These comprehensive RBSE Class 10 Social Science Notes Geography Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ will give a brief overview of all the concepts.
→ वस्तुओं तथा सेवाओं के आपूर्ति स्थानों से माँग स्थानों तक ले जाने हेतु परिवहन की आवश्यकता होती है।
→ परिवहन के साधन - वे साधन जो कि व्यक्तियों तथा वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने में सहायक होते हैं. परिवहन के साधन कहलाते हैं, यथा-रेल, वस, ट्रक, जलयान आदि।
→ स्थल परिवहन-भारत विश्व में सबसे अधिक सड़क जाल वाले देशों में से एक है | निर्माण तथा व्यवस्था में सड़क परिवहन रेल परिवहन की अपेक्षा अधिक सुविधाजनक है। देश में सड़कों की सक्षमता के आधार पर सड़कों को छ: वर्गों में वर्गीकृत किया गया है, यथा-
→ सड़क घनत्व - प्रति सो वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में सड़कों की लम्बाई को सड़क घनत्व कहा जाता है।
→ रेल परिवहन - भारत में रेल परिवहन, वस्तुओं तथा यात्रियों के परिवहन का प्रमुख साधन है। रेलवे ईयर बुक 2017-18 के अनुसार भारतीय रल 68,442 किमी. लम्बे मार्ग को अनेक गेज पर तय करती है।
→ पाइप लाइन - भारत के परिवहन मानचित्र पर पाइप लाइन एक नवीन परिवहन का साधन है। वर्तमान में इसका प्रयाग कच्चा तेल, पेट्रोल उत्पाद तथा तेल से प्राप्त प्राकृतिक तथा गैस क्षेत्र में उपलब्ध गैस शोधनशालाओं, उर्वरक कारखानों व बड़े ताप विद्युतगृहों तक पहुँचाने में किया जाता है।
→ जल परिवहन - जल परिवहन, परिवहन का सबसे सस्ता साधन है। यह भारी व स्थूलकाय वस्तुएँ ढोने में अनुकूल है।
→ प्रमुख समुद्री पत्तन - भारत को समुद्री तट रेखा के साथ 12 प्रमुख तथा 200 मध्यम व छोटे पत्तन हैं।
→ वायु परिवहन - वर्तमान समय में वायु परिवहन तीव्रतम, आरामदायक व प्रतिष्ठित परिवहन का साधन है। इसके द्वारा अति दुर्गम स्थानों यथा ऊँचे पर्वत, मरुस्थलों, घने जंगलों व लम्बे समुद्री रास्तों को सुगमता से पार किया जा सकता है।
→ संचार सेवाएँ - निजी दूर संचार तथा जन संचार में दूरदर्शन, रेडियो, समाचार-पत्र समूह, प्रेस तथा सिनेमा आदि देश के प्रमुख संचार साधन हैं।
→ अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार - राज्यों व देशों में व्यक्तियों के बीच वस्तुओं का आदान-प्रदान व्यापार कहलाता है। दो देशों के मध्य यह व्यापार अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है।
→ पर्यटन-एक व्यापार के रूप में - भारत में 150 लाख से अधिक व्यक्ति प्रत्यक्ष रूप से पर्यटन उद्योग में संलग्न हैं। इससे करोड़ों रुपये की विदेशी मुद्रा की प्राप्ति भी होती है।