These comprehensive RBSE Class 10 Maths Notes Chapter 1 वास्तविक संख्याएँ will give a brief overview of all the concepts.
→ यूक्लिड विभाजन एल्गोरिथ्म (कलन विधि) एक धनात्मक पूर्णांक a को किसी अन्य धनात्मक पूर्णांक. b से इस प्रकार विभाजित किया जा सकता है कि शेषफल प्राप्त हो, जो b से छोटा (कम) है।
→ यक्लिड विभाजन प्रमेयिका - दो धनात्मक पूर्णांक a और b दिए होने पर हम a = bq + r, 0 ≤ r < b को सन्तुष्ट करने वाली पूर्ण संख्याएँ q और ज्ञात की जा सकती हैं अर्थात् ऐसी संख्याओं का अस्तित्व है।
→ यूक्लिड प्रथम यूनानी गणितज्ञ थे, जिन्होंने समतल ज्यामिति के अध्ययन हेतु एक नयी विचारधारा को रखा जिसमें से एक यूक्लिड विभाजन प्रमेयिका है। उनके अनुसार एक धनात्मक पूर्णांक a को किसी अन्य धनात्मक पूर्णांक b से विभाजित करने पर भागफल 4 और शेषफल r प्राप्त होता है तथा शेषफल r या तो शून्य होता है या फिर भाजक b से छोटा होता है। अर्थात् 0 < r < b होता है।
साधारण शब्दों में -
भाज्य (a) = भाजक (b) × भागफल (q) + शेषफल ()
→ यूक्लिड विभाजन एल्गोरिथ्म यूक्लिड विभाजन प्रमेयिका पर आधारित है। इसका प्रयोग कर दो धनात्मक पूर्णांकों a और b (a > b) का HCF निम्नांकित चरणों में प्राप्त किया जा सकता है
→ महत्वपूर्ण बिन्दु
→ अंकगणित की आधारभूत प्रमेय प्रत्येक भाज्य संख्या को अभाज्य संख्याओं के एक गुणनफल के रूप में व्यक्त (गुणनखंडित) किया जा सकता है तथा यह गुणनखण्डन अद्वितीय होता है।
→ दो संख्याओं के म.स. तथा ल.स. में संबंध-दो संख्याओं के म.स. तथा ल.स. का गुणनफल उन संख्याओं के गुणनफल के बराबर होता है।
अर्थात् म.स. (H.C.F.) × ल.स. (L.C.M.)
='प्रथम संख्या (a) - द्वितीय संख्या (b)
या H.C.F. × L.C.M. = a × b
इस मुख्य सम्बन्ध की सहायता से निम्नांकित सम्बन्ध भी लिखे जा सकते है
→ यदि p कोई अभाज्य संख्या है और p, a2 को विभाजित करता है तो p, a को भी विभाजित करेगा, जहाँ a एक धनात्मक पूर्णांक है।
→ √2, √3, √5 तथा व्यापक रूप में, √p अपरिमेय संख्याएँ हैं, जहाँ p एक संख्या है।
→ माना कि x एक परिमेय संख्या है जिसका दशमलव प्रसार सांत है। तब, हम x को \(\frac{p}{q}\) के रूप में व्यक्त कर सकते हैं, जहाँ p और q सह अभाज्य हैं तथा q का अभाज्य गुणनखण्डन 2n 5m के जहाँ n, m ऋणेत्तर पूर्णांक हैं।
→ माना कि x = \(\frac{p}{q}\) एक ऐसी परिमेय संख्या है कि q का अभाज्य गुणनखण्डन 2n 5m के रूप का है, जहाँ n, m ऋणेत्तर पूर्णांक हैं तो x का दशमलव प्रसार सांत होगा।
→ माना कि x = \(\frac{p}{q}\) एक ऐसी परिमेय संख्या है कि q का अभाज्य गुणनखण्डन 2n 5m के रूप का नहीं है, जहाँ n, m ऋणेत्तर पूर्णांक हैं तो x का दशमलव प्रसार असांत आवर्ती होगा।