrightarrow{\mathrm{E}} \cdot \overrightarrow{d s}=\frac{q}{\varepsilon_0}\)

(ii) स्थिर चुम्बकत्व का गाउस नियम :
\(\oint_{\mathrm{s}} \overrightarrow{\mathrm{B}} \cdot \overrightarrow{d s}\) = 0

(iii) फैराडे का विद्युत्-चुम्बकीय प्रेरण का नियम :
e = \(\oint_{\mathrm{C}} \overrightarrow{\mathrm{B}} \cdot d \vec{l}=-\frac{d \phi_m}{d t}\)

(iv) ऐम्पियर का संशोधित नियम
\(\oint_{\vec{B} \cdot d \vec{l}}\) = μ0(IC + ID)
= μ0(IC + ε0\(\frac{\partial \phi_{\mathrm{E}}}{\partial t}\))

RBSE Class 12 Physics Notes Chapter 8 वैद्युतचुंबकीय तरंगें 

→ विद्युत्-चुम्बकीय तरंगों के अभिलक्षण (Characteristics):
(i) इनके संचरण (propagation) के लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है।

(ii) ये प्रकाश की चाल (c = 3 × 108 ms-1) से चलती हैं।

(iii) विद्युत्-चुम्बकीय तरंगें अनुप्रस्थ होती हैं। इनमें विद्युत् एवं चुम्बकीय क्षेत्र तरंग संचरण की दिशा के लम्बवत् एवं परस्पर भी लम्बवत् रहते हैं।
(iv) किसी माध्यम में विद्युत्-चुम्बकीय तरंगों की चाल
v = \(\frac{1}{\sqrt{\mu . \varepsilon}}=\frac{1}{\sqrt{\mu_r \cdot \mu_0 \varepsilon_r \cdot \varepsilon_0}} = \frac{c}{\sqrt{\mu_r \cdot \varepsilon_r}}=\frac{c}{n}\)
जहाँ n माध्यम का अपवर्तनांक है।

(v) विद्युत्-चुम्बकीय तरंग का औसत ऊर्जा घनत्व (Average energy density)

(ue)av = (um)av
\(\frac{1}{2}\)ε0Erms2 = \(\frac{\mathrm{B}_{\mathrm{rms}}^2}{2 \mu_0}\)
कुल ऊर्जा घनत्व uav = ue + um
= \(\frac{1}{2}\)ε0E02

(vi) विद्युत्-चुम्बकीय तरंगों द्वारा डाला गया दाब अर्थात् farohen gra (Radiation pressure)
RBSE Class 12 Physics Notes Chapter 8 वैद्युतचुंबकीय तरंगें 1

(vii) विद्युत्-चुम्बकीय तरंगें परावर्तन, अपवर्तन, विवर्तन, व्यतिकरण आदि घटनाओं को प्रदर्शित करती हैं।

→ विद्युत् व चुम्बकीय क्षेत्रों के परिमाणों (magnitudes) में सम्बन्ध
\(\frac{E_0}{B_0}\) = c = प्रकाश की चाल = \(\frac{1}{\sqrt{\mu_0 \varepsilon_0}}\)

→ विद्युत्-चुम्बकीय तरंग की तीव्रता-तरंग संचरण की दिशा के लम्बवत् एकांक क्षेत्रफल से प्रति सेकण्ड स्थानान्तरित ऊर्जा को तरंग की तीव्रता कहते हैं। इसे I से व्यक्त करते हैं।
I = \(\frac{1}{2}\)ε0.c.E02

→ गाउस नियम \(\oint_S \overrightarrow{\mathrm{E}} \cdot d \vec{s}=\frac{q}{\varepsilon_0}\)

→ स्थिर चुम्बकत्व का गाउस का नियम \(\oint \overrightarrow{\mathrm{B}} \cdot d \vec{s}\) = 0

→ फैराडे का विद्युत्-चुम्बकीय प्रेरण का \(\oint_C \overrightarrow{\mathrm{E}} \cdot d \vec{l}=-\frac{d \phi_m}{d t}\)

→ ऐम्पियर का संशोधित नियम
\(\oint_S \overrightarrow{\mathrm{B}} \cdot d \vec{l} \)= μ0(IC + ID) = μ0(IC + ε0\(\frac{d \phi_{\mathrm{E}}}{d t}\))

→ ऊर्जा घनत्व uE = \(\frac{1}{2}\)ε0.c.E2
uB = \(\frac{\mathrm{B}^2}{2 \mu_0}\)

→ विद्युत् चुम्बकीय तरंगों का तीव्रता घनत्व
I = \(\frac{1}{2}\)ε0cE2 = \(\frac{1}{2}\)ε0cE02

→ विद्युत एवं चुम्बकीय क्षेत्र में सम्बन्ध
\(\frac{\mathrm{E}_0}{\mathrm{~B}_0}\) = c

→ विकिरण दाब P = \(\frac{\mathrm{F}}{\mathrm{A}}=\frac{1}{\mathrm{~A}} \frac{d p}{d t}\)

→ पाइन्टिंग सदिश \(\vec{p}=\overrightarrow{\mathrm{E}} \times \overrightarrow{\mathrm{H}}\)

→ प्वांइटिंग सदिश (Poynting vector):
तरंग द्वारा प्रति इकाई क्षेत्र से स्थानान्तरित ऊर्जा प्वाइटिंग सदिश कहलाती है।

→ तरंग की तीव्रता (Intensity of wave):
तरंगों की तीव्रता से तात्पर्य उस ऊर्जा प्रवाह की दर से है जो तरंगों के संचरण की दिशा के लम्बवत् रखे एकांक क्षेत्रफल के समतल से प्रवाहित हो रही है।

RBSE Class 12 Physics Notes Chapter 8 वैद्युतचुंबकीय तरंगें

→ कम्पन तल (Vibration plane):
विद्युत् क्षेत्र सदिश E जिस तल में कम्पन करता है उसे कम्पन तल कहते हैं।

→ ध्रुवण तल (Polorisation plane):
वह तल जिसमें चुम्बकीय क्षेत्र सदिश B कम्पन करता है; उसे ध्रुवण तल कहते हैं।

Prasanna
Last Updated on Nov. 22, 2023, 5:23 p.m.
Published Nov. 21, 2023