Rajasthan Board RBSE Class 8 Social Science Chapter 10 सामाजिक न्याय
RBSE Solutions for Class 8 Social Science
RBSE Class 8 Social Science सामाजिक न्याय Intext Questions and Answers
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गतिविधि
प्रश्न 1.
अपने गाँव या मोहल्ले के उन बच्चों के नाम व पता सहित एक सूची बनाइए जो विद्यालय नहीं जाते हैं शिक्षकों की मदद से उन्हें विद्यालय से जोड़ने का प्रयास करें।
उत्तर:
- धनिया पुत्र श्री मोहनदास, नई बस्ती, भरतपुर.
- श्यामू पुत्र श्री देवदास, नई बस्ती, भरतपुर, (छात्र इसी प्रकार अपने आस-पास रहने वाले बच्चों के नाम व पते लिखें और उनकी शिक्षा के लिए बड़ों व शिक्षकों का सहयोग लें)
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प्रश्न 2.
अपने गाँव या मोहल्ले तथा अन्य स्थानों पर असमानता के विभिन्न रूपों का अवलोकन करें।
उत्तर:
असमानता के विभिन्न स्वरूप:
- जातीय असमानता – हमारे क्षेत्र में कई जातियों के लोग रहते हैं, इनमें जातीयता की भावना रहती है।
- आर्थिक असमानता – यहाँ कुछ लोग धनी हैं जबकि कुछ लोग निर्धन हैं।
- भाषायी असमानता – कुछ लोग अपने – अपने क्षेत्रों की भाषा बोलते हैं जहाँ से वे यहाँ आकर बसे हैं।
- सांस्कृतिक असमानता – कई परिवार तीज-त्योहारों और पर्यों को अलग – अलग ढंग से मनाते हैं तथा अलग – अलग प्रकार से शादी – विवाह सम्पन्न करते हैं।
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प्रश्न 3.
क्या आपने कभी अपने सामाजिक परिवेश में पूर्वाग्रहपूर्ण व्यवहार देखे हैं? यदि हाँ तो उनकी सूची बनाइए।
उत्तर:
हाँ, हमने हमारे समाजिक परिवेश में अनेक पूर्वाग्रहपूर्ण व्यवहार देखे हैं। जो निम्नानुसार हैं –
- देवी – देवताओं से सम्बन्धित किंवदंतियाँ
- भूत – प्रेतों की कहानियाँ
- अनदेखे चमत्कारों पर विश्वास करना
- यह मानना कि पृथ्वी गाय के सींग पर टिकी है
- यह मानना कि देवता लोग वर्षा कराते हैं, हवा उत्पन्न करते हैं।
- फसलों में रोग दैवीय प्रकोप के कारण होते हैं।
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प्रश्न 4.
अपने परिवेश में असमानता व हाशियाकरण के शिकार समूहों की पहचान करके उनकी सूची बनाइए।
उत्तर:
असमानता व हाशियाकरण के शिकार समूह निम्नवत् हैं:
- सहरिया जनजाति
- कंजर जनजाति
- संथाल जनजाति
- साफ – सफाई करने वाले लोग
- गरीब व निम्नवर्गीय लोग।
- चमड़ा साफ करने वाले लोग
- मैला ढोने वाले लोग
RBSE Class 8 Social Science सामाजिक न्याय Text Book Questions and Answers
पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
सही विकल्प को चुनिए –
(i) समाज में आर्थिक असमानता का प्रमुख कारण है …………………..
(अ) परिश्रम का अन्तर
(ब) योग्यता का अन्तर
(स) अवसरों की असमानता
(द) प्रयासों का अन्तर।
उत्तर:
(स) अवसरों की असमानता
(ii) अवसरों की असमानता के पीछे प्रमुख कारण है …………………..
(अ) पूर्वाग्रह
(ब) रूढ़िबद्धता
(स) भेदभाव
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(स) भेदभाव
(iii) सामाजिक परिवर्तन लाने की जिम्मेदारी है …………………..
(अ) व्यक्ति की
(ब) समाज की
(स) सरकार की
(द) उपर्युक्त सभी की
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी की
प्रश्न 2.
स्तम्भ ‘अ’ को स्तम्भ ‘ब’ से सुमेलित कीजिए –
उत्तर:
(i). (d)
(ii). (c)
(iii). (a)
(iv). (b)
प्रश्न 3.
निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
- ………………… जाति प्रथा का अतिवादी रूप है।
- अपरिवर्तनीय, कठोर और रूढिबद्ध धारणाओं को ………………… कहते हैं।
- विश्व के 80 प्रतिशत गरीब लोग केवल ………………… प्रतिशत संसाधनों के सहारे अपना जीवन बिताते हैं।
उत्तर:
- अस्पृश्यता
- रूढिबद्धता
- 20
प्रश्न 4.
समाज में आर्थिक असमानता के प्रमुख कारणों पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
आर्थिक रूप से समाज को दो भागों में बाँटा जा सकता है-अमीर तथा गरीब। कुछ लोगों की आर्थिक असमानता के प्रति धारणा है कि समाज में योग्यताहीन और परिश्रम न करने वाले लोग वंचित या गरीब रह जाते हैं। कुछ भाग्यवादी लोग इनके भाग्य और पूर्व जन्म के बुरे कार्यों को असमानता का कारण मानते हैं। वस्तुतः सत्य यह है कि गरीबों और वंचितों को अवसर उपलब्ध न हो पाना और इनके प्रति भेदभावपूर्ण रवैया ही इनकी आर्थिक असमानता का कारण है।
प्रश्न 5.
सामाजिक बहिष्कार क्या है? इसके क्या प्रभाव होते हैं?
उत्तर:
सामाजिक बहिष्कार वे तौर – तरीके हैं जिनके माध्यम से किसी व्यक्ति या समूह को समाज में पूरी तरह से घुलने-मिलने से रोका जाता है। ये तौर – तरीके व्यक्ति या समूह को उन अवसरों से वंचित करते हैं, जो अन्य व्यक्ति या समूहों के लिए खुले होते हैं। इस प्रकार से भेदभाव अथवा अपमानजनक व्यवहार का लम्बा अनुभव प्राप्त व्यक्ति या समूह अन्ततः इसे अपनी नियति मान लेते हैं और वे समाज की मुख्य धारा में सम्मिलित होने का प्रयास बन्द कर देते हैं। इससे पूरे समाज की हानि होती है।
प्रश्न 6.
भारत में सामाजिक असमानता से ग्रस्त वर्गों की जानकारी दीजिए।
उत्तर:
विश्व के अधिकांश समाजों की तरह भारत में भी सामाजिक भेदभाव तथा उसके बहिष्कार के विभिन्न रूप पाए जाते हैं –
- भारत में जाति प्रथा का जो स्वरूप प्रचलित है, वह कुछ वर्गों के लिए अपमानजनक, बहिष्कारी तथा शोषणकारी है। अस्पृश्यता इसका
- अतिवादी रूप है। जाति व्यवस्था व्यक्तियों का उनके व्यवसाय तथा प्रस्थिति (status) के आधार पर वर्गीकरण करती है। हालाकि 19वीं शताब्दी से जाति प्रथा तथा व्यवसाय के बीच के सम्बन्ध काफी ढीले हुए हैं।
- महिलाओं के खिलाफ हिंसा व भेदभाव की खबरें हम आएदिन पढ़ते रहते हैं। पुरुष प्रधान समाज में महिलाएँ अवसर की असमानता का शिकार रही हैं।
- मानसिक रूप से चुनौतीग्रस्त, दृष्टिबाधित और शारीरिक रूप से अक्षम विशेष योग्यजन ‘या’अन्यथा सक्षम व्यक्तियों’ को भी समाज में
- संघर्ष करना पड़ता है, क्योंकि समाज कुछ इस रीति से बना है कि वह उनकी जरूरतों को पूरा नहीं करता।
- भारत सहित पूरे विश्व में धार्मिक और भाषायी अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव की खबरें भी कभी-कभी मिलती हैं।
- सभी वर्गों के आर्थिक रूप से पिछड़े लोग भी समाज में हाशिये पर होते हैं।
प्रश्न 7.
सामाजिक न्याय की स्थापना हेतु सरकार द्वारा किए गए प्रयासों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
सामाजिक न्याय की स्थापना हेतु सरकार द्वारा किए गए प्रयास – सरकार सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक न्याय की स्थापना हेतु कार्य कर रही है। भारत सरकार ने देश में वंचित व पिछड़े समुदायों की पहचान कर तीन प्रकार की सूचियाँ बना रखी हैं। प्रथम सूची अनुसूचित जाति’ की है जिसमें समाज के वंचित वर्ग की अति निम्न समझी जाती रही जातियाँ शामिल हैं।
द्वितीय सूची अनुसूचित जनजाति’ की है. जिसमें आदिवासी जातियाँ शामिल हैं। तीसरी सची ‘अन्य पिछड़ा वर्ग’ की है, जिसमें सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक रूप से पिछड़ी वे जातियाँ सम्मिलित हैं जो कि प्रथम व द्वितीय सूचियों में सम्मिलित नहीं हैं। इन वर्गों को विशेष बर्ताव का पात्र माना गया है। सार्वजनिक जीवन के विभिन्न पक्षों में इनके लिए कुछ स्थान या सीटें निर्धारित कर दी गई हैं।
इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा सामाजिक न्याय की स्थापना हेतु किए गए अन्य प्रयास निम्न हैं –
- केन्द्रीय व राज्यों के विधानमण्डलों में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए तथा स्थानीय निकायों में अन्य पिछड़ा वर्ग तथा महिलाओं के लिए, सरकारी नौकरियों एवं शैक्षिक संस्थाओं में स्थान आरक्षित कर दिए गए हैं।
- महिलाओं के विरुद्ध घरेलू हिंसा और छेड़छाड़ की रोकथाम के लिए भी कानून बनाकर कठोर दण्डात्मक प्रावधान किए हैं।
- बालश्रम को गैर – कानूनी घोषित कर प्रारम्भिक शिक्षा को अनिवार्य व नि:शुल्क कर दिया गया है।
- धार्मिक एवं भाषायी अल्पसंख्यकों को अपनी विशिष्ट संस्कृति, भाषा व लिपि को बनाए रखने का संवैधानिक अधिकार है। इसके लिए वे शैक्षिक संस्थान भी खोल सकते हैं।
RBSE Class 8 Social Science सामाजिक न्याय Important Questions and Answers
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
Question 1.
दुनिया के 20 प्रतिशत धनी लोग विश्व के कितने प्रतिशत संसाधनों का प्रयोग करते हैं ………………..
(क) 40 प्रतिशत
(ख) 60 प्रतिशत
(ग) 80 प्रतिशत
(घ) 90 प्रतिशत
उत्तर:
(ग) 80 प्रतिशत
Question 2.
कुछ भाग्यवादी लोग गरीबी एवं वंचित होने को मानते ………………..
(क) फिजूलखर्ची करना
(ख) पूर्व जन्म के बुरे कर्मों का फल
(ग) पास आए अवसर को छोड़ देना
(घ) उन्हें इसी प्रकार का जीवन अच्छा लगता है।
उत्तर:
(ख) पूर्व जन्म के बुरे कर्मों का फल
Question 3.
“यदि केवल परिश्रम ही इतनी अच्छी चीज होती, तो अमीर लोग इसे अपने लिए ही बचाकर रखते” यहकहावत है ………………..
(क) भारतीय
(ख) अफ्रीकी
(ग) सऊदी अरब की
(घ) दक्षिणी अमेरिकी
उत्तर:
(घ) दक्षिणी अमेरिकी
Question 4.
सामाजिक असमानता मुख्यतः उत्पन्न होती है ………………..
(क) शिक्षा से
(ख) व्यावहारिक ज्ञान से
(ग) पीढ़ी – दर – पीढ़ी
(घ) कुशलता से
उत्तर:
(ग) पीढ़ी – दर – पीढ़ी
Question 5.
बिना विषय को जाने उन्हें अनुसरित करना कहलाता ………………..
(क) भेदभाव
(ख) अस्पृश्यता
(ग) पूर्वाग्रह
(घ) असमानता
उत्तर:
(ग) पूर्वाग्रह
Question 6.
दूसरे समूह अथवा व्यक्ति के प्रति किया गया व्यवहार है ………………..
(क) परित्याग
(ख) रूढ़िवादिता
(ग) भेदभाव
(घ) अस्पृश्यता
उत्तर:
(ग) भेदभाव
Question 7.
वंचित या पिछड़े समुदाय की प्रथम सूची है ………………..
(क) अनुसूचित जाति
(ख) अनुसूचित जनजाति
(ग) पिछड़ी जाति
(घ) इनमें कोई नहीं
उत्तर:
(क) अनुसूचित जाति
Question 8.
सरकार की तीसरी सूची में कौन-सा वर्ग शामिल है ………………..
(क) अनुसूचित जाति
(ख) अनुसूचित जनजाति
(ग) अन्य पिछड़ा वर्ग
(घ) सामान्य
उत्तर:
(ग) अन्य पिछड़ा वर्ग
स्तम्भ ‘अ’को स्तम्भ ‘ब’ से सुमेलित कीजिए
उत्तर:
1. (c)
2. (a)
3. (d)
4. (b)
निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
- अमीरी और गरीबी ……………… के असमान वितरण के कारण उत्पन्न होती है।
- विश्व के ……………… प्रतिशत धनी लोग दुनिया के 80% संसाधनों के मालिक हैं।
- पुरुष प्रधान समाज में महिलाएँ अवसर की ……………… का शिकार रही हैं।
- समाज में जो सुविधाएँ और अवसर हम अपने लिए चाहते हैं वही दूसरों को भी दें यही ……………… है।
उत्तर:
- संसाधनों
- 20
- असमानता
- सामाजिक न्याय
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
सामाजिक न्याय क्या है?
उत्तर:
समाज में जो सुविधाएँ एवं अवसर हम अपने लिए | चाहते हैं, वही दूसरों को भी प्रदान करें, यही सामाजिक न्याय कहलाता है।
प्रश्न 2.
आर्थिक असमानता क्या है?
उत्तर:
समाज के किसी व्यक्ति का धनी होना तथा अन्य व्यक्ति का गरीब होना आर्थिक असमानता है।
प्रश्न 3.
आर्थिक संसाधनों का वितरण किस प्रकार का है?
उत्तर:
आर्थिक संसाधनों का वितरण असमान प्रकार का है।
प्रश्न 4.
आर्थिक आधार पर समाज के दो रूप कौन – कौन से हैं?
उत्तर:
आर्थिक आधार पर समाज के दो रूप हैं – अमीर एवं गरीब।
प्रश्न 5.
वंचित लोग किस प्रकार अपनी योग्यता का प्रदर्शन करते हैं?
उत्तर:
पर्याप्त अवसर उपलब्ध होने पर वंचित लोग अपनी योग्यता का श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं।
प्रश्न 6.
हाशिये पर मौजूद व्यक्तियों के परिश्रम और योग्यता को कौन निरर्थक कर देता है?
उत्तर:
समाज में विद्यमान अवसरों की असमानता।
प्रश्न 7.
क्या सामाजिक असमानता विरासत के रूप में प्राप्त होती है?
उत्तर:
हाँ, सामाजिक असमानता पीढ़ी – दर – पीढ़ी कायम रहती है।
प्रश्न 8.
सामाजिक बहिष्कार क्या है?
उत्तर:
सामाजिक बहिष्कार वे तौर-तरीके हैं, जिनके जरिए किसी व्यक्ति या समूह को समाज में पूरी तरह घुलने-मिलने से रोका जाता है।
प्रश्न 9.
सामाजिक रूप से बहिष्कृत व्यक्ति तथा समाज को क्या हानि होती है?
उत्तर:
व्यक्ति को व्यक्तित्व विकास के अवसर नहीं मिल पाते हैं तथा समाज को उनकी प्रतिभा का लाभ नहीं मिल पाता है।
प्रश्न 10.
सामाजिक असमानता ग्रस्त किन्हीं दो वर्गों के नाम लिखिए।
उत्तर:
- अनुसूचित जाति के लोग
- महिलाएँ
प्रश्न 11.
जाति प्रथा का अतिवादी रूप क्या है?
उत्तर:
जाति प्रथा का अतिवादी रूप अस्पृश्यता है।
प्रश्न 12.
सामाजिक न्याय की स्थापना हेतु सरकार क्या कर रही है?
उत्तर:
सामाजिक न्याय की स्थापना हेतु सरकार ने सूचियाँ बनाकर कमजोर लोगों को आरक्षित वर्ग में रखने के प्रावधान किए हैं।
प्रश्न 13.
सरकार ने कौन – कौन सी तीन सूचियाँ बनायी
उत्तर:
- अनुसूचित जाति
- अनुसूचित जनजाति तथा
- अन्य पिछड़ी जातियाँ
प्रश्न 14.
अत्याचार निवारण अधिनियम में क्या परिवर्तन किया गया है?
उत्तर:
अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लोगों के विरुद्ध हिंसा व अपमानजनक कार्यों के लिए दण्डात्मक प्रावधानों को मजबूती प्रदान की गई है।
प्रश्न 15.
सामाजिक परिवर्तन हेतु क्या आवश्यक है?
उत्तर:
सामाजिक परिवर्तन हेतु जागरूकता व संवेदनशीलता आवश्यक है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
आर्थिक असमानता से आपका क्या तात्पर्य है? समझाइए।
उत्तर:
विश्व के सभी समाजों में कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनके पास धन, सम्पदा, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं शक्ति जैसे मूल्यवान संसाधन समाज के अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक होते हैं। ये संसाधन समाज के विभिन्न वर्गों में असमान रूप से बँटे हुए हैं। इस कारण समाज में अमीरी-गरीबी होती है। समाज के कुछ वर्ग कई पीढ़ियों से साधनहीन और गरीब हैं, तो कुछ साधन-सम्पन्न और अमीर हैं। समाज के इन्हीं स्वरूपों को आर्थिक असमानता कहते हैं।
प्रश्न 2.
क्या आर्थिक असमानता वैश्विक स्तर पर भी देखने को मिलती है? उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
अमेरिकी समाज के अश्वेत लोगों की स्थिति आर्थिक असमानता का एक उदाहरण है और यह प्रदर्शित करता है कि तकनीकी रूप से उन्नत समाजों में भी यह स्थिति मौजूद है। एक अनुमान के अनुसार विश्व के 20% धनी लोग – दुनिया के 80% संसाधनों के मालिक हैं, तो 80% गरीब लोग 20% संसाधनों के सहारे अपना जीवन बिताते हैं।
प्रश्न 3.
“यदि केवल परिश्रम ही इतनी अच्छी चीज होती, तो अमीर लोग इसे अपने लिए ही बचाकर रखते”। इस कथन का तात्पर्य समझाइए।
उत्तर:
यह एक दक्षिण अमेरिकी कहावत है, “यदि केवल परिश्रम ही इतनी अच्छी चीज होती तो अमीर लोग इसे अपने लिए ही बचाकर रखते।” इसका अर्थ यह कदापि नहीं है कि जीवन में परिश्रम का महत्व नहीं है। कठोर परिश्रम और व्यक्तिगत योग्यता महत्वपूर्ण है किन्तु जब अन्य पहलू बराबर हों, तब ही व्यक्ति के व्यक्तिगत प्रयास एवं योग्यता सम्बन्धी अभावों को गरीबी और अमीरी जैसी असमानता के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। समाज में विद्यमान अवसरों की असमानता समाज में हाशिये पर मौजूद व्यक्तियों के परिश्रम और योग्यता को निरर्थक कर देती है।
प्रश्न 4.
सामाजिक असमानता क्या है? यह किस प्रकार प्रसारित होती है और किस प्रकार आर्थिक असमानता से सम्बन्धित है?
उत्तर:
सामान्य रूप से सामाजिक असमानता व्यक्तियों के | बीच होने वाली सहज भिन्नता के कारण नहीं होती है। व्यक्तिगत क्षमता से इसका कोई लेना – देना नहीं होता है। यह असमानता सामाजिक इसलिए है, क्योंकि यह समाज द्वारा ही उत्पन्न की जाती है। बच्चे अपने माता – पिता की जो सामाजिक प्रस्थिति होती है, उसी को पाते हैं।
समाज में जो अधिकार सम्पन्न होते हैं, वे दूसरों को अयोग्य घोषित करते हुए उन्हें अवसरों से वंचित करते हैं। इस प्रकार सामाजिक असमानता पीढ़ी – दर – पीढ़ी कायम रहती है। यद्यपि आर्थिक और सामाजिक असमानताओं में एक मजबूत सम्बन्ध होता है। समाज में निचले क्रम में मौजूद वर्ग ही सबसे गरीब होते हैं। तथापि सामाजिक असमानता आर्थिक नहीं है। यह एक सामाजिक बहिष्कार है।
प्रश्न 5.
समाज में गरीब लोग कैसा कार्य करते हैं?
उत्तर:
समाज में गरीब लोग अत्यधिक कठोर परिश्रम का कार्य करते हैं। किन्तु इसके पश्चात् भी ये पिछड़े होते हैं। इसका मुख्य कारण समाज में उनकी योग्यताओं को कम मानना है। कम योग्यताओं व भेदभावों के कारण ये लोग अधिक परिश्रम करते हुए भी पिछड़े हुए होते हैं।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पूर्वाग्रह, रूढिबद्धता एवं भेदभाव को समझाइए।
उत्तर:
1. पूर्वाग्रह – पूर्वाग्रह एक ऐसी धारणा है जो बिना विषय को जाने और बिना उसके तथ्यों की जाँच-परख किए केवल और केवल सुनी-सुनाई बातों पर आधारित होती है। पूर्वाग्रह से ग्रसित व्यक्ति नई जानकारी प्राप्त हो जाने के बावजूद भी अपनी पूर्व कल्पित धारणा को बदलने से इंकार करते हैं।
2. रूढिबद्धता – ‘रुढिबद्ध धारणा’ व्यक्तियों के पूरे समूह को एक समान श्रेणी में स्थापित कर देती है। रुढिबद्ध समाज में लोग दूसरे सामाजिक समूहों के बारे में ऐसे पूर्वाग्रहों से ग्रस्त होते हैं जो कि अपरिवर्तनीय और कठोर होते हैं, जैसे कि भारत में ब्रिटिश शासनकाल में कुछ जातियों को जरायम पेशा जातियाँ घोषित कर दिया गया था। ऐसी पूरी जाति को अपराधियों का समूह मानकर उन पर कई प्रकार की पाबन्दियाँ लगा दी गई थीं। लेकिन ऐसा सोचना कुछ व्यक्तियों के बारे में तो सच हो सकता है, परन्तु उस पूरी जाति या समूह के लिए यह सच नहीं हो सकता।
3. भेदभाव – भेदभाव’ दूसरे समूह अथवा व्यक्ति के प्रति किया गया व्यवहार है, जिसके तहत एक समूह के सदस्य उन अवसरों के लिए अयोग्य करार दे दिए जाते हैं, जो दूसरों के लिए खुले होते हैं। भेदभाव को न्यायोचित ठहराने के लिए भेदभाव के पीछे के मूल कारण की बजाय उसे अन्य दूसरे कारणों द्वारा प्रेरित बताने का व्यवहार भी देखा जाता है।