Rajasthan Board RBSE Class 11 Accountancy Important Questions Chapter 6 तलपट एवं अशुद्धियों का शोधन Important Questions and Answers.
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वस्तुनिष्ठ प्रश्न:
प्रश्न 1.
राघव को 20,000 ₹ का माल बेचा गया जिसका लेखा नहीं हुआ। यह कौनसी अशुद्धि है:
(अ) भूलचूक या लोप की अशुद्धि
(ब) सैद्धान्तिक अशुद्धि
(स) लेखे की अशुद्धि
(द) क्षतिपूरक अशुद्धि।
उत्तर:
(अ) भूलचूक या लोप की अशुद्धि
प्रश्न 2.
तलपट से कौनसा खाता तैयार किया जाता है:
(अ) केवल लाभ-हानि खाता
(ब) स्थिति विवरण खाता
(स) अन्तिम खाते
(द) व्यापार खाते।
उत्तर:
(स) अन्तिम खाते
प्रश्न 3.
तलपट में सम्मिलित किया जाता है:
(अ) नाम मात्र के खातों का शेष
(ब) वस्तुगत खातों के शेष
(स) व्यक्तिगत खातों का शेष
(द) खाताबही के खातों का शेष।
उत्तर:
(द) खाताबही के खातों का शेष।
प्रश्न 4.
तलपट से किसका पता लगाया जाता है:
(अ) खाताबही की खतौनी शुद्ध है या नहीं।
(ब) व्यक्तिगत खातों का
(स) खातों का
(द) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(अ) खाताबही की खतौनी शुद्ध है या नहीं।
प्रश्न 5.
तलपट का मिलान नहीं होने का कारण है:
(अ) भूलचूक अशुद्धि
(ब) सैद्धान्तिक अशुद्धियाँ
(स) क्षतिपूरक अशुद्धि
(द) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी।
प्रश्न 6.
यदि सुधार एक खाते में ही करना है तो जर्नल प्रविष्टि पूर्ण करने के लिए कौनसा खाता प्रयोग किया जाता:
(अ) उचित खाता
(ब) क्रय खाता
(स) व्यक्तिगत खाता
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(अ) उचित खाता
प्रश्न 7.
उचन्ती खाते के डेबिट शेष व क्रेडिट शेष को चिठे में किस ओर दिखाया जाता है:
(अ) डेबिट शेष सम्पत्ति पक्ष व क्रेडिट शेष दायित्व पक्ष में
(ब) क्रेडिट शेष को सम्पत्ति पक्ष व डेबिट शेष को दायित्व पक्ष में
(स) दोनों शेषों को सम्पत्ति पक्ष में
(द) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(अ) डेबिट शेष सम्पत्ति पक्ष व क्रेडिट शेष दायित्व पक्ष में
प्रश्न 8.
तलपट बनाने की सर्वश्रेष्ठ विधि है:
(अ) शेष विधि
(ब) योग विधि
(स) शेष व योग विधि
(द) उपर्युक्त में कोई नहीं।
उत्तर:
(अ) शेष विधि
प्रश्न 9.
तलपट बनाने का प्रमुख उद्देश्य है:
(अ) लाभ-हानि ज्ञात करना
(ब) व्यापार की आर्थिक स्थिति की जानकारी
(स) खाताबही की गणितीय शुद्धता की जाँच करना
(द) व्यापार की सम्पत्ति का पता लगाना।
उत्तर:
(स) खाताबही की गणितीय शुद्धता की जाँच करना
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
प्रश्न 1.
सभी खातों के शेषों के ..................... को तलपट कहते हैं।
उत्तर:
विवरण
प्रश्न 2.
आहरण तलपट के ..................... पक्ष में दिखाया जाता है।
उत्तर:
डेबिट
प्रश्न 3.
..................... खातों को बनाने के लिए तलपट बनाना अनिवार्य है।
उत्तर:
अन्तिम
प्रश्न 4.
सम्पत्ति, व्यय व हानियों के शेष ...................... शेष होते हैं।
उत्तर:
नाम
प्रश्न 5.
अशुद्धियाँ जिनसे तलपट नहीं मिलता है उन्हें ..................... अशुद्धियाँ कहते हैं।
उत्तर:
एकपक्षीय
प्रश्न 6.
..................... अशुद्धियों से तलपट अप्रभाक्ति रहता है।
उत्तर:
क्षतिपूरक
प्रश्न 7.
अशुद्धियों को सुधारने के लिए की गयी प्रविष्टियों को ..................... की प्रविष्टि कहते हैं।
उत्तर:
सुधार
प्रश्न 8.
उचन्ती खाता एक ..................... खाता है।
उत्तर:
काल्पनिक।
सत्य/असत्य बताइये:
प्रश्न 1.
सुधार के लेखे वर्ष के अन्त में खाते में किए जाते हैं।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 2.
सभी अशुद्धियाँ तलपट के मिलान को प्रभावित करती हैं।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 3.
लाभ-हानि खाता बनाने के बाद तलपट बनाया जाता है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 4.
तलपट के दोनों पक्षों का योग बराबर अवश्य होना चाहिए।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 5.
तलपट का मिल जाना केवल गणितीय शुद्धता को प्रमाणित करता है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 6.
तलपट एक खाता है। यह सहायक बहियों से तैयार किया जाता है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 7.
पूर्ण लोप की अशुद्धि तलपट को प्रभावित नहीं करती है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 8.
उचन्ती खाता सिर्फ उन्हीं अशुद्धियों के प्रभाव को दिखाता है जो तलपट को प्रभावित करती हैं।
उत्तर:
सत्य
सही मिलान कीजिए:
प्रश्न 1.
कॉलम-1 |
कॉलम-2 |
1. राम के खाते की जगह श्याम के खाते को डेबिट करना |
(अ) वर्ष के अन्त में |
2. सुधार के लेखे सामान्यतया किए जाते हैं |
(ब) लेखा सम्बन्धी अशुद्धि |
3. अशुद्धियाँ जिनसे तलपट नहीं मिलता है |
(स) क्षतिपूरक अशुद्धि |
4. क्रय बही का योग 10,000 ₹ से अधिक लगना एवं विक्रय बही का- योग 10,000 ₹ से कम लगना |
(द) एकपक्षीय अशुद्धि |
5. सभी खातों के नामों तथा जमाओं के योग को लेकर तलपट बनाना |
(य) योग विधि |
उत्तर:
कॉलम-1 |
कॉलम-2 |
1. राम के खाते की जगह श्याम के खाते को डेबिट करना |
(ब) लेखा सम्बन्धी अशुद्धि |
2. सुधार के लेखे सामान्यतया किए जाते हैं |
(अ) वर्ष के अन्त में |
3. अशुद्धियाँ जिनसे तलपट नहीं मिलता है |
(द) एकपक्षीय अशुद्धि |
4. क्रय बही का योग 10,000 ₹ से अधिक लगना एवं विक्रय बही का- योग 10,000 ₹ से कम लगना |
(स) क्षतिपूरक अशुद्धि |
5. सभी खातों के नामों तथा जमाओं के योग को लेकर तलपट बनाना |
(य) योग विधि |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
तलपट से क्या आशय है?
उत्तर:
व्यापारी अपने लेन-देनों की खाताबही की गई खतौनी शुद्ध है अथवा नहीं, यह जानने के लिए एक विवरण तैयार करता है जिसे तलपट कहा जाता है।
प्रश्न 2.
तलपट न मिलने पर किये जाने वाले कोई तीन उपाय बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 3.
तलपट बनाने के प्रमुख उद्देश्य बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 4.
उचंती खाते का अर्थ बताइए।
उत्तर:
जब तलपट के दोनों पक्षों का योग समान नहीं आता है तो उस अन्तर की राशि को जिस खाते में डाला जाता है व दोनों पक्षों का योग मिला दिया जाता है, उसे उचंती खाता कहते हैं।
प्रश्न 5.
तलपट बनाने की विधियों के नाम लिखिये।
उत्तर:
प्रश्न 6.
सैद्धान्तिक अशुद्धि का एक उदाहरण दो।
उत्तर:
भवन क्रय करने पर भवन खाता डेबिट करने की बजाय क्रय खाता डेबिट कर दिया जाए।
प्रश्न 7.
समस्त प्रयास करने के पश्चात् भी तलपट न मिले तो क्या करना चाहिए?
उत्तर:
तलपट के डेबिट व क्रेडिट पक्ष के अन्तर को उचन्ती खाते (Suspense Account) में लिखकर तलपट के दोनों पक्षों का योग बराबर कर देना चाहिए।
प्रश्न 8.
तलपट को प्रभावित करने वाली दो अशुद्धियाँ बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 9.
2,000 ₹ का माल राजेन्द्र को बेचा, इसे विक्रय बही में नहीं लिखा गया। यह किस प्रकार की अशुद्धि
उत्तर:
यह पूर्ण लोप की अशुद्धि है।
प्रश्न 10.
राम से 800 ₹ का उधार माल क्रय किया। इस लेन-देन की क्रय खाते के डेबिट तथा राम की बजाय मोहन के खाते के क्रेडिट में खतौनी कर दी गई। इससे तलपट के मिलान पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
उत्तर:
इस अशुद्धि का तलपट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
लघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
निम्नलिखित खातों के शेषों को तलपट बनाते समय राशि के 'नाम' या 'जमा' वाले खाने में से किसमें दिखाया जायेगा?
(अ) बैंक अधिविकर्ष
(ब) क्रय वापसी खाता
(स) आहरण खाता
(द) देय बिल खाता।
उत्तर:
(अ) बैंक अधिविकर्ष: जमा या क्रेडिट वाले खाने में।
(ब) क्रय वापसी खाता: जमा या क्रेडिट वाले खाने में।
(स) आहरण खाता: नाम या डेबिट वाले खाने में।
(द) देय बिल खाता: जमा या क्रेडिट वाले खाने में।
प्रश्न 2.
ऐसे दो खातों को उदाहरण सहित समझाइए जिनका शेष डेबिट भी हो सकता है, क्रेडिट भी हो सकता है और शून्य शेष भी हो सकता है?
उत्तर:
ऐसे दो खाते जिनका डेबिट शेष या क्रेडिट शेष या शून्य शेष हो सकता है, निम्न प्रकार हैं:
उदाहरण द्वारा स्पष्टीकरण:
उपर्युक्त लेन-देनों को खाता बही में लिखने पर निम्न स्थिति होगी:
इस स्थिति में ब्याज खाते का डेबिट शेष है।
इस स्थिति में ब्याज खाते का क्रेडिट शेष है।
इस स्थिति में ब्याज खाते का शेष शून्य है।
नोट: इसी प्रकार से बट्टा खाते में बट्टा देने पर डेबिट शेष, बट्टा प्राप्त करने पर क्रेडिट शेष तथा प्राप्त बट्टे व देय बट्टे की राशि समान होने पर बट्टे खाते का शेष शून्य होगा।
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
तलपट के मिलान को प्रभावित करने वाली अशुद्धियों को समझाइए।
उत्तर:
प्रायः तलपट के डेबिट व क्रेडिट पक्षों का योग समान होता है परन्तु कभी-कभी यह योग मेल नहीं खाता है। तलपट के योग का मिलान न होना किसी अशुद्धि के कारण ही होता है। इन अशुद्धियों को तलपट के मिलान को प्रभावित करने वाली अशुद्धियाँ कहते हैं। ये अशुद्धियाँ प्रारम्भिक लेखों की पुस्तकों सम्बन्धी, खाताबही सम्बन्धी तथा तलपट सम्बन्धी हो सकती हैं। इनका वर्णन निम्न प्रकार है
तलपट के मिलान को प्रभावित करने वाली अशुद्धियां (Errors Affecting Trial Balance):
1. प्रारम्भिक लेखों की पुस्तकों में अशुद्धियाँ व्यापार में प्रारम्भिक लेखे सहायक बहियों व मुख्य जर्नल में किए जाते हैं। इनमें निम्नलिखित अशुद्धियाँ हो सकती हैं
2. खाताबही से सम्बन्धित अशुद्धियाँ सहायक बहियों से खाताबही में खतौनी करते समय निम्न अशुद्धियाँ हो सकती हैं
3. तलपट से सम्बन्धित अशुद्धियाँ-तलपट बनाते समय होने वाली अशुद्धियाँ निम्नलिखित हैं:
प्रश्न 2.
तलपट मेल न खाता हो तो आप कौन-कौन से कदम उठायेंगे?
उत्तर:
जब तलपट के डेबिट व क्रेडिट पक्षों का योग असमान होता है तो इससे यह स्पष्ट है कि लेखा पुस्तकों में कहीं-न-कहीं कोई अशुद्धि रह गई है। तलपट का मिलान न होने पर अशुद्धियों का पता लगाने के लिए निम्न जाँच करनी चाहिए
प्रश्न 3.
तलपट बनाने की प्रमुख विधियों को समझाइए।
उत्तर:
तलपट बनाने की प्रमुख विधियाँ निम्नलिखित हैं:
1. खातों के योग द्वारा या योग विधिइस विधि: में खाताबही के प्रत्येक खाते के डेबिट व क्रेडिट पक्ष का योग लगा लिया जाता है। प्रत्येक खाते के डेबिट पक्ष का योग तलपट के डेबिट राशि वाले खाने में तथा खाते के क्रेडिट पक्ष का योग तलपट के क्रेडिट राशि वाले खाने में दिखाया जाता है।
किसी खाते के डेबिट व क्रेडिट पक्ष का योग समान होने पर उस खाते को भी तलपट में शामिल किया जाता है। सभी खातों के योग को तलपट में लिखने के पश्चात् तलपट के डेबिट व क्रेडिट पक्ष के खानों का योग लगाया जाता हैं। यदि तलपट के दोनों पक्षों का योग समान होता है तो यह माना जाता है कि पुस्तकों में कोई भी गणितीय अशुद्धि नहीं है।
योग विधि के लाभ:
योग विधि के दोष:
2. खातों के शेष द्वारा या शेष विधि-इस विधि में सर्वप्रथम खाताबही में खोले गए प्रत्येक खाते का शेष ज्ञात किया जाता है। खाते का शेष ज्ञात करने के लिए खाते के डेबिट पक्ष के योग व क्रेडिट पक्ष के योग का अन्तर ज्ञात किया जाता है। यदि खाते के डेबिट पक्ष का योग क्रेडिट पक्ष के योग से अधिक होता है तो उस खाते के शेष को डेबिट शेष कहते हैं। इसके विपरीत किसी खाते के क्रेडिट पक्ष का योग डेबिट पक्ष के योग से अधिक होता है तो उस खाते के शेष को क्रेडिट शेष कहते हैं।
खाते के डेबिट शेष को तलपट के डेबिट वाले खाने में तथा खाते के क्रेडिट शेष को तलपट के क्रेडिट वाले खाने में दिखाया जाता है। ऐसे खातों को तलपट में नहीं दिखाया जाता है जिनके शेष शून्य हों अर्थात् खाते के डेबिट पक्ष व क्रेडिट पक्ष का योग बराबर हो। इसके पश्चात् तलपट के दोनों पक्षों का योग लगाया जाता है तथा योग समान होने पर यह माना जाता है कि पुस्तकों में कोई भी गणितीय अशुद्धि नहीं है।
शेष विधि के लाभ:
शेष विधि के दोष:
आंकिक प्रश्न:
प्रश्न 1.
निम्नलिखित खातों की सहायता से योग विधि और शेष विधि से तलपट बनाइए:
उत्तर:
प्रश्न 2.
निम्नलिखित सूचनाओं से तलपट बनाइए:
प्रारम्भिक रहतिया खाता (Opening Stock a/c ) |
50,000 |
क्रय खाता (Purchases a/c ) |
8,00,000 |
क्रूय वापसी खाता (Purchases Return a/c) |
35,000 |
विक्रय खाता (Sales a/c) |
16,00,000 |
विक्रय वापसी खाता (Sales Return a/c) |
1,20,000 |
मजदूरी खाता (Wages a/c) |
2,56,000 |
क्रय पर गाड़ी भाड़ा खाता (Carriage on Purchases a/c ) |
18,000 |
विक्रय पर गाड़ी भाड़ा खाता (Carriageon Sales a/c ) |
32,000 |
चुंगी खाता (Octroi a/c ) |
48,000 |
ईंधन, तेल, शक्ति, पानी आदि खाता (Fuel, Oil, Power & Water etc. a/c ) |
72,000 |
दावा प्राप्त खाता (Claim Received a/c ) |
1,50,000 |
बीमा प्रीमियम खाता (Insurancepremium a/c ) |
16,000 |
बट्ट्य दिया खाता (Discount allowed a/c) |
1,38,000 |
बट्ट्य प्राप्त खाता (Discount Received a/c ) |
23,000 |
भवन बेचने से हानि (Loss on Sales of Building a/c ) |
17,000 |
मूल्य ह्रास खाता (Depreciation a/c ) |
48,000 |
वेतन खाता (Salaries a/c ) |
3,52,000 |
मुद्रण एवं स्टेशनरी खाता (Printing andStationery a/c ) |
11,000 |
विज्ञापन खाता (Advertisement a / c ) |
58,000 |
किराया, कर एवं दरें खाता (Rent, Rates & Taxes a/c ) |
56,000 |
देय विपत्र खाता (Bills Payable a/c ) |
72,000 |
प्राप्य विपत्र खाता (BR a/c) |
87,000 |
देनदार खाता (Debtors a/c ) |
1,60,000 |
लेनदार खाता (Creditors a/c ) |
80,000 |
बैंक अधिविकर्ष खाता (Bank Over-draft a/c ) |
35,000 |
रोकड़ खाता (Cash a/c ) |
16,000 |
ख्याति खाता (Goodwill a/c) |
40,000 |
व्यापारिक चिद्न खाता (Trade Mark a/c ) |
25,000 |
आहरण खाता (Drawings a/c ) |
1,50,000 |
पूँजी खाता (Capital a/ c ) |
5,00,000 |
सामान्य संचय खाता (GeneralReserve a/c) |
50,000 |
अहमद से ऋण (Loan from Ahmed) |
1,00,000 |
अल्बर्ट को ऋण (Loan to Albert) |
75,000 |
उत्तर:
प्रश्न 3.
एक अनुभवहीन लेखापाल द्वारा निम्नलिखित तलपट तैयार किया गया है। इसे सही प्रारूप में पुनः बनाकर आवश्यक टिप्पणियाँ दीजिए:
उत्तर:
टिप्पणी तलपट के डेबिट पक्ष का योग 1,15,250 ₹ है जबकि क्रेडिट पक्ष का योग 1,00,250 ₹ है अर्थात् 15,000 ₹ से क्रेडिट पक्ष में राशि कम है। तलपट का मिलान करने हेतु 15,000 ₹ से उचन्ती खाता खोला गया
प्रश्न 4.
निम्नलिखित सौदों को जर्नल में लिखिए, खाताबही में खतौनी कीजिए तथा शेष निकालिए एवं तलपट तैयार कीजिए:
जैन ब्रदर्स ने 1 मार्च, 2020 को 15,000 ₹ से व्यापार आरम्भ किया। मार्च के महीने में अन्य सौदे इस प्रकार
2020 |
|
₹ |
मार्च 1 |
शाह एण्ड कम्पनी से माल खरीदा रोकड़ी विक्रय |
1,250 |
मार्च 2 |
जीवनमल को माल बेचा |
235 |
मार्च 4 |
बिजली के खर्चे चुकाए |
850 |
मार्च 5 |
फर्नीचर खरीदा |
15 |
मार्च 7 |
शाह एण्ड कम्पनी को चुकाया |
205 |
मार्च 8 |
रोकड़ क्रय |
1,000 |
मार्च 10 |
रोकड़ी विक्रय |
850 |
मार्च 12 |
श्यामलाल को उधार माल बेचा |
2,000 |
मार्च 15 |
रोकड़ी विक्रय |
950 |
मार्च 19 |
रोकड़ी दान दिया |
500 |
मार्च 25 |
निजी प्रयोग के लिए माल लिया |
250 |
मार्च 28 |
श्यामलाल दिवालिया हो गया और उससे रुपये में 25 पैसे चुकती वसूल पाए। |
450 |
मार्च 29 |
फुटकर खर्चे चुकाए |
25 |
मार्च 30 |
वेतन चुकाया |
350 |
मार्च 31 |
किराया चकाया |
150 |
मार्च 31 |
रोकड़ क्रय |
850 |
उत्तर:
प्रश्न 5.
एक अर्द्ध कुशल लेखाकार द्वारा बनाया गया तलपट नीचे दिया गया है। क्या यह सही है? अगर सही नहीं है तो आप वापस सही बनाइए।
उत्तर:
प्रश्न 6.
मैसर्स सुराना एण्ड कम्पनी की पुस्तकों से लिए गए निम्नलिखित शेषों से 31 मार्च, 2020 को एक तलपट बनाइए:
(From the following balances taken from the books of M/s Surana & Co., prepare a Trial Balance as on 31st March, 2020.)
Stock ₹ 44,000; Bills Receivable ₹ 18,000; Bills Payable ₹ 14,800; Purchases ₹ 1,56,000; Purchases Returns ₹ 2,000; Sales ₹ 2,40,000; Sales Returns ₹ 5,200; Salaries & Wages ₹ 10,000; Insurance Premium ₹ 2,800; Sundry Debtors ₹ 1,20,000; Sundry Creditors ₹ 74,400; Carriage ₹ 3,200; Commission received ₹ 3,200; Capital ₹ 71,600; Interest on Capital ₹ 2,800; Stationery ₹ 5,600; Office Expenses ₹ 3,200; Furniture ₹ 4,000; Cash ₹ 2,000; Bank Balance ₹ 19,000; Rent and Taxes ₹ 4,400; Carriage on Sales ₹ 5,800.
उत्तर:
प्रश्न 7.
तलपट बनाने के बाद ज्ञात हुई निम्नलिखित अशुद्धियों के सुधार की प्रविष्टियाँ दीजिए तथा उचन्ती खाता बनाइये।
1. क्रय बही का योग ₹ 2,000 से कम लगाया गया।
2. माँगीलाल से प्राप्त ब्याज ₹ 1,500 मोतीलाल के खाते में ₹ 500 से जमा कर दिया।
3. रामकिशन से ₹ 3,000 का नकद क्रय का लेखा क्रय बही में कर दिया।
4. रोकड़ बही के प्राप्ति पक्ष का बट्टा स्तम्भ ₹ 200 से कम जोड़ा गया।
5. माल क्रय पर चुकाया गाड़ी भाड़ा ₹ 600 को पुस्तकों में दर्ज नहीं किया गया।
6. स्टेशनरी के चुकाये ₹ 700 से स्टेशनरी खाते के जमा पक्ष में लिख दिया।
उत्तर:
प्रश्न 8.
एक लेखापाल लेखराम ने तलपट के अन्तर की राशि ₹ 1,210 भूल-चूक खाते के जमा पक्ष में लिख दी। बाद में उसे निम्नलिखित अशुद्धियों का पता लगा। इनके सुधार की प्रविष्टियां दीजिये तथा भूल-चूक:
खाता बनाइये:
1. रघुवीर से माल खरीदा ₹2,000 जो उसके खाते में खतौनी करना भूल गये।
2. दीपचन्द से ₹ 2,100 प्राप्त हुए जो उसके खाते में ₹ 1,200 से नाम कर दिया।
3. करिश्मा को ₹ 1,700 का माल बेचा जिसे करीना के खाते में जमा कर दिया।
4. अमर के खाते के नाम शेष को अगले पृष्ठ पर जमा पक्ष में लिख दिया ₹ 8001
5. रोकड़ बही के प्राप्त बट्टे खाने का योग ₹ 900 के स्थान पर ₹ 990 लगा दिया।
6. जगदीश से डूबत ऋण की वसूली ₹ 500 डूबत ऋण खाते में नाम कर दिया।
उत्तर: