These comprehensive RBSE Class 12 Geography Notes Chapter 2 विश्व जनसंख्या वितरण, घनत्व और वृद्धि will give a brief overview of all the concepts.
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→ परिचय
→ विश्व में जनसंख्या वितरण के प्रारूप
→ जनसंख्या का घनत्व
→ जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारक
→ जनसंख्या वृद्धि
→ जनसंख्या परिवर्तन के घटक व प्रवास
→ जनसंख्या वृद्धि की प्रवृत्तियाँ
→ विश्व जनसंख्या के दो गुना होने की अवधि
→ जनसंख्या परिवर्तन के स्थानिक प्रतिरूप
→ जनसंख्या परिवर्तन के प्रभाव
विश्व की तेजी से बढ़ती जनसंख्या का सर्वाधिक प्रभाव संसाधनों की उपलब्धता पर पड़ रहा है जिसके कारण विश्व के विकासशील राष्ट्रों में कुपोषण तथा विभिन्न महामारियों का प्रकोप बढ़ रहा है जिससे जनसंख्या वृद्धि धीमी हुई है।
→ जनांकिकीय संक्रमण सिद्धान्त
जनसंख्या वृद्धि से सम्बन्धित यह सिद्धान्त यह बताता है कि जैसे-जैसे किसी देश या प्रदेश की जनसंख्या आर्थिक विकास के पथ पर अग्रसर होती है वैसे-वैसे जनसंख्या की उच्च जन्म दरें तथा उच्च मृत्यु दरें घटती चली जाती हैं। जनांकिकीय संक्रमण सिद्धान्त तीन अवस्थाओं वाले मॉडल की व्याख्या करता है।
→ जनसंख्या नियंत्रण के उपाय
परिवार नियोजन सुविधाओं की उपलब्धता जनसंख्या वृद्धि को रोकने के साथ-साथ महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
→ जनगणना (Census):
निश्चित आर्थिक और सामाजिक आँकड़ों सहित किसी दिए गए क्षेत्र की किसी निश्चित समय अंतराल पर की गयी जनसंख्या की आधिकारिक गणना।
→ जनसंख्या घनत्व (Population Density):
किसी क्षेत्र की निश्चित इकाई, जैसे एक वर्ग किलोमीटर में बसने वाले निवासियों की औसत संख्या।
→ जनसंख्या वितरण (Population Distribution):
पृथ्वी पर मिलने वाले लोगों के फैलाव को जनसंख्या वितरण कहा जाता है।
→ जनसंख्या की वृद्धि (Growth of Population):
समय के निश्चित अंतरालों के बीच एक क्षेत्र विशेष में होने वाले जनसंख्या के परिवर्तन को जनसंख्या की वृद्धि कहा जाता है।
→ जनसंख्या की वृद्धि दर (Growth Rate of Population):
यह जनसंख्या में होने वाला परिवर्तन है जो प्रतिशत में व्यक्त किया जाता है।
→ जनसंख्या की प्राकृतिक वृद्धि (Natural growth of Population):
किसी क्षेत्र विशेष में दो समय अंतरालों में जन्म और मृत्यु के अंतर से बढ़ने वाली जनसंख्या को उस क्षेत्र की प्राकृतिक वृद्धि कहते हैं।
प्राकृतिक वृद्धि = जन्म - मृत्यु।
→ जनसंख्या की धनात्मक वृद्धि (Positive growth of Population):
यह तब होती है जब दो समय अंतरालों के बीच जन्म दर, मृत्यु दर से अधिक हो या जब अन्य देशों से लोग स्थायी रूप से उस देश में आप्रवास कर जाएँ।
→ जनसंख्या की ऋणात्मक वृद्धि (Negative growth of Population):
यदि दो समय अंतराल के बीच जनसंख्या कम हो जाए तो उसे जनसंख्या की ऋणात्मक वृद्धि कहते हैं। यह तब होती है तब जन्म दर मृत्यु दर से कम हो जाए अथवा लोग अन्य देशों में उत्प्रवास कर जाएँ।
→ उद्गम स्थान (Place of Origin):
जब लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं तो वह स्थान जहाँ से लोग गमन करते हैं, उद्गम स्थान कहलाता है।
→ गंतव्य स्थान (Place of Destination):
लोग जिस स्थान की ओर गमन करते हैं वह गंतव्य स्थान कहलाता है।
→ प्रवास (Migration):
किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह द्वारा अपने निवास स्थान का स्थायी एवं अस्थाई परिवर्तन प्रवास कहलाता है।
→ प्रवासी (Migratory):
कोई व्यक्ति जो जनगणना के दिन अपने जन्म स्थान के अतिरिक्त किसी अन्य स्थान पर गिना जाता है, प्रवासी कहलाता है।
→ आप्रवासी (Immigration):
प्रवासी जो किसी नए स्थान पर आते हैं, आप्रवासी कहलाते हैं।
→ उत्प्रवासी (Emigration):
प्रवासी जो एक स्थान को छोड़कर बाहर चले जाते हैं, उत्प्रवासी कहलाते हैं।
→ औद्योगिक क्रान्ति (Industrial Revolution):
विनिर्माण का हस्तचालित यंत्रों से ऊर्जा चालित मशीनों में परिवर्तन 18वीं शताब्दी के मध्य में इंग्लैण्ड में प्रारम्भ हुआ। इसे औद्योगिक क्रान्ति के नाम से जाना गया।
→ जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy):
प्रति हजार जनसंख्या पर उत्तरजीवी जनसंख्या अर्थात् जनसंख्या के जीवित रहने की एक औसत आयु।