Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 12 Hindi रचना विशेष लेखन Questions and Answers, Notes Pdf.
विशेष लेखन -
विशेष लेखन उस लेखन को कहते हैं जो सामान्य लेखन से हटकर किसी विशेष विषय पर लिखा हुआ लेख हो। समाचार-पत्रों व पत्रिकाओं के अतिरिक्त टेलीविजन तथा रेडियो चैनलों में भी विशेष लेखन के लिए अलग डेस्क होते हैं। इन डेस्कों पर कार्यरत.पत्रकारों का अलग ही समूह होता है। समाचार-पत्रों एवं अन्य माध्यमों में कारोबार और व्यापार का पृथक डेस्क होता है, खेल के समाचारों के लिए खेल डेस्क पृथक से होता है। इसी प्रकार भिन्न-भिन्न विषयों के पृथक-पृथक डेस्क होते हैं। इन डेस्कों पर कार्यरत उपसंपादकों या संवाददाताओं से यह अपेक्षा की जाती है कि वे अपने विषय में दक्ष हों।
विशेष लेखन की भाषा शैली -
(i) विशेष लेखन की भाषा सरल व समझ में आने वाली हो।
(ii) विशेष लेखन के अधिकांश विषय और क्षेत्र तकनीकी रूप से जटिल होते हैं अतः इन क्षेत्रों की विशेष तकनीकी शब्दावली होती है। इस तकनीकी शब्दावली को भी सरल करके या प्रचलित शब्दों में ही लिखना चाहिए। जैसे कारोबार से जुड़े शब्द 'सोने में भारी उछाल', 'चाँदी लुढ़की' जैसे शब्द तकनीकी होते हुए भी सरल ही हैं।
(iii) विशेष लेखन की निश्चित शैली नहीं होती। फिर भी मूल बात यह है कि किसी विशेष विषय पर लिखा गया आलेख सामान्य लेख से अलग होना चाहिए।
विशेष लेखन के क्षेत्र -
सामान्यतः दैनिक रिपोर्टिंग तथा बीट को छोड़कर सभी क्षेत्र, जैसे- खेल, कारोबार (व्यापार), सिनेमा, मनोरंजन, फैशन, स्वास्थ्य, विज्ञान, पर्यावरण, शिक्षा, जीवनशैली तथा रहन-सहन आदि विषय विशेष लेखन के क्षेत्र में आते हैं।
विशेष लेखन में विशेषता कैसे प्राप्त करें -
पत्रकारिता के अंतर्गत 'सभी विषयों के जानकार, पर.किसी विशेष विषय में विशेषज्ञता नहीं' (jack of all trades but ... master of none) के स्थान पर 'किसी एक विषय में विशेषज्ञता' आवश्यक है, आज (master of one) की माँग हो रही है। पत्रकारिता में किसी विषय में विशेषज्ञता कैसे मिले, इसके लिए आवश्यक है कि -
(i) हम पत्रकारिता के जिस विषय में विशेषज्ञता प्राप्त करना चाहते हैं उसमें हमारी रुचि और लगन होनी चाहिए। इसके लिए स्नातक स्तर पर उसी विषय में पढ़ाई करनी चाहिए।
(ii) विशेष विषय में विशेषज्ञता प्राप्त करने हेतु उस विषय से संबंधित साहित्य भी प्रचुर मात्रा में पढ़ना आवश्यक है।
(iii) विशेष विषय से जुड़े सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों की सूची, उनकी बेवसाइट का पता तथा उसमें कार्यरत विशेषज्ञों के नाम भी डायरी में नोट होने चाहिए।
इन सभी बातों के सहयोग से ही पत्रकारिता में विशेष लेखन में विशेषज्ञता प्राप्त की जा सकती है।
कारोबार-व्यापार, खेल, शेयर बाजार से जुड़े समाचारों का शब्द/वाक्य विन्यास -
कारोबार और व्यापार से जुड़े समाचारों में तेजड़िये, मंदड़िये, बिकवाली, ब्याज दर, मुद्रास्फीति, व्यापार घाटा, राजस्व घाटा, विदेशी संस्थागत निवेशक, एफडीआई, आवक निवेश, आयात-निर्यात जैसे शब्दों का प्रयोग होता है। इसी प्रकार 'सोने में भारी उछाल', 'चाँदी लुढ़की', आवक बढ़ने से 'लाल मिर्च की कड़वाहट घटी', 'शेयर बाजार ने सारे रिकार्ड तोड़े', 'सेंसेक्स आसमान पर' आदि वाक्यांशों का भी प्रयोग होता है। पर्यावरण और मौसम से जुड़े समाचारों में उससे जुड़े विशेष शब्दों, जैसे-पश्चिमी हवाएँ, आर्द्रता, टॉक्सिस कचरा, ग्लोबल वार्मिंग, तूफान का केन्द्र आदि शब्दों का प्रयोग होता है। खेलों से जुड़े समाचारों में भारत ने बांग्लादेश को चार विकेट से पीटा', 'चैंपियंस कप में इण्डोनेशिया ने जर्मनी के आगे घुटने टेके' जैसे वाक्यांशों का प्रयोग होता है।
महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर -
प्रश्न 1.
समाचार-पत्र की सबसे बड़ी विशेषता क्या है ?
उत्तर :
एक समाचार-पत्र या पत्रिका तभी सम्पूर्ण लगती है जब उसमें विभिन्न विषयों और क्षेत्रों, घटित घटनाओं, समस्याओं और मुद्दों आदि के बारे में नियमित रूप से जानकारी दी जाए।
प्रश्न 2.
विशेष लेखन क्या है ?
उत्तर :
तकनीकी रूप से जटिल किसी विषय या क्षेत्र, जो सामान्य विषय से भिन्न होता है, पर लिखा गयो लेख विशेष लेखन कहलाता है।
प्रश्न 3.
मीडिया की भाषा में विशेष लेखन क्या कहलाता है?
उत्तर :
मीडिया की भाषा में इसे बीट कहते हैं।
प्रश्न 4.
समाचार-पत्रों में विशेष लेखन के क्षेत्र कौन-कौन से हैं ?
उत्तर :
व्यापार जगत्, खेल, विज्ञान, कृषि, मनोरंजन, शिक्षा, स्वास्थ्य, अपराध, रक्षा, विदेश, कानून, पर्यावरण एवं विभिन्न सामाजिक मुद्दे आदि विशेष लेखन के क्षेत्र हैं।
प्रश्न 5.
व्यापार-कारोबार से संबंधित रिपोर्टिंग की भाषा कैसी होनी चाहिए ? .
उत्तर :
व्यापार-कारोबार से संबंधित रिपोर्टिंग में जिस भाषा का इस्तेमाल किया जाये उसमें व्यापार जगत् में प्रचलित शब्दावली का प्रयोग होना चाहिए।
प्रश्न 6.
व्यापार व अर्थजगत के समाचारों को लिखने के लिए किस शैली का प्रयोग किया जाएगा?
उत्तर :
व्यापार-कारोबार व अर्थजगत की रिपोर्टिंग में लेखन की उल्टा पिरामिड शैली का ही प्रयोग किया जाना चाहिए।
प्रश्न 7.
खेल कैसा क्षेत्र है ?
उत्तर:
खेल एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें अधिकांश लोगों की रुचि होती है । प्रत्येक व्यक्ति अच्छा खिलाड़ी नहीं होता किन्तु किसी आयोजन को देखकर लोगों को ऊर्जा मिलती है तथा उनकी सोई हुई रुचि जाग जाती है।
प्रश्न 8.
पत्रकारिता के परिप्रेक्ष्य में खेल कैसा क्षेत्र है?
उत्तर :
पत्रकारिता के परिप्रेक्ष्य में खेल का विशिष्ट क्षेत्र है जिसमें समाचार लेखन हेतु एक विशेष योग्यता और ज्ञान की
आवश्यकता होती है।
प्रश्न 9.
आर्थिक खबरों को पढ़ने वाले पाठक की क्या विशेषता होती है ?
उत्तर :
आर्थिक खबरों के पाठक स्टॉक एक्सचेंज के दलाल, निवेशक, पूँजीपति, कम्पनियों के शेयर धारक, बड़े व प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों के अधिकांश अधिकारी तथा साधारण उपभोक्ता भी आर्थिक जगत् की खबरों के पाठक होते हैं जिनकी रुचि वस्तुओं के मूल्यों के उतार-चढ़ाव में होती है।
प्रश्न 10.
समाचार जगत् में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए कौन-सा सिद्धांत मानना चाहिए?
उत्तर :
समाचार जगत् में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए पत्रकार को 'मास्टर ऑफ वन' का सिद्धान्त मानना चाहिए अर्थात् किसी एक विषय में विशेषज्ञ होना चाहिए।
प्रश्न 11.
समाचार जगत में विशेषज्ञ होने की विशेषता कैसे हासिल की जाती है?
उत्तर :
यह विशेषता सम्बन्धित विषय के शैक्षणिक पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण तथा निरन्तर अधययन, अनुभव से हाशिल की जाती है।
प्रश्न 12.
पत्र-पत्रिकाओं में खेल के बारे में लिखने के लिए क्या जरूरी है ?
उत्तर :
लेखक को खेल की तकनीक, उसके नियमों, उसकी बारीकियों और उससे जुड़ी तमाम बातों की गहरी जानकारी के साथ उस खेल विशेष का विशेषज्ञ होना जरूरी है।
प्रश्न 13.
खेल-समाचार की प्रस्तुति किस प्रकार की होनी चाहिए ?
उत्तर :
खेल-पत्रकार को खेल की समस्त जानकारियों को रोचक ढंग से प्रस्तुत करना चाहिए। विश्लेषण की तकनीक में खेल जगत् का सा रोमांच होना चाहिए।
प्रश्न 14.
भौगोलिक स्थिति के आधार पर खबरें कितने प्रकार की होती हैं ?
उत्तर :
भौगोलिक स्थिति के आधार पर खबरों को स्थानीय, क्षेत्रीय, आंचलिक, राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय आदि रूपों में वर्गीकृत किया जाता है।
प्रश्न 15.
विशिष्टता के आधार पर खबरों के प्रकार बताइए।
उत्तर :
विशिष्टता के आधार पर खबरों को खेल, कारोबार, सिनेमा, फैशन, विज्ञान, स्वास्थ्य, पर्यावरण और शिक्षा आदि प्रकारों के रूप में विभाजित किया जाता है।
प्रश्न 16.
खबरों के विशेषीकृत क्षेत्र कौन-कौन से होते हैं?
उत्तर :
रक्षा, विदेश नीति, राष्ट्रीय सुरक्षा और विधि आदि खबरों के विशेषीकृत क्षेत्र होते हैं।
प्रश्न 17.
खेल बीट किसे मिलती है ?
उत्तर :
खेल बीट विशेषज्ञता की अपेक्षा रखने वाला खेल बीट पाने का पात्र होता है।
प्रश्न 18.
खेल बीट किसे सौंपी जानी चाहिए?
उत्तर :
प्रायः किसी विशेष खेल के प्रसिद्ध खिलाड़ी अथवा किसी क्रीडा प्रशिक्षण संस्थान के कार्यरत या सेवा-निवृत अधिकारी या कोच को ही खेल बीट सौंपा जाना अच्छा माना जाता है।।
प्रश्न 19.
विशेषीकृत रिपोर्टिंग में हमें किन बातों पर ध्यान देना होता है ?
उत्तर :
सम्बन्धित विषय की गहरी जानकारी के साथ लेखक को अपने पाठकों या दर्शकों की अभिरुचि, समझ का स्तर और भाषा-शैली आदि पर भी ध्यान देना होता है।
प्रश्न 20.
राजनीतिक रिपोर्टर को किन बातों की योग्यता होनी आवश्यक है ?
उत्तर :
राजनीतिक रिपोर्टर को समग्र राजनीतिक परिदृश्य के साथ उस पार्टी के पूरे इतिहास की जानकारी होनी चाहिए जिस पार्टी को कवर करना है ।
प्रश्न 21.
किसी विषय के विशेषज्ञों से समाचार क्यों लिखवाए जाते हैं ?
उत्तर :
जब किसी खास समाचार को लिखने वाले पेशेवर पत्रकार नहीं मिलते तब किसी विषय विशेषज्ञ से लेख लिखवाए जाने की व्यवस्था की जाती है।
प्रश्न 22.
कारोबार और व्यापार से जुड़ी खबरों की विशेष शब्दावली बताइए।
उत्तर :
हर कारोबार और व्यापार जगत् में तेजड़िए, मंदड़िए, बिकवाली, लिवाली और मुद्रास्फीति, व्यापार घाटा, सरसों में उछाल, चाँदी आसमान पर आदि विशेष शब्दावली का प्रयोग होता है।
प्रश्न 23.
विशेष लेखन के पाठक वर्ग की क्या विशेषता होती हैं ?
उत्तर :
विशेष लेखन के पाठक वर्ग की यह विशेषता होती है कि उसे उस विषय में अच्छी जानकारी होती है। अतः वह उस विषय या क्षेत्र में ज्यादा विस्तार और गहराई की अपेक्षा करता है।
प्रश्न 24.
समाचार-पत्रों में किन विषयों पर विशेष लेख लिखे जा रहे हैं ?
उत्तर :
समाचार-पत्रों में खेल, कारोबार, सिनेमा, मनोरंजन, फैशन, स्वास्थ्य, विज्ञान, पर्यावरण, शिक्षा, रक्षा, विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे विषयों पर विशेष लेख लिखें जाते हैं।
प्रश्न 25.
किसी भी लेखन को विशिष्टता प्रदान करने वाली बातें कौन-सी हैं?
उत्तर :
जब कोई लेखक किसी विशेष विषय पर लिखता है तो उसे दो बातों का ध्यान रखना अत्यन्त आवश्यक है कि उसकी बात पाठक की समझ में आ रही है या नहीं। उसके लिखे तथ्य और तर्क में एकरूपता है या नहीं।
प्रश्न 26.
पत्रकारिता के अंतर्गत विशेष लेखन में किस प्रकार के पत्रकार की आवश्यकता होती है?
उत्तर :
पत्रकारिता के अंतर्गत 'किसी एक विषय में विशेषज्ञता' आवश्यक है, आज master of one की माँग हो रही है।
प्रश्न 27.
विशेष लेखन की भाषा शैली के दो महत्वपूर्ण बिन्दु लिखिए।
उत्तर :
(i) विशेष लेखन की भाषा सरल व समझ में आने वाली हो।
(ii) विशेष लेखन के अधिकांश विषय और क्षेत्र तकनीकी रूप से जटिल होते हैं। इस तकनीकी शब्दावली को भी सरल करके या प्रचलित शब्दों में ही लिखना चाहिए।
प्रश्न 28.
विशेष रिपोर्ट कितने प्रकार की होती है ? संक्षेप में लिखिए।
उत्तर :
विशेष रिपोर्ट अनेक प्रकार की होती हैं, जैसे-खोजी रिपोर्ट, इनडेप्थ रिपोर्ट, विश्लेषणात्मक रिपोर्ट और विवरणात्मक रिपोर्ट।
प्रश्न 29.
खोजी रिपोर्ट में क्या तथ्य सामने लाए जाते हैं?
उत्तर :
खोजी रिपोर्ट में गहरी छानबीन और मौलिक शोध के बाद ऐसी सूचनाएँ या तथ्य सामने लाए जाते हैं .. जो पहले सार्वजनिक तौर पर ज्ञात नहीं थे।
प्रश्न 30.
इन डैप्थ रिपोर्ट में क्या होता है?
उत्तर :
किसी सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध तथ्य को, उससे सम्बन्धित आँकड़ों, घटनाओं आदि की गहराई से . . जाँच-पड़ताल के बाद सामने लाने का काम 'इन-डैप्थ रिपोर्ट' करती है।
प्रश्न 31.
विश्लेषणात्मक रिपोर्ट में क्या विवरण होता है?
उत्तर :
विश्लेषणात्मक रिपोर्ट में किसी घटना से सम्बन्धित तथ्यों का विश्लेषण तथा व्याख्या की जाती है।
प्रश्न 32.
विवरणात्मक रिपोर्ट में कैसा वर्णन होता है?
उत्तर :
विवरणात्मक रिपोर्ट में किसी घटना या समस्या का विस्तृत और गहन विवरण प्रस्तुत किया जाता है।
प्रश्न 33.
मीडिया की भाषा में 'डेस्क' किसे कहते हैं ?
उत्तर :
विशेष लेखन के लिए अलग 'डेस्क' होता है तथा उस डेस्क पर उस विषय के विशेषज्ञ पत्रकार या . पत्रकारों का समूह कार्य करता है।
प्रश्न 34.
'बीट' से आप क्या समझते हैं?
उत्तर :
विषय विशेष में लेखन का दायित्व सौंपा जाता है। मीडिया की भाषा में इसको 'बीट' कहते हैं।
प्रश्न 35.
बीट रिपोर्टिंग व विशेषीकृत रिपोर्टिंग में एक अन्तर लिखो।
उत्तर :
बीट की रिपोर्टिंग के लिए संवाददाता को उस क्षेत्र के विषय में जानकारी और रुचि का होना आवश्यक है। विशेषीकृत रिपोर्टिंग के अंतर्गत सामान्य समाचारों की अपेक्षा विशेष क्षेत्र या विशेष विषय से जुड़ी घटनाओं और समस्याओं का बहुत ही बारीकी से विश्लेषण करके प्रस्तुत करता है।
प्रश्न 36.
अखबारों और पत्र-पत्रिकाओं में किसी विशेष विषय पर लेख या स्तंभ लिखने वाले पत्रकार कैसे होते हैं?
उत्तर :
अखबारों और पत्र-पत्रिकाओं में किसी विशेष विषय पर लेख या स्तंभ लिखने वाले पत्रकार पेशेवर। न होकर उस विषय के विशेषज्ञ होते हैं।
प्रश्न 37.
पत्र-पत्रिकाओं में खेलों के बारे में लिखने वालों के लिए क्या आवश्यक है?
उत्तर :
पत्र-पत्रिकाओं में खेलों के बारे में लिखने वालों के लिए यह आवश्यक है कि वे खेल की तकनीकियों को, उसके नियमों को, उसकी बारीकियों को तथा उससे संबंधित सभी बातों को भली-भाँति जानते हों।