Rajasthan Board RBSE Class 12 Home Science Important Questions Chapter 3 जनपोषण तथा स्वास्थ्य Important Questions and Answers.
बहुचयनात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
रतौंधी रोग हो जाता है-
(अ) विटामिन A की कमी से
(ब) विटामिन B12 की कमी से
(स) आयोडीन की कमी से
(द) आयरन की कमी से।
उत्तर:
(अ) विटामिन A की कमी से
प्रश्न 2.
आयोडीन की कमी से हो जाता है-
(अ) पीलिया
(ब) रतौंधी
(स) गलगण्ड
(द) मरास्मस
उत्तर:
(स) गलगण्ड
प्रश्न 3.
जब किसी व्यक्ति के शरीर का भार उसकी आयु के अनुरूप उचित भार से कम होता है, तो वह कहलाता है-
(अ) मरास्मस
(ब) अल्पभारी
(स) क्षयकारी
(द) बौना
उत्तर:
(ब) अल्पभारी
प्रश्न 4.
जब व्यक्ति का भार ऊँचाई की तुलना में पर्याप्त नहीं होता तो इसे कहा जाता है-
(अ) अल्पभारी
(ब) बौनापन
(स) अतिभारी
(द) क्षयकारी
उत्तर:
(द) क्षयकारी
प्रश्न 5.
प्रोटीन की कमी से उत्पन्न स्थिति कहलाती है-
(अ) क्वाशिओरकोर
(ब) मरास्मस
(स) अतिभारी
(द) क्षयकारी
उत्तर:
(अ) क्वाशिओरकोर
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये-
1. जन स्वास्थ्य की संकल्पना का अर्थ है-सभी लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा और बढ़ावा देने के लिए ................ द्वारा किए गए सामूहिक प्रयास।
2. पाँच वर्ष से कम आयु के कम से कम 50 प्रतिशत बच्चों की मृत्यु का कारण ................... होता है।
3. भारत में जन्म लेने वाले लगभग ................ बच्चे कम जन्म-भार वाले बच्चे होते हैं।
4. कुपोषण के कारण उत्पादकता में क्षति राष्ट्र के समग्र घरेलू उत्पाद में ................ प्रतिशत होती है।
5. भारत कुपोषण का .................. भार उठा रहा है।
6. .................. को प्रोटीन-ऊर्जा कुपोषण से ग्रसित होने का खतरा अधिक होता है।
7. ........... हीनता के लिए 'छिपी भूख' जैसा शब्द प्रयोग में लाया जाता है।
उत्तर:
1. समाज
2. कुपोषण
3. एक तिहाई
4. 2-3
5. दोहरा
6. बच्चों को
7. सूक्ष्मपोषक
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
जन-स्वास्थ्य की संकल्पना का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जन-स्वास्थ्य की संकल्पना का अर्थ है-सभी लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा और बढ़ावा देने के लिए किए गए सामूहिक प्रयास।
प्रश्न 2.
भारत में जन्म लेने वाले कितने बच्चे कम जन्म भार वाले होते हैं?
उत्तर:
भारत में जन्म लेने वाले लगभग एक तिहाई बच्चे कम जन्म भार वाले अर्थात् 2.5 kg से कम भार वाले, होते हैं।
प्रश्न 3.
सामाजिक-आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवारों के विद्यालय पूर्व आयु के आधे बच्चे किस प्रकार के पोषण से ग्रसित होते हैं?
उत्तर:
सामाजिक-आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवारों के विद्यालय पूर्व आयु के लगभग आधे बच्चे मध्यम और साधारण अल्प पोषण से ग्रसित होते हैं।
प्रश्न 4.
भारत में कुपोषण के कारण उत्पादकता में कितनी क्षति होती है?
उत्तर:
भारत में कुपोषण के कारण उत्पादकता में क्षति, जीवनभर की कमाई का 10 प्रतिशत से अधिक तथा राष्ट्र के समग्र घरेलू उत्पाद 2-3 प्रतिशत तक होती है।
प्रश्न 5.
भारत में अधिक समस्या अल्पपोषण की है या अतिपोषण की?
उत्तर:
भारत में अधिक समस्या अल्पपोषण की है।
प्रश्न 6.
एच.आई.वी., क्षयरोग, हेपेटाइटिस, मलेरिया जैसे रोगों के अन्तिम परिणाम किन लोगों के लिए बदतर होते हैं?
उत्तर:
इन रोगों के अन्तिम परिणाम अल्पपोषित लोगों के लिए बदतर होते हैं।
प्रश्न 7.
जन स्वास्थ्य पोषण क्या है?
उत्तर:
जन स्वास्थ्य पोषण, अध्ययन का वह क्षेत्र है जिसमें पोषण सम्बन्धी रोगों का समाधान सार्वजनिक नीतियों व कार्यक्रमों के जरिए किया जाता है।
प्रश्न 8.
जन पोषण के क्षेत्र के पेशेवर के कोई दो कार्य लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 9.
भारत में पोषण सम्बन्धी दो सामान्य समस्यायें कौनसी हैं?
उत्तर:
भारत में पोषण सम्बन्धी दो सामान्य समस्यायें ये हैं-
प्रश्न 10.
लौह तत्त्व की कमी से अरक्तता की समस्या के प्रति संवेदनशील वर्ग कौनसे हैं?
उत्तर:
प्रश्न 11.
छोटे बच्चों के अधेपन का मुख्य कारण क्या होती है?
उत्तर:
छोटे बच्चों के अंधेपन का मुख्य कारण विटामिन-A की कमी होती है।
प्रश्न 12.
आयोडीन हीनता विकार विश्व की कितनी जनसंख्या को प्रभावित करते हैं?
उत्तर:
आयोडीन हीनता विकार विश्व की 13 प्रतिशत जनसंख्या को प्रभावित करते हैं।
प्रश्न 13.
विटामिन-A के अच्छे स्रोत बताइए।
उत्तर:
विटामिन-A के अच्छे स्रोत हैं-पीले, हरे और नारंगी रंग के फल तथा सब्जियाँ।
प्रश्न 14.
भारत में स्वास्थ्य देखभाल कितने स्तरों पर की जाती है?
उत्तर:
भारत में स्वास्थ्य देखभाल तीन स्तरों पर की जाती है-
प्रश्न 15.
भारत में स्वास्थ्य देखभाल के तृतीयक स्तर के किन्हीं दो प्रकार के अस्पतालों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
लघूत्तरात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
भारत में पोषण सम्बन्धी समस्याओं के खतरे का संकेत देने वाली परिस्थिति को दर्शाने वाले आँकड़ों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
भारत में पोषण सम्बन्धी समस्याओं के निम्न आँकड़े खतरे का संकेत देने वाली परिस्थिति दर्शाते हैं-
प्रश्न 2.
भारत में यदि समय पर कुपोषण की समस्याओं को नियंत्रित नहीं किया जाता है तो इसके क्या दुष्परिणाम होंगे?
उत्तर:
भारत में यदि समय पर कुपोषण की समस्याओं को नियंत्रित नहीं किया जाता है तो निम्न प्रमुख दुष्परिणाम होंगे-
प्रश्न 3.
भारत में वर्तमान में अतिपोषण की समस्या किन कारणों से बढ़ रही है?
उत्तर:
भारत में वर्तमान में अतिपोषण की समस्या भी बढ़ रही है, इसके निम्न प्रमुख कारण उत्तरदायी हैं-
(i) जीवन-शैली में बदलाव के कारण-जीवन-शैली में बदलाव के संदर्भ में, लोग अपेक्षाकृत अल्प श्रम करने वाले हो गए हैं, यातायात के द्रुतगामी साधनों पर निर्भर रहते हैं; कम पैदल चलते हैं तथा घर के बाहर की और शारीरिक गतिविधियाँ कम करने लगे हैं। बड़े शहरों में, बच्चे तक भी बाहर मैदान में बहुत अधिक नहीं खेलते।
(ii) आहार पद्धतियों में परिवर्तन तथा कम स्वास्थ्यकर खाद्य-आहार पद्धतियाँ भोजन के अतिसेवन से कम स्वास्थ्यवर्धक हो गई हैं। खाद्य विकल्प कम स्वास्थ्यकर हो गए हैं क्योंकि संसाधित खाद्य पदार्थ, तले खाद्य पदार्थ, स्नैक्स, पाश्चात्य खाद्य पदार्थ, यहाँ तक कि भारतीय मिठाइयाँ, समोसा इत्यादि जिनमें ऊर्जा, शक्कर, वसा, नमक अधिक होता है और अन्य पोषकों व रेशों की-कमी होती है, तेजी से हमारे दैनिक आहार का हिस्सा बनते जा रहे हैं।
प्रश्न 4.
अतिपोषण के कारण क्या दुष्परिणाम होते हैं?
उत्तर:
अतिपोषण के कारण अवांछनीय/अनुचित भार में वृद्धि, अतिभार और मोटापा होता है और अन्ततः इससे अन्य रोगों के साथ-साथ उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर, गठिया जैसे रोग हो जाते हैं। ये रोग संक्रामक हैं और ये अपना कुप्रभाव केवल शारीरिक स्वास्थ्य पर नहीं डालते, बल्कि जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित करते हैं और वित्तीय बोझ भी बढ़ाते हैं।
प्रश्न 5.
पोषण समस्याओं से संबंधित कारकों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
पोषण समस्याओं से संबंधित कारक-आर्थिक कारकों (वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता) से लेकर कृषि नीति (उत्पाद, विभिन्न खाद्य पदार्थों के मूल्य); स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएँ/सेवाएँ; उनकी उपलब्धता और उन तक पहुँच; सरकारी नीतियाँ, राजनीतिक इच्छा शक्ति और सामाजिक-सांस्कृतिक कारकों तक विस्तारित हैं।
प्रश्न 6.
हमारे देश में चल रहे पोषण-कार्यक्रमों की सूची बनाइए।
उत्तर:
हमारे देश में चल रहे पोषण कार्यक्रमों की सूची-
प्रश्न 7.
एक सामुदायिक पोषण विशेषज्ञ की जीविका के अवसरों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
एक सामुदायिक पोषण विशेषज्ञ की जीविका के अवसर निम्नलिखित हैं-