Rajasthan Board RBSE Class 7 Social Science Chapter 12 राज्य सरकार
RBSE Solutions for Class 7 Social Science
RBSE Class 7 Social Science राज्य सरकार Intext Questions and Answers
गतिविधि
शिक्षक एवं अभिभावकों की सहायता से निम्नलिखित जानकारी जुटाइये –
पृष्ठ संख्या – 99
प्रश्न 1.
भारत के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री का नाम
उत्तर:
भारत के वर्तमान राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी हैं और भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी हैं।
प्रश्न 2.
राजस्थान के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री का नाम
उत्तर:
राजस्थान के वर्तमान राज्यपाल कल्याणसिंह हैं और मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सिंधिया हैं।
प्रश्न 3.
राजस्थान राज्य के मंत्रिमंडल के सदस्यों के नाम
उत्तर:
राजस्थान राज्य मंत्रिमंडल के प्रमुख सदस्य ये हैं –
- मुख्यमंत्री – श्रीमती वसुन्धरा राजे
- गृहमंत्रीगुलाबचन्द कटारिया
- शिक्षा मंत्री (तकनीकी एवं उच्च शिक्षा) – कालीचरण सर्राफ
- स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्रसिंह राठौड़
- आदिवासी क्षेत्र विकास मंत्री – नन्दलाल मीणा
- कृषि तथा लोक स्वास्थ्य मंत्री – प्रभुलाल सैनी
- उद्योग मंत्री – गजेन्द्र सिंह खींवसर
- पी.डब्ल्यू.डी. मंत्री – यूनिस खान
- ग्रामीण विकास एवं पंचायती राजमंत्रीसुरेन्द्र गोयल
- पी.एच.ई.डी. तथा जलदाय विभाग मंत्री – किरण माहेश्वरी
- शहरी विकास मंत्रीराजपालसिंह शेखावत
- जल स्रोत मंत्री – डॉ. राम प्रताप
- सामाजिक न्याय मंत्री – अरुण चतुर्वेदी
- खाद्य
- एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री – हेमसिंह भड़ाना।
प्रश्न 4.
आपके क्षेत्र के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का नाम
उत्तर:
(इसका उत्तर छात्र अपने अभिभावकों से पूछकर लिखें।)
प्रश्न 5.
आपके विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक का नाम
उत्तर:
(नोट – विद्यार्थी स्वयं शिक्षक या अभिभावकों से पूछकर अपने क्षेत्र के विधायक का नाम लिखें।)
प्रश्न 6.
राजस्थान की राजधानी का नाम
उत्तर:
राजस्थान की राजधानी जयपुर है।
RBSE Class 7 Social Science राज्य सरकार Text Book Questions and Answers
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
प्रश्न 1.
सही विकल्प को चुनिए –
(i) राज्य की सरकार का संवैधानिक मुखिया होता है ………………..
(अ) मुख्यमंत्री
(ब) प्रधानमंत्री
(स) राष्ट्रपति
(द) राज्यपाल
उत्तर:
(द) राज्यपाल
(ii) राजस्थान विधानसभा की सदस्य संख्या है ………………..
(अ) 250
(ब) 545
(स) 200
(द) 66
उत्तर:
(स) 200
(iii) राज्य के मतदाता मतदान करते हैं ………………..
(अ) स्थानीय निकाय के चुनाव में
(ब) राज्य विधानसभा के चुनाव में
(स) देश की लोकसभा के चुनाव में
(द) उपर्युक्त तीनों में ही
उत्तर:
(द) उपर्युक्त तीनों में ही
प्रश्न 2.
निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
- ……………… राज्य की मंत्रिपरिषद् का मुखिया होता है।
- मंत्री की सहायता के लिए विभाग में ……………… होते हैं।
- राजस्थान में विधायिका ……………… सदनात्मक है।
- राजस्थान का उच्च न्यायालय ……………… में स्थित है।
उत्तर:
- मुख्यमंत्री
- सचिव
- एक
- जोधपुर
प्रश्न 3.
स्तम्भ ‘अ’ को स्तम्भ ‘ब’ से सुमेलित कीजिए –
उत्तर:
प्रश्न 4.
राज्य सरकार की संरचना का रेखाचित्र बनाइए।
उत्तर:
प्रश्न 5.
राज्यपाल की न्यायिक शक्तियाँ बताइए।
उत्तर:
राज्यपाल, राज्य सरकार के कानूनों के अंतर्गत सजा प्राप्त किसी व्यक्ति की सजा को कम या स्थगित कर सकता है तथा उसे क्षमा भी कर सकता है। राज्यपाल के पास मृत्युदण्ड को क्षमा करने की शक्ति नहीं है।
प्रश्न 6.
मुख्यमंत्री के प्रमुख कार्यों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
मुख्यमंत्री के प्रमुख कार्य अग्रलिखित हैं –
- मुख्यमंत्री मंत्रियों में कार्यों का बंटवारा करता है।
- वह विभिन्न विभागों के कार्यों की निगरानी करता है और विभिन्न विभागों के कार्यों का समन्वय करता है।
- सारे मंत्री उसी के नेतृत्व में काम करते हैं।
- वह मंत्रिमंडल की बैठकों की अध्यक्षता करता है।
- बहुमत दल का नेता होने के कारण वह विधानसभा में सदन के नेता के रूप में कार्य करता है।
प्रश्न 7.
विधानसभा के विधायी कार्यों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विधानसभा के विधायी कार्य – कानून बनाने से संबंधित कार्य विधायी कार्य कहलाते हैं। राज्य की विधानसभा राज्य सूची और समवर्ती सूची के विषयों पर कानून बनाती है। वह मौजूदा कानून को संशोधित भी कर सकती है और उसे निरस्त भी कर सकती है। वह संविधान के कुछ हिस्सों में संशोधन की प्रक्रिया में भी भाग लेती है।
RBSE Class 7 Social Science राज्य सरकार Important Questions and Answers
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
Question 1.
भारत में संघ शासित क्षेत्र हैं ……………….
(अ) 29
(ब) 16
(स) 7
(द) 25
उत्तर:
(स) 7
Question 2.
भारतीय संविधान में अवशिष्ट विषय प्रदान किये गए हैं ……………….
(अ) केन्द्र को
(ब) राज्य को
(स) स्थानीय सरकारों को
(द) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) केन्द्र को
Question 3.
निम्न में से किस राज्य में द्विसदनात्मक विधायिका है ……………….
(अ) राजस्थान
(ब) हरियाणा
(स) पंजाब
(द) महाराष्ट्र
उत्तर:
(द) महाराष्ट्र
Question 4.
राज्य सूची में शामिल विषय हैं ……………….
(अ) 97
(ब) 66
(स) 47
(द) 29
उत्तर:
(ब) 66
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
- भारत में कुल राज्यों की संख्या ……………….. है। (28/29)
- राज्य विधायिका द्वारा ……………….. सूची के विषयों पर कानून बनाया जाता है। (राज्य/संघ)
- स्थानीय महत्त्व के विषय ……………….. सूची में सम्मिलित किये गये हैं। (राज्य/संघ)
- राज्यपाल के लिए न्यूनतम आयु ……………….. है। (25 वर्ष/35 वर्ष)
- भारतीय न्यायपालिका का सर्वोच्च न्यायालय ……………….. में स्थित है। (जयपुर/नई दिल्ली )
उत्तर:
- 29
- राज्य
- राज्य
- 35 वर्ष
- नई दिल्ली
निम्न में से सत्य/असत्य कथन छांटिये
- राज्यपाल राज्य का वास्तविक मुखिया होता है।
- राजस्थान राज्य विधानसभा के सदस्यों की कुल संख्या 200 है।
- वर्तमान में राजस्थान राज्य में विधान परिषद् विद्यमान नहीं है।
- भारत का यदि किसी दूसरे देश से विवाद हो जाए तो यह विषय केन्द्र का है।
- जनता द्वारा निर्धारित अवधि तक के लिए निर्वाचित लोगों के निकाय को स्थायी कार्यपालिका कहते हैं।
उत्तर:
- असत्य
- सत्य
- सत्य
- सत्य
- असत्य
स्तम्भ ‘अ’ को स्तम्भ ‘ब’ से सुमेलित कीजिए
उत्तर:
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत में कुल राज्यों की संख्या कितनी है?
उत्तर:
भारत में कुल राज्यों की संख्या 29 है।
प्रश्न 2.
विधानसभा की कार्यवाही का संचालन कौन करता है?
उत्तर:
विधानसभा की कार्यवाही का संचालन विधानसभाअध्यक्ष करता है।
प्रश्न 3.
राज्य में शासन का वास्तविक मुखिया कौन होता है?
उत्तर:
मुख्यमंत्री।
प्रश्न 4.
भारत के कितने राज्यों में द्विसदनात्मक विधायिका है? उन राज्यों के नाम लिखो।.
उत्तर:
भारत के 6 राज्यों में द्विसदनात्मक विधायिका है। ये राज्य हैं –
- बिहार
- महाराष्ट्र
- कर्नाटक
- आंध्रप्रदेश
- उत्तरप्रदेश और जम्मू – कश्मीर
प्रश्न 5.
राज्य स्तर पर कानून का निर्माण करने वाली संस्था कौनसी है?
उत्तर:
विधायिका।
प्रश्न 6.
सरकार की शक्तियों का बंटवारा संविधान द्वारा कितनी सूचियों द्वारा किया गया है?
उत्तर:
संविधान द्वारा सरकार की शक्तियों का बंटवारा तीन सूचियों –
- संघ सूची
- राज्य सूची और
- समवर्ती सूची के द्वारा किया गया है।
प्रश्न 7.
राज्य विधायिका में कौन-कौन सम्मिलित हैं?
उत्तर:
राज्य विधायिका में –
- राज्यपाल तथा
- विधानसभा एवं विधानपरिषद् सम्मिलित हैं।
प्रश्न 8.
राज्यपाल की विधायी शक्तियों से क्या आशय है?
उत्तर:
राज्यपाल की विधायी शक्तियाँ वे कार्य हैं, जिनका सम्पादन वह राज्य विधायिका के अंग के रूप में करता है।
प्रश्न 9.
राजस्थान में मन्त्रिपरिषद् राज्य के शासन का संचालन कहाँ से करती है?
उत्तर:
राजस्थान में मन्त्रिपरिषद् राज्य के शासन का संचालन जयपुर स्थित सचिवालय भवन से करती है।
प्रश्न 10.
कानूनों को क्रियान्वित करने वाली संस्था क्या कहलाती है?
उत्तर:
कार्यपालिका।
प्रश्न 11.
राज्य – मन्त्रिपरिषद् से क्या आशय है?
उत्तर:
मुख्यमन्त्री और उसके मन्त्रियों के समूह को मन्त्रिपरिषद् के नाम से जाना जाता है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत की संघीय व्यवस्था में शक्तियों का बंटवारा किस प्रकार किया गया है?
उत्तर:
संविधान ने सरकार की शक्तियों और कार्यों को संघ सरकार और राज्य सरकारों के बीच तीन प्रकार की सूचियों के माध्यम से किया है। ये हैं – संघ सूची, राज्य सूची और समवर्ती सूची। संघ सूची के विषयों पर कानून बनाने की शक्ति केन्द्र सरकार को दी गई है। राज्य सूची के विषयों पर कानून बनाने की शक्ति राज्य सरकारों को दी गई है तथा समवर्ती सूची के विषयों पर केन्द्र व राज्य दोनों सरकारें कानून बना सकती हैं। अवशिष्ट विषयों की शक्ति केन्द्र सरकार को दी गई है।
प्रश्न 2.
संघ सूची, राज्य सूची तथा समवर्ती सूची के किन्हीं चार – चार विषयों के नाम लिखिये।
उत्तर:
संघ सूची के विषय –
- प्रतिरक्षा
- विदेशी मामले
- बैंकिंग
- संचार।
राज्य सूची के विषय –
- पुलिस
- स्थानीय व्यापार
- कृषि
- सिंचाई।
समवर्ती सूची के विषय –
- शिक्षा
- वन
- मजदूर संघ
- विवाह – विधि
प्रश्न 3.
राजनीतिक कार्यपालिका किसे कहते हैं?
उत्तर:
राजनीतिक कार्यपालिका जनता द्वारा निर्धारित अवधि तक के लिए निर्वाचित लोगों का निकाय होता है। ये राजनीतिक व्यक्ति होते हैं, जो महत्त्वपूर्ण फैसले करते हैं।
प्रश्न 4.
स्थायी कार्यपालिका से क्या आशय है?
उत्तर:
वे लोग जो जनता द्वारा निर्वाचित नहीं किये जाते, बल्कि उन्हें सरकार लम्बे समय तक के लिए नियुक्त करती है, जैसे कि सचिव, इन्हें स्थायी कार्यपालिका कहते हैं ये लोकसेवक होते हैं जो राजनीतिक कार्यपालिका के नियंत्रण में काम करते हैं तथा प्रशासन में राजनीतिक कार्यपालिका की सहायता करते हैं।
प्रश्न 5.
नौकरशाह कौन होते हैं? उनके क्या कार्य हैं?
उत्तर:
सरकार के प्रत्येक मन्त्रालय में मन्त्री की सहायता के लिए सचिव होते हैं। वे नौकरशाह कहलाते हैं। नौकरशाह मन्त्री को सूचनाएँ उपलब्ध करवाते हैं और निर्णय लेने में मन्त्री की सहायता करते हैं। मन्त्रिपरिषद् के निर्णयों को लागू करवाने के लिए नौकरशाह जिम्मेदार होते हैं।
प्रश्न 6.
राज्यपाल की नियुक्ति के लिए क्या पात्रताएँ हैं?
उत्तर:
राज्यपाल की नियुक्ति के लिए निम्नलिखित पात्रताएँ हैं –
- वह भारत का नागरिक हो।
- उसकी आयु 35 वर्ष से कम न हो।
- वह किसी विधायिका का सदस्य न हो।
- वह किसी सरकारी एवं लाभ के पद पर आसीन न हो।
प्रश्न 7.
मुख्यमंत्री की स्थिति का वर्णन कीजिये।
उत्तर:
मुख्यमंत्री की स्थिति –
- मुख्यमंत्री विधानसभा में बहुमत वाली पार्टी अथवा पार्टियों के गठबंधन का नेता होता है।
- वह मंत्रियों की सहायता से सरकार चलाता है तथा वह राज्य की मंत्रिपरिषद् का मुखिया होता है।
- राज्य के शासन की समस्त शक्तियों का प्रयोग राज्यपाल के नाम पर मुख्यमंत्री और उसकी मंत्रिपरिषद द्वारा ही किया जाता है।
- विधानसभा में बहुमत का विश्वास होने तक ही वह अपने पद पर बना रह सकता है।
प्रश्न 8.
राजस्थान राज्य की न्यायपालिका के संगठन को स्पष्ट कीजिये।
उत्तर:
राजस्थान राज्य की सबसे बड़ी न्यायपालिका उच्च न्यायालय है। यह जोधपुर में स्थित है। इसकी एक पीठ जयपुर में भी है। उसके अधीन जिला व स्थानीय न्यायालय होते हैं।
प्रश्न 9.
उच्च न्यायालय के क्षेत्राधिकार को स्पष्ट कीजिये।
उत्तर:
उच्च न्यायालय निम्न में से किसी भी विवाद की सुनवाई कर सकता है –
- राज्य के नागरिकों के बीच विवाद।
- नागरिक और सरकार के बीच विवाद
- अधीनस्थ न्यायालयों के निर्णयों के विरुद्ध अपील।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारतीय संविधान में सरकार की शक्तियों एवं कार्यों का बंटवारा किस प्रकार किया गया है?
उत्तर:
सरकार की शक्तियों का बंटवारा संविधान ने सरकार की शक्तियों एवं कार्यों का बंटवारा तीन प्रकार की सूचियों के माध्यम से निम्न प्रकार से किया है –
1. संघ सूची – संघ. सूची में प्रतिरक्षा, विदेशी मामले, बैंकिंग, संचार, रेलवे और मुद्रा जैसे राष्ट्रीय महत्त्व के 97 विषय शामिल हैं। इन विषयों पर कानून बनाने की शक्ति केन्द्र सरकार को दी गई है।
2. राज्य सूची – राज्य सूची में पुलिस, स्थानीय व्यापार व वाणिज्य, कृषि और सिंचाई जैसे स्थानीय महत्त्व के 66 विषय हैं। इन विषयों पर कानून बनाने की शक्ति राज्य सरकारों को दी गई है। राज्य सरकार इनमें से कुछ कार्य स्थानीय निकायों की सहायता से करती है।
3. समवर्ती सूची – समवर्ती सूची में शिक्षा, वन, मजदूर संघ, विवाह-विधि आदि 47 विषय हैं। इन पर केन्द्र और राज्य दोनों सरकारें कानून बना सकती हैं। परन्तु केन्द्र के कानून को सर्वोच्चता प्रदान की गई है।
4. अवशिष्ट विषय – शेष बचे हुए विषयों पर कानून बनाने की शक्ति केन्द्र सरकार को दी गई है।
प्रश्न 2.
राज्यपाल की शक्तियों का वर्णन कीजिये।
उत्तर:
राज्यपाल के कार्य एवं शक्तियाँ राज्यपाल की प्रमुख शक्तियाँ निम्नलिखित हैं –
1. कार्यपालिका शक्तियाँ – राज्यपाल विधानसभा में बहुमत दल के नेता को राज्य का मुख्यमंत्री नियुक्त करता है तथा उसकी सलाह पर अन्य मंत्रियों की नियुक्ति करता है। सारे कानून और सरकार के प्रमुख नीतिगत फैसले राज्यपाल के नाम से जारी होते हैं। राज्य के सभी प्रमुख पदों पर नियुक्तियाँ राज्यपाल के नाम पर ही की जाती हैं। राज्यपाल मंत्रिपरिषद् से किसी भी मामले पर सूचना मांग सकता है। वह समय-समय पर राज्य की कानून और व्यवस्था की सूचना केन्द्र सरकार को भेजता रहता है।
2. विधायी शक्तियाँ – राज्यपाल विधायिका के सत्र को आहूत करता है और प्रथम सत्र को संबोधित करता है। विधायिका द्वारा पारित विधेयक राज्यपाल की स्वीकृति के हस्ताक्षर होने के बाद ही कानून बन सकता है।
3. वित्तीय शक्तियाँ – राज्यपाल विधायिका के समक्ष बजट प्रस्तुत करता है। राज्यपाल की स्वीकृति के बिना धन विधेयक विधानसभा में प्रस्तुत नहीं किया जा सकता है।
4. आपातकालीन शक्तियाँ – ये वे शक्तियाँ हैं जिनका प्रयोग राज्यपाल निर्वाचित सरकार के विरुद्ध राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए राष्ट्रपति को सूचना देता है तथा राष्ट्रपति शासन लागू करता है।
5. न्यायिक शक्तियाँ-राज्यपाल, राज्य सरकार के कानूनों के अन्तर्गत सजा प्राप्त किसी व्यक्ति की सजा को कम या स्थगित कर सकता है तथा उसे क्षमा भी कर सकता है। राजयपाल के पास मृत्युदण्ड को क्षमा करने की शक्ति नहीं है।
प्रश्न 3.
विधानसभा के संगठन का वर्णन कीतिजये।
उत्तर:
विधानसभा का संगठन विधानसभा राज्य की जनता द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की सभा होती है। विधानसभा के संगठन का विवेचन निम्नलिखित बिन्दुओं के अन्तर्गत किया गया है।
1. विधायकों का निर्वाचन – विधानसभा के सदस्यों का निर्वाचन राज्य के समस्त मतदाताओं द्वारा अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रत्यक्ष रूप से सार्वभौम वयस्क मताधिकार के माध्यम से किया जाता है। इनमें से कुछ विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित होते हैं। जिनमें उसी वर्ग का व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है। प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से एक प्रतिनिधि निर्वाचित होता है।
2. विधायक बनने की योग्यताएँ – विधायक बनने के लिए आवश्यक है कि व्यक्ति भारतीय नागरिक हो; उसकी आयु 25 वर्ष से कम न हो; वह संघ या राज्य में लाभ के पद पर न हो; मानसिक रूप से स्वस्थ हो एवं दिवालिया घोषित न हो।
3. बैठकें – वर्ष में कम से कम तीन बार विधानसभा की बैठकें होती हैं।
4. अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष – विधानसभा की कार्यवाही का संचालन करने के लिए एक अध्यक्ष का पद होता है। विधायक अपने में से ही एक विधायक को अध्यक्ष एवं एक अन्य विधायक को उपाध्यक्ष निर्वाचित करते हैं।
प्रश्न 4.
विधानसभा के कार्य एवं शक्तियों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
विधानसभा के कार्य एवं शक्तियाँ – विधानसभा अपनी बैठकों में निम्नलिखित कार्य सम्पन्न करती
1. विधायी कार्य – राज्य विधानसभा राज्यसूची और समवर्ती सूची में वर्णित विषयों पर कानून बनाने, विद्यमान कानून में संशोधन करने अथवा उसे निरस्त करने का कार्य करती है। वह संविधान के कुछ हिस्सों में संशोधन की प्रक्रिया में भी भाग लेती है।
2. वित्तीय कार्य – राज्य सरकार के धन संबंधी कार्यों पर विधानसभा का नियंत्रण होता है। सरकार अपने द्वारा प्रस्तावित बजट को विधानसभा से स्वीकृति मिल जाने के पश्चात् ही वह जनता से कर वसूल सकती है और उसे खर्च कर सकती है।
3. सरकार पर नियंत्रण – कार्यपालिका विधानसभा के प्रति जवाबदेह है। विधानसभा की बैठकों में विधायक मंत्रिपरिषद् से उनके कार्यों के संबंध में प्रश्न पूछ कर, कोई सूचना मांग कर, काम रोको प्रस्ताव, निंदा प्रस्ताव |तथा अविश्वास प्रस्ताव के द्वारा सरकार पर नियंत्रण करते
4. निर्वाचन कार्य- व धानसभा के सदस्य अर्थात् विधायक राष्ट्रपति और राज्यसभा के सदस्यों के चुनाव में भाग लेते
प्रश्न 5.
विधानपरिषद् के गठन एवं उसकी शक्तियों का वर्णन कीजिये।
उत्तर:
विधानपरिषद् का गठन विधानपरिषद् राज्य व्यवस्थापिका का द्वितीय सदन होता है। देश के छः राज्यों में दूसरे सदन के रूप में विधानपरिषद् कार्यरत है। यह एक स्थायी सदन है। इसका विघटन नहीं हो सकता। इसके एक-तिहाई सदस्य प्रत्येक 2 वर्ष की समाप्ति पर निवृत्त हो जाते हैं। विधान परिषद् के सदस्यों की संख्या कम से कम 40 होती है। ये सदस्य स्थानीय स्वशासन की इकाइयों, शिक्षकों और विश्वविद्यालय स्नातकों के प्रतिनिधि होते हैं।
विधानपरिषद् की शक्तियाँ –
- विधानपरिषद् साधारण विधेयक पर संशोधन प्रस्तावित कर सकती है और अनुमोदन की प्रक्रिया को विलम्बित कर सकती है।
- धन विधेयक परिषद् द्वारा प्रस्तुत नहीं किया जा सकता है।
- विधान परिषद् बहस और प्रश्नों द्वारा मंत्रिमंडल के सदस्यों पर नियंत्रण रख सकती है।
- यह विशेष हितों का प्रतिनिधित्व करती है।