Rajasthan Board RBSE Class 8 Hindi Chapter 8 मिसाइल मैन
RBSE Solutions for Class 8 Hindi
RBSE Class 8 Hindi मिसाइल मैन पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर
पपाठ से
सोचें और बताएँ
प्रश्न 1.
कलाम साहब ने चिड़िया के उड़ने का सिद्धांत कौन-सी कक्षा में समझा?
उत्तर:
कलाम साहब ने चिड़िया के उड़ने का सिद्धांत पाँचवीं कक्षा में समझा।
प्रश्न 2.
कलाम साहब ने अपनी उपलब्धियों का श्रेय किसे दिया?
उत्तर:
कलाम साहब ने अपनी उपलब्धियों का श्रेय अपने शिक्षकों को दिया।
प्रश्न 3.
कलाम साहब को भारत सरकार द्वारा कौन सा सम्मान दिया गया?
उत्तर:
कलाम साहब को भारत सरकार द्वारा भारत रत्न’ सम्मान दिया गया।
लिखें
RBSE Class 8 Hindi मिसाइल मैन बहुविकल्पी प्रश्न
प्रश्न 1.
अब्दुल कलाम का जन्म हुआ –
(क) 1931 ई. में
(ख) 1941 ई. में
(ग) 1929 ई. में
(घ) 1921 ई. में।
उत्तर:
(क) 1931 ई. में
प्रश्न 2.
अब्दुल कलाम के जन्मस्थान का संबंध जिस राज्य से है, वह है –
(क) कर्नाटक
(ख) केरल
(ग) उड़ीसा
(घ) तमिलनाडु।
उत्तर:
(घ) तमिलनाडु।
प्रश्न 3.
अब्दुल कलाम को अच्छा ज्ञान था’ –
(क) कर्नाटक संगीत का
(ख) मांड संगीत का
(ग) उड़ीसा
(घ) तमिलनाडु।
उत्तर:
(क) कर्नाटक संगीत का
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
- कलाम साहब दिन में…………घंटे काम करते थे।
- मेरे अध्यापक…………हमें चिड़िया के उड़ने का सिद्धांत समझा रहे थे।
- मुझे………….का संगीत अच्छा लगता था।
उत्तर:
- अट्ठारह
- श्री शिवसुब्रह्मण्यम अय्यर
- एम.एस. सुब्बलक्ष्मी और सी
RBSE Class 8 Hindi मिसाइल मैन अति लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
कलाम साहब किस मित्र के साथ संगीत सुनने जाते थे?
उत्तर:
कलाम साहब मित्र सांथम के साथ संगीत सुनने जाते थे।
प्रश्न 2.
किन्हीं तीन भारतीय प्रक्षेपास्त्रों के नाम लिखिए।
उत्तर:
1. पृथ्वी
2. आकाश
3. त्रिशूल।
RBSE Class 8 Hindi मिसाइल मैन लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
अब्दुल कलाम ने भारत के भावी कर्णधारों के लिए क्या संदेश दिया है?
उत्तर:
अब्दुल कलाम ने भारत के भावी कर्णधारों को संदेश देते हुए कहा है कि किसी भी युवक को भविष्य से घबराने की आवश्यकता नहीं है, अगर उसने अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया है।
प्रश्न 2.
विज्ञान विषय पढ़ने के लिए क्या-क्या तैयारियाँ आवश्यक हैं?
उत्तर:
विज्ञान विषय पढ़ने के लिए सबसे आवश्यक है शिक्षक और विद्यार्थी के मन में विषय के प्रति लगाव और विद्यार्थी के मन में प्रबल जिज्ञासा। इसके साथ-साथ महान वैज्ञानिकों के बारे में अधिक-से-अधिक पढ़ना, जिससे हम आविष्कार और खोज के महत्त्व को उपयोगिता के साथ समझ पाते हैं।
प्रश्न 3.
कलाम साहब के अनुसार 2020 में हमारे देश का स्वरूप कैसा होगा? कोई दो बिंदु लिखिए।
उत्तर:
कलाम साहब के अनुसार 2020 में हमारे देश का स्वरूप बहत संदर और सुखद होगा –
- गाँव और शहरों की विभाजक रेखा समाप्त हो जायेगी।
- कृषि, उद्योग एवं सेवा के क्षेत्रों में सामंजस्य के साथ काम होगा।
RBSE Class 8 Hindi मिसाइल मैन दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
‘चिड़िया की उड़ान के सिद्धांत’ से ख्याति प्राप्त भौतिकशास्त्री बनने का सफर कलाम साहब ने किस प्रकार तय किया? अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
उत्तर:
‘चिड़िया की उड़ान का सिद्धांत’ कलाम साहब को उनके अध्यापक श्री शिव सुब्रह्मण्यम अय्यर उस समय समझा रहे थे जब वे कक्षा पाँच में पढ़ते थे। उन्होंने कक्षा में लगभग बीस मिनट तक यह समझाया कि चिड़िया कैसे उड़ती है? लेकिन जब किसी भी छात्र की समझ में बात नहीं आई तब वे सभी बच्चों को समुद्र के किनारे ले गए जहाँ उन्होंने पक्षियों के उड़ान भरने की प्रक्रिया को अच्छी तरह समझा।
पक्षियों के उड़ान की यह घटना कलाम साहब के मन की गहराई में उतर गई। इसके बाद उन्होंने उड़ान विज्ञान में अपना भविष्य (कैरियर) बनाने का निश्चय कर लिया। अपने इसी सपने को पंख देने के लिए उन्होंने भौतिक विज्ञान का गहन अध्ययन किया और मद्रास.से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इस प्रकार उन्हें भौतिक शास्त्री बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
प्रश्न 2.
कलाम साहब द्वारा विद्यार्थियों को दिए संदेश को अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
कलाम साहब ने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि यदि तुमने अपने लक्ष्य को निर्धारित कर लिया है तो भविष्य में आने वाली किसी भी बाधा से घबराने की आवश्यकता नहीं है। समय बहुत मूल्यवान है। अपने अच्छे आचरण और ईमानदारी से लक्ष्य को पाने के लिए आत्मविश्वास के साथ हर समस्या का सामना करो। एक दिन तुम निश्चित रूप से अपने लक्ष्य को बड़ी सरलता से प्राप्त कर लोगे।
भाषा की बात
प्रश्न 1.
हिन्दी में अरबी, फारसी, तुर्की, अंग्रेजी आदि विदेशज, भारतीय बोलियों के शब्द देशज, संस्कृत के तत्सम शब्द,संस्कत से परिवर्तित होकर बने तदभव शब्द तथा दो भाषाओं के शब्दों से बने संकर शब्द पाए जाते हैं। जैसे इंजीनियर, दुग्ध, आग, तरक्की, लोटा, हाथ, जिंदगी, पेन, स्कूल, पगड़ी, खिड़की, ग्राम, टिकिटघर, लालटेन। उपर्युक्त शब्दों के मूल स्रोत अपने शिक्षक / शिक्षिका से जानकर उत्तर – पुस्तिका में लिखिए।
उत्तर:
उपर्युक्त शब्दों के मूल स्रोत निम्नलिखित हैं –
इंजीनियर – अंग्रेजी
दुग्ध – तत्सम (संस्कृत)
आग – तद्भव
तरक्की – अरबी
लोटा – देशज
हाथ – तद्भव
जिंदगी – फारसी
पेन – अंग्रेजी
स्कूल – अंग्रेजी
पगड़ी – देशज
खिड़की – देशज
ग्राम – तत्सम
टिकिटघर – संकर शब्द
लालटेन (लेंटर्न) – अंग्रेजी
प्रश्न 2.
इस पाठ में प्रक्षेपास्त्र, परमाणु विशेषज्ञ तत्सम (मूल रूप में संस्कृत शब्द) शब्दों का प्रयोग हुआ है। आप पाठ में आए इसी प्रकार के अन्य तत्सम शब्दों को छाँटिए।
उत्तर:
पाठ में आए अन्य तत्सम शब्द निम्नलिखित हैंअल्प, ख्याति, अर्जित, सैद्धांतिक, सामंजस्य, तकनीकी, विशेषज्ञ, आंतरिक, दृष्टि, प्रबल, विभाजक, निवेशक, समेकित, प्रक्षेपण, त्वरित, प्रसारण, प्रदीपन, कर्णधार।
प्रश्न 3.
पाँचवीं कक्षा, सैद्धांतिक ज्ञान, मेधावी विद्यार्थी उक्त पदों में रेखांकित पद विशेषण हैं। वे शब्द जो संज्ञा और सर्वनाम की विशेषता बताएँ उन्हें विशेषण कहते हैं। पाठ में आए विशेषण शब्दों को छाँटकर उसके सामने विशेषण का प्रकार भी लिखिए।
उत्तर:
पाठ में आए विशेषण शब्द और उनके प्रकार अग्रलिखित हैं –
विशेषण शब्द – विशेषण प्रकार
अल्प शिक्षित – परिमाणबोधक
अट्ठारह घंटे – संख्यावाचक
दस वर्ष – संख्यावाचक
बीस मिनट – संख्यावाचक
गहरी शिक्षा – परिमाणबोधक
उड़ान विज्ञान – गुणवाचक
भौतिक विज्ञान – गुणवाचक
प्रबल जिज्ञासा – परिमाणबोधक
विशेष दृष्टि – परिमाणबोधक
बहुत सुंदर – परिमाणबोधक
समान वितरण – परिमाणबोधक
शांतिपूर्ण राष्ट्र – गुणवाचक
पाँच प्रक्षेपास्त्र – संख्यावाचक
उत्तम साधन – गुणवाचक
व्यापक शिक्षण – परिमाण बोधक
अच्छा ज्ञान – गुणवाचक
बहुत मूल्यवान – परिमाणबोधक
मैं भारत – सार्वनामिक
पाठ से आगे
प्रश्न 1.
अब्दुल कलाम का जीवन हमें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। आप भी जीवन में ऊँचाइयाँ छूने के लिए क्या-क्या करेंगे?
उत्तर:
अपने जीवन को अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायक बनाने के लिए मैं भी मेहनत करके पढ़ाई करूँगा और अपने लक्ष्य को निर्धारित करके ईमानदारी से पूरी ताकत के साथ उस लक्ष्य को प्राप्त करने की कोशिश करूँगा। मैं अपने कामों से देश की भलाई और जनता का कल्याण करूँगा। कुछ ऐसा नया काम जीवन में करने की कोशिश करूँगा जो देश और मानव के कल्याण के लिए उपयोगी होगा। मैं भी कलाम साहब की तरह अपने कर्म से लोगों के दिलों को जीतने का प्रयास करूँगा।
यह भी करें
पाठ में जिन वैज्ञानिकों के नाम आए हैं, उनके चित्र इकट्ठे कीजिए। उन्हें ‘मेरा संकलन’ में चिपकाइए और उनकी उपलब्धियों का वर्णन अपने शिक्षक / शिक्षिका से पूछकर लिखिए।
उत्तर:
पाठ में आए कुछ वैज्ञानिकों के नाम तथा उपलब्धियों का वर्णन निम्नलिखित है –
1. अल्बर्ट आइंस्टीन:
आइंस्टीन का जन्म 14 मार्च, 1879 ई. को जर्मनी में हुआ था। ये भौतिक वैज्ञानिक थे। इन्होंने सापेक्षता का सिद्धांत और द्रव्यमान-ऊर्जा समीकरण E = mc2 दिया। प्रकाश-विद्युत उत्सर्जन के लिए 1921 में इन्हें नोबेल पुरस्कार दिया गया। आइंस्टीन ने सापेक्षता के विशेष और सामान्य सिद्धांतों के साथ अन्य कई महत्त्वपूर्ण योगदान दिए जिनमें सापेक्ष ब्रह्मांड, केशिकीय गति, सांख्यिक मैकेनिक्स की समस्याएँ, अणुओं की ब्राउनियन गति, विकिरण का सिद्धांत आदि उल्लेखनीय हैं। अपनी इन्हीं महान उपलब्धियों के कारण आइंस्टीन शब्द ‘बुद्धिमान’ के लिए प्रयोग किया जा रहा है।
2. श्रीनिवास रामानुजम्:
श्रीनिवास रामानुजम् का जन्म तमिलनाडु में हुआ था। ये एक महान भारतीय गणितज्ञ थे। इन्हें गणित में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में विशेष योगदान दिया। इन्होंने खुद से गणित सीखा और अपने जीवन में गणित के 3,884 प्रमेयों का संकलन किया। इनमें से अधिकांश प्रमेय सिद्ध किए जा चुके हैं। इनके प्रमेयों पर शोध आज तक हो रहा है। हाल ही में इनके सूत्रों को क्रिस्टल विज्ञान में प्रयुक्त किया गया है। इन्होंने गणित के क्षेत्र में भारत का गौरव बढ़ाया।
3. सर चंद्रशेखर वेंकट रमन:
तमिलनाडु में जन्मे वेंकट रमन भारतीय भौतिक शास्त्री थे। प्रकाश के प्रकीर्णन पर उत्कृष्ट कार्य के लिए वर्ष 1930 में उन्हें भौतिकी का प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार दिया गया। उनका आविष्कार उनके ही नाम पर रमन प्रभाव के नाम से जाना जाता है। 1954 ई. में उन्हें भारत सरकार द्वारा ‘भारत रत्न’ से विभूषित किया गया। इनको 1957 में लेनिन शांति पुरस्कार भी प्रदान किया गया था।
4. न्यूटन:
न्यूटन इंग्लैंड के महान वैज्ञानिक थे, जिन्होंने गुरुत्वाकर्षण के नियम और गति के सिद्धांत की खोज की। इनकी पुस्तक ‘फिलोसोफी नेचुरेलिस प्रिंसिपिया मेथेमेटिका’ 1687 में प्रकाशित हुई। यह विज्ञान के इतिहास में अपने आप में सबसे प्रभावशाली पुस्तक है। इन्होंने अन्य प्रसिद्ध सिद्धांत प्रस्तुत किए जिनमें प्रमुख हैं-कोणीय संवेग, प्रकाशिकी, न्यूटन विधि, प्रिंसिपिया आदि।
अपने शिक्षक / शिक्षिका से रिक्त स्थानों की जानकारी प्राप्त कीजिए –
अब्दुल कलाम दिनांक…………..से………….तक भारत के राष्ट्रपति रहे हैं।
उन्हें बच्चों से बहुत प्रेम था। वे पढ़ने-पढ़ाने से सदैव जुड़े रहे।
उनकी आखिरी साँस भी…………..पढ़ाने के दौरान ही थमी।।
उत्तर:
रिक्त स्थानों की जानकारी निम्नलिखित है –
अब्दुल कलाम दिनांक 25 जुलाई, 2002 से 25 जुलाई 2007 तक भारत के राष्ट्रपति रहे हैं। उन्हें बच्चों से बहुत प्रेम था। वे पढ़ने-पढ़ाने से सदैव जुड़े रहे। उनकी आखिरी साँस भी में बच्चों को पढ़ाने के दौरान ही थमी। डॉ. अब्दुल कलाम के बारे में विशेषअब्दुल कलाम 25 जुलाई, 2002 से 25 जुलाई, 2007 तक भारत के राष्ट्रपति रहे थे। इससे पूर्व उन्हें सन् 1997 में भारत रत्न से भी नवाजा गया था।
उनके 79वें जन्म दिवस को संयुक्त राष्ट्रसंघ ने विश्व विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया था। आज भी उनका जन्म दिन 15 अक्टूबर को ‘विद्यार्थी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। वे सदैव भारतीय विद्यार्थियों के प्रेरणा स्रोत बने रहे और उन्हें सपनों के भारत निर्माण में संलग्न होने के लिए तत्पर करते रहे। उनकी इसी विचार बोध की पुस्तक ‘विंग्स ऑफ फायर इंडिया-2020’ भारतीय विद्याथियों में खासी चर्चित रही
RBSE Class 8 Hindi मिसाइल मैन अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
RBSE Class 8 Hindi मिसाइल मैन बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
डॉ. कलाम ने ख्याति अर्जित की –
(क) रक्षा विज्ञान में
(ख) फिल्म जगत में
(ग) सेना में
(घ) खेल में
उत्तर:
(क) रक्षा विज्ञान में
प्रश्न 2.
कलाम साहब का पूरा नाम है –
(क) प्रो. अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम
(ख) प्रो. ए.पी.जे. कलाम
(ग) प्रो. अब्दुल कलाम
(घ) प्रो. अबुल कलाम।
उत्तर:
(क) प्रो. अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम
प्रश्न 3.
गुरुत्वाकर्षण की खोज की
(क) आइंस्टीन ने
(ख) न्यूटन ने
(ग) रामानुजम् ने
(घ) सी.वी रमन् ने।
उत्तर:
(ख) न्यूटन ने
प्रश्न 4.
ब्लैक होल के लिए जाने जाते हैं –
(क) डॉ. कलाम
(ख) राजेंद्र प्रसाद
(ग) चंद्रशेखर सुब्रह्मण्यम्
(घ) शिव सुब्रह्मण्यम।
उत्तर:
(ग) चंद्रशेखर सुब्रह्मण्यम्
प्रश्न 5.
टैंक विरोधी प्रक्षेपास्त्र है –
(क) पृथ्वी
(ख) नाग
(ग) अग्नि
(घ) त्रिशूल।
उत्तर:
(ख) नाग
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
- पक्षी ………… प्रेरणा और जीने की इच्छाशक्ति से उड़ता (आंतरिक/बाह्य)
- …………. ज्ञान को उदाहरण के द्वारा ही पूर्ण शिक्षा का रूप मिलता है। (सैद्धांतिक/व्यावहारिक)
- परमाणु शक्ति का संबंध अधिकतर ………… बम के रूप में ही होता है। (प्रशासक/विनाशक)
- गाँवों और शहरों की …………. रेखा समाप्त हो जाएगी। (अराजक/विभाजक)
उत्तर:
- आंतरिक
- सैद्धांतिक
- विनाशक
- विभाजक।
RBSE Class 8 Hindi मिसाइल मैन अति लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
सी.वी.रमण को कौन-सा पुरस्कार दिया गया?
उत्तर:
सी.वी.रमण को नोबेल पुरस्कार दिया गया।
प्रश्न 2.
चंद्रशेखर सुब्रह्मण्यम् किसलिए जाने जाते
उत्तर:
चंद्रशेखर सुब्रह्मण्यम् ब्लैक होल से संबंधित सिद्धांतों के लिए जाने जाते हैं।
प्रश्न 3.
श्रीनिवास रामानुजम किसके जन्मदाता हैं?
उत्तर:
श्रीनिवास रामानुजम अंकगणित सिद्धांतों के जन्मदाता हैं।
प्रश्न 4.
आकाश किस प्रकार का प्रक्षेपास्त्र है?
उत्तर:
आकाश मध्यम दूरी की प्रक्षेपण सतह से हवा में मार करने वाला प्रक्षेपास्त्र है।
प्रश्न 5.
अग्नि किस प्रकार की मिसाइल है?
उत्तर:
अग्नि तकनीकी प्रमाणक प्रक्षेपण प्रणाली पर आधारित मिसाइल है।
प्रश्न 6.
परमाणु शक्ति का उपयोग अधिकतर किस रूप में होता है?
उत्तर:
परमाणु शक्ति का उपयोग अधिकतर विनाशक बम के रूप में होता है।
RBSE Class 8 Hindi मिसाइल मैन लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
श्री शिवसुब्रह्मण्यम चिड़िया के उड़ने का सिद्धांत किस प्रकार समझा रहे थे?
उत्तर:
श्रीशिवसुब्रह्मण्यम चिड़िया के उड़ने का सिद्धांत श्यामपट्ट (ब्लैकबोर्ड) पर चित्र बनाकर समझा रहे थे कि चिड़िया कैसे उड़ती है, पंख फड़फड़ाने और संतुलन बनाने के लिए उसकी पूँछ कैसे काम करती है आदि।
प्रश्न 2.
दूर शिक्षा को देश के प्रत्येक क्षेत्र में पहुँचाने में सूचना और संचार प्रणाली कैसे सहायता कर सकती –
उत्तर:
दूर स्थित शिक्षा के कार्यक्रमों को देश के प्रत्येक क्षेत्र में पहुँचाने में संचार और सूचना तकनीक बहुत सहायक हो सकती है। इसके लिए तीन तरह के कार्यक्रम आवश्यक हैं। संपर्क, प्रसारण तथा उत्पादन और उसका प्रसार किया जाना। जब हम सारे देश को संचार माध्यमों से जोड़ने में सफल हो जाएँगे तो सारे देश को उत्तम शिक्षण का लाभ प्राप्त हो सकेगा।
प्रश्न 3.
परमाणु शक्ति का सकारात्मक प्रयोग क्या है?
उत्तर:
परमाणु शक्ति का सकारात्मक प्रयोग ऊर्जा उत्पादन और उत्तम कृषि के बीज प्रदीपन (अंकुरित करना) हेतु किया जाता है।
प्रश्न 4.
IGMDP का पूरा नाम क्या है? इसके विषय में जानकारी दीजिए।
उत्तर:
IGMDP का पूरा नाम इंटीग्रेटेड मिसाइल डेवेलपमेंट प्रोग्राम है। इसके अंतर्गत सन् 1983 में पाँच प्रक्षेपास्त्रों को विकसित करने का विचार किया गया था, जिसमें पृथ्वी, आकाश, त्रिशूल, नाग, अग्नि नामक प्रक्षेपास्त्र शामिल थे।
RBSE Class 8 Hindi मिसाइल मैन दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
कलाम साहब के अनुसार 2020 में भारत देश का स्वरूप कैसा होगा? लिखिए।
उत्तर:
कलाम साहब के अनुसार 2020 में भारत देश का स्वरूप बहुत सुंदर और सुखद होगा। गाँवों और शहरों की विभाजक रेखा समाप्त हो जाएगी। उद्योगों को पर्याप्त ऊर्जा, गुणवत्तायुक्त जल की आपूर्ति होगी। कृषि, उद्योग एवं सेवा क्षेत्रों में सामंजस्य के साथ काम होगा। कोई भी मेधावी विद्यार्थी शिक्षा और विकास के मूल्यों से वंचित नहीं रहेगा।
यह राष्ट्र योग्य विद्यार्थियों, वैज्ञानिकों और पूँजी निवेशकों की मंजिल होगा। श्रेष्ठतम स्वास्थ्य सेवाएं होंगी। राष्ट्र की शासन व्यवस्था पारदर्शी और भ्रष्टाचार से पूरी तरह मुक्त होगी। गरीबी और अशिक्षा जड़ से समाप्त हो जायेगी। स्त्रियों और बच्चों के विरुद्ध अपराध पर पूरी तरह नियंत्रण होगा। हमें अपने शांतिपूर्ण राष्ट्र के नेतृत्व पर गर्व होगा।
पाठ-परिचय:
डॉ.अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम का जन्म रामेश्वरम् (तमिलनाडु) के एक अल्पशिक्षित परिवार में सन् 1931 में हुआ था। इन्होंने भारत के रक्षा वैज्ञानिक के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त की। भारत सरकार ने इन्हें ‘भारत रत्न’ से भी सम्मानित किया। डॉ. कलाम दिन में 18 घंटे काम करते और संगीत में भी रुचि लेते थे। अपनी सफलता का श्रेय वे अपने शिक्षकों को देते थे। भारत के युवाओं में वे विकसित भारत की तस्वीर देखते थे। डॉ. कलाम से हुए एक साक्षात्कार (इंटरव्यू) का कुछ अंश यहाँ प्रस्तुत किया गया है।
कठिन शब्दार्थ:
अल्प = कम। ख्याति = प्रसिद्धि। अर्जित = प्राप्त। श्रेय = के कारण, आभार। सिद्धांत = मूल, रूप, थ्योरी। मरोड़ = मोड़ने की क्रिया। इच्छाशक्ति = किसी कार्य को मन के अनुकूल करने की शक्ति। आभारी = एहसानमंद, कृतज्ञ। जिज्ञासा = जानने की इच्छा। अनिश्चितता = निश्चित न होने की स्थिति। सुलझाना = हल करना। गुरुत्वाकर्षण = पृथ्वी की अपनी ओर खींचने की शक्ति। थ्योरी = सिद्धांत। आविष्कार = नई खोज। विभाजक = बाँटने वाली। वितरण = बाँटना। सामंजस्य = संतुलन। वंचित = ठगा हुआ, बचा हुआ।
निवेशक = लाभ के लिए धन लगाने वाला। पारदर्शी = आर-पार दिखाई देने वाला। विरुद्ध = विरोधी। हनन = आघात, मारना। नेतृत्व = संचालन करना। समेकित = एकीकृत । प्रक्षेपण = फेंकना छोड़ना। जनक = उत्पन्न करने वाला, पिता। प्रक्षेपास्त्र = मिसाइल, फेंककर मारने वाला अस्त्र। त्वरित = शीघ्र। निर्देशित = बताया गया, समझाया हुआ। प्रमाणक = प्रमाणित करने वाला। प्रसारण = फैलाव। संपर्क = जुड़ना, मेल, संयोग। टर्मिनल = सीमा, अंतिम स्टेशन (पड़ाव)। प्रत्यक्ष = स्पष्ट दिखाई पड़ने वाला। परोक्ष = जो दिखाई न दे। विनाशक = विनाश करने वाला। प्रदीपन = अंकुरित करना। कर्णधार = नेतृत्व, जिस पर देश को आगे बढ़ाने का भार हो।
गद्यांशों की सप्रसंग व्याख्याएँ तथा अर्थग्रहण संबंधी प्रश्नोत्तर
1. रामेश्वरम के तट पर पक्षियों की उड़ान मेरे मन की गहराई तक उतर गई। यह मेरे जीवन का महत्त्वपूर्ण अध्याय था। इसके बाद ही मैंने उड़ान विज्ञान को अपना विषय बनाने का निश्चय किया था। मैं उनका आभारी हूँ जिन अध्यापकों के पढ़ाने की विधि ने मेरा भविष्य तय कर दिया। इससे मैंने अपने जीवन का लक्ष्य और उद्देश्य निर्धारित कर लिया। मैंने भौतिक विज्ञान का अध्ययन किया, आगे चलकर मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग में पढ़ाई की और तब एक रॉकेट इंजीनियर, ऐरोप्लेन इंजीनियर और तकनीकी विशेषज्ञ बना।
संदर्भ एवं प्रसंग:
प्रस्तुत गद्यावतरण हमारी पाठ्य- पुस्तक के ‘मिसाइल मैन’ नामक ‘इंटरव्यू’ से लिया गया है। इसमें इस बात का उल्लेख है कि डॉ. कलाम ने रामेश्वरम के तट पर पक्षियों के उड़ने का जो दृश्य देखा था उसी से अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर लिया।
व्याख्या:
डॉ. कलाम कहते हैं कि रामेश्वरम के तट पर पक्षियों को उड़ते हुए देखने की घटना मेरे मन में बैठ गई। यह मेरे जीवन का महत्त्वपूर्ण बिंदु था। इसी से प्रेरित होकर मैंने निश्चय किया कि मुझे ‘उड़ान विज्ञान’ में अपना जीवन बनाना है। डॉ. कलाम ने उन सभी अध्यापकों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया है जिनके पढाने की तकनीक ने उनका भविष्य निश्चित कर दिया था।
इसी को उन्होंने अपने जीवन का लक्ष्य और उद्देश्य बना लिया। उन्होंने भौतिक विज्ञान की पढ़ाई मन से की और आगे चलकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग से पूरी की। इसके बाद ही उन्होंने एक राकेट इंजीनियरिंग, ऐरोप्लेन इंजीनियरिंग और तकनीक के क्षेत्र में विशेष योग्यता हासिल की।
प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए।
उत्तर:
डॉ. अब्दुल कलाम का जीवन लक्ष्य।
प्रश्न 2.
डॉ. कलाम ने किस विषय का अध्ययन किया?
उत्तर:
डॉ. कलाम ने भौतिक विज्ञान का अध्ययन किया।
प्रश्न 3.
डॉ. कलाम अपने जीवन का उददेश्य निर्धारित करने के लिए किसके प्रति आभारी थे और क्यों?
उत्तर:
डॉ. कलाम अपने जीवन का उददेश्य निर्धारित करने के लिए उन अध्यापकों के प्रति आभारी थे, जिनके पढ़ाने की विधि ने उनका भविष्य तय कर दिया, इसी से उन्हें अपने जीवन का लक्ष्य और उद्देश्य मिल गया।
प्रश्न 4.
डॉ. कलाम किस प्रकार तकनीकी विशेषज्ञ बने?
उत्तर:
डॉ. कलाम ने पहले मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग में पढ़ाई की और आगे चलकर रॉकेट इंजीनियर, ऐरोप्लेन इंजीनियर और तकनीकी विशेषज्ञ बने।
2. सबसे आवश्यक है शिक्षक और विद्यार्थी के मन में विषय के प्रति लगाव और विद्यार्थी के मन में प्रबल जिज्ञासा। विज्ञान हमें एक विशेष दृष्टि प्रदान करता है जिससे हमारी मानसिक अनिश्चितता समाप्त हो जाती है। यह दृष्टिकोण हमें समस्याओं को सुलझाने की शक्ति प्रदान करता है। हम यह चाहने लगते हैं कि उस समस्या को सुलझाएँ जिसे किसी ने अब तक न सुलझाया हो।
संदर्भ एवं प्रसंग:
प्रस्तुत गद्यांश हमारी हिंदी पाठ्य-पुस्तक के ‘मिसाइल मैन’ नामक पाठ से लिया गया है। इसमें डॉ. कलाम ने विज्ञान विषय पढ़ने वाले विद्यार्थियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं।
व्याख्या:
विज्ञान विषय पढ़ने वाले छात्रों को आवश्यक सुझाव देते हुए डॉ. कलाम कहते हैं – शिक्षक और विद्यार्थी दोनों के मन में विज्ञान विषय के प्रति गहरा लगाव होना चाहिए और विद्यार्थी के मन में प्रत्येक चीज को कारण सहित जानने की प्रबल इच्छा भी होनी चाहिए। विज्ञान हमें एक ऐसी समझ देता है जिससे हमारे मन के विचार स्थिर होने लगते हैं। मन में जब स्थिरता आ जाती है तब समस्याओं को हल करने की हमें शक्ति भी प्राप्त हो जाती है। हमारे मन में धीरे-धीरे वह चाहत पैदा हो जाती है कि हम उन समस्याओं को हल कर दें,जिनको अभी तक किसी ने हल न किया हो। हमारी यही चाहत एक दिन हमें सफल बना देगी।
प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए।
उत्तर:
विज्ञान शिक्षण का महत्व।
प्रश्न 2.
विज्ञान हमें कौन-सी दृष्टि प्रदान करता है?
उत्तर:
विज्ञान हमें एक विशेष दृष्टि प्रदान करता है जिससे हमारी मानसिक अनिश्चितता समाप्त हो जाती है।
प्रश्न 3.
विज्ञान विषय पढ़ने के लिए क्या आवश्यक है?
उत्तर:
विज्ञान विषय पढ़ने के लिए आवश्यक है कि शिक्षक और विद्यार्थी के मन में विषय के प्रति गहरा लगाव और मन में नई बातें जानने की तीव्र इच्छा हो।
प्रश्न 4.
विज्ञान की विशेष दृष्टि पाकर हम क्या चाहने लगते हैं?
उत्तर:
विज्ञान की विशेष दृष्टि पाकर हम यह चाहने लगते हैं कि उस समस्या को सुलझाएँ जिसे किसी ने अब तक न सुलझाया हो।
3. मैं भारत के कर्णधारों से यही कहना चाहता हूँ कि किसी भी युवक को भविष्य से घबराने की आवश्यकता नहीं है, अगर उसने अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया है। समय बहुत मूल्यवान है। सदाचारी बनो। आत्मविश्वास रखो कि तुम्हारे पास हर समस्या का सामना करने की क्षमता है। ऐसा करके तुम अपने लक्ष्य को सरलता से प्राप्त कर लोगे।
संदर्भ एवं प्रसंग:
प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य-पुस्तक हिंदी के ‘मिसाइल मैन’ नामक पाठ से अवतरित है। इसमें डॉ. कलाम ने भारत देश के युवाओं का मनोबल बढ़ाते हुए उन्हें अपनी पूरी क्षमता का सदुपयोग करने का संदेश दिया
व्याख्या:
डॉ. कलाम भारत देश का भविष्य लिखने वाले युवाओं से कहते हैं कि तुम्हें आने वाले दिनों की कठिनाइयों से भयभीत होने की जरूरत नहीं है। यदि तुमने अपने लक्ष्य को निर्धारित कर लिया है तो निडर होकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते जाओ। समय बहुत कीमती है। जीवन में सच्चा आचरण करना सीखो। तुम अपने ऊपर यह विश्वास रखो कि तुम्हारे अंदर हर कठिनाई का सामना करने की ताकत है। इस प्रकार तुम निश्चय ही अपने लक्ष्य को बड़ी आसानी से
प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए।
उत्तर:
जीवन-लक्ष्य का निर्धारण।
प्रश्न 2.
भारत के कर्णधारों को क्या बनने का संदेश दिया गया है ?
उत्तर:
भारत के कर्णधारों को सदाचारी बनने का संदेश दिया गया है।
प्रश्न 3.
डॉ. कलाम भारत के कर्णधारों से क्या कहना चाहते हैं?
उत्तर:
डॉ. कलाम भारत के कर्णधारों से कहना चाहते हैं कि किसी भी युवक को भविष्य से घबराने की आवश्यकता नहीं है, अगर उसने अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया है।
प्रश्न 4.
अपने अंदर आत्मविश्वास रखने से क्या होगा?
उत्तर:
अपने अंदर आत्मविश्वास रखने से हर समस्या का सामना करने की क्षमता स्वतः आ जाएगी। इस तरह हम अपने लक्ष्य को सरलता से प्राप्त कर लेंगे।