Rajasthan Board RBSE Class 11 Home Science Important Questions Chapter 14 हमारे परिधान Important Questions and Answers.
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बहुचयनात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्न में से कौनसा कारक परिधान के चयन को प्रभावित नहीं करता है
(अ) आयु
(ब) जलवायु व मौसम
(स) आय
(द) व्यवस्था
उत्तर:
(द) व्यवस्था
प्रश्न 2.
निम्न में परिधान के चयन को प्रभावित करने वाला कारक है
(अ) आयु
(ब) जलवायु व मौसम
(स) फैशन
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 3.
हम कपड़े पहनते हैं
(अ) मर्यादावश
(ब) पर्यावरण से अपनी सुरक्षा हेतु
(स) आकर्षक दिखाई देने के लिए
(द) उपर्युक्त सभी कारणों से
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी कारणों से
प्रश्न 4.
आरामदायक शारीरिक चेष्टा के लिए बच्चों के कपड़ों का होना आवश्यक है
(अ) पर्याप्त ढीला
(ब) पर्याप्त कसा हुआ
(स) एकदम फिटिंग वाला
(द) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) पर्याप्त ढीला
प्रश्न 5.
स्व-सहायता की अति अनिवार्य विशेषता है
(अ) परिधान का बंद भाग
(ब) परिधान का खुला भाग
(स) छोटे टिच बटन
(द) छोटे बटन
उत्तर:
(ब) परिधान का खुला भाग
प्रश्न 6.
बच्चों के कपड़े उनके लिए आरामदायक होने चाहिए इसलिए उनके कपड़ों में होना चाहिए
(अ) गला काफी चौड़ा
(ब) बैंक लगी आस्तीन
(स) कसी हुई इलास्टिक
(द) कसावट
उत्तर:
(अ) गला काफी चौड़ा
प्रश्न 7.
बच्चों जो कपड़े बहुत ही बड़े होते हैं, वे होते हैं
(अ) आरामदायक
(ब) सुरक्षित
(स) असुरक्षित
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(स) असुरक्षित
प्रश्न 8.
जन्म से 6 माह तक के शिशुओं के प्राथमिक और अति अनिवार्य होते हैं
(अ) फ्रॉक
(ब) डायपर्स
(स) सलवार
(द) पैंट
उत्तर:
(ब) डायपर्स
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
उत्तर:
निम्नलिखित में से सत्य/असत्य कथन छाँटिए-
उत्तर:
निम्नलिखित स्तंभों का सही मिलान कीजिए
1. डायपर्स और कमीजें |
(अ) घुटनों के बल चलने वाले आयु के बच्चों के लिए |
2. रोम्पर्स और सन सूट्स |
(ब) टोडलर (1-2 वर्ष की आयु) अवस्था के बच्वों के लिए |
3. झबले |
(स) विद्यालय-पूर्व आयु के बच्चों के लिए |
4. फ्रॉक, पेंट, शर्ट |
(द) किशोरों के लिए |
5. सही फिटिंग व फैशनेबल कपड़े |
(य) शैशवकाल (जन्म से 6 माह तक) के बच्चों के लिए |
उत्तर:
1. डायपर्स और कमीजें |
(य) शैशवकाल (जन्म से 6 माह तक) के बच्चों के लिए |
2. रोम्पर्स और सन सूट्स |
(अ) घुटनों के बल चलने वाले आयु के बच्चों के लिए |
3. झबले |
(ब) टोडलर (1-2 वर्ष की आयु) अवस्था के बच्चों के लिए |
4. फ्रॉक, पेंट, शर्ट |
(स) विद्यालय-पूर्व आयु के बच्चों के लिए |
5. सही फिटिंग व फैशनेबल कपड़े |
(द) किशोरों के लिएं |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
हमारे कपड़े पहनने के कोई दो कारण बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 2.
हम अच्छे व आकर्षक कपड़े क्यों पहनते हैं?
उत्तर:
हम स्वयं को आकर्षक दिखाई देने तथा अपनी उपस्थिति को बढ़ाने के लिए अच्छे व आकर्षक कपड़े पहनते हैं।
प्रश्न 3.
भारत में वेशभूषा के चयन को प्रभावित करने वाले कोई दो कारक बताइए।
उत्तर:
भारत में वेशभूषा के चयन को प्रभावित करने वाले दो कारक ये हैं-
प्रश्न 4.
ठण्डे मौसम के लिए किस प्रकार के कपड़ों का चयन किया जाना चाहिए?
उत्तर:
ठण्डे मौसम के लिए ऊनी व फलालेन के कपड़ों का चयन किया जाना चाहिए।
प्रश्न 5.
फैशन शब्द से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
'फैशन' शब्द से अभिप्राय एक ऐसी शैली से है जिसका जनसमूह पर प्रभाव समकालीन होता है।
प्रश्न 6.
फैशन किससे प्रेरित होता है?
उत्तर:
फैशन महत्वपूर्ण व्यक्तियों, सामाजिक या राजनीतिक नेताओं, फिल्मी सितारों आदि से प्रेरित होता है।
प्रश्न 7.
स्कूली बच्चों के लिए स्कूल की वर्दी (यूनिफार्म) क्यों निर्धारित की जाती है? कोई एक कारण लिखिए।
उत्तर:
स्कूली बच्चों के लिए यूनिफार्म निर्धारित करने का एक प्रमुख कारण है-छात्रों के बीच सामाजिकआर्थिक अंतरों को कम करना।
प्रश्न 8.
बच्चों के लिए कपड़ों के सम्बन्ध में किन्हीं दो पहलुओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
बच्चों के कपड़ों के संबंध में आरामदायक और सुरक्षा दोनों पहलुओं का समान रूप से ध्यान रखना आवश्यक है।
प्रश्न 9.
बच्चों की वस्त्र सम्बन्धी कौन-कौन सी मूल आवश्यकताओं को ध्यान में रखना आवश्यक है?
उत्तर:
बच्चों की वस्त्र सम्बन्धी निम्न मूल आवश्यकताओं को ध्यान में रखना आवश्यक है-
प्रश्न 10.
गर्मियों में किस प्रकार के परिधान का चुनाव करना चाहिए?
उत्तर:
गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने वाले परिधानों का चुनाव करना चाहिए जैसे-सूती परिधान।
प्रश्न 11.
गर्मियों में सूती परिधान क्यों पहनने चाहिए?
उत्तर:
सूती परिधान ताप के बहुत अच्छे संचालक होने के कारण शरीर की गर्मी को बाहर निकालकर हमें शीतलता प्रदान करने वाले होते हैं।
प्रश्न 12.
बच्चों को पहनावे के लिए किस प्रकार के कपड़े बेहतर होते हैं?
उत्तर:
बच्चों के पहनावे के लिए मुलायम, अच्छी तरह बुने हुए कपड़े जिनकी देख-रेख करना सरल हो, त्वचा के लिए आरामदायक व न सिकुड़ने वाले कपड़े बेहतर होते हैं।
प्रश्न 13.
शिशुओं के लिए डायपर्स कैसे होने चाहिए?
उत्तर:
शिशुओं के लिए डायपर्स मुलायम, अवशोषी, आसानी से धोये जा सकने वाले और जल्दी सूखने वाले होने चाहिए।
प्रश्न 14.
घुटनों के बल चलने वाले बच्चों के परिधानों की मूल आवश्यकताएँ क्या हैं?
उत्तर:
इस आयु वर्ग के बच्चों के परिधानों की मूल आवश्यकताएँ हैं-ढीले और बाधा मुक्त परिधान।
प्रश्न 15.
घुटने के बल चलने वाले बच्चों के सर्वाधिक उपयुक्त परिधान कौनसे हैं?
उत्तर:
इस आयु वर्ग के बच्चों के सर्वाधिक उपयुक्त परिधान रोम्पर्स और सन सूट्स हैं जो बुने हुए होते हैं।
प्रश्न 16.
टोडलर अवस्था के बच्चों के सही फिट जूते होना क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
सही फिट जूते ऐसे बच्चों को संतुलन बनाने, चढ़ने और दौड़ने के दौरान शारीरिक कौशलों का सही निर्माण करने में सहायता करते हैं।'
प्रश्न 17.
टोडलर्स के लिए सबसे उपयुक्त परिधान कौनसा है?
उत्तर:
टोडलर्स के लिए झबले सबसे उपयुक्त परिधान हैं।
प्रश्न 18.
स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए परिधान का चयन करते समय एक महत्वपूर्ण पहलू बताइए।
उत्तर:
ऐसे बच्चों के परिधान का चयन करते समय 'सही फिटिंग' एक महत्वपूर्ण पहलू है।
प्रश्न 19.
किशोरों के परिधानों के कोई दो महत्वपूर्ण पहलू बताइए।
उत्तर:
किशोरों के परिधानों में महत्वपूर्ण पहलू हैं-
प्रश्न 20.
विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों के वस्त्रों की कोई चार विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
'कपड़े प्रतिष्ठा के प्रतीक भी हो सकते हैं।' कैसे?
उत्तर:
कपड़े प्रतिष्ठा के प्रतीक भी हो सकते हैं क्योंकि हम व्यक्तियों के पहनावे से लोगों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का अंदाजा लगा सकते हैं। प्रत्येक व्यक्ति की पहचान के संदर्भ में सामाजिक स्थिति और प्रतिष्ठा की भावना और पहनावे का तरीका शामिल है जिसके द्वारा व्यक्ति के स्तर और प्रतिष्ठा का पता लगाया जा सकता है।
प्रश्न 2.
बच्चों की वस्त्र सम्बन्धी मूल आवश्यकता 'स्व-सहायता' की विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
स्व-सहायता-स्वयं ही कपड़े पहनना और उन्हें उतारना बच्चों में आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की भावना प्रदान करता है। स्व-सहायता हेतु वस्त्र में निम्न विशेषताएँ होनी चाहिए-
प्रश्न 3.
किस प्रकार के वस्त्र बच्चों के लिए उपयुक्त होते हैं?
उत्तर:
बच्चों के पहनावे के लिए निम्न विशेषताओं वाले वस्त्र उपयुक्त होते हैं
प्रश्न 4.
किशोरों के कपडे चनाव करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखा जाना आवश्यक है?
उत्तर;
किशोरों के कपड़ों में जो चीज अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं, वे हैं-
वे कपड़े की गुणवत्ता नहीं देखेंगे और न ही इसकी बनावट पर ध्यान देंगे।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
घुटनों के बल चलने वाली आयु (छह माह से एक वर्ष) वाले बच्चों के कपड़ों की क्या विशेषताएँ होनी चाहिए? .
उत्तर:
घुटनों के बल चलने वाली आयु के बच्चों के कपड़ों की विशेषताएँ घुटनों के बल चलने वाली आयु (छह माह से एक वर्ष) के बच्चों के कपड़ों की विशेषताओं को निम्न प्रकार स्पष्ट किया गया है
(1) आरामदायक तथा सुरक्षित परिधान-इस आयु वर्ग के बच्चे खड़े होने के लिए फर्नीचर का सहारा लेने लगते हैं, वस्तुओं तक पहुँचने का प्रयास करते हैं तथा अपने-आप बैठना व खड़े होने की क्रियायें करते हैं। इन सभी क्रियाकलापों में सुरक्षित और आरामदायक कपड़ों की आवश्यकता होती है।
(2) ढीले और बाधामुक्त परिधान-इस आयु वर्ग में बच्चों के लिए ऐसा परिधान आवश्यक होता है जिसमें वे आसानी से घूम-फिर सकें। इस प्रकार के कपड़े की मूल आवश्यकताएँ हैं-ढीले और बाधा-मुक्त परिधान। ढीले फिट होने वाले कपड़े, बुने हुए और तिरछी काट वाले परिधान बहुत उपयुक्त होते हैं क्योंकि वे खिंचते हैं और उनमें बढ़ने की गुंजाइश होती है।
(3) हल्के परिधान-चूँकि यह शारीरिक मुद्रा विकसित होने की अवस्था होती है। अत: बहुत अधिक भारी पोशाक शारीरिक गति में बाधक हो सकती है। इसलिए कसकर बुने हुए या बनुकर बनाए गए कपड़ों की अपेक्षा हल्के परिधान ज्यादा उचित रहते हैं। यह खेल के दौरान सुविधाजनक होने के साथ-साथ हवा रोकने के लिए, विशेषकर सर्दी में अपेक्षाकृत गर्म रहते हैं।
(4) मुलायम, चिकना तथा देख-रेख में सरल परिधान-इस आयु के बच्चों के लिए परिधान ऐसे कपड़ों से बनाया जाना चाहिए जो मुलायम व चिकना हो और आसानी से गंदा नहीं होता हो। उनकी देख-रेख करना अर्थात् धोना और इस्त्री करना सरल होना चाहिए। कुछ कपड़े जैसे-हल्के-फुल्के लहरिया, पट्टीदार सामग्री से बुने हुए कपड़े उत्कृष्ट होते हैं। उन्हें इस्त्री करने की आवश्यकता नहीं है। कुछ सूती और रेयान सिकुड़ते नहीं हैं क्योंकि वे विशेष प्रक्रिया से परिष्कृत किए जाते हैं।
(5) खुले भाग सुविधाजनक हों-बच्चे अपना अधिकांश समय खेल में बिताते हैं, उनके कपड़ों को गंदा हो जाने के कारण बार-बार बदलने की आवश्यकता होती है। अतः यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि इनके परिधान में खुले भाग सुविधाजनक हों जिससे उतारना और पहनाना आसान रहे।
(6) सर्वाधिक उपयुक्त परिधान-इस आयु के लिए सर्वाधिक उपयुक्त रोम्पर्स और सन सूट्स परिधान हैं जो बुने हुए होते हैं या बुनाई वाली सामग्री से बनाए जाते हैं। इन्हें निम्न चित्र में दिखाया गया है-
प्रश्न 2.
टोडलर अवस्था ( 1-2 वर्ष की आयु) वाले बच्चों के कपड़ों की क्या विशेषताएँ होनी चाहिए?
उत्तर:
टोडलर अवस्था वाले बच्चों के कपड़ों की विशेषताएँ-
टोडलर अवस्था (1-2 वर्ष की आयु) वाले बच्चों के कपड़ों की विशेषताओं को निम्न प्रकार स्पष्ट किया गया है
(1) जूते, मोजे और चप्पल-इस आयु वर्ग के बच्चों को घर के अंदर तथा बाहर खेलने के लिए स्वतंत्रता की आवश्यकता होती है। वे अधिकांश कार्य अपने-आप करना चाहते हैं। अब चूँकि वे चलना शुरू कर देते हैं तो जो भी चीज देखते हैं, वहाँ अपने आप पहुँचना चाहते हैं। इसलिए इस अवस्था में जूते, मोजे या चप्पल पहनावे के अनिवार्य अंग बन जाते हैं।
संजीव पास बुक्स छोटे बच्चों के लिए जूते और मोजे का पाँव में फिट होना पाँव के आराम और विकास के लिए अनिवार्य है। जब बच्चा चलना शुरू करता है तो लचीली तली वाले ऐसे जूते जिसके खुरदरे सोल की मोटाई 1/8 इंच हो पहनाए जाते हैं। ये बिना एडी के या छोटी एडी के हो सकते हैं और पंजे वाला भाग भरा और फूला होना चाहिए। जूता सही फिटिंग वाला होना चाहिए। सही फिटिंग वाले जूते संतुलन बनाने, चढ़ने और दौड़ने के दौरान शारीरिक कौशलों का सही निर्माण करने में सहायता करते हैं।
(2) झबले-टोडलर्स (1-2 वर्ष के बच्चे) के लिए झबले सबसे उपयुक्त परिधान है। यह उस संधि वाले भाग में थोड़ा बड़ा होना चाहिए ताकि डायपर्स ठीक से लगाया जा सके।
(3) स्व-सहायता विशेषताओं वाले परिधान-जब बच्चे दो वर्ष के हो जाते हैं, तो वे अपने आप कपड़े पहनना चाहते हैं, तब स्व-सहायता विशेषताओं वाले परिधान, जैसे-खुले भाग का पर्याप्त बड़ा होना, बड़े बटन तथा आसानी से वस्त्र पहचाने जाने वाली पहचान से युक्त होने चाहिए।
प्रश्न 3.
भारत में बच्चों के परिधान चयन करने में आयु की भूमिका की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
भारत में परिधान चयन करने में आयु की भूमिकाभारत में परिधान चयन करने में आयु की भूमिका का विवेचन निम्नलिखित बिन्दुओं के अन्तर्गत किया गया
(1) बच्चों के लिए परिधानों का चयन-छोटे बच्चों के परिधानों का चयन माता-पिता या परिवार के बुजुर्ग करते हैं। वे उनकी शारीरिक वृद्धि, उनके क्रियात्मक विकास, लोगों और चारों ओर की चीजों से संबंध, उनके द्वारा किए जाने वाले क्रियाकलापों आदि पर सुविधा और सुरक्षा की दृष्टि से विचार कर निर्णय लेते हैं।
(2) बढ़ते हुए बच्चों में अपने परिधानों के प्रति सजगता-जैसे-जैसे बच्चे बढ़ते हैं, अपने परिवार के बाहर के लोगों के साथ उनका सम्बन्ध और परस्पर क्रिया बढ़ती जाती है। दूसरे लोग जो पहनते हैं, उन कपड़ों और दूसरे उनके कपड़ों को कैसे देखते हैं, इसके प्रति सजग होने लगते हैं।
(3) मध्य बाल्यावस्था और मित्र मंडली में समानुरूपता-मित्र मंडली में समानुरूपता मध्य बाल्यावस्था में महत्वपूर्ण स्थान लेने लगती है और उम्र बढ़ने के साथ इसका महत्व और अधिक बढ़ता है। वेशभूषा और परिधान बढ़ते हुए बच्चे में संबंधित और स्वीकृत होने की भावना का अनुभव करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जैसेजैसे बच्चे बढ़ते हैं, उनके पहनावे का रूप बदल जाता है और लड़के व लड़कियों के पहनावे अलग-अलग हो जाते हैं।
(4) किशोरावस्था में पहनावे में अन्तर-किशोरावस्था में तीव्र गति से होने वाले शारीरिक परिवर्तनों के कारण पहनावे में और. अन्तर आ जाता है। किशोर सांस्कृतिक, सामाजिक मानदण्डों और समकालीन प्रवृत्तियों से परिचित होने लगते हैं और ये उनके कपड़ों के चयन को प्रभावित करता है। वे बहुधा यह मानते हैं कि समूह में उनकी लोकप्रियता और संबंध उनके रूप-रंग पर निर्भर करते हैं और रूप-रंग उचित कपड़ों के कारण ही आ सकता है।