Rajasthan Board RBSE Class 6 Social Science Solutions Chapter 7 पर्यावरणीय प्रदेश
RBSE Solutions for Class 6 Social Science
RBSE Class 6 Social Science पर्यावरणीय प्रदेश Text Book Questions and Answers
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
प्रश्न 1.
अपने आस – पास पाए जाने वाले वृक्षों की सूची बनाइए और उनसे हमें क्या – क्या लाभ हैं? लिखिए।
उत्तर:
हमारे आस – पास अनेक प्रकार के वृक्ष पाए जाते हैं। जिनमें मुख्य वृक्ष – नीम, अशोक, बरगद, पीपल, खेजड़ी, बबूल, आम आदि हैं। वृक्षों से हमें कई लाभ हैं। इनसे हमें लकड़ी, फल, दवाइयाँ आदि मिलती हैं। ये वृक्ष हवा से कार्बन-डाई-ऑक्साइड को सोख कर वातावरण को शुद्ध बनाते हैं। इनसे बहुमूल्य ऑक्सीजन मिलती है जो प्राणियों के लिए जीवनदायिनी है। आदिवासी जनजातियों हेतु ये आवास भी हैं। ये वर्षा को भी आकर्षित करते हैं।
पृष्ठ संख्या – 550
प्रश्न 2.
अध्याय में बताये गए पर्यावरणों में से आप किस पर्यावरणीय परिवेश में आते हैं? पता लगाइए।
उत्तर:
हमारा प्रदेश राजस्थान का अधिकांश भाग मरु प्रदेश एवं शुष्क प्रदेश के अन्तर्गत आता है। प्रदेश का कुछ भाग मैदानी एवं आर्द्र प्रदेश के अन्तर्गत भी आता है।
प्रश्न 3.
हमारे आस-पास के पर्यावरणों का हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है? चर्चा कीजिए।
उत्तर:
हमारे जीवन पर पर्यावरण का गहरा प्रभाव पड़ता है। हमारा रहन-सहन एवं आर्थिक गतिविधियाँ पर्यावरण से ही प्रभावित होती हैं। हमारी आजीविका के साधन हमें पर्यावरण से ही प्राप्त होते हैं। जहाँ जिस प्रकार की जलवायु एवं पर्यावरण होता है हमारा उसी के अनुसार रहन-सहन और खान-पान होता है। कृषि, पशुपालन एवं उद्योगों पर भी पर्यावरण का गहरा प्रभाव पड़ता है।
प्रश्न 3.
मनुष्य वनों की कटाई क्यों करता है? वनों की अंधाधुन्ध कटाई से हमारे पर्यावरण में क्या-क्या परिवर्तन हो सकते हैं? चर्चा कीजिए।
उत्तर:
मनुष्य अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु वनों को काट रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों एवं आदिवासी क्षेत्रों में लोग आग जलाने, रहने हेतु भूमि, खेती हेतु भूमि, ईंधन, आजीविका कमाने आदि के लिए वनों को काट रहे हैं। सरकार द्वारा सार्वजनिक विकास कार्यों के लिए वनों की कटाई की जा रही है। वनों की कटाई से हमारे पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है तथा पर्यावरण सम्बन्धी अनेक समस्याएँ उत्पन्न होती हैं, जैसे – वर्षा की कमी, वन्यजीवों पर संकट, प्रदूषण में वृद्धि, वातावरण का गर्म होना, पारिस्थितिकी असन्तुलन उत्पन्न होना आदि।
RBSE Class 6 Social Science पर्यावरणीय प्रदेश Intext Questions and Answers
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
प्रश्न 1.
सही विकल्प को चुनिये –
(i) प्रेयरी घास के मैदान कहाँ पाए जाते हैं?
(क) यूरोप
(ख) एशिया
(ग) उत्तरी अमेरिका
(घ) आस्ट्रेलिया
उत्तर:
(ग) उत्तरी अमेरिका
(ii) पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव पर स्थित है ………………..
(क) आर्कटिक महासागर
(ख) अंटार्कटिका
(ग) अटलांटिक
(घ) आस्ट्रेलिया
उत्तर:
(क) आर्कटिक महासागर
प्रश्न 2.
नीचे दिए गए कटिबन्धों को उनकी अक्षांशीय स्थिति के आधार पर समेलित कीजिएकटिबन्ध अक्षांशीय स्थिति –
उत्तर:
प्रश्न 3.
वन क्षेत्र एवं घास के मैदानों में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
वन क्षेत्र एवं घास के मैदानों में निम्नलिखित प्रमुख अन्तर पाये जाते हैं –
- वन क्षेत्र में घास के मैदानों की अपेक्षा अधिक वर्षा होती
- वन क्षेत्र में बड़े-बड़े पेड़ व झाड़ियाँ पाई जाती हैं, जबकि घास के मैदानों में घासें पायी जाती हैं।
- वन क्षेत्रों में जनजातियाँ निवास करती हैं, जबकि घास के मैदानों में चरवाहे अस्थायी रूप से निवास करते हैं।
- वन क्षेत्रों में बड़े-बड़े जंगली जानवर मिलते हैं। घास के मैदानों में भेड़, बकरियाँ, गायें आदि पशु मिलते हैं, जंगली जानवर नहीं मिलते हैं।
प्रश्न 4.
पृथ्वी को कितने कटिबन्धों में बाँटा जाता है? उनकी प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
पृथ्वी के कटिबंध तापमान के आधार पर पृथ्वी को तीन कटिबन्धों में बाँटा गया है जो निम्न प्रकार हैं –
(अ) उष्ण कटिबन्ध – इस कटिबन्ध का विस्तार 0° से 1237° उत्तर और दक्षिण अक्षांशों के मध्य है।
विशेषताएँ –
- यहाँ वर्ष भर जलवायु गर्म एवं आर्द्र रहती है।
- यहाँ सूर्य की किरणें वर्ष में कम-से-कम एक बार लम्बवत् पड़ती हैं।
- यहाँ मौसम में ज्यादा परिवर्तन नहीं होता। वर्ष भर लगभग एक-सा मौसम पाया जाता है।
- यहाँ भारत, श्रीलंका, ब्राजील आदि प्रमुख देश हैं।
(ब) शीतोष्ण कटिबन्ध – इस कटिबन्ध का विस्तार 23 1/2° से 66 1/2° उत्तर और दक्षिण अक्षांशों के मध्य है।
विशेषताएँ –
- यहाँ जलवायु सुहावनी रहती है।
- इस कटिबन्ध में सूर्य कभी सिर पर नहीं रहता है।
- यहाँ की प्रमुख ऋतुएँ बसन्त, गर्मी, पतझड़ एवं सर्दी
- उत्तरी गोलार्द्ध में ब्रिटेन और फ्रांस प्रमुख देश हैं। उत्तरी गोलार्द्ध में ब्रिटेन एवं दक्षिणी गोलार्द्ध में न्यूजीलैण्ड प्रमुख देश है।
(स) शीत कटिबन्ध – इस कटिबन्ध का विस्तार 66% से 90° उत्तर और दक्षिण अक्षांशों के मध्य है।
विशेषताएँ –
- यहाँ सबसे ठण्डे प्रदेश हैं तथा अधिकांश भाग बर्फ से ढका है।
- यहाँ का जनसंख्या घनत्व बहुत कम है।
- यहाँ ध्रुवों पर 6 महीने का दिन एवं 6 महीने की रात होती है।
- उत्तर में यहाँ आर्कटिक प्रदेश एवं दक्षिण में अंटार्कटिक प्रदेश है तथा कनाडा, स्वीडन, फिनलैण्ड और नार्वे प्रमुख देश हैं।
प्रश्न 5.
उष्ण कटिबंधीय और शीत कटिबंधीय क्षेत्रों के पर्यावरणों में क्या अन्तर है?
उत्तर:
- उष्ण कटिबंधीय जलवायु वर्ष भर गर्म और आर्द्र रहती है, जबकि शीत कटिबंधीय जलवायु अत्यन्त ठंडी है। यहाँ वर्ष के अधिकांश
- महीनों में तापमान 0° सेग्रे. से कम रहता है।
- उष्ण कटिबन्धीय प्रदेश में जैव विविधता पायी जाती है जबकि शीत कटिबंध में वनस्पति का अभाव पाया जाता है।
- उष्ण कटिबंध में बहुत अधिक जनसंख्या घनत्व है जबकि शीत कटिबन्ध में जनसंख्या घनत्व बहुत कम है।
- ष्ण कटिबंध में वर्ष भर बड़े दिन होते हैं। दिन-रात का अन्तर बहुत कम होता है। जबकि शीत कटिबंध में दिन-रात में अन्तर बहुत बढ़
- जाता है। ध्रुवों पर तो 6 महीनों का दिन और 6 महीने की रात होती है।
प्रश्न 6.
मरुस्थल कितने प्रकार के होते हैं? उनकी तुलना कीजिए।
उत्तर:
मरुस्थल दो प्रकार के होते है –
- गरम मरुस्थल
- शीत मरुस्थल
गरम मरुस्थल रेतीला मैदान होता है जहाँ बहुत कम वर्षा होती है। यहाँ झाडियाँ, कांटेदार पेड, कीकर आदि पाए जाते हैं तथा यहाँ के निवासियों का जीविकोपार्जन पशुपालन है, वे गाय, भैंस, भेड़-बकरी एवं ऊँट पालते हैं। गरम मरुस्थल के विपरीत शीत मरुस्थल बड़े ठण्डे होते हैं। यहाँ वर्ष भर बर्फ जमी रहती है तथा वृक्षों का अभाव होता है। लोग पशुपालन करते हैं एवं याक पालते हैं। भारत में थार का मरुस्थल गरम मरुस्थल है जबकि लद्दाख एक शीत मरुस्थल है।
प्रश्न 7.
राजस्थान को ‘धरती धोरां री’ क्यों कहा जाता हैं?
उत्तर:
राजस्थान को ‘धरती धोरां री’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहाँ रेतीला मैदान है जहाँ वर्षा इतनी कम होती है कि बारिश के भरोसे खेती भी नहीं हो पाती है। यहाँ जगह-जगह रेत के टीले पाए जाते हैं तथा इन टीलों का एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानान्तरण होता रहता है तथा रेत से अनेक प्रकार की आकृतियों का निर्माण होता रहता है।
प्रश्न 8.
मरुस्थलीय प्रदेशों में पाई जाने वाली वनस्पति को उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
मरुस्थलीय प्रदेशों में हरी – भरी वनस्पति नहीं होती है बल्कि कटीली झाड़ियाँ होती हैं, जिन्हें ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है। इनमें काँटे अधिक होते हैं। यहाँ पत्ते अपने आपको पानी की कमी के कारण काँटों के रूप में ढाल लेते हैं। उदाहरण के रूप में बेर की छोटी कँटीली झाड़ियाँ, नागफनी, कीकर, खेजड़ी, विभिन्न प्रकार के कैक्टस, बबूल, डंडाथोर आदि वनस्पतियाँ यहाँ प्रमुख रूप से पायी जाती हैं।
RBSE Class 6 Social Science पर्यावरणीय प्रदेश Important Questions and Answers
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
Question 1.
उष्ण कटिबन्ध का विस्तार है ………………
(अ) 0° से 23 1/2° उत्तरी अक्षांश
(ब) 0° से 23 1/2° दक्षिणी अक्षांश
(स) 0° से 23 1/2° उत्तर – दक्षिण अक्षांश
(द) 237° से 66 1/2° उत्तर – दक्षिण अक्षांश
उत्तर:
(स) 0° से 23 1/2° उत्तर – दक्षिण अक्षांश
Question 2.
भारत की उच्च भूमि है ………………
(अ) हिमालय पर्वत
(ब) नीलगिरी पहाड़ियाँ
(स) अन्नामलाई पहाड़ियाँ
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(द) उपरोक्त सभी
Question 3.
भारत में गंगा-यमुना का मैदान उदाहरण है ………………
(अ) शुष्क प्रदेश का
(ब) निम्न भूमि का
(स) आर्द्र प्रदेश का
(द) उच्च भूमि का
उत्तर:
(ब) निम्न भूमि का
Question 4.
निम्न में कौनसा पशु ध्रुवीय प्रदेश में नहीं पाया जाता ………………
(अ) ऊँट
(ब) सील
(स) वालरस
(द) भालू
उत्तर:
(अ) ऊँट
Question 5.
‘धोरे’ का तात्पर्य है ………………
(अ) बर्फ के घर
(ब) घास के मैदान
(स) रेत के टीले
(द) आर्द्र भूमि।
उत्तर:
(स) रेत के टीले
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
- विभिन्न तत्त्व जिन्होंने मिलकर हमें घेर रखा है, हमारा ……………….. बनाते हैं। (पर्यावरण/वायुमण्डल)
- कटिबन्ध की जलवायु सुहावनी रहती है। (शीत/शीतोष्ण)
- यूरोप एवं एशिया के ……………….. मैदानों में छोटी घास पायी जाती है। (प्रेयरी/स्टेपी)
- ……………….. को ‘धरती धोरां री’ भी कहते हैं। (भारत/राजस्थान)
- ग्लोब के दोनों छोरों को ध्रुव कहते हैं जो ……………….. अक्षांश पर स्थित हैं। (66 1/2°/90°)
उत्तर:
- पर्यावरण
- शीतोष्ण
- स्टेपी
- राजस्थान
- 90°
निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए
उत्तर:
1. (iv)
2. (iii)
3. (ii)
4. (i)
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
उष्ण कटिबन्ध की अक्षांशीय स्थिति क्या है?
उत्तर:
0° से 23 1/2° उत्तर व दक्षिण अक्षांश।
प्रश्न 2.
विस्तृत घास के मैदान अधिकांशतः कहाँ पाए जाते
उत्तर:
मध्य अक्षांशीय भू-भागों में।
प्रश्न 3.
बर्फीले ध्रुवों पर रहने वाले लोगों को किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर:
यहाँ रहने वाले लोगों को ऐस्किमो कहा जाता है।
प्रश्न 4.
‘इग्लू’ क्या हैं?
उत्तर:
ध्रुवीय प्रदेशों में लोगों के छोटे-छोटे बर्फ के घरों को ‘इग्लू’ कहते हैं।
प्रश्न 5.
स्टेपीज घास के मैदान कहाँ पाये जाते हैं?
उत्तर:
यूरेशिया में स्टेपीज घास के मैदान पाये जाते हैं।
प्रश्न 6.
मरुस्थलीय क्षेत्रों की दो विशेषताएँ बताइये।
उत्तर:
- मरुस्थलीय क्षेत्रों में वर्षा कम होती है।
- इन क्षेत्रों में वनस्पति कंटीली झाड़ियों के रूप में पायी जाती है।
प्रश्न 7.
भूमध्य रेखा पर अधिक तापमान तथा ध्रुवों पर अधिक ठण्ड का क्या कारण है?
उत्तर:
भूमध्य रेखा पर सूर्य की किरणें सीधी पड़ने के कारण अधिक तापमान होता है और ध्रुवों में सूर्य की किरणें तिरछी पड़ने के कारण अधिक ठण्ड पड़ती है।
प्रश्न 8.
शीत कटिबन्ध की कोई दो विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
- यहाँ सबसे ठण्डे प्रदेश हैं एवं बर्फ से ढके रहते हैं।
- यहाँ बहुत कम लोग बसते हैं।
प्रश्न 9.
राजस्थान के मरुस्थलीय प्रदेश में पाए जाने वाले दो वृक्षों के नाम लिखिए।
उत्तर:
- रोहिड़ा
- खेजड़ी
प्रश्न 10.
शुष्क प्रदेश किसे कहते हैं?
उत्तर:
ऐसे स्थान जहाँ वर्षा कम होती है और मौसम भी अत्यन्त शुष्क होता है, शुष्क प्रदेश कहते हैं।
प्रश्न 11.
आर्द्र प्रदेशों की कोई दो विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
- यहाँ खूब वर्षा होती है एवं घने वन पाए जाते
- यहाँ जलवायु में उमस होती है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
प्रदेश क्या है?
उत्तर:
विभिन्न पर्यावरणीय परिस्थितियों के कारण हर स्थान के कुछ विशिष्ट लक्षण हैं, जो उस स्थान को दूसरे स्थानों की तुलना में अलग और खास बनाता है। इसे ही प्रदेश कहते हैं।
प्रश्न 2.
उष्ण कटिबंध की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
उष्ण कटिबंध की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –
- यहाँ जलवायु वर्ष भर गर्म और आर्द्र रहती है।
- यहाँ सूर्य की किरणें वर्ष में कम से कम एक बार लम्बवत् पड़ती हैं।
- यहाँ मौसम में ज्यादा परिवर्तन नहीं होता।
- यहाँ सदाबहार वर्षा वन पाये जाते हैं।
प्रश्न 3.
उच्च भूमि की विशेषताएँ लिखिये।
उत्तर:
उच्च भूमि की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –
- उच्च भूमि से आशय है – पहाड़ की ऊँची-ऊँची चोटियाँ तथा गहरी खाइयाँ।
- यहाँ तापमान ठंडा रहता है। जैसे-जैसे ऊँचाई की तरफ बढ़ते हैं तापमान गिरता जाता है। हम बर्फ भी देख सकते हैं।
- हमारी अधिकांश नदियाँ इन्हीं ऊँची जगहों से निकलती हैं जहाँ इनका वेग तीव्र होता है।
- जहाँ ढलान कम होता है, वहाँ लोग अपना घर बनाते हैं।
- यहाँ ज्यादातर सब्जियों की खेती, चाय और फलों के बागान हैं। कुछ स्थानों पर पशुचारण भी हैं।
प्रश्न 4.
निम्न भूमि से क्या आशय है? इसकी प्रमुख विशेषताएँ लिखिये।
उत्तर:
उच्च भूमि से नीचे जो समतल मैदान पाये जाते हैं, उसे निम्न भूमि कहा जाता है। इसकी प्रमुख विशेषताएँ ये –
- यहाँ चौड़ी नदियाँ हैं जो मध्यम गति से बहती हैं।
- यहाँ की मिट्टी उपजाऊ होती है क्योंकि यहाँ नदियाँ मिट्टी लाकर जमा कर देती हैं।
- उपजाऊ मिट्टी के कारण यहाँ का जन-जीवन कृषि पर आश्रित है।
- यहाँ की जनसंख्या सघन होती है।
प्रश्न 5.
उच्च भूमि और निम्न भूमि में क्या अंतर है? पहाड़ों से मैदानों में पहुँचने पर नदी की गति में क्या प्रभाव पड़ता है और क्यों?
उत्तर:
उच्च-भूमि और निम्न भूमि में अन्तर-उच्च भूमि में पहाड़, उनकी ऊँची-ऊँची चोटियाँ और गहरी खाइयाँ होती हैं। यहाँ मौसम अपेक्षाकृत ठंडा होता है। अधिक ऊँचाई पर यहाँ बर्फ भी देखी जा सकती है। दूसरी तरफ निम्न भूमि उच्च भूमि से नीचे होती है। यह समतल मैदान होता है जो बहुत उपजाऊ होता है। यहाँ उच्च भूमि की अपेक्षा मौसम उष्ण होता है। पहाड़ों और मैदानों में नदी की गति-पहाडों से मैदानों पर पहुँचने पर नदी की गति मध्यम या धीमी हो जाती है क्योंकि यहाँ ये नदियाँ चौड़ी हो जाती हैं तथा ढलान कम हो जाता है।
प्रश्न 6.
मैदानी भागों की भूमि उपजाऊ क्यों होती है?
उत्तर:
जब नदियाँ पर्वतीय भागों से नीचे मैदानों में उतरती हैं तो अपनी तीव्र गति के कारण अपने साथ उच्च भागों से बहुत-सी मिट्टी बहाकर लाती हैं जिसे मैदानों में जमा कर देती हैं। इस मिट्टी के साथ अनेक प्रकार के कार्बनिक पदार्थ व खनिजों का चूर्ण भी मिला होता है जिससे यह मिट्टी काफी उपजाऊ हो जाती है।
प्रश्न 7.
कटिबंध किसे कहते हैं? पृथ्वी को कितने कटिबंधों में बाँटा जाता है? नाम लिखिए।
उत्तर:
कटिबंध से आशय-भूमध्य रेखा पर सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं और भूमध्य रेखा से ध्रुवों की तरफ सूर्य की किरणें तिरछी पड़ती हैं। इसलिए ध्रुवों की तरफ पृथ्वी का तापमान घटता जाता है। इस तापमान के आधार पर समान तापमान वाले क्षेत्र को कटिबंध कहा गया है। पृथ्वी को तीन कटिबंधों में बाँटा गया है। ये हैं –
- उष्ण कटिबंध
- शीतोष्ण कटिबंध
- शीत कटिबंध।
प्रश्न 8.
घास के मैदान कहाँ पाये जाते हैं? इनका उपयोग किस रूप में किया जाता है?
उत्तर:
घास के मैदानों के स्थल-पृथ्वी पर ऐसे स्थान जहाँ वर्षा मध्यम रूप में होती है, वहाँ दूर-दूर तक घास ही नजर आती है। ये घास के मैदान अधिकांशतः शीतोष्ण कटिबन्धीय भूभागों में पाये जाते हैं। जैसे – उत्तरी अमेरिका में प्रेयरी में ऊँची-ऊँची घास होती है तथा यूरोप के स्टेपी में छोटी घास पायी जाती है। घास के मैदानों के उपयोग-इन फैले घास के मैदानों को चरागाहों के रूप में उपयोग में लाया जाता है, जहाँ भेड़, बकरियाँ एवं गायें चराई जाती हैं।
प्रश्न 9.
बर्फीले ध्रुव से आप क्या समझते हैं? इनकी विशेषताएँ बताइये।
उत्तर:
ग्लोब के दोनों छोरों को ध्रुव कहते हैं जो 90° अक्षांश पर स्थित हैं। ये दोनों क्षेत्र सदैव बर्फ से ढके रहते हैं। इस कारण यहाँ पर कुछ नहीं उगता। इन कठिन परिस्थितियों में भी एस्किमो लोग यहाँ रहते हैं। ये बर्फ के बनाए छोटे-छोटे घरों में रहते हैं जो अन्दर से गर्म रहते हैं। इन्हें ‘इग्लू’ के नाम से जाना जाता है। यहाँ लोग मछली पकड़ते हैं। यहाँ सील, वालरस और ध्रुवीय भालू पाये जाते हैं।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
विभिन्न पर्यावरणीय प्रदेशों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
उत्तर:
पर्यावरणीय प्रदेश विभिन्न पर्यावरणीय प्रदेशों का संक्षिप्त विवेचन निम्न प्रकार हैं –
1. उच्च भूमि – इसमें मुख्य रूप से पहाडी क्षेत्रों एवं उच्च भागों को शामिल किया जाता है। अधिकांश नदियों का उद्गम यहीं से होता है। इन क्षेत्रों का जीविकोपार्जन का मुख्य साधन पशुपालन एवं वन है। यहाँ अधिक ऊँचे भाग बर्फ से ढके रहते हैं। उदाहरण – हिमालय पर्वतीय क्षेत्र। यहाँ ज्यादातर सब्जियाँ पैदा होती हैं तथा चाय या फलों के बागान हैं।
2. निम्न भूमि – इसमें समतल मैदानों को शामिल किया जाता है। यहाँ पर नदियों द्वारा लाई मिट्टी अत्यन्त उपजाऊ होती है अतः यह प्रदेश खेती के लिए बहुत उपजाऊ होता है। यहीं बड़े-बड़े लहलहाते खेत होते हैं। जहाँ जनसंख्या घनत्व बहुत अधिक पाया जाता है एवं मुख्य व्यवसाय कृषि होता है। उदाहरण-गंगा-यमुना का मैदान।।
3. आई तथा शुष्क प्रदेश – जहाँ बहुत अधिक वर्षा होती है एवं सघन वन पाए जाते हैं तथा जलवायु नम होती है आर्द्र प्रदेश कहलाते हैं। उदाहरण के लिए अमेजन के वर्षा वन। जिस स्थान पर वर्षा बहुत कम होती है एवं मौसम अत्यन्त शुष्क होता है शुष्क प्रदेश कहलाते हैं। इन्हें मरुस्थलीय क्षेत्र भी कहते हैं।
4. वन प्रदेश – विस्तृत भू – भाग पर पेड़-पौधों एवं झाड़ियों से ढके प्रदेश को वन प्रदेश कहते हैं। कहीं पर घने सदाबहार वन पाए जाते हैं तो कहीं पर पतझड़ वाले वन पाये जाते हैं। मुख्य वनीय क्षेत्र भूमध्यरेखीय अफ्रीका, दक्षिण-पूर्वी एशिया एवं दक्षिणी अमेरिका में हैं।
5. घास के मैदान – कई स्थानों पर दूर-दूर तक केवल घास के मैदान ही पाये जाते हैं। इन घास के मैदानों को चरागाहों के रूप में उपयोग में लाया जाता है। ये घास के मैदान अधिकांशतः शीतोष्ण कटिबन्धीय भू-भागों में पाए जाते हैं। उदाहरण – उत्तरी अमेरिका के प्रेयरी तथा यूरोप व एशिया के स्टेपी घास के मैदान।
6. मरु प्रदेश – इन प्रदेशों में वर्षा अत्यन्त कम होती है जिस कारण विस्तृत भू-भाग में रेत के टीले पाए जाते हैं। यहाँ छोटे काँटेदार पेड़ व झाड़ियाँ पाई जाती हैं। मरुस्थल दो प्रकार के हैं – गरम मरुस्थल जैसे थार का मरुस्थल एवं ठण्डे मरुस्थल जैसे लद्दाख। यहाँ पर पशुपालन मुख्य जीविकोपार्जक साधन है।
7. ध्रुवीय प्रदेश – ये प्रदेश दोनों ध्रुवों पर पाए जाते हैं। ये प्रदेश सदैव बर्फ से ढके रहते हैं तथा यहाँ वनस्पति का अभावं पाया जाता है। यहाँ पर बहुत कम जन-घनत्व होता है एवं यहाँ के लोगों का जीवन अत्यन्त कठिन होता है। यहाँ लोग मछली पकड़ने का कार्य करते हैं।