These comprehensive RBSE Class 11 Biology Notes Chapter 6 पुष्पी पादपों का शारीर will give a brief overview of all the concepts.
→ पादप विभिन्न प्रकार की ऊतकों से बना होता है। ऊतक विभज्योतक (शीर्ष, पाशवीय तथा अन्तर्वेशी) तथा स्थायी (सरल व जटिल) प्रकार की होती है। ऊतक तन्त्र के अन्तर्गत बाह्य त्वचीय तन्त्र में बाह्यत्वचा, रन्ध्र तथा उपांग होते हैं। भरण ऊतक तन्त्र में वल्कुट, परिरम्भ तथा मज्जा होते हैं। संवहन ऊतक तन्त्र में जाइलम तथा प्लोयम होता है। जाइलम तथा फ्लोयम की स्थिति के अनुसार संवहन पूल विभिन्न प्रकार के होते हैं।
→ संवहन पूल में जाइलम जल व खनिज पदार्थों का संवहन तो फ्लोयम खाद्य पदार्थों का स्थानान्तरण करते हैं । द्विबीजपत्री तथा एकबीजपत्री पौधों की आन्तरिक संरचना में अधिक अन्तर होता है। ये संवहन पूल के प्रकार, संख्या तथा स्थिति के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। द्वितीयक वृद्धि द्विबीजपत्री पौधों के तने व मूल में होती है। इससे इनका व्यास या मोटाई बढ़ जाती है। काष्ठ द्वितीयक जाइलम है। काष्ठ के संघटक तथा समस्त उत्पादन के अनुसार काष्ठ विभिन्न प्रकार के होते हैं।
→ ऊतकों के अध्ययन को औतिकी (histology) कहते हैं। ऊतक शब्द को ग्रीयू (Grew) ने दिया था।
→ नागैली (Nageli) ने विभज्योतक शब्द दिया था। श्लीडन (Schlieden) ने स्थूल कोणोतक (Collenchyma), मेटेनियस (Mettenius) ने दृढ़ोतक (sclernchyma), नागैली ने जाइलम व फ्लोयम, सेनिओ (Sanio) ने वाहिनिकाएँ (Trachieds) नाम दिया था।
→ जाइलम मृदूतक के अतिरिक्त जाइलम के अन्य अवयव मृत ऊतक हैं।
→ फ्लोयम रेशे के अतिरिक्त फ्लोयम के अन्य अवयव जीवित ऊतक हैं। कुछ टैरिडोफाइट्स (सिलेजीनैला, टैरिडियम) तथा कुछ अनावृतबीजियों (नीटम, एफैड्रा) में वाहिकाएँ उपस्थित होती हैं।
→ टैरिडोफाइट्स तथा अनावृतबीजियों के फ्लोयम में चालनी कोशिकाएँ (sieve cells) होती हैं।
→ वृक्षों के अध्ययन को डैन्ड्रोलॉजी (Dendrology) तथा वार्षिक वलयों को गिनकर वृक्ष की आयु का पता लगाने को डैन्ड्रोक्रोनोलॉजी (dendrochronology) कहते हैं।
→ ऐसे क्षेत्र जहाँ सम्पूर्ण वर्ष समान मौसम (मुम्बई, चैन्नई) वाले क्षेत्रों में उगने वाले पौधों में वार्षिक वलय नहीं बनती।
→ सबसे अधिक मजबूत काष्ठ टीक (Tectona grandis) की होती है। क्रिकेट का बल्ला सैलिक्स (Salix) वृक्ष की लकड़ी से बनाया जाता है।
→ बोतलों के मुँह पर लगाया जाने वाला कॉर्क क्विरकस सुबर (Quercus suber) वृक्ष की छाल से बनता है।