Rajasthan Board RBSE Class 10 Social Science Important Questions Economics Chapter 1 विकास Important Questions and Answers.
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
विभिन्न देशों अथवा राज्यों की तुलना प्रायः किस आधार पर बेहतर तरीके से मापी जा सकती है?
(अ) राष्ट्रीय आय
(ब) प्रति व्यक्ति आय अथवा औसत आय
(स) लोगों को खाद्यान्न उपलब्धता
(द) लोगों को ऊर्जा की उपलब्धता।
उत्तर:
(ब) प्रति व्यक्ति आय अथवा औसत आय
प्रश्न 2.
आर्थिक विकास के अन्तर्गत सम्मिलित लक्ष्य है-
(अ) नियमित रोजगार
(ब) नियमित व बेहतर मजदूरी
(स) सुरक्षा एवं स्वतन्त्रता
(द) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी।
प्रश्न 3.
विश्व बैंक की विश्व विकास रिपोर्ट में देशों का वर्गीकरण किस आधार पर किया जाता है-
(अ) राष्ट्रीय आय के आधार पर
(ब) प्रति व्यक्ति आय के आधार पर
(स) खाद्यान्न उपलब्धता के आधार पर
(द) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(ब) प्रति व्यक्ति आय के आधार पर
प्रश्न 4.
विकास को मापने हेतु आय के अतिरिक्त अन्य कौनसा मापदण्ड है-
(अ) साक्षरता दर
(ब) स्वास्थ्य
(स) प्रति व्यक्ति आय
(द) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी।
प्रश्न 5.
भारत में साक्षरता दर के आधार पर सबसे अच्छी स्थिति निम्न में से किस राज्य की है-
(अ) राजस्थान
(ब) केरल
(स) बिहार
(द) पंजाब।
उत्तर:
(ब) केरल
प्रश्न 6.
भारत किस आय वर्ग के देशों में आता है?
(अ) अति उच्च आय वर्ग
(ब) उच्च आय वर्ग
(स) मध्य आय वर्ग
(द) निम्न आय वर्ग
उत्तर:
(स) मध्य आय वर्ग
प्रश्न 7.
वर्ष 2016-17 के लिए किस राज्य की प्रति व्यक्ति आय अधिक है?
(अ) हरियाणा
(ब) केरल
(स) बिहार
(द) राजस्थान
उत्तर:
(अ) हरियाणा
प्रश्न 8.
वर्ष 2017 के अनुसार निम्न में से कम शिशु मृत्यु दर वाला राज्य कौनसा है?
(अ) बिहार
(ब) मध्य प्रदेश
(स) हरियाणा
(द) केरल
उत्तर:
(द) केरल
प्रश्न 9.
वर्ष 2016 के लिए भारत का विश्व में मानव विकास सूचकांक का क्रमांक कितना है?
(अ) 148
(ब) 130
(स) 76
(द) 12
उत्तर:
(ब) 130
प्रश्न 10.
निम्न में से गैर-नवीकरणीय संसाधन है-
(अ) कच्चा तेल
(ब) भूमिगत जल
(स) वन
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(अ) कच्चा तेल
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
1. अलग-अलग लोगों के विकास के लक्ष्य ......... हो सकते हैं।
2. .........: के लिए लोग मिले-जुले लक्ष्यों को देखते हैं।
3. यदि महिलाएं .......... कार्य करती हैं तो घर और समाज में उनका आदर बढ़ता है।
4. औसत आय को ......... आय भी कहा जाता है।
5. .......... में गिरावट के परिणाम राष्ट्रीय और राज्य सीमाओं का ख्याल नहीं करते।
उत्तरमाला:
1. भिन्न
2. विकास
3. वेतनभोगी
4. प्रति व्यक्ति
5. पर्यावरण।
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
प्रति व्यक्ति आय का तात्पर्य लिखिये।
अथवा
प्रति व्यक्ति आय से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
राष्ट्रीय आय को कुल जनसंख्या से भाग देने पर प्राप्त आय को प्रति-व्यक्ति आय कहते हैं।
प्रश्न 2.
मानव विकास सूचकांक के किन्हीं दो सूचकों के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 3.
विकास का कोई एक लक्ष्य बताइए।
उत्तर:
आय को बढ़ाना।
प्रश्न 4.
भारत में राज्यों में तुलना करने के कोई दो आधार बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 5.
दो देशों में तुलना करने हेतु कुल आय तथा प्रति व्यक्ति आय में से कौनसा मापदण्ड अधिक उपयुक्त है?
उत्तर:
प्रति व्यक्ति आय का मापदण्ड अधिक उपयुक्त है।
प्रश्न 6.
राष्ट्रीय आय को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
एक लेखा वर्ष में किसी देश में उत्पादित अन्तिम वस्तुओं और सेवाओं के बाजार मूल्य के जोड़ को राष्ट्रीय आय कहते हैं।
प्रश्न 7.
सार्वजनिक सुविधाओं का कोई एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
सरकार द्वारा संचालित विद्यालय।
प्रश्न 8.
मानव विकास रिपोर्ट का प्रकाशन किसके द्वारा किया जाता है?
उत्तर:
यूएनडीपी द्वारा।
प्रश्न 9.
आर्थिक विकास का क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
आर्थिक विकास का अभिप्राय लोगों के जीवन को पहले से बेहतर बनाना है।
प्रश्न 10.
विकास के अन्तर्गत किसका अध्ययन किया जाता है?
उत्तर:
विकास के अन्तर्गत जीवन से जुड़े विभिन्न लक्ष्यों तथा उन्हें प्राप्त करने के उपायों का अध्ययन किया जाता है।
प्रश्न 11.
विकास के अन्तर्गत अध्ययन किए जाने वाले किन्हीं दो प्रश्नों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 12.
विकास के किन्हीं दो प्रमुख लक्ष्यों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 13.
किन दो उपायों से आर्थिक संवृद्धि को प्रस्तुत किया जा सकता है?
उत्तर:
प्रश्न 14.
सामान्यतः विभिन्न देशों की तुलना किस आधार पर की जाती है?
उत्तर:
सामान्यतः विभिन्न देशों की तुलना राष्ट्रीय आय व प्रति व्यक्ति आय के आधार पर की जाती है।
प्रश्न 15.
विकास की धारणीयता का क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
विकास की धारणीयता का तात्पर्य विकास के स्तर को और ऊंचा उठाना तथा वर्तमान विकास स्तर को भावी पीढ़ी हेतु बनाए रखने से है।
प्रश्न 16.
विश्व बैंक की विश्व विकास रिपोर्ट में देशों के वर्गीकरण हेतु किस मापदण्ड का प्रयोग किया जाता है?
उत्तर:
विश्व बैंक की विश्व विकास रिपोर्ट में देशों के वर्गीकरण हेतु प्रति व्यक्ति आय का प्रयोग किया जाता है।
प्रश्न 17.
शिशु मृत्यु-दर का क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
शिशु मृत्यु-दर किसी वर्ष में पैदा हुए 1000 जीवित बच्चों में से एक वर्ष की आयु से पहले मर जाने वाले बच्चों का अनुपात दिखाती है।
प्रश्न 18.
साक्षरता दर का क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
साक्षरता दर 7 वर्ष तथा उससे अधिक आयु के लोगों में साक्षर जनसंख्या का अनुपात दर्शाती है।
प्रश्न 19.
मानव विकास के लिए साक्षरता क्यों अनिवार्य है?
उत्तर:
साक्षरता से मानव क्षमताओं में वृद्धि होती है, जिससे मानव का विकास होता है।
प्रश्न 20.
मानव विकास हेतु बल दिए जाने वाले क्षेत्रों के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 21.
किसी देश के नागरिकों द्वारा इच्छित कोई दो सामाजिक लक्ष्य बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 22.
यूएनडीपी द्वारा प्रकाशित मानव विकास रिपोर्ट में देशों की तुलना किस आधार पर की जाती है?
उत्तर:
यूएनडीपी द्वारा प्रकाशित मानव विकास रिपोर्ट में देशों की तुलना लोगों के शैक्षिक स्तर, उनकी स्वास्थ्य स्थिति और प्रति व्यक्ति आय के आधार पर की जाती है।
प्रश्न 23.
मानव विकास सूचकांक क्या है?
उत्तर:
देशों की तुलना हेतु संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा तैयार एवं प्रकाशित किया जाने वाला जीवन सूचकांक मानव विकास सूचकांक है।
प्रश्न 24.
किसी देश के नागरिकों द्वारा विकास हेतु इच्छित कोई तीन लक्ष्य बताइए।
उत्तर:
लघूत्तरात्मक प्रश्न (Type-I)
प्रश्न 1.
विकास में शिक्षा के महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
शिक्षा के माध्यम से लोगों के ज्ञान को बढ़ाया जा सकता है तथा उन्हें अधिक कुशल बनाया जा सकता है जिससे व्यक्ति अधिक उत्पादक बन जाता है। अतः शिक्षा के माध्यम से लोग अधिक आय का अर्जन कर सकते हैं। इससे उनके जीवन-स्तर में तो सुधार होता ही है, साथ ही देश की राष्ट्रीय आय में भी वृद्धि होती है।
प्रश्न 2.
विकास क्या वादा करता है? अपने शब्दों में स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
विभिन्न लोगों के लिए विकास की धारणाएँ भिन्न-भिन्न हो सकती हैं अर्थात् अलग-अलग लोगों के लिए विकास के लक्ष्य भिन्न-भिन्न हो सकते हैं अतः विकास के अन्तर्गत भिन्न-भिन्न लोगों के भिन्न-भिन्न लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास किया जाता है।
प्रश्न 3.
विकास की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
विकास की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
प्रश्न 4.
मानव विकास सूचकांक का महत्त्व बताइए।
उत्तर:
मानव विकास सूचकांक का महत्त्व निम्नलिखित है-
प्रश्न 5.
विकास के अन्तर्गत सामान्यतः लोग किन लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहते हैं?
उत्तर:
विकास के अन्तर्गत सामान्यतः सभी व्यक्ति अपनी आय को अधिकतम करना चाहते हैं, साथ ही लोग समान व्यवहार, स्वतन्त्रता, सुरक्षा तथा दूसरों से सम्मान पाने की इच्छा रखते हैं। लोग जीवन हेतु आवश्यक भौतिक एवं अभौतिक वस्तुओं को पाना चाहते हैं।
प्रश्न 6.
राष्ट्रीय विकास की धारणा के अन्तर्गत किन तथ्यों पर विचार किया जाता है?
उत्तर:
सामान्यतः राष्ट्रीय विकास के अन्तर्गत इन तथ्यों के विषय में विचार किया जाता है कि क्या सभी विचारों को बराबर का महत्त्व दिया जा सकता है? यदि परस्पर विरोधी विचार हैं तो निर्णय कैसे किया जाएगा? सभी के लिए न्यायपूर्ण और सही राह क्या होगी? कार्य करने का क्या कोई बेहतर तरीका भी है? आदि।
प्रश्न 7.
विभिन्न देशों या राज्यों की तुलना किस आधार पर की जाती है?
उत्तर:
विभिन्न देशों तथा राज्यों की कुछ विशिष्टताओं के आधार पर तुलना की जाती है। देशों की तुलना के लिए उनकी आय सबसे महत्त्वपूर्ण विशिष्टता मानी जाती है तथा प्रति व्यक्ति आय के आधार पर तुलना अधिक बेहतर मानी जाती है।
प्रश्न 8.
औसत आय किस प्रकार ज्ञात की जाती है तथा उन सूचकों को सूचीबद्ध कीजिए जिनके आधार पर मानव विकास सूचकांक बनाया जाता है?
उत्तर:
औसत आय-किसी देश की कुल आय को उसकी कुल जनसंख्या से भाग देकर औसत आय निकाली जाती है।
मानव विकास सूचकांक के सूचकों की सूची-वे सूचक जिनके आधार पर मानव विकास सूचकांक बनाया जाता है, इस प्रकार हैं-
लघूत्तरात्मक प्रश्न (Type-II)
प्रश्न 1.
सार्वजनिक सुविधाओं से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
यह आवश्यक नहीं है कि हम अपने पास रखे पैसे से ही वे सभी वस्तुएँ तथा सेवाएँ प्राप्त कर सकते हों जो बेहतर जीवन के लिए आवश्यक हैं। उससे हम स्वच्छ वातावरण, बिना मिलावट की वस्तुएँ, अच्छा स्वास्थ्य आदि प्राप्त नहीं कर सकते हैं। अतः सरकार अथवा समाज कई वस्तुएँ एवं सेवाएँ लोगों को सामूहिक रूप से उपलब्ध करवाते हैं जो लोगों के बेहतर जीवन के लिए आवश्यक हैं, उन्हें सार्वजनिक सुविधाएँ कहते हैं। उदाहरण के लिए सरकार द्वारा संचालित विद्यालय, चिकित्सालय, राशन की दुकान आदि सार्वजनिक सुविधाएँ हैं । सार्वजनिक सुविधाओं का देश के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान होता है।
प्रश्न 2.
विकास की धारणीयता को अपने शब्दों में स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
विकास की प्रक्रिया के साथ-साथ लोगों का उपयोग भी बढ़ता जाता है तथा वे वस्तुओं एवं सेवाओं का ज्यादा उपयोग करने लगते हैं। विकास की धारणीयता का तात्पर्य विकास के स्तर को ऊँचा उठाना तथा विकास के वर्तमान प्रकार एवं स्तर को भावी पीढ़ी हेतु बनाए रखने से है ताकि वे भी बेहतर जीवन जी सकें। किन्तु यह अत्यन्त जटिल कार्य है। इस हेतु हमें नवीकरणीय तथा गैर-नवीकरणीय साधनों का सोच-समझकर उपयोग करना होगा ताकि वे भावी पीढ़ी हेतु बचे रहें। साथ ही हमें प्रयास करना होगा कि नए संसाधनों की भी खोज की जाए। विकास की धारणीयता से पर्यावरण संरक्षण एवं पारिस्थितिकीय सन्तुलन को भी बल मिलता है।
प्रश्न 3.
आर्थिक विकास में स्वास्थ्य सुविधाओं की क्या भूमिका है?
उत्तर:
आर्थिक विकास में स्वास्थ्य सुविधाओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। विकास हेतु देश अथवा राज्यों में पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध होनी चाहिए। इसके फलस्वरूप लोगों का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। अच्छे स्वास्थ्य का उत्पादकता पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। एक स्वस्थ व्यक्ति अधिक कुशल एवं अधिक उत्पादक होता है, जिससे राष्ट्रीय आय एवं प्रति व्यक्ति आय दोनों बढ़ती हैं। यदि स्वास्थ्य सुविधाएँ बेहतर हों तो लोगों में कुपोषण की समस्या भी कम होगी जिसके फलस्वरूप लोग अधिक उत्पादक बन पाएंगे तथा बीमारियों का प्रकोप भी कम होगा।
प्रश्न 4.
शरीर द्रव्यमान सूचकांक (बी.एम.आई.) किसे कहते हैं? इसकी गणना किस प्रकार की जाती है?
उत्तर:
शरीर द्रव्यमान सूचकांक (बी.एम.आई.)- हम उचित प्रकार से पोषित हैं या नहीं, जानने के तरीके को वैज्ञानिक शरीर द्रव्यमान सूचकांक (बी.एम.आई.) कहते हैं।
गणना-इसकी गणना करना सरल है, कक्षा में प्रत्येक विद्यार्थी अपना भार और ऊँचाई ज्ञात करें। प्रत्येक बच्चे का भार किलोग्राम में लें। फिर दीवार पर एक पैमाना बनाकर, सिर को सीधा रखते हुए, ऊँचाई का सही माप करें। सेंटीमीटर से नापी गई ऊँचाई का सही माप करें। किलोग्राम में व्यक्त भार को, ऊँचाई के वर्ग से भाग दें। आपको जो अंक प्राप्त होगा, वही बी.एम.आई. (BMI) कहलाता है। आयु-अनुसार बी.एम.आई. तलिका के आधार पर विद्यार्थी का बी.एम.आई. सामान्य, सामान्य से कम या सामान्य से अधिक हो सकता है।
प्रश्न 5.
वर्ष 2017 के लिए विश्व बैंक की विश्व विकास रिपोर्ट के मुख्य बिन्दु बतलाइये।
उत्तर:
वर्ष 2017 के लिए विश्व बैंक की विश्व विकास रिपोर्ट के मुख्य बिन्दु अग्र प्रकार हैं-
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
आपकी दृष्टि में, विकास की धारणीयता के सन्दर्भ में हमारे लक्ष्य क्या होने चाहिए? समझाइए।
उत्तर:
हमारी दृष्टि में, विकास की धारणीयता के सन्दर्भ में हमारे निम्न लक्ष्य होने चाहिए-
प्रश्न 2.
आर्थिक विकास का क्या अभिप्राय है? विकास के विभिन्न लक्ष्यों को स्पष्ट कीजिए।
अथवा
आर्थिक विकास के कोई तीन लक्ष्य समझाइए।
उत्तर:
आर्थिक विकास आर्थिक विकास का तात्पर्य लोगों के जीवन को पहले से बेहतर बनाना है। विकास के अन्तर्गत हम जीवन से जुड़े विभिन्न लक्ष्यों तथा उन्हें प्राप्त करने के उपायों के सम्बन्ध में अध्ययन करते हैं।
विकास के लक्ष्य विकास के प्रमुख लक्ष्य निम्न प्रकार हैं-
प्रश्न 3.
विभिन्न देशों अथवा राज्यों के विकास की तुलना किस आधार पर की जानी चाहिए? अपने शब्दों में स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
विभिन्न देशों अथवा राज्यों की तुलना उनकी कुछ प्रमुख विशिष्टताओं के आधार पर की जानी चाहिए जिस प्रकार दो व्यक्तियों की तुलना उनकी कुछ विशिष्टताओं के आधार पर की जाती है। विभिन्न देशों तथा राज्यों की तुलना करने का सबसे महत्त्वपूर्ण आधार राष्ट्रीय अथवा राज्य आय है तथा उनमें और अधिक बेहतर तुलना हेतु प्रति व्यक्ति आय को तुलना का आधार बनाया जाता है। जिस प्रकार विश्व बैंक ने विश्व विकास रिपोर्ट में देशों का वर्गीकरण उनकी प्रति व्यक्ति आय के आधार पर किया है।
केवल राष्ट्रीय अथवा राज्य आय एवं प्रति व्यक्ति आय के आधार पर तुलना सम्भव नहीं है अतः विभिन्न देशों अथवा राज्यों की तुलना हेतु अन्य भी कई आधार लेने चाहिए। विभिन्न देशों अथवा राज्यों के विकास की तुलना करने हेतु अन्य महत्त्वपूर्ण आधार निम्न प्रकार हैं-
इन सभी आधारों पर देशों अथवा राज्यों की बेहतर तुलना की जा सकती है। इन सभी आधारों पर देशों अथवा राज्यों की सही स्थिति का ज्ञान हो जाता है। इस आधार पर यूएनडीपी द्वारा प्रकाशित मानव विकास रिपोर्ट में देशों की तुलना लोगों के शैक्षिक स्तर, उनकी स्वास्थ्य स्थिति और प्रति व्यक्ति आय के आधार पर की जाती है।
प्रश्न 4.
आपकी दृष्टि में शिक्षा के स्तर के आधार पर दो राज्यों के मध्य विकास की तुलना का श्रेष्ठ मापदण्ड क्या है? समझाइए।
उत्तर:
हमारी दृष्टि में शिक्षा के स्तर के आधार पर दो राज्यों के मध्य विकास की तुलना का श्रेष्ठ मापदण्ड 'मानव विकास सूचकांक' (HDI) है। इसमें स्वास्थ्य एवं शिक्षा सूचकों का आय के साथ व्यापक प्रयोग किया जाता है। आय का स्तर तुलना के लिए एक महत्त्वपूर्ण मापदण्ड है लेकिन अकेला आय का स्तर विकास को मापने का अपर्याप्त मापदण्ड है। इसमें अन्य मानकों की उपेक्षा हो जाती है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा प्रकाशित मानव विकास रिपोर्ट में देशों की तुलना लोगों के शैक्षिक स्तर, उनकी स्वास्थ्य स्थिति तथा प्रति व्यक्ति आय के आधार पर की जाती है।
यह तीन सामाजिक सूचकों का एक मिश्रित सूचकांक है-
इनकी गणना इस प्रकार की जाती है-
प्रश्न 5.
सार्वजनिक सुविधाओं से क्या अभिप्राय है? सार्वजनिक सुविधाओं का क्या महत्त्व है?
उत्तर:
सार्वजनिक सुविधाएँ-हम अपने साधनों से सभी वस्तुएँ एवं सेवाएँ प्राप्त नहीं कर पाते हैं जो बेहतर जीवन के लिए आवश्यक हैं, जैसे-स्वच्छ वातावरण, बिना मिलावट की वस्तुएँ, अच्छा स्वास्थ्य आदि । अतः सरकार कई वस्तएँ लोगों को सामूहिक रूप से उपलब्ध करवाती है जो लोगों के बेहतर जीवन के लिए आवश्यक हैं, इन्हें सार्वजनिक सुविधाएँ कहते हैं।
सार्वजनिक सुविधाओं का महत्त्व-
प्रश्न 6.
भारत को एक विकसित देश बनाने हेतु हमें क्या कदम उठाने होंगे?
उत्तर:
भारत को विकसित देश बनाने हेतु हमें निम्न कदम उठाने होंगे-
प्रश्न 7.
आपकी दृष्टि में, दो देशों के मध्य विकास की तुलना करने के लिए कौनसा मापदण्ड श्रेष्ठ है? समझाइए।
उत्तर:
दो देशों के मध्य विकास की तुलना कई मापदण्डों पर की जा सकती है किन्तु देशों की तुलना करने के लिए उनकी आय सबसे महत्त्वपूर्ण विशिष्टता अथवा मापदण्ड समझी जाती है। प्रायः जिन देशों की आय अधिक है उन्हें कम आय वाले देशों से अधिक विकसित समझा जाता है क्योंकि अधिक आय का अर्थ है मानवीय आवश्यकताओं की सभी वस्तुओं का अधिक होना। दो देशों की तुलना करने हेतु कुल आय की अपेक्षा प्रति व्यक्ति आय अथवा औसत आय एक श्रेष्ठ मापदण्ड है क्योंकि विभिन्न देशों की जनसंख्या भिन्न-भिन्न होती है, अतः कुल आय के आधार पर सही तुलना सम्भव नहीं हो पाएगी, ऐसी स्थिति में प्रति व्यक्ति आय अथवा औसत आय विकास को समझने एवं दो देशों के मध्य विकास की तुलना करने का अधिक बेहतर मापदण्ड है। विश्व बैंक की विश्व विकास रिपोर्ट में भी देशों का वर्गीकरण करने के लिए प्रति व्यक्ति आय का ही प्रयोग किया गया है।
प्रश्न 8.
आपकी दृष्टि में, विकास का कौनसा प्रकार एवं स्तर धारणीय है? समझाइए।
उत्तर:
हमारे अनुसार विकास का वह प्रकार एवं स्तर धारणीय है जो चाहे ऊँचा हो या कम हो परन्तु उसमें वर्तमान पीढ़ी के साथ-साथ भावी पीढ़ी के लिए भी यह स्तर बना रहे। विकास के इस धारणीय स्तर एवं प्रकार में भावी पीढ़ी की उत्पादकता को हानि पहुँचाये बिना वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं को सन्तुष्ट करने पर बल दिया गया है। साथ ही पर्यावरण संरक्षण को भी इसमें शामिल किया गया है अर्थात् वह प्रकार एवं स्तर धारणीय है जिसमें पर्यावरण को भी भावी पीढ़ी हेतु संरक्षित रखा जाए। प्राकृतिक संसाधनों का इस प्रकार उपयोग किया जाए कि वे भावी पीढ़ी के उपयोग हेतु पर्याप्त हों। विकास के इस धारणीय स्तर एवं प्रकार में गैर नवीकरणीय साधनों के कुशल उपयोग एवं नवीकरणीय साधनों के अधिक प्रयोग पर बल दिया गया है ताकि हम भावी पीढ़ी को यह विकास का वर्तमान स्तर एवं प्रकार दे सकें।