These comprehensive RBSE Class 10 Maths Notes Chapter 10 वृत्त will give a brief overview of all the concepts.
→ वृत्त-वृत्त एक समतल में स्थित उन बिन्दुओं का समुच्चय होता है जो उस | समतल में दिए गए स्थिर बिन्दु से नियत दूरी पर होते हैं। वह वृत्त जिसका केन्द्र 0 तथा त्रिज्या r हो तो सामान्यतः C (O, r) द्वारा व्यक्त करते हैं।
→ छेदक रेखा वह रेखा जो वृत्त को दो अलग-अलग बिन्दुओं पर काटे, वृत्त की छेदक रेखा कहलाती है। चित्र में AB छेदक रेखा है।
→ स्पर्श रेखा-वृत्त की स्पर्श रेखा वह रेखा है, जो वृत्त को ठीक एक बिन्दु पर प्रतिच्छेद करती हो अर्थात् | एक ऐसी रेखा जो वृत्त को केवल एक ही बिन्दु पर स्पर्श करती हो, वृत्त की स्पर्श रेखा कहलाती है।
→ वृत्त के एक बिन्दु पर एक और केवल एक स्पर्श रेखा होती है। 5. किसी वृत्त की स्पर्श रेखा छेदक रेखा की एक विशिष्ट दशा है जब संगत जीवा के दोनों सिरे संपाती
हो जायें।
→ प्रमेय 1-वृत्त की स्पर्श रेखा स्पर्श बिन्दु से होकर जाने वाली त्रिज्या के लम्बवत् होती है।
नोट -
→ प्रमेय 2 (प्रमेय 1 का विलोम) - वह रेखा जो त्रिज्या के छोर बिन्दु से होकर जाती है और इस पर | लम्ब है, वृत्त की स्पर्श रेखा होती है।
उपप्रमेय - वृत्त की स्पर्श रेखा के स्पर्श बिन्दु पर खींचा हुआ लम्ब वृत्त के केन्द्र से होकर जाता है।
→ एक बिन्दु से एक वृत्त पर स्पर्श रेखाओं की संख्या
→ प्रमेय 3-किसी बाह्य बिन्दु से वृत्त पर खींचे गये दो स्पर्श रेखाखण्डों की लम्बाइयाँ बराबर होती हैं। इसके निम्न निष्कर्ष हैं