Rajasthan Board RBSE Class 7 Social Science Chapter 4 भूमि
RBSE Solutions for Class 7 Social Science
RBSE Class 7 Social Science भूमि Intext Questions and Answers
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पृष्ठ संख्या – 32
प्रश्न 1.
(पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 31 पर दी गई) कहानी के आधार पर अनुपम और लक्ष्मी के गाँव की भूमि के छः उपयोग हो रहे हैं। बताओ क्या-क्या उपयोग हो रहे हैं?
उत्तर:
अनुपम और लक्ष्मी के गाँव में भूमि के निम्नलिखित छः उपयोग हो रहे हैं –
- कृषि भूमि
- वन भूमि
- बंजर भूमि
- चरागाह भूमि
- खेल (क्रीड़ा) भूमि तथा
- मानव अधिवास
पृष्ठ संख्या – 33
प्रश्न 2.
आपके गाँव/शहर में स्थित सार्वजनिक भूमि का पता लगाकर उसके उपयोग पर एक टिप्पणी लिखिये।
उत्तर:
हमारे शहर में स्थित बाग – बगीचे सार्वजनिक भूमि है। इस पर पूरे समुदाय का अधिकार है। यहाँ के लोग प्रात:काल भ्रमण के लिए इसमें आते हैं। इसमें एक मंदिर भी है – जहाँ लोग आकर भजन पूजा करते हैं। दिन में यहाँ वृद्ध लोग आकर समय बिताते हैं तथा मिलकर अपना मनोरंजन करते रहते हैं। कुछ लोग रोज यहाँ आकर योग अभ्यास भी करते रहते हैं।
प्रश्न 3.
पता लगाइए कि आपके क्षेत्र में किस प्रकार की कृषि की जाती है?
उत्तर:
हमारे क्षेत्र में जीवन-निर्वाह कृषि की जाती है।
प्रश्न 4.
क्या आपके आस-पास के क्षेत्र में भूमि का उपयोग खनन, उद्योग, प्राकृतिक या मानव निर्मित जल स्रोत, वन्य जीव अभयारण्य, चरागाह, पर्यटन आदि में हो रहा है? इनके बारे में जानकारी एकत्र कीजिए।
उत्तर:
हमारे जयपुर शहर के आस-पास के क्षेत्र में भूमि का उपयोग उद्योग, मानव निर्मित जल स्रोत, वन्य जीव अभयारण्य तथा पर्यटन आदि में हो रहा है। (नोट-विद्यार्थी अपने क्षेत्र में हो रहे भूमि उपयोग का पता लगाकर उनके बारे में जानकारी स्वयं एकत्र करें।)
प्रश्न 5.
पृष्ठ 34 पर दिये गए चित्र को देखकर बताइये कि कौन-सा गाँव का चित्र है और कौनसा शहर का। यह आपने कैसे पता लगाया? कारण भी बताइए।
उत्तर:
इन दोनों चित्रों में चित्र संख्या –
- गाँव का चित्र है और चित्र संख्या
- शहर का चित्र है। यह हमने भूमि उपयोग के आधार पर पता लगाया है। इसका कारण यह है कि पहले चित्र में पशुपालन व झोंपड़े दिखाई दे रहे हैं तथा अधिवास दूर – दूर हैं जिनके मध्य खाली भूमि व कृषि भूमि, वनस्पतियाँ, पगडंडी आदि हैं।
- जबकि दूसरे चित्र में पक्की सड़कें, परिवहन के साधन व ऊँचे मकान व दुकानें दिखाई दे रही हैं।
पृष्ठ संख्या – 35
प्रश्न 6.
पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 35 पर दी गई सारणी के आधार पर अग्रलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
उत्तर:
हमारे क्षेत्र में जीवन-निर्वाह कृषि की जाती है।
प्रश्न 4.
क्या आपके आस-पास के क्षेत्र में भूमि का उपयोग खनन, उद्योग, प्राकृतिक या मानव निर्मित जल स्रोत, वन्य जीव अभयारण्य, चरागाह, पर्यटन आदि में हो रहा है? इनके बारे में जानकारी एकत्र कीजिए।
उत्तर:
हमारे जयपुर शहर के आस-पास के क्षेत्र में भूमि का उपयोग उद्योग, मानव निर्मित जल स्रोत, वन्य जीव अभयारण्य तथा पर्यटन आदि में हो रहा है। (नोट-विद्यार्थी अपने क्षेत्र में हो रहे भूमि उपयोग का पता लगाकर उनके बारे में जानकारी स्वयं एकत्र करें।
प्रश्न 5.
पृष्ठ 34 पर दिये गए चित्र को देखकर बताइये कि कौन-सा गाँव का चित्र है और कौनसा शहर का। यह आपने कैसे पता लगाया? कारण भी बताइए।
उत्तर:
इन दोनों चित्रों में चित्र संख्या –
- गाँव का चित्र है और चित्र संख्या शहर का चित्र है।
- यह हमने भूमि उपयोग के आधार पर पता लगाया है।
- इसका कारण यह है कि पहले चित्र में पशुपालन व झोंपड़े दिखाई दे रहे हैं तथा अधिवास दूर-दूर हैं जिनके मध्य खाली भूमि व कृषि भूमि, वनस्पतियाँ, पगडंडी आदि हैं।
- जबकि दूसरे चित्र में पक्की सड़कें, परिवहन के साधन व ऊँचे मकान व दुकानें दिखाई दे रही हैं।
पृष्ठ संख्या – 35
प्रश्न 6.
पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 35 पर दी गई सारणी के आधार पर अग्रलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
1. उन देशों के नाम बताइए जिनमें निम्नलिखित भूमि उपयोग सबसे अधिक है। (i) अन्य उपयोग ………………… (ii) चरागाह ……………… (iii) वन भूमि (iv) कृषि भूमि …………………
2. निम्नलिखित देशों के भूमि उपयोग का अध्ययन कर अनुमान लगाए कि वहाँ कौन-सी आर्थिक क्रियायें अधिक होंगी? (i) भारत ……………… (ii) आस्ट्रिया (iii) ब्राजील (iv) कनाडा …………..
उत्तर:
1. (i) भूमि का सर्वाधिक अन्य उपयोग सबसे अधिक कनाडा में हो रहा है।
(ii) चरागाह भूमि का सर्वाधिक उपयोग आस्ट्रिया में हो रहा है।
(iii) वन भूमि का सर्वाधिक उपयोग जापान में हो रहा है।
(iv) कृषि भूमि का सर्वाधिक उपयोग भारत में हो रहा है।
2. (i) भारत में कृषि सम्बन्धी आर्थिक क्रियायें सर्वाधिक होंगी।
(ii) आस्ट्रिया में पशुपालन सम्बन्धी आर्थिक क्रियायें सर्वाधिक होंगी।
(iii) ब्राजील में वन भूमि सम्बन्धी आर्थिक क्रियायें सर्वाधिक होंगी।
(iv) कनाडा में अन्य क्रियाएँ सर्वाधिक होंगी।
RBSE Class 7 Social Science भूमि Text Book Questions and Answers
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
प्रश्न 1.
सही विकल्प को चुनिए –
(i) पोल्डर किस देश में पाए जाते हैं …………………
(क) इंग्लैंड
(ख) जापान
(ग) नीदरलैंड
(घ) मिस्र
उत्तर:
(ग) नीदरलैंड
(ii) वह भूमि जिस पर फलदार वृक्ष उगाए जाते हैं, उसे कहा जाता है …………………
(क) उद्यान भूमि
(ख) चरागाह भूमि
(ग) परती भूमि
(घ) कृषि भूमि
उत्तर:
(क) उद्यान भूमि
प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
- पश्चिमी राजस्थान में मरुस्थल के विस्तार को रोकने के लिए ………………… में ‘काजरी’ की स्थापना की गई है।
- मानव क्रियाकलापों और बढ़ती जनसंख्या के फलस्वरूप तथा अधिवास दूर – दूर हैं जिनके मध्य खाली भूमि व कृषि भूमि, वनस्पतियाँ,
- पगडंडी आदि हैं। सम्पूर्ण विश्व में ………………… उपयोग में परिवर्तन हुए हैं।
- कृषि योग्य भूमि की गुणवत्ता, उपयोगिता एवं उत्पादकता में कमी आना भूमि ………………… कहलाता है।
- भारत का सबसे बड़ा महानगर ………………… प्रारंभ में सात द्वीपों पर बसा था।
उत्तर:
- जोधपुर
- भूमि
- अवनयन
- मुम्बई
प्रश्न 3.
भूमि उपयोग किसे कहते हैं?
उत्तर:
कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यों में उपयोग भूमि उपयोग कहलाता है। जैसे वन भूमि, कृषि भूमि, चरागाह भूमि आदि।
प्रश्न 4.
गांवों में किस प्रकार का भूमि उपयोग अधिक मिलता है? और क्यों?
उत्तर:
गाँवों में अधिकांश भू-भाग का उपयोग कृषि, चरागाह और तालाब के रूप में होता है। क्योंकि वहाँ की आर्थिक क्रियाकलाप का मुख्य आधार कृषि और पशुपालन है।
प्रश्न 5.
भूमि अवनयन के लिए जिम्मेदार कारकों के नाम लिखिये।
उत्तर:
भूमि अवनयन के लिए जिम्मेदार कारक ये हैं –
- मृदा अपरदन
- मृदा में लवणता की वृद्धि
- अत्यधिक खनन
- वनों की कटाई
- मरुस्थलीकरण
- अति पशुचारण
- विकासात्मक कार्य
- अधिक सिंचाई
- नहरी जल का रिसाव
- शहरी ठोस कचरा एवं औद्योगिक अवशिष्ट तथा
- रासायनिक खाद और कीटनाशकों का उपयोग
प्रश्न 6.
भूमि उपयोग के वर्गों में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भूमि उपयोग के वर्गों में प्रमुख अन्तर निम्नलिखित हैं –
- वन भूमि तथा कृषि भूमि – वन भूमि वह है जो प्राकृतिक वनस्पति से ढकी होती है। जबकि कृषि भूमि वह है जिस पर मानव द्वारा फसलें उगाई जाती हैं।
- बंजर भूमि तथा कृषि योग्य व्यर्थ भूमि – बंजर भूमि वह है जिसे कृषि योग्य भूमि में नहीं बदला जा सकता लेकिन कृषि योग्य व्यर्थ भूमि को कृषि योग्य भूमि में बदला जा सकता है।
- चरागाह भूमि तथा उद्यान भूमि-चरागाह भूमि वह है जिस पर पशुओं को चराया जाता है लेकिन उद्यान भूमि पर फलदार वृक्ष उगाए जाते हैं।
- वर्तमान परती भूमि तथा पुरानी परती भूमिवर्तमान परती भूमि वह है जिसका उपजाऊपन बढ़ाने के लिए किसानों द्वारा एक-दो वर्षों के लिए खाली छोड़ी जाती है जबकि पुरानी परती भूमि वह है जिस पर कई वर्षों तक कृषि नहीं की गई हो।
- अन्य कार्यों में प्रयुक्त भूमि-अन्य कार्यों में प्रयुक्त भूमि वह है जो मानव अधिवास, परिवहन, नहरें, उद्योग, दुकानें, खनन आदि के लिए प्रयुक्त होती है।
प्रश्न 7.
शहर और ग्रामीण भूमि उपयोग में क्या अन्तर है?
उत्तर:
शहर में भूमि का उपयोग अधिकांशतः आवासों, कार्यालय, उद्योग, परिवहन एवं बाग – बगीचों आदि के लिए होता है जबकि अधिकांश ग्रामीण भूमि का उपयोग कृषि, चरागाह और तालाब आदि के रूप में होता है।
प्रश्न 8.
वर्तमान में भूमि संरक्षण क्यों आवश्यक है? यदि हमने भूमि संरक्षण नहीं किया तो हमें किन दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ेगा?
उत्तर:
भूमि संरक्षण से तात्पर्य है – भूमि की गुणवत्ता में आ रही कमी को रोक कर उसे हमेशा के लिए सुरक्षित करना। सभी जीव भूमि पर ही अपनी सारी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं। स्वयं मानव जन्म से लेकर मृत्यु तक अपने सभी क्रियाकलाप भूमि पर ही संचालित करता है। इसलिए भूमि संरक्षण आज की महत्त्वपूर्ण आवश्यकता है क्योंकि बढ़ती हुई जनसंख्या के लिए भोजन, पशुओं के लिए चरागाह, कृषि सम्बन्धी उद्योगों के लिए कच्चा माल आदि सभी भूमि की गणवत्ता पर ही निर्भर करते हैं। यदि हमने भूमि संरक्षण नहीं किया तो मानव की उक्त सभी क्रियायें अवरुद्ध हो जाएंगी तथा भूमि पर जीवों की सारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं हो सकेगी।
RBSE Class 7 Social Science भूमि Important Questions and Answers
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
Question 1.
गाँवों में किस प्रकार की भूमि का उपयोग सर्वाधिक होता है ……………….
(अ) अधिवास
(ब) परिवहन
(स) कृषि
(द) उद्योग
उत्तर:
(स) कृषि
Question 2.
जिस भूमि पर फसलें उगाई जाती हैं, उसे कहा जाता ……………….
(अ) बंजर भूमि
(ब) कृषि भूमि
(स) परती भूमि
(द) चरागाह भूमि
उत्तर:
(ब) कृषि भूमि
Question 3.
वह विस्तृत भू – भाग जो प्राकृतिक वनस्पति से ढका हो, कहलाता है ……………….
(अ) वन भूमि
(ब) कृषि भूमि
(स) बंजर भूमि
(द) चरागाह भूमि
उत्तर:
(अ) वन भूमि
Question 4.
बंजर भूमि का उदाहरण नहीं है ……………….
(अ) दलदल
(ब) ऊँचे पर्वत
(स) राष्ट्रीय उद्यान
(द) पथरीली भूमि
उत्तर:
(स) राष्ट्रीय उद्यान
Question 5.
विश्व के कितने प्रतिशत लोगों के भोजन का आधार कृषि है ……………….
(अ) 80 प्रतिशत
(ब) 97 प्रतिशत
(स) 11 प्रतिशत
(द) 31 प्रतिशत
उत्तर:
(ब) 97 प्रतिशत
रिक्त स्थानों की पर्ति कीजिए
- भूमि संरक्षण से तात्पर्य भूमि की ………………. में आ रही कमी को रोक कर उसे हमेशा के लिए सुरक्षित करना है। (तरलता/गुणवत्ता)
- पश्चिमी राजस्थान में मरुस्थल के विस्तार को रोकने के ………………. लिए जोधपुर में ………………. की स्थापना की गई है। (काजरी/पोल्डर)
- वह सार्वजनिक भूमि जिस पर पशुओं को चराया जाता है उसे ………………. भूमि कहा जाता है। (चरागाह/उद्यान)
- शहरों में भूमि का मूल्य भी गांवों की तुलना में ………………. होता है। (अधिक/कम)
- ………………. भूमि का उपयोग सुरक्षा, पर्यटन, वन, चरागाह विकास हेतु अधिक होता है। (मैदानी/पर्वतीय)
उत्तर:
- गुणवत्ता
- काजरी
- चरागाह
- अधिक
- पर्वतीय
निम्न में से सत्य/असत्य कथन छांटिये
- वह भूमि जिस पर मानव द्वारा फसलें उगाई जाती हैं, उसे कृषि भूमि कहते हैं।
- वह निजी भूमि जिस पर फलदार वृक्ष उगाए जाते हैं, उसे चरागाह कहते हैं।
- किसान द्वारा व्यापार के उद्देश्य से की गई कृषि को जीवन निर्वाह कृषि कहते हैं।
- सार्वजनिक भूमि पर पूरे समुदाय का अधिकार होता है।
- शहरों में भूमि का मूल्य गांवों की तुलना में अधिक होता
उत्तर:
- सत्य
- असत्य
- असत्य
- सत्य
- सत्य
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पश्चिमी राजस्थान में मरुस्थल के विस्तार को रोकने के लिए किसकी स्थापना की गई है।
उत्तर:
केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान केन्द्र (काजरी) की।
प्रश्न 2.
जिस भूमि पर मानव द्वारा फसलें उगाई जाती हैं, उसे क्या कहते हैं?
उत्तर:
कृषि भूमि।
प्रश्न 3.
वह सार्वजनिक भूमि जिस पर पशुओं को चराया जाता है, उसे क्या कहते हैं?
उत्तर:
चरागाह भूमि।
प्रश्न 4.
कृषि भूमि का प्रतिशत विश्व के कुल भौगोलिक क्षेत्र का कितने प्रतिशत है?
उत्तर:
मात्र ग्यारह प्रतिशत।
प्रश्न 5.
किसान द्वारा अपने परिवार के पालन – पोषण के उद्देश्य से की जाने वाली कृषि को क्या कहते हैं?
उत्तर:
जीवन निर्वाह कृषि।
प्रश्न 6.
व्यापार के उद्देश्य से की जाने वाली कृषि को क्या कहते हैं?
उत्तर:
व्यापारिक कृषि।
प्रश्न 7.
जिस भूमि पर समुदाय के सभी लोगों का समान अधिकार होता है, उसे क्या कहते हैं?
उत्तर:
साझा भू – सम्पत्ति संसाधन।
प्रश्न 8.
उपयोग के आधार पर कृषि के प्रकार बताइये।
उत्तर:
उपयोग के आधार पर कृषि के दो प्रकार हैं –
- जीवन – निर्वाह कृषि
- व्यापारिक कृषि।
प्रश्न 9.
स्वामित्व के आधार पर भूमि को कितने भागों में बाँटा गया है?
उत्तर:
स्वामित्व के आधार पर भूमि को दो भागों में बाँटा गया है –
- निजी भूमि व
- सार्वजनिक भूमि।
प्रश्न 10.
पश्चिमी राजस्थान में इंदिरा गाँधी नहर से मरुस्थलीय भूमि में भूमि उपयोग सम्बन्धी क्या परिवर्तन हुआ है?
उत्तर:
जो भूमि पहले बेकार पड़ी रहती थी, इंदिरा गाँधी नहर के कारण उसका उपयोग आज कृषि, उद्योग, नहर परिवहन, खनन, सौर एवं पवन ऊर्जा संयंत्र लगाने में हो रहा है।
प्रश्न 11.
भूमि उपयोग परिवर्तन से क्या आशय है?
उत्तर:
किसी एक कार्य के भूमि उपयोग को बढ़ाकर, दूसरे कार्य के भूमि उपयोग को कम करना ही भूमि उपयोग परिवर्तन कहलाता है।
प्रश्न 12.
भूमि अवनयन किसे कहते हैं?
उत्तर:
उपजाऊ भूमि की गुणवत्ता, उपयोगिता एवं उत्पादकता में कमी आना भूमि अवनयन कहलाता है।
प्रश्न 13.
विश्व का अधिकांश भाग भूमि अवनयन की समस्या से क्यों ग्रसित है?
उत्तर:
मानव द्वारा भूमि के अविवेकपूर्ण उपयोग एवं भूमि के अत्यधिक दोहन के कारण।
प्रश्न 14.
भूमि संरक्षण से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
भूमि संरक्षण से तात्पर्य भूमि की गुणवत्ता में आ रही कमी को रोककर उसे हमेशा के लिए सुरक्षित करना
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पोल्डर किसे कहा जाता है?
उत्तर:
नीदरलैंड्स में ज्वार की समस्या से बचने के लिए। समुद्र व स्थल के मध्य एक कृत्रिम बाँध बनाया गया है। बाँध द्वारा ऐसी सुरक्षित भूमि को यहाँ पोल्डर कहा जाता है।
प्रश्न 2.
मुम्बई महानगर का विकास किस प्रकार हुआ?
उत्तर:
भारत का सबसे बड़ा महानगर मुम्बई प्रारंभ में सात द्वीपों पर बसा था। बाद में इन द्वीपों के बीच के कम गहरे समुद्री भाग को मलबा डाल कर भर दिया गया जिस पर वर्तमान महानगर का विकास हुआ।
प्रश्न 3.
कृषि कितने प्रकार की होती है?
उत्तर:
कृषि दो प्रकार की होती है –
- जीवन निर्वाह कृषि – जब किसान अपने परिवार के पालन – पोषण के उद्देश्य से कृषि करता है, तो उसे जीवन निर्वाह कृषि कहते हैं। संजीव आल इन वन
- व्यापारिक कृषि – किसान द्वारा व्यापार के उद्देश्य से की गई कृषि को व्यापारिक कृषि कहते हैं।
प्रश्न 4.
“अलग – अलग जगह भूमि का उपयोग अलग| अलग तरह का होता है।” इस कथन को स्पष्ट कीजिये।
उत्तर:
अलग – अलग जगह भूमि का उपयोग अलग – अलग तरह का होता है। उदाहरण के लिए गाँव के अधिकांश भू| भाग का उपयोग कृषि, चरागाह और तालाब के रूप में होता है, जबकि नगर में इसके अधिकांश भाग का उपयोग आवासों, कार्यालय, उद्योग, परिवहन एवं बाग-बगीचों आदि में होता है और पहाड़ी क्षेत्र में इसका उपयोग खनन, वन, पशुचारण आदि कार्यों में अधिक होता है।
प्रश्न 5.
किन देशों में चरागाह का विशेष महत्त्व है?
उत्तर:
अर्जेन्टीना, न्यूजीलैण्ड, आस्ट्रेलिया, डेनमार्क, भारत आदि देशों की अर्थव्यवस्था में पशुपालन का योगदान भी अधिक है। इसलिए यहाँ चरागाह का विशेष महत्त्व है।
प्रश्न 6.
स्वामित्व के आधार पर भूमि को कितने भागों में बाँटा जा सकता है?
उत्तर:
स्वामित्व के आधार पर भूमि को निम्नलिखित दो भागों में बाँटा जा सकता है –
- निजी भूमि – निजी भूमि वह है जिस पर किसी व्यक्ति विशेष का अधिकार होता है।
- सार्वजनिक भूमि – सार्वजनिक भूमि वह है, जिस पर पूरे समुदाय का अधिकार होता है, जैसे – बाग – बगीचे, खेल का मैदान, चरागाह आदि। इसे साझा भू – सम्पत्ति संसाधन भी कहा जाता है।
प्रश्न 7.
स्थानीय भूमिहीन लोगों के लिए चरागाह तथा वनों का क्या महत्त्व होता है?
उत्तर:
चरागाहों पर पशुपालन तथा वनों से ईंधन की लकड़ी, फल – फूल, इमारती लकड़ी आदि उपलब्ध होने से इनका स्थानीय भूमिहीन लोगों के लिए विशेष महत्त्व है।
प्रश्न 8.
मैदानी और पहाड़ी क्षेत्र में भूमि उपयोग में क्या अन्तर पाया जाता है?
उत्तर:
मैदानी क्षेत्र प्रायः समतल होता है इसलिए इस क्षेत्र में भूमि का उपयोग कृषि, उद्योग, आवास, परिवहन आदि – कार्यों के लिए होता है। पहाड़ी क्षेत्र असमतल होते हैं। इसलिए पर्वतीय भूमि का उपयोग सुरक्षा, पर्यटन, वन, चरागाह हेतु अधिक होता है।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भूमि उपयोग किसे कहते हैं? भूमि उपयोग के वर्गों का प्रवाह चार्ट बनाइये।
उत्तर:
भूमि उपयोग – कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यों में उपयोग, भूमि उपयोग कहलाता है। जैसे – वन भूमि, कृषि भूमि, बंजर भूमि, चरागाह आदि।
भूमि उपयोग के वर्ग:
भूमि उपयोग के अनेक प्रकार हैं। उन्हें निम्न वर्गों में बाँटा जा सकता है –
- वन भूमि – वह विस्तृत भू-भाग जो प्राकृतिक वनस्पति से ढका हो वन भूमि कहलाता है।
- कृषि भूमि – वह भूमि जिस पर मानव द्वारा फसलें उगाई जाती हैं, कृषि भूमि कहलाती है।
- बंजर भूमि – बेकार पड़ी वह भूमि जिसे कृषि योग्य भूमि में नहीं बदला जा सकता है, उसे बंजर भूमि कहते
- कृषि योग्य व्यर्थ भूमि – बेकार पड़ी वह भूमि जिसे कृषि योग्य क्षेत्र में बदला जा सकता है।
- चरागाह भूमि – वह सार्वजनिक भूमि जिस पर पशुओं को चराया जाता है।
- उद्यान भूमि – वह निजी भूमि जिस पर फलदार वृक्ष उगाये जाते हैं।
- वर्तमान परती भूमि – भूमि का उपजाऊपन बढ़ाने के लिए किसानों द्वारा एक या दो वर्षों के लिए खाली छोड़ी जाने वाली भूमि।
- पुरानी परती भूमि – यदि किसी भूमि पर पाँच वर्षों तक कृषि नहीं की जाती है तो उसे पुरानी परती भूमि कहते हैं।
- अन्य कार्यों में प्रयुक्त भूमि – शेष सभी कार्यों, जैसेमानव अधिवास, परिवहन, नहरें, उद्योग, दुकानें, खनन आदि में प्रयुक्त भूमि।
प्रश्न 2.
भूमि उपयोग परिवर्तन से क्या आशय है? भारत में पिछले कुछ दशकों में हुए भूमि उपयोग परिवर्तन को समझाइये।
उत्तर:
भूमि उपयोग परिवर्तन से आशय-जब भी किसी एक कार्य के लिए भूमि उपयोग बढ़ता है, तब किसी दूसरे कार्य का भूमि उपयोग कम हो जाता है, इसे ही भूमि उपयोग परिवर्तन कहा जाता है। वनों को काटकर कृषि और चरागाह का विकास करना, दलदलों को सुखाकर कृषि करना, कृषि क्षेत्र में मानव अधिवास तथा परिवहन का विकास करना आदि भूमिं उपयोग परिवर्तन के उदाहरण भारत में भमि उपयोग परिवर्तन भारत में पिछले कुछ दशकों में भूमि उपयोग में व्यापक परिवर्तन हुए हैं। भारत में वन एवं अन्य भूमि उपयोग में वृद्धि हुई है तथा कृषि, चरागाह एवं बंजर भूमि उपयोग में कमी आ रही है। इसे नीचे चित्र द्वारा स्पष्ट किया गया है
प्रश्न 3.
भूमि उपयोग परिवर्तन पर किन-किन बातों का प्रभाव पड़ता है? सममझाइये।
उत्तर:
भूमि उपयोग परिवर्तन को प्रभावित करने वाली बातें भूमि उपयोग परिवर्तन पर निम्नलिखित बातों का अधिक प्रभाव पड़ता है –
1. मानवीय आर्थिक क्रिया:
कलापों में परिवर्तन – समय के साथ मानव के आर्थिक क्रिया – कलापों में परिवर्तन आने से भूमि उपयोग भी बदल जाता है। मानव क्रियाकलापों और बढ़ती जनसंख्या के फलस्वरूप शहरों के निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वाधिक भूमि उपयोग परिवर्तन हुआ है। कृषि भूमि शहर के विकास के साथ धीरे – धीरे आवास, उद्योग, परिवहन आदि में परिवर्तित होती जा रही है। मरुस्थलीय एवं दलदलीय भूमि के उपयोग में भी परिवर्तन हो रहा है। मरुस्थल में मानवीय प्रयासों से नहर को पहुंचा कर वहाँ बेकार पड़ी भूमि का उपयोग कृषि, उद्योग, नहर, परिवहन, खनन, सौर ऊर्जा एवं पवन ऊर्जा संयंत्र लगाने में हो रहा है। इसी प्रकार विश्व के कुछ भागों में दलदली भूमि को सुखा कर उसे आवास एवं अन्य उपयोगों में लिया जा रहा है।
2. जलवायु, स्थलाकृति, मृदा, खनिज, जल की उपलब्धता और जनसंख्या वृद्धि:
आर्थिक क्रियाकलापों के अतिरिक्त क्षेत्र की जलवायु, स्थलाकृति, मृदा, खनिज, जल उपलब्धता और जनसंख्या वृद्धि आदि का भी भूमि उपयोग पर प्रभाव पड़ता है। बढ़ती जनसंख्या के कारण शहरों के निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वाधिक भूमि उपयोग परिवर्तन देखा जा सकता है।
प्रश्न 4.
भूमि अवनयन क्या है? विश्व में भूमि अवनयन की स्थिति को समझाइये।
उत्तर:
1. भूमि अवनयन से आशय – उपजाऊ भूमि की गुणवत्ता, उपयोगिता एवं उत्पादकता में कमी आना भूमि अवनयन कहलाता है। इसे भूमि की गुणवत्ता में कमी भी कहा जाता है।
2. विश्व में भूमि अवनयन की स्थिति – आज विश्व का अधिकांश भाग मानव द्वारा भूमि के अविवेकपूर्ण उपयोग एवं अत्यधिक दोहन के कारण भूमि अवनयन की समस्या से ग्रसित है। विश्व मानचित्र के आधार पर विश्व में भूमि अवनयन की स्थिति को निम्न प्रकार स्पष्ट किया जा सकता
3. गम्भीर स्थिति वाले क्षेत्र – एशिया महाद्वीप में चीन का अधिकांश मध्य दक्षिणी भाग, उत्तरी व दक्षिणी कोरिया, वियतनाम, हिन्देशिया, म्यांमार, भारत का अधिकांश भाग तथा अरब का कुछ भाग; यूरोप महाद्वीप में महाद्वीप का दक्षिणी, मध्य व पूर्वी भाग; अफ्रीका महाद्वीप में सहारा के दक्षिण – पश्चिम के कुछ भाग, दक्षिणी अफ्रीका; उत्तरी अमेरिका महाद्वीप में संयुक्त राज्य अमेरिका का झीलों वाला क्षेत्र तथा मध्य अमेरिका; दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप में मध्य एण्डीज क्षेत्र तथा ब्राजील का क्षेत्र भूमि अवनयन की दृष्टि से गम्भीर स्थिति वाले क्षेत्र हैं।
4. चिन्तनीय स्थिति वाले क्षेत्र – चिन्तनीय स्थिति वाले क्षेत्र के अन्तर्गत एशिया महाद्वीप में चीन का तटीय तथा पश्चिमी व मध्य दक्षिणी भाग, जावा, सुमात्रा, पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान, आस्ट्रेलिया महाद्वीप का अधिकांश भाग; यूरोप में उत्तरी – पश्चिमी यूरोप, अफ्रीका में सहारा के उत्तर अफ्रीका तथा मध्य अफ्रीका के दक्षिण एवं समस्त पूर्वी भाग, दक्षिणी अमेरिका का अधिकांश भाग तथा उत्तरी अमेरिका में संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकांश भाग आते हैं।
5. स्थिर स्थिति वाले क्षेत्र – इसके अन्तर्गत एशिया में पूर्वी भारत, साइबेरिया का अधिकांश भाग, मंगोलिया, यूरोप में उत्तरी यूरोप का सागर तटीय भाग, अफ्रीका में मध्य अफ्रीका, कालाहारी मरुस्थल के पश्चिम का क्षेत्र; उत्तरी अमेरिका में कनाडा, दक्षिणी अमेरिका में ब्राजील एवं एण्डीज के मध्य का कुछ भाग तथा दक्षिणी आस्ट्रेलिया का कुछ भाग शामिल है।
6. वनस्पति रहित क्षेत्र – विश्व के अधिकांश मरुस्थली भाग तथा ग्रीनलैंड का अधिकांश भाग इसके अन्तर्गत आते हैं।