Rajasthan Board RBSE Class 10 Social Science Important Questions Civics Chapter 3 लोकतंत्र और विविधता Important Questions and Answers.
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
अमेरिका में नागरिक संरक्षण अधिकार आंदोलन शुरू किया था-
(अ) जॉन मिल्टन ने
(ब) मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने
(स) जॉज बुश ने
(द) जॉन एफ. कैनेडी ने
उत्तर:
(ब) मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने
प्रश्न 2.
अफ्रोकियों के उन बच्चों को क्या कहते हैं जो गुलामों के रूप में अमेरिका भेजे गये थे?
(अ) अफ्रीकन एशियन
(ब) एफ्रो-अमेरिकी
(स) अमेरिकन एशियन
(द) ऐंग्लो इंडियन
उत्तर:
(ब) एफ्रो-अमेरिकी
प्रश्न 3.
अधिकतर सामाजिक विभाजन आधारित होते हैं-
(अ) जन्म पर
(ब) चुनाव पर
(स) योग्यता पर
(द) धर्म पर
उत्तर:
(अ) जन्म पर
प्रश्न 4.
क्या सभी सामाजिक अन्तर सामाजिक विभाजन को उत्पन्न करते हैं-
(अ) हाँ
(ब) नहीं
(स) पता नहीं
(द) कह नहीं सकते
उत्तर:
(ब) नहीं
प्रश्न 5.
श्रीलंका में श्रीलंका केवल सिंहलियों के लिए' की माँग किस समुदाय की पहचान और हितों के खिलाफ थी?
(अ) सिंहली समुदाय के
(ब) तमिल समुदाय के
(स) हिंदू समुदाय के
(द) ईसाई समुदाय के
उत्तर:
(ब) तमिल समुदाय के
प्रश्न 6.
अमेरिका में 1954-1968 के वीच कौनसा आंदोलन हुआ था?
(अ) असहयोग आन्दोलन
(ब) सविनय अवज्ञा आन्दोलन
(स) नागरिक अधिकार आन्दोलन
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(स) नागरिक अधिकार आन्दोलन
प्रश्न 7.
ब्रिटेन की सरकार और नेशनलिस्टों के बीच शांति समझौता हुआ-
(अ) 1992 में
(ब) 1996 में
(स) 1997 में
(द) 1998 में
उत्तर:
(द) 1998 में
प्रश्न 8.
विविधता को समाहित करने का सबसे अच्छा तरीका है-
(अ) लोकतंत्र
(ब) तानाशाही
(स) अनुदारवाद
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) लोकतंत्र
प्रश्न 9.
निम्न में से नस्ल आधारित भेदभाव के खिलाफ कौन था?
(अ) टॉमी स्मिथ
(ब) जॉन कार्लोस
(स) पीटर नॉर्मन
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 10.
नस्लवाद मिटाने के लिए हिंसा का भी समर्थन करने वाला आन्दोलन था-
(अ) नागरिक अधिकार आन्दोलन
(ब) सविनय अवज्ञा आन्दोलन
(स) अश्वेत शक्ति आन्दोलन
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(स) अश्वेत शक्ति आन्दोलन
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
1. ......... आन्दोलन 1966 में उभरा और 1975 तक चलता रहा।
2. हर सामाजिक विभिन्नता ........... का रूप नहीं लेती।
3. ऐसा समाज जिसमें सामुदायिक, सांस्कृतिक या जातीय विभिन्नताएँ ज्यादा गहरी नहीं होतीं, ......... समाज कहलाता है।
4. अधिकतर देशों में मतदान के स्वरूप और सामाजिक विभाजनों के बीच एक ......... संबंध दिखाई देता है।
5. ताकत के दम पर एकता बनाये रखने की कोशिश अक्सर .......... की ओर ले जाती है।
उत्तरमाला:
1. अश्वेत शक्ति
2. सामाजिक विभाजन
3. समरूप
4. प्रत्यक्ष
5. विभाजन।
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
लोकतंत्र की दो विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 2.
अमरीका में नागरिक अधिकार आन्दोलन (1954-1968) किसके नेतृत्व में लड़ा गया?
उत्तर:
मार्टिन लूथर किंग जूनियर के नेतृत्व में।
प्रश्न 3.
अश्वेत शक्ति आन्दोलन कब से कब तक चला?
उत्तर:
अश्वेत शक्ति आन्दोलन 1966 से 1975 तक चला।
प्रश्न 4.
सामाजिक विभाजन अधिकांशतः किस पर आधारित होता है?
उत्तर:
सामाजिक विभाजन अधिकांशतः जन्म पर आधारित होता है।
प्रश्न 5.
समरूप समाज किसे कहते हैं?
उत्तर:
समरूप समाज एक ऐसा समाज होता है जिसमें सामुदायिक, सांस्कृतिक या जातीय भेदभाव ज्यादा गहरे नहीं होते।
प्रश्न 6.
ग्रेट-ब्रिटेन की ईसाई आबादी किन दो पंथों में विभाजित है?
उत्तर:
ग्रेट-ब्रिटेन की ईसाई आबादी प्रोटेस्टेंट और रोमन कैथोलिक पंथों में विभाजित है।
प्रश्न 7.
भारत के लोग पहले अपनी पहचान किससे जोड़ते हैं?
उत्तर:
भारत के लोग अपने को पहले भारतीय मानते हैं फिर किसी क्षेत्र या अन्य समुदाय का सदस्य।
प्रश्न 8.
सामाजिक विभिन्नताओं, असमानताओं तथा अन्यायों की पहचान और उन्हें समाहित करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?
उत्तर:
लोकतांत्रिक शासन।
प्रश्न 9.
एफ्रो (अफ्रीकन) अमेरिकन कौन हैं?
उत्तर:
एफ्रो अमेरिकन वह अश्वेत अफ्रीकी लोग हैं जिनके पूर्वजों को 17वीं सदी से लेकर 19वीं सदी तक अमरीका में गुलाम बनाकर लाया गया था।
प्रश्न 10.
अमरीका में नागरिक अधिकार आंदोलन ने कौनसी माँग उठाई थी?
उत्तर:
इसने नस्ल के आधार पर भेदभाव करने वाले कानूनों और व्यवहार को समाप्त करने की मांग उठाई।
प्रश्न 11.
अमरीका में नागरिक अधिकार आंदोलन किसके नेतृत्व में चलाया गया और इसका स्वरूप कैसा था?
उत्तर:
अमरीका में नागरिक अधिकार आंदोलन मार्टिन लूथर किंग जूनियर के नेतृत्व में चलाया गया। इस आंदोलन का स्वरूप पूरी तरह अहिंसक था।
प्रश्न 12.
अश्वेत शक्ति आंदोलन के दृष्टिकोण को बताइये।
उत्तर:
1966 से 1975 तक चलाया गया अश्वेत शक्ति आंदोलन का मानना था कि अमरीका से नस्लवाद मिटाने के लिए हिंसा का सहारा लेने में भी हर्ज नहीं है।
प्रश्न 13.
जब 2006 में नॉर्मन की मौत हुई तो उनकी अरथी को कंधा देने वाले दो लोगों के नाम बताइये।
उत्तर:
प्रश्न 14.
अधिकतर सामाजिक अन्तरों को उत्पन्न करने का आधार क्या है?
उत्तर:
अधिकतर सामाजिक अन्तरों को उत्पन्न करने का आधार जन्म सम्बन्धी अन्तर है।
प्रश्न 15.
सामाजिक अन्तर से क्या आशय है?
उत्तर:
सामाजिक अन्तर वे स्थितियाँ हैं जिनमें जन्म के साथ आर्थिक, जातीय तथा सामाजिक असमानता के आधार पर भेदभाव किया जाता है।
प्रश्न 16.
क्या सभी किस्म के सामाजिक विभाजन जन्म के आधार पर होते हैं?
उत्तर:
नहीं, सभी किस्म के सामाजिक विभाजन सिर्फ जन्म पर आधारित नहीं होते।
प्रश्न 17.
कार्लोस, स्मिथ और नॉर्मन तीनों में एक समानता क्या थी?
उत्तर:
कार्लोस, स्मिथ और नॉर्मन तीनों में एक समानता थी कि वे सभी नस्ल आधारित भेदभाव के खिलाफ थे।
प्रश्न 18.
सामाजिक विभाजन कब होता है?
उत्तर:
सामाजिक विभाजन तब होता है जब कुछ सामाजिक अन्तर दूसरी अनेक विभिन्नताओं से ऊपर और बड़े। हो जाते हैं।
प्रश्न 19.
संयुक्त राज्य अमेरिका के दो सामाजिक विभाजनों के नाम बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 20.
आज विश्व के अधिकतर देश कैसे हो गये हैं?
उत्तर:
आज विश्व के अधिकतर देश बहु-सांस्कृतिक हो गये हैं।
प्रश्न 21.
सामाजिक विभाजन कब राजनीतिक विभाजन में बदल सकता है?
उत्तर:
यदि राजनीतिक दल समाज में विद्यमान विभाजनों के हिसाब से राजनीतिक होड़ करने लगे तो इससे सामाजिक विभाजन राजनीतिक विभाजन में बदल सकता है।
प्रश्न 22.
उत्तरी आयरलैंड के प्रमुख जातीय समूहों के नाम बताइए।
उत्तर:
उत्तरी आयरलैंड के प्रमुख जातीय समूह दो हैं-
प्रश्न 23.
उत्तरी आयरलैंड में कैथोलिकों की प्रतिनिधि पार्टी की माँग क्या है?
उत्तर:
उत्तरी आयरलैंड में कैथोलिकों की प्रतिनिधि पार्टी–उत्तरी आयरलैंड को आयरलैंड गणराज्य के साथ मिलाने की माँग करती है।
प्रश्न 24.
उत्तरी आयरलैंड में प्रोटेस्टेंट की प्रतिनिधि पार्टियाँ क्या चाहती हैं?
उत्तर:
उत्तरी आयरलैंड में प्रोटेस्टेंट की प्रतिनिधि पार्टियाँ ग्रेट ब्रिटेन के साथ ही रहने के पक्ष में हैं।
लघूत्तरात्मक प्रश्न (Type-I)
प्रश्न 1.
अमरीका में नागरिक अधिकार आन्दोलन का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
उत्तर:
अमरीका में नागरिक अधिकार आंदोलन-अमरीका में नागरिक अधिकार आन्दोलन 1954 में 1968 तक चला। यह घटनाओं और सुधार आंदोलनों का एक सिलसिला था जिसका उद्देश्य एफ्रो-अमरीकी लोगों के विरुद्ध होने वाले नस्ल आधारित भेदभाव को मिटाना था। मार्टिन लूथर किंग जूनियर की अगुवाई में लड़े गए इस आंदोलन का स्वरूप पूरी तरह अहिंसक था। इसने नस्ल के आधार पर भेदभाव करने वाले कानूनों और व्यवहार को समाप्त करने की मांग उठाई जो अंततः सफल हुई।
प्रश्न 2.
सामाजिक विभाजनों की राजनीति का परिणाम किन बातों पर निर्भर करता है?
उत्तर:
सामाजिक विभाजनों की राजनीति का परिणाम तीन बातों पर निर्भर करता है-
प्रश्न 3.
सरकार का कैसा दृष्टिकोण देश के लिए सामाजिक विभाजन का खतरा नहीं बनता?
उत्तर:
यदि शासन सत्ता में साझेदारी करने को तैयार हो और अल्पसंख्यकों की उचित माँगों को ईमानदारी से पूरा करने का प्रयास करता है तो यह दृष्टिकोण देश के सामाजिक विभाजन का खतरा नहीं बनता।
प्रश्न 4.
क्या सामाजिक अन्तर सभी देशों में अस्तित्व रखते हैं?
उत्तर:
हाँ, आज अधिकतर देशों में सामाजिक अन्तर अस्तित्व रखते हैं। देश बड़ा हो या छोटा, इससे खास फर्क नहीं पड़ता। भारत और बेल्जियम इसके उदाहरण हैं। जर्मनी और स्वीडन जैसे समरूप समाज में भी, दुनिया के दूसरे हिस्सों से पहँचने वाले लोगों के कारण तेजी से बदलाव हो रहा है।
प्रश्न 5.
किस प्रकार हमारे समाज में सामाजिक अन्तर उत्पन्न होते हैं?
उत्तर:
अधिकतर सामाजिक अन्तर जन्म पर आधारित होते हैं, जैसे-लम्बा-छोटा, काला-गोरा, स्त्री-पुरुष आदि सामाजिक अन्तरों का आधार जन्म है। कुछ सामाजिक अन्तर हमारे चुनाव या पसंद के आधार पर भी तय होते हैं। जैसे-धर्म, शिक्षा, व्यवसाय के चुनाव के आधार पर होने वाले अन्तर।
प्रश्न 6.
सामाजिक विभाजन तथा राजनीति किस प्रकार अन्तर्सम्बन्धित हैं? व्याख्या करें।
उत्तर:
लगभग सभी लोकतंत्र में अलग-अलग राजनीतिक दल एक-दूसरे के विरुद्ध चुनाव लड़ते हैं तथा अधिक-से-अधिक वोट प्राप्त करने के प्रयास में बहुत से वायदे करते हैं, किसी विशेष समूह के पक्ष में बोलते हैं, ताकि वे उसके पक्ष में मतदान करें। अतः स्पष्ट है कि लोकतंत्र में सामाजिक विभाजन तथा राजनीति परस्पर अन्तर्सम्बन्धित हैं।
प्रश्न 7.
क्या सभी सामाजिक अन्तर समाज में सामाजिक विभाजन पैदा करते हैं?
उत्तर:
हर सामाजिक अन्तर सामाजिक विभाजन का रूप नहीं लेते। सामाजिक विभिन्नताएँ लोगों के बीच बँटवारे का एक बड़ा कारण होती जरूर हैं लेकिन यही विभिन्नताएँ कई बार अलग-अलग तरह के लोगों के बीच पुल का काम भी करती हैं। विभिन्न सामाजिक समूहों के लोग अपने समूहों की सीमाओं से परे भी समानताओं और असमानताओं का अनुभव करते हैं।
प्रश्न 8.
किस प्रकार सामाजिक अन्तरों से लोकतंत्र सुदृढ़ होता है?
उत्तर:
लोकतंत्र में सामाजिक विभाजन की राजनीतिक अभिव्यक्ति एक सामान्य बात है। इसी से विभिन्न छोटे सामाजिक समूह, अपनी जरूरतों और परेशानियों को जाहिर कर सरकार का ध्यान अपनी तरफ खींचते हैं। सामाजिक विभाजनों की यह अभिव्यक्ति ऐसे विभाजनों के बीच संतुलन पैदा कर लोकतंत्र मजबूत करती है।
प्रश्न 9.
रजत पदक जीतने वाले आस्ट्रेलियाई धावक पीटर नार्मन ने टॉमी स्मिथ और जॉन कार्लोस के प्रति किस प्रकार अपना समर्थन जताया?
उत्तर:
1968 के मैक्सिको ओलंपिक खेलों में रजत पदक जीतने वाले आस्ट्रेलियाई धावक पीटर नार्मन ने पुरस्कार समारोह में अपनी जी पर मानवाधिकार का बिल्ला लगाकर इन दोनों अमरीकी खिलाड़ियों के प्रति अपना समर्थन जताया।
लघूत्तरात्मक प्रश्न (Type-II)
प्रश्न 1.
टॉमी स्मिथ व जॉन कार्लोस ने रंगभेद के मुद्दे पर किस प्रकार अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया?
उत्तर:
अपने इन प्रतीकों और तौर-तरीकों से टॉमी स्मिथ व जॉन कार्लोस ने अमरीका में होने वाले रंगभेद के प्रति अन्तर्राष्ट्रीय बिरादरी का ध्यान खींचा।
प्रश्न 2.
1968 के मैक्सिको ओलंपिक खेलों में टॉमी स्मिथ, जॉन कार्लोस और पीटर नार्मन को पुरस्कार समारोह में विरोध प्रदर्शन की क्या कीमत चुकानी पड़ी?
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय ओलंपिक संघ ने कार्लोस और स्मिथ द्वारा राजनीतिक बयान देने की इस युक्ति को ओलंपिक भावना के विरुद्ध बताते हुए उन्हें दोषी करार दिया और उनक पदक वापस ले लिए गए। नार्मन को भी अपने फैसले की कीमत चुकानी पड़ी और अगले ओलंपिक में उन्हें आस्ट्रेलिया की टीम में जगह नहीं दी गई। लेकिन इनके फैसलों ने अमरीका में बढ़ते नागरिक अधिकार आंदोलन के प्रति दुनिया का ध्यान खींचने में सफलता पाई।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
सामाजिक भेदभाव की उत्पत्ति के कारणों का विवेचन कीजिए।
उत्तर:
सामाजिक भेदभाव की उत्पत्ति के प्रमुख कारण निम्न हैं-
प्रश्न 2.
भारत में सामाजिक विभाजनों की राजनीति के परिणाम पर प्रकाश डालिए।
अथवा
"सामाजिक विभाजन अधिकांशतः जन्म पर आधारित होता है।" समझाइये। भारत में सामाजिक विभाजनों की राजनीति के परिणाम पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
सामाजिक विभाजन अधिकांशतः जन्म पर आधारित होता है क्योंकि हम जन्म के आधार पर ही किसी विशेष समुदाय के सदस्य हो जाते हैं। जन्म पर आधारित सामाजिक विभाजन का अनुभव हम अपने दैनिक जीवन में लगभग प्रतिदिन करते हैं।
भारत में सामाजिक विभाजनों की राजनीति के परिणाम
भारत में सामाजिक विभाजनों की राजनीति के परिणाम को निम्नलिखित बिन्दुओं के अन्तर्गत स्पष्ट किया गया है-
1. भारतीय पहचान के प्रति आग्रह-भारत में लोग अपनी बहुस्तरीय पहचान के प्रति सचेत हैं और उन्हें राष्ट्रीय पहचान का हिस्सा या सहयोगी मानते हैं। वे खुद को पहले भारतीय मानते हैं और प्रदेश, क्षेत्र, भाषा-समूह या धार्मिक या सामाजिक समुदाय का सदस्य बाद में।
2. संविधान सम्मत माँगों को स्वीकृति-भारत में सामान्यतः विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा अपनी-अपनी माँगें प्रस्तुत की जाती हैं लेकिन सभी राजनीतिक दल संविधान के दायरे में आने वाली माँगें ही उठा रहे हैं ताकि उनसे दूसरे समुदाय को कोई नुकसान न पहुँचे।
3. सरकार का अल्पसंख्यक समुदाय की माँगों के प्रति उदार दृष्टिकोण-भारत में सामाजिक विभाजनों की राजनीति का एक परिणाम यह हुआ है कि सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय की उचित माँगों को पूरा करने का प्रयास ईमानदारी से किया है, जिससे राष्ट्रीय एकता को कोई खतरा उत्पन्न नहीं हुआ है।
प्रश्न 3.
"राजनीति और सामाजिक विभाजनों का मेल नहीं होना चाहिए।" उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
राजनीति और सामाजिक विभाजनों का मेल नहीं होना चाहिए क्योंकि यह बहुत खतरनाक तथा विस्फोटक लगता है। लोकतन्त्र में अनेक राजनीतिक दल होते हैं जिनके बीच प्रतिद्वन्द्विता रहती है। इस प्रतिद्वन्द्विता के कारण कोई भी समाज विभाजित हो सकता है। सामाजिक विभाजन से राजनीतिक विभाजन उत्पन्न होता है जो संघर्ष, हिंसा और अन्ततः देश के विभाजन में बदल सकता है। उदाहरणार्थ, उत्तरी आयरलैंड में कैथोलिक समुदाय का नेतृत्व कर रही नेशनलिस्ट पार्टी ने माँग की कि उत्तरी आयरलैंड को आयरलैंड गणराज्य के साथ मिला दिया जाए जबकि प्रोटेस्टेंट समुदाय इंग्लैण्ड की यूनियनिस्ट पार्टी के साथ रहा क्योंकि ब्रिटेन मुख्य रूप से प्रोटेस्टेंट देश है।
यूनियनिस्टों व नेशनलिस्टों के बीच चलने वाले हिंसक टकराव में ब्रिटेन के सुरक्षा बलों सहित सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं। 1998 ई. में ब्रिटेन की सरकार और नेशनलिस्टों के मध्य शान्ति समझौता शुरू हुआ, जिसमें दोनों पक्षों ने हिंसक आन्दोलन बन्द करने की बात स्वीकार की। इस प्रकार अन्त में आयरलैंड में तो ठीक रहा लेकिन यूगोस्लोविया में परिणाम उलट रहे। वहाँ धार्मिक व जातीय विभाजन के आधार पर शुरू हुई राजनीतिक होड़ में यूगोस्लाविया कई टुकड़ों में बँट गया।
इस प्रकार यह निष्कर्ष निकलता है कि राजनीति और सामाजिक विभाजन का मेल नहीं होना चाहिए।
प्रश्न 4.
विभिन्नताओं में सामंजस्य और टकराव को उदाहरण देकर समझाइये।
उत्तर:
विभिन्नताओं में सामंजस्य और टकराव-आज अधिकतर देशों में कई तरह की विभिन्नताएँ पाई जाती हैं। ये विभिन्नताएँ जाति, धर्म, वर्ग, नस्ल, भाषा, संस्कृति आदि अनेक आधारों पर हो सकती है। देश बडा हो या छोटा इसस भी विभिन्नताओं पर कोई विशेष फर्क नहीं पड़ता है। सामाजिक विभाजन तब होता है जब कुछ सामाजिक विभिन्नता दूसरी अनेक-विभिन्नताओं से ऊपर और बड़ी हो जाती है। विभिन्नताओं में सामंजस्य और टकराव को निम्न उदाहरणों द्वारा समझा जा सकता है-
(1) अमरीका में श्वेत और अश्वेत का अंतर एक सामाजिक विभाजन भी बन जाता है क्योंकि अश्वेत लोग आमतौर पर गरीब हैं, बेघर हैं, भेदभाव का शिकार हैं।
(2) भारत में भी दलित आमतौर पर गरीब और भूमिहीन हैं। उन्हें भी अक्सर भेदभाव और अन्याय का शिकार होना पड़ता है। जब यह सामाजिक अंतर अन्य अंतरों से ज्यादा महत्वपूर्ण बन जाता है और लोगों को यह महसूस होने लगता है कि वे दूसरे समुदाय के हैं तो इससे सामाजिक विभाजन की स्थिति पैदा होती है।
(3) अगर एक-सी सामाजिक असमानताएँ कई समूहों में मौजूद हों तो फिर एक समूह के लोगों के लिए दूसरे समूहों से अलग पहचान बनाना मुश्किल हो जाता है। इससे किसी एक मुद्दे पर कई समूहों के हित एक जैसे हो जाते हैं जबकि किसी दूसरे मुद्दे पर उनके नजरिए में अंतर हो सकता है। जैसे उत्तरी आयरलैंड और नीदरलैंड दोनों ही ईसाई बहुल देश हैं लेकिन यहाँ के लोग प्रोटेस्टेंट और कैथोलिक समुदाय में बँटे हैं। उत्तरी आयरलैंड में वर्ग और धर्म के बीच गहरी समानता है। वहाँ का कैथोलिक समुदाय गरीब है और प्रोटेस्टेंट समुदाय धनी है। कैथोलिकों के साथ लंबे समय से भेदभाव होता आया है। नीदरलैंड में वर्ग और धर्म के बीच ऐसा मेल दिखाई नहीं देता। वहाँ कैथोलिक और प्रोटेस्टेंट, दोनों में अमीर और गरीब हैं। इस कारण जहाँ उत्तरी आयरलैंड में कैथोलिकों और प्रोटेस्टेंटों के बीच भारी मारकाट चलती रही है वहाँ नीदरलैंड में ऐसा नहीं होता।
इस प्रकार जब सामाजिक विभिन्नताएँ एक-दूसरे से गुंथ जाती हैं तो एक गहरे सामाजिक विभाजन की जमीन तैयार होने लगती है। जहाँ ये सामाजिक विभिन्नताएँ एक साथ कई समूहों में विद्यमान होती हैं वहाँ उन्हें सँभालना अपेक्षाकृत आसान होता है।